close

श्योपुर

देशमध्य प्रदेशविदिशाश्योपुर

घोड़ी पर बैठे बैठे दूल्हे की मौत, बारात लेकर मंडप में पहुंचा, तोरण मारने की रस्म के बाद किया था डांस

Groom Died

श्योपुर / मध्यप्रदेश के श्योपुर शहर में एक दूल्हा घोड़ी पर बैठकर बरात लेकर वधू पक्ष के यहां पहुंचा और उसने तोरण मारने की रस्म पूरी की उसने बाद डीजे पर डांस किया लेकिन जब वह दुबारा घोड़ी पर बैठा तो थोड़ी देर बाद बेसुध होकर गिर गया और उसकी मौत हो गई। खास है कि इससे पहले विदिशा में डांस करते करते एक युवती की भी मौत हो गई थी।

घटना शुक्रवार रात 11 बजे की हैं इसका वीडियो शनिवार को सामने आया है। जानकारी के अनुसार प्रदीप जाट (27 साल) की बारात श्योपुर बायपास से शुरू होकर रात 11 बजे करीब जाट छात्रावास पहुंची थी बारात आने पर उसके स्वागत के बाद दूल्हे ने परंपरागत तोरण मारने की रस्म पूरी की उसके बाद कुछ बारातियों के आग्रह पर दूल्हा प्रदीप ने सबके साथ कुछ समय डीजे पर डांस भी किया उसके बाद वह फिर घोड़ी पर बैठ गया।

लेकिन घोड़ी पर बैठने के बाद वह आगे की तरफ झुकता चला गया शुरू में बारातियों ने समझा वह डांस के कारण थक गया है कुछ लोगों ने उसे सम्हाला और नीचे उतार कर उसे सीपीआर दी लेकिन तबियत को देखते हुए बाद में वह उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हार्ट अटैक के कारण मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है।

यह खबर भी पढ़ें —

एक सप्ताह पहले मध्यप्रदेश के विदिशा में भी इसी तरह की एक घटना हो चुकी है। विदिशा में अपने परिवार के शादी समारोह में शामिल होने आई एक 23 साल की युवती की डांस करते करते मौत हो गई यह युवती इंदौर की रहने वाली थी और अपनी कजिन सिस्टर की शादी में शामिल होने परिवार के साथ विदिशा आई थी।

यह घटना 7 फरवरी 2025 शनिवार की हैं इसका वीडियो दूसरे दिन रविवार को सामने आया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि परिणीति जैन नाम की यह युवती शादी समारोह में आयोजित महिला संगीत समारोह में मिक्स सॉन्ग पर डांस कर रही है पहले गाने पर उसने बहुत ही अच्छा डांस किया, उसके बाद दूसरा गाना .. लहरा के बल ख़ाके …बजने लगा वह डांस के स्टेप लेने लगी लेकिन तभी एकाएक खड़े खड़े मुंह के बल नीचे स्टेज पर गिर गई।

A girl died during dance
A girl died during dance

यह महिला संगीत 9 बजे शुरू हुआ था और करीब 10 बजे परिणीता की बारी आई जब डांस करते करते वह नीचे गिरी तो वहां मौजूद रिश्तेदारों में शामिल डॉक्टरों ने उसे पीसीआर दी लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं होने पर वह उसे विदिशा के एक निजी अस्पताल में ले गए वहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद इसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता हैं चूंकि खास परिवार में ही शादी थी तो परिणीता काफी समय से डांस की प्रेक्टिस कर रही थी उसे डांस का शौक भी था और उसी के मुताबिक उसने खरीददारी भी की थी।

बताया जाता हैं परिणीता ने MBA किया था और वह प्राईवेट जॉब भी करती थी उसके पिता का नाम सुरेन्द्र कुमार जैन और मां का नाम बिंदु है इंदौर में यह साउथ तुकोगंज के रहने वाले है पिता स्वास्तिका इन्वेस्टमेंट कंपनी के अधिकारी है। परिणीता के मामा की लड़की की विदिशा में शादी थी यह मामा के परिवार के साथ राघौगढ़ से विदिशा आई थी। इस घटना के बाद सभी कार्यक्रम निरस्त करते हुए सादा तरीके से शादी पूरी की गई। चूंकि सभी रिश्तेदार और परिवार विदिशा में था तो परिणीता का यही अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

