बालाघाट/ बालाघाट के कान्हा नेशनल पार्क के बारा सिवनी परिक्षेत्र में एक बार फिर से बाघ का शिकार किया गया । बाघ का शव बेहद क्षतविक्षत स्थिति में पार्क के नजदीक बहने वाली नदी में पड़ा हुआ मिला है जिसके चारों पंजे और दांत गायब है। इसको करेंट से मारा गया है पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि हुई है। करेंट से बाघ का शिकार करने की यह दूसरी घटना है जिससे कान्हा सेंचुरी में शिकारियों की गतिविधियों से इंकार नहीं किया जा सकता है।
कान्हा नेशनल पार्क के वारासिवनी परिक्षेत्र के टुमड़ी टोला स्थित चंदन नदी में रविवार को एक बाघ का शव स्थानीय ग्रामीणों ने देखा तो वारा सिवनी वन विभाग को इसकी खबर की मौके पर वन अमला पहुंचा और नदी से शव को बाहर निकाला गया, पानी में रहने से बाघ का शरीर काफी क्षतविक्षत स्थिति में पाया गया। मौके पर ही पेंच रिजर्व के वन्य प्राणि चिकित्सक डॉक्टर अखिलेश मिश्रा को बुलाया गया,उनके निर्देशन में बाघ का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में बाघ की मौत करेंट से हुई इसकी पुष्टि हुई।
बताया जाता है मृत बाघ की उम्र करीब ढाई साल की थी वह युवा था जिसका शव 8 से 10 दिन पुराना था जिससे स्पष्ट होता है कि बाघ को जंगल में करेंट से मारने के बाद शिकारियों ने उसके चारों पंजे काटे और सभी दांत तोड़े और उसके बाद शव को नदी में डाल दिया।
पीएम के बाद सीसीएफ की विशेष मौजूदगी में बाघ के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन गंभीर बात है कि करेंट से बाघ का शिकार करने की एक सप्ताह में यह दूसरी घटना है इससे साफ होता है कि अभ्यारण क्षेत्र में शिकारियों का गैंग सक्रिय है यदि समय रहते वन विभाग ने उन्हें पकड़ने और खदेड़ने के लिए कोई ठोस कार्यवाही नही की तो आगे भी इस खूबसूरत वन्य प्राणि का शिकार होता रहेगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता।