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भोपालमध्य प्रदेश

कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा, मीडिया टीम ने बनाये प्रभारी, ग्वालियर संभाग से धर्मेंद्र शर्मा को मौका

MP congress Committe

भोपाल / मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने जल्द प्रारंभ होने वाली कांग्रेस की प्रस्तावित ‘‘जन आक्रोश यात्रा’’ को लेकर मीडिया विभाग के पदाधिकारियों और प्रवक्तागणों को मीडिया से समन्वय स्थापित कर यात्रा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रभारी बनाये है। ये प्रभारीगण अपने प्रभार वाले क्षेत्र में यात्रा के दौरान पूरे समय वहां उपस्थित रहकर यात्रा के व्यवस्थित संचालन और प्रचार-प्रसार का जिम्मा संभालेंगे।

प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मिश्रा ने बताया कि भोपाल संभाग में मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज और प्रवक्ता स्वदेश शर्मा, मालवा निमाड़ क्षेत्र-मीडिया उपाध्यक्ष संतोष सिंह गौतम, प्रवक्ताद्वय अमीनुल खान सूरी और अमित चौरसिया जिम्मेदारी सम्हालेंगे जबकि ग्वालियर संभाग-मीडिया उपाध्यक्ष आर.पी. सिंह और प्रवक्ता धर्मेन्द्र शर्मा, चंबल संभाग में प्रवक्ताद्वय अजीत सिंह भदौरिया और कुंदन पंजाबी, बुंदेलखंड-मीडिया उपाध्यक्ष अवनीश बुंदेला, प्रवक्ताद्वय संदीप सबलोक और अभिषेक गौर, होशंगाबाद (नर्मदापुरम) में संभाग-मीडिया उपाध्यक्ष सुश्री संगीता शर्मा और प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय, महाकौशल क्षेत्र-प्रवक्ताद्वय महेन्द्र अमूले और रोहित यादव, विंध्यक्षेत्र-प्रवक्ताद्वय शहरयार खान और रवि वर्मा और उज्जैन संभाग-प्रवक्ताद्वय विवेक गुप्ता और नीलाभ शुक्ला को कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित जन आक्रोश यात्रा का प्रभारी बनाया गया है।

श्री मिश्रा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्तात्रय आनंद जाट, संतोष सिंह परिहार और मिथुन सिंह अहिरवार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रहकर इन जन आक्रोश यात्राओं के समन्वय और प्रचार-प्रसार की मॉनिटरिंग का दायित्व निभायेंगे।

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भोपालमध्य प्रदेश

अनदेखी से नाराज उमा भारती, अब बुलाने से भी नही जाऊंगी, बीजेपी का टेंशन बड़ा, अब नफा होगा या नुकसान?

Uma Bharti

भोपाल/ बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती जन आशीर्वाद यात्रा में न्यौता नही दिए जाने से खासी नाराज है उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा अब वे पार्टी के बुलावे पर भी नही जाएंगी साथ ही 25 सितंबर को इस यात्रा के समापन अवसर पर नरेंद्र मोदी की सभा में भी शिरकत नही करेंगी।

यह उमा भारती का दर्द है या उनके बगावती स्वर यह तो भविष्य बताएगा। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इसके लिए कोन ज़िम्मेदार है तो उनका कहना था कि यह तो अमित शाह या अध्यक्ष जेपी नड्डा ही बता सकते है क्योंकि यहां के स्थानीय नेताओं में इतना दम नहीं है उनकी तो हालत खराब हो जायेगी। उन्होंने यह भी कहा उन्होंने मेरी जरूरत ही नहीं समझी और ना ही कहा आप भी आए कम से कम निमंत्रण की ओपचारिकता तो पूरी होना चाहिए थी उन्होंने कहा इतने सारे नेताओं के फोटो लगाएं मेरा भी चिपका देते तो क्या हो जाता उन्होंने कहा शायद बीजेपी के नेताओं को यह लगता है कि मेरे आने से व्यविधान उत्पन्न हो सकता है तो यह उनकी सोच है।

एक सबाल पर उन्होंने कहा सिंधिया मेरे भतीजे है उनसे मेरा कोई बैर नहीं है लेकिन यदि सिंधिया ने 22 विधायक देकर आपकी सरकार बनवाई है तो मैंने तो 2003 में पूर्ण बहुमत की बड़ी सरकार बनाकर दी और 10 साल बाद भाजपा सत्ता में लौटी थी मुझे तो लगता है यदि अब फिर से मध्यप्रदेश में सरकार बनती है तो मुझे पूछेंगे भी कि नहीं?

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने यह भी कहा मैं चाहती कि यह जनादेश यात्रा सफल हो लेकिन मैं जानती हूं वे ना तो बुलाएंगे और बुलाएंगे भी तो ना ही मैं अब जाने वाली हूं उन्होंने कहा अब वे पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी उन्होंने यह भी साफ कहा 25 सितंबर को इस यात्रा के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भी मैं शामिल नहीं होंऊगी।

क्या समझते है आप उमा भारती को …?

