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रेप मर्डर केस को लेकर छात्रों का नबन्ना मार्च, पुलिस से झड़प पथराव, लाठीचार्ज, अश्रुगैस वाटर केनन का इस्तैमाल, कई पुलिस कर्मी छात्र जख्मी, गिरफ्तारी भी हुईं

Student protests in kolkata

कोलकाता/ कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप मर्डर केस के विरोध में आज छात्रों और मजदूर संगठनों ने रबन्ना मार्च और सचिवालय के घेराव का कॉल दिया था जब भीड़ की शक्ल में प्रदर्शनकारी आगे बड़े तो उन्हे त्रिस्तरीय बेरीगेटिंग लगाकर पुलिस ने रोका लेकिन जब प्रदर्शनकारियों ने बेरीगेटिंग हटाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर केनन और अश्रु गैस का इस्तेमाल किया और कुछ जगह लाठी चार्ज कर आंदोलन करने वालों को खदेड़ा। लेकिन पुलिस और युवाओं के बीच लगातार झड़प होती रही जिसमें कई पुलिस कर्मी और छात्र घायल हुए एक दो महिलाएं बेहोश भी हो गई इस दौरान पुलिस ने करीब 50 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

कोलकाता की सड़कों पर आज जमीनी संघर्ष देखा गया। एक छात्र संगठन ने इस घटना को लेकर कॉलेज स्क्वेयर से सचिवालय तक मार्च निकलने का ऐलान सोशल मीडिया के माध्यम से किया था जिससे विधासागर मार्ग से सचिवालय के बीच स्थित हावड़ा ब्रिज सांतराकाछी से एमजी रोड के इलाके को पुलिस ने पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था। छात्रों ने इस आयोजन को नबन्ना मार्च का नाम दिया गया था यह जब यह प्रदर्शनकारी भीड़ की शक्ल में दो तीन रास्तों से राज्य सचिवालय की तरफ बड़े तो हावड़ा ब्रिज पर की गई बेरीगेटिंग पर एक दल को रोका गया,यह तीन स्तरीय बेरीगेटिंग में आगे लोहे के बेरीगेटिंग थी उसे बाद बास की मजबूती दीवार और उसे बाद लोहे के बड़े कंटेनर लगे थे। साथ ही करीब 6 हजार पुलिस और सुरक्षा बल इन्हें रोकने के लिए तैनात किया गया था।

इस दौरान बज्र वाहन दमकल दस्ते वाटर केनन वाहन भी प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लगाए गए थे। जब प्रदर्शनकारियों ने सांतरा काछी पर लगी पहली लोहे की बेरीगेटिंग को तोड़कर आगे बड़ना चाहा तो पुलिस ने उन्हें घेरते हुए खदेड़ दिया। इस बीच पास की गलियों और बाजारों से होते हुए काफी संख्या में लोग जुटने लगे और उन्हें पीछे करने के दौरान जब पुलिस ने वाटर केनन के पानी की बौछार की साथ ही उन्हें तितर बितर करने के लिए अश्रु गैस के गोले दागना शुरू कर दिए जिससे पूरा मार्ग धुआं धुआं हो गया। भीड़ को पीछे करने और हेरीगेटिंग से दूर रखने के लिए कुछ जगह प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया गया इस दौरान भीड़ उग्र हो गई और उसने पुलिस पर पथराव कर दिया साथ ही एक दो पुलिस कर्मियों को घेरकर कुछ लोगों ने उनपर लाठी डंडे भी बरसा दिए।

आगे बड़ते प्रदर्शनकारियों को जब एक जगह पुलिस बल के रोके जाने पर कुछ लड़के लड़कियां और महिलाएं बैनर और तिरंगा झंडा लेकर जमीन पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे इसे बीच वी वांट जस्टिस के नारे गूंज रहे थे।

भीड़ की शक्ल में कुछ प्रदर्शनकारी सचिवालय के नजदीक हेस्टिंग क्षेत्र में भी जा पहुंचे यहां पुलिस ने लोहे के कंटेनर की काफी मजबूत बेरीगेटिंग कर रखी थी जब प्रदर्शनकारी इस तरफ बड़ रहे थे तो एकाएक सुरक्षा साधनों से लैस पुलिस बल उन्हें घेरने के लिए बेरीगेटिंग से निकलकर आगे आ गया और एक साथ भीड़ की ओर बड़ा यह देख प्रदर्शनकारी पीछे हट गए लेकिन पुलिस बल उनके पीछे दौड़ पड़ा तब वह तितर बितर हो गए।

बताया जाता है पुलिस और प्रशासन को जो इनपुट मिले थे उसके मुताबिक यह प्रदर्शन शांति से नही होगा बल्कि उग्र रूप धारण कर स्थिति को बिगाड़ने की गरज से किया जा रहा है इसमें शरारती तत्वों के शामिल होने की भी जानकारी पुलिस को मिली थी।

इधर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना यह आंदोलन सही नही है यह हालत बिगाड़ने की कोशिश है सचिवालय का इलाके में भीड़ के जाने पर प्रतिबंध है इस मार्च और प्रदर्शन की प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई यह मार्च पूरी तरह से अवैध है इसके माध्यम से बंगाल और कोलकाता का माहौल खराब करने की मंशा जाहिर होती हैं।

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा, बंगाल में आज महिला सुरक्षा की बात करना अपराध है दीदी के बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों को संरक्षण देना सम्मान की बात है। जबकि भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी सीएम पद से इस्तीफा दें।

छात्रों पर बर्बरता बरतने और गिरफ्तार छात्रों की रिहाई की मांग को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांतो मजूमदार के नेतृत्व में एक मार्च निकाला गया और जब उन्हें रोका गया तो वह धरने पर बैठ गए। वही बीजेपी ने 27 अगस्त को बंगाल बंद का आव्हान किया है। लेकिन सरकार की तरफ से अधिसूचना जारी करते हुए कहा गया है कि बुद्धवार को किसी तरह का बंद नही है सभी दफ्तर और अन्य प्रतिष्ठान खुले रहेंगे सभी अपने कार्यालय में काम पर रहे।

