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शिमलाहिमाचल प्रदेश

हिमाचल में लेंड स्लाइड का रौद्र रूप ताश के पत्तों जैसे बिखरे 7 मकान, 24 घंटे में 12 की मौत

Heavy Flood in Himachal Pradesh

शिमला / हिमाचल प्रदेश में बारिश बाढ़ का खौफनाक मंजर देखा जा रहा है कुल्लू सहित 4 जिलों में भूस्खलन और मकान जमीदोज होने से स्थिति ज्यादा ही खराब है कुल्लू में पहाड़ पर स्थित 7 मकान केवल 30 सैकेंड में ताश के पत्तों की तरह बिखर गए उसमें किसी के हताहत होने की खबर नही है लेकिन पिछले 24 घंटो में हिमाचल के अलग अलग हिस्सों में 12 लोगों की मौत की खबर हैं। फिलहाल मौसम विभाग ने हिमाचल सहित अन्य कई राज्यों में बारिश का एलर्ट जारी किया है।

हिमाचल में पिछले दो माह से बारिश बाढ़ और लैंड स्लाइड ने तबाही मचा रखी हैं प्रदेश के चार जिले में तो इस प्राकृतिक प्रकोप से लगता है कि जैसे कोई अज्ञात शक्ति इंसानी बजूद को मिटाने पर आमादा है। हिमाचल के कुल्लू में लैंड स्लाइड से केवल 30 सैकेंड में 7 इमारतें धराशाई हो गई वह तो शुक्र था प्रशासन ने हादसे से पूर्व यह मकान खाली करा लिए थे जबकि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले 24 घंटो में अभी तक 12 लोगों के मरने की जानकारी सामने आई है जिसमें मंडी और शिमला में 7 मौत लैंड स्लाइड से हुई हैं इसके अलावा कई घर धराशाई हो गए तो 400 सड़कें बंद हो गई है जिसके चलते कुल्लू मनाली हाईवे बंद है। तीन जिलों शिमला मंडी सोलन में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए है।

हिमाचल में मौसम विभाग ने दो दिन भारी बारिश का एलर्ट जारी किया है जबकि उत्तराखंड उत्तरप्रदेश बिहार सहित 15 राज्यों में तेज बारिश का और दिल्ली मध्यप्रदेश और राजस्थान सहित 6 राज्यों में हल्की बारिश का एलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। जबकि भूगर्भ शास्त्री बीपी सिंह का कहना है हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ के साथ जो भू स्खलन की घटनाएं बड़ी है उसका मुख्य कारण पहाड़ों पर अवेधानिक रूप से निर्माण एवं उत्खनन, पहाड़ी ढलानों का बंद करना और पहाड़ से आने वाले बहाव वाले रास्तों पर अतिक्रमण है।

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देशहिमाचल प्रदेश

हिमाचल में भारी तबाही बारिश ने 50 साल का रिकार्ड तोड़ा, 55 की मौत 30 लापता, सैकड़ों पर्यटक फंसे, उत्तराखंड में भी कहर जारी, गंगा का रौद्र रूप

Heavy Flood in Himachal Pradesh

शिमला / हिमाचल प्रदेश में भीषण बारिश और बाढ़ ने सबकुछ तहस नहस कर दिया है बादल फटने से आई बाढ़ और भूस्खलन से पिछले 72 घंटे में 55 लोगों की मौत हो चुकी है 30 से अधिक लोग लापता है जबकि 12 सौ सड़क मार्ग बंद है सैकड़ों पर्यटक फंस गए हैं। यही हाल उत्तराखंड का है यहां भी हालात काफी खराब है धार्मिक यात्राओं पर रोक लगा दी गई हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते 18 अगस्त तक एलर्ट जारी किया है।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से आई बाढ़ और भूस्खलन से हालत बद से बदतर हो गए है अभी तक मंडी में 14 लोगों की शिमला में 12 सोलन में 10 सिरमोर में 4 कोंगड़ा और हमीरपुर में एक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 45 लोगों की मौत हो गई है। तीन दिन में कुल 55 की मौत बाढ़ और भूस्खलन से हो चुकी है सोलन मंडी में दो बार बादल फटने की आसमानी घटना हुई। जबकि इस सैलाब के दौरान कई पुल पुलिया बह गए साथ ही 600 साल प्राचीन महल ढह गया। प्रभावित क्षेत्रों के सभी स्कूल कॉलेज फिलहाल बंद कर दिए गए है। जबकि शिमला में कालका शिमला का रेल्वे ट्रेक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है 500 फीट ऊपर एक हिल पर स्थित ट्रेक के नीचे से कई फीट जमीन की मिट्टी धसकने से रेल्वे ट्रेक अधपर लटक गया और रेल्वे आवागमन अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया हैं।

शिमला के समरहिल पहाड़ी पर स्थित एक शिव मंदिर सोमवार सुबह 7 बजे भूस्खलन की चपेट में आकर ढह गया सोमवार होने से वहां पूजा के लिए 30 से 35 लोग इकट्ठा थे उसके मलबे में दब गए तो काफी लोग मलवे के साथ नीचे गिरे जिसमें से 3 बच्चों सहित 15 शवों को निकाल लिया गया है अन्य की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अभी भी 20 लोग लापता है जिनके बचने की उम्मीद ना के बराबर है।

