बैतूल / बैतूल के मांडवी गांव में सोमवार को 400 फुट गहरे बोरवेल में गिरे 6 साल के मासूम तन्मय को बचाया नहीं जा सका शनिवार को सुबह 3 बजे रेस्क्यू टीम उसके नजदीक पहुंची लेकिन जब उसे बोरवेल से बाहर निकाला गया तो उसकी सांसे थम चुकी थी।
बैतूल के मांडवी गांव में सोमवार को शाम 5 बजे खेलते खेलते 6 साल का तन्मय साहू पड़ोस में रहने वाले नानक के खेत में बने बोरवेल में गिर गया था यह बोरवेल 400 फीट गहरा था लेकिन यह बच्चा 55 फीट गहरे में बीच में फंस गया था इस हादसे के बाद गांव में हड़कंप मच गया और खबर मिलने पर परिजन वहां पहुंचे और तुरंत ही पुलिस और प्रशासन सूचना दी गई और देखते ही देखते मौके पर भीड़ लग गई।
पुलिस और प्रशासन के साथ NDRF और SDRF की टीमों ने खबर मिलने के तुरंत बाद ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया इसके अलावा पीएचई और स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम भी मौके पर मोजूद रही। टीम के 61 लोगों ने करीब 84 घंटे अर्थात पूरे साढ़े चार दिन काफी मशक्कत से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया लेकिन खुदाई के दौरान जमीन के नीचे पत्थर और चट्टाने आने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
इस बीच टीम ने 55 फीट पर फंसे मासूम को निकालने के लिए रस्सी फंदा (वर्टीकल लिफ्टिंग) के जरिए भी प्रयास जारी रखा लेकिन 38 फीट पर आकर वह फंस गया और ऊपर नहीं आने से यह ऑपरेशन रोक दिया गया।
रेस्क्यू टीम ने काफी कोशिशों के बाद बोरवेल से करीब 30 फुट दूर करीब 46 फीट गड्ढा खोदा और उससे 10 फीट होरीजेंटल (लंबवत) सुरंग खोदी गई शनिवार को सुबह 3 बजे रेस्क्यू टीम तन्मय के करीब पहुंच गई और सुबह तड़के 5 बजे उसे बोरवेल से बाहर निकालने के सफल हुई लेकिन जब मोजूद मेडिकल टीम ने उसका परीक्षण किया तो उसकी मौत हो चुकी थी तुरत फुरत उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए बैतूल के सरकारी अस्पताल रवाना किया गया। इस दौरान मौके कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी मोजूद थे।
जबकि मासूम तन्मय की 11 वर्षीय बहन निधि साहू ने बताया कि हम सभी बच्चे सोमवार को लुकाछिपी का खेल खेल रहे थे जब खेल के बाद 5 बजे मैने घर लौट ने को कहा तो तन्मय एकाएक कूदा और पास ही बेरावेल जो एक बोरी से ढका था उसपर गिरा और नीचे गिरने के दौरान उसने किनारे पर बोरी पकड़ ली थी लेकिन जबतक हम उसे पकड़ते लोग सहायता को आते वह नीचे गिरता चला गया।
इधर तन्मय के चाचा राजेश साहू ने कहा कि हम उसे निकालने में लेट हो गए यदि जल्द वह बाहर आता तो उसकी जान बच सकती थी लेकिन रेस्क्यू टीम पुलिस और प्रशासन ने भरपूर प्रयास किया। जबकि घटना स्थल पर आसपास के 4 गांवों के ग्रामीण जुट आए थे और करीब 200 लोग फिलवक्त मोजूद रहे साथ ही उन्होंने बचाने के प्रयास करने के साथ टीम के लिए भोजन पानी का इंतजाम भी किया साथ मासूम बच्चे के सकुशल बाहर आने के लिए दुआएं भी मांगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बाद में बैतूल में पोस्टमार्टम के बाद प्रशासन ने उसके शरीर को उसके परिजनों को सौप दिया जो इसकी मृत देह को अंतिम क्रिया के लिए मांडवी गांव लेकर रवाना हो गए।
एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल के अनुसार जब तन्मय को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला था वह डी कंपोज स्थिति में था और उसका चेस्ट कंजेपशन (सीने में जकड़न) और पसलियों में चोट थी। उन्होंने बताया कि तहसीलदार को उसके गांव भेजा गया है जो उसके परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद दी जायेगी। जबकि कलेक्टर अमनवीर सिंह बेस ने बताया कि बोरवेल काफी गहरा 400 फीट था और बच्चा 39 फीट गहराई में फंसा था रेस्क्यू टीम ने 44 फुट गहरे पर 9 से 10 फीट वर्टीकल (लंबवत) सुरंग खोदी उसके बाद बच्चे को बाहर निकाला लेकिन दुखद है कि तमाम प्रयास के बाद भी बच्चा बच नही सका।
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को दुखद बताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है साथ ही परिजनों को ढाढस बंधाया है सरकार ने मृतक बच्चे के परिजनों को 4 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की है।