ग्वालियर- भिंड के अटेर विधानसभा चुनाव में जहां कांगे्रस और भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। दोनो ही दल इस चुनाव को अपनी नाक का सवाल मानते हुए पूरी ताकत झौंक रहे है। लेकिन पिछले दिनों हुए दो घटनाक्रमों की वजह से भाजपा बेकफुट पर नजर आ रही है। सीएम शिवराज सिंह चैहान द्वारा सिंधिया परिवार पर किया गया कथित हमला और ईवीएम में गडबडी जैसे मुद्दो ने पार्टी को बगले झांकने के लिए मजबूर कर दिया है।
शिवराज सिंह चैहान ने भाजपा प्रत्याशी अरविंद सिंह भदौरिया के चुनाव प्रचार में जिस तरह सिंधिया परिवार को अंगे्रजो का चाटुकार बताया और प्रजा पर जुल्म ढाने जैसी बाते की उससे भाजपा नेता ही अब कन्नी काटते नजर आ रहे है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चैहान ने सीएम का बचाव करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इतिहास की बात का उल्लेख किया था। उन्होंने सफाई दी कि राजमाता विजया राजे सिंधिया पूरी पार्टी के लिए श्रृद्धा का केंद्र है। वहीं प्रदेश की स्थानीय निकाय मंत्री माया सिंह ने ग्वालियर में कहा कि भगवान के बाद यदि वो किसी को मानती है तो वो राजमाता सिंधिया है। माया सिंह का चेहरा उतरा हुआ था।
इससे पहले शिवपुरी में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी सीएम के बयान पर दुख जता चुकी है। भिंड में चुनावी रणनीति के हिस्सेदार एक केबिनेट मंत्री ने कहां कि सीएम के मुंह से सिंधिया परिवार के खिलाफ बात किसी गफलत में निकल गई। उमरिया में सीएम ने भी राजमाता को पूजनीय बताया। लेकिन तमाम दावों और सफाई के बावजूद लोगो के गले सीएम का ये भाषण नहीं उतर रहा है क्योकिं प्रजा पर जुल्म ढाने जैसा उल्लेख इससे पहले किसी ने देख-सुना नहीं है।
भिंड के उपचुनाव में सीएम का ये भाषण भाजपा को ही दो गुटो में बांट रहा है। रही सही कसर ईवीएम की कथित गडबडी ने पूरी कर दी है। कांगे्रस दोनो ही मुद्दो पर भाजपा को घेरने से नहीं चूक रही है। इसका फायदा कांगे्रस प्रत्याशी हेमंत कटारे को मिलना तय माना जा रहा है।