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जबलपुरमध्य प्रदेश

प्रियंका ने मां नर्मदा की पूजा के साथ मध्यप्रदेश में चुनाव का किया शंखनाद, बीजेपी और शिवराज सरकार को घेरा, बताया भ्रष्टाचार और घोटालों की सरकार किया 5 गारंटी का ऐलान

Priyanka Gandhi at Jabalpur

जबलपुर/ आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मां नर्मदा की पूजा अर्चना के साथ जबलपुर से मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों का शंखनाद कर दिया इस दौरान उन्होंने बीजेपी की शिवराज सिंह की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उसे भ्रष्टाचार और घोटाले बाज सरकार बताया और कहा कि इनके 225 महिने में 220 घोटाले हुए और इन्होंने भ्रष्टाचार करने में महाकाल को भी नहीं छोड़ा। इस दौरान उन्होंने 5 गारंटी का ऐलान करते हुए शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का आव्हान प्रदेश की जनता से किया है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत हर हर गंगे और नर्मदा मैया की जय के नारे के साथ की उन्होंने कहा आपके साथ पिछले 18 साल से गलत होता आ रहा है आप इस्तेमाल हो रहे हो आपका शोषण हो रहा है धर बल से जनादेश को कुचला जा रहा है पिछली बार आपने हमारी सरकार बनवाई लेकिन जोड़तोड़ और पैसे के बल पर हमारी तोड़ी और अपनी बाबा ली।

उन्होंने कहा यह सरकार घोटालों की सरकार है एक नही अनेक घोटाले किए इन्होंने भगवान को भी नही छोड़ा महाकाल कोरिडोर में भी घोटाला कर डाला वहां के एक पुजारी ने मुझे एक वीडियो भेजा है जिसमें हवा से मूर्तियां उड़ रही है 225 महिने की सरकार ने 220 घोटाले किए यानि लगभग प्रत्येक महीने में एक घोटाला मध्यप्रदेश में हुआ।

कांग्रेस नेता ने कहा 18 साल से एमपी में और 9 साल से केंद्र की सरकारें आपको नकार रही है इधर उधर की बातें की जाती है जैसा कि कमलनाथ जी ने कहा हम भारतीय है दिल से मानते है कि हमारे लिए भी धर्म और आस्था बड़ी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वोट के लिए पब्लिक को बहकाया जाए उकसाया जाए और यह पार्टी और उनके नेता यह कर रहे है उनकी बुरी आदत पड़ गई है क्योंकि आप उनकी इस बुरी आदत का समर्थन करते हैं।

उन्होंने कहा मैं आपसे वोट मांगने नहीं आई मैं आपसे आपकी जागरूकता मांगने आई हूं उस नेता को ऐसा अहसास होना चाहिए कि कि यदि वह आपका काम नहीं करेगा तो उसे सत्ता छोड़ना पड़ेगी बहुत हो भ्रष्टाचार आप नेताओं को जवाबदेह बनने पर मजबूर करे आप कांग्रेस शासित राज्यों को देखे हमने जो वादा किया उसे पूरा किया हम जानते है कोई भी निर्माण करने में कितना संघर्ष लगता है और सत्ता को भोगना कितना आसान हैं। मैं चाहती हूं जो मुझे दिख रहा है वह आपको भी दिखे।

प्रियंका गांधी ने कहा प्रदेश चलाने के लिए एक नजरिया होना चाहिए इच्छाशक्ति होना चाहिए और कांग्रेस ने यह कर दिखाया उन्होंने कहा कर्नाटक में हमने जो 5 गारंटी दी इनपर पहली केबिनेट की बैठक के बाद ही अमल हो गया हिमाचल में भी यही हुआ राजस्थान छत्तीसगढ़ की सरकारें भी जनता को अनेक योजनाओं का लाभ दे रही हैं और सभी वायदे पूरे हो रहे है मध्यप्रदेश में भी हम 5 गांरटी का ऐलान कर रहे है प्रदेश की हर महिला को हर महिने 1500 रूपये की मदद, जो गैस सिलेंडर 1000 रूपये का है वह केवल 500 रूपए में, कर्मचारी निराश ना हो हम उनकी मुश्किलें समझते हैं इसलिए उनकी पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी, पहले हमने किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा की थी कांग्रेस सरकार 27 हजार करोड़ के ऋण माफ किए अब जो किसान बाकी रह गए है हम उनके ऋण माफ करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा यह आपसे मेरा वादा हैं।

पीसीसी चीफ एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा प्रियंका गांधी मां नर्मदे की पूजा करने की शर्त पर आई है क्यों कि जबलपुर संस्कार धानी ही नहीं बल्कि संस्कृति धानी भी है जो सबको जोड़ने का काम करती है उन्होंने कहा भारत के समान विश्व में कोई भी देश नहीं है जो अनेक धर्म अनेक जाति अनेक देवी देवताओं और अनेक त्योहारों वाला देश हो जहां अन्य धर्मों को भी जीवित रखने का काम भी हुआ है लेकिन धर्म आचार विचार का विषय है प्रचार का विषय नहीं है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने धर्म को प्रचार का माध्यम बनाया हुआ है उन्होंने कहा मैं हिंदू हूं लेकिन बेवकूफ हिंदू नही हूं ।2018 में आपने 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार देखी लेकिन आज 15 साल की शिवराज सिंह की सरकार है जो किसानों की आत्महत्या बेरोजगारी महिला अत्याचार में नंबर वन है। इन्होंने सौदा करके हमारी सरकार गिरा दी लेकिन हम एमपी की पहचान सौदेबाजी से नही बनाना चाहते यही वजह है इनकी पहचान महंगाई बेरोजगारी भर्ती घोटाले माफिया राज घर घर में शराब बिक्री हो गई है उन्होंने कहा एमपी का चुनाव कांग्रेस पार्टी या कमलनाथ का नही बल्कि मध्यप्रदेश के भविष्य का है। यदि आप सच्चाई का साथ दोगे तभी आपका भविष्य सुरक्षित रहेगा।

इससे पूर्व प्रियंका गांधी ने पवित्र मां नर्मदा नदी के दर्शन किए और ग्वारी घाट पर 101 ब्राह्मणों ने धार्मिक श्लोकों के साथ पूजा अर्चना करवाई और प्रियंका और अन्य नेताओं ने मां नर्मदा मैया की भव्य आरती की , कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद दिग्विजय सिंह प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल सांसद विवेक तंखा नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव कांग्रेस नेता अजय सिंह कांतिलाल भूरिया तरुण भनोट सहित अनेक नेता और विधायक मोजूद रहे।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

मप्र के जबलपुर और हरदा में बड़ा हादसा, नदी में डूबने से 5 की मौत, जबलपुर में मरने वालों में बीजेपी नेता का बेटा भी शामिल

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जबलपुर,हरदा/ मध्यप्रदेश के दो अलग अलग जिलों में 5 लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई। जबलपुर की नर्मदा नदी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई मरने वालों में जबलपुर के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष का इकलौता बेटा भी शामिल है। वही हरदा की अजनाल नदी में 3 किशोर पानी में डूब गए और उनकी भी मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष शिव पटेल का अतुल पटेल (24 साल) अपने दोस्तों के साथ आज सुबह 10 बजे नर्मदा नदी के दद्दा घाट पर नहाने गए थे उनके एक दोस्त अनुराग लोधी उर्फ सत्यम (23 साल) को तैरना नहीं आता था अचानक वह नदी में गहरे में चला गया और डूबने लगा जब अतुल ने देखा तो वह उसे बचाने उसकी ओर बड़ा और वह खुद को सम्हाल नही सका और वह भी गहराई में चला गया और डूब गया।

खबर मिलने पर तिलवाना थाना पुलिस और गोताखोर मौके पर पहुंचे और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोर दल ने दोनों युवकों के शवों को नदी से बाहर निकाला। इस दुखद घटना से बीजेपी नेता शिव पटेल के घर पर मातम छा गया। खबर मिलने पर बीजेपी नेता एवं पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोटिया पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन और विधायक अजय विश्नोई श्री पटेल के निवास पर पहुंचे और उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त किया।

दूसरी घटना हरदा में हुई यहां की अजनान नदी में आज दोपहर 12 बजे करीब तीन किशोर वय के लड़के जिनकी उम्र 15 साल के आसपास थी नहाने पहुंचे थे नदी में नहाने के दौरान वे अचानक डूब गए और उनकी मौत हो गई मरने वालों में मोहित पुत्र विजय बामरे सोनू पिता लखनलाल बघेल और तिलक पुत्र दिनेश चौरे है जो हिवाला गांव के रहने वाले थे सोनू के पिता लखनलाल ने बताया कि यह तीनों शनिवार की शाम हिवाला गांव से केटरिंग सर्विस किया हरदा आए थे और आज नहाने के दौरान यह हादसा हो गया।

हरदा एसडीओपी अर्चना शर्मा के मुताबिक इस घटना में पुलिस ने मर्ग कायम कर तीनों किशोरों के शवों को नदी से निकाल कर पीएम के लिए भेज दिया है। इधर स्थानीय लोगों की शिकायत है कि पिछले एक माह में अजनान नदी में डूबने से 8 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन सुरक्षा के इंतजाम पुलिस और प्रशासन ने नहीं किए ।जबकि एसडीएम महेश कुमार बमहना का कहना है कि प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से नदी के पास नदी में नहाने पर रोक संबंधित एक बोर्ड लगाया था लेकिन उसे किन्ही असामाजिक तत्वों ने उखाड़ दिया।

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मप्र के जबलपुर में निजी हॉस्पिटल में लगी आग, 10 मरीजों की मौत 13 गंभीर, शॉर्ट सर्किट से हुआ अग्निकांड

Jabalpur Private Hospital Fire

जबलपुर/ मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित एक निजी हॉस्पिटल में अचानक लगी आग में 10 मरीजों की झुलसकर दर्दनाक मौत हो गई जबकि 13 मरीजों और अन्य लोगो को गंभीर स्थिति में दूसरे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है घटना के बाद पहुंचे दमकल दस्ते ने आग बुझाई साथ ही एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर मरीजों को बाहर निकाला संभावना है कि यह अग्निकांड बिजली के शॉर्ट सर्किट से हुआ।

यह हादसा जबलपुर के ट्रांसपोर्ट नगर के पास स्थित न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में आज दोपहर हुआ बाहर की तरफ मोजूद अस्पताल के मेडिकल स्टोर से आग लगना शुरू हुई और देखते ही देखते नीचे के पूरे माले को आग ने अपनी जद में ले लिया जिससे आग की लपटों के साथ गाढ़ा धुआं चारो और फेल गया खबर मिलने पर स्थानीय पुलिस निगम का फायर ब्रिगेड का दस्ता और एनडीआरएफ की टीमें तत्काल वहां पहुंची और तुरत फुरत आग बुझाने के साथ मरीजों को बचाने और बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया बताया जाता है घटना के दौरान 15 से 20 मरीज अस्पताल में भर्ती थे। तुरंत कार्यवाही के बावजूद मरीज बुरी तरह झुलस गए जिनमें से 10 की मौत हो गई जबकि एनडीआरएफ की टीम ने करीब 13 मरीजों और अन्य लोगो को बाहर निकाला और झुलसे हुए लोगो को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक संभवत यह आग बिजली शॉर्ट सर्किट से लगी एक सवाल पर उनका कहना था कि आग लगने के कारणों का पता लगाने के साथ इस निजी अस्पताल में फायर इक्यूपमेंट थे और फायर एनओसी थी या नहीं इसकी जांच भी की जायेगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायेगी

इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है उन्होंने मृतक मरीजों के परिजनों को 5 – 5 लाख मुआवजा देने के साथ घायलों को 50 – 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद और मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

बलिदानियों को देश नही भुला सकता, गृहमंत्री शाह ने अमर शहीद शंकर शाह, रघुनाथ शाह को दी श्रद्धांजलि

Amit shah at Jabalpur

जबलपुर – अमर शहीद शंकर शाह और उनके पुत्र रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि देश की आजादी के लिये सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर क्रन्तिकारियों को देश कभी भी भुला नही सकता देश की आजादी में हिस्सा लेकर जनजाति वर्ग के सैकड़ो वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया उनकी वीरगाथा, यादों और इतिहास को अगली पीढ़ी को बताने के लिये ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनव प्रयास किया है औऱ देश में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाने का ऐलान किया।

इस मौके पर अमित शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की तारीफ करते हुए जनजाति वर्ग के उत्थान के लिये किये जा रहे प्रयासों की जमकर तारीफ की और कहा कि प्रधानमंत्री ने इस वर्ग के लिये कई काम किये और शिवराज ने हमारी पार्टी की लाइन पर चलकर जनजाति वर्ग के लोगों को मध्यप्रदेश में काफी सौगातें दी और उन्हें उनका बाजिब हक दिया जो काफी सराहनीय कदम कहा जायेगा।

इस मौके मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बरसा मुंडा ,राजा शंकर शाह और उनके पुत्र रघुनाथ शाह जैसे जनजाति के अनेक बलिदानी हुए लेकिन उनमें से अनेक लोगो को भुला दिया गया हमारा प्रयास रहेगा उन्हें हम सम्मान प्रदान करें इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि 1 नवंबर से सभी जनजाति वर्ग के लोगों के घर घर राशन पहुंचाया जायेगा इसके लिये इसी वर्ग के व्यक्ति को नया वाहन भी देंगे जिसकी गारंटी सरकार देगी।

साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के माध्यम से वन समितियों को तेंदू पत्ता और अन्य वन उपज खरीदने का अधिकार दे रहे हैं जिससे रोजगार मिलेगा। पहले हमने जंगली चिरौंजी समर्थन मूल्य पर खरीदी अब सभी वन उत्पाद का कच्चा माल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की योजना बनाई जा रही हैं। साथ ही इस वर्ग के अधिकार के लिये सरकार जल्द पैसा एक्ट लागू करने जा रही हैं।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल फग्गन सिंह कुलस्ते, बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, वनमंत्री विजय शाह, सांसद राकेश सिंह प्रमुखता से मौजूद थे।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

अपने जेवर मांगने पर सास ने चाकू से काट दी बहू की कलाई, बहू की मौत, सास ससुर गिरफ्तार, पति सदमे में

Girl sorrow

जबलपुर – सास बहू के बीच विवाद और घरेलू हिंसा के आपने कई किस्से देखे और सुने होंगे लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में तो बड़ा ही दर्दनाक हादसा सामने आया है यहां अपने जेवर मांगने पर सास ने बहू की कलाई ही चाकू से काट दी जिससे बहू की मौत ही हो गई । पुलिस ने मामला दर्ज कर सास ससुर को गिरफ्तार कर लिया जबकि बेचारा पति पत्नी की इस तरह हुई मौत से गहरे सदमे में हैं।

जबलपुर के कुंजनहाई मस्जिद के पास रहने वाले सादिक की शादी टेड़ी निम निवासी हिनाबानो से कुछ साल पहले हुई थी कुछ दिन तो सबकुछ ठीक ठाक रहा लेकिन बाद में जरा जरा सी बात पर हिना की सास गुल्लों बाई उससे लड़ने लगी लगातार आये दिन के झगड़ों से परेशान मजदूरी करने वाला हिना का पति सादिक परेशान हो गया हार कर वह अपनी पत्नी को लेकर अलग घर लेकर रहने लगा।

गत 29 जुलाई को हिनाबानो अपनी छोटी बहिन सबरीन के साथ अपनी ससुराल पहुंची और उसने अपनी सास गुल्लों बाई से अपने गहने मांगे इसको लेकर उसकी सास उससे झगड़ने लगी और झगड़ा इतना बढ़ गया कि हिना के सास और उसके ससुर ने उसकी मारपीट शुरू कर दी साथ ही उंसका बड़ा ससुर कादिर भी मारपीट में शामिल हो गया इस बीच अचानक हिना की सास घर के अंदर से चाकू ले आई और उसने आव देखा ना ताव चाकू से हिना पर हमला बोल दिया और उसकी कलाई काट दी कलाई कटने से बुरी तरह खून बहने लगा उसकी बहिन सबरीन हिना को वहां से लेकर हनुमान ताल थाने रिपोर्ट लिखाने आ गई

पुलिस के मुताबिक मामला काफी संगीन था जिसे देखते हुए हिना को तुरंत विक्टोरिया अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती कराया। लेकिन स्थिति गंभीर होने पर हिना को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया लेकिन खून चढ़ाने के बावजूद हिना की हालत में सुधार नही आया लेकिन इस दौरान पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने हिना के बयान दर्ज कर लिये थे। लेकिन चिकित्सको के 5 दिन के प्रयास के बाद भी हिना को बचाया नही जा सका और उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

हिना की मौत के बाद हनुमान ताल थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और सास ससुर को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मृतका का बड़ा ससुर कादिर फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने हिना के शव का पोस्टमार्टम कराकर पति को सौप दिया लेकिन पति सादिक अपने माता पिता के इस कृत्य से काफी दुखी है और अपनी पत्नी की मौत से सदमे में हैं।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

निजी अस्पतालों की अनाप शनाप बिलिंग वेंटीलेटर का उपयोग नही करने पर हाईकोर्ट ने सरकार से जबाब मांगा

Jabalpur High Court

जबलपुर- मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में कोरोना आपदा के मद्देनजर निजी अस्पतालों की अनाप शनाप दरों और उनका आडिट कर ज्यादा ली गई राशि लौटाने, संकट काल में 204 वेंटीलेटरों का उपयोग नही होने से मरीजों की मौत की होने के साथ तीसरी लहर और खासकर बच्चों को लेकर की जा रही पूर्व तैयारी पर सरकार से जबाब मांगा है हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश की सरकार को इसके लिये 10 दिन का समय दिया है अगली सुनवाई 21 जून को होगी।

मध्यप्रदेश हाइकोर्ट ने गुरुवार को स्वतः संज्ञान याचिका सहित 14 जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की,राज्य सरकार ने इन सभी मामले पर अपनी एक्शन टेकन रिपोर्ट पेश की थी जिसमें दावों,आपत्तियों पर जबलपुर हाईकोर्ट में विस्तृत सुनवाई की इस दौरान हाईकोर्ट ने प्रदेश में निजी अस्पतालों में इलाज की दरों, सरकारी अस्पतालों में सीटी-स्कैन मशीनों की सुविधा, वैंटिलेटर्स के इस्तेमाल और कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकारी तैयारियों के बिंदुओं पर विस्तृत सुनवाई की।

सुनवाई के दौरान खुलासा हुआ कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 204 वैंटीलेटर्स सरकारी अस्पतालों के स्टोर रुम्स में बंद पड़े थे जिन्हें बैक अप व्यवस्था बताकर अस्पतालों में इस्तेमाल ही नहीं किया गया। सरकार के इस जवाब पर कोर्टमित्र ने आपत्ति लेते हुए कहा कि अगर स्टोर रुम्स में बंद पड़े वैंटीलेटर्स का इस्तेमाल कर लिया जाता तो शायद कोरोनाकाल में इतनी मौतें नहीं होतीं।कोर्ट मित्र की आपत्ति के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से ये स्पष्टीकरण मांगा है कि पीएम केयर फण्ड से अस्पतालों को मिले वैंटिलेटर्स में से इतनी बड़ी तादात को मरीजों के इस्तेमाल में क्यों नहीं लाया गया।

वहीं सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी निजी अस्पतालों के बिलों के ऑडिट की मांग की गई।कोर्ट मित्र की ओर से ये मांग की गई कि अस्पतालों द्वारा मरीजों से वसूली गई ज्यादा राशि संबंधित मरीजों और उनके परिजनों को वापिस दिलवाई जाए। इस दौरान ये भी कहा गया कि सरकार द्वारा तय की गई कोरोना इलाज की दर, कई बड़े अस्पतालों की दरों से भी ज्यादा है…इस पर भी हाईकोर्ट ने राज्य सरकार का जवाब मांगा है। साथ ही साथ हाईकोर्ट ने प्रदेश के 52 में से 48 जिलों के जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन ना होने और कोरोना तीसरी लहर के मद्देनजर इलाज की व्यवस्थाओं पर भी जवाब मांगा है।

हाईकोर्ट ने पाया कि सरकार तीसरी लहर के मद्देनजर सिर्फ बच्चों के लिए अस्पतालों के मौजूदा स्ट्रक्चर में ही फेरबदल करके व्यवस्थाएं कर रही है। जबकि हैल्थ सैक्टर में डॉक्टर्स की भर्ती सहित बड़े कदम उठाए जाने की जरुरत है। ऐसे में हाईकोर्ट ने इन तमाम बिंदुओं पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है और इसके लिए राज्य सरकार को 10 दिनों का वक्त दिया है मामले पर अगली सुनवाई 21 जून को की जाएगी।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर में बदमाशों ने की महिला की चैन स्नैचिंग, गिरकर महिला की मौत, पुलिस ने नही किया गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज

Jabalpur case

जबलपुर – मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के दौरान लूट और चैन स्नैचिंग के घटनाएं बढ़ती ही जा रही है लेकिन इस दौरान किसी की मौत हो जाये फिलहाल ऐसा मामला सामने नही आया था लेकिन जबलपुर में चैन स्नेचिंग की घटना के दौरान एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई लेकिन पुलिस ने लूट का मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज करने से बचती नजर आ रही है जबकि साफ है कि सोने की चैन खींचने के दौरान बुजुर्ग महिला नीचे गिरी और ब्रेन हेमरेज होने से उसकी मौत हो गई।

जबलपुर में कोरोना कर्फ़्यू के दौरान हर चौराहे रास्तों और प्रमुख बाजारों में पुलिस तैनात है लेकिन इसके बावजूद चैन स्नेचरों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि लूटपाट जैसी घटनाओं को अंजाम देने में वे ज़रा भी खौफ नहीं खाते। ताजा मामला जबलपुर के घमापुर थाने से सामने आया है जहां एक महिला को उसका बेटा इलाज के लिये स्थानीय सीजीएचएस डिस्पेंसरी ले जा रहा था जब उनका वाहन सतपुड़ा ब्रिज के पास पहुंचा तभी पल्सर पर सबार बदमाशो ने उसकी मां के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई जिसमें चैन स्नेचर बुजुर्ग महिला को गले से चेन खींचते हुए भागते देखे गए। इस बीच वृद्ध महिला अनियंत्रित होकर सिर के बल नीचे गिर पड़ी जिससे उंसके सिर में गंभीर चोट आई और अस्पताल पहुंचने पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई ।

जानकारी के मुताबिक 82 साल की रानी बाई मिश्रा अपने पुत्र दिनेश प्रताप मिश्रा के साथ शुक्रवार दोपहर सीजीएचएस अस्पताल जा रही थी तभी पल्सर गाड़ी में सवार आए लुटेरों ने झपट्टा मारते हुए गले की चेन पर अपना हाथ साफ कर दिया। लेकिन इस बीच वृद्ध महिला का पल्लू भी उसके हाथ में आ गया था जिससे वह जमीन पर ही गिर पड़ी। घटना की जानकारी देते हुए बेटे दिनेश मिश्रा ने आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है वहीं पुलिस की कार्यवाही पर भी सवाल खड़े किए हैं, जिसने मात्र एक्सीडेंट का मुकदमा दर्ज किया है बहरहाल पुलिस अब सीसीटीवी सामने आने के बाद मामले की जांच करने की बात भी कह रही है। जबकि स्पस्ट हैं कि लुटेरों के चैन।खींचने के दौरान बुजुर्ग महिला की नीचे गिरने और सिर में गंभीर चोट आने से उनकी मौत हो गई। घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आये हैं।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी, जेवर जमीन बेचकर लोग अस्पतालों बिल भर रहे है जनता लुटती रहे यह हम नही देख सकते रेट तय करे सरकार

Jabalpur High Court

जबलपुर – मध्यप्रदेश के जबलपुर हाईकोर्ट ने कोरोना आपदा मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार पर काफी तीखी टिप्पणी की हैं और कहा कि सरकार ने निजी अस्पतालों के इलाज की दर निर्धारित नही करके उन्हें लूट करने की खुली छूट दे दी हैं। इलाज कराने के लिये लोग जेवर- जमीन बेचकर बिल भर रहे है लेकिन जनता लुटती रहे यह हम नही देख सकते जनता का दर्द हमारा दर्द हैं।

कोरोना आपदा मामले में आज सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार पर तीखी टिप्पणी की है।हाईकोर्ट ने कहा कि जैसा उसने आदेश दिया था वैसा सरकार ने नहीं किया जिसके चलते आज भी निजी अस्पताल जनता को लूट रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने कहा कि जनता अपने जेवर-जमीन बेचकर निजी अस्पतालों की फीस चुकाने को मजबूर है, जनता को लूटा जा रहा है लेकिन जनता का दर्द हमारा दर्द है।.हाईकोर्ट ने इस बात पर नाराज़गी जताई है कि सरकार ने निजी अस्पतालों में इलाज की अधिकतम दरें तय नहीं कीं और अब सरकार कह रही है कि वो निजी अस्पतालों की दर नियंत्रित नहीं कर सकती।

राज्य सरकार ने आज हाईकोर्ट में जवाब पेश करते हुए कहा कि निजी अस्पतालों की दरें तय करना व्यवहारिक नहीं है और वो ऐसा नहीं कर सकती।कोर्ट ने पाया कि सरकार के पास कोरोना पूर्व इलाज की दरों का कोई ब्यौरा ही नहीं था और निजी अस्पतालों ने चालीस फीसदी दरें बढ़ाने के नाम पर मनमानी दरें बढ़ाईं ,जिसे राज्य सरकार की वैबसाईट पर अपलोड कर दिया गया।हाईकोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार ने अस्पतालों में इलाज की अधिकतम दरें तय करने की बजाय खुद निजी अस्पतालों को ही मनमानी दरें तय करने की छूट दे दी तो हाईकोर्ट के मूल आदेश के खिलाफ है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वो निजी अस्पतालों की दरें तय करने पर निर्णय ले क्योंकि यही आदेश हाईकोर्ट ने करीब एक माह पहले राज्य सरकार को दिया था।

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और कोर्ट मित्र नमन नागरथ को आदेश दिया है कि वो निजी अस्पतालों की विभिन्न श्रेणियों में इलाज की अधिकतम दरें तय करने पर विचार करें और अपना जवाब हाईकोर्ट में पेश करें। हाईकोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए 24 मई की तारीख तय की है,वहीं सुनवाई के दौरान जब प्रदेश के महाधिवक्ता ने ये कहा कि जो सत्तर सालों में नहीं हुआ वो प्रदेश में अब हो रहा है तो हाईकोर्ट ने तल्खी दिखाई।हाईकोर्ट ने महाधिवक्ता से कहा कि उन्हें 70 सालों से कोई मतलब नहीं है लेकिन मौजूदा सरकार 20 सालों से प्रदेश में है वो ये बताए कि इन 20 सालों में उसने क्या किया।

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जबलपुरमध्य प्रदेश

नकली रेमडीसिविर इंजेक्शन खपाकर लोगो की जान लेने वाला आरोपी मोखा मिला, सीएम की नाराजी का नतीजा

Sarabjit singh mokha

जबलपुर – मध्यप्रदेश के जबलपुर में अपने सिटी हॉस्पिटल में नकली रेमडीसिविर खपाने वाला आरोपी सरबजीत सिंह मोखा पुलिस के हत्ते चढ़ गया है पुलिस को वह अपने ही अस्पताल के कोविड वार्ड के आईएसीयू में मिला है बताया जाता है कोरोना संक्रमित होने के बाद भर्ती मोखा के वार्ड के बाहर पुलिस ने पहरा बिठाल दिया हैं।

जबलपुर का बड़ा बिल्डर और एबीवीपी का सक्रिय सदस्य सरबजीत सिंह मोखा ने अपने सिटी अस्पताल में गुजरात में बने 500 नकली रेमडीसिविर खपाये थे बताया जाता हैं पिछले दिनों 5 कोरोना मरीजों की मौत भी एक साथ इस अस्पताल में हुई थी। गुजरात की सूरत पुलिस की तफ्तीश में यह राज खुला मोखा के इस गोरखधंधे में जुड़े होने के बाद जब मोखा को तलाश किया गया तो वह अंडर ग्राउंड हो गया।

इस मामले की गंभीरता को समझते हुए खुद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सामने आये और अधिकारियों को कसने के साथ उंन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर चेतावनी भी दी सीएम ने इस दौरान कहा लोगों की जिंदगी से खेलना और यह हैवानियत पशुओं से भी बढ़कर है ऐसे नरपशुओं को किसी भी कीमत पर छोड़ा नही जायेगा ऐसे अपराधियों पर रासुका की कार्यवाही के साथ उनकी संपत्ति को राजसात किया जाएगा मुख्यमंत्री ने कहा यह इंसानियत के दुश्मन है इन्हें कतई बख्शा नही जायेगा।

सीएम की पीसी में दिखी नाराजी के बाद सक्रिय पुलिस को जानकारी मिली कि सरबजीत मोखा अपने ही सिटी अस्पताल में भर्ती है और वह कोरोना संक्रमित होने के बाद अपने ही सिटी अस्पताल के कोविड वार्ड के आईएसीयू में भर्ती हो गया है। पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और उसने कोविड वार्ड के बाहर नजर रखने के लिये फिलहाल सख्त पहरा बिठा दिया है।

पुलिस के मुताबिक वह जल्द सीएमएचओ के नेतृत्व में पीपीई किट के साथ मोखा के कोरोना की जांच भी करवा सकती है जैसा कि मोखा पहले हार्ट प्रॉब्लम और अब कोरोना संक्रमित होकर खुद को बचाने की कोशिश तो नही कर रहा पुलिस की जांच से इसका खुलासा भी हो जायेगा।

इधर जबलपुर के कांग्रेस विधायक संजय यादव ने कहा कि सरबजीत सिंह मोखा औऱ उनका बेटा एबीवीपी के सक्रिय सदस्य है और उन्हें सत्ता पक्ष का संरक्षण मिला हुआ है जिस दौरान इनके अस्पताल में मरे 5 कोरोना पीड़ितों की मौत की जांच चल रही थी उस दौरान मोखा कोरोना सहायतार्थ सांसद को 5 लाख की राशि भेंट कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस अधीक्षक ने इन्हें गिरफ्तार नही किया उन्होंने मांग की कि लोगों की जान से खेलने वाले मोखा के साथ एसपी के खिलाफ भी कार्यवाही हो।वही विधायक यादव ने मुख्यमंत्री के आरोपियों को नही बख्शा जाने के बयान का समर्थन करने की बात भी कही।

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म.प्र के जबलपुर में 500 नकली रेमडीसिविर इंजेक्शन मरीजों को लगाये, एक गिरफ्तार अस्पताल संचालन फरार, सूरत में बने थे यह नकली इंजेक्शन

