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बिहार के अररिया में पत्रकार की गोली मारकर हत्या से सनसनी, विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

Journalisht shot dead in Arariya Bihar

पटना / बिहार के अररिया जिले में एक वरिष्ठ पत्रकार की उसके घर पर गोली मारकर हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है बताया जाता है मृतक अपने भाई की हत्या का एकमात्र गवाह था जिसे लगातार धमकियां दी जा रही थी लेकिन इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है और इस घटना के लिए विपक्ष उन्हें दोषी बता रहा है।

यह खूनी वारदात शुक्रवार को सुबह तड़के की है कुछ लोगों ने घर में सौ रहे विमल यादव को बाहर बुलाया और बातचीत के दौरान उन्हें गोली मार दी जो उनके पेट में लगी गोली लगने के बाद वह वही गिर गए वहीं फायरिंग करने वाले बदमाश फरार हो गए गोली की आवाज सुनकर उनके परिवार के लोग दौड़े आसपास से भी काफी भीड़ भी इकट्ठा हो गई। परिजन उन्हे अररिया के सादर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बताया जाता है पत्रकार विमल यादव जागरण अखबार में काम करते थे आज से 4 साल पहले इनके भाई शशिभूषण सिंह जो सरपंच थे उनकी भी गोली मारकर है हत्या की गई थी उस घटना के पत्रकार विमल यादव एक चश्मदीद गवाह थे जिसकी सुनवाई कोर्ट में चल रही थी इस केस में दो तीन गवाही और बची थी।

अररिया थाना पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला कायम कर लिया है और उनकी खोजबीन शुरू कर दी है।

खास बात है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना के 24 घंटे पहले ही अपराधों में कमी और कानून व्यवस्था में सुधार का दावा किया था लेकिन इस पत्रकार हत्याकांड से उनके दावे खोखले साबित हो गए। इधर इस घटना को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान ने इस हत्याकांड के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि बिहार में अपराध लगातार बड़ते जा रहे है और सरकार कानून व्यवस्था बनाएं रखने में पूर्णता नाकामयाब हो रही हैं। जबकि सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले को देखने के निर्देश दे दिये थे ।

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बिहार में जातिगत जनगणना पर लगी रोक हटी, पटना हाईकोर्ट का फैसला

Patna Highcourt

पटना/ पटना हाईकोर्ट ने प्रदेश में शुरू की गई जातिगत मतगणना पर लगाई अंतरिम रोक हटा दी है साथ ही इसको लेकर दायर सभी याचिकाएं खारिज कर दी हैं जैसा कि बिहार की नीतीश सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश में जातिगत जनगणना शुरू कराई थी।

बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने राज्य में आर्थिक सामाजिक सर्वे के आधार पर जातिगत जनगणना शुरू की थी तीन चरणों में होने वाली यह जनगणना का पहले चरण शुरूआत 7 से 14 अप्रैल तक हुई थी उसके बाद दूसरे चरण में 15 अप्रैल से 15 मई तक की जब जनगणना शुरू हुई तो बीजेपी नेताओं ने पटना हाईकोर्ट में उसके खिलाफ एक याचिका दायर कर दी जिसपर अदालत ने उसपर अंतरिम रोक लगा दी थी लेकिन आज हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने जातिगत जनगणना पर लगाई अंतरिम रोक हटाने का फैसला सुनाया है।

हाईकोर्ट के इस निर्णय का बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने स्वागत किया है और कहा कि यह बिहार की जनता और सरकार दोनों की जीत है उन्होंने कहा कि यह फैसला बिहार के गरीब और शोषितों के हित में है यह एक प्रगतिशील निर्णय है आर्थिक और सामाजिक सर्वे के आधार पर होने वाली जातिगत जनगणना से गरीबों के उत्थान और विकास को गति मिलेगी उन्होंने कहा बीजेपी बेवजह इसमें अडंगा लगा रही थी उन्होंने आरोप लगाया कि वह हमेशा से दोहरे मापदंड अपनाती रही है।

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पटना में 15 विपक्षी पार्टी एक साथ आई, बीजेपी को हराने मिशन 2024 का रोडमेप बनाने जुटे दल, अध्यादेश पर रुख साफ करे कांग्रेस कहा केजरीवाल ने

Opposition Meeting In Patna

पटना / बिहार की राजधानी पटना में आज विपक्षी नेताओं की बैठक हुई जिसमें 15 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने का रोडमेप तैयार किया गया करीब तीन घंटे चली बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के साथ सीट बटवारे को लेकर चर्चा हुई। संभावना है कि अगली बैठक 10 से 12 जुलाई के बीच शिमला में हो सकती है।

बैठक में 15 राजनीतिक पार्टियों के 22 नेताओं ने शिरकत की मीटिंग में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी एनसीपी नेता शरद पवार सांसद सुप्रिया सुले आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जेडीयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सांसद संजय झा जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे संजय राउत आदित्य ठाकरे सीपीआई के नेता डी राजा सीपीआईएम के नेता सीताराम येचुरी सीपीआई (एमसी) दीपांकर भट्टाचार्य पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला तामिलनाडू के मुख्यमंत्री एवं डीएमके नेता एवं तामुलानाडू के सीएम एमके स्टालिन आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सांसद संजय सिंह आप नेता राघव चड्डा प्रमुख रूप से मोजूद रहे।

विपक्ष की यह बैठक सीएम आवास स्थित अणे मार्ग पर 12 बजे शुरू हुई बैठक के प्रारंभ में जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने बैठक का उद्देश्य और आपस में तालमेल कर केंद्र की मोदी सरकार को आगामी 2024 के चुनाव में कैसे हराया जा सकता है इसपर सभी पार्टियों के नेताओं से सुझाव मांगे उन्होंने कहा यदि हम एक रणनीति बनाकर चुनाव में उतरते है तो यह कार्य पूर्ण रूप से संभव हैं। इसके उपरांत कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे सहित अन्य नेताओं ने अपने विचार रखे बैठक खास बात है बैठक के दौरान हुई बातचीत को गोपनीय रखा गया मीडिया को भी आयोजन स्थल से 200 मीटर दूर ही रोक दिया गया था

इससे पहले आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता राहुल गांधी एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और उनके पुत्र आदित्य ठाकरे पटना पहुंचे राहुल गांधी और खड़गे का एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वागत किया इसके बाद यह दोनों प्रदेश मुख्यालय पहुंचे।

बिहार के कांग्रेस ऑफिस सदाकत आश्रम पर राहुल गांधी 7 साल बाद आए है इससे पहले वे 2015 में यहां आएं थे उनके बिहार आने और संबोधन करने से बिहार के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह और नई ऊर्जा का संचार होता दिखा इस मौके पर उन्होंने बिहार के कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ों की विचारधारा है दूसरी तरफ बीजेपी आरएसएस की भारत तोड़ो की विचारधारा है कांग्रेस वह पार्टी है जो हमेशा गरीब शोषितो वंचितो के साथ खड़ी है हम सब मिलकर बीजेपी को हराएंगे। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा बिहार देश का डीएनए है यही से देश की आजादी में महात्मा गांधी आंदोलन शुरू किया था और यहां से ही देश को पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद मिले थे। इससे पूर्व टीएमसी नेता ममता बनर्जी कह चुकी है कि सभी को अपनी महात्वकांक्षाए छोड़ना होंगी कोई भी अपना दबदबा ना बनाएं सभी को समानता मिले।

अध्यादेश पर समर्थन नहीं तो कांग्रेस के साथ नहीं बैठेंगे कहा केजरीवाल ने …

बैठक के बाद हुई ज्वाइंट प्रेस कान्फ्रेस से पहले ही आप नेता अरविंद केजरीवाल दिल्ली लौट गएं उसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी सरकार के दिल्ली को लेकर अध्यादेश पर सभी पार्टियां ने हमारा समर्थन करने को अपनी सहमति दी है लेकिन कांग्रेस ने अभी तक अपना रुख साफ नही किया है यदि कांग्रेस अध्यादेश के विरोध में हमारा समर्थन नहीं करती तो हम अगली बैठक में कांग्रेस के साथ नही बैठेंगे।

नीतीश कुमार ने कहा अगली बैठक जल्द, कोन कहा से लड़ेगा चुनाव उसे अंतिम रूप देंगे…

मुख्यमंत्री आवास पर हुई ज्वाइंट प्रेस कान्फ्रेस में नीतीश कुमार ने कहा कि सभी नेताओं ने बहुत महत्वपूर्ण सुझाव और विचार रखे अगली बैठक जल्द की जायेगी जिसमें विपक्षी पार्टियों के मिशन को अंतिम रूप दिया जाएगा कि कोन कहा से और कैसे चुनाव लडेंगे।

पार्टियों में डिफ्रेसिज़ है लेकिन हम साथ खड़े है कहा राहुल गांधी ने …

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हिंदुस्तान की नीव पर हमला हो रहा है बीजेपी आरएसएस आक्रमण कर रहे है मैंने मीटिंग में कहा हम सब एक साथ खड़े हैं सभी पार्टियों में थोड़ा थोड़ा डिफ्रेसिज है लेकिन हम एकजुट है और एकसाथ काम करेंगे और अगली मीटिंग में इसे और बढ़ाएंगे।

इस लड़ाई में अपना खून भी बहाना पड़े तो बहाएंगे कहा ममता बनर्जी ने …

टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में जो बैठक का आयोजन हुआ उसे नीतीश जी ने बहुत ही अच्छे तरीके से अंजाम दिया पटना से ही जनआंदोलन शुरू होता है दिल्ली में कई बार मीटिंग हुई लेकिन उसका निष्कर्ष नहीं निकलता आज मीटिंग में तीन बाते तो क्लियर हुई पहला हम एक है दूसरा हम एकसाथ लड़ेंगे और तीसरा जो भी पोल्टिकल एजेंडा बीजेपी लाएं उसका हम सब मिलकर मुकाबला करेंगे। ममता बनर्जी ने यह भी कहा आज इतिहास का बड़ा दिन है यदि अपना खून भी बहाना पड़ा तो हम बहाएंगे।

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पटनाबिहार

मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्ष, पटना में बैठक कल नेताओं का आना शुरू, ममता मिली लालू से

Bihar Vidhan Sabha

पटना / देश की विपक्षी राजनेतिक पार्टियां 23 जून शुक्रवार को पटना में एकसाथ बैठने वाली है जो अगामी 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरने पर मंथन करेगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए कुछ पार्टियों के नेता पटना पहुंचना शुरू हो गए हैं। आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पटना पहुंच गई और उन्होंने आरजेडी नेता लालूप्रसाद यादव से मुलाकात की।

जेडीयू नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों की बदौलत सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेता बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुट हुए है और जो विपक्षी दल के नेता इस बैठक में शिरकत करने पंहुच रहे है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के महासचिव डी राजा, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी एनसीपी नेता शरद पवार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव , उद्धव ठाकरे (शिवसेना उद्धव गुट) नेशनल कॉन्फ्रेस नेता फारुख अब्दुल्ला जेएमएम नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सीपीआई (एमएल) के नेता दीपाकंर भट्टाचार्य, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, तामिलनाडू के मुख्यमंत्री स्टालिन प्रमुख रूप से शामिल होंगे।

लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती एक दिन पहले गुरुवार को पटना पहुंच गई है पटना पहुंचने के बाद ममता बनर्जी आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव से मिलने उनके बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के निवास पर पहुंची इस अवसर पर उनके साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी थे। इसके बाद उन्होंने कहा कि कल की बैठक के बारे में अभी मै कुछ नही कह सकती लेकिन मैं भारत के नए भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हूं और उम्मीद है कल बड़ा फैसला होगा उन्होंने यह भी कहा बीजेपी के खिलाफ हम एकजुट होकर अच्छे से लड़ सकते हैं।

विपक्षी एकता की इस मीटिंग का शेड्यूल तैयार हो गया है शुभारंभ जेडीयू नेता नीतीश कुमार के भाषण से होगा उसके उपरांत सभी दलों के नेता अपने विचार रखने के साथ 2024 की रणनीति को लेकर अपने सुझाव रखेंगे। अंत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का संबोधन होगा।

लेकिन इस बैठक से पूर्व आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सबसे पहले मोदी सरकार दिल्ली राज्य को लेकर जो अध्यादेश ला रही है उसपर विपक्षी अपनी राय बैठक में रखे लेकिन आज उन्होंने नई शर्त रख दी उन्होंने कहा पहले कांग्रेस इस अध्यादेश के बारे में अपना रुख स्पष्ट करें क्यों कि यह सिर्फ दिल्ली का सवाल नहीं है यह देश के संविधान और लोकतंत्र के भी खिलाफ है जिससे सभी दलों को भविष्य में सामना करना पड़ सकता हैं