हिमाचल प्रदेश में डेढ़ महिने पहले जुलाई में भी भारी बारिश और भूस्खलन हुआ था जिसमें 199 लोगों की मौत हुई थी भू एवं जियोलॉजीकल विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार हिमाचल में भू स्खलन की घटनाएं बड़ी है पिछले डेढ़ माह में करीब 90 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी है इसकी बड़ी वजह हिमाचल के पहाड़ों का यंग होना है अर्थात पहाड़ों की मिट्टी पर पकड़ मजबूत नहीं रही है जिससे वह भारी बारिश का दबाव सहन नहीं कर पाती साथ ही चट्टानों के बीच दरारें आ जाने से उसमें पानी भी रिस रहा है ऐसे में जमीन में जरा सी हलचल होने से यह टूटकर गिर रहे है हिमाचल में करीब 17 हजार भूस्खलन क्षेत्र चिंहित हुए हैं।

हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और हालत की जानकारी लेने के साथ राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया इस मौके पर उन्होंने कहा पिछले 50 सालों में ऐसी त्रासदी नही हुई जिसके चलते स्वतंत्रता दिवस के सभी आयोजन निरस्त कर दिए गए है केवल ध्वजारोहण होगा सरकार के मुताबिक इस साल जान माल का भारी नुकसान हुआ है करीब 7170 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ हैं। साथ ही संभावित खतरे के मद्देनजर चार धाम यात्रा पर रोक लगा दी गई हैं।

जबकि उत्तराखंड भी तेज बारिश और बाढ़ का कहर जारी है अलकनंदा नदी उफान पर है ऋषिकेश में गंगा नदी का रौद्र रूप देखा जा रहा है हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है बारिश और बाढ़ से पहाड़ दरक रहे है चमोली में भूस्खलन से स्थिति खराब है जबकि रुद्र प्रयाग केदारनाथ ऋषिकेश हरिद्वार में भीषण बारिश होने से बाढ़ जैसी स्थिति देखी जा रही है और धार्मिक यात्राएं रोक दी गई है करीब 300 से ज्यादा पर्यटक एवं यात्री फंसे हुए है।

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अहमदाबादगुजरातदिल्लीदेशशिमलाहिमाचल प्रदेश

गुजरात में बीजेपी तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार, 15 साल बाद एमसीडी पर आप का कब्जा, किसने क्या खोया क्या पाया

AAP BJP and Congress

शिमला, अहमदाबाद, दिल्ली/ दो प्रदेशों में विधानसभा और एक जगह स्थानीय निकाय के चुनाव हाल में हुए है गुजरात में बीजेपी ने भारी बहुमत से रिकार्ड जीत दर्ज की तो हिमाचल प्रदेश में उससे सत्ता छिन गई और यहां कांग्रेस ने अपना परचम लहराया जबकि आम आदमी पार्टी ने दोनों राज्यों में जीत के दांवे किए लेकिन उसे से सफलता नहीं मिली लेकिन उसे राष्ट्रीय पार्टी का तमंगा जरूर हासिल हो गया साथ ही आप ने नई दिल्ली के स्थानीय निकाय (एमसीडी) के चुनाव में उसने बीजेपी के 15 साल के आधिपत्य को खत्म कर वहां चुनाव जीता और एमसीडी पर कब्जा जमाया। चुनाव के नतीजो से साफ है कि बीजेपी कांग्रेस और आप को एक एक जगह सफलता मिली और कांग्रेस ने पाया तो बीजेपी ने खोया भी।

गुजरात का चुनाव और बीजेपी ने रचा इतिहास …

गुजरात में कुल 182 सीटों पर चुनाव हुए जिसमें बीजेपी को अपार सफलता मिली उसने 156 सीट जीतकर रिकार्ड बनाया इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के रहते माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व कांग्रेस ने 149 सीट जीती थी। कांग्रेस को यहां भारी असफलता हाथ लगी 2017 में जिस कांग्रेस को 77 सीट मिली इस बार वह सिर्फ 17 सीट जीत सकी और 6 दशकों में कांग्रेस सीटों के मामले में सबसे निचले स्तर पर आ गई साथ ही उसका वोटबैंक जो 2017 में 43 फीसदी था उतर कर इस चुनाव में 27.28 फीसदी पर आ गया और आप को 12.92 प्रतिशत वोट के साथ 5 सीट से संतुष्ट होना पड़ा जबकि उसका दांवा 92 सीट जीतने का था। खास बात है जो बीजेपी 2017 में 99 सीट पर सिमट गई थी उसने 52.50 फीसदी वोट के साथ 57 सीटों का इजाफा किया यह आंकड़ा चौंकाने वाला हैं।

चूकि यह पीएम नरेंद्र मोदी का गृहराज्य है इसलिए यह चुनाव उनकी प्रतिष्ठा का चुनाव भी था यहीं बजह यहां बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी साथ ही पार्टी ने इस बार के चुनाव में कई नएं फार्मूले भी तय किए जो सभी को रास नहीं आए। पीएम मोदी ने अधिकांश समय गुजरात में बिताया और दो दर्जन से अधिक रोड शो और रेलियां की इसके अलावा अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री यहां चुनाव प्रचार में लगे रहे इसके मुकाबले कांग्रेस का कोई बड़ा चेहरा यहां नही आया चुनाव प्रभारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरा जोर लगाया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अंतिम समय में कुछ सभाएं की ,भारत जोड़ों यात्रा में बिजी राहुल गांधी के दो रैली के अलावा कांग्रेस ने एक तरह से बीजेपी को वाक ओवर सा दे दिया। जबकि आप और अरविंद केजरीवाल ने यहां कई रोड शो और सभाएं की और बीजेपी को हटाकर सत्ता पर काबिज होने का दांवा भी किया लेकिन वह 5 सीटों पर सिमट गई और ओवेसी की AIMIM खाता भी नहीं खोल पाई।

