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पन्ना

पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना के JK सीमेंट प्लांट में बड़ा हादसा, निर्माणाधीन छत की स्कैफोल्डिंग गिरने से 4 मजदूरों की मौत 15 से अधिक घायल, कई गंभीर

Panna Hadsa

पन्ना/ मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सिमरिया के ग्राम पगरा में स्थित जेके सीमेंट कंपनी में आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया निर्माणाधीन छत की स्कैफोल्डिंग (भाड़ा) अचानक गिरने से 4 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक मजदूर घायल हो गए जिसमें कुछ मजदूरों की हालत काफी गंभीर बताई जाती है। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई,इसके बाद वहां पहुंची एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बताया जाता है दूसरे प्रोजेक्ट की निर्माणाधीन छत के कार्य में करीब 100 से अधिक मजदूर लगे हुए थे। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे।

बताया जाता है पन्ना जिले के सिमरिया ब्लॉक के पगरा ग्राम स्थित जेके सीमेंट कंपनी में आज सुबह 10 बजे दूसरे प्रोजेक्ट के लिए निर्माणाधीन छत का काम चल रहा था जिसमें करीब 100 मजदूर कार्यरत थे लेकिन अचानक इस छत के स्लैब का स्कैफोल्डिंग (भाड़ा) पूरा का पूरा धराशाई हो गया जिससे इसके नीचे काम कर रहे मजदूर दब गए । जेके प्रबंधन ने अपने स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया उसके बाद खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और वहां आई एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर तेजी से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। रेस्क्यू टीम ने ऊपर का मलबा हटाकर उसके नीचे दबे मजदूरों को बाहर निकाला।

लेकिन इस हादसे में भारी स्लैब और मलबे में दबने से 4 मजदूरों की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि के 15 से अधिक मजदूर घायल हुए है जिसमें कई मजदूरो की स्थिति नाजुक बताई जाती है। सभी घायलों को पुलिस और प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस के ज़रिए अस्पताल पहुंचाया बताया जाता है घायलों की हालत देखते हुए उन्हें कटनी के अस्पताल भेजा गया है।

इधर प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो कंपनी के अंदर कई मजदूर काम कर रहे थे और दबने से कई मजदूर घायल हो गए घटना के बाद बाहर के मुख्य गेट फैक्ट्री प्रशासन ने बंद कर दिए और किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया परिजनों ने बताया हमारे कहने के बावजूद पुलिस और प्रशासन उन्हें भी अंदर नहीं जाने दे रहे हैं और ना ही कोई खबर अंदर से निकलकर बाहर आ रही थी।

सागर डिवीजन के पुलिस कमिश्नर वीरेंद्र कुमार रावत ने बाद में मीडिया से चर्चा में कहा कि रेस्क्यू कार्य पूरा हो चुका है और चार लोगों की मौत हुई है 15 से अधिक लोग घायल है घायलों को इलाज के लिए कटनी भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक मरने वालों में तीन मजदूर बिहार के है जबकि एक मजदूर पन्ना जिले का ही रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक मृतकों में अंसार आलम 34 साल, मसूद 36 साल, और मुसफिर 36 साल तीनों निवासी पूर्णिया बिहार के है जबकि रोहित खरे सिमरिया जिला पन्ना का रहने वाला है।

जबकि छतरपुर के डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि कंपनी ने मृतकों के परिजनों को 18 – 18 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों को एक लाख रुपए की आर्थिक मदद और उनके इलाज की पूरी जिम्मेदारी भी कंपनी ने ली है। साथ ही ठीक होने तक घायलों को उनका वेतन भी दिया जाता रहेगा।

वहीं पवई विधायक प्रहलाद लोधी का कहना था कि मैंने खुद अंदर जाकर घटना स्थल देखा है हादसा बहुत बड़ा था चार लोगों की मौत हुई है 15 से अधिक लोग घायल हैं उनमें कुछ गंभीर है घायलों का उचित उपचार किया जा रहा है और कंपनी ने हर संभव मदद की बात कही है। आशा है वह ऐसा करेगी।

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पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना के इटवाखास गांव में घास की झोपड़ी में लगी भीषण आग, दो सगे मासूम भाई जिंदा जले, आग लगने का कारण अज्ञात