भाजपा की जुझारू और दिग्गज नेता के रूप में पहचान बनाने वाली उमा भारती ने अपनी पार्टी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया,आप अपने अड़ियल रवैये और साफगोई के लिए जानी जाती है उमा भारती अटल बिहारी बाजपेई लालकृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी विजयराजे सिंधिया के समय की एक समकक्ष नेता है। जो 6 बार की सांसद 2 बार विधायक रहने के साथ एमपी की मुख्यमंत्री और 11 साल केंद्रीय मंत्री रही।

बीजेपी हाईकमान ने 2003 के चुनाव में मध्यप्रदेश में जीत की कमान उमा भारती को सौंपी थी और उन्होंने 173 सीटें जीतकर भारी बहुमत की सरकार बनाई और कांग्रेस और दिग्विजय की 10 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फैला था खास बात रही कि कांग्रेस मात्र 38 सीट पर सिमट गई और भाजपा 173 के इस आंकड़े को पार करना तो दूर आजतक इसके आसपास भी नही फटक सकी है। यह सब उमा भारती के चेहरे का कमाल था।

लेकिन उसे बाद से उमा भारती के साथ जो साजिश की शुरूआत हुई लगता है वह आज भी जारी हैं सिर्फ आठ महिने बाद तिरंगा मामले में उनका गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ और उन्हें अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी उसका उन्होंने पार्टी हित में कोई प्रतिरोध नहीं किया। इस दौरान तत्कालीन मंत्री सुषमा स्वराज का उनके खिलाफ एक बयान भी आया था,कि चलो इस बहाने उनसे पार्टी को राहत मिल गई।उसके बाद में उन्हें फिर से सीएम बनाया जा सकता था लेकिन भाजपा नेतृत्व और उनके विरोधी नेताओं ने उन्हें अलग थलग करते हुए पहले बाबूलाल गौर को और उसके बाद शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौप दी और कांग्रेस के डेढ़ साल के अंतराल को छोड़ दिया जाएं तो आजतक शिवराज सिंह ही मुख्यमंत्री बने हुए है।

अपने आध्यात्मिक जीवन, सीधे सरल स्वभाव और ओजस्वी भाषणों से उन्होंने पार्टी में एक अलग छवि बनाई साथ ही उमाभारती राम मंदिर आंदोलन की प्रमुख भूमिका में रही। साथ ही उमा भारती जमीनी पकड़ रखने वाली मास लीडर रही है , बह पैदा जरूर लोधी परिवार में हुई है लेकिन वह लोधी समाज तक सीमित नहीं है इनकी हर वर्ग हर जाति में विशेष पहचान और बर्चस्व है यही कारण था कि बुंदेलखंड के खजुराहों से वह चार बार सांसद रही एक बार झांसी और एक बार भोपाल से भी वह सासंद चुनकर लोकसभा में पहुंची। केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने 11 साल सेवा की इस दौरान उन्होंने मानव संसाधन, पर्यटन एवं युवा मामले ,खेल मंत्रालय, कोयला मंत्री का प्रभार सम्हाला और 2014 में वे मोदी सरकार में जलसंसाधन मंत्री बनी और पवित्र गंगा को सुरक्षित और उसकी साफ सफाई का दायित्व उन्हे सौंपा गया।

कहा जाएं उमा भारती अनप्रेडिक्टबल महिला है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी सियासत हो या निजी जीवन वह कभी भी कुछ भी कह सकती है। इसका खामियाजा वह दो बार भुगत भी चुकी है लेकिन वह आज भी मध्यप्रदेश में एक मात्र नेता है जो आमजन में अपनी एक विशेष और सर्व स्वीकार्य छवि रखती है उनका यह कहना कि अब वह बुलाने से भी नही आएंगी बीजेपी का टेंशन बड़ाने के लिए काफी है क्योंकि यदि वह इस पर उतर आई कि, खेलेंगे नही तो खेल बिगाड़ देंगे, तो मध्यप्रदेश में बीजेपी की दुर्गति को कोई रोक नहीं सकेगा यह बात बिल्कुल सही है।

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भोपालमध्य प्रदेश

भाजपा में चला चली का मेला , एक विधायक और पूर्व विधायक सहित 9 नेता कांग्रेस में शामिल

Many BJP Leader Joins Congress

भोपाल / भाजपा में चला चली का मेला लगातार जारी है और भगदड़ जैसी स्थिति देखी जा रही हैं आज पीसीसी चीफ कमलनाथ के समक्ष विधायक और पूर्व विधायक सहित 8 बीजेपी और एक बीएसपी नेता कांग्रेस में शामिल हुए।

कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर आज जश्न जैसा माहौल देखा गया वाहनों के बड़े काफिलों के साथ आज 8 भाजपा और एक बीएसपी नेता अपने सैकड़ों समर्थको के साथ कांग्रेस कार्यालय पहुंचे जिसमें जिला शिवपुरी के कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी, धार के बदनावर से दो बार के विधायक रहे भंवर सिंह शेखावत वही
दो बार झांसी से सांसद रहे सुजान सिंह बुंदेला के पुत्र बीएसपी नेता चंद्रभूषण बुंदेला उर्फ गुड्डू राजा कटनी के भाजपा नेता छेदीलाल पांडे, शिवम पांडे ,शिवपुरी के भाजपा नेता अरविंद धाकड़, पूर्व विधायक स्व देवेंद्र सिंह रघुवंशी की बेटी सुश्री अंशु रघुवंशी गुना, भिंड से डॉ केशव यादव और भाजपा नेता एवं पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के भांजे डॉ आशीष अग्रवाल गोलू, और नर्मदा पुरम के बीजेपी नेता महेंद्र प्रताप सिंह प्रमुख रूप से शामिल है सभी को कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तन मन धन से भाजपा को प्रदेश में मजबूत किया लेकिन आज सत्ता के मद में भाजपा के नेता उन्हें भूल गए उनकी सुधि नहीं ली और उन्हें उचित सम्मान भी नही दिया यही वजह है उनका पार्टी से मोहभंग हो गया है। मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस जो हमेशा अपने कार्यकर्ताओं का हित सर्वोपरि मानती है उसमे शामिल होने पर आप सभी को यथोचित सम्मान मिलेगा।