गुजरात में कांग्रेस का बुरा हाल हुआ उसके 44 प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाएं और उसके करीब 37 लाख मतदाता कांग्रेस की निष्क्रियता से आप के पाले में चले गए। साथ ही 27 आदिवासी सीटों में से कांग्रेस सिर्फ 3 सीट ही जीत पाई सौराष्ट्र में भी वह 3 सीट पर सफल हो सकी इससे स्पष्ट हुआ कि आप ने बीजेपी की बजाय कांग्रेस के वोट बैंक में सैंध लगाकर उसको भारी नुकसान पहुंचाया। आप के 37 कैंडीडेट दूसरे नंबर पर रहे 22 फीसदी सीटों पर उसने अपनी छाप जरूर छोड़ी लेकिन उसके 128 प्रत्याशी अपनी जमानत नही बचा पाएं। जहां तक बीजेपी का सबाल है तो उसके बागी दबंग नेता मधु श्रीवास्तव सहित अन्य सभी बागी चुनाव हारे तो मोरबी जहां पुल टूटने से 134 लोगों की मौत हुई वहां भी बीजेपी प्रत्याशी कांतिलाल अमृतिया ने जीत हासिल की जिन्होंने हादसे के समय नदी में से लोगों को निकाला था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घाटलोडिया सीट से 1.92 लाख वोटो से बड़ी जीत हासिल की चोरपासी सीट पर बीजेपी ने 2 लाख मतों से कब्जा जमाया साथ ही उसने 8 सीटें डेढ़ लाख से अधिक मतों से जीती।आप का सीएम कैंडिडेट इशूदान गड़वी प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और अल्पेश कथारिया चुनाव हार गये। गुजरात में सरकार के खिलाफ भारी एंटी इनकांबेंसी होने के बाबजूद मुद्दों की बजाय, विकास और पीएम मोदी और गुजरात के अपमान के निरेटीव पर बीजेपी ने भारी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में रिकार्ड जीत की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुई गुजरात में मिली जीत के बाद पीएम मोदी ने कहा गुजरात आपका धन्यवाद लोगों ने विकास की राजनीति को अपना आशीर्वाद दिया मैं जनशक्ति के आगे अपना सिर झुकाता हूं।

हिमाचल में जनता का रिवाज कायम, कांग्रेस को मिली सत्ता बीजेपी बाहर …

गुजरात में अपार सफलता पाने वाली बीजेपी ने हिमाचल में अपनी सत्ता खो दी यदि कहे यहां की जनता ने अपना रिवाज कायम रखा तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी क्योंकि यहां के वोटर किसी भी पार्टी की सरकार की जिमेदारियों के प्रति असफलता को सहन नही करते और मौका मिलते ही तख्ता पलटने में माहिर हैं। हिमाचल की कुल 68 सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटें (+19) मिली और उसने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया हैं जबकि बीजेपी को 25 सीट (-19) मिली और अन्य के खाते में 3 सीटें आई है जबकि आप हिमाचल में साफ हो गई उसका खाता भी नहीं खुला। खास बात रही कांग्रेस ने 43.9 फीसदी वोट के साथ 19 सीटें अधिक जीती जबकि बीजेपी ने 42.9 वोट शेयर के साथ 19 सीटें पिछले 2017 के चुनाव तुलना ने गंवा दी सिर्फ एक प्रतिशत मतांतर ने बीजेपी को बाहर और कांग्रेस को सत्ता पर काबिज कर दिया।

हिमाचल में बीजेपी की जयराम ठाकुर सरकार के 10 में से 8 मंत्री चुनाव हार गए यह सिलसिला भी पुराना है हर चुनाव में सत्तासीन पार्टी के मंत्री चुनाव हारते आएं है 2003 में बीजेपी के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सरकार के 11 में से 6 मंत्री चुनाव हारे जबकि 2007 में कांग्रेस के वीरभद्र सिंह सरकार के 10 में 6 मंत्री और 2012 में बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल सरकार के 10 में से 4 और 2017 में वीरभद्र सिंह सरकार के 11 में से 5 मंत्री चुनाव में पराजित हुए थे। जबकि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के जिले की 5 सीटें भी बीजेपी हार गई।

बीजेपी ने हिमाचल के सत्ता पर पुनः काबिज होने के लिए पूरा जोर लगाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने यहां रोड शो और सभाएं की तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जो हिमाचल से ही आते है गली गली वार्ड वार्ड पैदल घूमे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी खूब मेहनत की लेकिन प्रियंका गांधी वाड्रा की आम जनता के साथ कनेक्टिविटी ने बीजेपी के सारे सपनों पर पानी फेर दिया। उनका लोगों के बीच बोलने का लहजा और सादगी हिमाचल वासियों में स्व इंदिरा गांधी की छवि देख रही थी लोग सालोन में पहली सभा के साथ प्रियंका से जुड़ाव सा महसूस करने लगे। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सचिन पायलट और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभाओं ने लोगों को बांधने के साथ एक नई आशा का संचार किया और उसमें कांग्रेस के मुद्दे और वायदों ने जीत का तड़का लगा दिया जिसमें पुरानी पेंशन बहाली कर्मचारी समस्या युवाओं को रोजगार के अवसर और फल उद्धोग व्यवसाय को बढ़ावा और उचित मूल्य उपलब्ध कराने का कांग्रेस का वादा लोगों को खूब रास आया। वही प्रभारी राजीव शुक्ला की चुनावी बिसात में फंसकर बीजेपी को करारी हार झेलना पड़ी।

