close

श्योपुर

मध्य प्रदेशश्योपुर

विजयपुर में मतदान जारी, बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी नजरबंद, सुरक्षा के मद्देनजर उठाया कदम, वोट नहीं डालने देने का आरोप

Election

श्योपुर/ विजयपुर में आज विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है लेकिन पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को सुबह ही उठा लिया जबकि कुछ घंटे बाद बीजेपी प्रत्याशी एवं वनमंत्री रामनिवास रावत को भी पुलिस ने अभिरक्षा में ले लिया।

आज मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव हो रहे है। सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई थी। विजयपुर के कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा सुबह जब मतदान के लिए तैयार होकर जाने को थे तभी पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में ले लिया और श्योपुर लेजाकर नजरबंद कर दिया इससे पहले पुलिस उन्हें उनके गांव सिलपुरी के पोलिंग बूथ पर ले गई और उन्होंने वोट डाला। टी आई कराहल भारत सिंह का कहना है कि उनकी सुरक्षा के साथ मतदान में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न हो इसके लिए पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में लिया हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की पत्नी का कहना है कि जब वह वोट डालने की तैयारी कर रहे थे लेकिन वोट डालने से पहले ही पुलिस की 4 – 5 गाड़ियां आई और उन्हें उठाकर ले गई जबकि कराहल थाना प्रभारी ने बताया कि उनकी सुरक्षा और मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए इसलिए पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में लिया है।

इधर बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत आज सुबह हनुमान मंदिर पहुंचे और उनके दर्शन कर आशीर्वाद लिया उसके उपरांत श्री रावत अपने गृहगांव की सुनवाई पोलिंग बूथ पर पहुंचे और वोट डाला, इस दौरान उन्होंने अपनी जीत का दावा भी किया।

लेकिन उसके बाद पुलिस ने रामनिवास रावत को भी अपनी अभिरक्षा में ले लिया और उन्हें विजयपुर में ही अपनी निगरानी में नजरबंद कर लिया है। पुलिस का कहना है मतदान के दौरान शांति रहे और कोई उपद्रव न हो इसको लेकर पुलिस यह कदम उठा रही है।

फर्जी मतदान को लेकर प्रदर्शन, बूथ कैप्चरिंग और वोट नहीं डालने देने का आरोप …

इधर विजयपुर की तेलीपुरा पोलिंग बूथ के मतदाताओं ने वीरपुर के पुलिस थाने पर जोरदार प्रदर्शन किया और श्योपुर – मुरैना मार्ग पर चक्काजाम कर आरोप लगाया की रावत समाज के लोग फर्जी मतदान कर रहे है और आदिवासी वोटरों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। वहीं अंधीपुरा गांव में भी मतदाताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर वोट नहीं डालने देने का आरोप लगाया है उन्होंने बताया कि इसकी उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की है। जबकि खाड़ी गांव के लोगों ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है और केसी गांव मतदाताओ ने उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया हैं।

बताया जाता है सुबह 11 बजे तक विजयपुर में 38.26 फीसदी और बुधनी में 36 फीसदी मतदान हो चुका था।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

खुले में छोड़े गए चीते पवन की मौत, नाले में मिला शव, अब कूनो में 24 चीते शेष, आजाद करने की योजना खटाई में?

Cheetah - Panther

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो राष्ट्रीय अभ्यारण में पिछले 8 माह से खुले जंगल में विचरण करने वाले पवन नामक चीते की मौत हो गई,उसका शव झाड़ियों के बीच एक नाले में मिला है प्राथमिक तौर पर उसकी मौत का कारण इस बार हुई सबसे अधिक बारिश और बदले हुए वातावरण को माना जा रहा है लेकिन इसकी मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा। लेकिन अब सबाल है कि बाकी वयस्क चीतों को खुले जंगल में छोड़ने की योजना कही अधर में तो नहीं लटक जाएंगी?

