देवास / मध्यप्रदेश सरकार और इसके गृह विभाग के तमाम नियम नियम कानून के बावजूद राज्य में सूदखोरी और बेरहम सूदखोरों के जाल से गरीब और किसान बच नही पा रहे ताजा मामला देवास का है जहां के एक किसान ने सूदखोर की धमकी और अगवा कर मारपीट से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
देवास जिले के बालोद में रहने वाले एक किसान मोतीलाल गुर्जर (उम्र 32 साल) ने खेती किसानी के लिए एक सूदखोर से ब्याज पर 50 हजार रुपया लिया था वह ब्याज सहित 65 हजार दे चुका था लेकिन गुरुवार को सूदखोर और उसके साथी किसान को घर से जबरन उठा के गए और उससे रूपयों की मांग करते हुए मारपीट की और धमकी देते हुए उसे छोड़ दिया रात 2 बजे किसान घर आया और कोई जहरीला पदार्थ खाकर सो गया सुबह हालत बिगड़ने पर उसके घरवाले उसे देवास अस्पताल ले गए जहां प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर स्थिति देखते हुए डोक्टरों ने उसे इंदौर रिफर कर दिया जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
किसान की मौत के बाद उसके परिजन और ग्रामीण उसके शव को लेकर देवास एसपी के कार्यालय पहुंचे और वहां हल्का प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जताया। मृतक किसान मोतीलाल के भतीजे धारा सिंह ने मीडिया को बताया कि उसके चाचा ने 50 हजार की एवज में ब्याज सहित 65 हजार रुपए दे दिए थे लेकिन पैसा देने वाला सूदखोर उनसे चार लाख अस्सी हजार रुपए और मांग रहा था जिसकी प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।
एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद पीपलरांवा पुलिस थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित चार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं।