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I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक मुंबई में शुरू, 28 दल शामिल देश और संविधान की रक्षा लिए आए साथ कहा विपक्षी नेताओं ने

I.N.D.I.A Alliance

मुंबई / मुंबई के ग्रेड हयात होटल में इंडियन नेशनल डिवेलपमेंट इंकल्यूसिव एलाइंस की बैठक गुरुवार को शुरू हो गई जिसमें देश के 28 विपक्षी राजनेतिक दल के 63 नेता शामिल हुए आज हुई अनौपचारिक बैठक में नेताओं ने कहा देश और संविधान को बचाने किए हम सब एक साथ आए है और भाजपा से निबटने के लिए एक सांझा कार्यक्रम इस बैठक में तैयार किया जायेगा।

गुरूवार को सुबह से ही विपक्षी दलों के नेताओं का मुंबई आना जारी रहा और यह सिलसिला करीब शाम 6 बजे तक चलता रहा, इस दौरान गठबंधन के नेताओं के बीच चर्चा और अनौपचारिक बैठक भी हुई जिसके उपरांत महाविकास अगड़ी के मेजबानी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज सभी नेताओं को रात का डिनर दिया।

जैसा कि पटना में आयोजित पहली बैठक में 16 दलों के नेताओं ने शिरकत की थी अगली बेंगलुरू में हुई बैठक में 26 दल के नेता शामिल हुए इस तीसरी मुंबई में आयोजित बैठक में दो राजनेतिक दल और बढ़ गए और इस तरह इस बैठक में 28 दलों के 63 नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई इससे साफ होता है को इंडिया गठबंधन का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। जो नए दल शामिल हुए है उनमें पीसेंट एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया और महाराष्ट्र की एमपीपी पार्टी है।

इंडिया गठबंधन को अभी काफी निर्णय लेने है तो उसके सामने काफी चुनौतियां भी है अपने गठबंधन की कार्यविधि को नियोजित करने के लिए उसे संयोजक और अध्यक्ष के नाम तय करने के साथ उसका साझा एजेंडा या कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के साथ ही सचिवालय का स्थान और उसके लोगो को अंतिम रूप देना होगा। सबसे महत्वपूर्ण है कि इसके नेताओं को लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग के मुद्दे को अंतिम रूप देना है। इसके अलावा चुनौतियों में कांग्रेस और आप के बीच हाल में पीएम चेहरे को लेकर जो बयान बाजी सामने आई उसे कैसे रोके जाएं और दिल्ली पंजाब में दोनो के बीच सीट शेयरिंग कैसे होगी, इसके अलावा एनसीपी नेता शरद पवार की अविश्वनीयता और ढुलमुल रवैया पर उठते सवाल के साथ ही पश्चिम बंगाल में टीएमसी के साथ कांग्रेस का आना तो हो सकता है लेकिन लेफ्ट का क्या रुख रहता है यह भी देखना होगा।

बैठक में शामिल होने जो नेता आए है उनमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव टीएमसी अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीपी प्रमुख शरद पवार कांग्रेस नेता राहुल गांधी आप के संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आरएलडी नेता जयंत चौधरी टीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव तामिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन आरजेडी सांसद मनोज झा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शिवसेना सांसद संजय राउत आप नेता राघव चड्डा प्रमुख रूप से मोजूद रहे।

क्या कहा इंडिया गठबंधन के नेताओं ने …

आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने कहा कि देश की एकता और संप्रभुता को बचाएं रखने की जरूरत है देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाना होगा, मोदी सरकार गरीबी बेरोजगारी और किसान कल्याण के मुद्दे पर पूरी तरह से फेल रही है हम इसके खिलाफ साझा कार्यक्रम तय कर रहे हैं।

पीडीपी नेता मेहबूबा मुफ्ती ने कहा पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह ने देश के युवाओं को एक दिशा दी है जेएनयू आईआईएम और इसरो जैसी संस्थाएं बनाई है।

शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा गठबंधन में शामिल नेता संविधान और लोकतंत्र बचाने साथ आए है।

आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा यह गठबंधन देश को एकजुट करने का काम कर रहा है यह सिर्फ पार्टियों का गठबंधन नही बल्कि विचारों गठबंधन है आज देश को उपचार की जरूरत है और यह गठबंधन देश के पुनर्निर्माण और सत्ता दल को आईना दिखाने के लिए है।

सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा आज भारत के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया ने परेशानी पैदा कर दी है।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा पिछले साल लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने एक समान सोच वाली विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का काम किया था अब इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक हो रही है यदि हम लोगों की भावना और उम्मीद पूरी नहीं कर पाए तो लोग माफ नही करेंगे क्योंकि लोग समाज को बांटने वालों को करारा जवाब देना चाहते हैं।

आप नेता राघव चड्डा ने कहा भाजपा को इंडिया गठबंधन से डर है वे इंडिया शब्द से नफरत करते है और इसे आतंकी सगठनों से जोड़ने का काम कर रहे है उन्हें डर है कि कही यह गठबंधन सफल नहीं हो जाएं।

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि इंडिया गठबंधन को उन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा जो मोदी सरकार के कारण पैदा हुईं है इन्ही के चलते देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ी है उन्होंने कहा भाजपा को गठबंधन के नाम से दिक्कत है इसका मतलब है हम अच्छा कर रहे है।

जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा हमारे साथ आने से बने इंडिया गठबंधन को सपोर्ट मिल रहा है जिससे मोदी सरकार घबरा गई है यह उसी का नतीजा है कि हैं सिलेंडर पर दाम घटे देखते जाइए आगे यह सिलेंडर मुफ्त में देंगे। लेकिन अब इंडिया को रोकना मुमकिन नहीं नामुमकिन है अब मोदी सरकार को हटाएगा इंडिया।

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महाराष्ट्रमुंबई

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में, दो दिन की बैठक में लेना है कई अनसुलझे निर्णय

Opposition leaders PC

मुंबई/ विपक्ष की एकजुटता के लिए बने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंकल्यूसिव एलायंस ( इंडिया) की तीसरी दो दिन की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने जा रही है विपक्ष के इस एलायंस को लेकर फिलहाल कई सबाल है क्योंकि पार्लियामेंट के चुनाव के लिए करीब 8 महिने शेष बचे है और अभी तक संयोजक और चेयर पर्सन का नाम तय होने के साथ कई महत्वपूर्ण निर्णय लेना बाकी है लगता है मुंबई में होने वाली बैठक में काफी कुछ निर्णय ले लिए जायेंगे जिससे इस गठबंधन का भावी चेहरा और रणनीति काफी हद तक साफ हो जायेगी।

जैसा कि मुंबई में होने वाली यह दो दिनी बैठक तीसरी मीटिंग है इससे पहले पहली बार 18 राजनेतिक दलों के नेता 23 जून को पटना में बैठ चुके है और उसके बाद 17 एवं 18 जुलाई को बेंगलुरू में दूसरी बैठक हुई थी जिसमें 26 राजनेतिक दल के नेताओं ने शिरकत की थी। मुंबई में होने वाली बैठक का जिम्मा महाविकास अगाड़ी के नेताओं को सौंपा गया है।

इस विपक्षी गठबंधन की धीमी गति पर कई सवाल उठ रहे है क्योंकि इतनी ज्यादा मतभिन्नता वाली पार्टियों के एक मंच पर आने से सभी की विचार और मंशा जानना भी जरूरी है अभी इंडिया गठबंधन का संयोजक (कनवीनर) और अध्यक्ष (चेयर पर्सन) कोन होगा इसका निर्णय होना है इसके अलावा इस बैठक में इंडिया का लोगो, झंडा, संयोजक टीम, सचिवालय और एजेंडा तय हो सकता है जबकि सबसे अहम है कि एनडीए के खिलाफ वन टू वन कैंडीडेट के साथ क्षेत्रवार कोन सी पार्टी और कोन कोन सी सीट से अपने प्रत्याशी खड़े करेगी इसका भी निर्णय होना है। इसमें सीटों का चुनाव और संख्या सबसे अहम है।

बताया जाता है एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के सयुक्त नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम मुंबई बैठक की तैयारी कर रही है बताया जाता है 30 अगस्त को मीडिया के सामने बैठक का एजेंडा रखा जायेगा।

इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी सहित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि तीन से चार नए दल भी इस बैठक में सम्मानित हो सकते है।

यह बात बिल्कुल सही है कि जेडीयू नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता के लिए शुरू से ही काफी प्रयास किए और हर पार्टी के नेता से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्होंने उन्हे एक एक कर जोड़ा उसके बाद पार्टियां जुड़ती गई पहले 18 पार्टियां आई उसके बाद 26 राजनीतिक दल एक मंच पर आए। अब कहा जा रहा है कुछ और दल भी साथ आ रहे है।

इधर मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने संयोजक बनने से इंकार करते हुए कहा कि कंविनर दूसरे लोगों को बनाया जायेगा हम बार बार कह रहे है मैं कुछ बनना नही चाहता ,मैं चाहता था कि सभी विपक्ष एकजुट हो और उसके मैने लगातार प्रयास किए और करता रहूंगा। लेकिन मुंबई में होने वाली बैठक में ही तय होगा कि नीतीश कुमार को गठबंधन के नेता क्या जिम्मेदारी देते हैं।

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अजीत पवार नेता और मंत्री शरद पवार से मिलने पहुंचे, पार्टी एक रखने का किया आग्रह

Ajit and Sharad Pawar

मुंबई / हाल में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजित पवार आज अचानक अपने चाचा शरद पवार से मिलने यशवंत राव सेंटर जा पहुंचे उनके साथ सांसद प्रफुल्ल पटेल सहित सभी मंत्री और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। बताया जाता है कि अजित गुट ने शरद पवार से एनसीपी को एकजुट रखने का अनुरोध उनसे किया।

डिप्टी सीएम अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल छगन मंत्री छगन भुजवल सहित अन्य सभी मंत्री भी शामिल थे मुलाकात के उपरांत प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कल से महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है हम सभी शरद पवार से उनका आशीर्वाद लेने गए थे साथ ही हमने साहब से अनुरोध किया है कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को एक ही रखे और एकजुट होकर रहे लेकिन उन्होंने उसका कोई जवाब नहीं दिया।

लेकिन राजनेतिक गलियारों में इस मुलाकात को लेकर चर्चा है कि क्या शरद पवार बदल भी सकते है क्यों कि उनके परिवार ने खासकर सुप्रिया सुले ने भी कहा था कि भाई अजित पवार के साथ हमारे परिवारिक रिश्ते पूर्व की तरह बरकरार रहेंगे। वही जब 18 जुलाई को विपक्षी पार्टियों की बैठक होने वाली है उससे ठीक एक दिन पहले अजित पवार और शरद पवार की मुलाकात होने के क्या मायने है इसको लेकर अब कयासों का दौर जारी है।

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देशमहाराष्ट्रमुंबई

शरद पवार और अजित गुट के बीच शक्ति प्रदर्शन, वार पलटवार, 17 के मुकाबले अजित गुट के साथ 30 एमएलए, 6 पर सस्पेंस, शरद को हटाकर अजित बने एनसीपी के अध्यक्ष