पिछले दो दिन से श्योपुर के कराहल इलाके में तेज बारिश हो रही थी नदी नाले सभी उफान पर थे जिस जगह पवन मृत पाया गया वहां उसका सिर पानी में डूबा मिला है पार्क प्रबंधन को आशंका है कि बारिश के बीच यह चीता इसी में फंस गया और उसकी मौत पानी में डूबने से हो गई। कूनो के सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा के मुताबिक खुले जंगल में घूम रहे इस चीते पवन की लोकेशन लगातार मिल रही थी लेकिन मोनिटरिंग टीम को पिछले दो दिन से इसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी उन्होंने बताया उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है। पार्क प्रबंधन का कहना है इसकी मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।

कूनो नेशनल पार्क में 25 चीते थे इस वयस्क चीते की मौत के बाद अब 12 वयस्क और 12 शावक अभ्यारण में बाकी बचे है। चूकि पवन पिछले 8 महिने से खुले जंगल में विचरण कर रहा था उसे बाद पार्क प्रबंधन अन्य वयस्क चीतों को जंगल के खुले वातावरण में छोड़ने का प्लान बना रहा था लेकिन इस चीते की मौत के बाद फिलहाल यह प्रोजेक्ट खटाई में पड़ सकता है।

खास बात है इस बार मध्यप्रदेश में सबसे अधिक बारिश श्योपुर जिले में हुई है यहां अबतक 41.61 इंच पानी गिर चुका है जो सामान्य बारिश 22.17 से 87 फीसदी ज्यादा है।

जबकि चीतों को लेकर बनी स्टीयरिंग कमेटी की पिछले साल 10 अगस्त को हुई बैठक में चेयरमैन डॉक्टर राजेश गोपाल ने कहा था कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका में भारत की तरह वर्षा नहीं होती, यहां का वातावरण और मौसम भी अलग है इसलिए इथोपिया तंजानिया केन्या से यदि चीते लाए जाते है तो उनके बचने और भारत के वातावरण में ढलने के आसार ज्यादा है। इससे लगता है कि यहां चीतों के सराबाइब करने और उनकी मौत का एक बड़ा कारण जलवायु भी है।

read more
श्योपुर

कूनो अभ्यारण से फिर आई खुशखबरी, फीमेल पैंथर गामिनी ने 5 शावकों को दिया जन्म, 26 हुई चीतों की संख्या

Cheetah baby

श्योपुर / मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर से खुश खबर आई है यहां दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है।इस तरह अब कूनो अभ्यारण में चीतों की तादाद बढ़कर 26 हो गई है। केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी।

खास बात है इससे पहले जनवरी माह में मादा चीता ज्वाला ने भी 4 शावकों को जन्म दिया था। अब कूनो नेशनल पार्क में कुल 13 शावक हो गए हैं। इस तरह से कूनो में चीता की कुल संख्या 26 हो गई है, जिसमें 13 वयस्क और 13 शावक हैं। लगातार उतार चढ़ाव के बीच कूनो सेंचुरी में चीतों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है जो वाइल्ड लाइव और जंगली पशु प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है।

सिंह परियोजना संचालक और एपीसीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि मादा चीता गामिनी अभी बड़े बाड़े में है और रविवार को इसने 5 शावकों को जन्म दिया। हमारी टीम को मॉनिटरिंग के दौरान इसकी जानकारी मिली। गामिनी के सभी शावक स्वस्थ हैं।

कूनो में नई खुशखबरी को लेकर केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि दक्षिण अफ्रीका के त्वालु कालाहारी रिजर्व से लाई गई मादा चीता गामिनी ने आज 5 शावकों को जन्म दिया है। इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है। यह भारतीय धरती पर चौथा चीता वंश है और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया चीता का पहला वंश है। सभी को बधाई, विशेषकर वन अधिकारियों, पशुचिकित्सकों और फील्ड स्टाफ की टीम को, जिन्होंने चीतों के लिए तनाव मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों सहित चीतों की कुल संख्या 26 है। गामिनी की विरासत भी आगे बढ़ी… खुशखबरी के साथ!

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो अभ्यारण से 20 दिन बाद फिर आई खुश खबर, ज्वाला ने 3 शावकों को दिया जन्म

Cheetah baby

श्योपुर / मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो सेंचुरी से 20 दिन बाद फिर से खुशी की खबर आई है नामीबियाई मादा चीता ज्वाला ने 3 शावकों को जन्म दिया है केंद्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपने X हेंडिल से यह जानकारी शेयर की है। जबकि हाल में 3 जनवरी को ही आशा नामक मादा चीता ने भी 3 शावकों को जन्म दिया था। खास बात है यह भी है कि ज्वाला दूसरी बार मां बनी है।

केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा है की नामीबियाई चीता आशा द्वारा तीन शावकों को जन्म देने के कुछ सप्ताह बाद ही यह खुशखबरी आई है अब ज्वाला ने 3 शावकों को जन्म दिया है। देश भर के वन्यजीव अग्रिम पक्ति के योद्धाओं और वन्यजीव प्रेमियों को बधाई, भारत में इस तरह से बनी जीवन फले फूले।

कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिकुराल ने बताया कि नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे उनमें शामिल मादा चीता ज्वाला ने सोमवार को 3 शावकों को जन्म दिया है इससे पहले 23 मार्च 2023 में भी ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था लेकिन उनमें से तीन शावकों की मौत हो गई जबकि एक बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है उन्होंने बताया कि सोमवार को जन्में तीनों शावक स्वस्थ्य है और कूनो अभ्यारण की वन विभाग की टीम उनपर बराबर निगरानी रखें हुए हैं।

डीएफओ ने बताया कि ज्वाला मादा चीता ने जिन बच्चों को जन्म दिया है उनका पिता पवन नामक चीता है जिसका पहले नाम ओवान था। जबकि 3 जनवरी 2024 को मादा चीता आशा ने जो तीन शावक जन्में थे उनका पिता भी यही पवन है। उन्होंने बताया पवन ही पिछले दिनों अभ्यारण के क्षेत्र से विचरण करते हुए विजयपुर और पोहरी और शिवपुरी अभ्यारण के जंगल तक पहुंच गया था। जिसे 2 से 3 बार ट्रेंकुलाइज करके कूनो अभ्यारण में लाया गया ।

नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते पालपुर कूनो में बसाए गए थे उनने से 7 वयस्क और तीन शावकों की मौत हो चुकी है इन नवजात शावकों के साथ अब कूनो अभ्यारण में 7 शावक और 13 वयस्क चीते अर्थात कुल 20 चीते मौजूद हैं।

मुख्यमंत्री यादव ने भी पालपुर कूनो में बड़ते चीतों के कुनबे पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, नए मेहमानों का स्वागत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से भारत में चीतों की सुखद बापसी हुई है जिससे मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना हैं नए मेहमानों किए भारतवासी हर्षित एवं आनंदित है।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो अभ्यारण में एक और चीते शोर्य की मौत, अभी तक 7 वयस्क चीते और 3 शावकों की मौत, फिलहाल कारण अज्ञात

Cheetah Died

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित पालपुर कूनो अभ्यारण में एक और चीता शोर्य नही रहा आज दोपहर उसने दम तोड़ दिया सुबह यह गंभीर स्थिति में मिला था इस चीते को डॉक्टर की टीम बचा नही सकी और दोपहर में उसकी मौत हो गई अब अभ्यारण में 4 शावकों सहित 17 चीते बचे हैं।

कूनो अभ्यारण में नामीबिया से सितंबर 2022 में 8 और दक्षिण अफ्रीका से फरवरी 2023 में 12 चीते लाते गए थे शोर्य नामीबिया से आता था जो अपने भाई गौरव के साथ रहकर शिकार करता था। पिछले दिनों इन दोनों भाइयों की अग्नि और वायु नामक चीतों से लड़ाई भी हुई थी जिसमें चीता अग्नि घायल हो गया था। उसे बाद इनको बाड़े में बंद कर दिया गया था।

आज सुबह 11 बजे नामीबियाईं चीता शोर्य अपने बाड़े में बेहोशी की हालत में मिला था कूनो की टीम ने इसे देखकर पहले टेंक्यूलाईज किया फिर सीपीआर दिया जिससे यह होश में आ गया था लेकिन इसकी हालत कमजोरी से काफी खराब थी और दोपहर करीब सबा तीन बजे इसने दम तोड़ दिया। अब इसके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा उसके बाद ही उसकी मौत की असली बजह सामने आयेगी।

पालपुर कूनो में अभी 13 वयस्क और 4 शावक रह गए है शोर्य को मिलाकर अभी तक 7 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है जिसमें सबसे पहले साशा नामक मादा की मौत हुई थी उसके बाद पहले मादा ज्वाला ने 4 बच्चों को जन्म दिया था उसमे से 3 शावकों की मौत हो गई उसके बाद उदय और मेटिंग के दौरान मादा दक्षा की मौत हो गई थी उसे बाद गर्मी और दिहाद्रेशन से 3 शावकों की मौत हो गई जबकि तेजस और सूरज दूसरे चीते से संघर्ष में घायल होने के बाद नही रहे उसके बाद मादा धात्री भी नही रही। जबकि अभी पिछले दिनों मादा आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया है जो फिलहाल स्वस्थ्य बताए जाते हैं। लेकिन 16 जनवरी को शोर्य नही रहा।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, मादा चीता धात्री का जंगल में मिला शव, अभी तक 3 शावक सहित 9 चीतों की मौत

Cheetah Died

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो नेशनल पार्क से आज फिर एक और दुखद खबर आई है नामीबिया से लाई गई मादा चीता धात्री की मौत हो गई आज सुबह उसका शव फॉरेस्ट टीम को जंगल में मिला है इस तरह 26 मार्च से अभी तक तीन शावकों सहित 9 चीतों ने दम तोड दिया है। जिससे इस चीता प्रॉजेक्ट को काफी आघात लगा है सीसीएफ असीम श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की हैं।

पहले नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे जिन्हें पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिवस पर 17 सितंबर 2022 को कूनो अभ्यारण में रिलीज किया था उसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते और आए थे इस तरह कूणो अभ्यारण में कुल 20 चीते आ गए थे।

सबसे पहले 26 मार्च 2023 को 4 साल की साशा नामकी मादा चीता ने दम तोड़ा था बताया जाता है वह जब वह लाई गई थी इससे पहले से ही वह किडनी में इन्फेक्शन से पीड़ित थी किडनी फेल होना उसकी मौत का कारण बना। अब चीतों की संख्या 19 रह गई लेकिन उसके बाद अभ्यारण में बड़ी खुशखबरी आई मादा ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया और अब अभ्यारण में यह संख्या 23 पर जा पहुंची। लेकिन 23 अप्रैल को उदय नामक नर चीते की हार्ट अटैक से मौत हो गई तब एमपी के चीफ वाईल्ड वार्डन ने बताया शॉर्ट पीएम में पता चला कि धमनियों में रक्त प्रवाह रुकने से एक तरह के दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई थी। 9 मई को मादा दक्षा के बाड़े में मेटिंग के लिए एक नर चीते को छोड़ा गया था लेकिन आपसी हिंसक इंटरेक्शन के दौरान मेल ने पंजों से दक्षा को घायल कर दिया बाद में उसकी मौत हो गई इस तरह अब 21 चीते रह गए। उसके बाद तेज गर्मी और लू से हुए डिहाइड्रेशन के कारण 23 मई को पहले ज्वाला के एक शावक की मौत हुई उसके बाद 25 मई को दो और शावकों की मौत हो गई, इस तरह अब 1 शावक और 17 वयस्क चीते बच गए थे। लेकिन यह सिलसिला थमा नहीं और 11 जुलाई को तेजस नामक नर चीता नही रहा उसकी गर्दन पर घाव से लगा कि आपसी लड़ाई में उसकी जान चली गई उसके बाद 3 दिन बाद अफ्रीका से आए मेल सूरज ने भी दम तोड दिया उसका शव 14 जुलाई की सुबह फॉरेस्ट टीम को मिला जो गंभीर घायल था बताया जाता है कि सूरज की तेजस से हिंसक झड़प हुई थी जिसमें दोनों ही बुरी तरह से घायल हुए थे। तीन दिन में दो चीतों की मौत के बाद कूनो में अब एक शावक सहित 16 चीते बचे थे।

