रायगढ़ / महाराष्ट्र के रायगढ़ में बुद्धवार की रात कहर बनकर आई यहां के पहाड़ी इलाके में अचानक भूस्खलन होने से करीब 30 घर मलबे के नीचे दब गए, तेज बारिश और अंधेरे के बीच राहत और बचाव कार्य देरी से और धीमी गति से शुरू हो सका, इस प्राकृतिक प्रकोप में 16 लोगों की मौत हो गई जबकि 21 लोग घायल हो गए अभी तक 98 लोगों को मलवे से निकाला गया हैं। अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना जताई जा रही है।
रायगढ़ में यह हादसा रात साढ़े दस बजे के बाद हुआ जब सभी खाना खासकर सोने की तैयारी कर रहे थे। बताया जाता है इस पहाड़ी क्षेत्र में करीब 50 घर थे अचानक लेंडस्लाइड होने से करीब 30 घर 10 फुट तक मलबे में दब गए प्रशासन को कुछ समय बाद जानकारी मिली इस बीच आसपास के लोगों के साथ समाजसेवी युवक वहां जा पहुंचे बाद में एनडीआरएफ की टीमें भी आ गई लेकिन लगातार बारिश और अंधेरा होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आई किसी तरह सबेरा होने पर राहत एवं बचाव कार्य में कुछ तेजी आई लेकिन रास्ता संकरा और कीचड़ और मलबे की वजह से जेसीबी मशीन और अन्य संसाधन घटना स्थल पर नही पहुंच सके जिससे ज्यादातर काम लोगों को हाथों से मलबा हटाकर करना पड़ा। खास बात है रास्ते की परेशानी की वजह से डिजास्टर मैनेजमेंट अमले को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही राहत कैंप भी पहाड़ी के नीचे 3 से 4 किलोमीटर दूर बनाना पड़ा है।
इस हादसे में अभी तक 16 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई जबकि करीब 25 लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया साथ ही 98 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। लेकिन अभी भी काफी लोग लापता है संभवत वे सभी मलबे में दबे हो सकते है कई परिवारो के अधिकांश सदस्य नहीं मिल रहे है जिससे कई परिवारो की दुनिया ही बर्बाद हो गई। जिससे उनके परिजन खासकर महिलाएं रोती बिलखती देखी जा रही है।
इधर महाराष्ट्र के रायगढ़ सहित पालघर मुंबई ठाणे में भारी बारिश जारी है मौसम विभाग ने फिलहाल आगे भी ऐसे ही स्थिति रहने का अनुमान जताया हैं।