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धार

धारमध्य प्रदेश

होली से पहले धार में भीषण सड़क हादसा, गैस  टैंकर ने पिकअप और कार में मारी टक्कर 7 की मौत 3 घायल

Accident

धार/ मध्यप्रदेश के धार जिले के बदनावर उज्जैन फोरलेन हाईवे पर उल्टी साइड से आ रहे एक गैस से भरे टैंकर ने पहले बोलेरा पिकअप वाहन में टक्कर मारी फिर वह पीछे आ रही एक कार से जा भिड़ा,इस सड़क दुर्घटना में 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 3 लोग घायल हो गए है जिन्हें पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। खास बात है टक्कर मरने वाले टैंकर का ड्राइवर फरार हो गया।

जानकारी के अनुसार यह घटना बुद्धवार रात 11 बजे की है बताया जाता है इंडेन गैस का एक टैंकर नंबर GJ 34 A 9769 उज्जैन की और जा रहा था जो बदनावर उज्जैन बायपास पर टैंकर रोंग साइड से आ रहा था इसी दौरान टैंकर ने बदनावर की और जा रहे बॉलरों पिकअप वाहन में तेज टक्कर मारी और उसके बाद वह पीछे आ रही कार  MP 14- CD 2552 में तेजी से जा भिड़ा। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप वाहन टैंकर के नीचे घुस गया इस घटना में पिकअप में सवार 3 लोगों की  और  कार में सवार तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि कार में सवार एक अन्य  अस्पताल में इलाज के दौरान चल बसा।

घटना की सूचना मिलने पर बदनावर SDOP अरविंद सिंह तोमर और बदनावर थाना प्रभारी अमित सिंह तुरंत घटना स्थल पहुंचे और पुलिस ने मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया जबकि घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है घटना के बाद टैंकर का चालक मौके से फरार हो गया।

कार में सवार जिन 4 लोगों की मौत हुई है उनके नाम गिरधर मखीजा (44 साल) निवासी मंदसौर,अनिल व्यास (43 साल) निवासी रतलाम, विराम धनगर, मंदसौर, चेतन बगरबाल (23 साल), और पिकअप में सवार बन्ना उर्फ लालसिंह, अनूप पूनिया (23 साल) निवासी जोधपुर और जितेंद्र पूनिया निवासी जोधपुर की मौत हो गई इसमें शामिल चेतन की रेफर किए जाने के बाद अस्पताल में मौत हो गई थी।

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इंदौरदेशधारमध्य प्रदेश

पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने का काम शुरू, रामकी एनवायरो फैक्ट्री सुरक्षा घेरे में 650 जवान और शहर में 24 थानों की पुलिस तैनात

Waste of Pithampur Burn

पीथमपुर / पीथमपुर स्थित रामकी एनवायरो फैक्ट्री में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने का काम शुरू हो गया है इस काम में लगे कर्मचारी और श्रमिकों को विशेष सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। इस दौरान फैक्ट्री परिसर में 650 जवान ड्यूटी पर है जबकि शहर में 24 थानों की पुलिस तैनात की गई है।

पीथमपुर की रामकी एनवायरो फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे से इस कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू हुई फैक्ट्री के इन्सीलेटर में ट्राइल रन में पहले 10 टन कचरा नष्ट करने के लिए डाला गया। इस अवसर पर प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों सहित अन्य अफसर मौजूद थे साथ ही 2 विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम कंपनी परिसर के बाहर तैनात की गई है।

इसके अलावा फैक्ट्री के अंदर स्पेशल आर्म्ड फोर्स के 130 जवान और परिसर के बाहर डीएसपी रैंक के अधिकारी भी मौजूद है। आसपास के सभी मार्गों की नाकेबंदी कर दी गई है पूछताछ के बिना किसी को भी कंपनी परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