हिमाचल में जीत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे हिमाचल की जनता के मुद्दो की जीत बताते हुए मिले जनादेश पर हिमाचल वासियों को धन्यवाद दिया हैं।

15 साल बाद बीजेपी को हटाकर एमसीडी पर आप का कब्जा …

दिल्ली म्यूनिस्पिल कार्पोरेशन पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा जमा लिया है हाल के चुनाव में उसने बीजेपी को सत्ता से हटाकर यहां बहुमत हासिल किया कुल 250 सीटों में से आप को 134 वार्ड में सफलता मिली तो बीजेपी ने 104 वार्डों में जीत हासिल की जबकि कांग्रेस का एक तरह से पत्ता साफ हो गया है वह केवल 9 वार्डों में अपना पार्षद बना पाई वहीं 3 वार्डो ने निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की । दिल्ली स्थानीय निकाय का यह चुनाव आप और बीजेपी की प्रतिष्ठा का चुनाव था आप की दिल्ली में सत्ता है तो बीजेपी पिछले 15 सालों से म्यूनिस्पल कार्पोरेशन का चुनाव जीतती आ रही थी MCD के पिछले चुनाव में बीजेपी ने 181 सीट हासिल कर अपना कब्जा जमाया था जबकि आप 48 वार्ड में जीत के साथ दूसरे नंबर पर थी ।लेकिन इस बार बीजेपी को आप से हार खाना पड़ी।

इस बार का चुनावी मुद्दा दिल्ली में बड़ता प्रदूषण और कचरे के पहाड़ों के इर्द गिर्द सिमटा देखा गया। अरविंद केजरीवाल ने भी कचरे के इन पहाड़ों और उससे उत्पन्न प्रदूषण को मीडिया के माध्यम से खूब उछाला और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। साथ ही कर्मचारियों को स्थाई नौकरी देने के आश्वासन के अलावा शिक्षा स्वास्थ्य पेयजल और बिजली की अपनी सफल योजनाओं को भी खूब भुनाया जिससे बीजेपी बेकफुट पर आ गई।

बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं केंद्रीय मंत्री और स्थानीय नेताओं ने चुनाव प्रचार के साथ काफी मशक्कत की वहीं आप के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के साथ स्थानीय नेताओं ने पूरी तैयारी के साथ बीजेपी पर हमले किए जबकि कांग्रेस के किसी प्रमुख नेता ने इन चुनावों में कोई इंट्रेस्ट नहीं लिया।

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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में आज हुआ मतदान, शाम 5 बजे तक हुआ करीब 66 फीसदी मतदान, पिछली बार से कम हुई वोटिंग

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शिमला / हिमाचल प्रदेश में आज 68 विधानसभा के लिए मतदान हुआ शाम 5 बजे तक जो आंकड़े सामने आए है उसके मुताबिक 65.92 प्रतिशत हुआ है सबसे ज्यादा मतदान 70 फीसदी सिरमोर में और सबसे कम मतदान 62 फीसदी किन्नौर में दर्ज हुआ है इसके अलावा चंबा में 63 प्रतिशत बिलासपुर में 66 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इन आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो हिमाचल प्रदेश में पिछले 2017 के चुनाव में 74 प्रतिशत मतदान हुआ था इस बार करीब 8 प्रतिशत कम वोटिंग हुई है जबकि अंतिम रूप से उसके बड़ने के आसार हैं।

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शिमलाहिमाचल प्रदेश

हिमाचल में चुनाव 12 नवंबर को प्रचार थमा, बागी बीजेपी की बने मुसीबत, अंतिम दिन प्रियंका और मोदी शाह ने ली सभाएं

BJP and Congress

शिमला / हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा का चुनाव है जिसको लेकर गुरुवार शाम 5 बजे से चुनाव का प्रचार रूक गया है जैसा कि हिमाचल की 68 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। इधर कांग्रेस और बीजेपी ने मतदाताओं को रिझाने के लिए कई वायदे किए है जबकि यहां पहले से ही जनता के कई मुद्दे है जिसमें रोजगार पुरानी पेंशन बहाली और सड़के शामिल है तो फल उत्पादक किसान की भी अपनी समस्या है।

बीजेपी और कांग्रेस में है मुकाबला …

हिमाचल प्रदेश में मुख्य मुकाबला सत्ता पर काबिज बीजेपी और कांग्रेस के बीच हैं शुरूआत में आम आदमी पार्टी भी मैदान में थी लेकिन पिछले दिनों से उसके नेताओं ने हिमाचल के चुनाव से दूरी सी बना ली है और एक तरह से वह यहां चुनावी जंग से बाहर हो गई और अपना पूरा जोर वह गुजरात में लगा रही हैं। जबकि शुरूआत में आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने हिमाचल आकर बड़े जोरशोर से पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया था।

हिमाचल की जनता के खास मुद्दे …

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है यहां के मुख्य मुद्दों में मुफ्त शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, यहां के 40 फीसदी क्षेत्र खासकर गांवों में सड़क नही है वहां पक्की सड़क,सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पुरानी पेंशन योजना लागू होना, बड़ती बेरोजगारी युवा युद्धवीर योजना से संतुष्ट नहीं, फल उत्पादक किसानों को उचित मूल्य और जीएसटी जो 12 फीसदी से बड़ाकर 18 फीसदी कर दी गई उसमें छूट के साथ फर्टीलाइजर की बड़ती कीमत प्रमुखता से शामिल है।

