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ग्वालियरभोपालमध्य प्रदेश

लॉक डाउन के चलते कूलर व्यवसाय ठप्प, कारोबारी परेशान मजदूर कंगाल तो जनता बेहाल

  • लॉक डाउन के चलते कूलर व्यवसाय ठप्प

  • कारोबारी परेशान मजदूर कंगाल तो जनता बेहाल

ग्वालियर भोपाल– देश में चल रहे लॉक डाउन के कारण इन दिनों सबसे ज्यादा जिस व्यवसाय को नुकसान उठाना पड़ रहा है उनमें शहरी क्षेत्र का कूलर व्यवसाय विशेष रूप से शामिल है जानकार बताते है।

अकेले ग्वालियर में एक सीजन में दो करोड़ और प्रदेश में करीब 50 करोड़ का कूलर का कारोबार होता हैं मार्च माह के आखिर हफ्ते से शुरू होकर कूलर कारोबारियों का व्यवसाय मई तक जारी रहता है ।

जिससे कारोबारी जहां पूरे साल भर का धंधा इन 3 महीनों में कर लेते हैं तो मजदूर भी अपने परिवार का पेट पालने का एक साल का खर्चा निकाल लेते है लेकिन इस बार 22 मार्च से लगे जनता कर्फ्यू और उसके बाद लॉक डाउन से इस व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है ।

कूलर कारोबारी तो परेशान है ही उनके यहां काम करने वाले मजदूर भी व्यवसाय बंद होने से भुखमरी की कगार पर हैं ।

गर्मी शुरू हो गई परंतु उससे बचाने का एकमात्र सहारा कूलर बाजार में नही आया कारण साफ है लॉक डाउन के चलते कूलर बनाने और बेचने का ग्वालियर का यह प्रमुख धंधा इस साल दम तोड़ता नजर आ रहा है क्योंकि ना कूलर का कच्चा माल आ पा रहा है ।

ना ही इसे बनाने वाले मजदूर ही फेक्ट्री तक जा पा रहे हैं जबकि तेज गर्मी पड़ना शुरू होने से आम लोग कूलर खरीदने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं ।

3 मई तक लॉक डाउन जारी है जबकि इसके बढ़ाए जाने की लगातार संभावना बनती जा रही है जिससे लगता है इस साल कूलर बनाने का यह कारोबार पूरी तरह बंद रह सकता हैं।

अकेले ग्वालियर में ही करीब दो करोड़ का कूलर का कारोबार होता है गर्मियों में कूलर का धंधा जोरों पर रहता है जो इन दिनों पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है।

और इससे व्यवसायी तो परेशान है ही उससे अधिक मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार को दो जून की रोटी का बंदोबस्त करने वाला मजदूर तो सड़क पर आ गया है।

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