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तोशाखाना मामले मै पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तीन साल की सजा, किया गिरफ्तार

Imran Khan

इस्लामाबाद / पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आज तोशाखाना मामले में इस्लामाबाद की ट्राइल कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई है उसके बाद पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुआ और लाहौर से उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जाता है इस सजा के बाद इमरान खान अब 5 साल तक कोई भी चुनाव नही लड़ सकेंगे।

पाकिस्तान का तोशाखाना एक विभाग है जहां पाक हुक्मरानों को विदेश से मिले बेशकीमती तोहफे रखे जाते है बताया जाता है इमरान खान जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे उस दौरान 2018 से 2022 के बीच उन्हें विदेश से काफी मंहगी गिफ्ट मिली थी जिसमें एक मंहगी घड़ी भी शामिल थी बताया जाता है इमरान खान ने अपने पद का दुर्पयोग कर यह सभी महंगे तोहफे सस्ते दामों पर खरीदे और उन्हें महंगे दामों पर बेच दिए जानकारी के मुताबिक सबा दो करोड़ की राशि से खरीदे गए यह सभी तोहफे उन्होंने 8 करोड़ से ज्यादा राशि में बेच दिए थे।

इसी तोशाखाना मामले में पूर्व पीएम इमरान खान पर इस्लामाबाद की ट्राइल कोर्ट में केस चल रहा था आज इसका फैसला आया और इमरान खान को 3 साल की सजा सुनाई गई कोर्ट के इस निर्णय के बाद तुरत फुरत इमरान खान को लाहौर से गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जाता नियम के मुताबिक वह अब अयोग्य हो गए है और 5 साल तक कोई भी चुनाव नही लड़ सकेंगे।

पिछली बार जब इमरान खान कोर्ट पेशी में आए थे तो पीटीआई के आव्हान पर उनकी पार्टी के समर्थकों ने काफी हंगाना खड़ा किया था उनके समर्थक भारी संख्या में सड़कों पर उतर आए थे और रेलियां जुलूस निकाले थे जिससे भारी अफरा तफरी फेल गई थी बाद में पाकिस्तान की सरकार ने आंदोलन के दौरान बबाल करने वाले इमरान समर्थकों के खिलाफ चुन चुन कर कड़ी कार्यवाही की, इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने इमरान खान के साथ पार्टी को ही छोड़ दिया था। जानकारी के अनुसार इमरान खान पर अभी करीब 150 दर्ज मामलों में मुकदमें चल रहे हैं जिसमें कुछ आतंकी गतिविधियों के प्रकरण भी शामिल है।

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अमेरिकाविदेश

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे, अमेरिकी संसद को भी करेंगे संबोधित

pmmodi

न्यूयार्क / भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार देर रात अमेरिका पहुंच गए है पीएम मोदी की तीन दिवसीय यात्रा दोनों देशों के बीच मैत्री और कूटनीतिक स्तर पर काफी महत्वपूर्ण है इस दौरान वे अमेरिकी संसद को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह अमेरिका का पहला राजकीय दौरा हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार देर रात अमेरिका के जॉन केनेडी एयरपोर्ट पर उतरे और उनका रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत किया गया और अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल अधिकारी रूफस गिफर्ड, यूएन में भारतीय राजदूत रुभिरा कंबोज और अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने उनको रिसीव किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून को न्यूयार्क में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में शाम साढ़े पांच बजे हिस्सा लिया। 22 जून को पीएम नरेंद्र मोदी और जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी तदोपरांत पीएम मोदी अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे इसके अलावा ओवर हाउस में दोनों देशों के बीच वार्ता होगी। जबकि 23 जून को मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में स्टेट डिनर होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंत्रियों का एक दल सहित ट्रेड डेलीगेशन भी अमेरिका में रहेगा डेलीगेशन में अलग अलग सेक्टर के जैसे डिफेंस आईटी एविएशन और आर्टी फिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े विशेष लोग भी होंगे। जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत ढोबाल का अमेरिका जाना भी निश्चित माना जा रहा हैं। इस दौरे में भारत और अमेरिका के बीच डिफेंस टेक्नोलोजी स्ट्रेटेनिक और बिजनेस डील होंगी साथ ही प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी कंपनियों CEO’s से भी मुलाकात करेंगे।

खास बात है नरेंद्र मोदी वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जिनकी मेजबानी अमरीका के तीन राष्ट्रपतियों (बराक ओबामा डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन) ने की हो। इसके अलावा मोदी पूर्व ब्रिटिश पीएम विंटन चर्चिल दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेस्की की तरह अमेरिकी कांग्रेस के सत्र को एक से ज्यादा बार संबोधित करेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी से पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरू देश की आजादी के बाद सन 1949 में, प्रधानमंत्री राजीव गांधी 13 जुलाई 1985 में, पीवी नरसिम्हाराव 18 मई 1994 को, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई 14 सितंबर 2000 में, और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 19 जुलाई 2005 को अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके है। अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर मोदी की मौजूदगी में एक रिकार्ड बना करीब 100 से अधिक देशों के लोगों ने एकसाथ योग किया।

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पाकिस्तानविदेश

तोशखाना मामले में स्टे से इमरान खान को राहत, हाईकोर्ट में अलकादिर ट्रस्ट की सुनवाई जारी, पाक हुक्मरान खफा गृहमंत्री ने फिर गिरफ्तार करने को कहा

