close

मध्य प्रदेश

छिंदवाड़ामध्य प्रदेश

कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से अमित शाह ने मप्र में चुनावी सियासत शुरू की, कहा कमलनाथ जनता को हिसाब दे क्या किया

Amit Shah

छिंदवाड़ा / केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बीजेपी की महाविजय उदघोष रैली के माध्यम से मध्यप्रदेश में एक तरह से चुनावी अभियान का शुभारंभ कर दिया है इस मौके पर उन्होंने कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा कि वह हिसाब दे कि उन्होंने छिंदवाड़ा के विकास के लिए आज तक क्या किया है कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया लेकिन आजतक गरीबी नही हटी देश प्रदेश में जो भी विकास कार्य हुए वह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किए।

छिंदवाड़ा में एक सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा नरेंद्र मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों की जिंदगी बदलने का काम किया 130 करोड़ लोगों को टीका देकर कोरोना के प्रकोप से उन्हें सुरक्षित किया प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई जबकि कांग्रेस ने इसे लटकाएं रखा, गृहमंत्री ने कहा हमने भगवान बिरसा मुंडा जयंती गौरव दिवस के रूप में मनाई और देश को मोदी सरकार ने द्रौपदी मुर्मू के रूप में 75 साल बाद आदिवासी राष्ट्रपति दिया ।उन्होंने कहा कमलनाथ केवल ढींगे हांकते है मेने यह किया वह किया सरकार हमारी है और जो भी विकास और अन्य काम हुए वह हमारी बीजेपी की सरकार ने किया।

श्री शाह ने कमलनाथ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा उन्होंने कल्हान बांध परियोजना में काम हुए बिना सैकड़ों करोड़ों का एडवांस दे दिया, अगत्सा बेस्टलेंड घोटाले में आपका नाम शामिल है चुनाव में कहा युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे वृद्धा पेंशन बढ़ाएंगे सतपुड़ा सरकारी शक्कर कारखाना खोलेंगे कुछ नही किया राडोर कोयला खदान भाकरा कलान का भूमि पूजन किया सौसर में पैच थर्मल की घोषणा हुई शहर में दो फ्लाई ओवर बनाना थे शुरू हुए क्या, नही हुए उल्टा शिवराज सिंह के कार्यकाल की जन योजनाएं बंद कर दी। उन्होंने कहा कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते केवल भ्रष्टाचार और लूट खसोट की। गृहमंत्री अमित शाह आदिवासियों के आस्था केंद्र आंचलकुंड दादा दरबार मंदिर के दर्शन करने भी गए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ को झूठनाथ और कपटनाथ बताते हुए कहा कि वह कहते है मेने यह किया वह किया उनका बस चले तो कह दे कि पातालकोट भी मेने बनवाया मुख्यमंत्री ने कहा अब समय आ गया है कि कांग्रेस और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और उनके सासंद पुत्र नकुल नाथ को छिंदवाड़ा से उखाड़ फेंके। जबकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा हमने तय किया है कि छिंदवाड़ा किसी का गढ़ नही है यह हमारे प्रधानमंत्री की योजनाओं का गढ़ है।

जैसा कि बीजेपी ने मध्यप्रदेश के छिदवाड़ा में एक साल पहले से ही अपने को मजबूत बनाने की मुहिम शुरू कर दी थी। यहां अमित शाह के अलावा बीजेपी नेता गिरराज सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है गिरिराज सिंह तीन बार यहां का दौरा कर चुके है जबकि प्रदेश महामंत्री कविता पाटीदार को यहां का प्रभारी और राजनेतिक जिम्मेदारी श्याम महाराज को सौंपी गई है इसके अलावा पिछले चुनाव में सांसद चुनाव में करीब 25 हजार मतों से पराजित हुए नेता लगातार सक्रिय है और वह अपने कार्यालय से सभी गतिविधियां चला रहे है। चुकि यहां कांग्रेस एक बार हारी है और लगातार यहां उनका सांसद है और विधानसभा और नगर निकाय में भी कांग्रेस का कब्जा है इसलिए बीजेपी की डगर भी मुश्किल है वह जानती है कि वह कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को आसानी से नहीं भेद सकती यही वजह है उसने सुनियोजित तरीके से अपनी चुनावी बिसात बिछाना शुरू कर दिया हैं।

read more
ग्वालियरमध्य प्रदेश

और “गई भैंस पानी में”, पानी का बिल जमा नहीं, बदले में हांक ले गए भैंस…

water bill team took buffalo

ग्वालियर/ आपने “गई भैंस पानी में” कहावत तो जरूर सुनी होंगी, गांव की यह कहावत आज मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में पूरी तरह से चरितार्थ होती देखी गई, हुआ यू कि एक व्यक्ति ने जब पानी का पैसा जमा नहीं किया तो नगर निगम प्रशासन के कारिंदे ने हजारों की राशि के एवज में उसकी एक भैंस जब्त कर हांक ले गए। इस बीच किसी ने यह पूरा घटनाक्रम मोबाइल में कैद कर लिया जो तेजी से वायरल हो रहा है।

