देवास / मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर थाने में पदस्थ टीआई राजाराम वास्कले की जामनेर नदी में डूबने से मौत हो गई। वह नदी के स्टॉप डेम में कोई शव निकालने नदी में कूदे थे लेकिन खुद ही फंस गए वहां मौजूद लोगों ने बचाने की बहुत कोशिश की, और उन्हे बाहर निकाला भी लेकिन काफी देर हो गई अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके असानायिक निधन से पुलिस महकने में शोक व्याप्त हो गया है।
जानकारी के मुताबिक टीआई राजाराम वास्कले को सूचना मिली थी कि जामनेर नदी के स्टॉप डैम में एक लाश पड़ी है . सूचना मिलते ही वे तुरंत मौके पर पहुंचे और परिस्थिति देखते हुए खुद ही स्टॉप डैम में उतर गए और पानी के थोड़ा अंदर चले गए. इस बीच उन्हें पानी का अंदाजा नहीं लगा और वे डूबने लगे. उन्होंने वहां मौजूद लोगों को आवाज लगाना शुरू किया. उनका शोर सुनकर आसपास से लोग तुरंत उन्हें बचाने दौड़े. लोगों ने रस्सी वगैरह का इंतजाम किया और रेस्क्यू करने लगे. लेकिन, कुछ ही देर बाद वास्कले के शरीर ने प्रतिक्रिया देनी बंद कर दिया लोगों ने जैसे-तैसे उन्हें बाहर निकाला और देवास के नजदीकी अस्पताल ले गए यहां डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया और उन्हें बचाने की काफी कोशिशें कीं, लेकिन वे जिंदगी की जंग हार गए और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नेमावर थाने को उनकी मौत की खबर मिलने के बाद स्टाफ ने फिर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी और जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच गए। टीआई वास्कले की मौत से हरदा से लेकर देवास तक हड़कंप मच गया। कृषि मंत्री कमल पटेल भी हरदा जिला अस्पताल पहुंचे और श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार दिवंगत टीआई के परिवार के साथ है। बीजेपी विधायक आशीष शर्मा अस्पताल पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
थाना प्रभारी राजाराम वास्कले दो वर्ष पहले ही नेमावर थाने में पदस्थ हुए थे,15 जुलाई को दो वर्ष पूरे होने पर उन्होंने साथियों को पार्टी भी दी थी. टीआई राजाराम वास्कले बड़वानी जिले के रहनेवाले थे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बेटी हैं। बेटी का जन्म एक माह पहले ही हुआ है। बताया जाता है कि टीआई राजाराम वास्कले बेहतर तैराक थे. कई मौकों पर उन्होंने नर्मदा नदी में लोगों को बचाया भी था. लेकिन आज यह घटना कैसे हो गई यह रहस्य ही बन गया।
दिवंगत टीआई का आज अंतिम संस्कार किया गया इस दौरान उनकी पत्नी और बेटा शव से लिपटकर फूट फूट कर रोए। इस मौके पर उनके परिजन और काफी संख्या में पुलिस अधिकारी कर्मचारी और स्थानीय लोग मोजूद रहे। इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई के परिवार को एक करोड़ सम्मान निधि देने की घोषणा की हैं।