close

ग्वालियर

ग्वालियरमध्य प्रदेश

और “गई भैंस पानी में”, पानी का बिल जमा नहीं, बदले में हांक ले गए भैंस…

water bill team took buffalo

ग्वालियर/ आपने “गई भैंस पानी में” कहावत तो जरूर सुनी होंगी, गांव की यह कहावत आज मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में पूरी तरह से चरितार्थ होती देखी गई, हुआ यू कि एक व्यक्ति ने जब पानी का पैसा जमा नहीं किया तो नगर निगम प्रशासन के कारिंदे ने हजारों की राशि के एवज में उसकी एक भैंस जब्त कर हांक ले गए। इस बीच किसी ने यह पूरा घटनाक्रम मोबाइल में कैद कर लिया जो तेजी से वायरल हो रहा है।

दरअसल शहर के डलियां वाला मोहल्ला में डेयरी संचालक बालकृष्ण पाल के ऊपर नगर निगम के पीएचई विभाग का ₹29 हजार का जलकर बकाया था। कई बार नगर निगम के जलकर विभाग के अमले ने बालकिशन से राशि जमा करने के लिए कहा , लेकिन बालकिशन ने कोई ध्यान नहीं दिया लगातार टालते रहने से जब जलकर जमा नहीं हुआ तो पीएचई अमले ने कुछ दिन पहले उसे चेतावनी देते हुए अंतिम नोटिस दिया और बिल जमा करने की कंडीशन में कड़ी कार्यवाही की बात कही लेकिन उसके बाद भी बालकिशन ने जलकर का बिल जमा नहीं किया ।

नोटिस में दिया निर्धारित समय खत्म होने पर आज निगम के पीएचई विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए जलकर जमा ना होने की स्थिति में उनकी भैंस जप्त कर ली और उसे निगम के कर्मचारी खूंटे से खोलकर हाक कर अपने साथ ले गए इस बीच बालकिशन और उसके परिवार ने विरोध भी दर्ज कराया लेकिन निगम के अमले के सामने उसकी एक नही चली और इस तरह पानी में बालकिशन की एक भैंस चली गई। जिसे निगम का पीएचई विभाग अपने साथ ले गया। जिस समय भैंस को जप्त कर हांका जा रहा था तो उस समय किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जिसके बाद वह जमकर वायरल हो रहा है।

read more
ग्वालियरभोपालमध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश में बारिश ओलावृष्टि से फसले बर्बाद, किसान बेहाल, आसमानी बिजली गिरने से एक दर्जन लोगों की मौत, 100 मवेशी भी चल बसे

hailstorm

भोपाल, ग्वालियर/ मध्यप्रदेश में दूसरी बार मौसम ने करवट बदली और तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड कर रख दी प्रदेश के करीब 25 जिले इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए और किसानों की रबी की फसल लगभग 80 फीसदी तक बर्बाद हो गई कुछ जिलों में सर्वे का काम भी शुरू हुआ है। जबकि आसमानी बिजली गिरने से एक दर्जन ग्रामीणों की मौत हो गई और करीब एक सैकड़ा पालतू जानवर भी चल बसे। मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक शनिवार को भी कई जिलों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान हैं।

पिछले मौसमी कहर से किसान अभी उबरे नहीं थे कि गुरुवार की रात और शुक्रवार को एकाएक हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई संभागो के किसानों की नींद हराम कर दी कारण उनकी रबी की फसल गेंहू चना मटर और सरसों और अन्य फसलो को भारी नुकसान हुआ है खेतों में पानी भरने से पक रही फसले खेतों में बिछ गई और ओलावृष्टि ने गेंहू की बालों को धराशाई कर दिया किसानों के मुताबिक इसका दाना सूखने से पहले भींगने से अब सड़ जायेगा और उसका विकास भी बंद होने से पूरी फसल बेकार हो जाएंगी इस बेमौसम की प्राकृतिक आपदा ने किसानों का भारी नुकसान कर दिया है।

ग्वालियर जिले के भितरवार और घाटीगांव ब्लॉक में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने कहर ढा दिया जिससे आरोन पाटई डगोरा सबराई सुभाषपुरा बराहना बन्हेरी बड़कागांव और सेमरा गांव ज्यादा ही प्रभावित हुए प्रारंभिक आंकलन के मुताबिक यहां के किसानों की करीब 80 फीसदी फसले नष्ट हो चुकी है किसानों की हालत बेहाल हो गई है।

इस बारिश और ओलावृष्टि से जहां फसले बर्बाद हुई तो एक बिजली गिरने से 12 लोगों की और 50 पशुओं की भी मौत हो गई है नर्मदापुरम में हुई बारिश के साथ बिजली गिरने से 3 किसानों की मौत हो गई तो 37 मवेशियों की भी जान चली गई इसके साथ ही रायसेन में बारिश के साथ बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई और 10 गांवों में तेज चने और बेर के बराबर ओले गिरे और खेतों में बिछ गए। प्रदेश के दमोह धार रतलाम अशोकनगर और बैतूल में आसमानी बिजली गिरने से एक एक व्यक्ति की मौत की खबर है जबकि बैतूल में बारिश से बचने के लिए महुएं के पेड़ के नीचे खड़ी 50 बकरियों पर बिजली गिरी जिससे 33 बकरियों की घटना स्थल पर मौत हो गई जबकि 18 बकरियां बुरी तरह झुलसने से घायल हो गई।

सागर जिले के तीन स्थानों बीना जेसीनगर और देवरी में शुक्रवार को हुई बारिश और भारी ओलावृष्टि ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है जेसीनगर सहित उसके अंतर्गत आने वाले डूंगरिया शोमपुर बमोरी घाट बेरखेड़ी और गुसाई गांव में भी बारिश और ओलो ने काफी कहर ढाया है। फसल बरबाद होने से किसान सड़कों पर आ गया है बताया जाता है वहां प्रशासन ने दौरा भी किया हैं। जबकि दतिया की उपतहसील बसई और उसके गांव हमीरपुर जनकपुर ठाकुरपुरा हसनपुर सीतापुर लखनपुर देवगढ चौबाया बागपुर बगरारी पंचमगढ़ आदि गांवो में बारिश के साथ तेज ओलावृष्टि हुई और चने से बड़े ओलो से सड़क और खेतों में बर्फ की चादर सी बिछ गई। जिससे गेंहू सहित अन्य फसले 70 से 80 फीसदी तक नष्ट हो गई इसके अलावा शिवपुरी जिले के पिछोर और विदिशा जिले के कुछ इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की खबरें मिली हैं।

इसके साथ ही शुक्रवार को भोपाल उज्जैन जबलपुर मंडला रायसेन नर्मदापुरम नरसिंहपुर जिलों में लगातार हल्की और तेज बारिश होती रही।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण पश्चिम राजस्थान में चक्रवाती हवा का घेरा बनने के साथ दक्षिण पूर्वी राजस्थान में साइक्लोन का बनना इस बदलाव का बड़ा कारण है साथ ही ईस्ट बेस्ट ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से निकलती हुई बंगला देश की ओर मुढ़ गई हैं और इन सब कारणो से मध्यप्रदेश में नमी आ रही है और बारिश और ओलावृष्टि का मौसम बन रहा हैं।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

मप्र के ग्वालियर चिड़िया घर में बाघों का कुनबा बड़ा, बाघिन दुर्गा ने दो शावकों को दिया जन्म

Tigeress with cubs

ग्वालियर/ मध्यप्रदेश के ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (चिडियाघर) में मादा टाईगर दुर्गा ने दो शावकों को जन्म दिया है। दोनों ही शावक बाघ प्रजाति के ओरिजनल रंग रूप के हैं। खास बात है मादा टाइगर दुर्गा और नर टाइगर लव के साथ इस जोड़े ने प्रथम बार शावकों को जन्म दिया है। पहली बार मां बनी मादा दुर्गा का जन्म भी गांधी प्राणी उद्यान में ही वर्ष 2018 में हुआ था।
       
वर्तमान में बाघिन दुर्गा एवं उसके दोनों शावक पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं और फिलहाल उन्हें कड़ी निगरानी और देखरेख में रखा जा रहा है उनके भोजन में हल्का खाना जैसे चिकन सूप, दूध-उबले हुए अण्डे दिये जा रहे हैं।

जबकि ग्वालियर नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने चिड़ियाघर प्रभारी डाॅ उपेन्द्र यादव एवं जू क्यूरेटर गौरव परिहार को निर्देशित किया है कि शिशु शावकों के स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रखें एवं 30 से 40 दिन तक बच्चों को आइसोलेशन में रखा जाए एवं स्वास्थ्य संबंधी केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के समस्त प्रोटोकाल का पालन किया जाए।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर जीआर मेडिकल कॉलेज के डीन को सौंपा ज्ञापन

Gwalior state pharmacy

ग्वालियर / स्टेट फार्मासिस्ट एसोसियेशन की ग्वालियर जिला इकाई ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम को एक ज्ञापन सौंपा और उनसे शीघ्र उचित कार्यवाही का अनुरोध किया है।
डीन डॉ श्री निगम को ज्ञापन देने के दौरान इशोसियेशन के पदाधिकारियों ने चर्चा के दौरान कहा कि लंबे समय से फार्मासिस्ट अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर शासन प्रशासन को अवगत कराने के साथ उनका ध्यान आकर्षित कराते आएं है साथ ही सभी फार्मासिस्ट पूर्ण जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वाहन भी करते आए है। इसलिए अनुरोध है कि शासन प्रशासन उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक गंभीरता से विचार कर उन्हें पूर्ण करे जिससे फार्मासिस्ट और उनका परिवार सुविधानुसार जीवन व्यतीत कर सके। फार्मासिस्टों की मुख्य मांगों में।

