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हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर फिलहाल संकट टला, तीन महीने का अभयदान, मंत्री विक्रमादित्य का इस्तीफा, बहुमत खोया सिक्खू सरकार ने कहा बीजेपी ने

Sukhwinder Singh Sukku and Jairam Thakur

शिमला / राज्यसभा चुनाव में अंतरकलह सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पर संकट के बादल गहराने लगे थे,लेकिन बजट के पास होने और विधानसभा सत्र समाप्त होने से फिलहाल कांग्रेस की सुक्खू सरकार को अभयदान मिल गया है, लेकिन यदि कांग्रेस हाईकमान ने इसका कोई ठोस हल नहीं निकाला और अपने विधायकों की नाराजी दूर नहीं की तो आगे फिर संकट गहरा सकता है। क्योंकि बीजेपी मौके की ताक में लगी है। पहले यह खबर भी आई थी कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन सुक्खू ने इसका खंडन करते हुए कहा यह बीजेपी की उपज है मैने इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन आज बीजेपी विधायको के विश्वास मत हासिल करने की मांग को लेकर हंगामा करने पर स्पीकर ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित 15 बीजेपी विधायको को सदन से निष्कासित कर दिया। इधर खबर है कि इस संकट को टालने के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक शिमला पहुंच गए हैं।

हिमाचल की कुल 68 सीटों में से 40 पर जीत के साथ कांग्रेस ने सरकार बनाई थी और सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम बनाया था लेकिन राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायक और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रास वोटिंग करते हुए बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया था जिससे बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को हार का मुंह देखना पड़ा और बीजेपी जीत गई थी। बताया जाता है कांग्रेस के इन विधायको की सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ नाराजी है जिसको भाजपा नेतृत्व ने राज्यसभा चुनाव के दौरान अपने पक्ष में भुना लिया और अब लगता है बीजेपी सुक्खू सरकार को अल्पमत में बताकर उसे गिराने और अपनी सरकार काबिज करने में जुट गई।

लेकिन सरकार पर तब संकट और गहरा गया था जब राज्यसभा चुनाव के बाद मंगलवार को हिमाचल सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था प्रेस कान्फ्रेस में उन्होंने कहा कि मेरे पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम पर हिमाचल में कांग्रेस जीती और सरकार बनाई लेकिन 14 महिने बीत गए लेकिन रिज पर लगने वाली उनकी प्रतिमा आज तक नही लगी हमारी सरकार 10 फुट जमीन भी नही दे रही । उन्होंने कहा सीएम मेरी ही नही कई विधायको की उपेक्षा करते है मेरे विभाग में भी हस्तक्षेप करते है जिससे वे ही नही अन्य कई कांग्रेस विधायक सीएम की कार्यविधि और उपेक्षा से असंतुष्ट है मेने बातचीत के दौरान पूरी स्थिति कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को बता दी है अब निर्णय लेना उनका काम है अब गेंद केंद्रीय नेतृत्व के पाले में है। उन्होंने यह भी कहा हमने लंबे समय तक पार्टी का साथ दिया अब मैं किसी के दबाव में आने वाला नहीं हूं

लेकिन अब विपक्षी बीजेपी और उसके नेतृत्व ने इस दरार का फायदा उठाया कांग्रेस की सुक्खू सरकार को पदच्युत कर सत्ता पर आसीन होने के प्रयास शुरू कर दिए राज्यसभा का चुनाव जीतने बाद नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंगलवार की रात राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मिलने पहुंच गए और कांग्रेस को अल्पमत में बताते हुए उनसे विश्वासमत के लिए वोटिंग कराने की मांग की।