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कोलकाता रेप – मर्डर केस, सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद संजय पूर्व प्राचार्य सहित 7 का पोलीग्राफिक टेस्ट शुरू, सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट की सख्ती दिखी

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कोलकाता/ पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के रेप मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित 7 लोगों का पॉलीग्राफिक टेस्ट आज हो रहा है संजय रॉय का टेस्ट सीएफएसएल की टीम जेल में कर रही है जबकि आरजे कर हॉस्पिटल के प्रिंसीपल और डॉक्टर और एक अन्य कर्मचारी का टेस्ट सीबीआई अपने दफ्तर में करा रही है। सुनवाई के दौरान ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई, पुलिस के उसके एक्शन पर भी सबाल उठाए, और बड़ी लापरवाही बताया,और कहा ऐसी लापरवाही कभी नहीं देखी सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लेते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ पारदीवाला और मनोज मिश्र ने सुनवाई की, 5 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट अगली सुनवाई करेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की मांग पर 7 लोगों की पॉलीग्राफ टेस्ट की मंजूरी दी जिसमें आरोपी संजय रॉय आरजी कर मेडीकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसीपल संजीव घोष वह 4 डॉक्टर जिन्होंने पीड़िता के साथ 8 अगस्त की रात डिनर किया था इनके अलावा एक कर्मचारी शामिल है इन सभी के पोलीग्राफिक टेस्ट को एससी की मंजूरी दी है।

कोलकाता रेप – मर्डर केस की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई …

सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट और पश्चिम बंगाल सरकार की रिपोर्ट पर सुनवाई की गई,सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की. जिसे नाराज डॉक्टरों ने मान लिया। इस संबंध में एम्स नई दिल्ली की तरफ से कहा गया कि हम लोग 11 दिन से जारी हड़ताल को खत्म करने का फैसला ले रहे है।

सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव को निर्देश दिया कि वे राज्य के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ मिलकर काम पर लौटने के इच्छुक डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि राज्य चिकित्सा प्रतिष्ठानों में हिंसा की किसी भी आशंका को रोक सकें। इस बीच, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि सुरक्षा के मद्देनजर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में सीआईएसएफ को तैनात किया गया है।

इससे पहले सुनवाई के दौरान सीबीआई ने बंगाल पुलिस द्वारा मामले की जांच मे बरती गई लापरवाही को उजागर किया। सीबीआई ने कहा कि अंतिम संस्कार के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।केस की लीपापोती की कोशिश की गई।केंद्रीय जांच एजेंसी ने पांचवें दिन मामले की जांच शुरू की। तब तक सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई।अस्पताल में लंबे समय से गड़बड़ी हुई. सीबीआई ने कहा कि केस डायरी एंट्री में देरी गलत ही नहीं बल्कि अमानवीय है। इस पूरे मामले में नियमों के अनुसार वीडियोग्राफी भी नहीं की गई।

सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताते हुए कहा कि सबूतों को संरक्षित करने में देरी हुई,अंतिम संस्कार के बाद मुकदमा दर्ज किया गया, इस पूरे मामले की जांच में पश्चिम बंगाल पुलिस की भूमिका पर मामले की सुनवाई कर रही पीठ में शामिल एक जस्टिस ने कहा कि मैंने अपने 30 साल के करियर में ऐसा नहीं देखा। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता पुलिस द्वारा अप्राकृतिक मौत को अपने रिकॉर्ड में दर्ज करने में की गई देरी को ‘बेहद परेशान करने वाला’ बताया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह बहुत आश्चर्यजनक है कि मामला अप्राकृतिक मौत के रूप में दर्ज होने से पहले मृतक का पोस्टमार्टम किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पुलिस से सवाल किया और पोस्टमार्टम के समय के बारे में पूछा. पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने जवाब दिया कि यह शाम 6:10 से 7:10 बजे के आसपास था।

सुप्रीम कोर्ट ने आगे पूछा कि जब आप शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गए थे तो क्या यह अप्राकृतिक मौत का मामला था या नहीं और अगर यह अप्राकृतिक मौत नहीं थी तो पोस्टमार्टम की क्या जरूरत थी।सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि यह बहुत आश्चर्यजनक है क्योंकि पोस्टमार्टम अप्राकृतिक मौत के पंजीकरण से पहले होता है। सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल से कहा कि कृपया जिम्मेदारी से बयान दें और जल्दबाजी में कोई बयान न दें। सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल से आगे कहा कि जब भी वह मामले को अगली तारीख पर लेगी तो कृपया यहां एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी को मौजूद रखें क्योंकि अदालत को अभी तक यह जवाब नहीं मिला है कि अप्राकृतिक मौत का मामला कब दर्ज किया गया था।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने आरोपी की चोट की मेडिकल रिपोर्ट के बारे में पूछा। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि यह केस डायरी का हिस्सा है. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सीबीआई ने 5वें दिन जांच शुरू की, सब कुछ बदल दिया गया और जांच एजेंसी को नहीं पता था कि ऐसी कोई रिपोर्ट है वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने एसजी की दलील का खंडन किया और कहा कि सब कुछ वीडियोग्राफी है, न कि बदला गया, एसजी मेहता ने कहा कि शव के अंतिम संस्कार के बाद 11:45 बजे एफआईआर दर्ज की गई. पीड़िता के सहकर्मियों के आग्रह के बाद वीडियोग्राफी की गई और इसका मतलब है कि उन्हें भी कुछ संदेह था। सुनवाई के दौरान सीजेआई ने कहा कि डॉक्टरों को काम पर लौटना चाहिए और कोर्ट आज कुछ सामान्य आदेश पारित करेगा। आरजी कर अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि वे आतंकित महसूस कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है. सुनवाई के दौरान डॉक्टरों की ओर से उनकी समस्याओं को उठाया गया. डॉक्टरो की ओर से कहा गया कि हड़ताल को लेकर उनके खिलाफ कदम उठाया गया। इसपर मांग कि की उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाए। एम्स नागपुर के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले पर विरोध प्रदर्शन के लिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. कोलकाता रेप-मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज यानी गुरुवार को दोबारा सुनवाई हुई। वहीं, सीबीआई और ममता बनर्जी सरकार ने अस्पताल के तोड़फोड़ मामले में आज कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सब्मिट की. इससे पहले हुई सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस पूरे मामले में सरकार और पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई थी।

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने पश्चिम बंगाल पुलिस को जमकर फटकार लगाई थी. साथ ही दो दिन के भीतर इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा था. सीजेआई ने अस्पताल में सुरक्षा को लेकर कई बडे़ आदेश दिए थे.

