जालना / महाराष्ट्र के जालना में स्टील कारोबारी और उनके फायनेंसर के 5 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में 390 करोड़ की अकूत काली संपत्ति बरामद हुई हैं खास बात है इस यह पूरी कार्यवाही गोपनीय रखी गई साथ ही छापेमारी के दौरान आईटी विभाग ने अनोखी तरकीब अपनाई और बारात के रूप में रेड डालने टीमें निकली और उसमें शामिल वाहनों पर “राहुल वेडस अंजली ” के विवाह के स्टीकर लगे थे और इस अभियान का सीक्रेट कोड था “दुल्हन हम ले जायेंगे”। महत्वपूर्ण है कि आयकर विभाग की टीमें बारात के रूप में रेड डालने निकली जिससे किसी को कोई शक ना हो।
महाराष्ट्र के आयकर विभाग ने पहले पूरी तरह से इस अभियान को लेकर बड़ी गोपनीयता बरती और फिर 31 जुलाई को अपने भारी भरकम बेड़े के साथ यह सभी टीमें एक साथ निकली और 1 से 8 अगस्त के बीच अभी तक की सबसे बड़ी छापामार कार्यवाही को अनोखे अंदाज में अंजाम दिया। इससे पूर्व उसने महाराष्ट्र के तीन जिलों जालना नवी मुंबई और नासिक के दफ्तरों के 400 कर्मचारी और अधिकारी शामिल किए और उनको ले जाने के लिए 120 वाहनों का इस्तेमाल किया और अलग अलग 12-12 लोगों की टीमें बनाई। यह रेड स्टील उद्योग रियल स्टेट और कपड़ा कारोबारी और उसके दो फायनेंसर के यहां डाली गई। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने अंतिम समय तक इस छापेमार कार्यवाही को गोपनीय रखा और सभी टीमों को अलग अलग टास्क सौंपे।
आयकर विभाग के अधिकारियों को लंबे समय से खबर मिल रही थी कि जालना और अन्य जगहों में कुछ कारोबारी आयकर विभाग की आंखों में धूल झोककर भारी रकम का गोलमाल कर रहे है उसमें एसआरजे पीटी स्टील कंपनी के संचालक घनश्याम गोयल विमल राज और प्रदीप वोरा शामिल है जो स्टील कपड़ा रियल स्टेट का कारोबार करते है और इनके साथ दो बड़े फायनेंसर भी हैं।
आयकर की टीम स्टील कारोबारी के ठिकाने पर पहुंची वहा तलाशी में उसे शुरूआत में जेवरात और कुछ संपत्ति के कागजात मिले लेकिन नगदी बरामद नही हुई इसके बाद टीम ने यहां से 8-10 किलोमीटर दूर उसके फार्म हाउस पर रेड की तो वहां कमरों में जब तलाशी शुरू की तो रोल किए गद्दों के बीच रूपयो की गड्डियां बरामद हुई और देखते ही देखते उनका बड़ा ढेर लग गया आईटी को उन्हें गिनती करने के लिए 12 मशीन मंगाना पड़ी और गिनने में 13 घंटे का समय लगा।
इसके साथ टीमों ने लगातार इन कारोबारियों के 5 ठिकानों पर छापेमारी की साथ ही इनके कुछ कर्मचारियों के यहां से भी भारी रकम बरामद की कुल मिलाकर 58 करोड़ की नगदी सहित 32 किलो सोना और हीरे जवाहरात सहित भारी मात्रा में जमीन और संपत्ति के दस्तावेज टीम को मिले। इस तरह कुल मिलाकर नगदी सहित 390 करोड़ की काली संपत्ति बरामद हुई हैं जो आयकर विभाग की बड़ी सफलता कहा जा सकता हैं खास बात है आयकर के वरिष्ठ प्रशासन की सूझबूझ और उसकी इस अभियान की गोपनीयता और टीमों को रवाना करने से पूर्व उन्हे उनका टारगेट बताना इस सफलता के पीछे की कहानी खुद ब खुद बया करता हैं