-
राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आया संकट टलने के आसार …
-
प्रियंका ने सम्हाली कमान…
जयपुर,नईदिल्ली– सचिन पायलट के बागी तेवरों के चलते राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आया संकट फिलहाल टलता दिखाई दे रहा हैं पहले राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समझाया तो अब प्रियंका गांधी आगे आकर खुद हस्तक्षेप कर दोनों से बातचीत कर रही है।
जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बुलाई बैठक में विधायक शामिल हुए और कांग्रेस ने 106 विधायकों के अपने पाले में होने का दावा किया है जबकि पायलट ने अपने साथ 25 विधायकों का समर्थन बताते हुए गहलोत सरकार को अल्पमत में बताया था। सीएम हाउस पर बैठक के बाद सभी विधायक जयपुर के होटल में शिफ्ट हो गये हैं।
जयपुर में आज सियासी हलचल काफी तेज रही मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित विधायक दल की बैठक जो साढ़े दस बजे शुरू होने वाली थी उंसका समय एक घंटे बड़ा दिया गया है जबकि पहले विधायको को इस बैठक के लिये व्हिप भी जारी किया गया था बाद में कांग्रेस का रुख कुछ नरम हुआ हैं जबकि मंत्री रमेश मीणा विश्वेन्द्र सिंह सहित तीन मंत्रियों ने इस बैठक में आने में शुरू से ही असमर्थता भी जताई थी|
एक ने नही आने के लिये पारिवारिक कारणों का हवाला दिया हैं। 12 बजे तक बैठक में 97 विधायको के मुख्यमंत्री निवास पहुंचने की जानकारी मिली फिर सचिन समर्थक 5 विधायक दिल्ली में बैठे नेताओं की समझाइश के बाद जयपुर रवाना होने की जानकारी सामने आई थी जबकि कांग्रेस ने अपने साथ 106 विधायको के होंने का दावा किया हैं और सभी विधायकों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने पेश किया।
राजस्थान के सियासी गणित पर नजर डाली जाये तो यहां कुल 200 विधानसभा सीटों में से 107 विधायक कांग्रेस के 72 बीजेपी 13 निर्दलीय 2 सीपीएम 3 आरएलपी के 1 आरएलडी और 2 विधायक आईटीपी के हैं। यदि 25 विधायक सचिन पायलट के साथ जाते है तो 88 विधायक बहुमत के लिये चाहिये।लेकिन सचिन पायलट के साथ 17 विधायक होने की जानकारी सामने आई हैं।
बीच मे खबर आई कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से सचिन पायलट के बैनर पोस्टर हटा दिये गये हैं लेकिन चर्चा का दौर चला तो बाद में फिर से लगा दिये गये। इस बीच खबर यह भी आई कि रघुवीर मीणा को राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा रहा हैं।
कांग्रेस हाईकमान ने तीन वरिष्ठ नेताओं रणदीप सुरजेवाला अजय माकन,वी वेणुगोपाल को आज सुबह जयपुर भेजा था और आज सुबह राहुल गांधी की सुरजेवाला ने अपने मोबाइल से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बातचीत कराई थी। उस दौरान राहुल ने कहा नाराज और बागी नेताओं से भी बातचीत करे और उनकी शिकायत दूर करने के प्रयास करे।
इस दौरान दिल्ली से आये नेताओ ने जयपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस भी की इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा पिछले 48 घंटो में कांग्रेस नेतृत्व की सचिन पायलट और नाराज नेताओं से कई बार चर्चा की हैं।उन्होंने कांग्रेस विधायकों से अपील की कि वे व्यक्तिगत स्पर्धा छोड़कर जिस जनता ने उन्हें चुना उसकी सेवा के लिये आगे आये। सुरजेवाला ने कहा जब बीजेपी राजस्थान में सत्ता का खेल नही जीत पाई तो उसने ईडी और इनकम टैक्स का सहारा लिया हैं।
इस राजनीतिक गहमा गहमी के बीच अब राजस्थान की कमान लगता है प्रियंका गांधी ने सम्हाल ली है बताया जाता है गहलोत संरकार पर आया संकट जल्द खत्म हो इसके लिये प्रियंका सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोंनो से लगातार बातचीत कर रही हैं और दोनों के बीच कड़ी बनी हुई है। खबर यह भी है कि सचिन पायलट ने अपने चार समर्थक विधायको को मंत्री बनाने की मांग भी रखी है जिसमे वित्त और गृह विभाग भी शामिल हैं। जबकि सचिन ने यह भी कहा वे बीजेपी में शामिल नही हो रहे।
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित विधायको की बैठक में कांग्रेस और अन्य विधायक भी शामिल थे करीब 3 बजे बैठक के बाद सभी 101 विधायकों को जयपुर के दिल्ली हाइवे स्थित एक होटल भेज दिया गया। खास बात थी कि इन विधायकों के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे।
इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी के उपाध्यक्ष ओम माथुर का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा राजस्थान में यह हालात कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई की बजह से है इसमें बीजेपी का कोई लेना देना नही है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने ही नेताओं से अमर्यादित भाषा बोलते है कांग्रेस अपना घर सम्हाल नही पा रही और दूसरों पर आरोप लगाती हैं।