Ajit and Sharad Pawar

मुंबई / महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल जोरो पर है आज एनसीपी नेता शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच मुंबई में जोरदार शक्ति प्रदर्शन हुआ, अलग अलग हुए कार्यक्रमों में दोनों के बीच आरोप प्रत्यारोपों का दौर देखा गया, अजित पवार का दावा था कि उनके साथ 40 विधायक है लेकिन 30 विधायक ही कार्यक्रम में आए जबकि शरद पवार के कार्यक्रम में 17 विधायक पहुंचे और उन्हें अपना समर्थन दिया।। जबकि एनसीपी के चारों सांसद और पार्टी के अधिकांश नेता और पदाधिकारी शरद पवार के साथ दिखे। लेकिन दलबदल कानून से बचने के लिए अजीत गुट को दो तिहाई यानि 36 विधायक का आंकड़ा चाहिए। लेकिन बाकी यह 6 विधायक किसके साथ है यह सस्पेंस फिलहाल बना हुआ है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट की सभा वाईबी चव्हाण सेंटर में हुई जिसमें शरद पवार और उनकी बेटी कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और सभी चार सांसद, 17 विधायक और पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मोजूद थे जबकि अजित पवार गुट की सभा बांद्रा के एमईजी कॉलेज के सभागार में हुई जिसमें अजित पवार सहित दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजवल सहित 30 विधायक और नेता और कार्यकर्ता मोजूद थे। इस दौरान दोनों ही पार्टियों में जुबानी जंग देखी गई और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोपों के बीच वार पलटवार के साथ पार्टी के प्रति अपनी संबद्धता और दिए गए बलिदान को भी बताया गया। इस दौरान दोनों ही धड़ों ने विधायकों को लेकर अपने अपने पक्ष में हलफनामे भी लिए।

महाराष्ट्र की सत्ता से हाथ मिलाने वाले अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार पर हमला करते हुए कहा कि आप 83 साल के हो गए कभी रुकेंगे कि नही अब आपको नए लोगों को मौका देना चाहिए और अब आप आशीर्वाद दे आईएएस आईपीएस भी 60 साल में और बीजेपी और अन्य पार्टियों के नेता भी 75 साल में रिटायर हो जाते है लेकिन आप अभी भी मोह पाले हुए है। उन्होंने कहा आपने पहले इस्तीफा दिया फिर वापस ले लिया फिर इस्तीफा दिया ही क्यों? यहां मोजूद विधायक बताएं क्या यह सही बात नही है। जब आपने सुप्रिया को अध्यक्ष बनाया तो हमने उसे स्वीकार किया, अब शरद पवार की बारी है अब वे हमारा स्टेंड स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि एनसीपी भी हमारे पास है और उसका चिन्ह भी है कोई कुछ भी कहे हम मजबूत है।

अजित पवार ने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी का करिश्मा काम कर रहा है और 2024 में होने वाले चुनाव में हमें मजबूत टीम बनाना है जिससे पीएम मोदी के नेतृत्व में फिर से बीजेपी सरकार बनाने जा रही हैं।

सभा में सुप्रिया सुले ने भावुक होते हुए कहा कि मेरे पिता पर अन्याय मत करो उनको कुछ कहा तो ठीक नहीं होगा मैं महिला हूं तो रो भी सकती हूं और अहिल्या बाई होलकर बनकर हर चुनौती का मुकाबला भी कर सकती हूं सुप्रिया ने आरोप लगाया कि सत्ता के लिए अजित दादा एनसीपी को ही खा गए उम्र तो एक नंबर हैं। प्रधानमंत्री कहते है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा और एनसीपी को नेचुरल करेप्ट पार्टी कहा, अब मेरा जवाब सुन ले अब मैं नही खाने दूंगी महाराष्ट्र दिखा देगा ना खाएंगे ना खाने देंगे।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बगावत करने वाले अपने भतीजे अजित पवार को चेतावनी देते हुए कार्यकर्ताओं को आव्हान किया और कहा आप को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है पार्टी और सिंबल उनसे कोई नहीं छीन सकता, उन्होंने कहा यदि कोई बात थी तो अजित को मुझसे बात करना थी संवाद से सभी समस्या का हल होता है गलती को सुधारना हमारा काम है लेकिन आज उनकी बात सुनकर मुझे अफसोस हुआ जो मुझे गुरु बता रहे है वही मेरे खिलाफ खड़े है अपने बैनर और पोस्टर पर मेरे फोटो लगाए है दूसरी तरफ मेरे को रिटायर होने को कह रहे है उन्होंने कहा हमारे कुछ एमएलए हमसे अलग हुए इससे मुझे काफी दुख पहुंचा है लेकिन गलत करने वाले सजा के लिए तैयार रहें।

शरद पवार ने अपने संबोधन में कहा कि विपरीत विचाराधारा के साथ जाना कभी भी ठीक नहीं है बीजेपी का काम हिंदुत्व के नाम पर लोगों को बांटना है मैंने देश में कई पीएम के साथ काम किया लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ हमें लोकतंत्र बचाने के लिए आगे लड़ना ही होगा और समूचा विपक्ष इसमें जरूर सफल होगा उन्होंने कहा भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीपी को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे आज सत्ता के लिए हम उसी के साथ जा रहे हैं यह हमारी विचाराधारा के खिलाफ है।

इस सभा के बाद अजित पवार अपने समर्थक विधायकों और नेताओं को लेकर होटल ताज पहुंचे जहां एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और इसकी सूचना चुनाव आयोग को भी दे दी है इसका आधार अजित गुट ने 30 जून को हुई एनसीपी की बैठक को बताया। इधर शरद पवार ने भी 6 जुलाई को दिल्ली में अपने निवास पर एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आहुत की है। अजित को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के जवाब में शरद गुट का पक्ष है कि वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओपचारिक बैठक नही थी उसके लिए विधिवत नोटिस देने का प्रावधान है जबकि ऐसा कुछ नही हुआ।

चाचा ने अपनी कड़ी मेहनत और अपने खून से सीच कर जो सीढ़ी (एनसीपी) खड़ी की उसपर भतीजा चढ़ता गया और इतना आगे निकल गया कि आज वह बगावत करके चाचा को ही चैलेंज दे रहा है लेकिन सबाल यह उठता है कि राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले चाचा आखिर गच्चा कैसे खा गए। लेकिन अभी भी अजित पवार की डगर काफी मुश्किल है आज जब शक्ति प्रदर्शन हुआ तो अजित के साथ 30 विधायक साथ दिखे जबकि शरद गुट के कार्यक्रम में 17 एनसीपी विधायक मोजूद रहे। लेकिन दल बदल कानून से बचने के लिए कुल 53 विधायकों में से दो तिहाई संख्या के हिसाब से अजित गुट को 36 विधायकों का समर्थन जरूरी है। जबकि चुनाव आयोग को उन्होंने सूची भेजी हैं उसमें 40 विधायकों के समर्थन की जानकारी दी है। अब देखना होगा कि भतीजा भारी पड़ता है या चाचा अपने अनुभव से उसे एक बार फिर मात देते हैं यह आगे समय बताएगा।