Panna Adhiwasi

पन्ना / मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के बृजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इटवाखास गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ है खेत के बीच बनी घास फूंस की झोपड़ी में आग लगने दो मासूम सगे मासूम भाइयों की जिंदा जल कर दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मच जाता गया। खबर मिलने पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। लेकिन अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है।

बताया जाता है कि मूल रूप से आनागंज का रहने वाला देशू आदिवासी पन्ना जिले के बीजापुर थाना के तहत आने वाले गांव इंटवाखास में राजू वाजपेई के खेत की रखवाली करने के लिए लगा हुआ था और वह खेत में ही घास की झोपड़ी बना कर अपनी पत्नी और दो बच्चो के साथ रह रहा था शुक्रवार की सुबह देशू अपनी पत्नी के साथ जंगल में लकड़ी बीनने गया था और अपने दोनो बच्चों अंकित (उम्र-2 साल ) एवं संदीप उम्र-3 साल) को अपनी झोपड़ी में ही छोड़ गया था दोनों बच्चे अकेले थे इस बीच घास फूंस की उसकी झोपड़ी में अज्ञात कारणों के चलते आग सुलग गई और धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप ले लिया और दोनों मासूम भाई आग की चपेट में आ गए और मौके पर ही जिंदा जल गए और उन दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।

लगता है आग लगने के दौरान आसपास कोई नहीं होगा या किसी ने देखा नहीं जब कुछ समय बाद और देशू और उसकी पत्नी लकड़ी लेकर वापस लौटे तो सामने का नजारा देख सदमे में चले गये। क्योंकि वह अपने दोनों बच्चे झोपड़ी में ही छोड़ गए थे।

इस बीच खबर मिलने पर गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक पूरी झोपड़ी जलकर राख में तब्दील हो गई थी साथ ही दोनों मासूम भाई आग में जलकर खाक हो चुके थे जिससे प्रभावित आदिवासी परिवार का रो रोकर बुरा हाल था वही इस घटना से गांव सहित आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

ग्रामीणों ने इस घटना की पुलिस को खबर की इसके बाद पुलिस, तहसीलदार और पटवारी अमले के साथ घटना स्थल पर पहुचे पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है वहीं जले हुए बच्चों के शवों को पीएम के लिए भेज दिया है। लेकिन आग लगने के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है मौके पर आए पटवारी ने आवश्यक कार्यवाही पूरी की जबकि तहसीलदार ने कहा घटना काफी बड़ी है उन्होंने हादसे में प्रभावित आदिवासी परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

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छिंदवाड़ापन्नामध्य प्रदेश

छिंदवाड़ा में बाघ ने किसान का शिकार किया, पन्ना में बाघ ने 10 साल के बालक पर किया हमला, भाभी ने बचाई जान, हालत गंभीर

Tiger Attack

छिंदवाड़ा, पन्ना / छिंदवाड़ा के कन्हार वन क्षेत्र के पास बाघ ने एक किसान का उसके खेत में शिकार कर लिया। जबकि पन्ना टाईगर रिजर्व से लगे इटवाकला गांव के जंगल में बाघ ने एक 10 साल के बच्चे पर हमला कर दिया शुक्र है कि इसकी भाभी के शोरगुल से बाघ भाग गया लेकिन नाबालिग बालक गंभीर रूप से घायल हो गया हैं।

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या इतनी अधिक बढ़ गई है कि अब पार्क से निकलकर बाघ सड़कों पर विचरण करने के साथ गांव में घुस रहे हैं कुछ ऐसा ही मामला कुछ दिनों से पन्ना टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे ग्राम इटवा कला में देखा जा रहा है जहां बाघ की चहल कदमी से ग्रामवासी परेशान हैं आलम यह है कि अब ग्रामवासी सूरज ढलते ही अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