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते मामले की सुनवाई कर रही है। इससे पहले मंगलवार 20 अगस्त को मामले में सुनवाई की थी. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ में सुनवाई हुई। इस पीठ में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्र शामिल हैं।

मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मामले से निपटने के तरीके को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार और पुलिस पर कई सवाल उठाए, सीजेआई ने कहा कि यह घटना पूरे देश में डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया है. कोर्ट ने इस मामले को लेकर दस सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया। इसमें सर्जन वाइस एडमिरल आरके सरीन, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल गैस्ट्रोलॉजी के प्रबंध निदेशक डॉक्टर नागेश्वर रेड्डी समेत अन्य लोग शामिल हैं. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने इस तथ्य पर गहरी चिंता व्यक्त की कि पीड़िता का नाम, मृतक की तस्वीरें और वीडियो क्लिप सार्वजनिक रूप से वायरल हो रही है. सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पुलिस को फटकार लगाई लगाते हुए सीआईएसएफ और आरजी कर अस्पताल को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा।

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कोलकाता रेप मर्डर केस में नया मोड़, ट्रेनी डॉक्टर के साथ गैंगरेप हुआ? जांच सीबीआई के हाथ में, उपद्रवियों ने अस्पताल में की तोड़फोड़, डॉक्टर हड़ताल पर

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कोलकाता /कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या मामले में अब एक नया मोड़ आ गया हैं पीएम रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है उनका कहना है कि उसके प्राईवेट पार्ट से 151 mg सीमन मिला है इतना सीमन किसी एक व्यक्ति में नही हो सकता। जबकि सीबीआई ने अब पुलिस से जांच अपने हाथों में ले ली है और उसने पकड़े गए आरोपी संजय रॉय को अपनी कस्टडी में ले लिया हैं। लेकिन बीती रात अस्पताल में हजारो लोगों की भीड़ ने अस्पताल में हमला कर दिया और सीसीटीवी कैमरों को नुकसान पहुंचाने के साथ इमरजेंसी वार्ड में भी तोड़फोड़ कर दी।पुलिस ने 9 लोगों को अपनी हिरासत ने ले लिया हैं। सवाल उठ रहे हैं हमलावर क्या सबूत मिटाने आए थे। इधर ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुईं बर्बरता और अस्पताल में हमले को लेकर देश के रेज़ीर्डेंट डॉक्टर फिर से हड़ताल पर चले गए है। लेकिन इसके बाद सियासी पारा बुरी तरह से चढ़ गया है।

इधर ट्रेनी डॉक्टर के रेप एवं मर्डर केस में बुद्धवार को नया खुलासा हुआ है। ऑल इंडिया गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसियेशन के एडीशनल सेकेट्री डॉ सुवर्ण गोस्वामी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि यह रेप नहीं गैंगरेप हैं उन्होंने बताया मृतक ट्रेनी डॉक्टर के प्राईवेट पार्ट से 151 mg सीमन मिला है इतनी ज्यादा मात्रा एक शख्स की नहीं हो सकती इस बात की पूरी संभावना है कि रेप केस में एक से ज्यादा लोग शामिल थे।

बुद्धवार की रात करीब एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ अचानक आरजी कर हॉस्पिटल के बाहर इकट्ठा हो गई और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया यह बैनर झंडो के साथ वहां पहुंचे थे,बताया जाता है इस बीच भीड़ में शामिल कई युवक बेरीगेटिग हटाकर अस्पताल में घुस गए इस बीच मोजूद पुलिस बल ने उन्हे रोकने की कोशिश की लेकिन उन लोगों की तादाद ज्यादा थी और जब पुलिस पर ही हमला शुरू हो गया तो वह अपनी जान बचाकर पीछे हो गए इस दौरान उपद्रवियों ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड दिए फर्नीचर तोड़ा साथ ही इमरजेंसी वार्ड में जाकर वहां रखी अलमारियां गिरा दी और दवाईयां इंजेक्शन भी नष्ट कर दिए। इस बीच वहां मोजूद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी डर कर भाग खड़ा हुआ।

कोलकाता पुलिस ने इस आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है। जबकि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल का कहना है मीडिया फेक न्यूज चला रहा है और पुलिस को बदनाम करने के साथ लोगों को हमारे खिलाफ भड़का रहा है जबकि हमने पहले ही एक आरोपी को पकड़ा है और हमने यह कभी नहीं कहा कि इस घटना में एक ही आरोपी है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज इस मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की और ऊंचे सारी स्थिति से अवगत कराया। उसके बाद मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा आरजी में जो क्षति हुई जो तांडव हुआ उसमें हड़ताली डॉक्टर शामिल नहीं थे मैने वीडियो देखा है वह बीजेपी के लोग थे साथ ही कुछ लोग सफेद लाल झंडे लिए हुए थे। इस तोड़फोड़ के पीछे वाम और राम की कुछ सियासी ताकतें है यह लोग राज्य ने अशांति फैलाना चाहते है। उन्होंने कहा कल पुलिस पर भी हमला हुआ था लेकिन उसने धीरज नही खोया उन्होंने शांति के लिए किसी को चोट नहीं पहुंचाई। उन्होंने कहा हम दोषियों को फांसी की सजा चाहते है कोलकाता पुलिस ने 90 फीसदी जांच पूरी कर ली थी अब सीबीआई को मामला सौंपा गया है मैं इसका समर्थन करती हूं मैं चाहती हूं सीबीआई रविवार तक जांच पूरी कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंने कहा मैं हड़ताल करने वाले डॉक्टरों के साथ हूं उनकी मांग जायज हैं।