Jabalpur Police

जबलपुर – कोरोना महामारी के दौरान लोग अपनों को बचाने के लिये जहाँ सबकुछ दांव पर लगा रहे है वही लोग इस आपदा में अवसर देखकर काली कमाई के लिये लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी नही चूक रहे। मध्यप्रदेश के जबलपुर में ऐसा ही मामला सामने आया जहां एक अस्पताल संचालक ने भारी कीमत बसूल करके 500 नकली रेमडीसिविर इंजेक्शन कोरोना संक्रमित मरीजों को लगा दिये । जिससे कई कोरोना मरीजों की मौत होने की संभावना जताई जा रही है। अभी अन्य दो अस्पताल जहां भी यह नकली इंजेक्शन मरीजों को दिए गए होंगे उनका पता पुलिस लगा रही हैं। फिलहाल पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है वही फरार अस्पताल संचालक सबरजीत सिंह मोखा की पुलिस तलाश कर रही हैं।

गुजरात के सूरत में बने करीब 500 रेमडीसिविर के नकली इंजेक्शन मध्यप्रदेश के शहर जबलपुर में खपाए गए है और जिसमें शहर के जाने-माने सिटी हॉस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा की संलिप्तता सामने आई है। विगत दिनों गुजरात पुलिस द्वारा नकली रेमडेसीवीर मामले में गिरफ्तार किए गए सपन जैन नाम के शख्स ने पूछताछ में सरबजीत सिंह मोखा का नाम कबूला था जिसके बाद पुलिस ने 48 घंटे के भीतर नकली इंजेक्शन की इस चैन का भंडाफोड़ किया है।

शहर के जाने-माने उद्योगपति और सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने 500 नकली इंजेक्शन इंदौर से सपन जैन के मार्फत मंगवाये थे जिन्हें अस्पताल में भर्ती मरीजों को महंगी कीमतों में लगवा दिया गया और उनकी जान से बड़ा खिलवाड़ किया गया। देर रात जबलपुर की ओमती थाना पुलिस ने इस मामले में एफआईआर पंजीबद्ध की है जिसमें धारा 274,275,308,420  IPC समेत  डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट  की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । लेकिन अस्पताल संचालन मोखा फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हैं।

पुलिस के अनुसार अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने सपन जैन के साथ मिलकर बड़ी संख्या में यह नकली इंजेक्शन मरीजों को दिए हैं जो ना केवल उनकी जान से खिलवाड़ है बल्कि कई मरीजों को अपनी जान तक खोनी पड़ी है। पुलिस ने इस मामले में सिटी हॉस्पिटल में कार्यरत मैनेजर देवेश चौरसिया पर भी एफआईआर दर्ज की हैं।

गौरतलब है कि गुजरात के सूरत में नकली इंजेक्शन की एक फैक्ट्री पर पिछले दिनों पुलिस ने रेड मारी थी आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली थी कि करीब एक लाख फर्जी रेमडेसिविर इंजेक्शन देशभर के अलग-अलग राज्यों में बेचे गए हैं। जिसमें कई हजार इंजेक्शन मध्यप्रदेश भी भेजे गये है इसी कड़ी में गुजरात पुलिस 7 मई को जबलपुर पहुंची थी जिसमें वह आधारताल निवासी दवा व्यवसाई सपन जैन को गिरफ्तार कर ले गई थी। इसके बाद जबलपुर पुलिस भी हरकत पर आई थी और लगातार दो दिनों से ताबड़तोड़ छापे मार कार्यवाही कर रही थी ।सपन जैन की तीन दवा दुकानों को पहले ही सील कर दिया गया था जबकि पूछताछ में दो बड़े अस्पतालों के नाम भी सामने आए थे जिसमें आज सिटी अस्पताल के संचालक का नाम उजागर हो गया है । पुलिस का दांवा है जल्द वह अन्य दो अस्पतालों का भी पता लगा लेगी जहाँ अन्य रेमडीसिविर इंजेक्शन खपाये गये है

पुलिस की प्राथमिक जांच में ही यह बात सामने आई है की 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जबलपुर लाये गए थे जो ना जाने कितने मरीजों को लग चुके होंगे और नकली इंजेक्शन से कितने मरीजों की मौत हुई है यह जांच का विषय है देखना होगा कि इस मामले में पुलिस क्या नए खुलासे करती है फिलहाल मामले में सिटी अस्पताल के मैनेजर देवेश चौरसिया गिरफ्तार किए जा चुके हैं वहीं अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा की तलाश में पुलिस टीम रवाना कर दी गई है।

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