मुख्यमंत्री ने कूनो अभ्यारण के खुले जंगल में 5 चीते रिलीज किए, अब कुल 7 चीते खुले वातावण में कर रहे है विचरण

Cheetah Running

श्योपुर / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुद्धवार को कूनो नेशनल पार्क में 5 चीतों को खुले जंगल में रिलीज किया, इनमें दो वयस्क मादा चीता आशा और धीरा सहित आशा के 3 शावक भी शामिल है। खास बात है यह तीनों बच्चें कूनो पार्क में ही जन्में है। इस तरह अब कुल 7 चीते जंगल के खुले प्राकृतिक वातावरण में विचरण करेंगे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के साथ प्रदेश के संगठन मंत्री हितानंद भी साथ थे जब सीएम ने चीतों को जंगल में छोड़ने के लिए उसके केज के ढक्कन को उठाया तो उसमें बंद चीता जो केज में उलटा बैठा था गेट खुलते ही भड़भड़ाया तो कुछ समय के लिए सीएम सहित अन्य लोगों के भी हाथ पैर फूल गए लेकिन चंद सेकेंड में ही वह निकल कर बाहर आया और लंबी छलांग लगाता हुआ तेज रफ्तार से जंगल की ओर दौड़ गया।

मुख्यमंत्री ने इसके बाद हाल में जन्में मादा चीता वीरा के दोनों शावकों को भी देखा और उनके स्वास्थ्य की जानकारी मौजूद अधिकारियों से ली साथ ही उनकी अच्छी देखरेख के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे चीतों को उनके खुले प्राकृतिक वातावरण में रिलीज करने पर काफी खुशी महसूस हुई उन्होंने कहा मध्यप्रदेश इकलौता राज्य है जहां पर्यटक अब चीतों का खुले जंगल में आसानी से दीदार कर सकेंगे जिससे पर्यटन को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं उत्पन्न होगी।

कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ के थिरुकुरल ने बताया कि 2024 में दो चीते अग्नि और वायु को खुले जंगल में रिलीज किया गया था जो पार्क की सीमा ने स्वतंत्र रूप से हमारी देखरेख में विचरण कर रहे है इसके बाद आज 5 फरवरी को दूसरी खेप में इन 5 चीतों को छोड़ा गया है अब कूनो में स्वतंत्र रूप से घूमने वाले चीतों की कुल संख्या 7 हो गई है।

मादा चीता आशा ने तीनों शावको को कूनो अभ्यारण में ही गत 1 जनवरी 2024 में जन्म दिया था। अभी तक यह सभी 100 हेक्टेयर के बाड़े में रह रहे थे अब अभ्यारण के जंगल में 7 चीतों के स्वतंत्र घूमने से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और अब कूनो अभ्यारण आने वाले पर्यटकों को चीतों को देखने का अवसर आसानी से मिल सकेगा। आज रिलीज किए गए 5 चीतों की मॉनिटरिंग के लिए दो टीमें हमेशा इनके विचारण क्षेत्र में मौजूद रहेंगी जिनकी समय समय पर ड्यूटी बदलती रहेगी।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

श्योपुर के कूनो अभ्यारण में मादा चीता वीरा ने दो शावकों को दिया जन्म, 12 वयस्क 14 शावकों के साथ अब कूनो में कुल 26 चीते

Cheetah Cubs

श्योपुर / मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित पालपुर कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को 2 नए चीता शावकों की किलकारी गूंजी है। मादा चीता वीरा ने 2 नन्हें शावकों को जन्म दिया है। इस तरह कूनो में अब शावकों की संख्या 14 हो गई है, और 12 वयस्क चीतों के साथ इस वन्य प्रजाति की कुल संख्या अब 26 हो गई है। केंद्रीय बन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने देश के एकमात्र चीता अभ्यारण वन भूमि धरती पर 2 नए मेहमानों के आगमन पर खुशी जताते हुए अधिकारियों, चिकित्सकों और फील्ड स्टाफ को इन पर सतत नजर बनाए रखने के निर्देश दिए है।

केंद्रीय वन मंत्री यादव ने दी खुशखबरी …

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कूनो अभ्यारण प्रशासन से खुशखबरी मिलने के बाद X पर पोस्ट किया इन नवजात चीता शावकों की वीडियो पोस्ट कर जानकारी दी साथ ही खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने लिखा .. बसंत ऋतु की शुरुआत के साथ कूनो की हवा में अंतहीन खुशी और उत्साह भर जाता है हम कूनो अभ्यारण में दो नए चीता शावकों के आगमन का स्वागत करते है। दक्षिण अफ्रीका के त्वालू कालाहारी रिजर्व से लाई गई मादा चीता वीरा (5 साल) ने आज 2 शावकों को जन्म दिया है।

