भोपाल/ सीधी कांड के पीड़ित दशरथ रावत को आज भोपाल सीएम हाउस पर लाया गया जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसे हाथ पकड़ कर अंदर लाए उसे कुर्सी पर बैठाया और पहले उसके पैर धोए, उसका तिलक करके आरती उतारी और उसे शॉल उड़ा कर सम्मानित किया, मुख्यमंत्री ने उसके साथ घटी घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते भारी अफसोस जताया और बताया जाता है उन्होंने दशरथ से माफी भी मांगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं दरिद्र को नारायण मानता हूं और जनता ही मेरी भगवान हैं इस घटना से उन्हें बहुत दुख पहुंचा मेरा मन काफी द्रवित हुआ, मुख्यमंत्री ने बताया कि मुझसे रहा नही गया, इसलिए दशरथ रावत को बुलाकर मैने पैर धोने के बाद उसका जल माथे से लगाया, इस कृत्य के लिए उससे माफी भी मांगी बाद में एक टेबल पर बैठकर उसके साथ नाश्ता भी किया। मुख्यमंत्री ने दशरथ से उसके परिवार के बारे में भी जानकारी ली, कैसे परिवार चलता है उसकी परेशानियों पर भी की जो मदद हो सकेगी हम करेंगे उन्होंने कहा दशरथ हमारे लिए सुदामा के समान है और अब वह मेरा मित्र है।
इधर कांग्रेस सीएम शिवराज सिंह के खिलाफ हमलावर है पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि चुनाव आते है तभी मुख्यमंत्री को आदिवासियों की याद आती है और वे नाटक नौटंकी करने लगते है 18 साल की सरकार के वह पाप कितने भी धो ले वह धुलने वाले नही है शिवराज सिंह को कैमरा प्रेमी बताते हुए कमलनाथ ने तंज कसा कि यदि उन्हें आदिवासियों से इतना ही सच्चा प्यार है तो वह केमरे के बिना यह सब करते तो लगता वह आदिवासियों को लेकर चिंतित हैं।
जैसा कि इस पूरे कांड का प्रमुख आरोपी सीधी का बीजेपी नेता प्रवेश शुक्ला है 10 दिन पहले उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह एक व्यक्ति पर सिगरेट पीते हुए पेशाब कर रहा हैं शर्मसार करने वाला यह वीडियो जब लोगों ने देखा तो बवाल खड़ा हो गया और विपक्ष और लोगो की नाराजगी भी खुलकर सामने आई जिससे प्रदेश की बीजेपी सरकार में अफरा तफरी फेल गई और बीजेपी बैकफुट पर आ गई इसके बाद मंगलवार की देर रात आरोपी प्रवेश शुक्ला को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर लिया गया बाद में कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया और दवाब के चलते प्रशासन ने उसका मकान का काफी हिस्सा ढहा दिया।