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रावड़ी देवी के बाद CBI ने लालूप्रसाद यादव से भी की पूछताछ, बेटी रोहणी ने लालू को कुछ होने पर दिल्ली की कुर्सी हिलाने की दी चेतावनी

CBI

नई दिल्ली, पटना / रेल्वे ने नोकरी के बदले जमीन लेने के आरोप में सीबीआई ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव से पूछताछ की जबकि सोमवार को सीबीआई ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से 4 घंटे पूछताछ की थी।एक तरफ विपक्ष इसके विरोध में केंद्र पर हमलावर है तो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहणी आचार्य ने केंद्रीय सरकार को खुली चुनौती देते हुए उन्हें बेवजह परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उनके पापा को कुछ हुआ तो दिल्ली की कुर्सी हिल जायेंगी। इस मामले में कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने का समन जारी किया हैं।

मंगलवार की सुबह सीबीआई के अधिकारी दिल्ली स्थित लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के स्थित आवास पर पहुंचे और उन्होंने उनसे करीब करीब 2 घंटे 20 मिनट तक पूछताछ की खास बात है उनसे सीबीआई ने दूसरी बार पूछताछ की हैं जबकि दो

मंगलवार की सुबह सीबीआई के अधिकारी दिल्ली स्थित पूर्व तेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के पंडाला रोड स्थित आवास पर पहुंचे और उन्होंने लालू प्रसाद यादव से करीब करीब 2 घंटे 20 मिनट तक पूछताछ की और उसके बाद सीबीआई की टीम वापस चली गई। खास बात है उनसे सीबीआई ने दूसरी बार पूछताछ की हैं जबकि सोमवार को पटना में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री रावड़ी देवी से लगातार 4 घंटे तक गहन पूछताछ की थी। इसके बाद मीडिया के सबाल पर रावड़ी देवी ने कहा कुछ है ही नहीं फिर हम क्या बताएंगे।

बताया जाता है यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे उनपर आरोप है कि उन्होंने मंत्री पद के दौरान रेल्वे की भर्तीयों में घोटाला किया और जिन लोगों की नोकरी लगाई उनसे उसके एवज में उनकी जमीन के 12 प्लाट ले लिए रेल्वे प्रशासन की 2021 में शिकायत के बाद जांच हुई और सीबीआई ने 16 लोगों पर एफआईआर दर्ज की जिसमें लालू प्रसाद यादव और रेल्वे अफसरों सहित जिन लोगों की रेल्वे में नोकरी लगी उन्हें आरोपी बनाया हैं। जबकि सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव को गिरफ्तार भी कर लिया हैं।

सीबीआई इस मामले की चार्जशीट दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल कर चुकी है और कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने का समन जारी किया हैं।

लेकिन सीबीआई की इस कार्यवाही से विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है खास बात है हाल में देश के 9 राष्ट्रीय दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर केंद्रीय एजेंसियों की कार्यवाही पर अंकुश लगाने की मांग की थी और उसके दूसरे दिन ही लालू प्रसाद यादव और उनके परिजनों से रेल्वे में नोकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ शुरू हो गई जबकि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पहले ही कहा था हमारे सरकार बनाने पर हम पर केंद्रीय संस्थाओं की कार्यवाही होगी लेकिन हम उससे डरने वाले नही हैं। इधर लालू प्रसाद यादव को अपनी किडनी देकर उनका जीवन बचाने वाली छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने एक ट्वीट में कहा है कि मेरे पापा को बेवजह परेशान किया जा रहा है यह कतई ठीक नहीं है यदि मेरे पापा को कुछ हो गया तो मैं किसी को नही छोडूंगी और दिल्ली की कुर्सी हिला दूंगी।

जबकि बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि जो किया है उसका फल तो मिलेगा कार्यवाही पर सबाल करने वाले बताएं कि रांची और भुवनेश्वर में दो होटल बेचे या नहीं उन्होंने पटना की बड़ी जमीन परिवार को दी या नहीं।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के यहां सीबीआई रेड पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी पर हमला करते हुए अपने ट्वीट में कहा कि जो विपक्षी नेता भाजपा के सामने झुकने को तैयार नहीं है उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है अब लालूप्रसाद यादव और उनके परिवार को प्रताड़ित करने का काम भाजपा कर रही है राबड़ी देवी से भी सीबीआई ने पूछताछ की उन्होंने आरोप लगाया भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती हैं।

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बिहार में आज से जातिगत मतगणना होगी शुरू, हमने जो कहा उसे पूरा किया कहा मुख्यमंत्री ने

पटना / बिहार में 8 जनवरी से जातिगत मतगणना का कार्य प्रारंभ हो रहा है दो चरणों में संपन्न होने वाले इस मतगणना के इस कार्यक्रम में पहला चरण 8 जनवरी से 21 जनवरी तक होगा जिसमें प्रदेश में जाति बायज घरों की गिनती का काम होगा इसके बाद 1 से 30 अप्रैल तक जातिगत मतगणना का दूसरा चरण पूरा होगा जिसमें स्किल के आधार पर जातिगत जनगणना होगी जिसमें प्रत्येक जातिवर्ग पिछड़ा दलित और अनुसूचित जाति जनजाति और सामान्य वर्ग की 204 जातियों की जनसंख्या की सिलसिलेबार जनगणना की जायेगी। इस जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जून में आयेगी बताया जाता है इस कार्य में 500 करोड़ की राशि खर्च होगी।

इससे पहले ब्रिटिश शासन के समय 1931 में जातिगत जनगणना हुई थी जबकि केंद्र सरकार ने 2011 में जनगणना कराई थी उसके बाद आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण हुआ लेकिन डेटा जारी नहीं हुआ था अब 2023 में 2 लाख कर्मचारी प्रदेश की 14 करोड़ आबादी का सर्वे करेंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बारे में कहा कि जातीय आधार पर गणना से देश के विकास और हर तबके के उत्थान में बहुत मदद मिलेगी, हम लंबे समय से केंद्र सरकार से जातिगत मतगणना की मांग करते आए है हमने अपने प्रदेश की जनता को पहले ही जातिगत मतगणना कराने का भरोसा दिया था अब हमने जो कहा था उसे पूरा करने जा रहे हैं।

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बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 40 हुई, बीजेपी के हंगामे पर नीतीश ने कहा शराबबंदी पर थी आपकी सहमति

Liquor Poison

पटना / बिहार के में जहरीली शराब पीने के बाद मरने बालों की तादाद बड़ती जा रही है अभी तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है इधर विपक्षी बीजेपी के सड़क पर सरकार को घेरने के साथ विधानसभा में हंगामे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की बीजेपी यह ना भूले कि जब सरकार बिहार में शराबबंदी का निर्णय ले रही थी तो उसमें आपकी भी पूरी सहमति थी। इधर आबकारी विभाग को छपरा के मशरख थाने में स्प्रिट के ड्रम मिले है जिसमें से कई ड्रम खाली थे और स्प्रिट गायब थी आबकारी विभाग ने स्प्रिट के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।

बिहार में नीतीश सरकार ने शराबबंदी लागू की है पिछले दिनों बिहार में अवेध जहरीली शराब पीने से करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है सबसे ज्यादा 22 लोगों की भागलपुर में मौत हुई है इसके अलावा बांका में 12 और मधेपुरा में 3 लोगों की यह जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है और यह सिलसला फिलहाल थमा नहीं है जहरीली शराब के सेवन से मौतो को लेकर विपक्ष पार्टी बीजेपी नीतीश कुमार सरकार को दोषी बताते हुए इसे कटघरे में खड़ा कर रही है साथ ही बीजेपी ने विधानसभा में इसको लेकर जोरदार हंगामा किया जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में बीजेपी के आरोप पर कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से संवेदनशील है और शराबबंदी के बाद भी शराब बिहार में आ रही है इसकी गंभीरता से जांच होगी और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी वहीं बीजेपी के हंगामे पर उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर उनकी भी सहमति थी। लेकिन नीतीश कुमार ने यह कह कर विपक्ष को हमलावर होने का मौका दे दिया कि जो शराब पियेगा वह तो मरेगा ही।

सरकार ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन भी किया है जिसमें प्रशासन आबकारी विभाग और वरिष्ठ पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को शामिल किया गया है। इधर एक जांच के दौरान आबकारी विभाग अमला आज छपरा के मशरख पुलिस थाने में पंहुचा था जहां उसने वहां जब्त शुदा स्प्रिट के ड्रमो की जांच की तो पाया कि अनेक ड्रम खाली थे और उसमे रखा स्प्रिट गायब था विभाग ने जिन ड्रमों में स्प्रिट भरी पाई उसके आधा दर्जन से अधिक सैंपल लिए और जांच के लिए भेजे पुलिस यह जांच कर रही है कही यही स्प्रिट तो नही जिसको शराब के रूप में बेचा गया जिससे यह मौते हुई हैं।जैसा कि इस घटना के बाद प्रशासन ने एक थाना प्रभारी और दो पुलिस कर्मियों को पहले ही सस्पेंड कर दिया है।

जैसा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है उसके बावजूद दूसरे राज्यों से अवेध रूप से शराब लाने का सिलसिला और उसकी छुपाचोरी बिक्री लगातार जारी है।सत्ता पक्ष का खुला आरोप है कि यह शराब अधिकतम उत्तर प्रदेश से तस्करी करके बिहार लाई जा रही हैं। लेकिन सवाल उठता है कि बिहार का प्रशासन और पुलिस इसपर अंकुश क्यों नही ला पा रही। खास बात है लेकिन जहरीली अवेध शराब पीने से हुई मौतों का यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी जहरीली शराब से दर्जनों लोग बेमौत मारे जा चुके है जो गंभीर पहलू हैं।

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नीतीश सरकार का विस्तार 31 मंत्री बने, विभागो का बंटवारा हुआ, पिछड़े अति पिछड़े वर्ग के मंत्री अधिक

Tejaswi and Nitish Kumar

पटना / बिहार में नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार में आज 31 मंत्री बनाए गए है और उनके विभागों का बटवारा भी हो गया है मंत्रिमंडल में राष्ट्रीय जनता दल का दबदबा रहा है मंत्रिमंडल में जनता दल यूनाईटेड के 11 राष्ट्रीय जनता दल से 16 कांग्रेस से 2 एक हम पार्टी और एक निर्दलीय विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया हैं जबकि मुख्यमंत्री ने गृह सहित 5 विभाग अपने पास रखे है और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य सहित चार विभाग की जिम्मेदारी दी गई हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह विभाग सामान्य प्रशासन निर्वाचन और सचिवालय निगरानी विभाग अपने पास रखा है जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य नगर विकास पीडब्ल्यूडी सहित ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी मिली है और उनके भाई तेजप्रताप यादव को वन, पर्यावरण एवं जलवायु मंत्री बनाया गया है।

इसके अलावा शीला कुमारी परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ग्रामीण विकास मंत्री आफाक आलम पशु एवं मत्स्य मदन सहनी समाज कल्याण मंत्री वही जीतमराम माझी के बेटे विधायक संतोष सुमन को अनुसूचित जाति जनजाति विभाग का मंत्री सुधाकर सिंह कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत पर्यटन मंत्री अशोक चौधरी भवन मंत्री सुरेंद्र यादव सहकारिता मंत्री लेशीसिंह खादध्य एवं उपभोक्ता मंत्री उपेंद्र यादव को खान एवं उत्खनन मंत्री मोहम्मद जमा खान को अल्पसंख्यक विभाग का मंत्री बनाया है जबकि शमीम अहमद को गन्ना उधोग मंत्री कार्तिकेय सिंह कोनकानून मंत्री, शाहनवाज को आपदा प्रबंधन मंत्री विजेंद्र यादव को ऊर्जा मंत्री और विजय कुमार चौधरी को वित्त वाणिज्य एवं संसदीय मंत्री बनाया गया है।

खास बात है नीतीश केबिनेट में दलित और पिछड़ों को पिछली बार से ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया गया है जबकि अगड़ी जाति के मंत्रियों की तादाद में कमी आई हैं पिछड़े और अति पिछड़े केटेगरी के 17 दलित वर्ग से 5 और मुस्लिम वर्ग से 5 मंत्री बने है एनडीए सरकार में 11 मंत्री अगड़ी जाति से थे जिनकी संख्या अब 6 रह गई है और ओबीसी ईबीसी के 13 और 2 मुस्लिम मंत्री थे। जबकि इस केबिनेट में यादव जातिवर्ग के सबसे अधिक 8 मंत्री केबिनेट में शामिल किए गए हैं।

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2014 जीतने वाले 2024 जीत कर दिखाए, डराने धमकाने का काम कर रही हैं बीजेपी, नीतीश तेजस्वी के बयान क्या कहते है, बिहार में बीजेपी के सत्ता से बाहर होने से विपक्षी एकता को बल मिला ?

Tejaswi and Nitish Kumar

पटना/ नई दिल्ली/ बिहार में सत्ता पलटने के बाद देश की राजनीति में खासी हलचल देखी जा रही है खासकर 2024 में विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी और नरेंद्र मोदी को किस तरह की चुनौती दे सकता है इस पर गहन चर्चा, बयानबाजी और मिलने जुलने का दौर जारी हैं और बिहार से शुरू हुई बदलाव की लहर क्या आगे होने वाले लोकसभा चुनाव में भी अपना रंग दिखा पाएगी और क्या नरेद्र मोदी और बीजेपी के मुकाबले समूचा विपक्ष एकजुट होकर आने वाले 2024 के चुनाव में उतरेगा अब यह सवाल भी उठ रहे हैं।

बिहार में बीजेपी से अलग होकर नीतीश कुमार आरजेडी कांग्रेस और लेफ्ट के सहयोग से आठवीं बार फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गए उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह प्रादेशिक पार्टियों के साथ साथ उनकी जेडीयू को खत्म करने की साजिश के साथ उन्हें सत्ता से हटाने की फिराक में थी समय रहते वह सावधान हो गए। नीतीश कुमार ने एक बयान में पहले कहा था कि 2014 जीत हासिल करने वाले 2024 में जीत हासिल करके दिखाए साफ संकेत है कि बीजेपी के लिए आगे की राह अब मुश्किल है नीतेश कुमार ने सीएम बनने के बाद कहा कि मेरा काम सभी से मिलना जुलना रहा है विपक्ष एकजुट रहे मिलकर आगे बड़े इसमें क्या बुराई है जबकि उन्होंने यह भी कहा कि पीएम उम्मीदवार बनने की उनके मन में कोई बात नही हैं।

लेकिन राजनीति के गलियारे में यह भी सबाल उठ रहे है कि नीतीश कुमार के रूप में विपक्ष को एक सर्वमान्य और बेदाग नेता मिल गया है। क्योंकि पिछले दिनों यह भी कहा जा रहा था कि 10 महिने बाद नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति करेंगे और बिहार के मुख्यमंत्री पद पर तेजस्वी यादव आसीन होंगे।

इधर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पद भार ग्रहण करने के तुरंत बाद दिल्ली आए और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के साथ वे वामपंथी नेता सीताराम येचुरी और डी राजा से भी मिले।इस दौरान उन्होंने आरजेडी प्रमुख और अपने पिता लालूप्रसाद यादव से भी चर्चा की।

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी देश की सभी विपक्षी पार्टियों और नेताओं को डराने धमकाने में लगी हैं साफ है वह विपक्ष और प्रांतीय राजनेतिक पार्टियों को समाप्त कर देश से लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश कर रही हैं।

साफ है बिहार की सता से बीजेपी का बाहर होना उसके प्रदेशों में जीत के अश्वमेघ के घोड़े को रोकने जैसा है जबकि एनडीए गठबंधन से कई पार्टियों के दूर होने से भी बीजेपी घटक हाल में कुछ कमजोर भी हुआ है और अब बिहार में सत्ता परिवर्तन से विपक्षी पार्टियों में एक आशा का संचार तो जरूर हुआ हैं लेकिन अभी अरविंद केजरीवाल ममता बनर्जी सी चंद्रेशेखर शरद पवार सहित अन्य विपक्षी पार्टियों और उनके नेताओं का रुख क्या रहता है यह भी देखना जरूरी होगा।

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बिहार में सियासी खेल चट इस्तीफा पट सरकार, नीतीश का राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश, कल शपथ, मुझे धोखा मिला कहा नीतीश ने

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पटना / बिहार में आज तेजी से सियासी समीकरण बदलते देखे गए मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया और राज्यपाल को अपना इस्तीफा भी सौप दिया और महागठबंधन में शामिल होकर विधायक दल के नेता बनने के साथ आज ही नीतीश कुमार ने बिहार का मुख्यमंत्री बनने के लिए राज्यपाल के समक्ष अपना दावा भी पेश कर दिया। बाद में खबर आई है कि राज्यपाल ने उन्हें कल शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है।इधर नीतीश कुमार ने कहा उन्हें धोखा मिला बीजेपी उन्हें और जेडीयू को ही खत्म करना चाहती थी।