आज कांग्रेस में शामिल होने वाले वीरेंद्र रघुवंशी कोलारस से बीजेपी के विधायक है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने से खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे और उनसे और पार्टी से खासे नाराज है समझा जाता है कांग्रेस उन्हे कोलारस से या शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया के खिलाफ चुनाव में उतार सकती हैं। जबकि जबकि भवरसिंह शेखावत भाजपा से विधायक रहे लेकिन पिछले चुनाव में उन्हे कांग्रेस के टिकट पर राज्यवर्धन सिंह दत्त्तीगांव ने हरा दिया लेकिन सिंधिया के भाजपा में आने से और राज्यवर्धन सिंह सिंधिया के खास होने से उनकी पूछपरख खत्म हो गई अब कांग्रेस उन्हे बदनावर से दत्तीगांव के खिलाफ चुनाव लड़ा सकती है वही झांसी सागर की खुरई सीट से लगा हुआ है और चंद्रभूषण बुंदेला गुड्डू राजा और उनका परिवार कहने को झांसी यूपी का है लेकिन बुंदेलखंड में अच्छी खासी पकड़ रखता है उनके कांग्रेस में आने से कांग्रेस बुंदेलखंड में मजबूत होगी साथ ही कांग्रेस उन्हें बीजेपी के बाहुवली मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ खुरई से प्रत्याशी बना सकती है।

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भोपालमध्य प्रदेश

वोटरों को लुभाने की होड़, कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की जनता को दी 11 गारंटी, हम हमेशा के लिए 500 में सिलेंडर और 100 ₹ में नही बिजली फ्री देंगे

Kamalnath PC for Election

भोपाल / विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे है भाजपा और कांग्रेस में वोटरों को लुभाने की जैसे होड़ सी लगी है पहले कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के मतदाताओं को 5 गारंटी के रूप में उन्हें लाभ पहुंचाने की घोषणा की थी लेकिन अब कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जातिगत जनगणना के साथ जनता को गारंटी के रूप में अब 11 वचन दिए है। साफ है भाजपा आगे तो पीछे पीछे कांग्रेस भी सत्ता पाने का कोई मौका खोना नही चाहती।

रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना को मिलने वाली राशि में 250 रु की बड़ोतरी और 450 रु में गैस सिलेंडर के साथ महिलाओं को अन्य लाभ देने का ऐलान किया तो कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कोई व्यक्ति कैसे रक्षा बंधन जैसे पवित्र त्योहार का इसेमाल सत्ता की भूख मिटाने के लिए कर सकता है यह आज साबित हो गया है। उन्होंने कहा शिवराज 100 रु में बिजली दे रहे है लेकिन कांग्रेस जीरो बिल वाली व्यवस्था ला रही है उन्होंने कहा कि सावन के महीने में बीजेपी 450 रु में सिलेंडर देने की बात कर रही हैं तो क्या यह घोषणा सिर्फ दो दिन के लिए हैं।

कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह से सबाल करते हुए कहा 1.25 करोड़ परिवारों का रजिस्ट्रेशन है तो 18 साल की सरकार होने के बावजूद क्या 75 प्रतिशत आबादी आर्थिक रूप से कमजोर रह गई है। सीएम जबाव दे कि 60 हजार से अधिक बेटियां बलात्कार और 67 हजार अपहरण का शिकार क्यों हुई ? जो गैस सिलेंडर 400 रूपये का था वह 1100 के पार क्यों जा पहुंचा और 60 से 70 रु वाला डीजल पेट्रोल 100 रु तक कैसे जा पहुंचा।

कांग्रेस ने पहले प्रदेश की जनता को सौगात के रूप में 6 गारंटी दी थी लेकिन अब उसमें इजाफा करते हुए 11 गारंटी देने की घोषणा की है जिसमें महिलाओं को 1500 रू प्रतिमाह, 500 रु में गैस सिलेंडर, 100 यूनिट बिजली फ्री 200 यूनिट का हाफ बिल, किसानों का कर्ज माफ,5 हॉर्स पॉवर तक सिंचाई की बिजली किसानों को फ्री, किसानों का बिजली बिल माफ, किसानों को 12 घंटे सिंचाई के लिए बिजली की उपलब्धता, ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण, किसानों पर लगे मुकदमे वापस होंगे और जातिगत जनगणना कराएंगे।

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भोपालमध्य प्रदेश

लाड़ली बहनों को अब 1250 ₹, सावन में सिलेंडर 450 ₹ और बिजली 100 ₹ महिना, सीएम शिवराज सिंह ने खोला सौगातो का पिटारा

Shivraj Singh Announces

भोपाल / चुनावी चौसर में बीजेपी ने सौगातों की झड़ी लगा दी हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के जंबूरी मैदान पर लाड़ली बहना सम्मेलन में राखी के अवसर पर महिलाओं को नगदी के साथ अनेक सौगात देने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया बहने चिंता ना करे हमारी सरकार फिर आने पर उन्हें 3 हजार ₹ मिलने लगेंगे।