प्रदेश और जिले में फार्मासिस्ट ग्रेड 2 का प्रारंभिक वेतनमान केंद्र के समान किया जाए, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश द्वारा नियमित पदों के विरुद्ध भर्ती किए गए 137 रेगुलर संविदा फार्मासिस्ट एवं एनएचएम के संविदा फार्मासिस्ट का रिक्त पदों पर तत्काल समायोजन किया जाए,संचालनालय स्तर पर फार्मेसी प्रकोष्ठ बनाया जाए, और फार्मासिस्ट का पदनाम फार्मेसी ऑफिसर किया जाए। एसोसियेशन ने कहा है कि यदि शासन प्रशासन समय सीमा में इन मांगों को लेकर कोई गंभीरता से विचार नहीं करता तो 27 फरवरी को संभागीय स्तर पर ज्ञापन दिया जाएगा फिर भी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो मजबूरन 13 मार्च को प्रदेश के समस्त फार्मासिस्ट सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।इस मौके पर संघ के जिला अध्यक्ष मयंक चतुर्वेदी,जिला संयोजक मनीष किरार, प्रशांत वर्मा ,कौशलेंद्र सोलंकी, मनोज शिवहरे धीरज पाठक अभदेश राजपूत मनोज गुप्ता,विनोद कुमार एवं समस्त फार्मासिस्ट मोजूद थे।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेशश्योपुर

कूनों नेशनल पार्क में अफ्रीका से 12 चीते और आये, 20 चीतों का हुआ कुनबा, भारत का कूनों सेंचुरी एशिया का आकर्षण का केन्द्र, हर साल अफ्रीका से आयेंगे चीते

More Panther comes

ग्वालियर, श्योपुर/ मध्यप्रदेश का श्योपुर का कूनो राष्ट्रीय अभ्यारण पर्यटन और जंगली जानवरों के हिसाब से आज देश का एकमात्र राज्य है जहां विलुप्त प्रजाति चीतों को अफ्रीका से लाकर बसाया गया है पिछले साल यहां 8 चीतों को लाया गया था शनिवार को 12 और चीते यहां छोड़े गए उनके आने से अब इनका कुनबा बढ़कर 20 का हो गया है। मध्यप्रदेश के चीता प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीका से हर साल 12 चीते यहां लाएं जायेंगे।

शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से लाएं गए इन 12 चीतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय वन एवं पर्यटन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने बड़े में रिलीज किया इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मप्र के वनमंत्री विजय शाह विशेष रूप से मोजूद थे इस दौरान मुख्यमंत्री में नामीबिया से आए चीतों को भी देखा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भारत में चीतो की वापसी से अब जैव विविधता की टूटी कडी जुड गई है। यह बड़ी सौगात हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से हमें प्राप्त हुई है, उन्होने कहा कि कूनों सेंचुरी में अब 20 चीते हो जाने से एशिया में भारत का कूनो सेंचुरी आकर्षण का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में आये 8 चीते स्वभाविक जीवन जी रहे है, उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचाने की दृष्टि से कूनों में टूरिज्म तेजी से बढेगा जिसका सभी को लाभ मिलेगा

केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कूनों में चीतें छोडकर भारत में बहुआयामी उदाहरण प्रस्तुत किया है, पहले चरण में अफ्रीका के नामिबीया से लाये गये चीते छोडे गये थे, चीता प्रोजेक्ट के दूसरे भाग में दक्षिण अफ्रीका से लाये गये 12 चीते छोडकर चीता प्रोजेक्ट का दूसरा भाग शुरू हुआ है। नामिबीया आये चीते बडे बाडे में पूरी तरह से स्वस्थ है, इसके लिए फॉरेस्ट वैज्ञानिक, अफसरो सहित सभी ने मिलकर पहले भाग को पूरा किया है। श्री यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने यहां साढे चार सौ चीता मित्र बनाकर इस परियोजना को आगे बढाया है, और पेड काटने वाले लोगों ने आज कुल्हाडी छोडकर वन बचाने का संकल्प लिया है, इससे पर्यावरण बचेगा, हम आज कूनों में स्वसहायता के प्रोजेक्ट देखने को मिले, चीता प्रोजेक्ट को आगे बड़ाने वाले सभी धन्यवाद के पात्र हैं।