पीथमपुर शहर में इंदौर देहात और धार जिले के 24 थानों का पुलिस फोर्स और अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था पर निगाह रखे हुए हैं और करीब 650 जवान शहर के चौराहों कालोनियों और तारपुरा गांव में मौजूद है। साथ ही करीब 1 दर्जन पुलिस वाहन लगातार गश्त लगा रहे है।

कचरा जलाने की प्रक्रिया शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे शुरू की गई इससे पहले इन्सीलेटर को 850 डिग्री तापमान तक गर्म किया गया इसमें करीब 5 घंटे लगे जिसमें प्रति घंटे 600 लीटर डीजल की खपत हुई इन्सीलेटर के 850 डिग्री तापमान तक आने के बाद कचरा मिक्स करके उसमें डाला गया, इस दौरान वहां इस जहरीले कचरे को जलाने का काम करने वाले कर्मचारी और मजदूर विशेष सुरक्षा उपकरणों से लैस थे।

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देशधारमध्य प्रदेश

धार के इमलीबन में महिला का शव भूसे के ढेर दबा मिला, पुलिस को हत्या की आशंका, लापता पति की तलाश

Crime scene do not cross

धार / मध्यप्रदेश के धार में एक युवती का शव भूसे के ढेर में दबा मिला है। आसपास के लोगों ने बदबू आने पर पुलिस को खबर की तब पता चला। पुलिस को इसकी हत्या की आशंका ही पुलिस जांच में जुटी है लेकिन उसका पति भी गायब है पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

यह घटना धार के इमलीबन इलाके में सामने आई है स्थानीय लोगों ने दुर्गंध आने पर कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी पुलिस ने जब खोजबीन की तो भूसे के ढेर से एक महिला का शव निकला। पुलिस की आशंका है कि यह शव 48 घंटे से ज्यादा पुराना है मौके पर पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी पहुंची उसने बारीकी से घटना स्थल का जायजा लिया महिला के शरीर पर चोटों के भी पाए गए है। पुलिस ने मामला कायम कर लिया है और जांच में जुट गई है।

बताया जाता है मृत महिला सुनीता अपने पति रमेश के साथ इमलीबन क्षेत्र में किराए के मकान में रहती थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक तीन चार दिन से जब वह दिखी नहीं तो पड़ोसियों ने उसके पति से पूछा भी लेखी उसने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।

सीएसपी समीर वास्कले ने कहा है कि शव कम से कम 48 घंटे पुराना है पुलिस को हत्या लिए जाने की आशंका है लेकिन मौत की असली बजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी पुलिस मृतका के पति रमेश की भी तलाश करेगी जिससे मौत के सही कारणों का खुलासा हो सके।

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धारमध्य प्रदेश

धार के मनावर में बिना मुंडेर के कुएं में गिरी बाईक, चार दोस्तों की मौत, शादी समारोह से बाईक पर घर लौट रहे थे युवक

Accident

धार / धार जिले के मनावर कस्बे के उमरबन के पास एक बाईक अनियंत्रित होकर पानी से भरे कुएं में जा गिरी जिससे बाईक पर सवार चार दोस्तों की मौत हो गई बताता जाता है चारों की उम्र 19 साल थी जो शादी समारोह में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे।

यह दर्दनाक हादसा गुरूवार शुक्रवार की दरमियानी रात 1 बजे उमरबन गांव के पास हुआ। जिसमें धर्मपुरी के ग्राम मुंडला गांव में रहने वाले चार 19 साल के युवकों संदीप मुवेल ,अनुराग रोहन और मनीष की मौत हो गई इन चारों की उम्र 19 साल थी और यह आपस में दोस्त थे। बताया जाता है मृतक संदीप मुवेल पूर्व गृह राज्यमंत्री का भतीजा था।

उमरबन पुलिस चौकी के प्रभारी जयपाल बिल्लौरे ने बताया मृतक संदीप के भाई गणेश मुवेल ने हमें सूचना दी उसके बाद हम उमरबन गांव के पास मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से चारों के शव कुएं से बाहर निकाले गए जहां यह घटना हुई वहां टर्न है और सड़क के किनारे बिना मुंडेर का कुआं है जो करीब 20 फीट पानी से भरा हुआ है।

जबकि मृतक संदीप के भाई गणेश मुवेल का कहना था कि जब बाइक कुएं ने गिरी तो तेज आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने कुएं में जब देखा और उन्होंने मुझे बताया तो मैं पुलिस को लेकर घटनास्थल पहुंचा हम लोगों ने वाहनों और मोबाइल की टॉर्च की मदद से चारों को कुएं से निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे।

जबकि उमरबन सरकारी अस्पताल के डॉ जोगेश अयाले ने बताया मै रात की ड्यूटी पर था निजी और पुलिस के वाहनों से चारों युवकों को अस्पताल लाया गया था मैने देखा तो हमने सभी को पहले CRP दी लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका उनके सिर और सीने में गंभीर चोटे थी और संभवतः पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई।

मृतक संदीप मुवेल के परिजनों ने बताया कि चारों संदीप की मौसी के लड़के की शादी में शरीक होने छोटी उमरबन गांव गए थे देर रात अनुराग की मोटर साइकिल पर सवार होकर चारो घर लौट रहे थे छोटी उमरबन से एक किलोमीटर दूर जब यह बीना मूडर के पास पहुंचे तभी बाईक अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे बने बिना मुंडेर के कुएं में जा गिरी इस हादसे में चारों की मौत हो गई। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया इस घटना से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

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धारमध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश के धार में चायनीज मांझे से गर्दन कटी 7 साल के मासूम की मौत, कई घटनाएं आई सामने, शासन प्रशासन बिक्री और उपयोग पर रोक लगाने में नाकाम

Boy died by Chinese Manza

धार/ धार में 7 साल के एक मासूम बच्चें की चायनीज मांझे से गर्दन कटने से मौत हो गई। यह चायनीज मांझा लोगों की जान का दुश्मन बन चुका है। लेकिन सरकार और प्रशासन इस पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम सिद्ध हो रहा हैं जबकि प्रदेश में दो दिन में इस जानलेवा मांझे की चपेट में आकर कई और लोग भी बुरी तरह से घायल हुए है।

धार के लुनियापुरा में रहने वाले विनोद चौहान के परिवार में रविवार को मकर संक्रांति मानी थी घर पर अन्य मेहमान भी आए थे उनका 7 साल का बेटा कनिष्क दिन में पतंग उड़ाते देखता रहा शाम को उसने बाजार से कुछ चटपटा खाने की फरमाइश अपने पिता से की करीब 6 बजे उसके पिता बेटे को बाइक पर आगे बिठाल कर जब बाजार जा रहे थे तभी उसके बेटे के गेल से खून निकलने लगा और वह नीचे गिर गया मासूम पड़ा कि पतंग का माजा उसकी गर्दन में फसा था जिससे उसकी गर्दन अंदर तक कट गई थी तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरो ने उसे देखकर मृत घोषित कर दिया। संभवतः स्वास नली कट जाने से उसकी मौत हो गई।

इस घटना के बाद विनोद चौहान के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा उनकी दो बेटियां है और कनिष्क उनका इकलौता बेटा था। उसकी मां का रोकर बुरा हाल है।

इस घटना के बाद विनोद के परिजन और परिचितों ने हरदा अहमदाबाद के हटवाड़ा चौराहे पर जाम लगा दिया उनकी मांग थी कि 10 लाख के मुआवजे के अलावा चायना का माजा बेचने वालों और आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही प्रशासन और पुलिस करे काफी देर तक चक्काजाम होने के बाद पुलिस के समझाने के बाद चक्काजाम हटा दिया गया। प्रशासन ने फिलहाल तुरंत 50 हजार की आर्थिक सहायता देने के साथ, मामले का प्रकरण बनाकर सरकार को भेजने का आश्वासन दिया है।

इधर एसडीएम रोशनी पाटीदार ने कहा है कि यह घटना काफी दुखद है प्रशासन एक दल गठित कर पिछले 10 दिनों से जब्ती और सर्चिंग की कार्यवाही कर रहा है चाइनीज डोर भी जब्त की है और बेचने वालों के साथ उसका उपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा रही है।

चायनीज मांझे का यह एक मामला नहीं है कई घटनाएं आई सामने…

चायनीज मांझे से घटना का यह एक अकेला मामला नहीं है इसके अलावा अन्य जगह भी कई घटनाएं सामने आई है। धार जिले के ही दिग्ठान गांव में इस मांझे से एक बुजुर्ग का गला कट गया जो अपनी पत्नी के साथ बाइक से जा रहा था गला कटने से वह नीचे गिर गया पत्नी के चीखने चिल्लाने पर लोग दौड़ कर आए बुजर्ग को एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है बताया जाता है उसके जबड़े से कान तक का हिस्सा कट गया है उसे 30 टांके लगाएं गए है उसकी हालत गंभीर हैं।

जबकि इंदौर के हीरानगर में रविवार को एक युवक छत पर पतंग की डोर निकालने गया था जो हाई टेंशन करेंट की चपेट में आ गया उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

देवास में एबी रोड पर बाइक से जा रहे एक युवक तुषार तलरेजा का चायनीज मांझे से गला कट गया घायल को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां उसे 4 से 5 टांके लगाएं गए है।

छिंदवाड़ा में रविवार को दो लोग इस जानलेवा डोर की चपेट में आ गए ,स्थानीय चार फाटक इलाके के ओवर ब्रिज से निकलते समय एक युवक चायनीज मांझे की चपेट में आ गया जबकि लालबाग क्षेत्र में भी एक युवक का इस डोर से गला कट गया उसे हल्का जख्म आया उनका स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया गया।

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धारमध्य प्रदेश

मप्र के धार में तेंदुए का हमला तीन ग्रामीण घायल एक गंभीर, तेंदुए को पकड़ने वन विभाग ने लगाया पिंजरा

Leopard in Jungle

धार / मध्यप्रदेश के धार जिले के गांव इंदला में कपास बीनने खेत पर गए ग्रामीणों पर अचानक एक तेंदुए ने जानलेवा हमला बोल दिया जिसमें तीन लोग बुरी तरह घायल हो गए जिसमें एक बुजुर्ग की हालत गंभीर है घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सरदारपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया है इधर वन महकमे ने तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव के बाहर पिंजरा लगा दिया हैं।

जिले के टांडा इलाके के अंतर्गत आने वाले गांव इंदला में सुबह 11 बजे यह घटना घटी है सुबह अपने खेत पर कपास इकट्ठा करने स्थानीय गांव वासी गए थे जब यह खेतों में कपास बीन रहे थे तभी खेत में छुपे हुए तेंदुए ने काम कर रहे ग्रामीणों पर अचानक हमला बोल दिया कुछ लोगों ने जैसे तैसे उससे भिड़कर अपने को छुड़ाया लेकिन तीन लोगों को तेंदुए ने बुरी तरह घायल कर दिया । घायलों में इंदर सिंह रवि और दिनेश शामिल है जिसमें रवि और दिनेश के हाथ और पैरो में तेंदुए के दांतों के निशान है तो इंदल सिंह के पीठ में गहरे जख्म हो गए हैं।

घटना के दौरान अन्य लोगों के हल्ला गुल्ला करने पर किसी तरह तेंदुआ भाग गया उसके बाद घायलों को पहले टांडा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद में उन्हें सरदारपुर स्थित बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया है घायलों में इंदर सिंह की स्थिति नाजुक बताई जाती है इधर वन विभाग की टीम खबर मिलने पर इंदला गांव पहुंच गई और कागजी कार्यवाही के बाद उसने गांव के संभावित क्षेत्र में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया हैं लेकिन फिलहाल तेंदुआ पकड़ा नही गया है तेंदुए की गांव तक आमद से ग्रामीण काफी दहशत में हैं।

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धारमध्य प्रदेश

धार में शराब माफिया का एसडीएम और तहसीलदार पर जानलेवा हमला वाहन तोड़े फायरिंग की, तहसीलदार को किया अगवा

Kidnap

धार / मध्यप्रदेश के धार जिले में राजनेतिक संरक्षण में शराब माफिया के हौंसले बुलंद है अवैध रूप से ले जाई जा रही शराब से भरे ट्रक का पीछा कर रहे एसडीएम और तहसीलदार पर शराब माफिया ने हमला कर दिया और फायरिंग करने के साथ उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया इतना ही नहीं तहसीलदार का अपहरण कर अपने वाहन में ले गए और जब पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्हे छोड़कर फरार हो गए बताया जाता है मुख्य आरोपी एक पूर्व विधायक का रिश्तेदार है प्रशासन ने जांच टीम गठित की है जबकि पुलिस ने माफिया के एक गुर्गे को गिरफ्तार कर लिया हैं।

मामला मंगलवार को धार जिले के कुक्षी का है यहां के एसडीएम (आईएएस) नवनीत सिंह पंवार को खबर मिली थी कि उनके इलाके से अवेध रूप से शराब से भरा एक ट्रक निकलने वाला है उन्होंने तहसीलदार राजेश भिड़े और पुलिस टीम के साथ ढोल्या और आली के बीच घेराबंदी की जब यह ट्रक उधर से गुजरा तो उसका पीछा शुरू कर दिया जब उसे टीम ने रोकने की कोशिश की तो इस ट्रक के पीछे आ रही एक स्कार्पियो में सवार शराब माफिया के गुर्गों ने अधिकारियों के वाहन के सामने आकर उन्हें रोकने की कोशिश की इस बीच उनकी झड़प भी हुई लेकिन जब अधिकारी नहीं रुके तो स्कार्पियो में सवार लोगों ने दो तीन फायर करने के साथ पथराव कर दिया जिससे अधिकारियो वाहनों के शीशे टूट गए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए लेकिन बदमाश यही नहीं रुके उन्होंने आगे जाकर तहसीलदार के वाहन को रोककर उन्हें पकड़ कर जबरन अपने वाहन में बिठाल लिया और उन्हे अगवा कर ले गए लेकिन जब पुलिस बल ने इन बदमाशो के वाहन की घेराबंदी की तो वह उन्हें बीच में छड़ाकर फरार हो गए।

बताया जाता है प्रशानिक अधिकारियों पर हमला करने का मुख्य आरोपी कुक्षी के पूर्व विधायक और वर्तमान निगम परिषद अध्यक्ष मुकामसिंह किराड़ का सगा भांजा बताया जाता है स्कार्पियो में सवार उसके साथी ही थे जो ट्रक क्रमांक एमपी 69 H – 0112 में शराब भरकर कुक्षी से अलीराजपुर ले जा रहे थे इस ट्रक में गौवा लंदन और बॉम्बे ब्रांड की शराब की पेटियां भरी हुई थी।

जानकारी मिलने पर इंदौर कमिश्नर पवन शर्मा और आईजी राकेश गुप्ता और ग्रामीण डीआईजी चंद्रशेखर सोलंकी भी घटना स्थल पहुंचे उन्होंने धार एसपी से चर्चा कर पूरी जानकारी ली।

धार पुलिस अधीक्षक के मुताबिक शराब से भरा यह ट्रक बड़वानी से धार की तरफ आया था और यह शराब कुक्षी होते हुए अलीराजपुर जा रही थी एसपी के मुताबिक ट्रक को जब्त कर मामला दर्ज कर लिया गया है पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी सुखराम निवासी अलीराजपुर के एक साथी मुकाम को गिरफ्तार कर लिया गया हैं अन्य आरोपियों की तलाश के लिए 4 टीमें गठित कर उनकी खोजबीन की जा रही है। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

