बुरहानपुर/ जिले के नेपानगर क्षेत्र के गांव डावलीखुर्द में एक परिवार के 5 लोगों के शव उनके घर में मिलने से सनसनी फेल गई घटना स्थल से फिलहाल कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है यह हत्या है या आत्महत्या पुलिस इस चोकाने वाली वारदात की तफ्तीश में जुट गई है।
बुरहानपुर जिले के डावलीखुर्द गांव में रहने वाले मनोज भोई पत्नी और तीन मासूम बेटियां है जो गांव में किराने की दुकान और मछली बेचकर अपना गुजारा करते थे लेकिन आज सुबह कुछ लोग दूध लेने जब उनके घर की दुकान पर पंहुचे तो पर कोई हलचल नहीं देखी और दुकान नहीं खुली और घर अंदर से बंद पाया संदेह होने पर आसपास के लोगों ने खिड़की खोलकर जानकारी ली तो इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ स्थानीय लोगो के खबर देने पर पुलिस मौके पर आई और जब अंदर घर में पुलिस गई तो बड़ा भयानक दृश्य दिखाई दिया
घर के मुखिया मनोज का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था जबकि उसकी पत्नी साधना का शव नीचे जमीन पर पड़ा था जिसके गले में रस्सी का फंदा लगा था। पुलिस ने जब दूसरे कमरे में देखा तो उसकी तीनों मासूम बेटियों अक्षरा नेहा और तनु के शव पड़े मिले। जानकारी यह भी मिली है कि मनोज की तीनों बेटियां काफी समय से बीमार थी साथ ही पति पत्नी की हालत भी नासाज थी जिससे मनोज काफी चिड़चिड़ा हो गया था बात बात पर झुंझलाने लगा था। जानकारी के मुताबिक बड़ी बेटी अक्षरा कक्षा 8 और नेहा कक्षा 5 में पढ़ती थी जबकि छोटी बेटी तनु आगनवाड़ी में जाती थी।
पुलिस ने घटना स्थल की जांच की थाना प्रभारी बीके गोयल ने कहा कि अनुमान है मनोज (40 साल) और पत्नी ने फांसी लगाने से पहले अपनी तीनों बेटियों को मारा और उसे बाद आत्महत्या कर ली लेकिन उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया नेपानगर थाना प्रभारी बीके गोयल स्थानीय ग्रामीणों से जानकारी इकठ्ठा कर इस मामले की असली वजह जानने की हर संभव कोशिश कर रहे है साथ ही पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों ही एंगिल से इस मामले की जांच कर रही हैं।