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि पिछले सितंबर माह में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कूनों नेशनल पार्क में चीते छोडकर अपना जन्मदिवस मनाया था, केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि हर साल कूनो सेंचुरी में 12 चीते आयेगे, जिससे एशिया में भारत का कूनों अभ्यारण आकर्षण का केन्द्र बनेगा।

शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतो को एयर फोर्स के ग्लोब मास्टर सी-17 वायुयान से ग्वालियर लाया गया, वहां से वायुसेना के 4 चिनूक हेलीकॉप्टर से यह चीते कूनो नेशनल पार्क श्योपुर लाये गये। सभी 12 चीतों को क्वारंटीन करने के लिए 25 सौ वर्गमीटर के बाड़ों में छोड़ा गया खास बात थी कि पिंजरों से बाहर आने पर इनकी फुर्ती और तेजी देखते ही बनती थी अब कूनो नेशनल पार्क में कुल 20 चीतों में से दस नर और दस मादा चीते हो गए है दक्षिण अफ्रीका से आए इन 12 चीतों में से तीन नर चीतों को अलग अलग और दो बाड़ों में दो दो नर चीते रखे गए जबकि बकाया 5 मादा चीतों को 5 बाड़ों में अलग अलग क्वारंटीन किया गया है।

प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने रविवार को भोपाल में कहा कि भारत मे चीते लाने के लिए साउथ अफ्रीका से एक अनुबंध हुआ है जिसके तहत हर वर्ष 12 चीते भारत मे लाएं जाएंगे। फिलहाल अफ्रीकी देशों से लाये गए 20 चीतों को मप्र के श्योपुर जिले के कूनो अभ्यारण में रखा गया है, मगर आगामी वर्षों में मप्र को चीता प्रदेश बनाने की योजना है,, जिसके अंतर्गत सागर जिले के नोरादेही अभ्यारण और नीमच जिले के गांधीसागर अभ्यारण को चीतों के लिए विकसित करने की योजना पर काम हो रहा है, कूनो के अलावा इन दोनों अभ्यारणों में साउथ अफ्रीका से हर वर्ष लाये जाने वाले 12 चीतों को छोड़ा जाएगा।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

मप्र के ग्वालियर में नगर निगम की इंजीनियर रिश्वत लेते ईओडब्ल्यू की गिरफ्त में

Bribe

ग्वालियर/ मध्यप्रदेश के ग्वालियर में नगर निगम की एक महिला अधिकारी को ठेकेदार से बिल पास करने के एवज में रिश्वत लेने के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है परेशान ठेकेदार ने इस बात की शिकायत EOW से की. रिश्वत का मामला लेडी अफसर से जुड़ा था, यही वजह है कि EOW लेडी टीम ने मोर्चा संभाला. कार में बैठी निगम की महिला इंजिनियर ने जैसे ही ठेकेदार से रिश्वत के रुपए अपने हाथ में लिए तो वहां मौजूद EOW की लेडी इंस्पेक्टर ने उसे गिरफ्त में ले लिया। ग्वालियर EOW के इतिहास ये पहला मौका था जब किसी लेडी अफ़सर को रिश्वत लेते पकड़ा है।

EOW की टीम ने नगर निगम की एक महिला इंजीनियर को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. नगर निगम में पार्क विभाग में तैनात सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा ठेकेदार से कमीशन के बतौर रिश्वत मांग रही थी। निगम दफ्तर के बाहर कार में लेडी इंजीनियर वर्षा ने जैसे ही ठेकेदार से रिश्वत के 15 हज़ार हाथ में लिए तो वहां पहले से मौजूद EOW की टीम ने उसे पकड़ लिया। बताया जाता है ग्वालियर नगर निगम के ठेकेदार अनूप सिंह ने नगर निगम के पांच बड़े पार्कों का 2 साल के लिए एक करोड़ 67 लाख रुपए में मेंटेनेंस का ठेका लिया था. इस ठेके के तहत पार्कों का मेंटेनेंस का बिल हर महीने नगर निगम से भुगतान होना था. बिल को पास करने का काम नगर निगम के पार्क विभाग में तैनात इंजीनियर वर्षा मिश्रा के जिम्मे था.निगम के संबंधित विभाग की सब इंजीनियर वर्षा ने ठेकेदार के बिल को पास करने के लिए बिल का 5 परसेंट कमीशन मांगा था। डील तय होने के बाद आज जब रिश्वत की रकम अनूप सिंह ने दी तभी ईओडब्ल्यू की टीम ने रेंज हाथों उन्हे पकड़ लिया।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