कूनो सेंचुरी में चीतों पर नजर रखने वाली टीम को मादा चीता की दो दिन से लोकेशन नही मिल रही थी लेकिन आज सुबह वन विभाग की टीम को नामीबिया से लाई गई मादा चीता धात्री (टिबलिस) का शव जंगल में मिला ,जिसके शव को फॉरेस्ट अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिससे उसकी मौत की सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी ।इस तरह अभी तक 3 शावकों और 6 वयस्क यानि 9 चीतों की मौत हो चुकी है और अब एक शावक और 14 वयस्क चीतों सहित कूनो नेशनल पार्क में कुल 15 चीते बचे हैं।

जैसा कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने लगातार हो रही चीतों की मौत पर चिंता जताई थी कोर्ट ने 20 जुलाई को केंद्र सरकार से कहा था कि राजनीति से परे उठकर इन बचे हुए चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करना चाहिए क्यों नहीं आप राजस्थान में कोई उनके अनुकूल जगह नहीं ढूंढते? सिर्फ इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) की सरकार है इसका मतलब यह नहीं कि आप इस प्रस्ताव पर विचार ही ना करें, उच्चतम अदालत ने यह भी कहा था कि नामीबिया और अफ्रीका से लाएं गए 40 फीसदी चीतों की मौत हो चुकी है जबकि इन्हे भारत में लाएं एक साल भी पूरा नहीं हुआ मौतों का यह आंकड़ा ठीक नहीं है। जबकि एक दिन पहले ही एटीसी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देते हुए कहा कि कूनो नेशनल पार्क से चीतों को शिफ्ट नहीं किया जायेगा।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो सेंचुरी में अब सूरज की मौत, अभी तक 3 शावको सहित 8 चीतों की हो चुकी है मौत, कूनो से चीते शिफ्ट नहीं होंगे कहा केंद्रीय मंत्री यादव ने

Cheetah - Panther

श्योपुर/ पालपुर कूनो नेशनल पार्क में बसाएं गए चीतों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा तीन चार दिन पहले ही एक चीते की मौत हुई थी अब शुक्रवार को एक और चीते सूरज की मौत हो गई। फिलहाल उसकी मौत का सही कारण सामने नही आया है लेकिन करोड़ों की राशि खर्च होने के बाद भी अभ्यारण प्रशासन और विशेषज्ञ इन चीतों को सुरक्षित रखने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे हैं क्योंकि अभी तक तीन शासकों सहित 8 चीतों की मौत हो चुकी है।

कूनो राष्ट्रीय पार्क में पहली बार खुले जंगल में छोड़े गए नर चीते सूरज की मौत हो गई पालपुर के जंगल की मसावनी फॉरेस्ट बीट में यह मृत हालत में मिला है उसकी गर्दन और पीठ पर चोट के निशान मिले है इससे पहले जिन चार चीतों की मौत हुई वे सभी बाड़े में रह रहे थे, कूनो प्रशासन ने बताया कि शुक्रवार की सुबह तड़के जब निगरानी दल सर्चिंग कर रहा था तो यह चीता सुस्त अवस्था में दिखा और उसके गले पर मक्खियां भिनभिना रही थी पास जाने पर यह तेजी से जंगल में समा गया। कूनो प्रशासन ने बताया घायल होने की खबर मिलने पर फॉरेस्ट के साथ डॉक्टरों की टीम ने चीते को जंगल में खोजने के प्रयास किए और जीपीएस लोकेशन से ट्रेस कर जब उसके नजदीक पहुंचे तो वह मृत हालत में मिला।

इधर पीसीसीएफ वन्यजीव जेएस चौहान का कहना है जख्म के निशान होना शिकार के दौरान दूसरे जानवर से आपसी संघर्ष या हिंसक झड़प भी हो सकता है। लेकिन इसकी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने पर ही सामने आयेगी।