मप्र के मुख्यमंत्री ने भीड़ भरे महिलाओ के सम्मेलन में घोषणा की, कि उन्हें हर महिने मिलने वाली एक हजार की राशि में प्रतिमाह 250 ₹ की बडोतरी कर दी गई है सितंबर की एडवांस राशि आपके खातों में डाल दी गई है 10 सितंबर तक आपके खाते में बकाया 1000 रु भी डाल दिए जायेंगे और अक्तूबर से सभी को 1250 ₹ मिलने लगेंगे। 250 रूपये बड़ाने से सरकार पर 400 करोड़ का अतरिक्त भार आएगा लेकिन इसकी व्यवस्था कर ली गई है उन्होंने आश्वासन दिया कि इसे भी भविष्य में हम धीरे धीरे बड़ायेंगे और अगली बार हमारी सरकार आती है तो यह राशि हर माह ढाई सौ रूपए की बढ़ोतरी के साथ हम सभी बहनों को 3 हजार तक देंगे।

सीएम शिवराज सिंह ने कहा मैं चाहता हूं मेरी बहने कभी परेशान ना हो इसके लिए मैं और भी इंतजाम कर रहा हूं सितंबर माह तक बड़े हुए बिजली बिलों की वसूली नही होगी इसके बाद भी गरीब महिलाओं के घरों का बिल केवल 100 रु तक ही आयेगा, उन्होंने कहा इसके साथ ही सावन के महीने में एलपीजी सिलेंडर 450 रुपए का दिया जायेगा साथ ही आगे ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि यह सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकें इसके लिए सभी गैस एजेंसियों का डाटा मंगवाया जायेगा जिन बहनों ने सावन के लिए सिलेंडर लिया है उनके खातों में 600 रुपए डाले जायेंगे जिससे उन्हें सिलेंडर 450 रूपये का पड़े।

उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद देते हुए बताया कि आवासहीन महिलाओं को ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में निशुल्क प्लॉट देने की व्यवस्था की जायेगी साथ ही अतिक्रमण से छुड़ाई गई जमीनों पर बनने वाले आवास भी महिलाओं को दिए जाएंगे जो।महिलाएं पीएम आवास पाने से रह गई उन्हें सीएम आवास दिए जायेंगे। सीएम ने कहा महिला सशक्तिकरण ही हमारा मूल उद्देश्य है मैं जाति भेद नहीं करता किसी के हिंदू मुस्लिम होने से मुझे फर्क नहीं पड़ता महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि है गुंडे बदमाशों दुराचारियों के लिए फांसी का प्रावधान हम लाए। साथ ही अगले साल से 50 फीसदी महिलाएं जहां चाहेंगी वहां शराब दुकानें बंद कर दी जायेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस या अन्य भर्तीयो में महिलाओं को अब 30 की बजाय 35 फीसदी आरक्षण मिलेगा साथ ही शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण मिलेगा। इसके अलावा महिलाओं की फीस भी सरकार भरेगी, साथ ही वरिष्ठजन (एल्डरमेन) जैसी नॉमीनेटिड नियुक्तियों में भी महिलाओं को स्थान मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा पात्र महिलाओं को आजीविका मिशन से कुटीर उधोग लगाने के लिए लोन और इंड्रस्ट्रीयल एरिए में जमीन दी जायेगी हमारा उद्देश्य है महिला स्वावलंबी बने और हर माह उनकी कम से कम 10 हजार की इनकम हो जाए।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने मोजूद सभी महिलाओं पर पुष्प वर्षा कर उन्हें राखी पर्व की शुभकामनाएं भी दी।

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भोपालमध्य प्रदेश

चुनाव से पहले शिवराज कैबिनेट का विस्तार, गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला और राहुल लोधी ने ली मंत्री पद की शपथ

Three MLAs Took OAth As MP Minister

भोपाल/ मध्यप्रदेश में शनिवार को शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है राजभवन में आज सुबह राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने विधायक गौरी शंकर विसेन राजेंद्र शुक्ला और राहुल लोधी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद रहे। लेकिन चुनाव से ठीक तीन महिने पहले तीन विधायकों को मंत्री बनाकर क्या भाजपा नेतृत्व ने ठीक किया है या गलत यह आने वाला समय बताएगा।

शिवराज मंत्रिमंडल में गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ला को केबिनेट मंत्री और राहुल लोधी को राज्यमंत्री बनाया गया है। साफ है भाजपा नेतृत्व ने विंध्य से राजेंद्र शुक्ला महाकोशल से गोरी शंकर बिसेन और बुदेलखंड अंचल से राहुल लोधी को मंत्री बनाकर जातिगत और भौगोलिक समीकरण साधने का प्रयास किया है। जिससे स्पष्ट है यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को फायदे के मद्देनजर अपनाई गई है।

इस मंत्रिमंडल विस्तार से पहले शिवराज कैबिनेट में 31 सदस्य थे, जो अब बढ़कर 34 हो गए हैं। नियमानुसार अभी चार मंत्री बनाए जा सकते थे। चौथे स्थान को लेकर पार्टी नेताओं का सोच किसी आदिवासी या अनुसूचित जाति के विधायक को शपथ दिलाने का था, इसके लिए लालसिंह आर्य का नाम भी चर्चा में आया लेकिन किन्हीं कारणों से उनके नाम पर सहमति नहीं बन पाई वही काफी मशक्कत के बाद अन्य में से भी भाजपा नेतृत्व बचे हुए एक नाम को आगे बड़ाने में नाकामयाब रहा जिससे साफ होता है किसको नाराज करे किसे मौका दे यह फैसला बीजेपी नही ले पाई। बताया जाता है कुल 4 मंत्री पदों के लिए 13 विधायक दौड़ में शामिल थे। जिसमें से 3 को केबिनेट में शामिल कर लिया गया अभी भी 10 नाम ऐसे शेष है जो मंत्री बनने की आस मन में संजोए थे लेकिन उनकी आस अब सपना ही बन कर रह गई।