पन्ना के इटवा कला गांव के जंगल में बकरी चराने गए 10 साल के एक नाबालिग लोकेंद्र आदिवासी पर खूंखार वन्यजीव बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया किसी तरह पास में ही मौजूद उसकी भाभी ने हल्ला मचाया और बाघ को पत्थर मारकर किसी तरह नाबालिक की जान बचाई। घायल लोकेंद्र की मां दसिया बाई आदिवासी ने बताया कि उसका बेटा जंगल में बकरी चराने के लिए गया हुआ था इसी दौरान झाड़ियां के पीछे छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया किसी तरह उसकी भाभी के द्वारा चीखने चिल्लाने एवं पत्थर मारने पर बाघ वहां से भाग खड़ा हुआ और आसपास से इकट्ठा हुए गांव के लोग खून से लथपथ अवस्था में बेटे को कंधे पर बैठा कर गांव लेकर आए।

ग्रामीणों ने वनकर्मियों को घटना की जानकारी दी जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घायल नाबालिक को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती करवाया जहां उसका उपचार जारी है घटना में नाबालिक की सीने और कमर में गंभीर चोटें आई हैं।

Tiger attack on child
Tiger attack on child

इधर छिंदवाड़ा जिले के पिलकापार गांव के रहने वाले किसान गुलाब बरकडे मंगलवार को कन्हार वन क्षेत्र में आने वाले अपने खेत पर काम कर रहे थे इसी बीच पास के जंगल से निकलकर एक बाघ ने अचानक हमला कर दिया और किसान को घसीटता हुआ जंगल में 100 मीटर अंदर ले गया।

जब किसान का बेटा कपिल खेत पर पहुंचा तो उसे पिता कही दिखाई नहीं दिए इधर उधर खोजने पर उसे एक जगह उनकी चप्पल और आसपास खून के निशान दिखे पिता को न पाकर और यह देखकर उसने शोर मचाया तो आसपास से अन्य ग्रामीण इकट्ठा हो गए। जब सबने आसपास खोजबीन की तो जंगल में एक जगह किसान का क्षत विक्षत शव मिला।

कन्हार वन क्षेत्र के रेंजर दीपक तिरपुड़े के मुताबिक यह इलाका महाराष्ट्र के पेंच टाईगर रिजर्व से सटा हुआ है वहां से विचरण करते हुए कई बार टाईगर इस तरफ आ जाते है पहले भी कई बार बाघों का मूमेंट इधर रहा है। लेकिन इस घटना के बाद पीलकवार गांव सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त हो गई है।

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पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघों ने 5 महिलाओं पर किया हमला, एक का किया शिकार, पर्यटकों के भ्रमण पर रोक

Tiger Attack

पन्ना / मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के इतिहास में पहली बार एक दुखद घटना घटित हुई आज सुबह रिजर्व के हिनौता क्षेत्र मैं चारा काटने गई पांच महिलाओ पर तीन बाघो ने अचानक हमला बोल दिया और उनमें से एक वृद्ध महिला को बाघ जंगल में घसीट ले गए और उसे अपना शिकार बना डाला लिया। पन्ना टाइगर रिजर्व में इस बड़ी घटना के बाद टाइगर रिजर्व से लगे ग्राम हिनौता के ग्रामवासी दहशत मैं है। फिलहाल अभ्यारण प्रशासन ने पर्यटकों के भ्रमण पर रोक लगा दी है

सोमवार को सुबह 9 बजे के क़रीब टाइगर रिजर्व के जंगल में हिनौता गांव की 5 महिलाये हमेशा की तरह घास का चारा काटने गई थी जब वह लौट रही थी तभी अचानक महिलाओं को एक साथ तीन बाघ दिखे औरतें कुछ समझती तभी बाघों ने महिलाओं पर हमला बोल दिया और उनमें से एक बुजुर्ग महिला को दबोचकर बाघ घसीटते हुए जंगल में ले गए बाकी चार महिलाएं जान बचाकर तेजी से भागी और गांव आकर लोगों को बताया।

इन महिलाओं बताया बुजुर्ग महिला फुलिया साहू हमसे कहती थी कि मुझे बीच में लेकर चलो पीछे से मुझे बाघ के हमले का खतरा रहता है हम महिलाएं दो आगे और दो पीछे थी और फुलिया साहू (उम्र 58 वर्ष) को बीच में लेकर जब लौट रही थी तभी बाघों ने जो संख्या में तीन थे अचानक हमला किया हमने घबराकर दौड़ लगा दी लेकिन बाघ फुलिया को घसीटते हुए जंगल में ले गए।

पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बताया की जानकारी मिलने पर हाथियों की टीम ने घटना वाले जंगल के आसपास के इलाके में खोजबीन की तो जंगल में एक जगह महिला का शव मिला लेकिन उसका हाथ और सिर बाघों ने खा लिया था हाथियों का घेरा कर के बाघों को दूर रखा तब जाकर महिला के शव को उठाकर लाया गया उन्होंने बताया रिजर्व ने पहली बार इस प्रकार की घटना घटी है उन्होंने बताया फिलहाल प्रबंधन ने टाइगर रिजर्व मैं पर्यटकों को आने जाने पर सुरक्षा की दृष्टि से रोक लगा दी हैं और जंगल में हाँथिओं के दल से मॉनिटरिंग कराकर बाघों को चिह्नित किया जा रहा है।

बताया की बाघिन पी 652 के तीन शावकों ने महिला को अपना शिकार बनाया है। पहली बार बाघों ने इंसान पर हमला किया है घटना के वाद ग्रामवासी दहशत मैं है लोगो का कहना है कि पहले बाघ घर मैं बँधे हुए मवेसियों को अपना निशाना बनाते थे कई बार शिकायत भी की गई है लेकिन अब इंसानो को भी अपना शिकार बनाने लगे है अब बाघ आदमख़ोर भी हो सकते है।

एसपी साई एस कृष्ण थोटा का कहना है एक साथ तीन बाघ थे जिन्होंने महिला का शिकार किया है । बाघ द्वारा इंसानो पर हमला का पहला मामला है प्रबंधन ने ख़तरे को देखते हुए पार्क मैं पर्यटकों के आवाजाही पर पूरी तरह से3 रोक लगा दी है अब प्रबंधन हमलावर बाघ को चिह्नित करके अन्य जगह शिफ़्टिंग करने की तैयारी मैं है।

Panna Tiger Reserve
Panna Tiger Reserve
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पन्नामध्य प्रदेश

मप्र के पन्ना में बड़े भाई ने बेटे के साथ दो छोटे भाइयों की गोली मारकर हत्या की, मां को भी लगी गोली, एक आरोपी गिरफ्तार

Panna case

पन्ना/ मप्र के पन्ना जिले के गोल्ही मुड़िया गांव में शनिवार की रात उस वक्त सनसनी फेल गई जब एक परिवार में जन्मदिन की पार्टी के दौरान बड़े भाई व उसके बेटे ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने दो सगे भाइयों सहित मां को गोली मार दी । इस वारदात में दोनों भाइयों की इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई जबकि मां गंभीर रूप से घायल हो गई है। पुलिस ने बड़े भाई और उसके बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है और दूसरे की तलाश शुरू कर दी हैं।

यह खूनी वारदात पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना क्षेत्र के गोल्ही मुड़िया गांव में हुई यहां रहने वाले चरण सिंह,महेंद्र सिंह और नरेंद्र सिंह,तीनो सगे भाईयों के बीच जमीन के बटवारे को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा था।जिसके चलते आए दिन तीनो भाईयों में कहासुनी और बाद विवाद होता रहता था। 27 मई शनिवार के दिन सबसे छोटे भाई नरेंद्र सिंह के बेटे का जन्मदिन था। जिसको मनाने के लिए वह परिवार के साथ गांव आया था शनिवार की रात जब नरेंद्र सिंह और उसका मझला भाई महेंद्र सिंह का पूरा परिवार जन्म दिन के आयोजन में व्यस्त था देर रात खाना खाने के बाद गाना बजाना हो रहा था।इसी दौरान सबसे बड़े भाई चरन सिंह व उसका बेटा शुभम सिंह आ धमके और दोनों छोटे भाईयों से बाद विवाद करने लगे इस बीच तीनो भाइयों के बीच कहासुनी तेज हो गई। बात बड़ने से गुस्साए सबसे बड़े भाई चरण सिंह और उसके बेटे शुभम सिंह ने अवैध कट्टे से उनपर दनादन फायरिंग शुरू कर दी। जिसकी जद में महेंद्र सिंह और नरेंद्र और उनकी मां आ गई। गोली लगने से तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुँची देवेंद्रनगर थाना पुलिस ने तीनों को सतना जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया ।जहां बीती देर रात्रि दोनो भाइयों ने दम तोड़ दिया और माँ का इलाज चल रहा है।

सुबह होते ही पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया और पन्ना मृतक दोनो भाइयों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए हैं। वहीं पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है और दूसरे की तलाश जारी है।

वहीं पन्ना एडिशनल एसपी आरती सिंह ने बताया कि जन्मदिन की पार्टी के दौरान तीन भाइयों के बीच कहासुनी हुई और विवाद हुआ जिसमें सबसे बड़े भाई व उसके बेटे के द्वारा गोली चलाई गई है।जिसमे दो भाइयो की मौत हो गई है। मामले से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है दूसरे फरार आरोपी की तलाश पुलिस कर रही और पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना टाइगर रिजर्व को फिर से आबाद करने वाली बाघिन टी 1 की संदिग्ध मौत, 10 दिन बाद मिला कंकाल, प्रशासन बेखबर

Tiger seen

पन्ना/ मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में फिर एक मादा बाघिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है 10 दिन पूर्व हुई टाइगर T-1 की मौत ने मामले को संदिग्ध बना दिया है क्योंकि नेशनल हाईवे 39 से लगे जंगल क्षेत्र के 30 मीटर अंदर मनोर गांव के पास फीमेल टाइगर का कंकाल मिला है इस घटना से पन्ना टाइगर रिजर्व रिजर्व प्रबंधन की अनदेखी और बड़ी लापरवाही उजागर होती है क्योंकि नेशनल हाईवे के नजदीक टाइगर की मौत हो गई और मैदानी अमले को पता ही नहीं चला। पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बृजेंद्र झा ने की मौत की पुष्टि हैं । खास बात है टी 1 बाघिन ने ही 13 शावकों को जन्म देकर उजड़े पन्ना टाइगर रिजर्व को फिर से आबाद किया था इसीलिए उसे मदर ऑफ पन्ना टाइगर रिजर्व कहा जाता था।

पन्ना में बांधवगढ़ अभ्यारण से लाई गई पहली बाघिन का निधन हो गया। उसकी उम्र 15 साल के आसपास रही होगी। जितनी भी बाघिनें देखीं उनमें टी वन बहुत ही शांत स्वभाव की थी। जब टीम पन्ना मायूस थी तब वह अपार खुशियां लेकर आई थी। यह 5 बार मां बनी और इसी की एक के बाद एक 13 संतानों ने ही पन्ना अभ्यारण को फिर से आबाद किया यह मादा टाइगर पन्ना की फाउंडर मेंबर है इसको बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लाकर पन्ना रिजर्व में छोड़ा गया था।

लेकिन इस अति महत्वपूर्ण टाइगर के गले में रेडियो कॉलर होने के बाद भी पार्क प्रबंधन को मौत का पता नहीं चलना उस की बड़ी लापरवाही को उजागर कर रहा है क्योंकि वन विभाग का जमीनी अमला होने के बावजूद इस बाघिन की मौत की जानकारी लकड़ी बीनने गए मजदूरों ने दी जबकि मैदानी अमला बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में तैनात है

खास बात है एक जमाने में बाघ विहीन हो चुकी पन्ना लैंडस्केप में 2 माह में पन्ना में तीन टाइगर की मौत गंभीर चिंता का विषय है इस घटना ने वन्यजीव प्रेमियों को हिला कर रख दिया है

हालांकि पन्ना टाइगर रिजर्व फील्ड डायरेक्टर बृजेंद्र झा इस घटना को नेचुरल मौत का अमलीजामा पहनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन करीब 10 दिन पूर्व टाइगर की मौत हो जाने और प्रबंधन को पता ना चलने पर कई सबाल उठना लाजमी है जिसका उनके पास कोई जवाब नहीं है