दक्षिण अफ्रीका से 12 और नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे जबकि एक मादा मां बनी उसने 4 शावकों को जन्म दिया, लेकिन इस सूरज नामक चीते को मिलाकर अभी तक 5 वयस्क चीतों और 3 नवजात शावकों सहित 8 चीतों की मौत हो चुकी हैं। जिसमें दक्षिण अफ्रीका के 3 नर और एक मादा और नामीबिया से आई एक मादा चीता शामिल है। इधर चीता स्टेयरिंग कमेटी के चेयरमैन डॉक्टर राजेश गोपाल का कहना है कि नामीबिया से आए चीतों ने अपने नए आवास को पूरी तरह एडॉप्ट कर लिया है जबकि दक्षिण अफ्रीका से आए चीते अभी इस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं करीब डेढ़ से दो साल के बाद ही यह चीते पूरी तरह यहां के माहोल के अनुसार ढल जाएंगे।

लेकिन स्थानीय सूत्रों से जो जानकारी भी मिली है वह चोकाने वाली है आज कूनो प्रशासन मरने वाला चीता सूरज को दौड़ लगाकर जंगल में जाने की बात कह रहा है लेकिन चर्चा यह भी है कि पिछले दिनों भैंसो से भिड़ंत के बाद यह चीता घायल हो गया था उस समय इनपर नजर रखने वाली टीम ने भैंसो को भगा दिया था लेकिन सूरज के इलाज और कोई ध्यान नहीं दिया पिछले तीन चार दिन से इसकी लोकेशन एक ही जगह मिली तब इसकी खोजबीन की तो यह मृत हालत में मिला। लेकिन इस पर कूनो प्रशासन का कोई अधिकारी कुछ कहने से कन्नी काट रहे है।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कूनो अभ्यारण में चीतों की मौत पर कहा इंटानेशनल विशेषज्ञ जांच करेंगे कि मौत क्यों हो रही है जबकि उन्होंने कहा चीतों को माहौल में ढलने में समय तो लगेगा आप एक साल दे वही उन्होंने यह भी कहा श्योपुर की कूनो सेंचुरी से चीते कही शिफ्ट नहीं किए जाएंगे।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

सिंचाई विभाग के एसडीओ हनी ट्रैप के शिकार, 10 लाख ऐंठे, रिपोर्ट करने पर रेप का केस लगाया

Honeytrap

ग्वालियर, श्योपुर / मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में सिंचाई विभाग के एसडीओ हनी ट्रैप के शिकार हो गए आरोपी महिला ने उनसे बदनाम करने की धमकी देकर करीब 10 लाख की बड़ी रकम ऐठ ली। लेकिन जब उन्होंने इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो उक्त महिला से जुड़ी एक नावालिग लड़की ने एसडीओ पर उल्टा रेप का केस कायम करवा दिया है।

श्योपुर में जल संसाधन विभाग में एसडीओ के पद पर पदस्थ श्रीधर लाल अटेरिया ने पड़ाव थाना पुलिस को बताया कि करीब 3 महिने पहले एक अंजान फोन कॉल उनके मोबाइल पर आई थी दूसरी तरफ से कोई महिला बोल रही थी बाद में उसने अपना नाम सुमन वर्मा बताया, उसके बाद उसके लगातार फोन आने लगे और उनकी आपस में सामान्य तरीके से बात होने लगी कुछ दिन बाद धीरे धीरे वह महिला उनसे खुल गई और अश्लील बातें भी करने लगी वह भी उसका जबाब देते रहे बाद में बाईटस एप पर वीडियो कॉलिंग से भी बात होने लगी इस दौरान उसने उनके कुछ वीडियो बना लिए जिन्हे दिखाकर एक दिन उसने उन्हे बदनाम करने की धमकी दी और कहा यदि नही चाहते तो उसे 10 लाख रुपए दे दो वह उन्हें नष्ट कर देगी एसडीओ के मुतास्बिक वह डर गए और बदनामी के डर से उन्होंने इसके बताए मुताबिक ग्वालियर में मिलकर पैसे देने की बात मान ली।