खरगापुर विधायक राहुल लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं पहली बार के विधायक होने से उनके नाम पर कुछ दिग्गज असहमत थे, लेकिन उमा भारती के दबाव में राहुल का नाम ही तय किया गया। लेकिन अब तीन बड़े क्षेत्रों के मंत्री बनने से आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को नफा होगा या नुकसान यह आने वाला समय बताएगा।

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भोपालमध्य प्रदेश

अनेक बीजेपी नेता कांग्रेस में शामिल, नेताओं का जुड़ाव और जनसैलाब शिवराज सरकार के जाने का संकेत : कमलनाथ

Congress

भोपाल / बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है आज भी बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थामा जिसमें निवाड़ी की जिला पंचायत सदस्य रोशनी यादव, सागर की राहत गढ़ जनपद के पूर्व अध्यक्ष नीरज शर्मा ,शिवपुरी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू और दतिया जिले के पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष राजू दांगी प्रमुख रूप से शामिल है यह सभी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए इस अवसर पर पीसीसी चीफ एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए सभी का स्वागत किया और कहा यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि मध्यप्रदेश की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है और अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत तय है।

प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय भोपाल में गुरुवार को काफी बड़ा हुजूम उमड़ पड़ा जहां कांग्रेस में शामिल भाजपा के अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई, जिसमें सागर, निवाड़ी, दतिया, सतना और शिवपुरी के अनेक बीजेपी नेता कांग्रेस मे शामिल हुए। शिवपुरी जिले से बीजेपी को एक बार फिर झटका लगा है वहां के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू अपने साथियों के कांग्रेस पार्टी में शामिल हुये, जो बीजेपी के पूर्व विधायक के भाई है जबकि, निवाड़ी की जिला पंचायत सदस्य रोशनी यादव जो पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पुत्रवधू है और सागर जिले की रागतगढ़ जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष नीरज शर्मा भी कांग्रेस मे हुए शामिल। यह नेता अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ जय जय कमलनाथ और जय जय कांग्रेस के नारे लगाते हुए कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। साथ ही दतिया के भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्रपाल सिंह उर्फ राजू दांगी भी कांग्रेस की सदास्यता ग्रहण की । वहीं इससे पहले, रेगांव से बीजेपी के पूर्व विधायक जुगल किशोर बागरी के बेटे देवराज बागरी और उनकी बहू वंदना बागरी कांग्रेस में शामिल हुए ।

इन सभी नेताओं को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद श्री कमलनाथ ने कहा की मध्य प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि वह शिवराज सरकार के 18 साल के कुशासन को उखाड़ फेंकेगी। आज यहां उमड़ा जनसैलाब इस बात का प्रमाण है कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार प्रचार अत्याचार और भ्रष्टाचार पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा की शिवराज सरकार ‘पैसा दो काम लो’ के सिद्धांत पर चल रही है। प्रदेश की पहचान भ्रष्टाचार और घोटालों से हो गई है। मेरा सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि वह जी जान से जुट जाए पूरी मेहनत से काम करे और इस भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार को जड़ से उखाड़ फैंके।

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ग्वालियरभोपालमध्य प्रदेश

भाजपा का मप्र में 150 सीट का टारगेट, कांग्रेस अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड दे, विकास और गरीब कल्याण होगा हमारा मुद्दा कहा अमित शाह ने

Amit Shah at Bhopal

भोपाल, ग्वालियर/ गृहमंत्री अमित शाह आज भोपाल और उसके बाद ग्वालियर में आयोजित प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शामिल हुए भोपाल में उन्होंने बीजेपी के 20 साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस भी अपने शासन काल का रिपोर्ट कार्ड प्रदेश की जनता के सामने पेश करे, उन्होंने कहा कांग्रेस ने पिछला चुनाव जातिगत जहर घोल कर जीती था लेकिन इस बार बीजेपी 150 सीट के साथ फिर से मध्यप्रदेश में सरकार बनाने जा रही है उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओ से कहा 150 सीट से जीत होगी तभी जीत मानी जाएंगी।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चौथी बार मध्यप्रदेश के दौरे पर आज पहले भोपाल पहुंचे उन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कवेंशन सेंटर में भाजपा सरकार के 20 साल ( 2003 से 2023 ) तक के कार्यकाल की रिपोर्ट कार्ड की बुक्लेट जारी की 32 पेज की इस बुक में भाजपा शासनकाल की उपलब्धियां और विकास कार्य शामिल है। इस मौके पर शाह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कांग्रेस भी मध्य प्रदेश में अपनी सरकार के 50 साल के कार्यकाल की रिपोर्ट प्रदेश की 9 करोड़ जनता के सामने रखें।