Imran Khan

इस्लामाबाद / भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रिहा किए जाने के बाद हाईकोर्ट ने भी तोशखाना मामले में उन्हें स्टे देते हुए जांच पर रोक लगा दी हैं। लेकिन पाकिस्तानी हुकूमत उन्हें सस्ते में छोड़ने के मूड में कतई नहीं दिखता पाकिस्तान के हुक्मरान ने कहा है कि उन्हें जल्द अन्य किसी मामले में फिर से गिरफ्तार किया जायेगा। आज इमरान खान जमानत के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहुंचे इस दौरान कोर्ट परिसर के आसपास धारा 144 लगाने के साथ सुरक्षा बढ़ाई गई हैं। लेकिन खास बात है अब यह लड़ाई पाकिस्तानी आर्मी और इमरान खान के बीच होती दिख रही है।

एक तरफ 6 अरब का तोशाखाना घोटाला और करीब सौ अन्य मामले इमरान खान पर दर्ज है जबकि हाल की हिंसा उत्पात के लिए भी सरकार उन्हे दोषी मानती है सरकार का कहना है कि फौजी जनरल फैजल असद के खिलाफ दिए बयान के कारण ही देश में उनके समर्थकों ने हंगामा और तोड़फोड़ और आगजनी की जिससे कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी और देश तहस नहस हो गया इसके लिए इमरान खान ही दोषी हैं।

इमरान खान ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार नही बल्कि हाईकोर्ट परिसर से उनका अपहरण किया गया और पुलिस कस्टडी में मुझे डंडे से मारा गया सरकार और सेना मेरे खिलाफ इसलिए है क्योंकि मैं देश में चुनाव चाहता हूं और जहां तक मेरी गिरफ्तारी के बाद देश में दंगो का सबाल है उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं हैं।

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल ने अपने ऐतिहासिक फैसले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को अवेध बताते हुए उनकी रिहाई के आदेश दे दिए साथ ही कहा हाईकोर्ट परिसर में गिरफ्तारी इतिहास का सबसे अपमान जनक वाकया है उन्होंने यह भी कहा इमरान की गैरकानूनी गिरफ्तारी के बाद देश में हुए दंगे हुए वह भी ठीक नहीं हैं हम देश में शांति की बहाली चाहते हैं।

पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह समझ रहे है वह निजात पा गए यदि हाईकोर्ट से उन्हें इस केस में बेल मिलती है तो उसके वेकेंट होने पर हम उन्हें फिर से किसी अन्य मामले में गिरफ्तार करेंगे उन्हें बक्शा नहीं जायेगा । जबकि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा उन्होंने मेडिकल में झूठ बोला वह कोम को बेवकूफ बना रहे है उन्होंने मेडीकल में जो चोटे बताई वह गिरफ्तारी से पहले की है और बाद में पुलिस ने कोई मारपीट नही की वह झूठ बोल रहे हैं।

जैसा कि इमरान खान ने पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस में रात बिताई और आज सुबह वह इस्लामाबाद हाईकोर्ट रवाना हुए जहां अल कादिर ट्रस्ट केस में उनकी सुनवाई होना है साथ ही कोर्ट उनकी जमानत अर्जी पर भी विचार करेगी। इस दौरान हाईकोर्ट परिसर और आसपास धारा 144 लगाने के साथ भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है जबकि हाईकोर्ट पर काफी तादाद में पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक भी मोजूद है इस दौरान सुरक्षा बल और समर्थको के बीच झड़प की और 30 लोगों की गिरफ्तारी की खबरें है। अब सबाल है कि हाईकोर्ट से बेल मिलने के बाद क्या फिर पाकिस्तानी सरकार उन्हे गिरफ्तार करेगी

आज इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अल कादिर ट्रस्ट केस की सुनवाई हुई इस दौरान इमरान खान भी मोजूद रहे हाईकोर्ट ने इस दौरान इमरान खान की जमानत याचिका पर भी सुनवाई करते हुए उन्हें सभी मामलों में जमानत दे दी साथ ही 17 मई तक उनकी गिरफ्तारी पर भी रोक लगा दी है। जबकि पीटीआई ने अपने कार्यकर्ताओं से विरोध प्रदर्शन जारी रखने की अपील भी की हैं जिससे लगता है पाकिस्तान में फिलहाल हालात सुधरने वाले नहीं लगते।

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पाकिस्तान

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हंगामा, हिंसा गोलीबारी लूट आगजनी, पीएम के घर हमला, 8 की मौत, एससी ने गिरफ्तारी को अवेध बताया इमरान को राहत

Imran Khan

इस्लामाबाद/ पूर्व प्रधानमत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरा पाकिस्तान जल उठा है पीटीआई कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आएं और जगह जगह गोलीबारी आगजनी लूट तोड़फोड़ शुरू कर दी और सेना की छावनी में घुसकर वहां भी तोड़फोड़ के साथ उत्पात मचाया, जिससे पूरे देश में कोहराम मच गया उत्पातियों ने फौजी अधिकारियों और सरकार के पदाधिकारियों को भी नही छोड़ा और प्रधानमंत्री के निवास पर भी हमला किया, स्थिति की नजाकत को देखते हुए उसके बाद सेना ने मोर्चा सम्हाल लिया है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए देश में मार्शल लॉ लगाया जा सकता है। जबकि इन हिंसक झड़प में अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इधर सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को अवेध बताते हुए उन्हें रिहा करने के आदेश दिए हैं।