एसडीओ ने पुलिस को की शिकायत में बताया कि ग्वालियर में पड़ाव के पास वह होटल रॉयल विलास में रुके बाद में वह सविता वर्मा नाम की वह महिला अपने एक साथी अभिदेव और एक अन्य लड़की के साथ को होटल आई और उन्होंने उसे अपने कमरे में 5 लाख रूपए दिए लेकिन वह 10 लाख देने पर अड़ी रही तब परेशान होकर उन्होंने उसे इंतजाम कर 4 लाख रूपए और दिए उसके बाद इस महिला ने उन्हें लिखकर दिया कि वह उन्हें अब ब्लैकमेल नही करेगी उसके बाद वह बापस श्योपुर आ गए लेकिन यहां आने के बाद सुबह इस महिला सविता का फिर फोन आया और वह उनसे और पैसे मांगने लगी तब उन्हें लगा कि यह तो उसे इस तरह हमेशा ब्लेकमेल करती रहेगी।

तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया। पड़ाव थाना पुलिस ने बीते दिन रात 12 बजे करीब एसडीओ की शिकायत पर महिला और उसके दूसरे साथियों के खिलाफ हनी ट्रैप का अपराधिक मामला दर्ज कर लिया।

लेकिन उसी रात 2 बजे सविता वर्मा के साथ जो 17 साल की नाबालिग लड़की थी वह पड़ाव थाने पहुंची और उसने एसडीओ श्रीधर लाल अटेरिया के खिलाफ बलात्कार का प्रकरण दर्ज करवा दिया उसने आरोप लगाया कि मैं होटल के कमरा नंबर 105 में ठहरी थी और एसडीओ 104 में थे सविता और अन्य युवक खाना खाने चले गए तो मुझे एसडीओ ने अपने कमरे में बुलाया और मेरे साथ जबरदस्ती दुष्कर्म कर डाला।

सीएसपी ने मीडिया को बताया कि एसडीओ ने महिला सविता और उसके साथियों पर हनी ट्रैप का मामला दर्ज करवाया वही उनके खिलाफ एक नाबालिग ने रेप का केस दर्ज करवाया है अब पुलिस दोनों मामलों में अलग अलग जांच कर रही हैं प्रथम दृष्ट्या लगता है एसडीओ ने जब एफआईआर दर्ज करवाई तो पता चलने पर आरोपी पक्ष ने खुद के बचाव के लिए एसडीओ पर बलात्कार का प्रकरण दर्ज करवाया लेकिन यह जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा फिलहाल यह अंदेशा ही हैं।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

तीन दिन में तीन चीता शावकों की मौत, आज फिर दो शावक नहीं रहे, एक शावक सहित अब 18 चीते शेष

Cheetah baby

श्योपुर/ एमपी के श्योपुर स्थित पालपुर कूनो पार्क में आज दो और शावकों की मौत हो गई मादा चीता ज्वाला ने मार्च के अंतिम सप्ताह में चार शावकों को जन्म दिया था इसके एक बच्चे की पहले मौत हो गई थी इस तरह आज दो और शावकों की मौत से तीन दिन में तीन शावक नही रहे। जिससे चीतों पर निगरानी रखने वाली मॉनिटरिंग टीम के साथ साथ क्या श्योपुर सेंचुरी चीतों की बसाहट के माफिक नही है इस पर भी सबाल उठ रहे हैं।

कूनो अभ्यारण में नामीबिया से आई मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च को 4 शावकों को जन्म दिया था जिससे सेंचुरी में खुशी का माहौल देखा गया था लेकिन मंगलवार को उसमें से एक शावक की मौत हो गई थी सेचुरी के प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने इस शावक की मौत का कारण कमजोरी बताया था। लेकिन आज फिर बचे तीन बच्चों में से दो की मौत हो गई जिनकी मौत कारण कुपोषण और कमजोर स्वास्थ्य बताया गया है।

जैसा कि 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आए 8 चीतों को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन के मौके पर पालपुर कूनो अभ्यारण में रिलीज किया था इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से आए 12 चीते और कूनो अभ्यारण में छोड़े गए थे लेकिन इन चार शावकों के जन्म से दो दिन पहले साशा नाम की मादा चीता किडनी इन्फेक्शन से मर गई उसे बाद उदय नामक नर और दक्षा नाम की मादा चीता भी चल बसी इस तरह पालपुर कूनो अभ्यारण में तीन शावकों सहित 20 चीते रह गए थे लेकिन आज मादा ज्वाला के दो शावकों की मौत के बाद पालपुर कूनो अभ्यारण में एक शावक सहित 18 चीते रह गए हैं।

