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बैतूल

बैतूलमध्य प्रदेश

मप्र के मुलताई में एक लड़की की गला रेत कर निर्मम हत्या, ब्लैकमेल बनी बजह, अरोपी गिरफ्तार

Murdered

बैतूल/ मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई शहर में बीती रात सरेराह एक नवयुवती की गला रेतकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है बताया जाता है इस लड़की की हत्या का कारण ब्लेकमेलिंग है पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है जिससे वह पूछताछ कर रही है।

हत्या की यह वारदात बुद्धवार की रात करीब साढ़े नो बजे की है मुलताई के गांधी चौक से मटन मार्केट रोड के बीच एक नवयुवती अपनी स्कूटी से जा रही थी तभी उसके ऊपर एक युवक ने धारदार हथियार से हमला किया और उसका गला काट दिया जिससे वह लड़की लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गई और उसकी मौत हो गई इस घटना से आसपास सनसनी फेल गई। आसपास के लोग दबी जुबान से इस हत्या के पीछे सानीफ हुसैन नाम के युवक का नाम ले रहे थे।

इस घटना की खबर मिलने पर एसपी सिद्धार्थ चौधरी दल बल सहित मौका ए वारदात पर पहुंचे और पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू की। एसपी के मुताबिक मरने वाली लड़की 26 वर्षीय सिमरन पुत्री अफजल हुसैन है। एसपी ने बताया कि पुलिस ने एक संदिग्ध युवक सानीफ़ को हिरासत में ले लिया है। उसने बताया कि सिमरन के पास उसके कुछ आडियो वीडियो है, जिसके आधार पर वह उसे ब्लैकमेल कर रही थी बताया जाता है कि सानीफ जो अंडे का व्यवसाय करता है, उसका शादी का रिश्ता महाराष्ट्र में तय हुआ था लेकिन सिमरन ब्लैकमेल कर इस निकाह को नहीं होने देना चाहती थी, और धमकी देकर रोकने का प्रयास कर रही थी। दोनों के बीच क्या रिश्ता है क्या उनमें पहले अफेयर रहा इस सबाल पर एसपी चौधरी ने कहा फिलहाल इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता इसका खुलासा तो पूछताछ के बाद ही होगा।

जबकि सिमरन के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया बचपन में उसके पिता ने सिमरन को अपने एक रिश्तेदार को गोद दे दिया था लेकिन मां की मौत के बाद सिमरन घर से अलग रहने लगी थीं।

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बैतूलमध्य प्रदेश

और नही बच सका 6 साल का मासूम तन्मय, सोमवार को गिरा था बोरवेल में, 84 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Boy fallen borewell in betul

बैतूल / बैतूल के मांडवी गांव में सोमवार को 400 फुट गहरे बोरवेल में गिरे 6 साल के मासूम तन्मय को बचाया नहीं जा सका शनिवार को सुबह 3 बजे रेस्क्यू टीम उसके नजदीक पहुंची लेकिन जब उसे बोरवेल से बाहर निकाला गया तो उसकी सांसे थम चुकी थी।

बैतूल के मांडवी गांव में सोमवार को शाम 5 बजे खेलते खेलते 6 साल का तन्मय साहू पड़ोस में रहने वाले नानक के खेत में बने बोरवेल में गिर गया था यह बोरवेल 400 फीट गहरा था लेकिन यह बच्चा 55 फीट गहरे में बीच में फंस गया था इस हादसे के बाद गांव में हड़कंप मच गया और खबर मिलने पर परिजन वहां पहुंचे और तुरंत ही पुलिस और प्रशासन सूचना दी गई और देखते ही देखते मौके पर भीड़ लग गई।

पुलिस और प्रशासन के साथ NDRF और SDRF की टीमों ने खबर मिलने के तुरंत बाद ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया इसके अलावा पीएचई और स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम भी मौके पर मोजूद रही। टीम के 61 लोगों ने करीब 84 घंटे अर्थात पूरे साढ़े चार दिन काफी मशक्कत से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया लेकिन खुदाई के दौरान जमीन के नीचे पत्थर और चट्टाने आने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

इस बीच टीम ने 55 फीट पर फंसे मासूम को निकालने के लिए रस्सी फंदा (वर्टीकल लिफ्टिंग) के जरिए भी प्रयास जारी रखा लेकिन 38 फीट पर आकर वह फंस गया और ऊपर नहीं आने से यह ऑपरेशन रोक दिया गया।

रेस्क्यू टीम ने काफी कोशिशों के बाद बोरवेल से करीब 30 फुट दूर करीब 46 फीट गड्ढा खोदा और उससे 10 फीट होरीजेंटल (लंबवत) सुरंग खोदी गई शनिवार को सुबह 3 बजे रेस्क्यू टीम तन्मय के करीब पहुंच गई और सुबह तड़के 5 बजे उसे बोरवेल से बाहर निकालने के सफल हुई लेकिन जब मोजूद मेडिकल टीम ने उसका परीक्षण किया तो उसकी मौत हो चुकी थी तुरत फुरत उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए बैतूल के सरकारी अस्पताल रवाना किया गया। इस दौरान मौके कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी मोजूद थे।

जबकि मासूम तन्मय की 11 वर्षीय बहन निधि साहू ने बताया कि हम सभी बच्चे सोमवार को लुकाछिपी का खेल खेल रहे थे जब खेल के बाद 5 बजे मैने घर लौट ने को कहा तो तन्मय एकाएक कूदा और पास ही बेरावेल जो एक बोरी से ढका था उसपर गिरा और नीचे गिरने के दौरान उसने किनारे पर बोरी पकड़ ली थी लेकिन जबतक हम उसे पकड़ते लोग सहायता को आते वह नीचे गिरता चला गया।