कूनो में नन्हें चीतों की किलकारी गूंजी कहा सीएम ने –

जबकि सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दोनों शावकों की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है- नन्हे चीतों की किलकारी से फिर गूंजा कूनो। मध्यप्रदेश की ‘जंगल बुक’ में 2 चीता शावकों की दस्तक। सीएम ने लिखा- मुझे ये जानकारी साझा करते हुए काफी खुशी हो रही है कि मध्यप्रदेश की धरती पर चीतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज मादा चीता वीरा ने 2 नन्हे शावकों को जन्म दिया है। मध्यप्रदेश की धरती पर चीता शावकों का स्वागत है। प्रदेशवासियों को इन नन्हे शावकों के आगमन पर हार्दिक बधाई देता हूं।

सीएम डॉ. यादव ने प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों, चिकित्सकों और फील्ड स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने आगे लिखा- इनके अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप आज मध्यप्रदेश को ‘चीतों की धरती’ के नाम से भी जाना जाता है। चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ने से प्रदेश के पर्यटन को नई उड़ान मिल रही है, जिससे रोजगार के नये द्वार खुल रहे हैं। हम चीतों के साथ ही सभी वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन और पुनर्स्थापना के लिए हमेशा तैयार हैं।

भारत के कूनो अभ्यारण में आए थे 20 वयस्क चीते –

17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते आए थे उसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे। इन सभी को कूनो अभ्यारण में वन विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर बसाया गया था। इनमें से 8 चीतों की 26 मार्च और 27 अगस्त के बीच विभिन्न कारणों से मौत हो गई। मरने वालों में साशा, उदय दक्षा (मादा) तेजस, सूरज, धात्री (मादा), और शौर्य नामक नर मादा चीते शामिल है। खास बात है अभी तक अभ्यारण में 21 चीता शावकों का जन्म हो चुका है जिसमें शामिल मादा ज्वाला ने दो बार चार चार शावकों को जन्म दिया जबकि आशा ने 3 गामिनी ने 6 निर्वा ने 4 और अब वीरा नाम की मादा चीता ने 2 नन्हे शावकों को जन्म दिया है। लेकिन पहले जन्में इन 21 शावकों में से 7 शावकों की जन्म के बाद मृत्यु हो चुकी है। लेकिन अभी भी पहले जन्में 12 शावक पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है और वीरा के 2 शावकों के साथ कूनो में अब शावकों की संख्या 14 हो गई है। जबकि बाहर से लाए गए 12 वयस्क चीते फिलहाल पूरी तरह से तंदरुस्त और ठीक है।

कुनबे में लगातार बढ़ोतरी –

खास बात है मध्यप्रदेश का पालपुर कूनो राष्ट्रीय अभ्यारण देश का पहला और एकमात्र रिजर्व है जहां विलुप्त हो चुके वन्य प्राणी चीता को फिर से बसाया गया है शुरूआत में लग रहा था की यह वन्य प्राणि चीता क्या कूनो के जंगल में सरवाइव कर पायेंगा क्या यहां का जंगली वातावरण उसे रास आयेगा, लेकिन जो समय के अब लगता है यह लुप्तप्राय जीव यहां के वातावरण में रच बस कर अपने कुनबा को बढ़ा रहे हैं जो एक पॉजिटिव बात है।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

विजयपुर में मतदान जारी, बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी नजरबंद, सुरक्षा के मद्देनजर उठाया कदम, वोट नहीं डालने देने का आरोप

Election

श्योपुर/ विजयपुर में आज विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है लेकिन पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को सुबह ही उठा लिया जबकि कुछ घंटे बाद बीजेपी प्रत्याशी एवं वनमंत्री रामनिवास रावत को भी पुलिस ने अभिरक्षा में ले लिया।

आज मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव हो रहे है। सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई थी। विजयपुर के कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा सुबह जब मतदान के लिए तैयार होकर जाने को थे तभी पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में ले लिया और श्योपुर लेजाकर नजरबंद कर दिया इससे पहले पुलिस उन्हें उनके गांव सिलपुरी के पोलिंग बूथ पर ले गई और उन्होंने वोट डाला। टी आई कराहल भारत सिंह का कहना है कि उनकी सुरक्षा के साथ मतदान में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न हो इसके लिए पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में लिया हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की पत्नी का कहना है कि जब वह वोट डालने की तैयारी कर रहे थे लेकिन वोट डालने से पहले ही पुलिस की 4 – 5 गाड़ियां आई और उन्हें उठाकर ले गई जबकि कराहल थाना प्रभारी ने बताया कि उनकी सुरक्षा और मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए इसलिए पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में लिया है।

इधर बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत आज सुबह हनुमान मंदिर पहुंचे और उनके दर्शन कर आशीर्वाद लिया उसके उपरांत श्री रावत अपने गृहगांव की सुनवाई पोलिंग बूथ पर पहुंचे और वोट डाला, इस दौरान उन्होंने अपनी जीत का दावा भी किया।

लेकिन उसके बाद पुलिस ने रामनिवास रावत को भी अपनी अभिरक्षा में ले लिया और उन्हें विजयपुर में ही अपनी निगरानी में नजरबंद कर लिया है। पुलिस का कहना है मतदान के दौरान शांति रहे और कोई उपद्रव न हो इसको लेकर पुलिस यह कदम उठा रही है।

फर्जी मतदान को लेकर प्रदर्शन, बूथ कैप्चरिंग और वोट नहीं डालने देने का आरोप …

इधर विजयपुर की तेलीपुरा पोलिंग बूथ के मतदाताओं ने वीरपुर के पुलिस थाने पर जोरदार प्रदर्शन किया और श्योपुर – मुरैना मार्ग पर चक्काजाम कर आरोप लगाया की रावत समाज के लोग फर्जी मतदान कर रहे है और आदिवासी वोटरों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। वहीं अंधीपुरा गांव में भी मतदाताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर वोट नहीं डालने देने का आरोप लगाया है उन्होंने बताया कि इसकी उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की है। जबकि खाड़ी गांव के लोगों ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है और केसी गांव मतदाताओ ने उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया हैं।

बताया जाता है सुबह 11 बजे तक विजयपुर में 38.26 फीसदी और बुधनी में 36 फीसदी मतदान हो चुका था।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

खुले में छोड़े गए चीते पवन की मौत, नाले में मिला शव, अब कूनो में 24 चीते शेष, आजाद करने की योजना खटाई में?

Cheetah - Panther

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो राष्ट्रीय अभ्यारण में पिछले 8 माह से खुले जंगल में विचरण करने वाले पवन नामक चीते की मौत हो गई,उसका शव झाड़ियों के बीच एक नाले में मिला है प्राथमिक तौर पर उसकी मौत का कारण इस बार हुई सबसे अधिक बारिश और बदले हुए वातावरण को माना जा रहा है लेकिन इसकी मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा। लेकिन अब सबाल है कि बाकी वयस्क चीतों को खुले जंगल में छोड़ने की योजना कही अधर में तो नहीं लटक जाएंगी?

पिछले दो दिन से श्योपुर के कराहल इलाके में तेज बारिश हो रही थी नदी नाले सभी उफान पर थे जिस जगह पवन मृत पाया गया वहां उसका सिर पानी में डूबा मिला है पार्क प्रबंधन को आशंका है कि बारिश के बीच यह चीता इसी में फंस गया और उसकी मौत पानी में डूबने से हो गई। कूनो के सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा के मुताबिक खुले जंगल में घूम रहे इस चीते पवन की लोकेशन लगातार मिल रही थी लेकिन मोनिटरिंग टीम को पिछले दो दिन से इसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी उन्होंने बताया उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है। पार्क प्रबंधन का कहना है इसकी मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।

कूनो नेशनल पार्क में 25 चीते थे इस वयस्क चीते की मौत के बाद अब 12 वयस्क और 12 शावक अभ्यारण में बाकी बचे है। चूकि पवन पिछले 8 महिने से खुले जंगल में विचरण कर रहा था उसे बाद पार्क प्रबंधन अन्य वयस्क चीतों को जंगल के खुले वातावरण में छोड़ने का प्लान बना रहा था लेकिन इस चीते की मौत के बाद फिलहाल यह प्रोजेक्ट खटाई में पड़ सकता है।

खास बात है इस बार मध्यप्रदेश में सबसे अधिक बारिश श्योपुर जिले में हुई है यहां अबतक 41.61 इंच पानी गिर चुका है जो सामान्य बारिश 22.17 से 87 फीसदी ज्यादा है।

जबकि चीतों को लेकर बनी स्टीयरिंग कमेटी की पिछले साल 10 अगस्त को हुई बैठक में चेयरमैन डॉक्टर राजेश गोपाल ने कहा था कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका में भारत की तरह वर्षा नहीं होती, यहां का वातावरण और मौसम भी अलग है इसलिए इथोपिया तंजानिया केन्या से यदि चीते लाए जाते है तो उनके बचने और भारत के वातावरण में ढलने के आसार ज्यादा है। इससे लगता है कि यहां चीतों के सराबाइब करने और उनकी मौत का एक बड़ा कारण जलवायु भी है।

read more
श्योपुर

कूनो अभ्यारण से फिर आई खुशखबरी, फीमेल पैंथर गामिनी ने 5 शावकों को दिया जन्म, 26 हुई चीतों की संख्या

Cheetah baby

श्योपुर / मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर से खुश खबर आई है यहां दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है।इस तरह अब कूनो अभ्यारण में चीतों की तादाद बढ़कर 26 हो गई है। केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी।

खास बात है इससे पहले जनवरी माह में मादा चीता ज्वाला ने भी 4 शावकों को जन्म दिया था। अब कूनो नेशनल पार्क में कुल 13 शावक हो गए हैं। इस तरह से कूनो में चीता की कुल संख्या 26 हो गई है, जिसमें 13 वयस्क और 13 शावक हैं। लगातार उतार चढ़ाव के बीच कूनो सेंचुरी में चीतों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है जो वाइल्ड लाइव और जंगली पशु प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है।

सिंह परियोजना संचालक और एपीसीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि मादा चीता गामिनी अभी बड़े बाड़े में है और रविवार को इसने 5 शावकों को जन्म दिया। हमारी टीम को मॉनिटरिंग के दौरान इसकी जानकारी मिली। गामिनी के सभी शावक स्वस्थ हैं।

कूनो में नई खुशखबरी को लेकर केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि दक्षिण अफ्रीका के त्वालु कालाहारी रिजर्व से लाई गई मादा चीता गामिनी ने आज 5 शावकों को जन्म दिया है। इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है। यह भारतीय धरती पर चौथा चीता वंश है और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया चीता का पहला वंश है। सभी को बधाई, विशेषकर वन अधिकारियों, पशुचिकित्सकों और फील्ड स्टाफ की टीम को, जिन्होंने चीतों के लिए तनाव मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों सहित चीतों की कुल संख्या 26 है। गामिनी की विरासत भी आगे बढ़ी… खुशखबरी के साथ!

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो अभ्यारण से 20 दिन बाद फिर आई खुश खबर, ज्वाला ने 3 शावकों को दिया जन्म

Cheetah baby

श्योपुर / मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो सेंचुरी से 20 दिन बाद फिर से खुशी की खबर आई है नामीबियाई मादा चीता ज्वाला ने 3 शावकों को जन्म दिया है केंद्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपने X हेंडिल से यह जानकारी शेयर की है। जबकि हाल में 3 जनवरी को ही आशा नामक मादा चीता ने भी 3 शावकों को जन्म दिया था। खास बात है यह भी है कि ज्वाला दूसरी बार मां बनी है।

केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा है की नामीबियाई चीता आशा द्वारा तीन शावकों को जन्म देने के कुछ सप्ताह बाद ही यह खुशखबरी आई है अब ज्वाला ने 3 शावकों को जन्म दिया है। देश भर के वन्यजीव अग्रिम पक्ति के योद्धाओं और वन्यजीव प्रेमियों को बधाई, भारत में इस तरह से बनी जीवन फले फूले।

कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिकुराल ने बताया कि नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे उनमें शामिल मादा चीता ज्वाला ने सोमवार को 3 शावकों को जन्म दिया है इससे पहले 23 मार्च 2023 में भी ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था लेकिन उनमें से तीन शावकों की मौत हो गई जबकि एक बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है उन्होंने बताया कि सोमवार को जन्में तीनों शावक स्वस्थ्य है और कूनो अभ्यारण की वन विभाग की टीम उनपर बराबर निगरानी रखें हुए हैं।