कांग्रेस का घोषणा पत्र और उसके वायदे …

कांग्रेस ने हिमाचल में सरकार बनने पर स्थानीय लोगों को 300 यूनिट बिजली फ्री का वायदा कर 12 लाख उपभोक्ताओं पर फोकस किया है और महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपए भत्ता देने का ऐलान कर 21.50 लाख महिलाओ को साधने का काम किया है जबकि 3 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली का वायदा किया है किसान और पशु पालकों का दूध और गोबर खरीदने के साथ सेब उत्पादक किसानों को उचित मूल्य दिलाने के साथ उनके पैकेज पर लगने वाली जीएसटी में कमी, 5 हजार किलोमीटर सड़क निर्माण,नए सरकारी अंग्रेजी मीडियम के स्कूल खोलने के साथ युवाओं को 5 लाख रोजगार और 680 करोड़ का स्टार्टअप फंड जारी करने का वायदा किया हैं।

बीजेपी का जनता से वायदा …

महिलाओं को रोजगार में 33 प्रतिशत आरक्षण,गरीब महिलाओं को अटल पैंशन योजना का लाभ, 12 वी.में टॉप करने वाली छात्राओं 2500/₹ की मासिक छात्रवृत्ति, गर्भवती महिलाओं को 25 हजार ₹ की मदद, महिलाओं को 500 करोड़ का ब्याज मुक्त लोन, मुख्यमंत्री सगुन योजना के तहत 51 हजार ₹ की सहायता,बीपीएल वर्ग की महिलाओं को तीन रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त,छात्राओं को साइकिल एवं स्कूटी देने की योजना प्रमुखता से शामिल हैं।

बागी बीजेपी की सबसे बड़ी मुसीबत …

हिमाचल प्रदेश में बागी होकर चुनाव लड़ना यू तो हमेशा से ही राजनैतिक पार्टियों का सिरदर्द रहा है लेकिन इस बार बीजेपी अपनी पार्टी के नेताओं की बगावत से खासी परेशान है कारण करीब 33 फीसदी सीटों पर बीजेपी के 21 बागी नेता चुनाव लड़ रहे है पिछले दिनों एक बागी होकर चुनाव लड़ रहे। एक नेता कृपाल परमार के पास खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया जिसमें उन्होंने उनसे चुनाव मैदान से हटने और चुनाव नही लड़ने को कहा लेकिन ठाकुर ने उनकी बात नही मानी और मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देर हो गई जब नामांकन वापस लेने का समय निकल गया वेलेड पेपर पर मेरा नाम आ गया उसके बाद मैं कैसे मैदान छोड़ सकता हूं यदि पीएम का फोन पहले आ जाता तो वह उनकी बात मानते और चुनाव नही लड़ते मैने उनसे कहा तो उन्होंने कहा मुझे आज ही बताया गया है।जबकि कांग्रेस भी अछूती नहीं है उसके भी करीब आधा दर्जन नेता बागी होकर चुनाव लड़ रहे है परंतु बीजेपी के काफी ज्यादा बागी मैदान में हैं।

कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने संभाला मोर्चा …

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा में व्यस्त है हिमाचल में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शुरू से ही चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी यहां आकर प्रचार प्रसार में हिस्सा ले चुके है जबकि प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने घर घर बाजार में प्रचार किया वही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हिमाचल में लगातार सक्रिय है और चुनावी सभाओं में हिस्सा लिया और बीजेपी को घेरा । गुरुवार को प्रियंका गांधी ने सिरमोर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा युवाओं के रोजगार का मुद्दा उठाया और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में 30 लाख पढ़े लिखे युवा है जिनमें से 15 लाख बेरोजगार बैठे है उन्होंने कहा 63 हजार पद खाली पड़े है लेकिन मुख्यमंत्री कहते है नोकरी देना संभव नहीं तो फिर जयरामजी की जयराम जी साफ है बीजेपी सरकार की नियत ठीक नहीं है। प्रियंका ने कहा कांग्रेस की सरकार बनते ही केबिनेट की पहली बैठक में एक लाख रोजगार और पुरानी पेंशन बहाल करेंगे

प्रधानमंत्री सहित अनेक बड़े नेताओं ने हिमाचल में ली सभाएं किया प्रचार …

हिमाचल प्रदेश में बीजेपी भी पूरे जोरशोर से चुनावी प्रचार प्रसार में लगी है पालमपुर और रायपुर में गृहमंत्री अमित शाह ने रैली को संबोधित कहा कि कांग्रेस के पास नेता ही नहीं है सिर्फ भाई बहन है उन्होंने जेपी नड्डा सहित अन्य नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा बीजेपी पर कई बड़े नेता है शाह ने कहा की बीजेपी जो कहती है करती हैं सरकार बनते ही पूरे हिमाचल में समान नागरिक संहिता कानून लागू किया जाएगा। जबकि बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मैदान में उतार दिया उन्होंने एक सभा में कहा बीजेपी 10 लाख रोजगार दे रही है जो केंद्र का निर्णय हैं।

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सोलनहिमाचल प्रदेश

इंदिरा गांधी ने प्रदेश बनाकर किया हिमाचल का विकास आज स्थिति खराब ना गरीब की फिक्र न युवा महिलाओं की, प्रियंका ने फूंका सोलन से चुनावी बिगुल