इधर तन्मय के चाचा राजेश साहू ने कहा कि हम उसे निकालने में लेट हो गए यदि जल्द वह बाहर आता तो उसकी जान बच सकती थी लेकिन रेस्क्यू टीम पुलिस और प्रशासन ने भरपूर प्रयास किया। जबकि घटना स्थल पर आसपास के 4 गांवों के ग्रामीण जुट आए थे और करीब 200 लोग फिलवक्त मोजूद रहे साथ ही उन्होंने बचाने के प्रयास करने के साथ टीम के लिए भोजन पानी का इंतजाम भी किया साथ मासूम बच्चे के सकुशल बाहर आने के लिए दुआएं भी मांगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बाद में बैतूल में पोस्टमार्टम के बाद प्रशासन ने उसके शरीर को उसके परिजनों को सौप दिया जो इसकी मृत देह को अंतिम क्रिया के लिए मांडवी गांव लेकर रवाना हो गए।

एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल के अनुसार जब तन्मय को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला था वह डी कंपोज स्थिति में था और उसका चेस्ट कंजेपशन (सीने में जकड़न) और पसलियों में चोट थी। उन्होंने बताया कि तहसीलदार को उसके गांव भेजा गया है जो उसके परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद दी जायेगी। जबकि कलेक्टर अमनवीर सिंह बेस ने बताया कि बोरवेल काफी गहरा 400 फीट था और बच्चा 39 फीट गहराई में फंसा था रेस्क्यू टीम ने 44 फुट गहरे पर 9 से 10 फीट वर्टीकल (लंबवत) सुरंग खोदी उसके बाद बच्चे को बाहर निकाला लेकिन दुखद है कि तमाम प्रयास के बाद भी बच्चा बच नही सका।

मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को दुखद बताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है साथ ही परिजनों को ढाढस बंधाया है सरकार ने मृतक बच्चे के परिजनों को 4 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की है।

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बैतूल

मप्र के बैतूल में बड़ी सड़क दुर्घटना, बस से टवेरा कार भिड़ी, 2 बच्चों सहित 11 मजदूरों की मौत, ड्राइवर को झपकी आने से हुआ हादसा

Bus and Travera Accident at Betul

बैतूल / मध्यप्रदेश के बैतूल के अमरावती स्टेट हाईवे पर टवेरा कार की बस से हुई भिड़ंत में 11 मजदूरों की मौत हो गई मरने वालों में दो मासूम बच्चें भी शामिल हैं यह परिवार अमरावती से मजदूरी करके अपने गांव लौट रहे थे। बताया जाता है गाड़ी चलाते वक्त कार चला रहे ड्राइवर को झपकी आ गई जिससे यह घटना हुई।

बैतूल जिले के झल्लार गांव में रहने वाले परिवार अमरावती (महाराष्ट्र) के गांव कलमता में सोयाबीन काटने की मजदूरी करने गए थे गुरुवार की रात यह लोग एक तवेरा कार से 20 दिन मजदूरी करने के बाद वापस आपने घर लौट रहे थे रात करीब 2 बजे जब इनकी कार झल्लार गांव से एक किलोमीटर पहले बैतूल अमरावती स्टेट हाईवे पर बमजब खेड़ी से गुड़गांव होकर गुजर रही थी तभी यह कार विपरीत दिशा से आ रही एक खाली बस से सीधी भीड़ गई टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह बस में जा घुसा बल्कि पूरी तवेरा गाड़ी पिचक गई जिससे उसमें मोजूद सभी 11 मजदूरों सहित दो बच्चो की कार में फंस कर घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मरने बालों में 6 पुरुष 3 महिलाएं और 5 साल और डेढ साल के दो बच्चें भी शामिल हैं।

पुलिस वाहन 100 डायल की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा झल्लार थाना प्रभारी दीपक पराशर के मुताबिक कार से 7 लोगों को निकाला जबकि कार में बुरी तरह फंसे चार लोगो को कार का अगला हिस्सा काट कर बमुश्किल बाहर निकाला लेकिन सभी की मौत हो चुकी थी।

पुलिस अधीक्षक सिमला दास ने बताया कि 20 दिन पहले झल्लार गांव के यह मजदूर अमरावती के कलमता गांव में सोयाबीन की फसल काटने गए थे गुरुवार रात 9 बजे यह सभी गांव से टवेरा गाड़ी से रवाना हुए थे लेकिन जब इनका वाहन स्टेट हाईवे पर झल्लार गांव से एक किलोमीटर पहले थे तभी इनकी कार एक बस से टकरा गई और यह दुर्घटना हुई पुलिस की पूछताछ में टवेरा के चालक ने बताया कि अचानक उसे झपकी आ गई और कार सामने से आ रही बस से जा भिड़ी एस पी के मुताबिक को प्रशासन उचित मुआवजा देने की कार्यवाही करेगी।

मरने वालों में अमर धुर्वे (35 साल),मंगल धुर्वे (48 साल), शामराव (40 साल), रामकली (35 साल), सभी निवासी चिखलार, किशन जावलकर (32 साल), कुसुम (28 साल), अनारकली (35 साल), संध्या जावलकर (5 साल ), अभिराज जावलकर (1.5 साल), विकास विश्वकर्मा (25 साल), सभी निवासी महलगांव के नाम शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संवेदना प्रकट की है केंद्र ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख की आर्थिक मदद और घायलों को 50-50 हजार की सहायता देने की घोषणा की है वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक जताया हैं।

Image source: ANI Twitter

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