ज्ञात हो कि 2009 में बाघ विहीन होने के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व में बाहर से बाघ लाकर पन्ना टाइगर रिजर्व को फिर से आबाद करने में टी वन बाघिन ने अहम भूमिका का निर्वाहन किया था जिसने पन्ना में सबसे पहले बाघ शावक को जन्म देकर खुशियां मनाने का अवसर दिया और इस अभ्यारण में 5 बार गर्भधारण किया और मां बनी इस दौरान इसने 2016 में एक साथ सबसे अधिक 3 शावकों के जन्म देने के साथ कुल 13 शावकों को जन्म दिया था। और आज इसकी बदौलत ही 80 टाइगर ही इस अभ्यारण में है और आज देश के वन्यजीव प्रेमियों के साथ पन्ना प्रशासन को खुशी का अवसर देने वाली बुजुर्ग बाघिन टी 1 अब नहीं रही। उल्लेखनीय है इस पर कई फिल्म भी बनी हम इस बाघिन के अभूतपूर्व योगदान को पूरे सम्मान के साथ याद करते हैं।

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पन्नामध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश के पन्ना में भालू ने हमला कर पति पत्नी को मार डाला, वन टीम के मौके पर नही पहुंचने पर लोगों में आक्रोश

Bear catch

पन्ना – मध्यप्रदेश के पन्ना में एक बेहद हृदय विदारक घटना घटी है यहां के खैरमाई मंदिर के दर्शन करने आये पति पत्नी को एक आदमकद खूंखार भालू ने हमला कर चीर फाड़ कर मार डाला बताया जाता है यह माता का मंदिर जंगल से लगा हुआ हैं लेकिन खबर देने के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नही पहुंचने से लोगों में काफी गुस्सा हैं जबकि पन्ना टाईगर रिजर्व का कार्यालय भी 4 -5 किलोमीटर पर है। जबकि दंपत्ति को मारने के बाद यह आदमखोर भालू दोनो के शरीर पर चहल कदमी करते हुए नोच नोच कर खाता रहा।

करीब 4 घंटे बाद वन विभाग का अमला घटना स्थल पहुंचा और उसने ट्रेंक्यूलाइज कर भालू को बेहोश कर पकड़ा और क्षतविक्षत शवों को बरामद किया। वन विभाग ने मृतक परिवार को 4 -4 लाख की की मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया हैं।

पन्ना के रानीगंज इलाके के टपरियन के आगे यह खैरमाई माता का मंदिर है आज सुबह 7 बजे रानीगंज में रहने वाले पति पत्नी मुकेश राय और उसकी पत्नी गुड़िया माता के दर्शन कर घर लौट रहे थे मंदिर के पास एक नाले के पास जब यह दंपत्ति पहुंचे तो वहां पहले से ही घात लगाये आदमकद भालू ने एकाएक हमला बोल दिया और घायल अवस्था में दोनों को खींचकर जंगली ले गया और उन दोनों के शरीर को चीथ डाला इस बीच नाले के पास दो महिलाएं और थी वे चीखती हुई वहां से भागी आसपास के लोगो को जानकारी मिली तो भारी भीड़ इकट्ठा हो गई लेकिन उस भालू को भगाने की किसी ने हिम्मत नही की इस बीच भालू ने दोनों को मार डाला। और उनके शरीर पर चहल कदमी करते हुए उन्हें नोच नोच कर खाता रहा।

इस दौरान स्थानीय लोगो ने वन विभाग और कोतवाली थाना पुलिस को खबर की पुलिस बल तुरंत मौके पर आ गया लेकिन करीब चार घंटे गुजरने के बाद वन महकमा मौके पर आ पाया जबकि कुछ किलोमीटर की दूरी पर पन्ना टाइगर रिजर्व का कार्यालय है वन महकमे की इस निष्क्रियता को लेकर लोगो में काफी आक्रोश हैं।

वन विभाग के कर्मचारियों ने पहले शवों के पास बैठे भालू को ट्रेंक्यूलाइज कर उसे बेहोश किया और दोनो के क्षत विक्षत शवों को उठाकर पीएम के लिये रवाना किया। साथ ही बेहोश भालू को जाल की गिरफ्त में लेकर पिंजरे में डाला और ले गये।

वन विभाग के देरी से आने पर भारी संख्या में मौजूद लोगो ने हंगामा कर दिया और मृतक के परिवार के व्यक्ति को नोकरी और मुआवजा देने की मांग की ।