लव फिर मैरिज और मर्डर, बेवफा थी मार दिया जाओ लाश उठा लाओ

Murdered

ग्वालियर / मध्यप्रदेश के ग्वालियर में काफी हैरत अंगेज हत्या का मामला सामने आया है 5 साल पहले अपने परिवार से नामंजूरी के बाद भी लव मैरिज करने वाले युवक ने अपनी पत्नी की लाठियों से पीट पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी और उसको मार डालने के बाद वह रात भर लाश के पास बैठा रोता रहा और सुबह थाने पहुंचा और पुलिस से कहा मेने अपनी बेवफा पत्नी की हत्या करदी जाओ लाश ले आओ।

दोनों की लव स्टोरी नजर मिलने से शुरू हुई थी और उस लड़की से शादी के लिए आरोपी अपने परिवार तक से झगड़ गया था और अलग रह रहा था,आरोपी पति को शक था कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर चल रहा है। हत्या करने के बाद आरोपी करीब दो घंटे तक पत्नी के शव के पास बैठकर रोता रहा। शुक्रवार सुबह थाने पहुंचकर पुलिस से बोला- बेवफा थी मार दिया, जाओ, उठा लाओ लाश…। पुलिस वालों ने पहले आरोपी को शराबी समझा, फिर पूछा कौन बेवफा थी, किसको मार दिया? तब आरोपी ने पूरी बात बताई।

घटना बहोड़ापुर रक्कस पहाड़ी की है। रक्कास पहाड़ी निवासी आरोपी अवधेश स्वर्णकार पेशे से ऑटो ड्राइवर है। शुक्रवार सुबह 5 बजे वह थाने पहुंचा और उसने कुबूल किया कि वह अपनी पत्नी की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर आया है। यह सुनते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस ने सबसे पहले अवधेश को हिरासत में लिया, फिर मौके पर पहुंचकर जांच की। कमरे में खाट के नीचे जमीन पर महिला का शव पड़ा हुआ था। आसपास सामान बिखरा पड़ा था। इससे पुलिस अनुमान लगा रही है कि दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ होगा। महिला ने बचने के लिए संघर्ष भी किया होगा। पुलिस ने घटनास्थल पर जांच के लिए फॉरेंसिक और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को भी बुलवाया।

यह प्रेम कहानी और मर्डर की भी एक अलग ही स्टोरी है एक नजर का प्यार, इकरार और फिर लव मैरिज यह तीन प्रमुख इस स्टोरी के हिस्से है 2018 में 27 साल की सोनम से अवधेश की मुलाकात रेलवे स्टेशन पर हुई थी। एक नजर में ही दोनों को प्यार हो गया था। सोनम भी नशे की आदी थी। स्टेशन के आसपास ही घूमा करती थी। इसके बाद दोनों में मुलाकात का दौर शुरू हो गया। दोनों ने इस प्यार को शादी में बदलने का फैसला लिया, लेकिन अवधेश के घरवाले राजी नहीं थे। सोनम के लिए अवधेश इतना दीवाना था कि उसने अपने परिजन से लड़कर अप्रैल 2018 में उससे लव मैरिज कर ली।

हत्या कर थाने पहुंचे अवधेश ने पुलिस को बताया कि अभी कुछ समय पहले सोनम एक शादी में शामिल होने के लिए झांसी (यूपी) गई थी। वहां उसकी किसी लड़के से दोस्ती हो गई थी। इसके बाद उनके अवैध संबंध बन गए थे। यह मुझे पता लगा तो मैंने कई बार उससे पूछा, लेकिन वो कोई जवाब नहीं देती थी। इस पर झगड़ा होता था। गुरुवार रात को मैं शराब पीकर घर आया था। रात को फिर इसी बात पर बहस हुई। जब मैंने बार-बार पूछा तो सोनम अवैध संबंध होने की बात कबूल कर मुझसे झगड़ा करने लगी। इस पर मुझसे रहा नहीं गया और पहले गला दबाया, फिर पास ही पड़े डंडे से पीट-पीटकर उसे मार दिया।

जबकि अवधेश की मां और सोनम की सास ने बताया कि बहू ने दो दिन पहले बेटे के मोबाइल से किसी लड़के को कॉल किया था। इसके बाद उस लड़के ने मेरे बेटे अवधेश को फोन कर बताया कि तेरी पत्नी मुझसे प्यार करती है। इसके बाद उसने वॉट्सएप पर कुछ आपत्तिजनक फोटो भी भेजे थे। इन फोटो को देखकर अवधेश आग बबूला हो गया था। जब उसने नशे में पूछा, तो सोनम ने भी कबूल कर लिया। इसके बाद उसने हत्या कर दी।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

नर्सिंग परीक्षा पेपर लीक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, यूपी से ऑपरेट हो रहा था गैंग, 8 आरोप पकड़े, मुख्य आरोपी फरार

