भोपाल, ग्वालियर/ मध्यप्रदेश में दूसरी बार मौसम ने करवट बदली और तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड कर रख दी प्रदेश के करीब 25 जिले इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए और किसानों की रबी की फसल लगभग 80 फीसदी तक बर्बाद हो गई कुछ जिलों में सर्वे का काम भी शुरू हुआ है। जबकि आसमानी बिजली गिरने से एक दर्जन ग्रामीणों की मौत हो गई और करीब एक सैकड़ा पालतू जानवर भी चल बसे। मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक शनिवार को भी कई जिलों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान हैं।
पिछले मौसमी कहर से किसान अभी उबरे नहीं थे कि गुरुवार की रात और शुक्रवार को एकाएक हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई संभागो के किसानों की नींद हराम कर दी कारण उनकी रबी की फसल गेंहू चना मटर और सरसों और अन्य फसलो को भारी नुकसान हुआ है खेतों में पानी भरने से पक रही फसले खेतों में बिछ गई और ओलावृष्टि ने गेंहू की बालों को धराशाई कर दिया किसानों के मुताबिक इसका दाना सूखने से पहले भींगने से अब सड़ जायेगा और उसका विकास भी बंद होने से पूरी फसल बेकार हो जाएंगी इस बेमौसम की प्राकृतिक आपदा ने किसानों का भारी नुकसान कर दिया है।
ग्वालियर जिले के भितरवार और घाटीगांव ब्लॉक में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने कहर ढा दिया जिससे आरोन पाटई डगोरा सबराई सुभाषपुरा बराहना बन्हेरी बड़कागांव और सेमरा गांव ज्यादा ही प्रभावित हुए प्रारंभिक आंकलन के मुताबिक यहां के किसानों की करीब 80 फीसदी फसले नष्ट हो चुकी है किसानों की हालत बेहाल हो गई है।
इस बारिश और ओलावृष्टि से जहां फसले बर्बाद हुई तो एक बिजली गिरने से 12 लोगों की और 50 पशुओं की भी मौत हो गई है नर्मदापुरम में हुई बारिश के साथ बिजली गिरने से 3 किसानों की मौत हो गई तो 37 मवेशियों की भी जान चली गई इसके साथ ही रायसेन में बारिश के साथ बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई और 10 गांवों में तेज चने और बेर के बराबर ओले गिरे और खेतों में बिछ गए। प्रदेश के दमोह धार रतलाम अशोकनगर और बैतूल में आसमानी बिजली गिरने से एक एक व्यक्ति की मौत की खबर है जबकि बैतूल में बारिश से बचने के लिए महुएं के पेड़ के नीचे खड़ी 50 बकरियों पर बिजली गिरी जिससे 33 बकरियों की घटना स्थल पर मौत हो गई जबकि 18 बकरियां बुरी तरह झुलसने से घायल हो गई।
सागर जिले के तीन स्थानों बीना जेसीनगर और देवरी में शुक्रवार को हुई बारिश और भारी ओलावृष्टि ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है जेसीनगर सहित उसके अंतर्गत आने वाले डूंगरिया शोमपुर बमोरी घाट बेरखेड़ी और गुसाई गांव में भी बारिश और ओलो ने काफी कहर ढाया है। फसल बरबाद होने से किसान सड़कों पर आ गया है बताया जाता है वहां प्रशासन ने दौरा भी किया हैं। जबकि दतिया की उपतहसील बसई और उसके गांव हमीरपुर जनकपुर ठाकुरपुरा हसनपुर सीतापुर लखनपुर देवगढ चौबाया बागपुर बगरारी पंचमगढ़ आदि गांवो में बारिश के साथ तेज ओलावृष्टि हुई और चने से बड़े ओलो से सड़क और खेतों में बर्फ की चादर सी बिछ गई। जिससे गेंहू सहित अन्य फसले 70 से 80 फीसदी तक नष्ट हो गई इसके अलावा शिवपुरी जिले के पिछोर और विदिशा जिले के कुछ इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की खबरें मिली हैं।
इसके साथ ही शुक्रवार को भोपाल उज्जैन जबलपुर मंडला रायसेन नर्मदापुरम नरसिंहपुर जिलों में लगातार हल्की और तेज बारिश होती रही।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण पश्चिम राजस्थान में चक्रवाती हवा का घेरा बनने के साथ दक्षिण पूर्वी राजस्थान में साइक्लोन का बनना इस बदलाव का बड़ा कारण है साथ ही ईस्ट बेस्ट ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से निकलती हुई बंगला देश की ओर मुढ़ गई हैं और इन सब कारणो से मध्यप्रदेश में नमी आ रही है और बारिश और ओलावृष्टि का मौसम बन रहा हैं।