नीतीश ने छोड़ा बीजेपी का साथ महागठबंधन के साथ आए –

जेडीयू के साथ आरजेडी कांग्रेस और लेफ्ट के आने और उन्हें अपना समर्थन देने के बाद नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे और राज्यपाल फागू सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौप दिया वहां से वापस आने के बाद वे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के घर पहुंचे और वहां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से ओपचारिक मुलाकात की इसके बाद नीतीश कुमार को महागठबंधन के विधायक दल का नेता चुना गया। उसके लिए आयोजित बैठक में तेजस्वी यादव काग्रेस अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके तत्काल बाद नीतीश कुमार फिर से राजभवन पहुंचे इस दौरान उनके साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव हम के अध्यक्ष जीतमराम माझी काग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा और जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह यादव भी साथ थे राजभवन पहुंचकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा और बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश किया।

नीतीश कुमार बोले हम 7 पार्टियां बिहार को आगे बढ़ाएंगे –

इस मौके पर मीडिया से चर्चा में नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे साथ आरजेडी सहित 7 पार्टियां है जो मिलकर बिहार को आगे बड़ाने का काम करेंगे पहले जहां समाज को तोड़ने का काम हो रहा था लेकिन अब हम सर्व समाज जोड़ने का काम करेंगे उन्होंने कहा मेरे साथ धोखा हुआ मुझे और मेरी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश बीजेपी करती रही।

बीजेपी का एक काम हटाओं और खरीदो कहा तेजस्वी ने –

जबकि तेजस्वी यादव ने कहा नीतीश कुमार एक अनुभवी नेता है उन्होंने एक निडर निर्णय लिया है उनके नेतृत्व में बिहार को आगे बड़ाने के साथ सामाजिक न्याय का संकल्प पूरा करेंगे। उन्होंने कहा बीजेपी का काम डराओ और खरीदो है जो लोकतंत्र को खत्म कर रही हैं। तेजस्वी यादव ने कहा आज 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन का दिन है जिसमें पहले भी बिहार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है यह आज हमें संदेश देता है कि लोकतंत्र की रक्षा और बीजेपी को हराने के लिए हम सब मिलकर हर संभव कोशिश करेंगे।

कल दोपहर 2 बजे नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ –

राजभवन से आने के बाद खबर आई है कि कल बुद्धवार को दोपहर 2 बजे नीतीश कुमार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया है, सूत्र बताते है नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे साथ ही कुछ मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जा सकती हैं।

नीतीश ने जनादेश के साथ धोखा किया यदि परेशानी थी तो 2 साल क्या करते रहे –

बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कान्फ्रेस में कहा कि नीतीश कुमार ने 2020 में एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था और जनता ने जो मेडेड दिया था वह हमारे साथ मिला लेकिन आज उन्होंने इस जनादेश के साथ धोखा देने का काम किया है जिसका जवाब बिहार की जनता उन्हें भविष्य में देगी। बीजेपी से नाराजी के सवाल पर जायसवाल ने कहा कि यह बात आप खुद नीतीश कुमार से ही पूछिए वह सही तरीके से बता सकते हैं। जबकि बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि बिहार का चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर जीते थे और आज एनडीए गठबंधन तोड़कर दूसरे दलों से मिल गए यदि बीजेपी से परेशानी थी तो दो साल तक मुख्यमंत्री क्यों बने रहे पहले ही क्यों नही गए इसका नीतीश जबाब दें।

बीजेपी का ऑपरेशन लोटस बिहार में हुआ फेल?

लगता है और बीजेपी पर जिस तरह के आरोप लग रहे है कि वह मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी ऑपरेशन लोटस चलाकर जेडीयू को कमजोर करने के साथ नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर करने की फिराक में थी जैसा कि जेडीयू के विधायकों ने बीजेपी के नेताओं पर 6…6 करोड़ के ऑफर देने का आरोप भी लगाया है। यदि यह बात सच है तो बीजेपी को करारा झटका लगा है और कमोवेश बिहार में उसका ऑपरेशन लोटस फेल हो गया हैं। लेकिन देश में बीजेपी या उसके एनडीए गठबंधन की 16 प्रांतों में अभी भी सरकार हैं।

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