इसके साथ कलेक्टर पंकज जैन ने पूरे मामले की जांच के लिए एडीएम श्रृंगार श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी है जिसमे एसडीएम नवनीत सिंह पंवार को भी सदस्य बनाया है कलेक्टर के मुताबिक यह टीम शराब परिवहन एवं आबकारी विभाग से कहा चूक हुई इन पहलुओं पर भी जांच करेगी।

इधर कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखकर इस घटना को गंभीर बताते हुए जांच की मांग की है साथ ही कहा है कि जब प्रशासनिक अधिकारी ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता की सुरक्षा की बात बेमानी है उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी सुखराम बीजेपी शासन के पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश मंत्री का भांजा है इसलिए इसे राजनेतिक संरक्षण मिला हुआ है।

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धारमध्य प्रदेश

धार के कारम डेम में आई दरार, जल प्रलय की आशंका के मद्देनजर 16 गांव खाली कराएं, बांध पर पानी को निकलने केनाल बनाने का कार्य अंतिम दौर में, धारा 144 लगाई

Dhar DAM Leakage

धार / मध्यप्रदेश के धार के कारम डेम में दरार आने से हड़कप मच गया है खबर के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और धार के 11 गांव और खरगोन के 6 गाँवो को खाली कराने के साथ प्रभावित क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। सिंचाई विभाग और प्रशासनिक अमला मौके पर है और बांध से अतरिक्त पानी को बाहर निकालने के लिए एक नहर का निर्माण का कार्य जोरशोर से जारी हैं। इस पूरी कार्यवाही की मुख्यमंत्री खुद मोनीटरिंग कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश और धार जिले में लगातार हो रही बारिश का असर अब साफ देखा जा रहा है धार जिले की कारम नदी पर बना बांध पानी से लबालब भर गया और पानी का दवाब नहीं झेल पाने से अचानक उसमें गहरी दरार आ गई जिससे बांध के ढहने का खतरा पैदा हो गया हैं।

इस कारम डेम के क्षेत्रफल की बात करें तो यह 590 मीटर लंबा है और इसकी चौड़ाई 52 मीटर है बताया जाता है इसकी निचली सतह से पानी का रिसाव शुरू हुआ मालूम होने पर जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन तुरत फुरत सक्रिय हुआ और उसने धार के 11 गांव और खरगोन के 6 गांवों को खाली कराया और ग्रामीणों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया। इससे करीब 40 हजार नागरिक प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा एहितियातन धारा 144 लगा दी गई हैं।

प्रशासन के साथ ही पुलिस के अधिकारी कर्मचारी मौके पर मोजूद है और जलसंसाधन विभाग बांध की मरम्मत के साथ उससे एक केनाल बनाने का काम कर रहा है जिससे ऊपरी तरफ से अतरिक्त पानी को निकालकर दूसरे सुरक्षित जगह पहुंचाया जा सके इस नहर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका हैं।

सुरक्षा की दृष्टि और जल प्रलय की आशंका के चलते सूरत बड़ोदरा दिल्ली और भोपाल से एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ की टीमें बुला ली गई है जो मौके पर पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य में लग गई हैं। साथ ही प्रदेश के मंत्री राज बर्धन सिंह सहित दो मंत्री मौके पर है।

जलसंशाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने एक जांच कमेटी का गठन कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद इस मामले की पर नजर बनाए हुए है इसको लेकर उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों की एक मीटिंग भी ली और आवश्यक निर्देश भी दिए।

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धार

बिल्ली के बच्चे समझ कर 4 दिन तक तेंदुए के बच्चों को पालता और दूध पिलाता रहा किसान

Leopard Cubs

धार – मध्यप्रदेश के धार जिले के बाजरीखेड़ा गांव का एक किसान तेंदुए के बच्चों को बिल्ली के बच्चें समझकर उन्हें अपने घर में ही नही रखें रहा बल्कि उन्हें दुलारने के साथ दूध भी पिलाता रहा लेकिन जब बच्चे अपनी जंगली जुवान में गुर्राये तब मालूम पड़ा कि यह तेंदुए के बच्चे है तो वह किसान और ग्रामीण घबरा गये।