पेशावर के रेडियो स्टेशन में घुस कर इमरान समर्थकों ने भारी उत्पात मचाया इस बीच पहुंचे सैन्य दल के बीच मुठभेड़ में 4 लोग मारे गए हैं। अभी तक इस हिंसा में 8 लोग मारे जा चुके है जबकि कराची इस्लामाबाद रावलपिंडी और लाहौर में भी इमरान समर्थको ने आगजनी और तोड़फोड़ की इस दौरान उन्होंने सेना के अधिकारी और प्रधानमंत्री निवास को भी निशाना बनाया और भारी लूटपाट आगजनी और तोड़फोड़ की इस दौरान खाने की चीजे और अन्य सामान भी वे लूट ले गए।

जबकि विरोध कर रहे लोगो ने इस्लामाबाद स्थित ऐतिहासिक जिन्ना हाऊस को भी नही छोड़ा और उसके अंदर घुसकर भारी तोड़फोड़ की और आग लगा दी जिससे जिन्ना हाउस राख में तब्दील हो गया। वही मिया वाले हवाई अड्डे पर भी इमरान समर्थको ने उत्पात मचाया और वहां आग भी लगा दी थी। इस दौरान सेना और पुलिस ने पीटीआई कार्यकर्ताओ पर कार्यवाही भी की, पीटीआई के महासचिव असद उमर सहित अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी की गई।

जैसा कि इमरान खान ने पहले आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी आर्मी उनकी हत्या करना चाहती है और इसके लिए उन्होंने जरनल असद फैजल का नाम भी लिया था इसको लेकर उन्होंने फौजी अफसरों को ललकारा भी था यही धमकाना उन्हें मंहगा पड़ा।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शादाब शरीफ ने कहा है कि इमरान नियाजी की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के मामले में हुई है उनके खिलाफ जिसके पूरे सबूत है उन्होंने एक तरीके से देश से दुश्मनी निभाई है जो माफी लायक नहीं उन्होंने देश में उत्पात मचाने वाले उनके समर्थक और पीटीआई के कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वह।बाज आए नही तो कानून अपने हाथ में लेने वालो से सख्ती से निपटा जायेगा।

इमरान खान ने कहा है कि मुझे बिना जानकारी के गिरफ्तार किया गया और हाईकोर्ट से अगवा कर लिया गया उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे पकड़ने के बाद बुरी तरह प्रताड़ित किया गया और पीटा भी गया। वहीं उन्होंने पीटीआई कार्यकर्ताओं से सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने के साथ कानून अपने हाथ में नहीं लेने का अनुरोध करते हुए शांति बनाएं रखने की अपील भी की है।

इधर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को पूरी तरह गलत और अवेध बताया है और उनकी रिहाई के आदेश दिए हैं।

फिलहाल इमरान खान पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस में रहेंगे, उनसे उनका परिवार और पीटीआई के नेता और कार्यकर्ता मुलाकात भी कर सकेंगे। बताया जाता है इस्लामाबाद हाईकोर्ट में शुक्रवार को उनकी पेशी होना है।

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यूक्रेनरूस

रूस यूक्रेन युद्ध का एक साल पूरा अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का यूक्रेन दौरा मदद का आश्वासन, पुतिन हुए आग बबूला, युद्ध के लिए पश्चिम को बताया जिम्मेदार

Vladimir Putin

कीव/ रूस यूक्रेन युद्ध को अब पूरा एक साल हो गया है खास बात है कि दुनिया के इतिहास में यह युद्ध सबसे लंबी अवधि तक चलने वाला युद्ध है एक तरफ यूक्रेन इस युद्ध की विभीषिका में बर्बाद हो गया तो रूस को भी काफी नुकसान हुआ है अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति ब्लादमीर पुतिन युद्ध के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है जबकि अमेरिका सहित पश्चिमी देशों की आर्थिक और सैन्य मदद के चलते लगता है यह युद्ध फिलहाल रुकने वाला नही है। लेकिन इस युद्ध के बीच अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के यूक्रेन की राजधानी कीव जाने और रूस पर तीखा प्रहार करने पर पुतिन आग बबूला हो गए है उन्होंने अमेरिका सहित पश्चिम देशों को खुली चेतावनी दी हैं साथ ही इस युद्ध के लिए उन्हें ही जिम्मेदार बताया हैं।

रूस अड़ा,यूक्रेन हुआ तबाह , दोनों तरफ से 3 लाख की मौत का अनुमान —

तारीख 24 फरवरी 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरूआत हुई थी पूरे एक साल बीतने पर भी दोनों के बीच युद्ध जारी है यूक्रेन इस युद्ध से भारी तबाही के दौर से गुजर रहा है ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के एक अनुमान के मुताबिक अभी तक इस युद्ध में 3 लाख मौते हो चुकी है प्रमुख बात है की अमेरिका सहित पश्चिम के करीब 50 देश यूक्रेन के साथ खड़े है साथ ही आर्थिक और सैन्य मदद के चलते यूक्रेन रूस का सामना कर रहा है रूस दुनिया की महाशक्ति है इससे लगता था कि वह जल्द वह यूक्रेन को कब्जे में ले लेगा लेकिन यूक्रेन और राष्ट्रपति जेलेस्की के साथ पश्चिम देशों के खड़े होने से वह एक साल तक युद्ध करने के बावजूद भी सफल नहीं हो पाया।

