नई दिल्ली/ केंद्रीय सरकार ने मणिपुर हिंसा और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में देश के 30 राजनेतिक दल बैठक में शामिल हुए, सभी ने मणिपुर में अराजकता की स्थिति और हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की और शांति बहाली के अलावा मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को तुरंत हटाने के साथ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
मणिपुर में जाति वर्गो के बीच संघर्ष और हिंसा के 53 दिन बाद केंद्रीय सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें देश के 30 राजनेतिक दलों के प्रतिनिधि मोजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह ने की इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय भी मोजूद रहे।
बैठक में सभी दलों के नेताओं ने मणिपुर में इस स्थिति के लिए वहां के मुख्यमंत्री को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें शीघ्र हटाने की मांग की साथ ही कुछ नेताओं ने राज्य की बिगड़ते हालातों पर चिंता व्यक्त करते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की, साथ ही राज्य की पुलिसिंग पर सवाल उठाने के साथ शांति बहाली की जिम्मेदारी सेना को सौंपने को भी कहा।
बैठक में मोजूद आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा हुई आज राज्य की जनता को वहां की सरकार पर विश्वास नहीं रहा उन्होंने वहां ऑल पार्टी डेलीगेशन ले जाने और शांति की अपील करने की जरूरत बताया। जबकि शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए था उन्होंने कहा कमेटी बनाने से कुछ नही होगा आउटकम भी आना चाहिए जबकि समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने और राज्य में पुनः शांति की स्थापना के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी हैं।