डीएफओ ने बताया कि ज्वाला मादा चीता ने जिन बच्चों को जन्म दिया है उनका पिता पवन नामक चीता है जिसका पहले नाम ओवान था। जबकि 3 जनवरी 2024 को मादा चीता आशा ने जो तीन शावक जन्में थे उनका पिता भी यही पवन है। उन्होंने बताया पवन ही पिछले दिनों अभ्यारण के क्षेत्र से विचरण करते हुए विजयपुर और पोहरी और शिवपुरी अभ्यारण के जंगल तक पहुंच गया था। जिसे 2 से 3 बार ट्रेंकुलाइज करके कूनो अभ्यारण में लाया गया ।

नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते पालपुर कूनो में बसाए गए थे उनने से 7 वयस्क और तीन शावकों की मौत हो चुकी है इन नवजात शावकों के साथ अब कूनो अभ्यारण में 7 शावक और 13 वयस्क चीते अर्थात कुल 20 चीते मौजूद हैं।

मुख्यमंत्री यादव ने भी पालपुर कूनो में बड़ते चीतों के कुनबे पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, नए मेहमानों का स्वागत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से भारत में चीतों की सुखद बापसी हुई है जिससे मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना हैं नए मेहमानों किए भारतवासी हर्षित एवं आनंदित है।

read more
देशमध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो अभ्यारण में एक और चीते शोर्य की मौत, अभी तक 7 वयस्क चीते और 3 शावकों की मौत, फिलहाल कारण अज्ञात

Cheetah Died

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित पालपुर कूनो अभ्यारण में एक और चीता शोर्य नही रहा आज दोपहर उसने दम तोड़ दिया सुबह यह गंभीर स्थिति में मिला था इस चीते को डॉक्टर की टीम बचा नही सकी और दोपहर में उसकी मौत हो गई अब अभ्यारण में 4 शावकों सहित 17 चीते बचे हैं।

कूनो अभ्यारण में नामीबिया से सितंबर 2022 में 8 और दक्षिण अफ्रीका से फरवरी 2023 में 12 चीते लाते गए थे शोर्य नामीबिया से आता था जो अपने भाई गौरव के साथ रहकर शिकार करता था। पिछले दिनों इन दोनों भाइयों की अग्नि और वायु नामक चीतों से लड़ाई भी हुई थी जिसमें चीता अग्नि घायल हो गया था। उसे बाद इनको बाड़े में बंद कर दिया गया था।

आज सुबह 11 बजे नामीबियाईं चीता शोर्य अपने बाड़े में बेहोशी की हालत में मिला था कूनो की टीम ने इसे देखकर पहले टेंक्यूलाईज किया फिर सीपीआर दिया जिससे यह होश में आ गया था लेकिन इसकी हालत कमजोरी से काफी खराब थी और दोपहर करीब सबा तीन बजे इसने दम तोड़ दिया। अब इसके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा उसके बाद ही उसकी मौत की असली बजह सामने आयेगी।

पालपुर कूनो में अभी 13 वयस्क और 4 शावक रह गए है शोर्य को मिलाकर अभी तक 7 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है जिसमें सबसे पहले साशा नामक मादा की मौत हुई थी उसके बाद पहले मादा ज्वाला ने 4 बच्चों को जन्म दिया था उसमे से 3 शावकों की मौत हो गई उसके बाद उदय और मेटिंग के दौरान मादा दक्षा की मौत हो गई थी उसे बाद गर्मी और दिहाद्रेशन से 3 शावकों की मौत हो गई जबकि तेजस और सूरज दूसरे चीते से संघर्ष में घायल होने के बाद नही रहे उसके बाद मादा धात्री भी नही रही। जबकि अभी पिछले दिनों मादा आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया है जो फिलहाल स्वस्थ्य बताए जाते हैं। लेकिन 16 जनवरी को शोर्य नही रहा।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, मादा चीता धात्री का जंगल में मिला शव, अभी तक 3 शावक सहित 9 चीतों की मौत

Cheetah Died

श्योपुर/ मध्यप्रदेश के पालपुर कूनो नेशनल पार्क से आज फिर एक और दुखद खबर आई है नामीबिया से लाई गई मादा चीता धात्री की मौत हो गई आज सुबह उसका शव फॉरेस्ट टीम को जंगल में मिला है इस तरह 26 मार्च से अभी तक तीन शावकों सहित 9 चीतों ने दम तोड दिया है। जिससे इस चीता प्रॉजेक्ट को काफी आघात लगा है सीसीएफ असीम श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की हैं।

पहले नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे जिन्हें पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिवस पर 17 सितंबर 2022 को कूनो अभ्यारण में रिलीज किया था उसके बाद दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते और आए थे इस तरह कूणो अभ्यारण में कुल 20 चीते आ गए थे।

सबसे पहले 26 मार्च 2023 को 4 साल की साशा नामकी मादा चीता ने दम तोड़ा था बताया जाता है वह जब वह लाई गई थी इससे पहले से ही वह किडनी में इन्फेक्शन से पीड़ित थी किडनी फेल होना उसकी मौत का कारण बना। अब चीतों की संख्या 19 रह गई लेकिन उसके बाद अभ्यारण में बड़ी खुशखबरी आई मादा ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया और अब अभ्यारण में यह संख्या 23 पर जा पहुंची। लेकिन 23 अप्रैल को उदय नामक नर चीते की हार्ट अटैक से मौत हो गई तब एमपी के चीफ वाईल्ड वार्डन ने बताया शॉर्ट पीएम में पता चला कि धमनियों में रक्त प्रवाह रुकने से एक तरह के दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई थी। 9 मई को मादा दक्षा के बाड़े में मेटिंग के लिए एक नर चीते को छोड़ा गया था लेकिन आपसी हिंसक इंटरेक्शन के दौरान मेल ने पंजों से दक्षा को घायल कर दिया बाद में उसकी मौत हो गई इस तरह अब 21 चीते रह गए। उसके बाद तेज गर्मी और लू से हुए डिहाइड्रेशन के कारण 23 मई को पहले ज्वाला के एक शावक की मौत हुई उसके बाद 25 मई को दो और शावकों की मौत हो गई, इस तरह अब 1 शावक और 17 वयस्क चीते बच गए थे। लेकिन यह सिलसिला थमा नहीं और 11 जुलाई को तेजस नामक नर चीता नही रहा उसकी गर्दन पर घाव से लगा कि आपसी लड़ाई में उसकी जान चली गई उसके बाद 3 दिन बाद अफ्रीका से आए मेल सूरज ने भी दम तोड दिया उसका शव 14 जुलाई की सुबह फॉरेस्ट टीम को मिला जो गंभीर घायल था बताया जाता है कि सूरज की तेजस से हिंसक झड़प हुई थी जिसमें दोनों ही बुरी तरह से घायल हुए थे। तीन दिन में दो चीतों की मौत के बाद कूनो में अब एक शावक सहित 16 चीते बचे थे।

कूनो सेंचुरी में चीतों पर नजर रखने वाली टीम को मादा चीता की दो दिन से लोकेशन नही मिल रही थी लेकिन आज सुबह वन विभाग की टीम को नामीबिया से लाई गई मादा चीता धात्री (टिबलिस) का शव जंगल में मिला ,जिसके शव को फॉरेस्ट अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिससे उसकी मौत की सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी ।इस तरह अभी तक 3 शावकों और 6 वयस्क यानि 9 चीतों की मौत हो चुकी है और अब एक शावक और 14 वयस्क चीतों सहित कूनो नेशनल पार्क में कुल 15 चीते बचे हैं।

जैसा कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने लगातार हो रही चीतों की मौत पर चिंता जताई थी कोर्ट ने 20 जुलाई को केंद्र सरकार से कहा था कि राजनीति से परे उठकर इन बचे हुए चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करना चाहिए क्यों नहीं आप राजस्थान में कोई उनके अनुकूल जगह नहीं ढूंढते? सिर्फ इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) की सरकार है इसका मतलब यह नहीं कि आप इस प्रस्ताव पर विचार ही ना करें, उच्चतम अदालत ने यह भी कहा था कि नामीबिया और अफ्रीका से लाएं गए 40 फीसदी चीतों की मौत हो चुकी है जबकि इन्हे भारत में लाएं एक साल भी पूरा नहीं हुआ मौतों का यह आंकड़ा ठीक नहीं है। जबकि एक दिन पहले ही एटीसी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देते हुए कहा कि कूनो नेशनल पार्क से चीतों को शिफ्ट नहीं किया जायेगा।

read more
मध्य प्रदेशश्योपुर

कूनो सेंचुरी में अब सूरज की मौत, अभी तक 3 शावको सहित 8 चीतों की हो चुकी है मौत, कूनो से चीते शिफ्ट नहीं होंगे कहा केंद्रीय मंत्री यादव ने