उन्होंने कहा 2004 से 2014 के बीच जब सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की सरकार थी तब मप्र को 10 साल में सिर्फ 1.58 हजार करोड़ की राशि मिली जबकि मोदी जी के 9 साल के कार्यकाल में बढ़कर यह राशि 8.33 हजार करोड़ पर पहुंच गई है। शाह ने सीधा हमला करते हुए कहा मेरी बात कांग्रेस को चुभेगी हमारे घोटालों की लिस्ट जारी करने वाले मिस्टर बंटाधार और कमलनाथ पहले बताएं मध्यप्रदेश में उनका काफिला क्यों लिटा बोफोर्स राफेल और कोमनवेक्थ घोटालों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा अपनी सरकार के कार्यकाल की रिपोर्ट के साथ पहले इन बोफोर्स और राफैल सहित 24 बड़े घोटालों का जबाव दे।

मीडिया से चर्चा में अमित शाह ने कहा 2003 में मिस्टर बंटाढार की सरकार गिराकर प्रदेश की जनता ने बड़ा निर्णय लिया उसके बाद उमा जी बाबूलाल जी और शिवराज सिंह की सरकारों ने मिलकर एमपी को बीमारू राज्य से बाहर निकाला एमपी में शिवराज के कार्यकाल में ढेर सारे परिवर्तन हुए दाएं बाएं किए बिना दिग्विजय सिंह और कमलनाथ स्पेसीफिक जबाव दे कि 2002 में आपके बजट का आकार केवल 23.100 हजार करोड़ था जो बढ़कर आज 3.14 लाख करोड़ हो गया जो देश में नंबर दो पर है इसके अलावा 2002 में एसटीएससी का बजट 1हजार 56 करोड़ था वह आज 64 हजार 390 करोड़ हुआ शिक्षा बजट जो 2456 करोड़ था आज 38 हजार करोड़ और स्वास्थ्य बजट जो 2002 में 580 करोड़ था वह आज 16 हजार करोड़ हो गया यही विकास और लोगों की सुख सुविधाओं का आधार है जो हमारी सरकार ने जनता को दिया। दावे करने वालों को जनता के सामने अपना भी हिसाब रखना चाहिए। भाजपा हमेशा चाहती है कि चुनाव विकास और गरीब कल्याण के आधार पर हो लेकिन कांग्रेस हमेशा उसे जातिवाद परिवारवाद और तुष्टीकरण पर लेजाती है।

उन्होंने कहा 2018 में कांग्रेस ने जातिगत जहर फैलाया था उसने जातिगत आंदोलन का साथ लेकर जातिवाद की परछाई में विधानसभा चुनाव जीता लेकिन अब हवा बदल गई है।

मीडिया के सवाल शिवराज क्या फिर मुख्यमंत्री होंगे का जवाब उन्होंने कुछ अलग ही अंदाज में दिया, अमित शाह ने कहा देखो भैया ऐसा है शिवराज सिंह तो मुख्यमंत्री है ही पार्टी का काम आप क्यों करने लगे,अभी शिवराज जी सीएम है पार्टी, पार्टी का काम करेगी मेरा अनुरोध है शिवराज सरकार ने जो काम किए है आप उन्हें जनता तक पहुंचाए। कर्नाटक हिमाचल में जो।मुद्दे बीजेपी के थे उसपर सफलता नहीं मिली इस पर उन्होंने कहा हम मणिपुर असम और उत्तर प्रदेश में दो बार जीते पंचायत से पार्लीयामेंट तक सबसे अच्छा रिकार्ड बीजेपी का है और देश ने लगातार दो बार बहुमत की सरकार बनाई हैं।

ग्वालियर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक,150 सीटें जीतने का अमित शाह का आव्हान .. छिंदवाड़ा से शुरू करे विजय यात्रा

ग्वालियर में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा यहां के कार्यकर्ता के पास लंबा अनुभव है। मध्यप्रदेश के कार्यकर्ता ने चुनाव जीते भी हैं और जिताए भी हैं। आज हम जिस पद पर भी हैं, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही हैं। इसलिए यह चुनाव भाजपा के भविष्य का चुनाव है, भारतमाता के वैभव को परम शिखर पर पहुंचाने का चुनाव है। नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाकर करोड़ों गरीबों के जीवन में जनसंघ के दीप के उजियारे को प्रदीप्त करने का चुनाव है। हम सभी को मिलकर चुनाव अभियान में जुटना है। भारतमाता को परम वैभव पर पहुंचाने के लिए इस चुनाव में हमें 150 सीटें जीतकर कांग्रेस को परास्त करना होगा। केन्द्रीय मंत्री शाह ने कहा कि ग्वालियर राजमाता विजयाराजे सिंधिया के पुण्य से सीची हुई भूमि है, जहां एकात्म मानववाद को सबसे पहले पं. दीनदयाल उपाध्याय ने प्रतिपादित किया था। यह स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि है, यह श्रद्धेय कुशाभाऊ के संगठनात्मक तप की भूमि है। यहां उन्होंने पार्टी का जो बीज बोया था, वह आज वट वृक्ष बन गया है। श्री शाह ने कहा कि आज यहां चार पीढ़ी के कार्यकर्ता बैठे हैं। देश-दुनिया में बहुत कम राजनीतिक पार्टियों के पास ऐसे देवदुर्लभ कार्यकर्ताओं की टीम है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास चार पीढ़ियों की टीम है। उन्होंने कहा कि एक बार की विजय अगली विजय के उत्साह को पैदा करती है, परंतु बार-बार विजय मिले तो आलस्य पैदा होता है। इसलिए आलस्य को त्यागकर पूरे उत्साह के साथ कार्यकर्ताओं को जुटना होगा। और हमें हनुमान जी की तरह अपनी शक्तियों को पहचान कर अपने बूथ पर पूरे प्राणप्रण से जुटना होगा। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ आपको विजय का संकल्प याद दिलाने आया हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि जिस बूथ पर हमारा कार्यकर्ता पूरी मजबूती के साथ खड़ा हो जाएगा, वहां भले ही 100 कांग्रेस कार्यकर्ता क्यों न आ जाएं, पटखनी देने के लिए काफी है। यहां पर बैठे सब कार्यकर्ताओं में चुनाव जीतने और जिताने की क्षमता है। आपको कुछ सिखाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ स्मरण कराने की जरूरत है।

