सागर / मध्यप्रदेश के सागर में कंटेनर से 12 करोड़ कीमत के 1600 आईफोन चोरी किए जाने की बड़ी घटना सामने आई है आरोपियों ने ड्राइवर को बंधक बना लिया और जीपीएस लगे होने से आरोपियों ने गेट की कुंडी काटकर इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस की भूमिका काफी लापरवाही भरी रही ड्राइवर के तीन थानों में चक्कर लगाने के बाद भी इस बड़ी घटना की शिकायत दर्ज नहीं की गई। आईजी के हस्तक्षेप के बाद रिपोर्ट लिखने के साथ आरोपियों की धरपकड़ के लिए 5 पुलिस टीमें बनाई गई है। जबकि पुलिस ने किसी अपने के साथ मेवाती गिरोह पर इस वारदात को अंजाम देने का शक जाहिर किया है।
चेन्नई से दिल्ली जा रहे थे एप्पल के आईफोन …
12 अगस्त को यह कंटेनर UP – 14 PT 0103 चैन्नई से दिल्ली के लिए निकला, जो चैन्नई की आईफोन कंपनी की मेन्यूफैक्चरिंग यूनिट से 1600 आईफोन लेकर दिल्ली डिलेवरी देने जा रहा था।कंटेनर के ड्राइवर के साथ सिक्योरिटी गार्ड भी थे, 15 अगस्त को यह कंटेनर सागर के लखनादौर पहुंचा, तो यहां कंटेनर के सिक्योरिटी गार्ड ने एक अन्य युवक को अपना सहयोगी बताकर कंटेनर में बिठाला और वाहन आगे रवाना हुआ।
ड्राइवर की नींद लगने के दौरान हुई घटना …
नरसिंहगढ़ के पास आने पर ड्राइवर को नींद आने लगी बातचीत के दौरान सिक्योरिटी गार्ड और उसके साथी ने ड्राइवर को सोने की कहकर कंटेनर को सड़क के किनारे खड़ा करने को कहा इसके बाद ड्राइवर ने लखनादौन -झांसी हाईवे पर बांदरी के नजदीक सौरभ ढाबे के पास गाड़ी पार्क की और वह केबिन में सो गया।
3 थानों की पुलिस ने रिपोर्ट नही लिखी ड्राइवर को भगाया …
सुबह जब एकाएक ड्राइवर की नींद खुली तो उसके हाथ पैर बंधे हुए थे और सिक्योरिटी गार्ड और उसे साथ का वह शख्स गायब था, काफी कोशिशों के बाद किसी तरह ड्राइवर ने रस्सियां खोलकर खुद को आजाद किया और जब वह उतरकर गाड़ी के पीछे के हिस्से में गया तो अवाक रह गया क्योंकि कंटेनर का गेट की कड़ी कटी हुई थी और गेट खुला हुआ था अंदर देखा तो सभी कार्टून खुले और बिखरे पड़े थे और आईफोन गायब थे। यह देख घबराया कंटेनर का ड्राईवर पैदल ही बांदरी थाने पहुंचा, जब उसने शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने घटना स्थल लखनादौर बताकर उसे भगा दिया इसके बाद वह लखनादौर पुलिस थाने पहुंचा, लेकिन वहां की पुलिस ने भी मामला नरसिंहपुर का बताकर उसे भगा दिया और रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
आईजी ने लिया घटना का तुरंत संज्ञान, टीआई एएसआई लाईन अटैच …
कंटेनर का ड्राईवर की तमाम कोशिश के बाद भी जब पुलिस ने रिपोर्ट नही लिखी तो सागर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा के पास 30 अगस्त यह शिकायत पहुंची,मामले की गंभीरता को देखते हुए वह तत्काल बांदरी थाने पहुंचे और जानकारी लेने पर उन्हें साफ साफ पुलिस स्टॉफ की लापरवाही और अनदेखी नजर आई और आईजी ने शुक्रवार को ही बांदरी थाना प्रभारी भागचंद उईकेे और एएसआई राजेंद्र पांडेय को लाईन अटैच कर दिया इसके अलावा हेड कांस्टेबल राजेश पांडेय को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उन्होंने ट्रांसपोर्ट कंपनी, ऐप्पल कंपनी और सिक्योरिटी कंपनी के अधिकारियों को तलब किया और उनसे पूरी जानकारी ली साथ ही सिक्योरिटी कंपनी से कंटेनर के साथ गए सिक्योरिटी गार्ड की पूरी जानकारी भी ली। पुलिस ने इस वारदात को काफी चुनौतीपूर्ण ढंग से लिया है और आरोपियों की धरपकड़ के लिए अधिकारियों के नेतृत्व में 5 टीमें भी गठित की है जिन्होंने पूरे मामले की गहराई के साथ पड़ताल शुरू कर दी है।
शातिराना अंदाज में दिया गया वारदात को अंजाम …
पुलिस के मुताबिक कंटेनर को पूरी सुरक्षा के साथ रखा गया था क्योंकि गाड़ी में GPS ट्रेकर भी लगा था, साथ ही लॉक ऐसा था कि उसे अगर कोई भी खोलता तो कंपनी के पास सीधा मैसेज पहुंच जाता, लेकिन आरोपियों को इस बारे में मालूम था इसीलिए आरोपियों ने कंटेनर का ताला नहीं तोड़ा बल्कि उसकी कुंडी काटकर गेट खोला और एक एक बॉक्स से आईफ़ोन निकाले और किसी दूसरे वाहन में लेकर फरार हो गए।
पुलिस छानबीन के साथ सबूत जुटाती रही…
आईजी प्रमोद वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस पूरे दिन सबूत जुटाती रही,मालूम हुआ कि आरोपी कंटेनर में रखे 1600 आईफोन लेकर फरार हुए है जिनकी कीमत करीब 12 करोड़ आंकी गई है उन्होंने बताया कि कंटेनर में खाली कार्टून मिले है। पुलिस के अनुसार एक कार्टून में 10 बॉक्स रखे थे और प्रत्येक बॉक्स में 10 – 10 आईफोन रखे थे।
पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए हुई सक्रिय सीसीटीवी फुटेज पर निगाह …
पुलिस लखनादौन और झांसी हाईवे पर बने हर टोल नाकों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है साथ ही पुलिस ने एप्पल कंपनी, टांसपोर्ट कंपनी और सिक्योरिटी कंपनी के सुरक्षा गार्ड सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है साथ ही अन्य अधिकारियों को भी बुलाया है।
पुलिस को अपनों के शामिल होने के साथ मेवाती गिरोह पर संदेह …
पुलिस को इस वारदात में अंदरूनी जानकर के शामिल होने का संदेह है साथ ही पुलिस को जांच के दौरान इस घटना में मेवाती गिरोह के शामिल होने के सुराग भी मिले है इसके आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने 5 पुलिस की टीमें गठित कर अलग अलग जगह के लिए रवाना की है पुलिस का कहना है जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे और आरोपी हमारी गिरफ्त में होंगे।