यूक्रेन पहुंचे राष्ट्रपति बाइडेन, राष्ट्रपति जेलेस्की से मिले,दिया मदद का भरोसा —

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार को अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पंहूचे और उन्होंने राष्ट्रपति जेलेस्की से मुलाकात की और यूक्रेन को 50 हजार करोड़ की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया, इसके बाद राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि रूस यूक्रेन को अकेला नहीं समझे अमरीका के साथ पश्चिम के देश उसके साथ खड़े है और इसे हरसंभव मदद करेंगे उन्होंने कहा अमेरिका इसके साथ है और अभी तक 50 देशों ने उसकी सहायता की हैं हमने आर्थिक मदद के साथ गोला बारूद और अन्य सैन्य सुविधाएं भी यूक्रेन को मुहैया कराई है उन्होंने कहा इस युद्ध के दौरान रूस को दुनिया ने निम्न स्तर पर गिरते देखा है एक साल का लंबा समय बीत गया लेकिन यूक्रेन को अभूतपूर्व सैन्य आर्थिक और मानवीय मदद दी गई जो आगे भी जारी रहेगी।

बाइडेन के यूक्रेन जाने से पुतिन का गुस्सा फूटा, संदेश में पश्चिम देशों को युद्ध का जिम्मेदार बताया —

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के यूक्रेन जाने और हरसंभव सैन्य एवं आर्थिक मदद देने के आव्हान पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादमीर पुतिन ने अमेरिका और पश्चिम देशों पर पलटवार किया , रूस की संसद में देश के नाम संदेश में उन्होंने कहा कि वह सोचते है कि कुछ भी करेंगे और हम चुप बैठे रहेंगे लेकिन रूस को कोई हल्के में नहीं ले यह खेल 19 वी सदी से जारी है बोतल में से फिर जिन्न को निकाला गया इसमें नया कुछ भी नहीं है पुतिन ने अमेरिका सहित पश्चिम देशों पर बरसते हुए कहा कि पश्चिम देशों की वजह से यह युद्ध हो रहा है पश्चिम देश लाखों डॉलर की सहायता के साथ यूक्रेन को भारी तादाद में हथियार और विमान दे रहे है उन्होंने कहा आज यूक्रेन पश्चिम देशों के लिए लांच पैड बन गया है और दुखद स्थिति है कि वहां के लोग भी पश्चिम के बंधक बन गए है जबकि वह हमारे खिलाफ यूक्रेन का इस्तैमाल कर रहे हैं उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी हिम्मत देखो पश्चिम देश नाटो को हमारी सरहद तक ले आएं यह स्थिति तखलीफदेह है पुतिन ने कहा हम शुरू से ही जंग नहीं चाहते हम बातचीत को तैयार थे हमने युद्ध टालने के लिए कई डिप्लोमेटिक कोशिश की लेकिन नाटो और अमेरिका ने उन्हें कामयाब नही होने दिया हम अपने हकों के लिए प्रतिबद्ध है हम पीछे नहीं हटेंगे। पुतिन ने अमेरिका के साथ 2010 में हुई एकमात्र परमाणु संधि न्यू स्टार्ट न्यूक्लियर ट्रीटी संधि को तोड़ने का ऐलान भी किया पुतिन ने कहा यदि अमेरिका परमाणु हथियार परीक्षण करता है तो रूस भी ऐसा करेगा।

रूस का चीन भारत और ईरान से व्यापार बड़ाने पर जोर —

रूस ने यूक्रेन से युद्ध के बीच अपने मित्र देशों से व्यापार और सहयोग बड़ाने पर भी जोर दिया है राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी संसद में भारत का प्रमुखता से जिक्र करते हुए यह भी कहा कि रूस उसके साथ अपने सहयोग और व्यापार को बढ़ाना जारी रखेगा। रूस के राष्ट्रपति ने कहा वह भारत चीन और ईरान जैसे देशों से आर्थिक संबंध बढ़ाने के लिए नॉर्थ साउथ कोरिडोर विकसित करेंगे उन्होंने हिंद और प्रशांत महासागर क्षेत्र के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हम इन देशों के साथ कारोबार बढ़ाएंगे।

अमेरिका चीन के बीच बार पलटवार जारी —

इधर अमेरिका और चीन के बीच भी बार पलटवार चल रहा है जबकि जो बाइडन के यूक्रेन पहुंचने के साथ ही रूस का मित्रदेश चीन हरकत में आ गया और उसने अपने शीर्ष राजनायिक वांग यी को रूस रवाना किया है। जबकि इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी बिलंकन ने दावा किया था कि चीन यूक्रेन से जारी युद्ध में रूस को हथियार और गोला बारूद देने पर विचार कर रहा है लेकिन चीन ने इसका प्रतिरोध करते हुए कहा कि अमेरिका दूसरों पर आरोप मढ़ने और झूठी सूचनाएं देने से बाज आए। लेकिन यह भी सच्चाई है कि चीन इस युद्ध के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से रूस की मदद कर रहा है तो साथ ही अपना भला करने में जुटा है चीन लगातार रूस से भारी मात्रा में सस्ती दरों पर पेट्रोलियम पदार्थ खरीद रहा है।

कोन सी प्रमुख विदेशी हस्तियां ने यूक्रेन का दौरा किया —

विश्व के कई देशों के नेताओं और प्रमुख हस्तियों ने युद्ध के दौरान यूक्रेन का दौरा किया, उनमें पेटू फियाला प्रधानमंत्री चेक, मातुश मोराविएत्सकी प्रधानमंत्री पोलैंड,यानेश यांशा तत्कालीन प्रधानमंत्री स्लोवेनिया, वोरिस जॉनसन तत्कालीन प्रधानमंत्री ब्रिटेन, आद्रेज डूंडा राष्ट्रपति पोलैंड,गीतानास नोसियादा राष्ट्रपति लिथुआनिया,एगिल्स लेविरस राष्ट्रपति लातविया, अलार कारिस राष्ट्रपति एस्टोनिया, जस्टिन ट्रूडो प्रधानमंत्री कनाडा, जिल बाइडेन फस्ट लेडी अमेरिका, इमेन्यूअल मैक्रो राष्ट्रपति फ्रांस, ओलफ शुल्ज चांसलर जर्मनी, मारियो ड्राघी तत्कालीन प्रधानमंत्री इटली, क्लाउस योहानिस राष्ट्रपति रोमानिया, उसुला फॉन डेर लायेन प्रेजीडेंट यूरोपियन कमीशन, चार्ल्स मिशेल प्रेजीडेंट यूरोपियन काउंसिल प्रमुखता से शामिल है।

रूस क्या चाहता है —

रूस यूक्रेन को नाजीवाद से मुक्त कराना चाहता है साथ ही वह डोनवास को आजाद करना चाहता है उसका इरादा यूक्रेन की सैन्य शक्ति को खत्म करना है। रूस जेपोरिजिया और खैरसो शहर के बड़े हिस्से पर कब्जा कर चुका है और वह जेपोरिजिया और खैरसो का विलय करना चाहता है इसके साथ ही रूस को क्रीमिया तक जमीनी रास्ता भी मिल गया हैं।

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तुर्की

भूकंप का कहर, तुर्की सीरिया में अभी तक 11 हजार की मौत, 31 हजार घायल, रेस्क्यू जारी बच्चों सहित सैकड़ों को मलबे से जिंदा निकाला

Turkey Earthquake

इस्तांबुल/ मिडिल ईस्ट के देश तुर्किएं और सीरिया में सोमवार को आये 7.8 तीव्रता के भूकंप ने दोनों देशों को तहस नहस कर दिया आदमकद बिल्डिंग्स के जमीदोज होने से अभी तक 11 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि 31 हजार रहवासी घायल हो गए जिनमें कई की हालत नाजुक है।भारत सहित कई देशों ने इस हादसे से निबटने के लिए रेस्क्यू टीमों के साथ हर संभव मदद मुहैया कराई है लेकिन इस प्राकृतिक आपदा ने परिवार के परिवार उजाड़ दिए तो हजारों बच्चें अनाथ हो गए जिससे हर तरफ दर्द का सैलाब सा उमड़ आया हैं फिलहाल इस पीड़ा की भरपाई होना मुश्किल है।

तुर्किये में प्राकृतिक प्रकोप ने सब कुछ खत्म कर दिया सोमवार को 12 घंटे में तीन बार भूकंप आया लोग सम्हले भी नही थे कि मंगलवार को भी धरती कांपी और दो बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनकी रिक्टर पैमाने पर अधिकतम तीव्रता 5.9 थी, अभी तक मरने वालों की संख्या 11 हजार पार हो चुकी है आपदा के 75 घंटे बाद भी सैकड़ों लोग मलबे के नीचे दबे है जबकि तेज बारिश और बर्फबारी से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं लेकिन इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बच्चों सहित लोगों को मलबे से बाहर निकालने की कवायद लगातार जारी है इस दौरान काफी हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही है।

भारत सहित कई दर्जन देश इस तबाही में मदद के लिए आगे आए है भारत ने भारी मात्रा में दवाई और राहत सामग्री भेजी है साथ ही चार सी 17 विमान सहित रेस्क्यू टीम भी तुर्की भेजी हैं।

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चीनदेशविदेश

कोरोंना के पलटवार से चीन के हालात खराब, मरीजों को ना इलाज मिल रहा ना अंतिम संस्कार के लिए जगह, भारत ने एहितियातन तैयारी शुरू की

Coronavirus Outbreak

नई-दिल्ली, शंघाई / चीन में कोरोना के वेरिएंट BF – 7 ने फिर से कहर बरपाया हुआ है यहां कोविड मरीजों को अस्पताल में और मृतकों को अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल रही तो दवाईयो की भारी कमी देखी जा रही है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना की गिरफ्त में आयेगी। अकेला चीन ही नहीं जापान, ब्राजील, अमेरिका सहित दुनिया के 5 देशों में कोरोना धीरे धीरे पांव पसार रहा है जबकि भारत ने भी एहतियातन तैयारियां शुरू कर दी है और बैठकों का दौर जारी है साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रांतों के स्वास्थ्य मंत्री और सचिवों के नाम लेटर जारी कर कोरोना से निपटने के लिए पूर्व तैयारियों के साथ संभावित सावधानी बरतने के आदेश जारी किए है।