श्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे अधिक चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। पंचायत से लेकर जिला व विधानसभा चुनाव जीतने का अनुभव है। 2019 में 29 में से 28 लोकसभा सीट जिताने वाला कार्यकर्ता मेरे सामने बैठा है। इसलिए संकल्प लें कि लोकसभा चुनाव में इस बार सबसे पहले छिंदवाड़ा की सीट जीतकर विजय संकल्प अभियान की शुरूआत करेंगे। इस संकल्प को अगर हमें सिद्ध करना है तो 2023 में डेढ़ सौ से अधिक सीटें जीतकर भाजपा का भगवा एक बार फिर मध्यप्रदेश में लहराना होगा। इसलिए 150 से कम जीते तो वह जीत नही होगी हमें चुनाव सरकार बनाने के लिए नहीं जीतना है, बल्कि बंढाटार और कमलनाथ की सालों तक चुनाव के बारे में सोचने की हिम्मत न हो। उन्होंने कहा कि हम विजय के अधिकारी हैं, हमें चुनाव लड़ना और लड़ाना आता है। हमें 150 सीटें जीतने के लिए चुनाव लड़ना है। इतना बड़ा चुनाव लड़ना है तो जोश से नहीं होश से काम करना है। मतदाता सूची के हर पेज से 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने का चुनाव लड़ना है।

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भोपालमध्य प्रदेश

प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीजेपी में कलह, असंतुष्टों ने बढ़ाई मुश्किलें, कार्यकर्ता विरोध में उतरे सड़कों पर

BJP Flag

भोपाल/ मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने चुनाव घोषित होने से पहले 39 प्रत्याशी घोषित तो कर दिए लेकिन इनमें कुछ सीट ऐसी है जहां बगावत की बू आ रही है कुछ सीटों पर हाल में बीजेपी में आए नए लोगों को टिकट दे दिया गया तो कुछ पर बाहरी को मौका दे दिया जिससे टिकट के दावेदार और उनके समर्थक नाराज हो गए है और सड़कों पर विरोध करने उतर आएं है कुल मिलाकर आधा दर्जन से अधिक सीटों पर यह स्थिति सामने आ रही हैं। जबकि पार्टी ने डेमेज कंट्रोल के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

प्रमुख रूप से सागर की बंडा,गुना की चाचौड़ा, छतरपुर की महाराजपुर एवं छतरपुर और डिंडोरी की शाहपुरा मुरैना की सबलगढ़ सोनकच्छ और लांजी वह सीटें ऐसी है जहां बीजेपी के लिए सब कुछ ठीक ठाक नही कहा जा सकता।

सागर जिले की बंडा विधानसभा से भाजपा ने वीरेंद्र सिंह लंबरदार को प्रत्याशी बनाया है जो पूर्व सांसद शिवराज सिंह लोधी के पुत्र है लेकिन यहां से रंजोर सिंह ने भी अपनी दावेदारी की थी और उन्हें पूरी आशा थी कि पार्टी उन्हें टिकट देगी लेकिन उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया उनके समर्थकों में इससे भारी रोष है उन्होंने इसके विरोध में शाहगढ़ में रैली निकाली और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खिलाफ नारेबाजी भी की।

लांजी से राजकुमार कर्राये को टिकट मिला है लेकिन उनका घोर विरोध शुरू हो गया है जैसा कि यह पहले भाजपा छोड़कर आप में चले गए थे और जिस दिन सूची जारी हुई उसकी सुबह यह बीजेपी में शामिल हो गए और शाम को घोषित सूची में बंडा से इन्हें प्रत्याशी भी बना दिया गया। जिसको लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा देखा जा रहा है उनका कहना है जो पार्टी छोड़ गया और कल तक आप का प्रचार कर रहा था इस भगोड़े को टिकट देकर पार्टी ने जमीनी और निष्ठावान कार्यकर्ताओं का अपमान किया है हम इसे जीतने नही देंगे। इस बारे में भाजपा नेता भटेरे ने कर्राये को गद्दार करार देते हुए दावा किया कि पार्टी को हरहाल में टिकट बदलना पड़ेगा।

छतरपुर में बीजेपी ने ललिता यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है लेकिन शनिवार को उनके खिलाफ वहां के मुख्य बाजार में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी रैली निकाली कार्यकर्ता बीजेपी नेता अर्चना गुड्डू सिंह को प्रत्याशी बनाने की पुरजोर मांग कर रहे थे जो प्रदर्शन रैली में उनके नाम की तख्तियां और पोस्टर लिए थे प्रदर्शन में महिलाएं भी भारी संख्या में मोजूद थी

