नई-दिल्ली, शंघाई / चीन में कोरोना के वेरिएंट BF – 7 ने फिर से कहर बरपाया हुआ है यहां कोविड मरीजों को अस्पताल में और मृतकों को अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल रही तो दवाईयो की भारी कमी देखी जा रही है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना की गिरफ्त में आयेगी। अकेला चीन ही नहीं जापान, ब्राजील, अमेरिका सहित दुनिया के 5 देशों में कोरोना धीरे धीरे पांव पसार रहा है जबकि भारत ने भी एहतियातन तैयारियां शुरू कर दी है और बैठकों का दौर जारी है साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रांतों के स्वास्थ्य मंत्री और सचिवों के नाम लेटर जारी कर कोरोना से निपटने के लिए पूर्व तैयारियों के साथ संभावित सावधानी बरतने के आदेश जारी किए है।
चीन के कोरोना से आज हालत फिर बद से बदतर…
विश्व को कोरोना बांटने वाले चीन में आज कोरोना फिर बेकाबू होता जा रहा है अस्पताल कोविड के मरीजों से भरे पड़े है लेकिन मरीजों के लिए बेड की भारी कमी देखी जा रही है दवाईयां आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही श्मशानघाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए शवों की लाईन लगी है अकेले बीजिंग में 24 घंटे अंतिम संस्कार होने के बावजूद लगातार शवों की कतार लगी है लोग या तो अपने वाहनों में शवों को रखे है तो कुछ ने उनके लिए अलग सुरक्षित केबिन खरीद कर उन्हें वहां रखा है और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
चीन की हालत दुबारा क्यों फिर से बेकाबू हुई …
चीन के हालात खराब होने के कई कारण हैं जैसा कि चीन कोरोना का जनक है चीन से ही कोरोना बेरिएंट पूरी दुनिया में फैला शुरूआत में चीन ने इसकी जानकारी विश्व के साथ सांझा नही की और जब पता चलता स्थिति बिगड़ चुकी थी लेकिन इसके बावजूद चीन ने इसके वेक्सीनेशन पर ध्यान नहीं दिया बल्कि भारी तादाद में लोगों को कोरेंटाईन करने पर अधिक तवज्जों दी यही वजह है कि विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाले देश में अभी तक सिर्फ 38 फीसदी लोगों ने वेक्सीन का डोज लिया है, और 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों में से 10 फीसदी लोग ही बेक्सीनेट हैं। भारी तादाद में मौत के बाद जब स्थिति कुछ सम्हली तो वहां खुली छूट दे दी गई। चीन के वैज्ञानिक एरिक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आज जो स्थिति है उससे साफ होता है 90 दिन में देश में कोरोना व्यापक स्वरूप ग्रहण कर लेना और देश के 60 प्रतिशत लोग कोविड की चपेट में आ जायेंगे उनके मुताबिक भविष्य में दुनिया में 10 फीसदी लोग कोरोना से प्रभावित हो सकते है उन्होंने कहा कि कोरोना वेरिएंट BF – 7 काफी प्रभावी है जिसका एक मरीज एकसाथ 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है उन्होंने बताया चीन में कोविड के इस वेरिएंट BF – 7 से 9 लाख लोगों की मौत हो सकती हैं।
भारत ने एहितियातन कदम उठाएं…
यू तो भारत में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है बावजूद भारत ने कोरोना संक्रमण के अपेक्षित खतरे को भांपते हुए पूर्व तैयारियां शुरू कर दी है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल में कोरोना को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ कई बैठकें की साथ ही देश के सभी प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से कहा है कि वह इस बारे में तुरंत आवश्यक कार्यवाही शुरू करे साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के साथ उपलब्ध संसाधनों पर प्राथमिकता से फोकस करें स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों मास्क के पालन पर भी ध्यान देने के निर्देश जारी किए हैं।
क्या कहते है चिकित्सक और विशेषज्ञ …
इधर भारत के चिकित्सकों का मानना है कि 7…8 महिने में यहां लोग कोरोना को भूल से गए है और फिलहाल गाड़ी पटरी पर है ऐसे में पैनिक फैलाना ठीक नहीं होगा गुरुग्राम स्थित फोटिस हॉस्पिटल के डॉक्टर राहुल भार्गव का कहना है कि भारत में इस संक्रमण का कोई डर नहीं है क्योंकि हमारे यहां वेक्सीन के दो डोज लग चुके है अधिकांश को ब्रूस्टर डोज भी दे दिए गए है हमारे देश में कोरोना के प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन हुआ और भारत के लोगो की नेचुरल इम्यूनिटी भी ज्यादा हैं। उन्होंने बताया देश के 200 करोड़ लोग वेकसीनेट हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा 2021 के बाद भारत में स्थिति नियंत्रण में है और यह बीएफ प्वाइंट 7 ,ओमीक्रान का वेरिएंट है और भारत में जो वेक्सीन लगाई गई वह इसपर खास प्रभावी रही है इसलिए कोई खतरे की बात नहीं हैं। जबकि संघाई के सनटेक हॉस्पिटल के डॉक्टर संजीव चौबे का कहना है कि चीन में कोरोना गाइड लाइन का पालन ठीक नही हुआ, वेक्सीनेशन की खराब नीति के साथ लोगों को एक साथ छोड़ना भी रहा साथ ही वहां आजतक कोई डाटा भी उपलब्ध नहीं है उन्होंने कहा जहां तक अभी भारत का सवाल है पहले बाहर से आने वालों पर नजर रखना जरूरी है इसके लिए खासकर विमान तल रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ध्यान देना होगा और सावधानी के लिए कोरोना गाईड लाइन का पालन कर सकते है।
भारत में बेरिएंट बीएफ 7 के चार मामले मिले …
नीति आयोग के सदस्य बीके पाल के मुताबिक भारत के गुजरात और उड़ीसा में इस वेरिएंट से प्रभावित 4 कोरोना मामले मिले है जिसमें एक एनआरआई महिला भी शामिल हैं। लेकिन यह सभी घर में रहकर ठीक हो चुके है यह जानकारी भी सामने आई हैं।