इस्तांबुल/ मिडिल ईस्ट के देश तुर्किएं और सीरिया में सोमवार को आये 7.8 तीव्रता के भूकंप ने दोनों देशों को तहस नहस कर दिया आदमकद बिल्डिंग्स के जमीदोज होने से अभी तक 11 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि 31 हजार रहवासी घायल हो गए जिनमें कई की हालत नाजुक है।भारत सहित कई देशों ने इस हादसे से निबटने के लिए रेस्क्यू टीमों के साथ हर संभव मदद मुहैया कराई है लेकिन इस प्राकृतिक आपदा ने परिवार के परिवार उजाड़ दिए तो हजारों बच्चें अनाथ हो गए जिससे हर तरफ दर्द का सैलाब सा उमड़ आया हैं फिलहाल इस पीड़ा की भरपाई होना मुश्किल है।
तुर्किये में प्राकृतिक प्रकोप ने सब कुछ खत्म कर दिया सोमवार को 12 घंटे में तीन बार भूकंप आया लोग सम्हले भी नही थे कि मंगलवार को भी धरती कांपी और दो बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनकी रिक्टर पैमाने पर अधिकतम तीव्रता 5.9 थी, अभी तक मरने वालों की संख्या 11 हजार पार हो चुकी है आपदा के 75 घंटे बाद भी सैकड़ों लोग मलबे के नीचे दबे है जबकि तेज बारिश और बर्फबारी से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं लेकिन इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बच्चों सहित लोगों को मलबे से बाहर निकालने की कवायद लगातार जारी है इस दौरान काफी हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही है।
भारत सहित कई दर्जन देश इस तबाही में मदद के लिए आगे आए है भारत ने भारी मात्रा में दवाई और राहत सामग्री भेजी है साथ ही चार सी 17 विमान सहित रेस्क्यू टीम भी तुर्की भेजी हैं।