दरअसल शहर के डलियां वाला मोहल्ला में डेयरी संचालक बालकृष्ण पाल के ऊपर नगर निगम के पीएचई विभाग का ₹29 हजार का जलकर बकाया था। कई बार नगर निगम के जलकर विभाग के अमले ने बालकिशन से राशि जमा करने के लिए कहा , लेकिन बालकिशन ने कोई ध्यान नहीं दिया लगातार टालते रहने से जब जलकर जमा नहीं हुआ तो पीएचई अमले ने कुछ दिन पहले उसे चेतावनी देते हुए अंतिम नोटिस दिया और बिल जमा करने की कंडीशन में कड़ी कार्यवाही की बात कही लेकिन उसके बाद भी बालकिशन ने जलकर का बिल जमा नहीं किया ।

नोटिस में दिया निर्धारित समय खत्म होने पर आज निगम के पीएचई विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए जलकर जमा ना होने की स्थिति में उनकी भैंस जप्त कर ली और उसे निगम के कर्मचारी खूंटे से खोलकर हाक कर अपने साथ ले गए इस बीच बालकिशन और उसके परिवार ने विरोध भी दर्ज कराया लेकिन निगम के अमले के सामने उसकी एक नही चली और इस तरह पानी में बालकिशन की एक भैंस चली गई। जिसे निगम का पीएचई विभाग अपने साथ ले गया। जिस समय भैंस को जप्त कर हांका जा रहा था तो उस समय किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जिसके बाद वह जमकर वायरल हो रहा है।

read more
ग्वालियरभोपालमध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश में बारिश ओलावृष्टि से फसले बर्बाद, किसान बेहाल, आसमानी बिजली गिरने से एक दर्जन लोगों की मौत, 100 मवेशी भी चल बसे

hailstorm

भोपाल, ग्वालियर/ मध्यप्रदेश में दूसरी बार मौसम ने करवट बदली और तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड कर रख दी प्रदेश के करीब 25 जिले इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए और किसानों की रबी की फसल लगभग 80 फीसदी तक बर्बाद हो गई कुछ जिलों में सर्वे का काम भी शुरू हुआ है। जबकि आसमानी बिजली गिरने से एक दर्जन ग्रामीणों की मौत हो गई और करीब एक सैकड़ा पालतू जानवर भी चल बसे। मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक शनिवार को भी कई जिलों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान हैं।

पिछले मौसमी कहर से किसान अभी उबरे नहीं थे कि गुरुवार की रात और शुक्रवार को एकाएक हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई संभागो के किसानों की नींद हराम कर दी कारण उनकी रबी की फसल गेंहू चना मटर और सरसों और अन्य फसलो को भारी नुकसान हुआ है खेतों में पानी भरने से पक रही फसले खेतों में बिछ गई और ओलावृष्टि ने गेंहू की बालों को धराशाई कर दिया किसानों के मुताबिक इसका दाना सूखने से पहले भींगने से अब सड़ जायेगा और उसका विकास भी बंद होने से पूरी फसल बेकार हो जाएंगी इस बेमौसम की प्राकृतिक आपदा ने किसानों का भारी नुकसान कर दिया है।

ग्वालियर जिले के भितरवार और घाटीगांव ब्लॉक में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने कहर ढा दिया जिससे आरोन पाटई डगोरा सबराई सुभाषपुरा बराहना बन्हेरी बड़कागांव और सेमरा गांव ज्यादा ही प्रभावित हुए प्रारंभिक आंकलन के मुताबिक यहां के किसानों की करीब 80 फीसदी फसले नष्ट हो चुकी है किसानों की हालत बेहाल हो गई है।

इस बारिश और ओलावृष्टि से जहां फसले बर्बाद हुई तो एक बिजली गिरने से 12 लोगों की और 50 पशुओं की भी मौत हो गई है नर्मदापुरम में हुई बारिश के साथ बिजली गिरने से 3 किसानों की मौत हो गई तो 37 मवेशियों की भी जान चली गई इसके साथ ही रायसेन में बारिश के साथ बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई और 10 गांवों में तेज चने और बेर के बराबर ओले गिरे और खेतों में बिछ गए। प्रदेश के दमोह धार रतलाम अशोकनगर और बैतूल में आसमानी बिजली गिरने से एक एक व्यक्ति की मौत की खबर है जबकि बैतूल में बारिश से बचने के लिए महुएं के पेड़ के नीचे खड़ी 50 बकरियों पर बिजली गिरी जिससे 33 बकरियों की घटना स्थल पर मौत हो गई जबकि 18 बकरियां बुरी तरह झुलसने से घायल हो गई।

सागर जिले के तीन स्थानों बीना जेसीनगर और देवरी में शुक्रवार को हुई बारिश और भारी ओलावृष्टि ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है जेसीनगर सहित उसके अंतर्गत आने वाले डूंगरिया शोमपुर बमोरी घाट बेरखेड़ी और गुसाई गांव में भी बारिश और ओलो ने काफी कहर ढाया है। फसल बरबाद होने से किसान सड़कों पर आ गया है बताया जाता है वहां प्रशासन ने दौरा भी किया हैं। जबकि दतिया की उपतहसील बसई और उसके गांव हमीरपुर जनकपुर ठाकुरपुरा हसनपुर सीतापुर लखनपुर देवगढ चौबाया बागपुर बगरारी पंचमगढ़ आदि गांवो में बारिश के साथ तेज ओलावृष्टि हुई और चने से बड़े ओलो से सड़क और खेतों में बर्फ की चादर सी बिछ गई। जिससे गेंहू सहित अन्य फसले 70 से 80 फीसदी तक नष्ट हो गई इसके अलावा शिवपुरी जिले के पिछोर और विदिशा जिले के कुछ इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की खबरें मिली हैं।

इसके साथ ही शुक्रवार को भोपाल उज्जैन जबलपुर मंडला रायसेन नर्मदापुरम नरसिंहपुर जिलों में लगातार हल्की और तेज बारिश होती रही।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण पश्चिम राजस्थान में चक्रवाती हवा का घेरा बनने के साथ दक्षिण पूर्वी राजस्थान में साइक्लोन का बनना इस बदलाव का बड़ा कारण है साथ ही ईस्ट बेस्ट ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से निकलती हुई बंगला देश की ओर मुढ़ गई हैं और इन सब कारणो से मध्यप्रदेश में नमी आ रही है और बारिश और ओलावृष्टि का मौसम बन रहा हैं।

read more
मध्य प्रदेशमुरैना

17 ग्रामीण चंबल नदी में डूबे, 2 के शव निकाले 5 लापता, मुरैना राजस्थान बॉर्डर पर हुआ हादसा, केलादेवी दर्शन को जा रहे थे सभी

drowning-pic

मुरैना / मप्र के मुरैना और राजस्थान के बॉर्डर पर केलादेवी मां के दर्शन को जा रहे 17 ग्रामीण दर्शनार्थी चंबल नदी में डूब गए जिनमें से 10 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 2 के शव गोताखोरों ने निकाल लिए और 5 लोग लापता है जिनकी एनडीआरएफ की टीम तलाश कर रही हैं। बताया जाता है पैदल नदी पार करते समय अचानक मगरमच्छ का हमला करने से मची अफरा तफरी से यह हादसा हुआ।

शिवपुरी जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र के चिलावड़ गांव के 17 महिला पुरुष और बच्चें मुरैना सबलगढ़ और टेटरा होते हुए होते हुए केलादेवी के दर्शन करने जा रहे थे जब यह सबलगढ़ और मंडरायन (राजस्थान ) की सीमा के पास राड़ीराधेन गांव के पास पैदल ही एक दूसरे हाथ थामे उथली जगह से चंबल नदी पार कर रहे थे बताया जाता तभी एक मगरमच्छ ने हमला कर दिया अचानक हुए इस हमले से वे घबरा गए और सभी नदी के पानी में डूबने उतराने लगे। खबर मिलने पर मुरैना और राजस्थान का पुलिस बल और प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों और स्थानीय गोताखोरों की मदद से दो लोगों के शव नदी से निकाल किए गए फिलहाल 5 लोग लापता बताए जाते हैं। बाद में वहां पहुंची एनडीआरएफ की टीमें उनकी तलाश कर रही है।

बताया जाता है जिन दो लोगों की मौत हुई है उनके नाम देवकीनंदन कुशवाह (55 साल) , कल्लोबाई पत्नी चौऊ कुशवाह (40 साल) जबकि जो लापता है उनमें रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह, लवकुश पुत्र धानसिंह (12 साल) ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह, रश्मि पत्नी अलोपा कुशवाह शामिल है बाकी 10 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है इनमें शामिल धनीराम चोऊ कुशवाह और जानकी कुशवाह को राजस्थान की सीमा में गोताखोरों ने नदी से बाहर निकाल लिया है।

बताया जाता है जिन दो लोगों की मौत हुई है उनके नाम देवकीनंदन कुशवाह (55 साल) , कल्लोबाई पत्नी चौऊ कुशवाह (40 साल) है जबकि जो लापता है उनमें रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह, लवकुश पुत्र धानसिंह (12 साल) ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह, रश्मि पत्नी अलोपा कुशवाह के नाम शामिल है बाकी 10 लोगों को मुरैना और राजस्थान पुलिस ने सुरक्षित बचा लिया है इनमें धनीराम पुत्र खेरा कुशवाह चोऊ पुत्र ठाकुरी कुशवाह और जानकी पुत्र हक्के कुशवाह को राजस्थान की सीमा में गोताखोरों ने चंबल नदी से बाहर निकाल लिया गया। इसके अलावा अन्य सुरक्षित लोगों में राकेश पुत्र मुरारी, सुनील पुत्र राजदेव, संतरा पत्नी सेवक, दीपक पुत्र देवकीनंदन, रामश्री पत्नी बचनलाल, संपत्ति पत्नी राकेश सभी कुशवाह शामिल हैं।