Priyanka-Gandhi

सोलन / हिमाचल प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है कांग्रेस ने आज सोलन से अपना चुनावी अभियान शुरू किया, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यहां आज मां शूलनी देवी के मंदिर जाकर दर्शन और पूजा अर्चना की उसके बाद एक सभा को संबोधित कर हिमाचल की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि उसे ना गरीब की चिंता है ना ही महिलाओ और युवाओं की कोई फिक्र है उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हिमाचल प्रेम, विकास और यहां के बाशिंदों के साथ उनके रिश्तों को भी बताया।

जैसा कि देश के दो राज्यों हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव होना है इसको लेकर बीजेपी ने अपना अभियान भी शुरू कर दिया कहां तक बीजेपी की बात है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां का चार बार दौरा कर चुके है और 5 वी बार आने की संभावना जताई जा रही है आज कांग्रेस ने भी अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज हिमाचल में एक सभा को संबोधित किया इससे पहले उन्होंने मां शक्ति शुलनी देवी के दर्शन और पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मोजूद रहे।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि आज जो नेता बीजेपी में शामिल है वे हिमाचल को प्रदेश का दर्जा देने के खिलाफ थे कुछ ने आलोचना करते हुए कहा कि विकास और संसाधन के लिए पैसा कहा से आयेगा लेकिन इंदिरा गांधी ने हिमाचल के विकास और खुशहाल जीवन के लिए इसे अलग प्रदेश बनाया उन्होंने कहा के इंदिरा जी के दिल में हिमाचल की पहाड़ी वादियों और यहां के लोगों के लिए असीम प्रेम था और वे यहां के लोगों के हुनर और हिम्मत को पहचानती थी उनका हौसला भी यहां के खूबसूरत पहाड़ों जैसा था आप दोनो के कारण ही हिमाचल प्रदेश बन सका। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा इंदिरा जी कहती थी रिटायर होने के बाद मैं मकान बनाकर यही रहूंगी पर उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हुई वे शहीद हों गई इतना ही नहीं उन्होंने अपने एक पत्र में इच्छा जताई थी कि मरने के बाद उनकी अस्थियों को हिमाचल की बर्फ भरी पहाड़ियों पर बिखेरा जाए मेरे पिता राजीव गांधी ने उनकी इस इच्छा का सम्मान करते हुए संगम के साथ हिलाचल के पहाड़ों पर भी उनकी अस्थियों को समर्पित किया इस तरह वे आज यहां के पहाड़ों में धुलकर यहां रच बस गई। जो उनके हिमाचल और यहां के नागरिकों के प्रेम और रिश्तों को जताता हैं।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि आज यह कोई चुनावी सभा नही है सोचने की बात है जिसे खुशहाल प्रदेश बनाया उसकी आज बीजेपी के राज्य में क्या हालत है हमें इसके और आपके भविष्य की सोचना है मैं आपको वास्तविकता बता रही हूं यहां कर्मचारी धरने पर बैठे है बीजेपी सहित प्रशासन का एक भी नुमाइंदा उनकी बात सुनने नहीं आया मैं आते समय उनसे मिली उन्होंने अपनी व्यथा बताई आपके पास कर्मचारियों के लिए पैसे नहीं है लेकिन बड़े उद्योगगातियो के कर्ज माफ करने के लिए पैसा है युवा बेरोजगार है जबकि 53 हजार सरकारी पद खाली पड़े है महिला युवक पढ़ लिखकर बेकार घूम रहे है उन्होंने कहा हिमाचल एक बहुत ही खूबसूरत प्रदेश है यहां विकास और रोजगार के काफी अवसर पैदा किए जा सकते है लेकिन इसके बावजूद यह आज हर स्तर पर पिछड़ता जा रहा है जिसके लिए यहां की बीजेपी सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस नेता ने कहा यहां के किसान और बागवान भी मंदी से जूझ रहे है पर सरकार उनके हित में कोई योजना नहीं बना रही ।

उन्होंने आरोप लगाया कि आज की स्थिति से लगता है हिमाचल की बीजेपी सरकार किसी की फिक्र नहीं है ना गरीबों की ना युवाओं की ना कर्मचारियो और महिलाओं की।

सोलन में आयोजित कांग्रेस की परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली में प्रियंका गांधी ने ने ऐलान किया कि यदि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती हैं तो केबिनेट की पहली बैठक में 1 लाख युवाओं को रोजगार देने पर मुहर लगेगी कुल 5 लाख रोजगार महिलाओं और युवाओं को कांग्रेस देगी इसके साथ ही उन्होंने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की घोषणा भी की उन्होंने कहा इससे 2 लाख कर्मचारियों को उनका हक मिलेगा। इस मौके पर प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के थीम सॉन्ग “कांग्रेस आएंगी पुरानी पेंशन लायेगी” को भी लांच किया।

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उत्तराखंडदेशहिमाचल प्रदेश

उत्तर भारत में बारिश का कहर, नदिया उफान पर, 26 की मौत, 18 लापता, रेल्वे चक्कीपुल गिरा, वाराणसी में छतों पर हो रहे है अंतिम संस्कार

Chakki Railway Bridge Collapsed

लखनऊ / देहरादून/ शिमला / उत्तर भारत के हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर जारी है जिससे सभी प्रमुख नदियों में बाढ़ आ गई और पहाड़ दरकने के साथ भूस्खलन की घटनाओं से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है इस दौरान हिमाचल के कांगडा में अग्रेजों के समय का चक्की रेल्वे पुल चंबा नदी में समा गया। अभी तक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो गई और 18 लोग लापता है। विशेष बात है वाराणसी में सभी 84 घाट डूबने से मृतकों का अंतिम संस्कार लोग छतों पर कर रहे हैं।