चीन के कोरोना से आज हालत फिर बद से बदतर…

विश्व को कोरोना बांटने वाले चीन में आज कोरोना फिर बेकाबू होता जा रहा है अस्पताल कोविड के मरीजों से भरे पड़े है लेकिन मरीजों के लिए बेड की भारी कमी देखी जा रही है दवाईयां आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही श्मशानघाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए शवों की लाईन लगी है अकेले बीजिंग में 24 घंटे अंतिम संस्कार होने के बावजूद लगातार शवों की कतार लगी है लोग या तो अपने वाहनों में शवों को रखे है तो कुछ ने उनके लिए अलग सुरक्षित केबिन खरीद कर उन्हें वहां रखा है और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।

चीन की हालत दुबारा क्यों फिर से बेकाबू हुई …

चीन के हालात खराब होने के कई कारण हैं जैसा कि चीन कोरोना का जनक है चीन से ही कोरोना बेरिएंट पूरी दुनिया में फैला शुरूआत में चीन ने इसकी जानकारी विश्व के साथ सांझा नही की और जब पता चलता स्थिति बिगड़ चुकी थी लेकिन इसके बावजूद चीन ने इसके वेक्सीनेशन पर ध्यान नहीं दिया बल्कि भारी तादाद में लोगों को कोरेंटाईन करने पर अधिक तवज्जों दी यही वजह है कि विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाले देश में अभी तक सिर्फ 38 फीसदी लोगों ने वेक्सीन का डोज लिया है, और 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों में से 10 फीसदी लोग ही बेक्सीनेट हैं। भारी तादाद में मौत के बाद जब स्थिति कुछ सम्हली तो वहां खुली छूट दे दी गई। चीन के वैज्ञानिक एरिक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आज जो स्थिति है उससे साफ होता है 90 दिन में देश में कोरोना व्यापक स्वरूप ग्रहण कर लेना और देश के 60 प्रतिशत लोग कोविड की चपेट में आ जायेंगे उनके मुताबिक भविष्य में दुनिया में 10 फीसदी लोग कोरोना से प्रभावित हो सकते है उन्होंने कहा कि कोरोना वेरिएंट BF – 7 काफी प्रभावी है जिसका एक मरीज एकसाथ 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है उन्होंने बताया चीन में कोविड के इस वेरिएंट BF – 7 से 9 लाख लोगों की मौत हो सकती हैं।

भारत ने एहितियातन कदम उठाएं…

यू तो भारत में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है बावजूद भारत ने कोरोना संक्रमण के अपेक्षित खतरे को भांपते हुए पूर्व तैयारियां शुरू कर दी है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल में कोरोना को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ कई बैठकें की साथ ही देश के सभी प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से कहा है कि वह इस बारे में तुरंत आवश्यक कार्यवाही शुरू करे साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के साथ उपलब्ध संसाधनों पर प्राथमिकता से फोकस करें स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों मास्क के पालन पर भी ध्यान देने के निर्देश जारी किए हैं।

क्या कहते है चिकित्सक और विशेषज्ञ …

इधर भारत के चिकित्सकों का मानना है कि 7…8 महिने में यहां लोग कोरोना को भूल से गए है और फिलहाल गाड़ी पटरी पर है ऐसे में पैनिक फैलाना ठीक नहीं होगा गुरुग्राम स्थित फोटिस हॉस्पिटल के डॉक्टर राहुल भार्गव का कहना है कि भारत में इस संक्रमण का कोई डर नहीं है क्योंकि हमारे यहां वेक्सीन के दो डोज लग चुके है अधिकांश को ब्रूस्टर डोज भी दे दिए गए है हमारे देश में कोरोना के प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन हुआ और भारत के लोगो की नेचुरल इम्यूनिटी भी ज्यादा हैं। उन्होंने बताया देश के 200 करोड़ लोग वेकसीनेट हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा 2021 के बाद भारत में स्थिति नियंत्रण में है और यह बीएफ प्वाइंट 7 ,ओमीक्रान का वेरिएंट है और भारत में जो वेक्सीन लगाई गई वह इसपर खास प्रभावी रही है इसलिए कोई खतरे की बात नहीं हैं। जबकि संघाई के सनटेक हॉस्पिटल के डॉक्टर संजीव चौबे का कहना है कि चीन में कोरोना गाइड लाइन का पालन ठीक नही हुआ, वेक्सीनेशन की खराब नीति के साथ लोगों को एक साथ छोड़ना भी रहा साथ ही वहां आजतक कोई डाटा भी उपलब्ध नहीं है उन्होंने कहा जहां तक अभी भारत का सवाल है पहले बाहर से आने वालों पर नजर रखना जरूरी है इसके लिए खासकर विमान तल रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ध्यान देना होगा और सावधानी के लिए कोरोना गाईड लाइन का पालन कर सकते है।