मुरैना एएसपी रायसिंह नरवरिया ने बताया कि यह सभी लोग शिवपुरी जिले के तेदुआ थाना क्षेत्र के चिलावड गांव के रहने वाले हैं जो केलादेवी के दर्शन के लिए जा रहे था आज सुबह 7 बजे यह घटना घटी जब यह सभी राड़ीराधेन गांव के पास एक दूसरे का हाथ थामे पैदल चंबल नदी पार कर रहे थे तभी यह हादसा हुआ और सभी पानी में डूबने लगे प्रशासन और पुलिस ने खबर मिलते ही तुरंत एनडीआरएफ टीम और गोताखोरों को नदी में उतारा इस घटना में 10 लोग सुरक्षित बचा लिए गए जबकि 7 लोग लापता थे उनमें से 2 के शव निकाल लिए गए है शेष को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं। एएसपी नरवरिया के मुताबिक इस इलाके में चंबल नदी पर कोई पुल नही है और यहां से लोग नदी को पैदल ही पार करते हैं।

read more
मध्य प्रदेशविदिशा

और नही बच सका 7 साल का मासूम लोकेश, मंगलवार को गिरा था बोरवेल में, 24 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आया था बाहर

7 year boy died fallen borewell hole

विदिशा / मप्र के विदिशा जिले के गांव खेरखेड़ी में मंगलवार को 60 फूट गहरे बोरवेल में गिरे 7 साल के मासूम लोकेश अहिरवार की जान नही बच सकी काफी मशक्कत के बाद जब उसे बोरवेल से बाहर निकाला गया तब उसकी मौत हो चुकी थी। कलेक्टर ने जांच कर जिले के खुले हुए सभी बोरवेल्स को। एक सप्ताह में ढकने के आदेश दिए जबकि मुख्यमंत्री ने इस पर दुख प्रकट करते हुए परिवार को 4 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की हैं।

विदिशा जिले की लटेरी तहसील में आता है गांव खेराखेड़ी, कल मंगलवार को सुबह इसका परिवार इस खेत में मजदूरी करने आया था 11 बजे करीब बंदरों को भगाने के दौरान 7 साल का लोकेश इस 60 फूट गहरे बोरवेल में गिर गया और करीब 43 फीट पर जाकर फंस गया।

इसकी सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुआ और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ जेसीबी के बाद दो पोकलेंन मशीनों की मदद से NDRF ने ऑपरेशन शुरू किया आज सुबह 8 बजे तक अंतिम 50 फीट गहरा गड्ढा करके बराबरी की गहराई पर टीम पहुंची और 5 फीट की टनल बनाकर बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला गया। प्रशासन ने तुरंत वहां मोजूद चाइल्ड स्पेशलिस्ट और मेडिकल स्टॉफ को गड्डे के पास बुलाया और बच्चे को उन्हे सौंपा मेडिकल टीम एंबुलेंस से तुरंत उसे लेकर अस्पताल रवाना हो गई। इस समय कलेक्टर उमाशंकर भार्गव लटेरी एसडीएम हर्षल चौधरी और एएसपी समीर यादव मौके पर मोजूद थे।

जैसा कि घटना के 24 घंटे बाद लोकेश वोरवेल से बाहर आया मेडिकल टीम उसे लेकर लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंची और उसे सीधा आईसीयू में ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों की टीम ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। और पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को उसके परिजनों को सौप दिया गया।

जैसा कि घटना के 24 घंटे बाद लोकेश वोरवेल से बाहर आया मेडिकल टीम उसे लेकर लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंची और उसे सीधा आईसीयू में ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों की टीम ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया, चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे की मौत 12 घंटे पहले ही हो गई थी,बाद में पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को उसके परिजनों को सौप दिया गया जिन्होंने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।

जबकि प्रशासन के अधिकारी घटना स्थल पर बच्चे के मूवमेंट की बात करते रहे थे। कलेक्टर ने इस घटना के बाद आदेश जारी किया है कि जिले में जितने भी वोरावेल है उन्हें एक सप्ताह के अंदर ढकने की व्यवस्था की जाएं।

राहुल की दादी ऊषाबाई का कहना है हम सुबह खेत में मजदूरी का काम करने गए थे इस बीच अचानक मेढ़ पर बंदर आ गए मेरा नाती उन्हे भगाने दौड़ा और खेत में बने वोरवेल में गिर गया।

इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इस घटना पर कहा कि विदिशा जिले की लटेरी तहसील के खेराखेडी गांव में 7 साल के बच्चे राहुल की मौत दुखद घटना है मेने प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए है जल्द परिवार को उचित मुआवजा दिया जायेंगा।

read more
बुरहानपुरमध्य प्रदेश

बुरहानपुर में एक परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत, घर में शव मिले, हत्या या आत्महत्या पुलिस तफ्तीश में जुटी