देश में आसमानी आफत अब लोगों का हाल बेहाल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही और यह भीषण बारिश अब जानमाल का भी भारी नुकसान करने में लगी है खास कर उत्तर भारत के प्रांत इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं। हिमाचल प्रदेश में वर्षा का कहर टूट रहा है सबसे अधिक यहां के चार जिलों कांगड़ा मंडी और चंबा कुछ ज्यादा ही बारिश हो रही है वही बागेश्वर भी पानी के सैलाब की आगोश में है इस चंबा नदी उफान पर है और इस बाढ़ और भूस्खलन से अभी तक 22 लोगों की अकाल मौत हो गई जबकि 5 लोग लापता है।

जबकि हिमाचल प्रदेश की चंबा नदी पर बना रेल्वे का चक्की रेल्वे पुल टूटकर नदी में समा गया बताया जाता है यह पुल अग्रेजों के जमाने का था। यह चक्की पुल हिमाचल को जम्मू कश्मीर से जोड़ता था जिससे रेल्वे यातायात पूरी तरह से रूक गया हैं।

जबकि उत्तराखंड के देहरादून ऋषिकेश सरखेत में बारिश अपने पूरे शबाब पर है जिसके चलते लोग भारी मुसीबत में है सरखेत और मालदेवता क्षेत्र में बादल फटने से तबाही मच गई है अभी तक उत्तराखंड में पहाड़ों के दरकने और भूस्खलन से 4 लोगो की मौत हो गई और 13 लोग लापता बताए जाते है। जबकि बसगेश्वर में पहाड़ से हुई लेंस लाइड होने से बड़े बड़े पत्थर और मलबा स्टेट हाईवे पर आ गिरा जिससे रास्ता बंद होने से जाम लग गया।

इधर उत्तर प्रदेश में भी लगातार बारिश से यमुना और गंगा का जल स्तर काफी बढ़ गया और दोनों ही नदियां उफान पर है। प्रयागराज वाराणसी बलिया मिर्जापुर गाजीपुर में इसका खास असर पड़ रहा है आगरा में यमुना नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया अमरोहा में एक हाईवे का पुल ढह गया जिससे आवागमन बंद हो गया वाराणसी में गंगा नदी के सभी 84 घाट पानी में डूब गए है जिससे मृतकों के अंतिम संस्कार और गंगा आरती करने में भारी परेशानी हो रही है और लोगो को अंतिम संस्कार मकान की छतों के ऊपर करने को मजबूर होना पड़ रहा हैं।

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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल के सोलन में केबिल कार 5 घंटे हवा में लटकी रही, उसमे फंसे सभी 11 लोगों को सुरक्षित बचाया गया

Solan Cable Car

सोलन / हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के परवाणु में केबल बेन में फंसे सभी 11 पर्यटकों को सुरक्षित बचा लिया गया हैं उनके रेस्क्यू आपरेशन में देरी पर सफाई दी गई है को मौसम की खराबी की वजह से ऐसा हुआ। लेकिन रेस्क्यू के दौरान शिमला चंडीगढ़ हाईवे पर लंबा जाम लग गया।

सोलन के परवाणु टिंबल ट्रेल की टिंबर ट्रेल रोप वे ( केबल बेन) आज अचानक 120 फुट ऊपर बीच रास्ते में आकाश में रुक गई बेन में आई टेक्निकल खराबी की बजह से यह केबल कार काफी कोशिशों के बाद भी वह आगे नही बड़ी इस दौरान इस केबल बेन में 11 सैलानी मोजूद थे जिनमें हड़कंप मच गया और उन्होंने वीडियो कॉलिंग के जरिए प्रशासन और अपने लोगों को इसकी जानकारी दी ।

करीब 5 घंटे गुजर जाने के बाद स्थानीय जिला प्रशासन और टिंबल ट्रेल के तकनीकी स्टॉफ ने रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया और सभी 11 सेलानियो को सुरक्षित नीचे उतार लिया इस दौरान शिमला चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा जिससे दोनो और वाहनों की लंबी लाइन लगने से जाम लग गया। फंसे सभी सैलानी नई दिल्ली के रहने वाले थे।

इस दौरान मौके पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी आ गए। सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

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शिमलाहिमाचल प्रदेश

महाराष्ट्र के 6 जिलों में मूसलाधार बारिश बाढ़ के हालात, भूस्खलन से 149 की मौत, हिमाचल के किन्नौर में पहाड़ से बरसी चट्टानें, 9 की मौत 3 जख्मी

Himachal pradesh landslide

मुंबई/शिमला – महाराष्ट्र में इस साल बारिश ने पिछले 40 साल का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया मुंबई के अलावा उसके 6 जिलों में लगातार जारी तेज बारिश से हालात बद से बदतर हो गये है और जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है बाढ़ और पहाड़ों के गिरने और भू स्खलन से राज्य में 149 लोगों की मौत हो गई है और करीब 65 लोग लापता हैं एनडीआएफ और अन्य लोकर प्रशासनिक टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। जबकि हिमाचल सहित देश के कई राज्यों में बारिश कहर बरपा रही है हिमाचल के किन्नौर इलाके में भूस्खलन के बाद पहाड़ टूटकर गिरने से 9 पर्यटकों की दुखद मौत हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये है।

हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार तेज बारिश जारी है जिससे नदी नाले उफान पर है तो पहाड़ भी दरकने लगे है आज सबसे बड़ा हादसा प्रांत के किन्नौर जिले में हुआ यहाँ के सांगला चितकुल मार्ग से गुजरते एक पर्यटकों से भरे वाहन पर अचानक पहाड़ टूट कर गिरा उसके बड़े बड़े खंडों और चट्टानों के वाहन पर गिरने से उस वाहन में बैठे लोग बुरी तरह कुचल गये जिन्हें बाद में पहुंचे पुलिस और प्रशासन के साथ आईटीबीपी के दल ने किसी तरह घायलों को वाहन से निकाला लेकिन इस घटना में 9 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि अन्य तीन पर्यटक बुरी तरह घायल हो गये जिन्हें स्थानीय पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करा दिया है।

जबकि पहाड़ टूटने की इस घटना में एक लोहे का पुल भी टूट गया और उंसका एक हिस्सा पानी में समा गया। साथ ही आसपास के सेब के बाग उजड़ गये और घर भी टूट गये।

महाराष्ट्र में पिछले तीन चार दिनों से तेज बारिश का कहर जारी है और मुंबई के अलावा 6 जिले इस मानसून में कुछ ज्यादा ही प्रभावित हुए हैं जिसमें रायगढ़ रत्नागिरी, सतारा, कोल्हापुर सांगली और सिंधुदुर्ग प्रमुख रूप से शामिल है यहां के नदी नाले उफान पर है और जनजीवन पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गया हैं। साथ ही रेल और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हो गया हैं।

रायगढ़ में चट्टान धसकने से 36 लोगों की मौत हो गई जबकि जिले के तालिया गांव में तेज बारिश और भू स्खलन के चलते 50 लोग लापता हो गए उसके बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और लोगों को खोजने पर 8 शव निकाले गये। जबकि सतारा के अंबेडा इलाके में हुए भूस्खलन में 16 लोग दब गये काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की टीमों ने 6 शवों को निकाल लिया है महाराष्ट्र के रायगढ़ सतारा और रतनगढ़ जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद रविवार तक 36 शवों को निकाला जा चुका है इस तरह महाराष्ट्र में फिलहाल 149 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 65 लोग अभी भी लापता बताये जाते हैं। जबकि प्रभावित इलाकों में लोकल प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगीं हैं।

वही महाराष्ट्र के कोल्हापुर से सटे कर्नाटक प्रदेश की राटा नदी में बाढ़ आने से पूरा इलाका जलमग्न हो गया और आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई हैं। जबकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटो में कर्नाटक गोवा हिमाचल प्रदेश उत्त्तराखण्ड उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी दी हैं।

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हिमाचल प्रदेश

कसौली में अतिक्रमण हटाने गई महिला अफ़सर की हत्या पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, सरकार को लिया आड़े हाथों

Act

कसौली में अतिक्रमण हटाने गई महिला अफ़सर की हत्या पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, सरकार को लिया आड़े हाथों

कसौली / हिमाचल प्रदेश के कसौली में अवैध अतिक्रमण हटाने गई सरकारी महिला अफ़सर की गोली मारकर हत्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सग्यान लेते हुए बेहद नाराजगी प्रकट की है और हिमाचल सरकार पर सबांलिया निशान लगाते हुए कहा हैं कि 160 पुलिस जवानों की मौजूदगी के बावजूद आरोपी होटल संचालक हत्या करने के बाद बन्दूक लहराता कैसे फ़रार होने में कामयाब हो गया?

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती से हिमाचल की सरकार पर कोर्ट की अवमानना का खतरा भी पैदा हो गया हैं। बीते दिनों दाखिल एक जनहित याचिका के तहत सुप्रीम कोर्ट ने 17 अप्रेल को हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित 13 होटलों,रिसोर्ट और गेस्ट हाउस में हुए अवैध निर्माणों को हटाने के आदेश दिये थे, इसके पालनार्थ कसौली की सरकारी अधिकारी शैलवाला शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन की टीम पहुंची थी,जब अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू हुई तभी नारायणी गेस्ट हाउस के मालिक विजय ठाकुर ने इसका विरोध किया जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो गई इसी बीच विजय ठाकुर ने अपनी बन्दूक से फ़ायरिंग शुरू करदी, जिसकी दो गोली महिला अफ़सर को लगी और उनकी मौत हो गई वही पी डब्ल्यू डी का एक कर्मचारी गुलाब सिंह गम्भीर रूप से घायल हो गया।

महिला अफ़सर की हत्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बेहद सख्ती दिखाई है उसने हिमाचल प्रदेश की सरकार को कटघरे में खडा करते हुए कहा कि जब विवाद हो रहा था तो पुलिस और प्रशासन क्या कर रहा था महिला के आसपास सिर्फ़ 3-4 पुलिस कर्मी ही थे, जब झगड़ा हुआ गोलीबारी हुई तो 160 की संख्या में वहां मौजूद पुलिस बल और अधिकारी क्या कर रहे थे आरोपी गोली मारकर हत्या के बाद भाग भी गया उन्होंने उसे क्यों नही पकड़ा। यदि यही हालत रही तो इस तरह के आदेश देने से पहले सुप्रीम कोर्ट को सोचना पड़ेगा।

इधर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने अपनी सफ़ाई देते हुए कहा कि आरोपी विजय ठाकुर की गिरफ़्तारी के लिये कई पुलिस टीमे बनाई गई हैं जो काफ़ी सक्रियता से उसे खोजने के लिये प्रयासरत है पुलिस का कहना है कि आरोपी पर एक लाख का इनाम भी घोषित कर दिया गया हैं।

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