कांग्रेस एवं विपक्षी नेता राहुल गांधी ने कहा पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश हो रही है ये बात अस्पताल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सबाल खड़े करता हैं उन्होंने कहा मैं चाहता हूं दोषियों को इतनी कड़ी सजा मिले कि वह दूसरों के लिए एक मिसाल बने।

इधर अस्पताल में हमला और तोड़फोड़ के बाद रेजिडेंट डॉक्टर फिर से हड़ताल पर चले गए है आज उन्होंने मृतका को न्याय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर केंडिल मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने केंद्र और स्टेट से अपनी सुरक्षा की मांग की है और कहा हैं कि सरकारें इस मामले ने जल्द निर्णय ले जिससे अस्पतालों में वह सुरक्षा के साथ कार्य कर सके। जानकारी मिली है कि इस प्रदर्शन और हड़ताल को फिर से देशव्यापी आंदोलन का रूप दे दिया गया है और दिल्ली कोलकाता सहित देश के सभी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के 3 लाख डॉक्टर बुद्धवार रात से फिर से हड़ताल पर चले गए हैं। जैसा की पिछले दिनों एसोसियेशन ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात कर डॉक्टरों की सुरक्षा सहित अन्य मांगों को लेकर 5 सूत्रीय ज्ञापन दिया था नड्डा ने प्रतिनिधिमंडल को शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया था लेकिन उसपर फिलहाल कोई कार्यवाही नहीं हुई। आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA की एक टीम भी कोलकाता पहुंची है जिसने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरो से मुलाकात की हैं।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौप दी गई है आज सीबीआई की 25 लोगों की टीम कोलकाता पहुंच गई है जिसमें एडीशनल डायरेक्टर और ज्वाइंट डायरेक्टर लेबल के अधिकारी शामिल है उनके साथ दिल्ली से सीएफएसएल की टीम और एम्स के डॉक्टर भी आए है। सीबीआई ने आज इस मामले की जांच शुरू कर दी है कोलकाता पुलिस ने सीबीआई को केस डायरी सौप दी है इसके बाद सीबीआई की टीम आरोपी संजय को ऑफिस लेकर पहुंची।

खास बात है जब यह घटना हुई और परिवार को मालूम हुआ तो अस्पताल के असिस्टेंड सुपिरिनटेंडेंट ने माता पिता को बताया कि उनकी बेटी ने सुसाइड किया है और जब माता पिता भागे भागे अस्पताल आए और उन्होंने बेटी को देखने की इच्छा प्रकट की तो उन्हें देखने नही दिया और काफी जिद्द करने पर तीन घंटे बाद उन्हें उनकी बेटी को दिखाया गया। परिजनों ने मीडिया से साथ उस समय कोई बातचीत नहीं की,आज उन्होंने ज्यादा न कहते हुए बताया कि उन्हें सीबीआई पर पूरा भरोसा है वह जरूर दोषियों को पकड़ेगी।

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ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर, ईयर फोन से गिरफ्त में आया आरोपी, सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि, ममता कटघरे में, डॉक्टरों में गुस्सा

पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडीकल कॉलेज के सेमीनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह 9 बजे एक ट्रेनी डॉक्टर का शव बुरी हालत में मिलता है रेप करने के बाद बडी बेरहमी से उसकी हत्या की गई थी आरोपी ने उसकी गर्दन तक तोड़ दी थी। इससे डॉक्टरों में भारी आक्रोश छा गया वह हड़ताल पर चले गए। मामला काफी संवेदनशील था पुलिस ने एसआईटी का गठन किया और धरना स्थल पर मिले ब्लूटूथ ईयर फोन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसने इस वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है और फिलहाल कोर्ट ने उसे 14 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौप दिया है। लेकिन कोलकाता पुलिस पर आरोप है कि शुरूआत ने वह इस वीभत्स वारदात को खुदकुशी बताने की कोशिश में लगी रही जिससे ममता सरकार कटघरे में आ गई।

8 अगस्त की बात है पेरिस ओलम्पिक ने जेवलिन थ्रो का फायनल था भारत के नीरज चोपड़ा का इवेंट था गोल्ड मेडल की उम्मीद थी इसलिए ट्रेनी डॉक्टर और उसे साथ चार जूनियर डॉक्टरो के साथ मैच देख रही थी खाने का बाहर से ऑर्डर दिया गया था यह मैच रात दो बजे तक चला भारतीय खिलाड़ी नीरज के सिल्वर मेडल जीतने के बाद पांचों डॉक्टर्स इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बने सेमीनार हॉल में खाना खाने पहुंच गए, खाना खाने के बाद चारों जूनियर डॉक्टर चले गए लेकिन ट्रेनी महिला डॉक्टर को पढ़ाई करना थी इसलिए वह हॉल में ही रुक गई, पढ़ते पढ़ते उसे नींद आ गई,रात 3 बजे तक डॉक्टरो ने उसे सोते देखा था। लेकिन 9 अगस्त को सुबह 9 बजे उसका शव मिला। जिससे हड़कंप मच गया।

खबर मिलने पर पुलिस और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट वहां पहुंचे अर्धनग्न शव की हालत बेहद खराब थी। अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के मुंह आंखों और प्राईवेट पार्ट से खून बह रहा था उसकी गर्दन टूटी हुई थी चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे साथ ही उसके पेट बाएं पैर गर्दन दाहिने हाथ और होठों पर चोट के निशान थे।

पुलिस ने माना यह मर्डर और रेप का केस है और उसने इंडियन पैनल कोड के सेक्शन 103 (1) हत्या और सेक्शन 64 बलात्कार के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) बनाई और इस 7 सदस्यीय टीम का नेतृत्व स्पेशल सीपी मुरलीधर शर्मा को सौंपा गया।

पुलिस और उसकी फोरेंसिक एवं तकनीकी टीम ने घटना स्थल की बारीकी से जांच की और साक्ष्य इकट्ठा किए, क्राइम सीन पर पुलिस को ईयर फोन ब्लूटूथ मिला, जब पुलिस ने हॉस्पीटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक व्यक्ति सुबह 4 बजे सेमीनार हॉल के अंदर जाता दिखाई दिया और करीब 40 मिनट बाद जब वह वापस निकला तो उसे पास ईयर फोन ब्लूटूथ नही था पुलिस ने स्पॉट पर मिले ईयर फोन को जब संदिग्ध लोगों के फोन में लगाया तो वह अटैच नही हुआ लेकिन जब वह ईयर फोन संजय रॉय के फोन में लगाया तो वह कनेक्ट हो गया। पुलिस ने शुक्रवार रात को संजय को रेट कर लिया, जांच में पता चला संजय गुरुवार रात 11 बजे हॉस्पिटल में घुसा था और 2 घंटे बाद निकल गया इस समय वह नशे में था सुबह 4 बजे वह फिर अस्पताल पहुंचा और सीधे इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसा और 40 मिनट बाद बाहर निकला।

सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा था कि सुबह 4 बजे संजय ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर इमरजेंसी बिल्डिंग में अंदर दाखिल हुआ था लेकिन जब वह बाहर निकला तो उसका ईयर फोन नहीं था।

पकड़े जाने के बाद जब संजय से कड़ी पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म स्वीकारा और रेप और हत्या की बात कबूली। विक्टिम डॉक्टर के हाथों और नाखूनों में जो स्किन और ब्लड मिला था जांच में वह दोनों के सैंपल संजय से मैच कर गए है। साथ ही पूछताछ के दौरान उसने कहा कि, “मैने अपराध किया है मुझे फांसी दे दो”। पुलिस के मुताबिक ट्रेनी डॉक्टर के मर्डर के बाद संजय अपने घर जाकर सो गया और सुबह उठने के बाद उसने अपने कपड़े धोएं जिससे खून के निशान मिट सके हालांकि पुलिस को संजय के जूतों पर खून के निशान मिल गए है साथ ही उसके मोबाइल में पोर्न वीडियो भी पुलिस को मिले है।

जानकारी मिली है को आरोपी संजय रॉय 2019 में सिविल वालंटियर के तौर पर कोलकाता पुलिस से जुड़ा था वह डिजास्टर मेनेजनमेंट ग्रुप में था बाद ने उसे डिपार्टमेंट के वेलफेयर सेल में भेज दिया गया, इस दौरान उसने हॉस्पिटल के हर डिपार्टमेंट में कनेक्शन बना लिए, और इसी दम पर उसने पुलिस की चौथी बटालियन के कैंपस में रहने की जगह भी मिल गई।

यह भी पता चला है कि संजय हिंसक प्रवृत्ति का है वह अपनी मां बहन और पत्नी पर भी हमला कर चुका है। जब संजय के गांव में तहकीकात की गई तो मालूम पड़ा उसने चार शादियां की थी उसकी पहली तीनों पत्नियां इसकी गलत हरकतों और मारपीट से तंग आकर उसे छोड़ गई,बताया जाता है पहली पत्नी ने पुलिस में संजय की शिकायत भी की थी लेकिन पुलिस ne कोई कार्यवाही नहीं की ,जबकि चौथी पत्नी की कैंसर से मौत हो गई। जानकारी मिली है कि उसकी तीन बहने और मां है एक बड़ी बहन कोलकाता पुलिस में सब इंसपेक्टर है दूसरी भी होमगार्ड में है लेकिन दूसरी शादी करने से नाराज दोनों बहनों का अब उससे कोई संबंध नहीं है। जबकि छोटी बहन मां के साथ गांव में रहती है।

मर्डर और रेप के आरोप में कोलकाता पुलिस ने सिविल वालंटियर संजय रॉय (33 साल) को गिरफ्तार कर लिया है जो बेरोकटोक अस्पताल में आता जाता था और खुद को पुलिस वाले की तरह दिखाता था जो कोलकाता पुलिस की टी शर्ट में रहता था और उसने अपनी बाईक पर भी कोलकाता पुलिस का टैग लगा रखा आरोपी संजय को पुलिस ने शनिवार को सियालदह कोर्ट में पेश किया कोर्ट ने फिलहाल उसे 14 दिन की पुलिस कस्टडी में दे दिया है।

इस मार्मिक घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टर भारी गुस्से में है जिससे कोलकाता से लेकर दिल्ली तक विरोध शुरू हो गया और 12 जुलाई को हड़ताल शुरू हो गई जिसमें देश के 3 लाख डॉक्टर सड़क पर आ गए केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रही जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई,घटना के चार दिन बाद भी रेजिडेंट डॉक्टरो का विरोध प्रदर्शन जारी है। आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज की पूरी सुरक्षा एजेंसी में खामी है अस्पताल और परिसर में सीसीटीवी कैमरों की कमी है उन्होंने सख्या बड़ाने की मांग की है।

रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर एसोसियेशन (FRODA) की 5 सूत्रीय मांगों में

1. आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों की मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए इसपर तेजी से कार्यवाही की जानी चाहिए।

2. घटना का विरोध कर रहे डॉक्टरों पर पुलिस बर्बरता या दुर्व्यवहार न करें, शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए।
3. मृत डॉक्टर के परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ इस मामले में उन्हें शीघ्र न्याय मिलना चाहिए।
4 .केंद्र सरकार को सभी अस्पतालों में डॉक्टर्स और स्वास्थ्य सेवा कर्मियो की सुरक्षा के लिए एक प्रोटोकॉल जारी करना चाहिए साथ ही उसे सख्ती से लागू कराना चाहिए।
5. सेंट्रल हेल्थ प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने में तेजी लाने के लिए मेडिकल एसोसिएशन और कम्यूनीटी वाली एक्सपर्ट कमेटी का गठन शीघ्र किया जाना चाहिए। अपनी मांगों को लेकर FRODA ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।

इधर पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों बीजेपी, माकपा कांग्रेस सहित अन्य ने उग्र प्रदर्शन बंगाल में किए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। साथ ही उन्होंने बंगाल पुलिस पर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग भी की है।

जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार के घर जाकर उनसे मुलाकात की और न्याय दिलाने के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस मौके पर ममता बनर्जी ने कहा यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसी है रेजिडेंट डॉक्टरो का गुस्सा और मांग जायज है मैं इसका समर्थन करती हूं पुलिस ने इनकी मांग मान ली हैं उन्होंने कहा हमें सीबीआई जांच से कोई परेशानी नहीं है आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है मैंने इस मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट ने के जाने के निर्देश दिए हैं जरूरत पड़ी तो आरोपी को फांसी दी जायेगी। हालांकि फांसी का मैं समर्थन नही करती लेकिन आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

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कोलकातादेशबंगाल

कोलकाता हाईकोर्ट ने 25 हजार 753 शिक्षकों की नौकरी रद्द की, 4 हफ्ते में अभी तक का वेतन लोटाने के आदेश

Court order

कोलकाता /लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में 25 हजार से अधिक सरकारी शिक्षक भारी परेशानी में आ गए है कोलकाता हाईकोर्ट ने 2016 में की गई इनकी नियुक्तियों को अमान्य मानते हुए उन्हें रद्द कर दिया हैं। बताया जाता है इन नियुक्तियों में लाखों रूपए की रिश्वत लेने की बात सामने आई है।

राज्य लेवल सिलेक्शन टेस्ट 2016 के तहत शासकीय शिक्षक पद पर यह नियुक्तियां की गई थी लेकिन इनके खिलाफ कोलकाता हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। जस्टिस देवांशू बसाक और जस्टिस एमडी शब्बर रशीदी ने इस मामले की सुनवाई के बाद 282 पेज का फैंसला सोमवार को सुनाया है जिसमें कोर्ट ने एसबीआई से कहा है कि इनकी नियुक्तियों की जांच कर तीन महीने में रिपोर्ट दे और यदि जरूरत पड़े तो संबंधित अधिकारियों और इससे जुड़े लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करें। साथ ही कोर्ट ने निर्देशित किया है कि राज्य स्कूल सेवा आयोग नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करे। कोर्ट ने यह ही आदेश दिया है कि जिन लोगों को नियुक्ति दी गई उनसे पिछले 8 साल की सैलरी 4 सप्ताह में वापस ली जाए इस वसूली के लिए कोर्ट ने जिला कलेक्टर्स की ड्यूटी लगाई है। साथ ही 24,640 से अधिक जो नियुक्तियां हुई है उनसे 12 फीसदी सालाना ब्याज की राशि भी वसूली जाएं।

बंगाल सरकार ने 2014 में सरकारी हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के स्कूलों के 24,640 शिक्षक के पदों के लिए भर्ती निकाली थी जिसमें 23 लाख लोगों ने पात्रता परीक्षा दी थी उसमें से 25,753 लोगों को पास कर नियुक्तियां दी गई थी। लेकिन इसके खिलाफ 350 याचिकाएं हाईकोर्ट में दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि इन नियुक्तियों के लिए 5 से 15 लाख की राशि रिश्वत के रूप में ली गई ओएमआर शीट खाली छोड़ने वाले भी नौकरी के लिए चुन लिए गए।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाईकोर्ट के इस फैसले को गैर कानूनी बताया है जबकि आयोग के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने कहा है कि कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। जबकि इस मामले की सीबीआई जांच में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सहित 12 टीएमसी नेता और अफसर गिरफ्तार हो चुके है।

लेकिन इस मामले में सवाल यह भी उठता है कि किस केटेगिरी के टीचर को कितने पैसे मिले और उसे कितनी राशि लौटाना पड़ेगी। जबकि एक मानवीय पहलू यह भी है कि जिन लोगों को सरकारी शिक्षक की नोकरी मिली उन्होंने 6 साल अपना परिवार चलाया बच्चों की परवरिश की अब उनके पास वापस करने के लिए पैसा है भी या नहीं? यदि नही है वह यह राशि कहा से देंगे? सिलसिलेबार देखा जाएं तो इन शिक्षकों को प्रतिमाह 35 हजार से 55 हजार वेतन मिलता था। इन्हें 2018 में नियुक्तियां मिली 35 हजार प्रतिमाह के हिसाब से 6 साल की कुल वेतन राशि 24 लाख और 38 लाख की बनती है यानि इन्हें यह पैसा लोटाना पड़ेगा। जबकि उत्तर 24 परगना के स्कूल में पढ़ाने वाले एक शिक्षक का कहना हैं मुझे 55 हजार वेतन मिलता था अब इतनी बड़ी रकम एक साथ 4 हफ्ते में कैसे लौटा पाएंगे उन्होंने यह भी कहा कि इसमें हमारा क्या कसूर हैं।

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पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी गिरने से घायल, अस्पताल में भर्ती

Mamata Banerjee Injury

कोलकाता / पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी आज शाम अपने बंगले पर टहलने के दौरान एकाएक मुंह के बल गिर गई जिससे उनके माथे पर गहरा घाव हो गया और खून बहने लगा इस हादसे के बाद उन्हें तुरंत ही एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों की एक टीम उनके इलाज के लिए तैनात कर दी गई है चिकित्सकों के मुताबिक उनका इलाज चल रहा है और वह खतरे से पूरी तरह से बाहर है। बताया जाता है एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कुछ समय पहले ही ममता बनर्जी अपने घर पहुंची थी।

इस दौरान ममता बनर्जी के भतीजे एवं टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी सहित पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता सांसद विधायक और मंत्री वहां मौजूद हैं।

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कोलकातादेशबंगाल

कांग्रेस ने हमारा प्रस्ताव नहीं माना, बंगाल में टीएमसी सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी कहा ममता ने

Mamta Banerji

कोलकाता / पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस अब एकला चलो की नीति पर आ गई है आज टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि टीएमसी राज्य की सभी 42 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। साफ है चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और टीएमसी में दरार पड़ती दिखाई दे रही है। लेकिन कांग्रेस अभी भी आशावान है उसका कहना है मामला सुलझा लिया जायेगा।

इसी बीच आज ममता बनर्जी ने मीडिया से चर्चा में साफ कर दिया कि टीएमसी बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कांग्रेस के सामने जो प्रस्ताव रखा था उसका कांग्रेस ने कोई जवाब नही दिया। उन्होंने कहा इस बारे में मेरी कांग्रेस से कोई बात ही नही हुई है हमारी सेक्युलर पार्टी है मैं कोई झूठ नहीं बोलूंगी इसपर जो राजनीति कर रहे है वह गलत हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि गठबन्धन का नाम I.N.D.I.A उन्होंने ही रखा था लेकिन इसका श्रेय कोई और ले गया। उन्होंने कहा कांग्रेस न्याय यात्रा रैली निकाल रही है वह हमारे राज्य से भी गुजरेगी लेकिन कांग्रेस ने हमें कोई जानकारी नहीं दी। लेकिन ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि टीएमसी गठबंधन से अलग नहीं हो रही वह गठबंधन में बनी रहेगी।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया…

ममता बनर्जी के इस बयान के आने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि लंबे सफर में स्पीड ब्रेकर आना स्वाभाविक है ममता बनर्जी गठबंधन का अहम हिस्सा है और टीएमसी और ममता बनर्जी के बिना गठबंधन की कल्पना करना ही बेमानी होगा। हमारी बातचीत चल रही है कोई न कोई रास्ता निकाल लेंगे और बंगाल में इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा और इसमें सभी पार्टियां शामिल होंगी।

जबकि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि हम टीएमसी और कांग्रेस के बीच तालमेल की कमी को ठीक करेंगे उन्होंने कहा केरल और पंजाब एक अपवाद है यहां गठबंधन के सामने एक जैसी समस्या है उन्होंने कहा कि भारत जोड़ों न्याय यात्रा के लिए ममता बनर्जी को बाकायदा आमंत्रित किया गया था। खुद अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ममता सहित सभी दलों के नेताओं से बात की थी।

टीएमसी के इस निर्णय की असली बजह…

जैसा कि लंबे समय से टीएमसी और कांग्रेस में बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर बात हो रही थी । जबकि इससे पहले गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी ने 31 दिसंबर की डेड लाइन भी दी थी। कांग्रेस चाहती थी कि कुल 42 दिया में से उसे और बाम दलों को कमोवेश 10 से 12 सीटें दी जाए लेकिन ममता बनर्जी इसके लिए तैयार नहीं थी वह कांग्रेस को केवल उसकी वह दो सीटें ही देना चाहती थी जिसपर वर्तमान में उसके सांसद है जबकि बाम दलों को वह गठबंधन से बाहर रखना चाहती थी।

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कोलकाताबंगाल

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में भारी हिंसा, 18 की मौत, बम फैके, बेलेट पेपर फाड़े, आग लगाई पेटी लेकर भागे, 66 फीसदी मतदान, नतीजे 11 को

West Bengal Violence in Panchayat Election

कोलकाता/ पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान भारी हिंसा की खबर है इस दौरान बम फैंकने और बेलेट पेपर फाड़ने के साथ उनमें आग लगाने की घटनाएं हुई एक बूथ से एक युवक बेलेट बॉक्स लेकर भाग गया। इस हिंसा में 18 लोगों की मौत हो गई है। खास बात है प्रदेश में 1.35 लाख की तादाद में केंद्रीय एवं राज्य का सुरक्षा बल तैनात था इसके बाबजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव और हिंसात्मक झड़पे जारी रही। गृहमंत्री अमित शाह ने इसके रिपोर्ट मांगी है। जबकि पंचायत चुनाव में करीब 66 फीसदी मतदान होने की खबर है। जबकि मतगणना 11 जुलाई को होगी।

पश्चिम बंगाल में कुल 87887 ग्राम पंचायतें है इनमें से 9013 पंचायतों में निर्विरोध चुनाव हुए जबकि आज 64874 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुए, हाईकोर्ट के दखल देने पर बंगाल में केंद्रीय बलों की 600 कंपनिया तैनात की गई थी और पुख्ता सुरक्षा इंतजामों के तहत पूरे प्रदेश में 65 हजार का सेंट्रल फोर्स और जबकि 70 हजार का राज्य पुलिस और बल तैनात किया गया था।

शनिवार सुबह 7 बजे से चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत हुई लेकिन राज्य के करीब 30 फीसदी इलाके में मतदान के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव और झड़पो की खबर लगातार आने लगी थी। जबकि दोपहर 3 बजे तक 51 फीसदी मतदान भी हो चुका था।

प्रदेश के जो जिले हिंसा और आपसी टकराव से सबसे अधिक प्रभावित रहे उनमें केमिंग बाकुंडा बीरभूमि मालदा भांगड़ नदिया कूचबिहार मुर्शिदाबाद प्रमुख रूप से शामिल है यहां बेलेट पेपर लूट बेलेट पेपर फाड़ने और उन्हें जलाने के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद मारपीट फायरिंग की घटनाएं हुई कूंचबिहार के माथभंगा ब्लॉक की हजराहट गोवन बूथ से एक युवक बेलेट बॉक्स लेकर ही भाग गया जबकि एक जगह आईएसएफ और टीएमसी कार्यकर्ताओ के बीच टकराव में बम फैंके जाने की खबर है आरोप टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगा हैं।

पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में अभी तक 18 लोगों के मारे जाने कीजानकारी मिली है जबकि प्रशासन ने 13 लोगों के मरने की पुष्टि की है लेकिन संख्या बड़ भी सकती है मरने वालों में तृणमूल कांग्रेस के 8 सीपीआई के 3 कांग्रेस और बीजेपी का एक एक का कार्यकर्ता मारा गया हैं। खास बात है पिछले चुनाव की तुलना में इस बार ज्यादा हिंसा हुई।

इस मामले में बीजेपी और टीएमसी ने एक दूसरे पर आरोप लगाएं है बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा यहां चुनाव के नाम पर मजाक हुआ बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो गया है उन्होंने इस हिंसा के लिए ममता सरकार को दोषी बताया और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग केंद्र से की है। जबकि गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से बात की है और पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी हैं जबकि टीएमसी सांसद कुणाल घोष ने कहा है कि चुनाव के दौरान हुई हिंसा में सबसे अधिक टीएमसी कार्यकर्ता मारे गए है जिससे साफ है वह अन्य लोगों का शिकार हुए उन्होंने कहा कि भाजपा राज्यों में कही ज्यादा हिंसा हुई और हो रही है लेकिन भाजपा सरकार शांत बैठी है। टीएमसी नेता शशी पांजा ने इस हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है । राज्यपाल सीबी आनंद बोस ने कहा है कि चुनाव बैलेट से हो ना कि बुलेट से, लेकिन सबाल यह भी उठते है इतनी भारी तादाद में केंद्रीय और राज्य पुलिस और सुरक्षा बल के होने के वावजूद हिंसा नहीं रोकी जा सकी।