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महाराष्ट्रमुंबई

महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल, एनसीपी दोफाड़, 29 एमएलए सहित बीजेपी के साथ आए अजित पवार बने डिप्टी सीएम, पार्टी पर भी दावा ठोका

Ajit Pawar takes Oath

मुंबई/ महाराष्ट्र की राजनीति में आज बड़ा भूचाल आ गया शरद पवार को छोड़कर उनके भतीजे अजित पवार एनसीपी के 29 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ आ गए और उन्होंने शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम की शपथ भी ले ली है साथ ही 9 विधायकों ने भी उनके साथ मंत्री पद की शपथ ली इस दौरान उन्होंने कहा कि 9 साल से केंद्र में मोदी सरकार मजबूत है इसी तरह महाराष्ट्र के विकास लिए यहां भी मजबूत सरकार चाहिए उन्होंने यह भी कहा विपक्ष में कोई दम नहीं वह बिखरा हुआ है और आपस में ही लड़ रहा हैं। उन्होंने एनसीपी पर भी अपना दावा ठोका है।

एनसीपी से बीजेपी के साथ आएं अजीत पवार के साथ अभी 29 विधायक आएं है उनके हस्ताक्षर का पत्र उन्होंने राज्यपाल को सौंपा इसके बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली उनके साथ 9 अन्य विधायकों को भी राज्यपाल ने शपथ दिलाई। उनमें छगन भुजवल दिलीप वलसे पाटिल हसन मुशरिफ धनंजय मुंडे अदिति तटकरे संजय बनसाडे, भगवंत राव, अनिल पाटिल, धर्मराव बलवंत राव अत्राम, इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मोजूद रहे।

इसके उपरांत अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया इस मौके पर एनसीपी चीफ शरद पवार के विश्वसनीय रहे हाल में एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष बने प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजवल भी अजित पवार के साथ मोजूद थे। अजित पवार ने कहा कि हमारे साथ अभी 29 एनसीपी विधायक साथ आए है लेकिन उन्होंने दावा किया कि एनसीपी के 40 विधायक हमारे साथ है। हमें सभी नेताओं का समर्थन और आशीर्वाद प्राप्त है और सभी विधायकों को मान्य है हमने शरद पवार के नेतृत्व में काफी समय काम किया अब युवाओं को मौका मिलना चाहिए उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 9 साल में देश का विकास हुआ और हमने महाराष्ट्र और यहां की जनता के विकास के लिए यह कदम उठाया है हम सब पार्टी को मजबूत बनाने के साथ आगे मिलकर लोकसभा सहित अन्य सभी चुनाव लड़ेंगे।

अजित पवार ने एक सबाल पर कहा कि विपक्ष में कोई दम नहीं है वह आपस में लड़ता रहता है वह एक नही हो सकता उन्होंने एनसीपी पार्टी और उसके निशान घड़ी पर भी अपना दावा ठोका है उन्होंने कहा इसके लेकर वह लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

इस राजनैतिक संकट के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा मुझे दुख है कि हमारी जो भूमिका है उससे अलग कुछ लोग चले गए है कल की बैठक में उठे सवाल का मैं हल करता उससे पहले ही अलग भूमिका ले ली गई लेकिन उसकी सच्चाई कुछ दिन में ही सामने आ जायेगी, लेकिन प्रफुल्ल पटेल से ऐसी आशा नहीं थी। एनसीपी नेता पवार ने कहा पीएम मोदी ने गत रोज एनसीपी को भ्रष्ट बताते हुए सहकारी बैंक और इरीगेशन का मुद्दा उठाया था अब इस कंमप्लेंट पर उनका क्या जवाब है क्या वह आरोप अब नहीं रहे मैं पीएम का इसके लिए आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा हमारे साथ यह पहली बार नहीं हुआ है 1986 में हमारे पास 58 विधायक थे 53 छोड़ गए लेकिन हम फिर 79 विधायक लेकर आए मैं जो विधायक छोड़कर गए उनमें से दो तीन ही जीते मैं अकेला था और सरकार बनाई मैं फिर जनता के बीच जाऊंगा और फिर से पार्टी खड़ी करूंगा एक सबाल पर शरद पवार ने कहा कुछ लोग पार्टी पर दावा कर रहे है कोर्ट जाने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा लेकिन एनसीपी किसकी है यह जनता तय करेगी मैं कल यशवंतराव चव्हाण की प्रतिमा पर जाऊंगा और वहां एक रैली को संबोधित करूंगा,इसके बाद पूरे महाराष्ट्र में निकलूंगा हमारे साथ कार्यकर्ता और आम लोग है और रहेंगे जिससे मालूम हो जाएगा एनसीपी किसकी हैं।

इधर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने तुरत फुरत विधायक जितेंद्र अवाड़ को पार्टी का चीफ व्हिप और विधायक दल का नेता अर्थात नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा कर दी है।

खास बात है कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजीत पवार सहित मंत्री बनाए गए तीन विधायकों और नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप है और उनके खिलाफ मामला कायम है जिसकी एसआईटी और केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही है। अजीत पवार सहकारी बैंक घोटाला के आरोपी है जिसकी एस आई टी जांच कर रही है छगन भुजवल महाराष्ट्र सदन घोटाले के आरोपी है जो जेल भी जा चुके है और ईडी ने मामला कायम किया था और वह मामले की जांच कर रही है मंत्री बने हसन मुशरिफ चीनी मिल घोटाले के आरोपी है और ईडी ने उनके खिलाफ मामला कायम किया है और जांच चल रही है इसके अलावा मंत्री बने सुनील तटकर सिंचाई घोटाले के आरोपी है और उसकी एसआईटी जांच कर रही हैं।

जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि,बीजेपी जनता की ताकत में विश्वास नहीं रखती बीजेपी केवल जोड़ तोड़ पर विश्वास रखती है उन्हें गहरा झटका लगेगा वह बिहार में भी कोशिश कर चुके है। जबकि शिवसेना नेता (उद्धव गुट) आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज यह साबित हो गया कि इस गठजोड़ के पीछे व्यक्तिगत स्वार्थ है। जबकि संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी जोड़ तोड़ की राजनीति ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी।

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महाराष्ट्रमुंबई

विपक्ष की अगली बैठक शिमला में नही अब बैंगलुरू में होगी ,13 या 14 जुलाई को होगी बैठक

Opposition leaders PC

मुंबई / बीजेपी सरकार के खिलाफ पटना में एकजुट हुए विपक्ष की अगली बैठक पश्चिम बंगाल के बैंगलुरू में 13 ..14 जुलाई को होगी जैसा कि पहले यह बैठक शिमला में होने वाली थी यह जानकारी एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दी हैं।

एमसीपी नेता शरद पवार ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों के नेताओं की जो बैठक पहले शिमला में होने वाली थी अब यह बैठक बैंगलुरू में होगी जो 13 .. 14 जुलाई को होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की एकता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी चिंतित है और उनकी नींद उड़ गई हैं।

जैसा कि 23 जून को पटना में 15 विपक्षी पार्टियों के नेता पहली बार एक साथ एक टेबल पर आएं थे और बैठक में 2024 में मोदी सरकार को सत्ता से हटाने को लेकर विचार विमर्श हुआ था साथ ही सभी नेताओं ने अपने अपने सुझाव भी रखे थे और निर्णय लिया गया था कि अगली बैठक में केंद्र की बीजेपी सरकार को हराने के लिए भविष्य की एक मजबूत रणनीति बनाई जायेगी।

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अहमदाबादगुजरातमहाराष्ट्रमुंबई

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का कहर,जनजीवन अस्त व्यस्त 5 की मौत 23 घायल, राजस्थान की ओर मुड़ा तूफान, शाम तक कम होगी ताकत

Cyclone Biparjoy

मुंबई, अहमदाबाद/ अरब सागर से उठा पाकिस्तान के रास्ते भारत आने वाला “बिपरजॉय” चक्रवाती तूफान गुरूवार को कच्छ के जखो तट से टकराया जबकि इसका ज्यादा असर कच्छ के साथ सोराष्ट्र में देखा गया हवाओं की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटे तक आंकी गई इस तूफान के दौरान समुद्री लहरें कई फीट ऊपर तक उठी साथ ही तेज आंधी के साथ बारिश हुई जिससे पेड़ उखड़ गए और 5 लोगों की मौत भी हो गई जबकि करीब 25 लोगों के घायल होने की खबर है। बिपरजॉय तूफान गुजरात और महाराष्ट्र में कहर बरपाने के बाद अब राजस्थान की ओर मुढ़ेगा लेकिन इससे पहले इसने जिसका असर हरियाणा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पड़ेगा जिससे यहां तेज आंधी और बारिश होने के पूर्व अनुमान मौसम विभाग ने जताया है लेकिन इसकी गति लगातार कम होती जायेगी लेकिन इसके कहर से तहस नहस हुए जनजीवन को पटरी पर लाने में काफी समय लगने वाला है। जबकि इस तूफान का प्रभाव आने वाले मानसून पर भी पड़ेगा।

जैसा कि अनुमान था गुजरात के कच्छ स्थित जखाऊ तट से करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह चक्रवाती तूफान टकराया था जिसके प्रभाव से रात भर लैंडफॉल चला इससे उत्पन्न हवाओं की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटे तक थी लेकिन इससे पहले कच्छ व्दारिका जूनागढ़ पोरबंदर जामनगर मोरबी और राजकोट सहित तटीय क्षेत्रों में तेज अंधड़ के साथ जोरादार बारिश दर्ज की गई जिससे तटीय इलाकों में सैकड़ों बिजली के खंबे और हजारों पेड़ जड़ से उखड़ गए और गुजरात के 940 गांवों की बिजली गुल हो गई इस दौरान दाहोद खंभात महेशाणा में एक एक और भावनगर में 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 23 लोग घायल हुए है।

गुजरात के कच्छ के साथ द्वारिका और पोरबंदर के पोर्ट पर 6 मीटर ऊंची लहरें उठी जिससे सारा इलाके में जलभराव हो गया खतरे के मद्दे नजर प्रशासन ने 76 शेल्टर होम बनाएं थे उनमें लोगों को शरण दी गई महाराष्ट्र के मुंबई रत्नागिरी जामनगर और पालघर में भी इस तूफान का खासा असर देखा गया यहां भी तेज हवाओं के साथ बारिश का कहर देखा गया इस दौरान सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए तटीय इलाकों में इस तूफान का ज्यादा असर देखा गया एक आंकड़े के अनुसार करीब 1 लाख लोगों को समुद्री तटीय इलाकों से सुरक्षा के मद्देनज़र विस्थापित किया गया था। सरकार ने 7 एयरक्राफ्ट 15 विमान 21 हजार नावे लोगों की मदद के लिए लगाई थी जबकि गुजरात रूट की 99 ट्रेनों का संचालन बंद किया था। गुजरात और महाराष्ट्र के अलावा असम केरल राजस्थान कर्नाटक लक्षदीप अरुणाचल प्रदेश मेघालय और मध्यप्रदेश में इस का प्रभाव देखा गया जिससे आसमान पर बादल छाए रहे हवाएं ठंडी चलने के साथ अनेक जगह बारिश हुई।

मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक बिपराजॉय तूफान यह जमीन पर पूर्व एवं उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है और इसकी गति 10 किमी प्रति घंटे की है शुक्रवार की शाम तक इस तूफान की ताकत धीरे धीरे कम होने लगेगी राजस्थान में यह एक डिप्रेशन वाले मौसमी सिस्टम की तरह प्रवेश करेगा और इससे दक्षिण राजस्थान में तेज हवाएं अंधड़ और 10 से 20 सेमी बारिश हो सकती है।