इधर आज जब विधानसभा में बजट को लेकर कार्यवाही चल रही थी इस दौरान जयराम ठाकुर और बीजेपी विधायको ने सदन में जबरदस्त हंगामा शुरू कर दिया और पहले कांग्रेस सरकार को विश्वासमत पर वोटिंग की मांग करने लगे इस हंगाने के दौरान विपक्षी सदस्य स्पीकर की आसंदी की तरफ कागज उछालगा शुरू करने के साथ अमर्यादित आचरण करने लगे इस कार्यवाही में खलल डालने और सदन की मर्यादा के खिलाफ मानते हुए स्पीकर कुलदीप सिंह ठानियान ने जयराम ठास्कुर सहित 15 विपक्षी विधायकों को सदन से निष्कासित करने का फैसला सुनाया उसे बाद लंच तक के लिए सदन की कार्यवाही रोक दी गई। लंच के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई और सरकार के वित्त मंत्री ने बजट पेश किया जिसे ध्वनि मत से पास कर दिया गया।

इधर विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि यह कांग्रेस का संकट है उसका हमारे ऊपर तोहमत लगाना गलत है कांग्रेस सरकार ने अपना बहुमत खो चुकी है उसे अब सत्ता में रहने का कोई हक नही है।

इसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मिडिया को दी जानकारी में बताया हमारी अपने सभी विधायको से बात हो गई है उनकी जो शिकायते है उन्हें दूर किया जाएगा विक्रमादित्य के मंत्री पद से इस्तीफे पर सीएम ने कहा उनका इस्तीफा मंजूर नही किया गया है उनसे मैं बात करूंगा उन्होंने कहा हमारे पास एमएलए का पूर्ण बहुमत है उन्होंने यह भी कहा भाजपा के कई विधायक हमारे संपर्क में है सीएम सुक्खू ने कहा हम योद्धा है लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे और कांग्रेस सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।

कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा ऑपरेशन लोटस से बचने के लिए कांग्रेस तैयार है सभी के मन की शिकायतें पार्टी दूर करेगी उन्होंने कहा क्रास वोटिंग से कोंग्रेस प्रत्याशी को हराने की साजिश रची गई। जबकि कांग्रेस के दो संकट मोचक शिमला पहुंच गए है हिमाचल के पर्यवेक्षक भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार दोनो शिमला आ गए है जो हिमाचल के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ विचार मंथन करने में जुट गए है बताया जाता है तीनों असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों से वन टू वन चर्चा कर बीच का रास्ता निकालेंगे।

अब हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर अंतरकलह से आया संकट फिलहाल टल गया है बजट पास होने और विधानसभा का सत्र खत्म होने से अब तीन महीने तक सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार को कोई खतरा नहीं है लेकिन यदि कांग्रेस हाईकमान ने इसका जल्द कोई ठोस हल नहीं निकाला तो भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति हो सकती हैं इसके लिए कांग्रेस को सुखविंदर को हटाने का निर्णय भी लेना पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक यदि कांग्रेस हाईकमान कोई निर्णय लेता है और भविष्य में यदि मुख्यमंत्री बदले जाते है मुकेश अग्निहोत्री को मुख्यमंत्री और विक्रमादित्य सिंह को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।

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हिमाचल में लेंड स्लाइड का रौद्र रूप ताश के पत्तों जैसे बिखरे 7 मकान, 24 घंटे में 12 की मौत

Heavy Flood in Himachal Pradesh

शिमला / हिमाचल प्रदेश में बारिश बाढ़ का खौफनाक मंजर देखा जा रहा है कुल्लू सहित 4 जिलों में भूस्खलन और मकान जमीदोज होने से स्थिति ज्यादा ही खराब है कुल्लू में पहाड़ पर स्थित 7 मकान केवल 30 सैकेंड में ताश के पत्तों की तरह बिखर गए उसमें किसी के हताहत होने की खबर नही है लेकिन पिछले 24 घंटो में हिमाचल के अलग अलग हिस्सों में 12 लोगों की मौत की खबर हैं। फिलहाल मौसम विभाग ने हिमाचल सहित अन्य कई राज्यों में बारिश का एलर्ट जारी किया है।

