पुणे – महाराष्ट्र के पुणे में एक केमिकल फेक्ट्री में आग लगने से 13 महिलाओं सहित 18 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गये फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा हैं।
यह अग्निकांड पुणे के मुलशी एमआईडीसी क्षेत्र स्थित एसवीएस केमिकल फेक्ट्री में सोमवार की शाम 5 बजे हुआ ।जब इस फेक्ट्री में मजदूर काम कर रहे थे उसी दौरान अचानक आग लगना शुरू हुई आसपास ज्वलनशील पदार्थ होने से उंसने भयावह रूप ले लिया अचानक आग के साथ भीषण धुंआ होने से मजदूर उंसके बीच फंस गये। आग लगने की खबर मिलने पर नगर निगम का दमकल दस्ता और 8 गाड़ियां मौके पर आ पहुंची लेकिन फैक्ट्री में गहरा धुंआ भरने से लोगों को निकालने में परेशानी आ रही थी तब निगम कर्मचारियो ने जेसीबी मशीन से दीवार ढहाई उंसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बहाल हुआ।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 18 मजदूरों के शव निकाले गए जिसमें 13 महिलाएं है जबकि 19 लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया जिन्हें ससून अस्पताल भेजा गया हैं बताया जाता है घटना के समय फैक्ट्री में 37 मजदूर काम कर रहे थे, फिलहाल मरने वालों की पहचान नही हो पाई हैं। खास बात है फैक्ट्री में धुंआ भरने से मजदूर बाहर नही निकल सके और दम घुटने से उनमें से कई मजदूरों की मौत हो गई। इस घटना के दौरान फैक्ट्री मालिक मौका पाकर फरार हो गया। जब फेक्ट्री में पेकिंग का काम चल रहा था उसी दौरान बिजली में शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई।
बताया जाता हैं इस केमिकल फेक्ट्री में क्लोरीन डाई ऑक्साइड बनाया जाता था जो क्लोरीन और डिस्टिल वॉटर से बनाया जाता था जो साफ सफाई और कीटनाशक के रूप में उद्दोगों और नगर निगम में सप्लाई होता था।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 2 -2 लाख और घायलों को 50 -50 हजार की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है जबकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मृतको के परिजनों को 5- 5 लाखऔर घायलों को 50 -50 हजार मुआवजा देने का ऐलान किया है।