इन चीतों पर नजर रखे वाली विशेष टीम ने बताया कि यह तीनों शावक जन्म से ही कमजोर थे अब उनमें कुपोषण के लक्षण भी आ गए थे जो संभवत उनकी मौत का कारण बना लेकिन इस सबके बावजूद सबाल उठते है कि जब फॉरेस्ट की विशेषज्ञ टीम को इसकी जानकारी थी फिर उन्होंने उसकी सेहत में सुधार के प्रयास क्यों नहीं किए यदि समय रहते उसे इलाज मिलता तो वह स्वस्थ्य और सेहतमंद भी हो सकते थे और इस तरह उनकी मौत नही होती यह सबाल इसलिए भी उठ रहे है क्योंकि उन्होंने उसके क्या प्रयास किए इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।

इधर दक्षिण अफ्रीका के वन्य जीव विशेषज्ञ विसेन वान डेर का कहना है कि चीतों के बच्चे काफी सेंसटिव होते है उनके बच्चें जन्म से ही काफी दुबले और कमजोर होते है इनमें से जो बच्चा अपनी मां का दूध भूख के हिसाब से पूरा पीता है वह सेहतमंद और स्वस्थ्य रहता है लेकिन जो बच्चें दूध कम या सही तौर पर नही पी पाते वह कमजोर और कुपोषित हो जाते है जिससे उनकी मौत तक हो सकती है इस जीव की प्रकृति के हिसाब से बड़ी वजह है कि मादा चीता अधिकांशता ज्यादा बच्चे जन्मती है और उनमें ताकतवर ही सरवाईव कर पाते हैं।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

पालपुर कूनो में एक चीते के शावक की मौत, शावक सहित चार चीतों की अभी तक हुई मौत

Cheetah baby

श्योपुर/ पालपुर कूनो अभ्यारण में एक शावक चीते की मौत हो गई इससे पहले तीन वयस्क चीतों की मौत हो चुकी है इस तरह शावक सहित चार चीतों की मौत से सेंचुरी में इन चीतों की देखरेख करने वाली टीम की कार्यविधि सबालो के घेरे में आ गई हैं।

मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च को 4 शावकों को जन्म दिया था उसमें से एक शावक की मौत हो गई है वन महकमे के प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने शावक की मौत की पुष्टि की है उन्होंने बताया कि चार में से एक शावक जन्म से ही कमजोर था आज इनपर निगरानी रखने वाली टीम ने देखा कि वह अपना सिर उठाने की कोशिश कर रहा था यह देखकर टीम के कर्मचारी उसे अस्पताल ले गए लेकिन कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। फिलहाल इसकी मौत के कारणों का पता नही चला हैं।

जैसा कि 17 सितंबर को नामीबिया से आए 8 चीतों को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन के मौके पर पालपुर कूनो अभ्यारण में रिलीज किया था इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से आए 12 चीते और कूनो अभ्यारण में छोड़े गए थे लेकिन इन चार शावकों के जन्म से दो दिन पहले साशा नाम की मादा चीता किडनी इन्फेक्शन से मर गई उसे बाद उदय नामक नर और दक्षा नाम की मादा चीता चल बसी इस तरह अब पालपुर कूनो अभ्यारण में तीन शावकों सहित 20 चीते रह गए है।

प्रमुख वन संरक्षक ने इस शावक की मौत का कारण कमजोरी बताया है साथ ही उनका कहना यह भी है कि वह जन्म से ही कमजोर था सबाल उठते है कि जब फॉरेस्ट टीम को इसकी जानकारी थी फिर उन्होंने उसकी सेहत में सुधार के प्रयास क्यों नहीं किए यदि समय रहते उसे इलाज मिलता तो वह स्वस्थ्य हो जाता और कमजोरी के कारण उसकी मौत नही होती।

read more
error: Content is protected !!