Paper leak arrest

ग्वालियर/ नेशनल हेल्थ मिशन के नर्सिंग स्टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा मामले में ग्वालियर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह उत्तरप्रदेश से ऑपरेटर हो रहा था। साथ ही इसके नेटवर्क मध्य प्रदेश के भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, सागर से जुड़े हुआ है पुलिस ने इस मामले में अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी शो की है, जबकि गिरोह का मास्टर माइंड फरार है,जो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहना वाला है।

ग्वालियर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एनएचएम स्टाफ नर्स परीक्षा के पेपर लीक करने वाले लोग एक्टिव हुए है। वो डील करने डबरा के टेकनपुर स्थित होटल के पास परीक्षार्थियों को बुला रहे हैं। यहां बड़ी डील हो सकती है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरी तैयारी के साथ वहां छापा मारा और 34 लोगों को पकड़ा। इनमें से आठ आरोपी हैं, जो पर्चा लीक करने से लेकर क्लाइंट लाने वाले लोग थे। इसके अलावा पकड़ाए गए अन्य 26 स्टूडेंट्स में से 15 लड़कियां और 11 लड़के पुलिस की गिरफ्त में आये है।

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि 8 आरोपियों में 3 ग्वालियर के रहने वाले हैं। दो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले हैं, दो हरियाणा एक बिहार का रहने वाला है। वही इनका मास्टरमाइंड जो अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है वह भी प्रयागराज का रहने वाला है। जो क्वेश्चन पेपर लीक हुआ है वह इन आरोपियों के मोबाइल पर आया हुआ था। जिन परीक्षार्थियों से सौदा हुआ था उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि दोपहर 3 बजे की पाली में होने वाले पेपर में यह सभी प्रश्न आएंगे। जिसकी बाकायदा सॉल्व करने के लिए होटल के कमरे में प्रैक्टिस भी करवाई जा रही थी। ग्वालियर के पकड़े गए तीन लोगों लोकल परीक्षार्थियों से संपर्क कर सौदा तय करने का काम किया करते थे। हरियाणा के रहने वाले दो आरोपी उन परीक्षार्थियों के डॉक्यूमेंट कलेक्ट करने का काम किया करते थे। वही प्रयागराज के दो और बिहार का रहने वाला एक आरोपी उन परीक्षार्थियों को प्रश्नों के हल करवाने की जानकारी दे रहे थे। पकड़े गए गैंग के 8 सदस्यों का काम बटा हुआ था। पकड़े गए गैंग के 8 सदस्यों से जानकारी हासिल हुई है कि इनके द्वारा 70 से 80 परीक्षार्थियों से उनके ओरिजनल डॉक्यूमेंट जमा कराए थे और उन्हें वादा किया था जो पेपर सॉल्व करवाया जा रहा है वही परीक्षा के दौरान आएगा।

ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी का कहना है कि पेपर लीक होने के चलते परीक्षा निरस्त कर दी गई है ऐसी स्थिति में उस लीक पेपर को डायरेक्टरेट को भेजा जा रहा है। ताकि है पता किया जा सके कि जो पेपर लीक हुआ है और जो पेपर आने वाला था उनमें कितनी समानता है। इसके अलावा गिरोह के सदस्यों से 39 मोबाइल जप्त किए गए हैं। इनकी भी फॉरेंसिक जांच के साथ डाटा रिट्रीव किया जाएगा। पुलिस का यही प्रयास है कि इस रैकेट में 4 राज्यों के लोग शामिल है ऐसे में इनका कहां-कहां नेटवर्क है इसका पता लगाया जा सके। खास बात यह भी है कि इस परीक्षा का आयोजन ग्वालियर के अलावा मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में भी हो रहा था ऐसे में वहां की उनके क्या लिंक हैं इसका भी पता लगाया जाएगा। पुलिस ने थाना क्राइम ब्रांच में आईपीसी की धारा 420 ,आईटी एक्ट के साथ मध्य प्रदेश परीक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद उनका पुलिस रिमांड लिया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल हो सके।

इस पेपर लीक मामले में एनएचएम ने जिस कंपनी को परीक्षा आयोजन कराने का ठेका दिया था उसकी भूमिका भी संदिग्ध है इसको लेकर एसएसपी अमित सांघी का कहना है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड जो अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है वह प्रयागराज के रहने वाले आरोपी से पूरी तरह से संपर्क में था। मास्टरमाइंड के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस को आगे की लिंक मिल पाएगी, पुलिस की प्राथमिकता है कि जो पेपर लीक हुआ है और जो पेपर आने वाला था उसके मिलान के बाद काफी कुछ स्पष्ट हो जाएगा यदि जांच के बाद लीक हुआ पेपर सही पाया गया तो इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि ठेका कंपनी की भूमिका इसमें न हो।

ग्वालियर एसएसपी ने यह भी बताया है कि गिरोह ने 2 से 3 लाख रुपए में इस पेपर का प्रत्येक स्टूडेंट से सौदा किया था। लेकिन गनीमत यह रही कि सौदा तय होते समय रूपया एडवांस में नहीं लिया गया था इसके बदले में परीक्षार्थियों से उनके ओरिजिनल डॉक्यूमेंट जमा कराए गए थे। पेपर के बाद यह पैसे लिए जाते। होटल में लीक पेपर को सॉल्व करने की प्रैक्टिस करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों कि इसमें पूरी क्या भूमिका रही है इसको लेकर डीपीओ से वैधानिक अभिमत लिया जाएगा। मास्टरमाइंड को पकड़ने के साथ इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करना यही पुलिस का पहला टारगेट है।

बहरहाल पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर ले रही है जिससे इनके नेटवर्क का खुलासा हो सकें। की मध्यप्रदेश के अलावा देश के कितने राज्यो में यह रैकेट एक्टिव था।

read more
ग्वालियरदेशभिंड

संत रविदास की जयंती पर बीजेपी कांग्रेस ने बिछाई चुनावी बिसात, ग्वालियर चंबल पर फोकस

BJP and Congress Flag

ग्वालियर, भिंड/ 2023 के विधानसभा चुनाव नजदीक है लेकिन इन दिनों बीजेपी ओर कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस ग्वालियर-चंबल अंचल पर है। यहीं बजह कि संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर दोनों ही प्रमुख राजनेतिक दल खासकर दलित मतदाताओं को लुभाने में लगे दिखाई दिए एक ओर जहां भिंड जिले से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सरकार की विकास यात्रा को हरी झंड़ी दिखाई है तो वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने संत रविदास की जयंती पर ग्वालियर से कांग्रेस की चुनावी बिगुल फूंक दिया है इस दौरान दोनों ही दलों ने अपने आपको, दलितों का हितैशी बताकर एक दूसरे को घेरने की भी कोशिश में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी इसी खींचतान में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर ही सवाल उठाएं है।

इस तरह ग्वालियर चंबल अंचल से 2023 का चुनावी बिगुल बज उठा है एक तरफ शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में है तो दूसरी तरफ पीसीसी चीफ कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ताल ठोक रहे है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज ग्वालियर पहुंचे उसके बाद चंबल अंचल के भिंड पहुंच कर उन्होंने बीजेपी सरकार की विकास यात्रा को हरी झंडी दिखाई इस मौके पर उन्होंने मध्यप्रदेश में शुरू विकास यात्रा को लेकर कहा कि आज संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती है, संत रविदास जी महाराज ने कहा था कि “ऐसा चाहूं राज में जहां मिले सबैको अन्न, छोट- बड़े सब संग रहे, रविदास रहे प्रसन्न” इसी भावना के साथ विकास यात्राएं आज से प्रदेश भर में प्रारंभ की है, रविदास जी की जयंती हर पंचायत हर शहर में मनाई जा रही है। विकास यात्रा के माध्यम हम “गरीब कल्याण का संकल्प पूरा कर रहे हैं, सीएम ने कहा कि जनसेवा अभियान से जुड़े हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र मिल गए हैं, इनको योजनाओं का लाभ मिलना प्रारंभ होगा और कोई छूट गया है,उसको जोड़ने का काम करेंगे क्योंकि यह जनकल्याण का महायज्ञ है” और सर्व सूखाय और सर्व हिताय के संत के मंत्र के आधार पर हमारी सरकार सभी का ध्यान रख रही हैं।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा संत रविदास, संतों की श्रेणी में सबसे अव्वल है। कुछ लोग घूम रहे है, जो भारत जोड़ो की बात करते है लेकिन जेब में भारत तोड़ने की साजिश रखते है। उन्होंने कहा बाल्मीकि समाज के लोगों को बीजेपी ने सम्मान दिया है समाज से राष्ट्रपति तक बनाकर भेजा है, संत रविदास की विचारधारा को सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही अपनाया है श्री सिंधिया कार्यक्रम के प्रारंभ में संत रविदास की प्रतिमा पर माला चढ़ाई और आरती उतारी। सिंधिया ने कन्या भोज के दौरान अपने हाथों से उन्हें खाना भी परोसा, जिसके बाद सिंधिया ने ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा को ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के साथ हरी झंडी दिखा रवाना किया।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ग्वालियर के थाटीपुर स्थित दशहरा मैदान में संत रविदास की जयंती के कार्यक्रम में भक्त रविदास के व्यक्तित्व को याद करते हुए एक सशक्त प्रदेश और देश चुनने का संकल्प लोगों को दिलाया। पूर्व सीएम बोले हैं कि कुछ लोग आज देश प्रदेश को धर्म के आधार पर बांट रहे हैं कल जाति के आधार पर बांटेंगे। पर हमें तय करना है कि आने वाली पीढ़ियों को हम कैसा देश सौंपना चाहते हैं। प्राचीन संत और संस्कृति हमारी पहचान है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने लोगों से कहा कि 7 महीने बाद चुनाव हैं। मैं यह नहीं कहता कि किसी पार्टी को चुनो, लेकिन उसे चुनो जो हमारी संस्कृति और संस्कार को आगे ले जाए। PCC चीफ कमल नाथ ने बिना किसी भाजपा नेता का नाम लिए बिना ही सरकार को आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि 35 साल में पंजाब में अभी तक खालिस्तान का नाम सुनाई नहीं दिया था, लेकिन अब खालिस्तान का नाम सुनाई देने लगा है। लोग संस्कृति, धर्म व जाति के आधार पर बांटने का प्रयास करेंगे, लेकिन हमें सोचना है कि हमारी आने वाली पीढी को हम कैसा प्रदेश व देश सौंपना चाहते हैं।

बहरहाल कांग्रेस ओर बीजेपी ने मिशन 2023 का आगाज कर दिया है कांग्रेस ने सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल अंचल से किया हैं। यह वह गढ़ है जिसके कारण साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी और सिंधिया की नाराजगी के बाद इसी अंचल के कारण 15 महीने की कमल नाथ सरकार मार्च 2020 में गिराई गई थी। यह दलित वोटर मिशन 2023 में विनिंग फैक्टर होने वाला है। कांग्रेस को 2018 के विधानसभा चुनाव में दलित वोटरों की बदौलत ही ग्वालियर-चंबल अंचल में 33 साल बाद ऐतिहासिक कामयाबी हासिल हुई थी। मौजूदा स्थिति में ग्वालियर चंबल अंचल की 7 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं अन्य 27 सीटों पर भी दलित वोटरों की बड़ी तादाद है। 2018 में दलित वोटरों की नाराजगी के कारण अंचल में भाजपा का सफाया हो गया था। भाजपा यहां 34 में से महज 7 सीटों पर सिमट गई थी। कांग्रेस ने 1985 के बाद 2018 में ऐतिहासिक कामयाबी हासिल करते हुए 34 में 26 सीटें जीती थीं।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

ग्वालियर मेले में लगी भीषण आग, 4 दुकानें जली, लाखों का नुकसान

Gwalior Fair Fire

ग्वालियर/ मध्यप्रदेश के ग्वालियर के ऐतिहासिक व्यापार मेले में सोमवार की सुबह भीषण आग लग गई,आग इतनी भयानक लगी कि उसका अंदाजा आसमान में उठने वाले काले धुंए के गुबार से समझा जा सकता है। आगजनी में मेले की दुकानों का करीब 50 लाख से ज्यादा के नुकसान की संभावना जताई जा रही है,फायर अमले की करीब 20 से ज्यादा गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। घटना को लेकर व्यापारियों ने मेला बन्द कर दिया है, उनका आरोप है कि फायर अमले के देर से एक्टिव होने पर हादसे ने बड़ा रूप लिया। इस अग्निकांड को लेकर मेला दुकानदारों में भारी आक्रोश है।

ग्वालियर व्यापार मेले कि दुकानों में सुबह के वक्त आग लग गयी, व्यापार मेला में लगी यह भीषण आग छतरी नंबर 4 के गुप्ता भोजनालय में लगी थी,आग ने अचानक इतना विकराल रूप ले लिया कि देखते ही देखते आग ने आसपास की 4 और दुकानों को अपनी चपेट में लिया,जिसके चलते हैंडलूम ,स्टेशनरी, खिलौने की दुकान में रखा लाखो का सामान जलकर खाक हो गया। मेला परिसर में मौजूद फायर अमले ने आग बुझाने की जद्दोजहद शुरू की, लगभग 20 से ज्यादा गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया,घटना के पीछे की बजह गुप्ता भोजनालय में रखे सिलेंडर के लीकेज होने की बताई जा रही है।

आगजनी में जिन व्यापारियों का नुकसान हुआ है उनके साथ अन्य मेला व्यापारियों ने मेला प्रबंधन के खिलाफ मौर्चा खोल दिया है,व्यापार व्यापार संघ के अध्यक्ष महेंद्र भदकारिया का आरोप है कि इतने बड़े मेले में आगजनी से बचाव के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण यह बड़ा हादसा हुआ है, ऐसे में जब तक इसकी जांच के बाद दोषियों पर एक्शन नही होगा तबतक मेला में दुकानें बन्द रहेंगी, वही मेले के सुरक्षा प्रभारी अमर सिंह का कहना है कि आगजनी में व्यापारियों का काफी नुकसान हुआ है। लापरवाही किसकी रही इसकी जांच की जा रही है।

read more
error: Content is protected !!