पटना / बिहार में पुलिस कर्मियों की मौत की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है पिछले 72 घंटे में दो पुलिस दरोगाओं (ASI) की हत्या की वारदात से पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है। जबकि समस्तीपुर,भागलपुर, पटना और नवादा में भी पुलिस पार्टियों पर हमले हुए है। इधर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला किया है।
बिहार के अररिया जिले के लक्ष्मीपुर पंचायत एरिया में बुद्धवार को पुलिस को एक शातिर अपराधी अनमोल यादव के होने की गोपनीय सूचना मिली थी इस अपराधी को पकड़ने के लिए एएसआई राजीव कुमार मल्ल उर्फ राजीव रंजन के नेतृत्व में पुलिस टीम गांव पहुंची और घेराबंदी कर अनमोल को हिरासत में भी ले लिए इसी बीच वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और ग्रामीणों और अपराधी के परिजनों ने पुलिस कर्मियों को घेर लिया और जबरन अपराधी अनमोल यादव को पुलिस से छुड़ा लिया।
एसपी के मुताबिक इस बीच अफरा तफरी और धक्कामुक्की के दौरान एएसआई राजीव कुमार मल्ल नीचे गिर गए और उन्हें गहरी चोट आई बेहोशी के अवस्था में उन्हें अन्य पुलिस कर्मीयो ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नीचे गिरने से उन्हें गंभीर अंदरूनी चोट आई थी जिससे उन्हें बचाया नहीं जा सका।
लेकिन मृतक एएसआई के परिजन नीचे गिरने से हुई मौत की बात पचा नहीं पा रहे है उनका कहना है पीस कुछ छुपा रही है कोई नीचे गिरने से कैसे मर सकता है। मृतक एएसआई के चाचा कैलाश मल्ल घर के दरवाजे पर बैठे फूट फूट कर रोने लगे और बोले राजीव गांव का जिगर था वह सभी की मदद करता था छह फीट के हट्टे कट्टे जवान की अचानक मौत कैसे हो सकती है उसे कोई बीमारी भी नहीं थी बिल्कुल स्वस्थ्य था उन्होंने पुलिस पर गुमराह करने का आरोप भी लगाया है।
इधर शुक्रवार को मुंगेर के मुफल्लीस थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव में पुलिस को दो गुटों में तीखे झगड़े की खबर मिली थी जिसे शांत कराने के लिए एएसआई संतोष कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा था जब पुलिस दोनों पक्षों को अलग कर सख्ती दिखाते हुए समझाइश दे रही थी इसी बीच कुछ बदमशो ने एएसआई संतोष कुमार के पेट में कटार मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए मौजूद पुलिस कर्मी उन्हें तत्काल मुंगेर के सदर अस्पताल ले कर पहुंचे जहां प्रारंभिक इलाज के बाद उन्हें गंभीर हालत होने से पटना रेफर कर दिया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बाद में दबिश देकर रणवीर कुमार सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एसडीपीओ अभिषेक आनंद के साथ मुफ़ल्लीस थाना प्रभारी चंदन कुमार कोतवाली थाना प्रभारी राजीव कुमार मामले की जांच में जुटे हुए है। बताया जाता है दिवंगत दरोगा संतोष कुमार कैमूर जिले के पिपरा के मोहनिया गांव के रहने वाले थे।
खास बात है इन दो पुलिस एएसएस की हत्या के साथ अन्य 4 जिलों में भी पिछले दिनों पुलिस पर हमले होने की खबरें है। 14 मार्च को समस्तीपुर में पुलिस की टीम पर हमला हुआ जिसमें ग्रामीणों ने पथराव किया। 15 मार्च को भागलपुर में पुलिस बल पर हमला हुआ जिसमें 5 पुलिस कर्मी घायल हो गए, 16 मार्च को पटना जिले के मनेर में नशे में धुत्त लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया जबकि बिहार में पूर्ण नशाबंदी है 16 मार्च को ही नवादा के रजौली थाना पुलिस पर हमला हो गया पथराव में कई के घायल होने की खबर है।
इधर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इन वारदातों को लेकर कहा है कि बिहार में अपराध बढ़ रहे है सरकार सोई हुई है मुख्यमंत्री जी बेहोश है सीएम वही कहते है जो अधिकारी लिख कर देते है नीतीश के राज में पुलिस कर्मियों की सबसे अधिक हत्याएं हुई है प्रदेश में अपराधी बेलगाम हो गए है आए दिन होने वाली हत्याओं से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।