झाबुआ / झाबुआ के पुलिस कप्तान की विदाई एक ऑडियो ने करवा दी, बताया जाता है झाबुआ के एसपी अरविंद तिवारी ने अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहे पीड़ित छात्रों से ना केवल अभद्रता की बल्कि गालियां देते हुए उन्हें थाने में बंद करने की धमकी भी दे डाली लेकिन छात्रों ने इस बातचीत की रिकार्डिंग कर ली और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेज दी उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक अरविंद तिवारी को सस्पेंड कर दिया।
जो आडियो सामने आया है उसमें एक छात्र पुलिस अधीक्षक से अपने साथ साथ अपने साथी 40 छात्रों की सुरक्षा की गुहार लगा रहा है छात्र कह रहा है सर कुछ असामाजिक तत्व हमें बेबजह परेशान कर रहे है और हमें मारने की धमकी दे रहे है हम पढ़ने नही जा पा रहे हमारा आपसे आग्रह है उनसे आप हमारी सुरक्षा करवाए हम थाने पर है लेकिन हमारी यहां सुनी नहीं जा रही फोन पर बात करने के दौरान एसपी उल्टा उस छात्र को गालियां सुनाते हुए कहते है अभी दिलाता हूं साले सुरक्षा मैं जानता हूं तुम कितने बदमाश हो उल्टा एसपी सुरक्षा की मांग करने वाले छात्र को पुलिस थाने में बंद करने की धमकी देने लगते है जब वह कहता है मैं अकेला नहीं हूं मेरे साथ 40 छात्र यहाँ है तो एसपी तिवारी कहते है हम सभी 40 छात्रों को बंद कर देंगे और एसपी उल्टा उन छात्रों पर ही अपना रुआब दिखाकर अपशब्दों के साथ उल्टा सीधा बोलने लगते हैं।
लेकिन एसपी से बात करने वाले छात्र ने इस बातचीत की रिकार्डिंग कर ली और शिकायत के साथ आडियो जब सीएम के पास पहुंचती है तो पहले सीएम एसपी तिवारी को पुलिस मुख्यालय भोपाल अटैच करने के आदेश देते है लेकिन जब उस आडियो की सच्चाई अर्थात आवाज की पुष्टि हो जाती है कि आडियो में जो आवाज है वह एसपी अरविंद तिवारी की है तो वह एसपी को सीधा सस्पेंड कर देते हैं।
बताया जाता है एसपी अरविंद तिवारी चार माह पहले ही झाबुआ में पदस्थ हुए थे लेकिन अपनी गलत कारगुजारी और पुलासिया दंभ में पहले PHQ भेजे गए बाद में सस्पेंड कर दिए गए।
लगता है जिस अफसर को लगातार अच्छी पोस्टिंग मिलती है, उसे गुरुर आ जाता है और वो अपने आगे सभी को अदना समझने लगता है लेकिन आज ऐसे ही एक पुलिस अफसर को सबक जरूर मिला इससे अन्य अधिकारी भी सतर्क जरूर हो जाएंगे और आम लोगो की बात सुनने और कार्यवाही करने के साथ अच्छा व्यवहार भी करेंगे।
