ग्वालियर / लोकायुक्त ने 18 बीघा जमीन के नामांतरण के लिए मांगी गई 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है लोकायुक्त टीम ने यह पूरी कार्रवाई जिले की भितरवार तहसील कार्यालय के पीछे दुकानों में अंजाम दी। बताया जाता है पटवारी ने इस काम के लिए 90 हजार रुपए मांगे थे बाद में 25 हजार में सौदा तय हुआ था।
मुरैना जिले के बामोर तहसील के टिकरी गांव निवासी चंद्रभान सिंह पुत्र धनीराम गुर्जर ने भितरवार अनुविभाग के ग्राम खडीचा में 18 बीघा जमीन अपनी मां के नाम खरीदी थी। जिसका नामांतरण होना था चंद्रभान ने इसका ऑनलाइन आवेदन भी किया था। लेकिन
नामांतरण के एवज में हल्का पटवारी उमाशंकर आदिवासी ने 90 हजार ₹ की मांग चंद्रभान से की। बाद में 25 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। किसान चंद्रभान सिंह गुर्जर ने इसकी शिकायत 20 नवंबर को ग्वालियर लोकायुक्त में की, लोकायुक्त टीम ने शिकायत को वेरीफाई किया और आज निरीक्षक कविंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में लोकायुक्त टीम भितरवार जा पहुंची। जहां जब फरियादी किसान पटवारी उमाशंकर आदिवासी को तहसील कार्यालय के पीछे बने गुरुद्वारे की दुकान जिनमें पटवारी का निजी कार्यालय संचालित होता है वहां 25 हज़ार की रिश्वत दे रहा था तभी लोकायुक्त की टीम ने दविश दी और पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से टीम ने दिए नोट भी बरामद किए हैं। फिलहाल कार्रवाई जारी है।
इस संबंध में लोकायुक्त इंस्पेक्टर कविंद्र सिंह चौहान का कहना है कि नामांतरण के लिए किसान से रिश्वत मांगी थी। मामले में शिकायत को वेरीफाई करने के बाद आज कार्रवाई की गई है और पटवारी उमाशंकर आदिवासी को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है उससे रिश्वत में दी रकम भी बरामद कर ली गई हैं।