नई दिल्ली/ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया, उन्हें अब 15 मार्च तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ेगा। ईडी के वकील ने अपना पक्ष रखने के दौरान कहा था कि केजरीवाल जांच ने सहयोग नही कर रहे है।
शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज रिमांड खत्म होने के बाद ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में पेश किया सुनवाई के दौरान ईडी ने अपना पक्ष रखते कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नही कर रहे है सवाल पूछने पर गोलमोल जवाब दे रहें है और जब उनसे उन्हे मोबाईल का पास वर्ड पूछा जाता है तो वह उसका कोई सही जवाब नहीं दे रहे इसलिए कोर्ट उन्हें 15 दिन की न्यायायिक हिरासत में भेज दे।
इधर सीएम केजरीवाल ने कहा कि पीएम श्री मोदी जो कर रहे है वह ठीक नहीं है। सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हें 15 दिन की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया।
इसके बाद अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल ले जाया गया,इस तरह शराब नीति घोटाले में अब केजरीवाल तिहाड़ जेल पहुंच गए है जबकि इस मामले में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह पहले से ही तिहाड़ जेल में है। इस तरह सतेंद्र जैन सहित आप के चार प्रमुख नेता अब तिहाड़ जेल में है।
कोर्ट के ऑर्डर के बाद अरविंद केजरीवाल ने चार किताबें मांगी है जिसमें रामायण महाभारत भगवत गीता और एक पत्रकार द्वारा लिखित हाऊ पीएम डिसाइड नाम की किताब शामिल है। लेकिन एक सबाल यह भी है कि क्या केजरीवाल जेल में रहते दिल्ली की सरकार चलाएंगे जबकि एलजी ने इससे साफ इंकार कर दिया था जेल से सरकार नही चलेगी। लेकिन संविधान में इस बारे में कोई स्पष्ट मार्गदर्शन या उल्लेख नहीं है जिसके चलते यदि केजरीवाल जेल में रहते सरकार चलाते है तो वह बैठके और अन्य लोगों से कैसे मिल सकेंगे ? यह प्रश्न भी है। दूसरा ऑफ्शन है वह चुनाव से 6 महिने पहले अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को सीएम बनवा दे जो बिना विधायक बने 6 महिने तक पद पर बनी रह सकती है।