रेवाड़ी – हरियाणा के रेवाड़ी जिले की फिदेड़ी जेल से 13 कैदी बैरक की ग्रिल काटकर फरार हो गये खास बात है यह सभी कैदी कोरोना संक्रमित हैं लेकिन इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सबालिया निशान लगा दिये है जबकि इन कैदियों को पकड़ने के लिये 5 टीमें गठित की गई हैं।
हरियाणा की इस फिदेड़ी जेल को करीब एक सप्ताह पहले प्रदेश के कोरोना संक्रमित कैदियों के लिये आरक्षित घोषित किया गया था जिसके तहत इस जेल में 450 कोविड 19 से संक्रमित कैदियों को रखा गया। रविवार की सुबह जब जेल प्रशासन ने इन कैदियों की गिनती की तो 13 कैदी कम पाये गये जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और तुरत फुरत इन मरीजों की खोजबीन शुरू की गई जब बैरकों का मुआयना किया गया तो एक बैरक की लोहे की ग्रिल कटी पाई गई साफ था कि जिसके रास्ते जगह बनाकर यह कैदी फरार हुए, बाद में जिला एवं पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई रेवाड़ी एसपी ने खुद मौके का जायजा भी लिया।
बताया जाता है यह सभी 13 कोरोना संक्रमित कैदी रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों के रहने वाले थे और इन पर हत्या, हत्या की कोशिश डकैती लूट चोरी जैसे संगीन मामले थे जिसके तहत यह जेल में बंद थे और सजा भोग रहे थे।
फिलहाल पुलिस और प्रशासन ने इन संक्रमित कैदियों की धर पकड़ के लिये अलग अलग 5 टीमें गठित कर दी है जो लगातार छापेमार कार्यवाही कर इन भगोड़े कैदियों को गिरफ्त में लेने की कोशिशों में जुट गई है।
लेकिन कैदियों के फरार होने की इस घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है अचरज की बात है कि कैदियों ने बैरक की लोहे की ग्रिल काट ली और फरार भी हो गये और जेल के सुरक्षा प्रहरियों को कानो कान खबर नही हो पाई वही सबाल यह भी उठता है कि कैदियों के पास ग्रिल काटने के औजार कहा से आये और जेल के अंदर उन्हें किसने उपलब्ध कराये यह भी जांच का विषय है।
लेकिन यदि इन कैदियों को शीघ्र नही पकड़ा जाता तो यह अन्य जगहों पर लोगो में कोरोना फैलाने के संवाहक बन सकते है जो बड़ा ही चिंतनीय पहलू तो है ही बल्कि प्रशासन के सामने भी एक चुनोती हैं।