राजस्थान में इस तूफान का असर आज देखा जा रहा है और तेज हवाओं से कई पेड़ गिर गए है और बारिश भी शुरू हो गई है। लेकिन गुजरात और महाराष्ट्र से यह तूफान गुजर तो गया है लेकिन अपने पीछे जो तबाही का मंजर छोड़ गया है उससे निबटने और जीवन को फिर से पटरी पर लाने में प्रशासन को कई दिन लग जाएंगे।

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महाराष्ट्रमुंबई

मुंबई में श्रद्धा वालकर हत्याकांड की पुनरावृति, लिव इन में रहने वाली महिला की हत्या कर कटर से टुकड़े किए, कुकर में उबाले आरोपी हिरासत में

Murdered

मुंबई/ महाराष्ट्र के मुंबई में एक बार फिर से श्रद्धा वालकर हत्याकांड जैसी एक और वारदात सामने आई है यहां एक फ्लैट में लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे शख्स ने साथ में रह रही 24 साल छोटी महिला की हत्या के बाद उसके शरीर के कटर से कई टुकड़े किए। और उन्हे कुकर में उबाला भी, शंका है उसने महिला के शरीर के टुकड़े आवारा कुत्तों को भी खिलाए पुलिस ने इस दुर्दांत आरोपी को हिरासत में ले लिया हैं।

मुंबई के मीरा रोड इलाके में स्थित आकाश गंगा बिल्डिंग के सातवें माले पर 56 साल के मनोज साने और 32 साल की युवती सरस्वती वैद्य पिछले 3 साल से लिव इन रिलेशन में रह रहे थे। बताया जाता है पहले उसने आपसी विवाद में महिला की हत्या कर दी और उसके शरीर के कटर से काट कर छोटे छोटे टुकड़े भी किए और शरीर के पीस कुकर में उबाले भी लगता है आरोपी धीरे धीरे उन्हें ठिकाने लगाने की जुगत में था।

बीते दिन आरोपी के सामने वाले फ्लैट में रहने वाले परिवार को बहुत तेज बदबू आई उन्होंने पहले सोचा कोई चूहा बगेरा मर गया इसमें रहने वाले युवक ने घर से जाते समय मनोज से भी बात की उसने कहा में अभी जल्दी में हूं आकर देखता हूं इस बीच बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को मनोज आवारा कुत्तों को कुछ खिलाता भी दिखा, जबकि उससे पहले वह कुत्तों को खिलाता नहीं देखा गया वही पड़ोसी युवक को मनोज के फ्लैट से आ रही आवाज से लगा कि वह बदबू कम करने के लिए रूम स्प्रे का इस्तेमाल कर रहा है तो उनका शक पक्का हो गया कि कुछ गड़बड़ है और उन्होंने पुलिस को इत्तला कर दी पुलिस ने आकर मनोज की गैर मौजूदगी में फ्लैट का दरवाजा तोड़ा और अंदर दाखिल हुई तो इस बीच बिल्डिंग के लोग भी इकट्ठा हो गए।

पुलिस जब फ्लैट में दाखिल हुई तो तेज बदबू और सड़ांध आती मिली तलाशी लेने पर किचन में आरी जैसा बड़ा कटर और खून के छीटें मिले साथ ही वहां रखी बाल्टियों में मानव शरीर के टुकड़े और आंतडिया मिली जो पानी में सड़ गई थी साथ ही कुछ मानव शरीर के कटे फटे अंग भी पुलिस को मिले। किचन से कटर भी बरामद हो गया वहां देखने से लगा कि मारने के बाद महिला को किचन में लाकर उसके शरीर को कटर से यही काटा गया हैं।

मुंबई के डीपीसी जयंत बजवले के मुताबिक फ्लैट में जो शरीर के अंग मिले है वह पूरी तरह सड़ चुके है हालत देखकर लगता है महिला मर्डर लगभग चार दिन पहले किया गया है जांच में यह भी साफ हुआ है कि जो महिला इसके साथ लिव इन में थी उसकी बड़ी निर्ममता से हत्या की गई हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच किसी बात पर झगड़ा हुआ और गुस्से में मनोज साने ने महिला की हत्या कर दी और उसके शरीर को छोटे छोटे हिस्सो मे कटर से काट दिया, पुलिस ने महिला के शरीर के अंग भी बरामद किए है बाकी पोस्मार्टम रिपोर्ट के आने पर स्पष्ट हो जाएगा।

पुलिस ने महिला की हत्या के आरोपी मनोज साने को गिरफ्तार कर मीरा भायंदर कोर्ट में पेश किया कोर्ट ने उसे 16 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है अब पुलिस उससे पूछताछ कर इस मर्डर की तफ्तीश से जांच करेगी।

सरस्वती वैद्य हत्याकांड में अब नया खुलासा हुआ है कि पहले वह बालिका आश्रम में रही थी और 18 साल तक उसने वही पढ़ाई भी कि वह अनाथ नही थी उसके तीन बहनें भी है जिनमें एक ओरंगावाद में रहती है हो सकता है मां बाप की मौत के बाद वह बालिका आश्रम में आई हो। पुलिस को जांच में यह भी पता चला हैं कि सरस्वती मनोज साने को मामा कहती थी और पिछले दो साल से दोनों के बीच काफी झगड़े हो रहे थे। पूछताछ में मनोज ने पुलिस को बताया कि सरस्वती ने खुद जगह खा लिया और उसकी मौत से घबरा कर और डरकर उसने उसके शरीर को ठिकाने लगाने के लिए ऐसा किया। बताया जाता है मनोज ने आईटीआई की थी और वह एक दुकान पर नोकरी भी करता था।

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देशमहाराष्ट्रमुंबई

दिग्गज नेता शरद पवार का एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा, मचा हड़कंप, कहा सोचने का समय दो, एक तीर से दो निशाने लगाएं पवार ने ?