जबकि डीएफओ गौरव शर्मा का कहना है कि पकड़े गये भालू को चिड़ियाघर भेजा जायेगा वही मृतक के आश्रितों को 4 -4 लाख की राशि का मुआवजा दिया जायेगा।

लेकिन पन्ना शहर से लगे इलाके में इतनी बड़ी पहली घटना है वही वन विभाग के रवैये को लेकर स्थानीय नागरिकों में काफी आक्रोश है उंन का आरोप है सूचना देने के बाद भी वन विभाग का अमला तुरंत नही आया औऱ 4 घंटे बाद आया उनका कहना है यदि समय रहते आ जाते तो दोनों की जान बचाई जा सकती थी।

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पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना में पागल लकड़बग्घे का हमला, तीन की मौत, दो दर्जन से अधिक जख्मी, ग्रामीणों में दहशत

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पन्ना – मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों एक पागल लकड़बग्घे का आतंक छाया हुआ है जिसने तीन अलग अलग क्षेत्रों में ग्रामीणों पर जानलेवा हमला कर दिया जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग बुरी तरह जख्मी हो गये जिसमें से एक किशोर सहित तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि घायलों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है खास बात है वन प्रशासन लाख कोशिशों के बावजूद इस आताताई और खूंखार हो चुके जंगली जानवर को अभी तक पकड़ने में कामयाब नही हो सका है जिससे प्रभावित ग्रामीण इलाकों और आसपास दहशत व्याप्त हैं।

पन्ना जिले के करीब एक दर्जन गांव इस आदमखोर हो चुके लकड़बग्घे से काफी आतंकित है जो खासकर गुन्नौर के जंगल से जुड़े है लेकिन टिकलिया सटवा और पाली गांव में रात के वक्त इस लकड़बग्घे के लगातार हमले जारी है जिसमें इसने कई ग्रामीणों पर जानलेवा हमले किये जिसमें करीब दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गये जिसमें गंभीर रूप से घायल एक वृद्धा श्याम बाई ( उम्र 70 साल) सहित उपेंद्र चौधरी (उम्र 35 साल) और एक किशोर 17 वर्षीय करण गूजर की जान चली गई वही दो दर्जन से अधिक जख्मी और घायलों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग सक्रिय हुआ है और वन अमले ने इस खूंखार लकड़बग्घे को पकड़ने के लिये जंगल में और प्रभावित क्षेत्रों में कोशिश की पिंजरे भी लगाये लेकिन फिलहाल यह पागल जंगली जानवर उसकी गिरफ्त में नही आ पाया है जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र में डर और दहशत व्याप्त हैं और लोग रात जाग कर बिता रहे हैं।

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पन्नामध्य प्रदेश

पन्ना में आकाशीय बिजली कहर बन कर टूटी, 6 की मौत, 15 घायल, कई जानवर भी मरे

Lightening Havoc

पन्ना – मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में बीते डेढ माह से बारिश की एक बूंद नही गिरी लेकिन जब बारिश आई तो उसके साथ में आकाशीय बिजली लोगों पर कहर बन कर टूटी जिसने 6 लोगों की जान ले ली साथ करीब सबा दर्जन लोग झुलसने से बुरी तरह से घायल हो गये हैं।प्रशासन ने उन्हें इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया दिया हैं।

पन्ना जिले के कई क्षेत्रों में बारिश शुरू हुई है लेकिन इस वर्षा के दौरान बादलों के कड़कने के साथ कई जगह बिजली भी गिरी गत 24 घंटे में आकाशीय बिजली गिरने से जिले में है 6 लोगों की मौत हो गई है जिसमें पलेहा थाना इलाके के पटना तमोली के पास उरेहा गांव में एक खेत में धान लगा रहे मजदूरों पर अचानक आकाश से बिजली कहर बन कर गिरी जिसमें दो महिला मजदूरों लक्ष्मी कोल एवं काजल गुप्ता की मौके पर मौत हो गई साथ ही झुलसने से एक दर्जन मजदूर अचेत हो गए जबकि पवई थाना क्षेत्र के पिपरिया डांग, चऊमुखा और सिमरा खुर्द गांव में भी बिजली गिरने की घटना सामने आई जिसमें तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई है जबकि सिमरा खुर्द गांव में ही किसान मुन्नीलाल पटेल और उसकी भैंस की मौत हुई और उसका बेटा भरत लाल घायल हो गया है इस तरह 24 घंटे में जिले में 6 लोगों की आकाशीय बिजली यानी गाज गिरने से मौत हुई है।

खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और मृतकों को पीएम के लिये भेजा जबकि एक दर्जन घायलों को सलेहा स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि गंभीर रूप से घायल 3 लोगो का पन्ना जिला अस्पताल में इलाज चल रहा हैं। पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा के मुताबिक घायलों की स्थिति स्थिर हैं।

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पन्नामध्य प्रदेश

“बाघिन की मौत के बाद पिता बाघ कर रहा शावकों की परवरिश ” हैरतअंगेज लेकिन सुखद खबर

Panna Tiger Reserve

 पन्ना – आमतौर पर माना जाता है कि बाघ अपने बच्चों के लिए न केवल खतरा होता है बल्कि कई बारगी वह शावकों को मार भी डालता है। लेकिन मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में एक हैरान करने वाला वाकया सामने आया है। यहां मां बाघिन की मौत के बाद नर बाघ न केवल अपने शावकों की देखभाल कर रहा है बल्कि उनकी खुराक तक का इंतेजाम कर रहा है। इसकी पुष्टि के लिए टाइगर रिजर्व प्रशासन ने एक वीडियो भी जारी किया है। जिसमें पिता बाघ अपने बच्चों की सुरक्षा के साथ परवरिश करता दिखाई दे रहा है और चारों नन्हे शावक उंसके आसपास अठखेलियाँ करते नजर आ रहे हैं यह दृश्य प्राणिविदों के लिये जहाँ एक सुखद अनुभूति है वहीं उनकी खोज का भी विषय हैं कि क्या ऐसा भी हो सकता हैं।

दरअसल 15 मई को इन बच्चों को जन्म देने वाली बाघिन पी 213 (32) की किन्हीं कारणोंवश मौत हो गयी थी। जिसके बाद इन अनाथ हुए 4 शावकों की जिम्मेदारी नर बाघ पिता ने संभाल ली है। इस तरह की सुखद गतिविधियों का एक वीडियो 22 मई को पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने जारी किया है। जिसमें नर बाघ के आसपास चारों शावक चट्टानों पर अठखेलियां कर रहे हैं।

पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 मई को बाघिन पी 213 (32) की मौत के बाद लगभग 7 माह की उम्र के इन 4 शावकों को लेकर पार्क प्रबंधन सहित दुनिया भर के वन्य प्राणी प्रेमी चिंतित हो रहे थे। प्रबन्धन परेशान था कि आखिर शावकों की देखरेख कैसे हो पाएगी ।लेकिन नर बाघ पी 243 द्वारा बच्चों की देखरेख और शिकार करके उनकी खुराक का इंतजाम करने से वन्य प्राणी प्रेमियों और पार्क प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।

बाघ पी 243 इन शावकों का पिता है। रिजर्व प्रबन्धन ने फिलहाल नर बाघ के मूवमेंट और शावकों के लिए उसके प्रयासों का पता लगाने की गरज से उसको सेटेलाइट रेडियो कॉलर लगाकर जानकारी जुटाना शुरू किया है। 24 घंटे टाइगर की मूवमेंट और व्यवहार की जानकारी एकत्र की जा रही है पार्क प्रबंधन का एक मात्र उद्देश्य है कि यह चारों शावक सुरक्षित रहने के साथ लगातार जंगल के प्राकृतिक माहौल में अपने पिता बाघ के संरक्षण में सरवाइव करें यदि यह इसी तरह 5 – 6 माह काट लेते है और एक साल की उम्र पार कर लेते है तो तो खुद सेल्फ डिपेंड हो जायेंगे जिससे पार्क में खुशहाली तो आयेगी ही वही जंगल में स्वच्छंद रहते इस तरह उनका सरवाइव करना वाइल्ड लाइव की भी ऐतिहासिक घटना होगी।

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