हिमाचल में पिछले दो माह से बारिश बाढ़ और लैंड स्लाइड ने तबाही मचा रखी हैं प्रदेश के चार जिले में तो इस प्राकृतिक प्रकोप से लगता है कि जैसे कोई अज्ञात शक्ति इंसानी बजूद को मिटाने पर आमादा है। हिमाचल के कुल्लू में लैंड स्लाइड से केवल 30 सैकेंड में 7 इमारतें धराशाई हो गई वह तो शुक्र था प्रशासन ने हादसे से पूर्व यह मकान खाली करा लिए थे जबकि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले 24 घंटो में अभी तक 12 लोगों के मरने की जानकारी सामने आई है जिसमें मंडी और शिमला में 7 मौत लैंड स्लाइड से हुई हैं इसके अलावा कई घर धराशाई हो गए तो 400 सड़कें बंद हो गई है जिसके चलते कुल्लू मनाली हाईवे बंद है। तीन जिलों शिमला मंडी सोलन में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए है।

हिमाचल में मौसम विभाग ने दो दिन भारी बारिश का एलर्ट जारी किया है जबकि उत्तराखंड उत्तरप्रदेश बिहार सहित 15 राज्यों में तेज बारिश का और दिल्ली मध्यप्रदेश और राजस्थान सहित 6 राज्यों में हल्की बारिश का एलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। जबकि भूगर्भ शास्त्री बीपी सिंह का कहना है हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ के साथ जो भू स्खलन की घटनाएं बड़ी है उसका मुख्य कारण पहाड़ों पर अवेधानिक रूप से निर्माण एवं उत्खनन, पहाड़ी ढलानों का बंद करना और पहाड़ से आने वाले बहाव वाले रास्तों पर अतिक्रमण है।

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गुजरात में बीजेपी तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार, 15 साल बाद एमसीडी पर आप का कब्जा, किसने क्या खोया क्या पाया

AAP BJP and Congress

शिमला, अहमदाबाद, दिल्ली/ दो प्रदेशों में विधानसभा और एक जगह स्थानीय निकाय के चुनाव हाल में हुए है गुजरात में बीजेपी ने भारी बहुमत से रिकार्ड जीत दर्ज की तो हिमाचल प्रदेश में उससे सत्ता छिन गई और यहां कांग्रेस ने अपना परचम लहराया जबकि आम आदमी पार्टी ने दोनों राज्यों में जीत के दांवे किए लेकिन उसे से सफलता नहीं मिली लेकिन उसे राष्ट्रीय पार्टी का तमंगा जरूर हासिल हो गया साथ ही आप ने नई दिल्ली के स्थानीय निकाय (एमसीडी) के चुनाव में उसने बीजेपी के 15 साल के आधिपत्य को खत्म कर वहां चुनाव जीता और एमसीडी पर कब्जा जमाया। चुनाव के नतीजो से साफ है कि बीजेपी कांग्रेस और आप को एक एक जगह सफलता मिली और कांग्रेस ने पाया तो बीजेपी ने खोया भी।

गुजरात का चुनाव और बीजेपी ने रचा इतिहास …

गुजरात में कुल 182 सीटों पर चुनाव हुए जिसमें बीजेपी को अपार सफलता मिली उसने 156 सीट जीतकर रिकार्ड बनाया इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के रहते माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व कांग्रेस ने 149 सीट जीती थी। कांग्रेस को यहां भारी असफलता हाथ लगी 2017 में जिस कांग्रेस को 77 सीट मिली इस बार वह सिर्फ 17 सीट जीत सकी और 6 दशकों में कांग्रेस सीटों के मामले में सबसे निचले स्तर पर आ गई साथ ही उसका वोटबैंक जो 2017 में 43 फीसदी था उतर कर इस चुनाव में 27.28 फीसदी पर आ गया और आप को 12.92 प्रतिशत वोट के साथ 5 सीट से संतुष्ट होना पड़ा जबकि उसका दांवा 92 सीट जीतने का था। खास बात है जो बीजेपी 2017 में 99 सीट पर सिमट गई थी उसने 52.50 फीसदी वोट के साथ 57 सीटों का इजाफा किया यह आंकड़ा चौंकाने वाला हैं।

चूकि यह पीएम नरेंद्र मोदी का गृहराज्य है इसलिए यह चुनाव उनकी प्रतिष्ठा का चुनाव भी था यहीं बजह यहां बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी साथ ही पार्टी ने इस बार के चुनाव में कई नएं फार्मूले भी तय किए जो सभी को रास नहीं आए। पीएम मोदी ने अधिकांश समय गुजरात में बिताया और दो दर्जन से अधिक रोड शो और रेलियां की इसके अलावा अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री यहां चुनाव प्रचार में लगे रहे इसके मुकाबले कांग्रेस का कोई बड़ा चेहरा यहां नही आया चुनाव प्रभारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरा जोर लगाया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अंतिम समय में कुछ सभाएं की ,भारत जोड़ों यात्रा में बिजी राहुल गांधी के दो रैली के अलावा कांग्रेस ने एक तरह से बीजेपी को वाक ओवर सा दे दिया। जबकि आप और अरविंद केजरीवाल ने यहां कई रोड शो और सभाएं की और बीजेपी को हटाकर सत्ता पर काबिज होने का दांवा भी किया लेकिन वह 5 सीटों पर सिमट गई और ओवेसी की AIMIM खाता भी नहीं खोल पाई।

गुजरात में कांग्रेस का बुरा हाल हुआ उसके 44 प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाएं और उसके करीब 37 लाख मतदाता कांग्रेस की निष्क्रियता से आप के पाले में चले गए। साथ ही 27 आदिवासी सीटों में से कांग्रेस सिर्फ 3 सीट ही जीत पाई सौराष्ट्र में भी वह 3 सीट पर सफल हो सकी इससे स्पष्ट हुआ कि आप ने बीजेपी की बजाय कांग्रेस के वोट बैंक में सैंध लगाकर उसको भारी नुकसान पहुंचाया। आप के 37 कैंडीडेट दूसरे नंबर पर रहे 22 फीसदी सीटों पर उसने अपनी छाप जरूर छोड़ी लेकिन उसके 128 प्रत्याशी अपनी जमानत नही बचा पाएं। जहां तक बीजेपी का सबाल है तो उसके बागी दबंग नेता मधु श्रीवास्तव सहित अन्य सभी बागी चुनाव हारे तो मोरबी जहां पुल टूटने से 134 लोगों की मौत हुई वहां भी बीजेपी प्रत्याशी कांतिलाल अमृतिया ने जीत हासिल की जिन्होंने हादसे के समय नदी में से लोगों को निकाला था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घाटलोडिया सीट से 1.92 लाख वोटो से बड़ी जीत हासिल की चोरपासी सीट पर बीजेपी ने 2 लाख मतों से कब्जा जमाया साथ ही उसने 8 सीटें डेढ़ लाख से अधिक मतों से जीती।आप का सीएम कैंडिडेट इशूदान गड़वी प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और अल्पेश कथारिया चुनाव हार गये। गुजरात में सरकार के खिलाफ भारी एंटी इनकांबेंसी होने के बाबजूद मुद्दों की बजाय, विकास और पीएम मोदी और गुजरात के अपमान के निरेटीव पर बीजेपी ने भारी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में रिकार्ड जीत की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुई गुजरात में मिली जीत के बाद पीएम मोदी ने कहा गुजरात आपका धन्यवाद लोगों ने विकास की राजनीति को अपना आशीर्वाद दिया मैं जनशक्ति के आगे अपना सिर झुकाता हूं।

हिमाचल में जनता का रिवाज कायम, कांग्रेस को मिली सत्ता बीजेपी बाहर …

गुजरात में अपार सफलता पाने वाली बीजेपी ने हिमाचल में अपनी सत्ता खो दी यदि कहे यहां की जनता ने अपना रिवाज कायम रखा तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी क्योंकि यहां के वोटर किसी भी पार्टी की सरकार की जिमेदारियों के प्रति असफलता को सहन नही करते और मौका मिलते ही तख्ता पलटने में माहिर हैं। हिमाचल की कुल 68 सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटें (+19) मिली और उसने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया हैं जबकि बीजेपी को 25 सीट (-19) मिली और अन्य के खाते में 3 सीटें आई है जबकि आप हिमाचल में साफ हो गई उसका खाता भी नहीं खुला। खास बात रही कांग्रेस ने 43.9 फीसदी वोट के साथ 19 सीटें अधिक जीती जबकि बीजेपी ने 42.9 वोट शेयर के साथ 19 सीटें पिछले 2017 के चुनाव तुलना ने गंवा दी सिर्फ एक प्रतिशत मतांतर ने बीजेपी को बाहर और कांग्रेस को सत्ता पर काबिज कर दिया।

हिमाचल में बीजेपी की जयराम ठाकुर सरकार के 10 में से 8 मंत्री चुनाव हार गए यह सिलसिला भी पुराना है हर चुनाव में सत्तासीन पार्टी के मंत्री चुनाव हारते आएं है 2003 में बीजेपी के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सरकार के 11 में से 6 मंत्री चुनाव हारे जबकि 2007 में कांग्रेस के वीरभद्र सिंह सरकार के 10 में 6 मंत्री और 2012 में बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल सरकार के 10 में से 4 और 2017 में वीरभद्र सिंह सरकार के 11 में से 5 मंत्री चुनाव में पराजित हुए थे। जबकि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के जिले की 5 सीटें भी बीजेपी हार गई।

बीजेपी ने हिमाचल के सत्ता पर पुनः काबिज होने के लिए पूरा जोर लगाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यहां रोड शो और सभाएं की तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जो हिमाचल से ही आते है गली गली वार्ड वार्ड पैदल घूमे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी खूब मेहनत की लेकिन प्रियंका गांधी वाड्रा की आम जनता के साथ कनेक्टिविटी ने बीजेपी के सारे सपनों पर पानी फेर दिया। उनका लोगों के बीच बोलने का लहजा और सादगी हिमाचल वासियों में स्व इंदिरा गांधी की छवि देख रही थी लोग सालोन में पहली सभा के साथ प्रियंका से जुड़ाव सा महसूस करने लगे। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सचिन पायलट और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभाओं ने लोगों को बांधने के साथ एक नई आशा का संचार किया और उसमें कांग्रेस के मुद्दे और वायदों ने जीत का तड़का लगा दिया जिसमें पुरानी पेंशन बहाली कर्मचारी समस्या युवाओं को रोजगार के अवसर और फल उद्धोग व्यवसाय को बढ़ावा और उचित मूल्य उपलब्ध कराने का कांग्रेस का वादा लोगों को खूब रास आया। वही प्रभारी राजीव शुक्ला की चुनावी बिसात में फंसकर बीजेपी को करारी हार झेलना पड़ी।

हिमाचल में जीत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे हिमाचल की जनता के मुद्दो की जीत बताते हुए मिले जनादेश पर हिमाचल वासियों को धन्यवाद दिया हैं।

15 साल बाद बीजेपी को हटाकर एमसीडी पर आप का कब्जा …

दिल्ली म्यूनिस्पिल कार्पोरेशन पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा जमा लिया है हाल के चुनाव में उसने बीजेपी को सत्ता से हटाकर यहां बहुमत हासिल किया कुल 250 सीटों में से आप को 134 वार्ड में सफलता मिली तो बीजेपी ने 104 वार्डों में जीत हासिल की जबकि कांग्रेस का एक तरह से पत्ता साफ हो गया है वह केवल 9 वार्डों में अपना पार्षद बना पाई वहीं 3 वार्डो ने निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की । दिल्ली स्थानीय निकाय का यह चुनाव आप और बीजेपी की प्रतिष्ठा का चुनाव था आप की दिल्ली में सत्ता है तो बीजेपी पिछले 15 सालों से म्यूनिस्पल कार्पोरेशन का चुनाव जीतती आ रही थी MCD के पिछले चुनाव में बीजेपी ने 181 सीट हासिल कर अपना कब्जा जमाया था जबकि आप 48 वार्ड में जीत के साथ दूसरे नंबर पर थी ।लेकिन इस बार बीजेपी को आप से हार खाना पड़ी।