NCP Leader Sharad Pawar

मुंबई/ शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे पार्टी के नेताओं में हड़कंप मच गया साथ ही इससे बीजेपी के तथाकथित प्रयासों पर भी फिलहाल रोक लग गई। लेकिन शरद पवार जिन्हें एक मजा हुआ राजनीतिज्ञ समझा जाता है उनके इस कदम से सभी हैरान परेशान हैं। इसे क्या शरद पवार की गुगली कहा जाएं जिससे वह एक तीर से दो निशाने लगाने की फिराक में नजर आ रहे हैं।

मंगलवार को मुंबई के वाईवी चव्हाण सभागार में अपनी बायोग्राफी की किताब के विमोचन कार्यक्रम के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी के नेता और कार्यार्ताओं के बीच यह ऐलान कर हलचल मचा दी कि वह अपना इस्तीफा दे रहे है जबकि उन्होंने कहा वह सामाजिक रूप से आपसे जुड़े रहेंगे जब बुलाओगे वह आयेंगे ऐसा नहीं था यह अचानक हुआ वह बाकायदा अपना इस्तीफा अंग्रेजी में लिखकर लाए थे, मराठी भाषा में उन्होंने अपने संबोधन में यही कहा उनके इस्तीफे की बात कहते ही मोजूद लोग सकपका गए कुछ कार्यकर्ता रोने लगे कुछ नारेबाजी करने लगे असहमति के बीच पूरे हॉल में शोर ही शोर छा गया और हंगामा हो गया।

खास बात है उन्होंने 15 लोगों की कमेटी भी गठित कर दी जो अगला अध्यक्ष चुन सकते है इस कमेटी में अजित पवार अनिल देशमुख छगन भुजबल हसन मुशरिफ सुप्रिया सुले धनंजय मुंडे जितेंद्र अवाड़ राजेश टोपे जयदेव गायकवाड़ दिलीप पाटिल केके शर्मा और पीके चाको प्रमुख रूप से शामिल थे खास बात है सुझाएं गए इन पद्रह में से 6 नेता वे है जिनके जाम केंद्रीय एजेंसियों की जांच सूची में शामिल है।

इस हंगामा और शोरगुल और वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत के बाद शरद पवार ने इस्तीफे पर कहा ठीक है वह दो तीन दिन सोचते है विचार करते है लेकिन फिलहाल तो यह संकट टल गया लेकिन इसके पीछे उनकी क्या सोच और रणनीति रही होगी इसको लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया हैं।

शरद पवार और और उनकी पार्टी एनसीपी इन दिनों अंदरूनी और बाहरी दोनों कलह से जूझ रही है एक तरफ अपने भेतीजे और बेटी सुप्रिया सुले के बीच वह सामजस्य नही बैठा पा रहे कि पार्टी की कमान किसको दे एक तरफ बेटी का मोह तो दूसरी तरफ अजित पवार की बीजेपी के साथ बड़ती नजदीकियों से पार्टी के गर्त में जाने का डर इन दिनों वह खासे परेशान हैं। खबर है कि बीजेपी हाईकमान ने अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने का भरोसा भी दिया है यदि अजित बीजेपी में जाते है तो एनसीपी का टूटना तय है यू तो पूरी पार्टी शरद पवार पर टिकी है लेकिन शरद पवार के बाद दूसरी पायदान पर खड़े अजित पवार ही एकमात्र नेता है जिसे एनसीपी के कार्यकर्ता पसंद कर सकते हैं और उनके रहने से एनसीपी जिंदा रह सकती हैं।

पिछले दिनों पार्टी नेता सुप्रिया सुले ने 17 अप्रैल को यह कहकर खासी हलचल मचा दी थी कि महाराष्ट्र में दो विस्फोट होने वाले हैं बताया जाता है 18 अप्रैल को ही खबर मिली के अजित पवार एनसीपी के 15 ..16 विधायको को साथ लेकर बीजेपी में जा सकते है लेकिन सुप्रिया का यह कहना काफी मायने रखता है सबाल उठते है कि क्या उन्हें इसका इल्म था कि ऐसा कुछ होने वाला हैं।

जैसा कि सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना (उद्धव गुट) से अलग हुए एकनाथ शिंदे धड़े के 16 विधायकों के निलंबन का केस चल रहा है बताया जाता है उसमें जल्द फैसला आने वाला है जिसमें इन विधायकों की सदस्यता जाने पर तलवार लटकी है विशेषज्ञ कहते है कि सुप्रीम कोर्ट इन्हे निलंबित कर सकता जिससे महाराष्ट्र में बीजेपी के गठबंधन से बनी एकनाथ शिंदे सरकार का गिरना तय हैं। बताया जाता है बीजेपी एक बार फिर महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस चलाने की फिराक में है चर्चा है कि वह अजित पवार के जरिए एनसीपी में सैंध लगाने की कोशिशों में जुटी है और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से पहले वह अजित पवार और एमसीपी के विधायकों को अपने खेमे में लाकर महाराष्ट्र में अपनी सरकार को बचाने के लिए प्रयासरत बताई जाती हैं।

महाराष्ट्र में फिलहाल महाविकास अगाड़ी के बीच गठबंधन है जिसमें एनसीपी शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस शामिल है जिसे जोड़कर सरकार बनाने का काम शरद पवार ने ही किया था अब यदि एनसीपी टूटती है तो इस गठबंधन का क्या होगा तब बीजेपी की तो बल्ले बल्ले है एक तरफ महाराष्ट्र में उसकी सरकार सुरक्षित हो जायेगी तो 2024 के चुनाव में 48 सीट वाले राज्य महाराष्ट्र में उसके सामने विपक्ष लगभग होगा ही नही वह एक तरफा जीत हासिल कर सकती है।

दिग्गज नेता शरद पवार को जोड़तोड़ में माहिर और राजनीति का चाणक्य भी कहा जाता है उनके मन में क्या है और जुबान पर क्या यह आज तक उनके नजदीकी लोग भी नही समझ पाएं इसी जुगाड के चलते 1977 में मुख्यमंत्री बने तो कई सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहने के साथ 1999 में कांग्रेस से अलग होकर तारिक अनवर (अब कांग्रेस में) और संगमा के साथ मिलकर एनसीपी बनाई वह ऐसे ही हार मान लेंगे यह बात पचती नही है सबाल उठते है कि उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा भी करदी और दो तीन दिन का समय भी ले लिया इस तरह कही उन्होंने एक तीर से दो शिकार तो नहीं कर लिए अपनी ताकत दिखाने के साथ अपने प्रति सहानुभूति बटोरते हुए पार्टी को एकजुट भी कर दिया और बगावत करने वाले अजित पवार को बीजेपी में जाने से भी रोक दिया इस तरह एक तरह से उन्होंने तथाकथित बीजेपी के ऑपरेशन लोटस को भी फेल करने का काम बखूबी कर दिखाया। इस सारे घटनाक्रम को देखते हुए लगा कही वह शिवसेना प्रमुख स्व बाल ठाकरे के पदचिन्हों पर तो नही चल रहे?