धार जिले के निसरपुर के पास बाजरीखेड़ा गांव में,करीब 5 दिन पहले स्थानीय ग्रामीणों को एक खेत में किसी जीव के दो छोटे छोटे दो बच्चे दिखाई दिये जिसकी उन्होंने वन विभाग को सूचना दी की तेंदुए की तरह दिखने वाले दो बच्चे गन्ने के खेत में देखे गए…लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों ने फौरी तौर पर पूछताछ कर उन्हें जंगली बिल्ली का बच्चा बता कर अनदेखी कर दी ,उसके बाद गांव वाले उन दोनों बच्चों को लेकर निसरपुर चौकी पहुंचे और वन विभाग को फिर से सूचना दी गई।

जिसके बाद वन विभाग की टीम पहुंची और दोनों बच्चों की जांच करने के बाद यह भी पुष्टि नहीं हो पाई कि दोनों बच्चे तेंदुए के हैं या जंगली बिल्ली के दोनों बच्चे दिखने में पूरी तरह से तेंदुए के शावक की तरह दिखाई दे रहे हैं, और उनके हावभाव और7 उनकी आवाज तथा शरीर पर धब्बे और नाखून भी तेंदुए के शावको की तरह है, फिर भी वन विभाग पूरी तरह यह पुष्टि नहीं कर पा रहा है.. क्योंकि बच्चे अभी बहुत छोटे हैं और उनकी आंख भी पूरी तरह से नहीं खुली थी, यह दलील देकर वन अमले ने ग्रामीणों को बापस कर दिया तब एक किसान उन बच्चों को अपने घर ले आया और उन्हें सुरक्षित रखा देखभाल की और दूध भी पिलाया।

करीब 4 -5 दिन बाद वह बच्चें जब कुछ चलने फिरने लगे तो पकड़ने पर जंगली जानवर की तर्ज गुर्राने लगे तब उन्हें पालने वाला किसान घबड़ाया और गांव वालों के साथ फिर से वन विभाग के कर्मचारियों के पास पहुंचा बताने पर वन अमले ने दोनों तेंदुए के इन दोनों शावकों को वापस उसी खेत के आसपास छोड़ दिया जहां वे दोनों ग्रामीणों को मिले थे वन विभाग का कहना है कि बच्चे बेहद छोटे है फिलहाल उन्हें बड़े होने के लिये मादा तेंदुए की जरूरत है संभवतः जो इन्हें पूरे इलाके में ढूंढ रही होगी उनका कहना था कि शायद एक-दो दिन में इनकी मां यहां पहुंच कर इन्हें ले जाएं, वन विभाग के कर्मचारियों को अब डर यह भी है कही ऐसा ना हो कि किसान के पास होने से बच्चों को ढूंढती इनकी मां तेंदुआ गांव में दाखिल हो किसी पर हमला ना करदे।

इस बीच किसान सहित अन्य गांव वालों ने ही बच्चों की देखभाल की और उन्हें सहलाया पुचकारा भी , अब ग्रामीण तेंदुए के शावक समझकर भयभीत भी है की यदि यह बच्चे तेंदुए के है तो मादा तेंदुआ कहीं ना कहीं क्षेत्र में भ्रमण कर रही होगी। लेकिन इस मामले में वन अमले की लापरवाही और नासमझी भी सामने आई है जिस विभाग पर जंगली जीवों की देखरेख और सुरक्षा का जिम्मा है उंसने यह कैसे मान लिया कि यह बच्चे बिल्ली के है? जबकि साफ तौर पर नजर आ रहा है यह बच्चें खूंखार जीव तेंदुए के है यदि किसान के घर बच्चें होने के दौरान मादा तेंदुआ गांव में आ जाती या किसान के घर हमला बोल देती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती क्या धार के वन विभाग के अफसर इसका कोई उत्तर देंगे।

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