इस बार का चुनावी मुद्दा दिल्ली में बड़ता प्रदूषण और कचरे के पहाड़ों के इर्द गिर्द सिमटा देखा गया। अरविंद केजरीवाल ने भी कचरे के इन पहाड़ों और उससे उत्पन्न प्रदूषण को मीडिया के माध्यम से खूब उछाला और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। साथ ही कर्मचारियों को स्थाई नौकरी देने के आश्वासन के अलावा शिक्षा स्वास्थ्य पेयजल और बिजली की अपनी सफल योजनाओं को भी खूब भुनाया जिससे बीजेपी बेकफुट पर आ गई।

बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं केंद्रीय मंत्री और स्थानीय नेताओं ने चुनाव प्रचार के साथ काफी मशक्कत की वहीं आप के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के साथ स्थानीय नेताओं ने पूरी तैयारी के साथ बीजेपी पर हमले किए जबकि कांग्रेस के किसी प्रमुख नेता ने इन चुनावों में कोई इंट्रेस्ट नहीं लिया।

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हिमाचल में चुनाव 12 नवंबर को प्रचार थमा, बागी बीजेपी की बने मुसीबत, अंतिम दिन प्रियंका और मोदी शाह ने ली सभाएं

BJP and Congress

शिमला / हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा का चुनाव है जिसको लेकर गुरुवार शाम 5 बजे से चुनाव का प्रचार रूक गया है जैसा कि हिमाचल की 68 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। इधर कांग्रेस और बीजेपी ने मतदाताओं को रिझाने के लिए कई वायदे किए है जबकि यहां पहले से ही जनता के कई मुद्दे है जिसमें रोजगार पुरानी पेंशन बहाली और सड़के शामिल है तो फल उत्पादक किसान की भी अपनी समस्या है।

बीजेपी और कांग्रेस में है मुकाबला …

हिमाचल प्रदेश में मुख्य मुकाबला सत्ता पर काबिज बीजेपी और कांग्रेस के बीच हैं शुरूआत में आम आदमी पार्टी भी मैदान में थी लेकिन पिछले दिनों से उसके नेताओं ने हिमाचल के चुनाव से दूरी सी बना ली है और एक तरह से वह यहां चुनावी जंग से बाहर हो गई और अपना पूरा जोर वह गुजरात में लगा रही हैं। जबकि शुरूआत में आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने हिमाचल आकर बड़े जोरशोर से पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया था।

हिमाचल की जनता के खास मुद्दे …

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है यहां के मुख्य मुद्दों में मुफ्त शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, यहां के 40 फीसदी क्षेत्र खासकर गांवों में सड़क नही है वहां पक्की सड़क,सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पुरानी पेंशन योजना लागू होना, बड़ती बेरोजगारी युवा युद्धवीर योजना से संतुष्ट नहीं, फल उत्पादक किसानों को उचित मूल्य और जीएसटी जो 12 फीसदी से बड़ाकर 18 फीसदी कर दी गई उसमें छूट के साथ फर्टीलाइजर की बड़ती कीमत प्रमुखता से शामिल है।

कांग्रेस का घोषणा पत्र और उसके वायदे …

कांग्रेस ने हिमाचल में सरकार बनने पर स्थानीय लोगों को 300 यूनिट बिजली फ्री का वायदा कर 12 लाख उपभोक्ताओं पर फोकस किया है और महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपए भत्ता देने का ऐलान कर 21.50 लाख महिलाओ को साधने का काम किया है जबकि 3 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली का वायदा किया है किसान और पशु पालकों का दूध और गोबर खरीदने के साथ सेब उत्पादक किसानों को उचित मूल्य दिलाने के साथ उनके पैकेज पर लगने वाली जीएसटी में कमी, 5 हजार किलोमीटर सड़क निर्माण,नए सरकारी अंग्रेजी मीडियम के स्कूल खोलने के साथ युवाओं को 5 लाख रोजगार और 680 करोड़ का स्टार्टअप फंड जारी करने का वायदा किया हैं।

बीजेपी का जनता से वायदा …

महिलाओं को रोजगार में 33 प्रतिशत आरक्षण,गरीब महिलाओं को अटल पैंशन योजना का लाभ, 12 वी.में टॉप करने वाली छात्राओं 2500/₹ की मासिक छात्रवृत्ति, गर्भवती महिलाओं को 25 हजार ₹ की मदद, महिलाओं को 500 करोड़ का ब्याज मुक्त लोन, मुख्यमंत्री सगुन योजना के तहत 51 हजार ₹ की सहायता,बीपीएल वर्ग की महिलाओं को तीन रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त,छात्राओं को साइकिल एवं स्कूटी देने की योजना प्रमुखता से शामिल हैं।

बागी बीजेपी की सबसे बड़ी मुसीबत …

हिमाचल प्रदेश में बागी होकर चुनाव लड़ना यू तो हमेशा से ही राजनैतिक पार्टियों का सिरदर्द रहा है लेकिन इस बार बीजेपी अपनी पार्टी के नेताओं की बगावत से खासी परेशान है कारण करीब 33 फीसदी सीटों पर बीजेपी के 21 बागी नेता चुनाव लड़ रहे है पिछले दिनों एक बागी होकर चुनाव लड़ रहे। एक नेता कृपाल परमार के पास खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया जिसमें उन्होंने उनसे चुनाव मैदान से हटने और चुनाव नही लड़ने को कहा लेकिन ठाकुर ने उनकी बात नही मानी और मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देर हो गई जब नामांकन वापस लेने का समय निकल गया वेलेड पेपर पर मेरा नाम आ गया उसके बाद मैं कैसे मैदान छोड़ सकता हूं यदि पीएम का फोन पहले आ जाता तो वह उनकी बात मानते और चुनाव नही लड़ते मैने उनसे कहा तो उन्होंने कहा मुझे आज ही बताया गया है।जबकि कांग्रेस भी अछूती नहीं है उसके भी करीब आधा दर्जन नेता बागी होकर चुनाव लड़ रहे है परंतु बीजेपी के काफी ज्यादा बागी मैदान में हैं।

कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने संभाला मोर्चा …

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा में व्यस्त है हिमाचल में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शुरू से ही चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी यहां आकर प्रचार प्रसार में हिस्सा ले चुके है जबकि प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने घर घर बाजार में प्रचार किया वही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हिमाचल में लगातार सक्रिय है और चुनावी सभाओं में हिस्सा लिया और बीजेपी को घेरा । गुरुवार को प्रियंका गांधी ने सिरमोर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा युवाओं के रोजगार का मुद्दा उठाया और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में 30 लाख पढ़े लिखे युवा है जिनमें से 15 लाख बेरोजगार बैठे है उन्होंने कहा 63 हजार पद खाली पड़े है लेकिन मुख्यमंत्री कहते है नोकरी देना संभव नहीं तो फिर जयरामजी की जयराम जी साफ है बीजेपी सरकार की नियत ठीक नहीं है। प्रियंका ने कहा कांग्रेस की सरकार बनते ही केबिनेट की पहली बैठक में एक लाख रोजगार और पुरानी पेंशन बहाल करेंगे

प्रधानमंत्री सहित अनेक बड़े नेताओं ने हिमाचल में ली सभाएं किया प्रचार …

हिमाचल प्रदेश में बीजेपी भी पूरे जोरशोर से चुनावी प्रचार प्रसार में लगी है पालमपुर और रायपुर में गृहमंत्री अमित शाह ने रैली को संबोधित कहा कि कांग्रेस के पास नेता ही नहीं है सिर्फ भाई बहन है उन्होंने जेपी नड्डा सहित अन्य नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा बीजेपी पर कई बड़े नेता है शाह ने कहा की बीजेपी जो कहती है करती हैं सरकार बनते ही पूरे हिमाचल में समान नागरिक संहिता कानून लागू किया जाएगा। जबकि बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मैदान में उतार दिया उन्होंने एक सभा में कहा बीजेपी 10 लाख रोजगार दे रही है जो केंद्र का निर्णय हैं।

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महाराष्ट्र के 6 जिलों में मूसलाधार बारिश बाढ़ के हालात, भूस्खलन से 149 की मौत, हिमाचल के किन्नौर में पहाड़ से बरसी चट्टानें, 9 की मौत 3 जख्मी

Himachal pradesh landslide

मुंबई/शिमला – महाराष्ट्र में इस साल बारिश ने पिछले 40 साल का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया मुंबई के अलावा उसके 6 जिलों में लगातार जारी तेज बारिश से हालात बद से बदतर हो गये है और जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है बाढ़ और पहाड़ों के गिरने और भू स्खलन से राज्य में 149 लोगों की मौत हो गई है और करीब 65 लोग लापता हैं एनडीआएफ और अन्य लोकर प्रशासनिक टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। जबकि हिमाचल सहित देश के कई राज्यों में बारिश कहर बरपा रही है हिमाचल के किन्नौर इलाके में भूस्खलन के बाद पहाड़ टूटकर गिरने से 9 पर्यटकों की दुखद मौत हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये है।

हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार तेज बारिश जारी है जिससे नदी नाले उफान पर है तो पहाड़ भी दरकने लगे है आज सबसे बड़ा हादसा प्रांत के किन्नौर जिले में हुआ यहाँ के सांगला चितकुल मार्ग से गुजरते एक पर्यटकों से भरे वाहन पर अचानक पहाड़ टूट कर गिरा उसके बड़े बड़े खंडों और चट्टानों के वाहन पर गिरने से उस वाहन में बैठे लोग बुरी तरह कुचल गये जिन्हें बाद में पहुंचे पुलिस और प्रशासन के साथ आईटीबीपी के दल ने किसी तरह घायलों को वाहन से निकाला लेकिन इस घटना में 9 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि अन्य तीन पर्यटक बुरी तरह घायल हो गये जिन्हें स्थानीय पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करा दिया है।

जबकि पहाड़ टूटने की इस घटना में एक लोहे का पुल भी टूट गया और उंसका एक हिस्सा पानी में समा गया। साथ ही आसपास के सेब के बाग उजड़ गये और घर भी टूट गये।

महाराष्ट्र में पिछले तीन चार दिनों से तेज बारिश का कहर जारी है और मुंबई के अलावा 6 जिले इस मानसून में कुछ ज्यादा ही प्रभावित हुए हैं जिसमें रायगढ़ रत्नागिरी, सतारा, कोल्हापुर सांगली और सिंधुदुर्ग प्रमुख रूप से शामिल है यहां के नदी नाले उफान पर है और जनजीवन पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गया हैं। साथ ही रेल और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हो गया हैं।

रायगढ़ में चट्टान धसकने से 36 लोगों की मौत हो गई जबकि जिले के तालिया गांव में तेज बारिश और भू स्खलन के चलते 50 लोग लापता हो गए उसके बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और लोगों को खोजने पर 8 शव निकाले गये। जबकि सतारा के अंबेडा इलाके में हुए भूस्खलन में 16 लोग दब गये काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की टीमों ने 6 शवों को निकाल लिया है महाराष्ट्र के रायगढ़ सतारा और रतनगढ़ जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद रविवार तक 36 शवों को निकाला जा चुका है इस तरह महाराष्ट्र में फिलहाल 149 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 65 लोग अभी भी लापता बताये जाते हैं। जबकि प्रभावित इलाकों में लोकल प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगीं हैं।

वही महाराष्ट्र के कोल्हापुर से सटे कर्नाटक प्रदेश की राटा नदी में बाढ़ आने से पूरा इलाका जलमग्न हो गया और आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई हैं। जबकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटो में कर्नाटक गोवा हिमाचल प्रदेश उत्त्तराखण्ड उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी दी हैं।

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