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देशमहाराष्ट्रमुंबई

NCP सुप्रीमो शरद पवार की गोतम अडानी से मुलाकात, विपक्षी एकता पर उठे सबाल? कयासों का दौर जारी

NCP Leader Sharad Pawar

मुंबई/ एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से चर्चित उद्योगपति गौतम अडानी की आज सुबह गुरुवार को मुलाकात हुई है दोनों के बीच 2 घंटे तक चली मीटिंग की कोई जानकारी तो नही मिली लेकिन इस मुलाकात के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया है जिससे विपक्षी एकता के साथ कई सबाल उठ रहे है।

शुरू में संसद में विपक्षी पार्टियों की अडानी मामले में जेपीसी की मांग का एनसीपी ने समर्थन किया था और उसके सांसद 19 विपक्षी पार्टियों के साथ खड़े हुए लेकिन हाल में एक निजी चैनल जो अडानी ग्रुप का है उसे दिए एक इंटरव्यू में एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा था कि जब सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच के लिए कमेटी बना दी फिर ज्वॉइंट पार्लियामेंट कमेटी बनाने का कोई ओचित्य नही है एक तरह से उन्होंने विपक्ष की मांग को बेमानी बता दिया था लेकिन जब उनपर दबाव पड़ा तो उन्होंने पलट मारते हुए कहा कि यदि विपक्ष चाहता है तो सरकार को उसकी मांग मान लेना चाहिए। चूकि उनके अडानी से पुराने संबंध रहे है उसे इसी चश्मे से देखा गया। लेकिन आज जब सुबह उनके निवास पर शरद पवार और उद्योगपति गोतम अडानी के बीच 2 घंटे की मुलाकात ने विपक्षी खेमें में फिर से चिंता के बादल गहरा दिए है जिससे विपक्षी एकता में खलल पड़ने के साथ महाराष्ट्र में महाविकास अगाड़ी गठबंधन के टूटने की संभावना के भी कयास लगाएं जा रहे हैं।

लेकिन दूसरी तरफ शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच की जो खबरें आ रही है यह एनसीपी में पार्टी संकट का आगाज करा रही हैं,2019 में भी अजित पवार बीजेपी के साथ चले गए थे और तब सीएम की की शपथ लेने वाले देवेंद्र फड़वनीस के साथ अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी लेकिन शरद पवार ने बाद में बात सम्हाल ली और अपने विधायकों के साथ उन्हें रोका और वापस लाए बाद में शरद पवार ने शिवसेना और कांग्रेस के साथ महाविकास अगाडी की सरकार महाराष्ट्र में बनाई थी।

बताया जाता है कल एमसीपी का मुंबई में जो सम्मेलन हो रहा है उसमें अजित पवार का नाम नहीं है इस बारे में एनसीपी के प्रवक्ता का कहना है वे पूना के एक कार्यक्रम में विजी है। वही उन्होंने एनसीपी के विपक्ष के साथ होने का दावा भी किया हैं। लेकिन फिलहाल शरद पवार और अडानी की मुलाकात किस मुद्दे पर हुई और क्या बातचीत हुई इसकी किसी को भी कोई जानकारी नहीं है खास बात है मीडिया को भी इस मुलाकात का तब पता चला जब अडानी शरद पवार से मिलकर उनके निवास से रवाना हो चुके थे।

इधर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम नरेश ने कल बुद्घवार को एशिया की सबसे बड़ी झोपड़ पट्टी धारावी के पुनर्वास का ठेका देने में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर एक नया मामला छेड़ दिया है कांग्रेस का आरोप है कि इसमें नियमों का उल्लंघन और घालमेल कर यह ठेका अडानी ग्रुप को दिया गया है जिससे करोड़ो के सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। कांग्रेस के मुताबिक पहले धारावी पुनर्वास का यह प्रॉजेक्ट एक दूसरी कंपनी सेकलिन टेक्नो को 7200 करोड़ में दिया गया था लेकिन बाद में उसे हटाकर नया टेंडर जारी किया गया और यह प्रोजेक्ट राशि घटाकर 5069 करोड़ में अडानी ग्रुप को दे दिया गया इतना ही नहीं पहली कंपनी जो एकमुश्त रकम सरकार के खजाने में जमा कर रही थी अब अडानी ग्रुप को किश्तों में राशि जमा करने की भी छूट दे दी गईं, इसके अलावा खास बात है नए टेंडर में अनुभव के कॉलम को नजर अंदाज करने के साथ उसके निर्धारित समय की पाबंदी में भी बदलाव किया गया बल्कि इसकी जुर्माना राशि कम कर दी गई। इस मामले को कांग्रेस ने पुरजोर तरीके से उठाया है।

संभावना यह भी जताई जा रही है कि हो सकता है शरद पवार और अडानी के बीच इस मामले को लेकर यह बैठक हुई हो लेकिन एक तरफ सारा विपक्ष हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को आधार बनाकर अडानी के घपले और 20 हजार करोड़ कहा से आए और उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी के संबंधों को लेकर हमलावर है उसी दौरान शरद पवार और अडानी की मुलाकात चर्चा का विषय तो बनेगी ही बल्कि विपक्षी एकता को चोट पहुंचाने का बायस भी बन सकती है चुक कि शरद पवार पर्दे के पीछे खेल खेलने के आदी है इसलिए कुछ भी सोचा जा सकता है लेकिन फिलहाल तो कयास ही लगाएं जा सकते हैं।

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