सिवनी/ मध्यप्रदेश के सिवनी के हरदुली गांव में बाघिन और जंगली सूअर दोनों एक कुएं में जा गिरे,बाघिन अपने शिकार सूअर का पीछा कर रही थी उसके पीछे दौड़ने के दौरान दोनों कुएं में गिर गए। खबर मिलने पर पुलिस और फॉरेस्ट की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन करके दोनों को बाहर निकाला लेकिन खास बात रही रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान जब कुएं में खटिया डाली गई तो शिकार और शिकारी दोनों पानी से निकलकर एक साथ उसकर बैठ गए लेकिन बाघिन ने अपने शिकार सूअर को एक नजर देखा तक नहीं लगता है इस खूंखार जंगली जानवर को अपनी जान की पड़ी थी।
यह घटना जिरकुई वन क्षेत्र के पिपरिया हरदुली गांव की है यहां के एक कुएं में बाघिन और सूअर बाहर निकलने किए छटपटा रहे थे आज सुबह जब गांव के कुछ लोग कुएं से पानी भरने पहुंचे तो इसका पता चला उन्होंने एक अजब गजब खेल भी देखा जिस शिकार का पीछा करते हुए बाघिन उसके साथ कुएं में गिरी पानी में गिरने के बाद वह उसे पकड़ने का कोई प्रयास करती नहीं दिखी जैसे वह खुद अपनी जान की खैर मांग रही हो।
इतना ही नहीं जब रेस्क्यू टीम ने कुएं में रस्सी के सहारे एक खाट उतारी तो नीचे जाते ही बाघिन और सूअर दोनों उस पर जल्दी से चढ़ गए जो बाघिन शिकार करने जिस सूअर के पीछे भाग रही थी अब वह उसने करीब उसके जबड़े के नजदीक था लेकिन बाघिन ने उसपर हमला करने का कोई प्रयास भी नहीं किया बाघिन और सूअर को एकसाथ खटिया पर बैठे देखकर ग्रामीण भी हैरान हो गये।
पेंच नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर राजनीश कुमार सिंह ने बताया कि सुबह 9 बजे कुरई वन परिक्षेत्र के वन सहायक शरीफ खान को सूचना मिली थी कि ग्राम हरदुली में किसान किशोर भलावी के खेत के कुएं में एक बाघ और एक सूअर गिर गए है इसके बाद पैच टाईगर रिजर्व का रेस्क्यू स्क्वॉड रवाना किया गया रेस्क्यू के दौरान कुएं के आसपास भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी कोई व्यविधान उत्पन्न न हो इसके लिए पुलिस की मदद से रस्सी का घेरा बनाकर लोगों दूर किया गया और उन्हें पास आने से रोका गया।
टीम ने पहले कुएं में रस्सी से खाट को उल्टा बांधकर नीचे डाला और पहले बाघिन का रेस्क्यू शुरू किया बाघिन जो पानी में तैरते तैरते काफी थक गई थी खाट नीचे आते ही बाघिन उसपर चढ़कर बैठ गई, रेस्क्यू टीम ने हाइड्रोलिक क्रेन मशीन और जेसीबी मशीन भी बुला ली थी और बाघिन के लिए पिंजरे को हाइड्रोलिक मशीन से बांधकर कुएं में उतारा फिर उसे बाघिन के पास ले जाया गया और रस्सी से पिंजरे का गेट खोला दिया गया लेकिन बाघिन ने कोई तवज्जों नहीं दी वह काफी देर तक खाट पर ही बैठी रही लगा वह पिंजरे में जाना ही नहीं चाहती थी टीम के काफी कोशिशों के बाद पिंजरे की तरफ खाट को कुछ नीचा करने पर एकाएक बाघिन उठी और पिंजरे में चली गई और टीम ने तुरंत उसका गेट बंद कर दिया । उसके बाद पिंजरे को हायड्रोलिक मशीन की मदद से कुएं से बाहर निकाला गया बाद में यह पिंजरा छोटा होने के कारण बाघिन को दूसरे बड़े पिंजरे में शिफ्ट किया गया। बाघिन के बाद जंगली सूअर का भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया जो खुद भी खाट पर बैठा था उसे भी पिंजरे में बंद कर कुएं से बाहर निकाला गया और उसे उसी समय पास के जंगल में छोड़ दिया गया। बताया जाता है बाघिन की उम्र 3 साल है वन अधिकारियों के मुताबिक उसे वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व सागर के नोरोदेही अभ्यारण में छोड़ा जायेगा।