Suspicious death case burhanpur

बुरहानपुर/ जिले के नेपानगर क्षेत्र के गांव डावलीखुर्द में एक परिवार के 5 लोगों के शव उनके घर में मिलने से सनसनी फेल गई घटना स्थल से फिलहाल कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है यह हत्या है या आत्महत्या पुलिस इस चोकाने वाली वारदात की तफ्तीश में जुट गई है।

बुरहानपुर जिले के डावलीखुर्द गांव में रहने वाले मनोज भोई पत्नी और तीन मासूम बेटियां है जो गांव में किराने की दुकान और मछली बेचकर अपना गुजारा करते थे लेकिन आज सुबह कुछ लोग दूध लेने जब उनके घर की दुकान पर पंहुचे तो पर कोई हलचल नहीं देखी और दुकान नहीं खुली और घर अंदर से बंद पाया संदेह होने पर आसपास के लोगों ने खिड़की खोलकर जानकारी ली तो इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ स्थानीय लोगो के खबर देने पर पुलिस मौके पर आई और जब अंदर घर में पुलिस गई तो बड़ा भयानक दृश्य दिखाई दिया

घर के मुखिया मनोज का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था जबकि उसकी पत्नी साधना का शव नीचे जमीन पर पड़ा था जिसके गले में रस्सी का फंदा लगा था। पुलिस ने जब दूसरे कमरे में देखा तो उसकी तीनों मासूम बेटियों अक्षरा नेहा और तनु के शव पड़े मिले। जानकारी यह भी मिली है कि मनोज की तीनों बेटियां काफी समय से बीमार थी साथ ही पति पत्नी की हालत भी नासाज थी जिससे मनोज काफी चिड़चिड़ा हो गया था बात बात पर झुंझलाने लगा था। जानकारी के मुताबिक बड़ी बेटी अक्षरा कक्षा 8 और नेहा कक्षा 5 में पढ़ती थी जबकि छोटी बेटी तनु आगनवाड़ी में जाती थी।

पुलिस ने घटना स्थल की जांच की थाना प्रभारी बीके गोयल ने कहा कि अनुमान है मनोज (40 साल) और पत्नी ने फांसी लगाने से पहले अपनी तीनों बेटियों को मारा और उसे बाद आत्महत्या कर ली लेकिन उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया नेपानगर थाना प्रभारी बीके गोयल स्थानीय ग्रामीणों से जानकारी इकठ्ठा कर इस मामले की असली वजह जानने की हर संभव कोशिश कर रहे है साथ ही पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों ही एंगिल से इस मामले की जांच कर रही हैं।

read more
खंडवामध्य प्रदेश

मप्र के खंडवा के लालमाटी गांव में सनसनीखेज वारदात, पिता ने अपने दो मासूम बच्चों का गला मरोड़ा पत्थर से कुचला, शव जंगल में छोड़ें

Crime scene do not cross

खंडवा/ एक पिता ने अपने दो मासूम बच्चों की पैरो में दबाकर गर्दन मरोड़ी और पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी और शवों को जंगल में छोड़ दिया लेकिन 5 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तो राजफाश हुआ लेकिन पुलिस को बच्चों के शरीर के कुछ अंग ही जंगल में सर्चिंग के दौरान मिले। इस बर्बर और जघन्य हत्याकांड के पीछे का कारण संभवत: ससुर के द्वारा पत्नी से अलग होने के बदले 16 हजार रुपए की रकम मांगी जाना बताया जाता है।

घटना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के थाना पंधाना के अंतर्गत आने वाले गांव लालमाटी की है यहां रहने वाले जादू की शराबखोरी के कारण उसकी पत्नी सादू बाई उसे छोड़कर अपने मायके चली गई थी उसने बच्चों को अपने साथ लेजाने से भी इंकार कर दिया था उसके पिता अर्थात ससुर ने इसके बदले में अपने दामाद जादू से अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए 16 हजार रुपए की मांग की थी।

बताया जाता है 5 मार्च को जादू ने अपने दोनों बच्चों वरुण (5 साल) और बेटी सुनीता (3 साल ) से कहा कि वह दोनो को पहले दीवाल गांव में लगे भगोरिया मेले में मेला दिखाने ले जाएगा इसके बाद उन्हें उनकी मां सादू बाई से मिलाने के लिए अंबाखेड़ा छोड़ देगा। मासूम बच्चे बड़े खुश हुए मेला देखेंगे और मां से भी मिलेंगे लेकिन बेचारों को क्या मालूम था उनके पिता के मन में क्या चल रहा है।

जादू अपने दोनों बच्चों को इसी दिन मोटर साइकल पर लेकर घर से निकला बीच रास्ते में गाड़ी रोककर वह बच्चों को जंगल के अंदर सुनसान जगह पर ले गया बेचारे बच्चें कुछ समझ नहीं पाए जादू ने पहले बेटे को पकड़ा और उसकी गर्दन दोनों पैरों के बीच में दबाकर मरोड़ दी जिससे वह नीचे गिर गया इसी तरह उसने मासूम बच्ची को भी मार डाला और दोनों के सिरों को पत्थर से कुचल दिया रही सही जान भी बच्चों की निकल गई।

दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद शवों को जंगल में छोड़कर जादू अपने ससुराल पंहुचा जब उसकी पत्नी ने बच्चो के बारे में पूछा तो उसने झूठ बोलते हुए कहा बच्चे गांव में घर पर है वह तुम्हारे पास आना नही चाहते लेकिन जादू के जाने के बाद पत्नी और उसके मायके वालों को शक हुआ जब बच्चें नही मिले तो उन्होंने जिले के पंधाना पुलिस थाने में रिपोर्ट की पुलिस ने गुमशुदगी की एफआईआर पर जांच शुरू की और जब पुलिस ने 10 मार्च को पति जादू से पूछताछ की तो वह अनाप शनाप अर्ध विक्षिप्त की तरह हरकते करने लगा पुलिस को मालूम हुआ उसने 4..5 दिन से कुछ नही खाया है पुलिस ने पहले उसको खाना खिलाया और जब कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया उसने पूरी घटना पुलिस को बताई जानकारी मिलने पर पुलिस उसे साथ लेकर जंगल पहुंची और बताई गई जगह पर पुलिस को उसके बेटे का बीच का आधा हिस्सा मिला दूसरे दिन 11 मार्च को पुलिस फिर सर्चिंग करने जंगल पहुंची तब उसे कुछ दूरी पर लड़की के कटे फटे हाथ पैर और हड्डियां और कुछ अन्य अंग मिले समझा जाता है 5 दिन के अंतराल में जंगली जानवरों ने दोनों बच्चों के शरीर को नोच खाया। पुलिस ने बरामद बच्चों के शरीर के भागों को पीएम के लिए भेजा और जादू को अपने बच्चों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

जैसा कि जादू मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था बताया जाता है शराब की लत की बजह से पत्नी से आए दिन उसका लड़ाई झगड़ा होता था शराब के नशे में जादू पत्नी सादूबाई की मारपीट भी कर देता था इसके चलते पत्नी उसे बच्चों के साथ छोड़ गई और पत्नी के पिता और उसके ससुर ने जादू से अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए 16 हजार रुपए की मांग की थी बताया जाता है बच्चों को पालने के साथ 16 हजार की बड़ी रकम देने के दवाब के कारण जादू तनाव में आ गया और उसने जल्दबाजी में बच्चों को मारने का निर्णय ले लिया लेकिन जब उसने अपने बच्चों की हत्या कर दी तो इसे भारी पश्चाताप भी हुआ और वह लौटने के बाद घर से नही निकला और उसने खाना पीना भी छोड़ दिया,यही कारण है कि पुलिस को भी वह बदहवास हालत में मिला। लेकिन बेचारे दोनों मासूम बच्चों का क्या दोष था जो पति पत्नी के बीच कलह का बेवजह शिकार हो गए और जिसने उन्हें जन्म दिया उसी पिता ने बेरहमी से मार डाला।

read more
बुरहानपुरमध्य प्रदेश

बुरहानपुर के घाघरला के जंगल में अतिक्रमणकारियों ने पुलिस और वन टीम को खदेड़ा, तीर गोफन से हमला, 15 वन एवं पुलिस कर्मी घायल

Burhanpur nepanagar case

नेपानगर/ बुरहानपुर के नेपानगर इलाके के घाघरला के जंगल की कटाई और वहां अतिक्रमण कर रहे लोगों को खदेड़ने पंहुचे पुलिस और वन अमले पर बेजा कब्जा करने वालों ने एकजुट होकर हमला बोल दिया और गोफन और तीरकमान की मार से बचने के लिए प्रशासनिक अमले की टीम को अपनी जान बचाकर उल्टा भागना पड़ा। इस हमले में वन विभाग और पुलिस कर्मी ग्रामीण सहित 15 लोग घायल हो गए है।

नेपानगर के घाघरला के जंगलों में एक वर्ग विशेष व्दारा वनक्षेत्र के बड़े भूभाग पर कब्जा करने के साथ पेड़ों को काटने की शिकायत के बाद आज वन विभाग के डीएफओ अनुपम शर्मा के नेतृत्व में वन विभाग पुलिस और एसएएफ की सयुक्त टीम ने एक साथ कार्यवाही शुरू की लेकिन जब यह जंगल के अंदर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने पहुंचे और कार्यवाही शुरू की तो एकाएक दूसरी तरफ से उनपर गोफन और तीर कमान से हमला शुरू हो गया साथ ही पथराव से प्रशासनिक टीम में भगदड़ मच गई सभी जान बचाकर उल्टा पैरो जंगल से बाहर भाग खड़े हुए इस दौरान कई सरकारी वाहन भी तोड़फोड़ होने से क्षतिग्रस्त हो गए। इस हमले में 14 वन कर्मी और पुलिस कर्मचारी और एक ग्रामीण घायल हो गए है इस हमले में एक वनकर्मी के हाथ में और एक ग्रामीण की पीठ में तीर भी लगा हैं। घायलों को बुरहानपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। बताया जाता है हमले के समय जंगल में 300 से ज्यादा अतिक्रमण कारी मोजूद थे।

इस टकराव के बाद वरिष्ठ प्रशासन ने संज्ञान लिया और कलेक्टर ने उस इलाके में धारा 144 लगा दी है साथ ही अतिक्रमकारियों पर कारगार कार्यवाही का निर्णय लिया है पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोड़ा ने कहा कि किसी को बख्शा नहीं जायेगा और कानूनी कार्यवाही होगी। बताया जाता है इनसे निबटने के लिए रिजर्व पुलिस फोर्स को भी बुलाया गया हैं। लेकिन उल्लेखनीय है कि पहले भी अतिक्रमण करने वाले असामाजिक तत्वों से वन विभाग और पुलिस की मुठभेड़ हो चुकी है जबकि हाल में अतिक्रमणकारी पकड़े गए अपने लोगों को पुलिस थाने पर हमला कर छुड़ा ले गए थे।

read more
भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल में रेल्वे ट्रैक पर मिला सब इंस्पेक्टर का शव, घर में पत्नी बेटे के भी शव मिले, हत्या के बाद आत्महत्या की आशंका

MP Police SI Suicide Case

भोपाल / मप्र के भोपाल में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर का रेल्वे ट्रैक पर शव मिला है जब पुलिस ने खोजबीन की तो उसके घर पर उसकी पत्नी और मासूम बेटे के शव भी खून से लथपथ मिले है पुलिस को आशंका है कि यह केस मर्डर और सुसाइट का हो सकता है जबकि परिजनों ने किसी साजिश की संभावना जताई है पुलिस इस गंभीर वारदात की तफ्तीश में जुटी है।

भोपाल के पुलिस मुख्यालय की स्पेशल ब्रांच में कार्यरत सब इंस्पेक्टर सुरेश खांगुड़ा (32साल) का शव शुक्रवार की रात पौने बारह बजे हबीबगंज रेलवे स्टेशन के आगे मिसरोद क्षेत्र में मिला था इस समय उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई सुबह घटना स्थल के पास जब उनकी मोटर साइकल मिली तो दरियाफ्त करने पर पुलिस को पता चला कि यह शव सब इंस्पेक्टर संतोष खांगुडा का हैं।

इसके बाद मिसरोद थाना पुलिस इनके कोलार रोड स्थित राजवैध कॉलोनी में इनके घर पर पहुंची लेकिन घर पर बाहर से ताला लगा था और टीवी की आवाज आ रही थी पुलिस ने किसी तरह खिड़की के रास्ते घर में दाखिल हुई तो अवाक रह गई घर के एक कमरे के फर्श पर उनकी पत्नी कृष्णा (28 साल) का शव पड़ा था और दूसरे कमरे के पलंग पर उनके मासूम बेटे इवांग का शव पड़ा था प्रथम दृष्टया दोनों की धारदार हथियार से हत्या की गई थी और खून फैला था आसपास जांच करने पर पुलिस को मीट काटने वाला एक बड़ा छुरा (बका) भी मिला संभवत इसी से दोनों की हत्या करना प्रतीत होता था। पुलिस को कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है।

पुलिस सब इंस्पेक्टर सुरेश खांगुडा मूल रूप से आगर मालवा के रहने वाले थे और जो 2017 बैच के सब इंस्पेक्टर थे उन्होंने कृष्णा से लव मैरिज की थी और पिछले 5 साल से वह कोलार रोड के मकान में पत्नी बच्चे के साथ रह रहे थे वह पुलिस मुख्यालय की स्पेशल ब्रांच में पदस्थ थे बताया जाता है 17 मार्च को उनके बेटे का बर्थ डे था।

उनके साले हरीश वर्मा के मुताबिक कृष्णा हम चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी और हमारे परिवार ने दोनों की अरेंज मेरिज की थी कृष्णा ने उन्हें आजतक किसी परेशानी या तनाव की बात नही कही सबकुछ ठीकठाक था उन्होंने किसी साजिश की आशंका जताई है। साले के मुताबिक वह अपनी बहन के घर के पास ही रहते है और दो दिन पहले उसकी जीजाजी से बात हुई थी जबकि शुक्रवार को रात 7.30 बजे उसकी बहन कृष्णा से भी बात हुई थी उसने मुझसे गेंहू पिसाने को भी बोला था।

इधर इस घटना को लेकर भोपाल के पुलिस महकमे में भी हलचल के साथ काफी मायूसी है जबकि मिसरोद पुलिस ने मामला कायम जांच में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक तौर पर यह हत्या और आत्महत्या का केस लगता है पुलिस का मानना है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में इस तरह से बेरहमी से हत्या होती है पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही हैं कोलार इलाके के एसीपी सुरेश दामले का कहना है कि प्रथम दृष्टया लगता है रात के वक्त सब इंस्पेक्टर ने पति बेटे के पहले हत्या की और उसके बाद रेलवे ट्रेक पर रेल के आगे आकर खुदकुशी कर ली।

read more
मध्य प्रदेशशिवपुरी

मप्र के माधव नेशनल पार्क में 27 साल बाद फिर गूंजी बाघों की दहाड़, शिवराज सिंधिया ने किए पार्क के बाड़े में 2 बाघ रिलीज

Shivraj and Scindia released 2 tigers in Madhav National Park

शिवपुरी / मध्यप्रदेश का शिवपुरी नेशनल पार्क अब बाघों की दहाड़ से गूंज उठा है आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां दो बाघों को बाड़े में रिलीज किया 15 दिन बाद इन्हें खुले जंगल में छोड़ दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क पहुंचे और एक नर और एक मादा टाइगर को उनके लिए निर्धारित बाड़ों में छोड़ा जब नर बाघ ने पिंजरे से बाहर बाड़े में प्रवेश किया तो जोरदार दहाड़ लगाई और फिर दौड़ लगा दी। जैसा कि दो बाघिन और एक नर बाघ को आज छोड़ा जाना था लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व से आने वाली बाघिन घायल है इसलिए फिलहाल उसे नही लाया गया ठीक होने के बाद उसे तीन चार दिन बाद लाया जायेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क पहुंचे और एक नर और एक मादा टाइगर को उनके लिए निर्धारित बाड़ों में छोड़ा जब नर बाघ ने पिंजरे से बाहर बाड़े में प्रवेश किया तो जोरदार दहाड़ लगाई और फिर दौड़ लगा दी। जैसा कि दो बाघिन और एक नर बाघ को आज छोड़ा जाना था लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व से आने वाली बाघिन घायल है इसलिए फिलहाल उसे नही लाया गया ठीक होने के बाद उसे तीन चार दिन बाद लाया जायेगा। बाघों के रिलीज करने के दौरान भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा सांसद केपी यादव मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया वन मंत्री विजय शाह मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया भी मोजूद थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाघ मित्रों से भी मुलाकात भी की और उन्हें उनकी जिम्मेदारी से अवगत कराया साथ ही सीएम ने कहा कि माधव नेशनल पार्क में बाघों के आने से इस क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार के अवसर बड़ेंगे।

छोड़े गए बाघों में मादा टाइगर बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लाई गई है जो 500 किलोमीटर का रास्ता तय कर आज सुबह 8 बजे शिवपुरी पहुंची थी जबकि नर बाघ सतपुड़ा अभ्यारण नर्मदापुरम से लाया गया है जो पिंजरे में 400 किलोमीटर दूरी से यहां 11 बजे आया जो केवल 3 साल का है लेकिन डीलाडोल में काफी बड़ा हस्टपुष्ट आकर्षक और पूर्ण व्यस्क दिखता है। लेकिन इन्हें छोड़ने से पहले ट्रको में ही रखा गया और ट्रक स्टार्ट रखे गए जिससे इन्हें लगे यह अभी भी सफर कर रहे है और कोई उत्पात ना करें। जानकारी के मुताबिक पन्ना टाइगर रिजर्व से आने वाली बाघिन कल रात तक फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम को नही मिली आज सुबह तड़के हाथियों के साथ टीम ने जब हांका किया तो वह घायल अवस्था में मिली जिसका चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया जा रहा हैं।

माधव नेशनल पार्क के सीसीएफ उत्तम शर्मा के मुताबिक पार्क के बीच बलारपुर कक्षा क्रमांक एक में बाघों के पुनर्वास के मद्देनजर 4 हजार हेक्टेयर का बड़ा एनक्लोजर (बाड़ा) बनाया गया है तीन हिस्सों के इस बाड़े की ऊंचाई 16 फुट रखी गई है तीनों बाघों के लिए अलग अलग एनक्लोजर है प्रत्येक में 6 ..6 हजार लीटर के सोसर बनाएं गए है जिसके पानी का टेस्ट किया जा चुका है इस सौसर का बाहर से पाइप लाइन से कनेक्शन किया गया हैं।

इन बाड़ों में सेटेलाईट के साथ बाघों को कॉलर आईडी से लैस किया जायेगा। सीसीएफ के मुताबिक सुरक्षा के लिहाज से निगरानी के लिए इन बाड़ों के बाहर 6 मचान बनाएं गए है। उन्होंने बताया 15 दिन बाद इन बाघों को पार्क के काफी सुविधायुक्त झिरना इलाके में छोड़ा जाएगा जहां एक बड़ा झरना जो हमेशा पानी से भरा रहता है और कुछ गुफाएं भी है जहां बाघ अपने परिवार को सुरक्षित रख सकेंगे। माधव नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में बाघों के लिए जंगली जानवरों की भरपूर खुराक है।

read more
error: Content is protected !!