ग्वालियर/मध्य प्रदेश कांग्रेस अब प्रदेश स्तरीय “संविधान बचाओ रेली ” का आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में आज ग्वालियर में संविधान बचाओ रैली की गयी। कांग्रेस नेताओं ने संविधान बचाने के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा और कहा कि हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी संविधान को बचाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे है। आज जब दलित पिछड़े और अल्पसंख्यकों पर जुल्म और अत्याचार बढ़ रहे है साफ है हमारा संविधान खतरे में है।
वहीं, इस दौरान दिग्विजय सिंह का भाषण शुरू हुआ, तो मंच पर बैठने को लेकर मची अगर तफरी से दिग्विजय सिंह खिन्न हो गए उन्होंने ऐलान किया कि आगे वह भाषण देने ही मंच पर आयेंगे उससे पहले मंच से नीचे बैठेंगे। उन्होंने कहा अब मंच की लड़ाई खत्म करो, जब बोलने का वक्त आएगा तब बोलूंगा, कई लोग आ जाते है बैठने के लिए, जो लोग कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए काम करते है उन्हें मौका नहीं मिलता ये गलत है।
भले ही विधानसभा में अभी तीन साल का वक्त बचा हो, लेकिन कांग्रेस, अभी से अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के साथ साथ बीजेपी की केंद्र ओर राज्य सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए निकल पड़ी है। उसने अपने कैंपन को संविधान बचाओ अभियान का नाम दिया है। जिसमें प्रदेश स्तर पर रैली, जिला स्तर ओर ब्लॉक स्तर तक जाने का प्लान है। इसी कड़ी में आज ग्वालियर में रैली आयोजित की गयी।
रैली में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधायकों को दल बदलवाकर एक चुनी हुई सरकार को गिरा दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि वह सड़क पर उतरेंगे, क्योंकि उनका अपमान हो रहा है। उन्होंने इसे संविधान पर आघात बताया और आपके दिए हुए वोट को चुनौती दी। अगर यह संविधान खतरे में नहीं था, तो फिर और क्या था?आज वही ज्योतिरादित्य सिंधिया देश में मंत्री बने हुए हैं यह हक उन्हें संविधान ने ही दिया है । पटवारी ने कहा आज सिंधिया गरीबों की सरकारी जमीनें लेने का अभियान छेड़े हुए है। उनके पूर्वजों ने दी जमीन जिसमें मोतीमहल गोरखी सहित अन्य सरकारी दफ्तर थे आज सिंधिया उन्हें लेने का प्रयास कर रहे है यह अधिकार उन्हें संविधान ने ही दिया है। पटवारी ने कहा आज मोदी सरकार के कार्यकाल में संविधान खतरे में है उसे बचाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी संघर्ष कर रहे है कांग्रेस का हर कार्यकर्ता एकजुटता के साथ संविधान की रक्षा के लिए संकल्पित है संविधान ने दलित पिछड़े और अल्पसंख्यकों को जो हक दिया है लेकिन आज इन वर्गों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे है। कांग्रेस इनके अधिकार और संविधान को बचाने के लिए संघर्ष करती रहेगी।
वहीं पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया को मंत्री बनाएं, इनके पिता को मंत्री बनाएं। लेकिन आप उसके बाद भी चले गए अच्छा है चले गए, अगर मुख्यमंत्री बना दिया होता, तो मुख्यमंत्री सहित भाजपा में चले गए होते।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कांग्रेस ने देश को आजादी दिलाई और संविधान बनाने में अपनी भूमिका निभाई इसलिए उसकी रक्षा करने का दायित्व भी आज कांग्रेस का ही है।
कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री गोविंद सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव मौजूद रहे।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, आज जब संविधान पर हमले हो रहे हैं, तो राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस कड़ा संघर्ष कर रही है। देश में गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, जो साफ संकेत है कि संविधान खतरे में है।
कार्यक्रम के पूर्व में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के हमले में मारे गए शहीदों के प्रति दो मिनट का मौन रखकर उन्हें कांग्रेसजनों ने श्रद्धांजलि दी।
खास बात है कांग्रेस ने एक गाइड लाइन बनाई थी कि इस तरह के कार्यक्रमों में मंच पर केवल डायस और माइक होगा और जिसका नाम पुकारा जायेगा सिर्फ वह मंच पर चढ़ेगा और भाषण के बाद फिर नीचे अपनी सीट पर आकर बैठेगा, लेकिन आज के कार्यक्रम में कांग्रेस की यह गाइड लाइन पूरी तरह से छिन्न भिन्न हो गई और मंच पर बैठने के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। यही बजह है कि इस बीच वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नाराजगी भी प्रकट की।
-जिला और विधानसभा स्तर पर कांग्रेस की रेलियां …
– जिला स्तरीय रैलियां (3 से 10 मई) सभी जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता महंगाई, बेरोजगारी, कृषि संकट और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे।
– विधानसभा स्तरीय रैलियां (11 से 17 मई) हर विधानसभा क्षेत्र में नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग और आम लोगों के अधिकारों पर हो रहे हमलों के खिलाफ जन जागरण अभियान चलेगा।
– घर-घर संपर्क अभियान (20 से 30 मई) कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से संवाद करेंगे। विशेष जोर महंगाई, बेरोजगारी और संवैधानिक अधिकारों के हनन जैसे मुद्दों पर रहेगा। साथ ही अभियान का प्रचार साहित्य वितरित किया जाएगा और सोशल मीडिया के जरिए भी संवाद को सशक्त बनाया जाएगा।
कांग्रेस ने फैसला किया है कि 25 से 30 अप्रैल के बीच पूरे देश में “संविधान बचाओ रैलियां” आयोजित की जाएंगी। मध्यप्रदेश में इस अभियान की शुरुआत आज ग्वालियर से हो गयी है। इसके बाद प्रदेश के सभी जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से रैलियां और जन जागरण अभियान चलाए जाएंगे। बहरहाल देखना होगा…. आने वाले वक्त में कांग्रेस को उसकी संविधान बचाओ रैली कितना पुष्ट करती है।