Cheetah - Panther

श्योपुर/ पालपुर कूनो नेशनल पार्क में बसाएं गए चीतों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा तीन चार दिन पहले ही एक चीते की मौत हुई थी अब शुक्रवार को एक और चीते सूरज की मौत हो गई। फिलहाल उसकी मौत का सही कारण सामने नही आया है लेकिन करोड़ों की राशि खर्च होने के बाद भी अभ्यारण प्रशासन और विशेषज्ञ इन चीतों को सुरक्षित रखने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे हैं क्योंकि अभी तक तीन शासकों सहित 8 चीतों की मौत हो चुकी है।

कूनो राष्ट्रीय पार्क में पहली बार खुले जंगल में छोड़े गए नर चीते सूरज की मौत हो गई पालपुर के जंगल की मसावनी फॉरेस्ट बीट में यह मृत हालत में मिला है उसकी गर्दन और पीठ पर चोट के निशान मिले है इससे पहले जिन चार चीतों की मौत हुई वे सभी बाड़े में रह रहे थे, कूनो प्रशासन ने बताया कि शुक्रवार की सुबह तड़के जब निगरानी दल सर्चिंग कर रहा था तो यह चीता सुस्त अवस्था में दिखा और उसके गले पर मक्खियां भिनभिना रही थी पास जाने पर यह तेजी से जंगल में समा गया। कूनो प्रशासन ने बताया घायल होने की खबर मिलने पर फॉरेस्ट के साथ डॉक्टरों की टीम ने चीते को जंगल में खोजने के प्रयास किए और जीपीएस लोकेशन से ट्रेस कर जब उसके नजदीक पहुंचे तो वह मृत हालत में मिला।

इधर पीसीसीएफ वन्यजीव जेएस चौहान का कहना है जख्म के निशान होना शिकार के दौरान दूसरे जानवर से आपसी संघर्ष या हिंसक झड़प भी हो सकता है। लेकिन इसकी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने पर ही सामने आयेगी।

दक्षिण अफ्रीका से 12 और नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे जबकि एक मादा मां बनी उसने 4 शावकों को जन्म दिया, लेकिन इस सूरज नामक चीते को मिलाकर अभी तक 5 वयस्क चीतों और 3 नवजात शावकों सहित 8 चीतों की मौत हो चुकी हैं। जिसमें दक्षिण अफ्रीका के 3 नर और एक मादा और नामीबिया से आई एक मादा चीता शामिल है। इधर चीता स्टेयरिंग कमेटी के चेयरमैन डॉक्टर राजेश गोपाल का कहना है कि नामीबिया से आए चीतों ने अपने नए आवास को पूरी तरह एडॉप्ट कर लिया है जबकि दक्षिण अफ्रीका से आए चीते अभी इस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं करीब डेढ़ से दो साल के बाद ही यह चीते पूरी तरह यहां के माहोल के अनुसार ढल जाएंगे।

लेकिन स्थानीय सूत्रों से जो जानकारी भी मिली है वह चोकाने वाली है आज कूनो प्रशासन मरने वाला चीता सूरज को दौड़ लगाकर जंगल में जाने की बात कह रहा है लेकिन चर्चा यह भी है कि पिछले दिनों भैंसो से भिड़ंत के बाद यह चीता घायल हो गया था उस समय इनपर नजर रखने वाली टीम ने भैंसो को भगा दिया था लेकिन सूरज के इलाज और कोई ध्यान नहीं दिया पिछले तीन चार दिन से इसकी लोकेशन एक ही जगह मिली तब इसकी खोजबीन की तो यह मृत हालत में मिला। लेकिन इस पर कूनो प्रशासन का कोई अधिकारी कुछ कहने से कन्नी काट रहे है।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कूनो अभ्यारण में चीतों की मौत पर कहा इंटानेशनल विशेषज्ञ जांच करेंगे कि मौत क्यों हो रही है जबकि उन्होंने कहा चीतों को माहौल में ढलने में समय तो लगेगा आप एक साल दे वही उन्होंने यह भी कहा श्योपुर की कूनो सेंचुरी से चीते कही शिफ्ट नहीं किए जाएंगे।

read more
error: Content is protected !!