पार्टी ने मुरैना जिले की सबलगढ़ सीट से रणवीर सिंह रावत टिकट की लाइन में थे उन्हें और उनके समर्थकों को पूरी आशा थी कि पार्टी उन्हें प्रत्याशी बनाएगी लेकिन बीजेपी ने इस सीट से सरला विजेंद्र रावत को उम्मीदवार घोषित किया। जिसको लेकर रणवीर सिंह रावत के पुत्र आदित्य रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया और कहा जिसने पूरी निष्ठा से काम करते हुए 20 साल पार्टी को दिए उसका यह सिला मिला जिससे हड़कंप मच गया बाद में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का रणवीर रावत को बुलावा भी आ गया।

गुना जिले की चाचौड़ा सीट से भाजपा ने प्रियंका मीणा की उम्मीदवारी घोषित की है लेकिन पूर्व विधायक ममता मीणा उनके आड़े आ गई है और उन्होंने मोर्चा खोल दिया है ममता मीणा ने साफ साफ कहा है कि स्थानीय कार्यकर्ता की कोई रायशुमारी नही हुई ना ही मंडल अध्यक्षों से ही पूछा गया उनसे कोई बात नही की गई, और पार्टी ने जिसे टिकट (प्रियंका मीणा) दिया है वे जिला पंचायत सदस्य तक का चुनाव हार गई इनके देवर भी हार गए उनके परिवार का ही क्षेत्र में कोई वर्चस्व नही है ऊपर से टिकट हो गया यह पैराशूट से उतरा प्रत्याशी मंजूर नहीं है उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा आगे कार्यकर्ता जो कहेंगे मैं वही करूंगी।

इधर सोनकच्छ सीट (अजा) से पार्टी ने राजेश सोनकर को टिकट देकर उन्हें साधने का प्रयास किया है लेकिन इसी सीट से पूर्व विधायक रहे राजेंद्र वर्मा ने सबाल उठाया है कि उनके साथ अन्याय हुआ है जब 23 हजार वोटों से हारे पूर्व मंत्री लाल सिंह सहित अन्य हारे लोगों को टिकट दिया जा सकता है तो मेरे साथ क्या दिक्कत थी। पिता फूलचंद वर्मा 5 बार के सांसद थे जिन्होंने पंडित दीनदयाल जी के साथ काम किया है।

जबकि डिंडोरी जिले की शाहपुरा सीट से पार्टी ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश ध्रुवे को प्रत्याशी बनाया है लेकिन वह डिंडोरी सीट से चुनाव लडना चाहते थे उन्होंने पूर्व में संगठन को इससे अवगत भी कराया था लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हें शाहपुरा से प्रत्याशी घोषित कर दिया।

सूची आने के बाद विधानसभाओं से जो बगावती सुर सामने आ रहे है उससे बीजेपी नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ सकती है इस अंतरकलह को शांत करने के लिए नेता डेमेज कंट्रोल के प्रयास में जुट गए है इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पहल की और ग्वालियर में एक बैठक भी बुलाई जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अन्य लोग भी शामिल हुए। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा हमारी पार्टी एक कार्यकर्ता बेस पार्टी है और नेतृत्व का निर्णय जो होता है उसे मानती है और यह परिवार की बात है जिसे मिल बैठकर निबटा लिया जाएगा।

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भोपालमध्य प्रदेश

मप्र विधानसभा अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री की ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान तबियत बिगड़ी, हुए बेसुध

Prabhuram Chaudhary, Health Minister, Madhya Pradesh

भोपाल/ देश के 77 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और स्वास्थ्य मंत्री प्रभूराम चौधरी की एकाएक तबियत बिगड़ने और बेसुध होने से हड़कंप मच गया लेकिन बाद में उपचार के बाद दोनों की हालत पूर्णता ठीक हो गई।

आजादी के पर्व पर रायसेन जिले के मुख्य कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुनाम चौधरी ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली उसके उपरांत जब वे मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन कर रहे थे तभी अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें दो बार चक्कर आ गए बाद में वह गश खाकर गिर पड़े बताया जाता है आसपास मोजूद लोगों ने उन्हें सम्हाला बाद में कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे और एसपी विकास सहवाल उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार के मुताबिक मंत्री जी काफी देर तक खड़े रहे जिससे उनका सिंकोप ब्लड सर्कुलेशन रुक गया हार्ड तक ब्लड कम पहुंचने से उनकी तबियत खराब हुई और यह स्थिति बनी और उन्हें चक्कर आ गए, उनका बीपी और शुगर लेबल चेक किया गया अब वह बिल्कुल नॉर्मल और ठीक हैं।

इधर प्रदेश के 53 वे नए जिले मऊगंज में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गोतम स्वतंत्रता समारोह के मुख्य अतिथि थे जब राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद वह डायस पर खड़े होकर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तभी उनकी तबियत बिगड़ गई और वह अचानक नीचे गिरने लगे वहां मोजूद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हे तुरंत पकड़ लिया और कुर्सी पर बिठाल दिया।

बताया जाता है लगातार खड़े रहने और वीकनेस के कारण उनका बीपी लो हो गया निजी स्टॉफ के मुताबिक मंच पर बेहद गर्मी और उमस की बजह से यह दिक्कत पैदा हुई। इसके तुरंत बाद कार्यक्रम में मोजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने उनका चेकअप किया और बताया कि स्पीकर श्री गोतम की तबियत अब सामान्य हैं।

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