खजुराहो – छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने तथाकथित संत कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया है जैसा कि उन्होंने धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी की थी साथ ही उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को महान बताया था ।लेकिन उनकी गिरफ्तारी के बाद सियासत तेज हो गई हैं।
पिछले दिनों छात्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में होने वाली धर्म संसद में संत कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को देश के विभाजन का दोषी बताते हुए उनको गाली देने के साथ अभद्र टिप्पणी की थी साथ ही गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महान बताते हुए उंसका गुणगान किया था। इसको लेकर उनके खिलाफ रायपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी आज गुरुवार को सुबह तड़के 4 बजे संत कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश के खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर स्थित बाजेश्वर धाम से गिरफ्तार कर लिया है बताया जाता है यहां के एक किराये के मकान में यह संत छुपकर रह रहे थे साथ ही इन्होंने कथित रूप से छुपने के लिये एक झोपड़ी भी ले रखी थी।
धर्म संसद में महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने के दौरान उन्हें अपशब्द कहने वाले संत कालीचरण ने उनकी हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को महान संत बताते हुए उन्हें बारंबार नमन का घोष किया था साथ ही गांधी को पाकिस्तान बांग्लादेश विभाजन का दोषी बताते हुए उनकी हत्या को सही ठहराया था। साथ ही कहा था बल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री होते तो भारत आज अमेरिका से भी आगे होता। खास बात है सोमवार को 8 मिनट का वीडियो जारी कर उंसने अपने किये पर कोई पछतावा नही होने की बात भी कही थी।
छत्तीसगढ़ पुलिस की गिरफ्तारी के बाद संत कालीचरण को एमपी पुलिस ने कार से रायपुर रवाना कर दिया है बताया जाता है उंसके खिलाफ एफआईआर में जो धाराएं लगाई गई है वह जमानती है।
इधर कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होने छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यवाही के तरीके पर आपत्ति दर्ज कराई हैं और कहा है कि उनकी गिरफ्तारी संघीय ढांचे का उल्लंघन है डॉ मिश्रा ने छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सबाल उठाते हुए कहा कि उसने पुलिस इंटरनेट प्रोटोकॉल का भी उल्लघंन किया है जिसको लेकर उंन्होने प्रदेश के डीजीपी को छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बातचीत करने के निर्देश भी दिये हैं।