भारत में बेरिएंट बीएफ 7 के चार मामले मिले …

नीति आयोग के सदस्य बीके पाल के मुताबिक भारत के गुजरात और उड़ीसा में इस वेरिएंट से प्रभावित 4 कोरोना मामले मिले है जिसमें एक एनआरआई महिला भी शामिल हैं। लेकिन यह सभी घर में रहकर ठीक हो चुके है यह जानकारी भी सामने आई हैं।

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विदेश

फीफा फायनल: रोमांचक मुकाबले में फ्रांस को हराकर अर्जेंटीना बना विश्व चैंपियन, हेट ट्रिक लगाने वाले मैसी बने हीरो, एमबापे ने फायनल में रिकार्ड 4 गोल दागे

FIFA Worldcup 2022 Final Wins Argentina

दौहा / फीफा वर्ड कप फुटबॉल के फायनल में अर्जेंटीना ने रोमांचक मुकाबले में फ्रांस को शिकस्त दे दी और वह तीसरी बार चैंपियन बन गया है जीत के हीरो 35 साल के लियोनेल मेसी रहे जिन्होंने हेट ट्रिक लगाकर इस जीत में अहम भूमिका निभाई। लेकिन फ्रांस के युवा खिलाड़ी किलियन एमबापे की हेट ट्रिक टीम को जीत दिलाने में नाकामयाब रही। लेकिन उन्होंने फायनल में 4 गोल दाग कर रिकार्ड जरूर बना दिया।

अर्जेंटीना को 36 साल बाद जीत मिलने के साथ मैसी को वह मिला जिसका वह 5 वर्ड कप से इंतजार कर रहे थे। हो सकता है यह वर्ड कप मैसी का अंतिम हो उन्होंने फायनल मैच में 2 मैदानी और एक शूट आउट गोल कर हिट ट्रिक के साथ अपनी टीम को जीत दिलाकर इस 2022 के फुटबॉल विश्व कप में सब कुछ पा लिया। यही वजह है कि वे अपने देश को चैंपियन बनने के साथ इस जीत के हीरो भी रहे। फायनल मैच में निर्धारित समय तक दोनों टीमें 3 3 गोल से बराबरी पर थी। जीत हार का फैसला पेनल्टी शूट आउट से हुआ।

मैच में अर्जेंटीना के लिए मेसी ने 23 वे मिनट में एक और खेल के अतरिक्त समय में एक गोल दागा जबकि टीम के एंजेल डी मारिया ने 36 वे मिनट में अर्जेटीना का स्कोर 3 पर पहुंचाया जबकि फ्रांस के 23 साल के एमबापे ने 80 वे और 81 वे मिनट में एक के बाद दो गोल किए और 118 वे मिनट में तीसरा गोल कर फ्रांस को बराबरी पर पहुंचाया।

इस तरह निर्धारित समय में मैच का फैसला नही होने पर अंपायरो ने पेनल्टी शूट का फैसला लिया, शुरूआत फ्रांस के किलियन एमबापे ने गैंद गोलपोस्ट में डाल कर की,और अर्जेंटीना के मेसी ने गोल कर स्कोर एक एक कर दिया उसके बाद फ्रांस के किंग्सले कोमान और ऑरोलियन टचोमेनी के शॉट गोल पोस्ट से बाहर चले गए जबकि अर्जेंटीना के खिलाड़ी पाउलो डीवाला और लियांड्रो पारेदास गोल करने में सफल रहे जबकि अंतिम शूट में फ्रांस के खिलाड़ी रैंडल मुआनी और अर्जेंटीना के गौंजालो मेटियल दोनो ही गैंद गोल पोस्ट में डाल देते है इस तरह फ्रांस 2 गोल कर सका जबकि अर्जेंटीना ने पूरे चार पेनल्टी शूट गोल में बदले और पेनल्टी शूट आउट में अर्जेंटीना 4 _2 से विश्व कप का खिताब जीतने में सफल रहा।

खास बात है मेसी ने इस वर्ड कप में 6 गोल किए और मेसी 2 गोल्डन बॉल के साथ वर्ड कप में सबसे ज्यादा गोल्डन बॉल जीतने वाले खिलाड़ी बने। जबकि एमबापे ने वर्ड कप में कुल 7 गोल किए जिसमें से 4 गोल उन्होंने फायनल मैच में किए इस तरह एनबापे वर्ड कप फायनल में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बने। यदि 2022 फीफा वर्ड कप में कुल गोलों पर नजर डाली जाएं तो इस बार विभिन्न टीमों के खिलाड़ियों ने 172 गोल किए जो पिछले वर्ड कप के मुकाबले सबसे अधिक है इससे पहले 1998 और 2014 में कुल 171 गोल हुए थे।

Image source: FIFA Twitter

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इंडोनेशियाविदेश

इंडोनेशिया में भूकंप के तेज झटके, 20 की मौत 300 घायल

Earthquake

जकार्ता / इंडोनेशिया की धरती आज भूकंप के तेज झटकों से थर्रा गई है जिससे 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए और कुछ लापता बताएं जाते है। भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार इस भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.6 आंकी गई है जबकि पश्चिम जावा का सियानजुर क्षेत्र इस भूकंप का केंद्र रहा है। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सभी प्रशासन के अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को तुरंत प्रदान करने के आदेश जारी किए हैं।

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खेलविदेश

फीफा वर्ड कप – फुटबॉल का महाकुंभ आज से,29 दिन का रोमांच,32 टीमें शामिल, जर्मनी के मेसी की धूम

FIFA WorldCup 2022 Opening

कतर/ आज से मेजबान कतर और इक्वाडोर के बीच होने वाले मुकाबले के साथ 22 वे फीफा वर्ड कप की शुरूआत हो रही है, फुटबॉल के इस महाकुंभ में दुनिया की 32 टीमें इस बार शामिल हो रही हैं यह सभी टीमें सभी इस खेल की सबसे बड़ी चैंपियनशिप की ट्राफी अपने नाम करने के लिए पूरी जी जान लगा देंगी।

फीफा वर्ड कप के शुरुआती मैच राउंड रॉबिन फॉमेट में होंगे इन 32 टीमों को 8 ग्रुप में बांटा गया हैं जिसमें 4 ..4 टीमें होंगी, जो पहले आपस में एक एक मैच खेलेंगी उसके बाद प्रत्येक ग्रुप की टॉप दो टीमें प्री क्वार्टर फायनल के लिए क्वालीफाई करेंगी टीम को जीत के लिए तीन और ड्रा के लिए एक अंक मिलेगा।

ग्रुप A में कतर इक्वाडोर सेनेगल और नीदरलैंड की टीमें शामिल है जबकि ग्रुप B में इंगलैंड ईरान वैल्स और अमेरिका को रखा गया है। ग्रुप C में अर्जेंटीना, सऊदी पोलैंड और मेक्सिको है। ग्रुप D में ऑस्ट्रेलिया फ्रांस ट्यूनीशिया और डेनमार्क शामिल है वहीं ग्रुप E में कोस्टारिका जापान जर्मनी और स्पेन है, ग्रुप F में कनाडा बेल्जियम मोरक्को क्रोएशिया शामिल है जबकि ग्रुप G में ब्राजील केमरून सर्बिया और स्विजरलेंड है और ग्रुप H में दक्षिण कोरिया घाना पुर्तगाल और उरुग्वे की फुटबॉल टीमें शामिल हैं।

अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी की गिनती दुनिया के सबसे तेज तर्रार फुटबॉलर की है लेकिन आज विश्व की 15 टीमें ऐसी है जिसके कुछ खिलाड़ी मेसी की तरह ही मैदान पर अपने खेल का जलवा बिखेरने की चाहत रखते है और कुछ में मेसी और उनके प्ले स्टाइल की झलक भी मिलती है इसमें सबसे आगे जर्मनी के खिलाड़ी मारियो गोएटज है जिन्होंने 2014 के वर्ड कप फायनल का मेन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद मेडल के साथ जो फोटो शेयर की उसमें मेसी भी थे गोएटज मेसी से काफी प्रभावित है असिस्ट करने में माहिर गोएटज के खेल में मेसी की झलक मिलती है इसी वजह से उन्हें जर्मनी का लियोनेल मेसी कहा जाता है खास बात है पूर्व चैंपियन जर्मनी ही नहीं है जिसके पास अपना मेसी है जापान के वंडरकिड ताकेफुसा कूबो से लेकर ईरान के सरदार अजमोन और स्विजरलेंड के जेरदार शरीकी और मेक्सिको के लुका रोमेरो की तुलना भी मेसी और उनके खेल से की जाती है यदि कहा जाए मेराडोना के बाद जर्मनी के मेसी विश्व फुटबॉल खेल के एक सबसे बड़े प्लेयर बन कर उभरे है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी यही वजह आज किसी भी देश का खिलाड़ी उनकी तरह बनने का सपना संजोकर अपने खेल की तैयारी कर रहा हैं। क्योंकि एक खिलाड़ी की तुलना यदि मेसी जैसे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी से हो उससे बड़ी बात क्या हो सकती हैं।

फीफा वर्ड कप में हिस्सा ले रही 32 टीमों में बड़े बड़े खिलाड़ियों के नाम है जिससे उनकी वैल्यू कम और ज्यादा होती रहती है इन टीमों में इंगलैंड सबसे मूल्यवान टीम है जबकि कोस्टारिका सबसे कम वैल्यू की टीम हैं इंगलैंड की मार्केट वैल्यू 12 हजार करोड़ की है जो सबसे अधिक है उसके सबसे महंगे खिलाड़ी जूड बेलिंघम है जिनकी वैल्यू 1700 करोड़ की हैं। जबकि सेंट्रल अमेरिका के देश कोस्टारिका की मार्केट वैल्यू सबसे कम 194 करोड़ की है। ख़ास बात यह भी है जर्मनी के मेसी सहित पुर्तगाल के खिलाड़ी क्रिस्टयानो रोनाल्डो वैल्यू के हिसाब से दुनिया के शीर्ष 20 खिलाड़ियों में भी शामिल नहीं हैं।जैसी की चर्चा है यह विश्व कप मेसी का अंतिम होगा क्योंकि इसके बाद वे सन्यास की घोषणा भी कर सकते है इसलिए इस बार जर्मनी 6 वी बार विश्व कप जीतने के प्रयास में है और उसके खिलाड़ी मेसी को इस ट्रॉफी के साथ खास तोहफा देना चाहते है।

जानकारी के मुताबिक इस बार आयोजकों ने खेल के दौरान स्टेडियम में बीयर या बाइन पीने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है जिससे खेल में किसी तरह का उत्पात या अवरोध उत्पन्न नहीं हो सके।

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