न्यूयार्क / अमेरिका के न्यूयार्क में एक लाइव कार्यक्रम के दौरान हमले में घायल सुप्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी की हालत गंभीर बनी हुई है और पिछले 12 घंटे से वे वेंटीलेटर पर है डाक्टरों के मुताबिक उनकी एक आंख खराब होने का खतरा भी पैदा हो गया है। जैसा कि रुश्दी अपने एक उपन्यास “द सेटेनिक वर्सेज” से विवादों में आए थे और 33 साल पहले ईरान के एक धार्मिक नेता ने उन्हें जान से मारने का फतवा जारी किया था।
12 अगस्त को न्यूयार्क में एक कार्यक्रम में शामिल सलमान रुश्दी जब मंच की ओर बढ़ रहे थे तभी एक 24 वर्षीय युवक हादी मातन एकाएक मंच की लपका और उसने उनपर चाकुओं से हमला कर दिया था और उनके शरीर पर उसने इस धारदार हथियार से 10 से 15 बार किए जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए इस बीच वहां मोजूद लोग दौड़े आए और बाद में जख्मी रुश्दी को एयर लिफ्ट कर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया । बताया जाता है उनकी हालत गंभीर है और पिछले 12 घंटे से वह वेंटीलेटर पर है उनकी चिकित्सा कर रहे डाक्टरों के मुताबिक उनकी एक आंख का खराब हो जाने का खतरा भी है। जबकि पुलिस ने हमलावर हादी मातन को गिरफ्तार कर लिया हैं।
सन 1988 में सलमान रुश्दी ने द सेंटेलिक वर्सेज नाम की किताब लिखी थी सेंटेलिक वर्सेज का हिंदी अर्थ होता है शैतान की आयतें जिससे इनपर पैगंबर की बेअदबी का आरोप लगा और लोगो ने इस किताब को लेकर गहरी आपत्ति जताई इस दौरान 1989 में ईरान के इस्लामिक क्रांति के नेता अयातुल्ला खुमेनी ने उनके खिलाफ मौत का फतवा जारी किया था।
जबकि 3 अगस्त 1989 को सेंट्रल लंदन के एक होटल RDX से विस्फोट करके सलमान रुश्दी को मारने की कोशिश हुई लेकिन वह बाल बाल बच गए हुआ यू कि एक युवक मानव बम बनके होटल में दाखिल हुआ था और उसने विस्फोट कर रुश्दी को उड़ाने की नाकाम कोशिश की थी। लेकिन 10 साल बाद 1998 में ईरान की सरकार ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि अब वह सलमान रुश्दी की मौत का समर्थन नहीं करते।
लंदन की घटना के बाद रुश्दी गोपनीय तरीके से पुलिस के संरक्षण में जिंदगी गुजारने लगे लेकिन इस बीच 2006 में हिजबुल्ला आतंकी संगठन के प्रमुख ने कहा कि सलमान रुश्दी ने ईश निंदा की है और उसका बदला लेने के लिए करोड़ों मुस्लिम तैयार है। वहीं 2010 में आतंकी संगठन अलकायदा ने जो हिट लिस्ट जारी की उसमें भी रुश्दी का नाम शामिल था और उन्हे इस्लाम धर्म के अपमान पर मारने की बात कही गई थी।
इन दिनों सलमान रुश्दी न्यूयार्क सिटी में पहले से ज्यादा आराम और आजाद जिंदगी जी रहे थे जबकि 2019 में वे अपने एक नोबल को प्रमोट करने के लिए मेनहटन के एक प्राइवेट क्लब में खुदाई दिए जहां वे काफी खुलकर बात करते नजर आए और डिनर में भी शामिल हुए।
द सेंटेनिक वर्सेज किताब के विवाद में अभी तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें इस किताब के प्रकाशक और उसका दूसरी भाषा में अनुवाद करने वाले लोग भी शामिल हैं।
सलमान रुश्दी का जन्म मुंबई में 19 जून 1947 को हुआ था उनका परिवार कश्मीरी मुस्लिम था इनके जन्म के बाद इनका परिवार ब्रिटेन शिफ्ट हो गया और भारतीय मूल के रुश्दी ने अपनी स्कूली शिक्षा इंगलैंड के रग्बी स्कूल में और आगे की पढ़ाई केब्रीज विश्वविद्यालय में पूरी की 1968 में हिस्ट्री में एमए किया 1970 में विज्ञापन एजेंसी में राइटर की नोकरी की।
सलमान रुश्दी की लिखी अभी तक 30 किताबे आ चुकी है 1975 में उन्होंने पहली किताब ग्राईमस लिखी उनके दूसरे उपन्यास मिड नाइट्स चिल्ड्रन के लिए उन्हें 1981 में बुकर और 1983 में बेस्ट ऑफ द बुकर्स पुरुष्कार से सम्मानित किया गया था।