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कोलकाता

बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी का खजाना, अभी तक 50 करोड़ नगदी और 6 किलो सोना मिला, टीएमसी ने पार्थ को सभी पदों से हटाया

ED Raid

कोलकाता / पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी के भ्रष्टाचार से सभी हैरान है उनकी खासमखास अर्पिता मुखर्जी के दूसरे घर से आज नगदी और सोना मिलाकर करीब 30 करोड़ की समत्ति मिली है इस तरह अभी तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने करीब 50 करोड़ नगदी और 6 किलो गोल्ड बरामद किया है साफ है शिक्षक भर्ती में बड़ा घोटाला हुआ जबकि अर्पिता मुखर्जी ने ईडी के सामने कबूल किया कि पार्थ चटर्जी उसके घर को मिनी बैंक के रूप में उपयोग कर रहे थे। इधर तृण मूल कांग्रेस ने पार्थ चटर्जी से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया और उन्हे मंत्री सहित सभी पदों से हटा दिया हैं।

ईडी ने पश्चिम बंगाल में बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है उसे शिक्षक भर्ती घोटाले में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी जब उसने खोजबीन की और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को शिकंजे में लिया तो उनकी खासमखास अर्पिता मुखर्जी तक ईडी पहुंची उनके यहां जांच करने पर पहले 21 करोड़ नगदी और 1 किलो सोना मिला था इसके बाद ईडी ने अर्पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसे दो अन्य घरों की जानकारी मिली ईडी आज बालघरिया टाउन क्लब स्थित फ्लैट पर पहुंची तो वह बंद मिला लेकिन ईडी ने उसका ताला तोड़ा और जब उसके अधिकारी कर्मचारी इस फ्लैट के स्लीपिंग रूम में पहुंचे और खोजबीन की तो दंग रह गए उसे वहां 2 हजार और 500 रूपयो का अंबार मिला साथ ही 5 किलो सोने के जेवर बिस्कुट और अन्य चीजे अलमारी के वार्ड रोब से बरामद हुई ईडी के सामने परेशानी थी कि इन रुपयों को गिने कैसे बाद में बैक से बैंककर्मी और 3 नोट गिनने की मशीनें मगाई तब जाकर उन नोट की गिनती हुई जो 27 करोड़ 90 लाख थे गोल्ड मिलाकर यह रकम 29 करोड़ थी। इस तरह अभी तक अर्पिता मुखर्जी के यहां से कुल 50 करोड़ नगदी और 6 किलो सोना मिला। साथ ही संपत्ति के कागजात भी ईडी ने फ्लैट से जब्त किए हैं।

ईडी ने अब पार्थो चटर्जी के निजी सचिव सुकांता आचार्य को भी तलब किया है जिससे उनके कई और राज खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा जबकि ईडी की पूछताछ में अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि मंत्री पार्थों चटर्जी उनके फ्लैट को एक मिनी बैंक के रूप में प्रयोग कर रहे थे उनके लोग पैसा लाते थे। अब ईडी अर्पिता के तीसरे फ्लैट की जांच करेगी ऐसी जानकारी सामने आई हैं।

बताया जाता है पार्थों चटर्जी ईडी के साथ सहयोग नहीं कर रहे और कहते है उन्हें कुछ याद नहीं वे नहीं जानते साथ ही उन्होंने अपने गिरफ्तारी वारंट पर भी दस्तखत नही किए।

इधर टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष ने एक ट्वीट के जरिए पार्टी से मंत्री पार्थों चटर्जी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के साथ उन्हें सभी पदों से हटाने की मांग की है। उसके बाद आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक महत्वपूर्ण बैठक ली जिसमें उन्होंने सभी से इस मामले पर चर्चा की और पार्थों चटर्जी को मंत्री पद से हटाने के साथ पार्टी से निकालने की घोषणा की है इससे साफ है पार्टी ने उनसे पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया हैं।

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कोलकातादेशबंगाल

डाक्यूमेंट्री फिल्म “काली” के पोस्टर को लेकर विवाद, म.प्र. के भोपाल, रतलाम और असम में फिल्म डायरेक्टर लीना और बंगाल की सांसद महुआ मोहित्रा के खिलाफ FIR

Bengal MP Mahua Mohitra and Director Leena

भोपाल, कोलकाता/ डाक्यूमेंट्री फिल्म ” काली ” के पोस्टर को लेकर देश में भारी विवाद उठ खड़ा हुआ हैं इस फिल्म में मां काली को सिगरेट पीते हुए दर्शाया गया हैं इस फिल्म डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ मध्यप्रदेश के रतलाम और भोपाल में और इस फिल्म का समर्थन करने वाली टीएमसी की सांसद महुआ मोहित्रा के खिलाफ मध्यप्रदेश के भोपाल और असम में FIR दर्ज हुई है आरोप है कि इन्होंने देश की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है।

भोपाल में जागृत हिंदू मंच के संरक्षक दुर्गेश केसवानी ने क्राइम ब्रांच थाने में फिल्म की डायरेक्टर लीना मणि मेकलाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है पुलिस ने उनकी रिपोर्ट पर धारा 295 A के तहत मामला दर्ज किया है जिसमें धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाया गया है। जबकि टीएमसी की सांसद महुआ मोहित्रा ने इस फिल्म का समर्थन में एक विवादित बयान दे दिया जिसको लेकर उनके खिलाफ भी भोपाल पुलिस ने धारा 295 A के तहत प्रकरण दर्ज किया है जबकि रतलाम में समाजसेवी एवं एडवोकेट प्रशांत ग्वालियरी ने स्टेशन रोड पुलिस थाने में इस फिल्म की डायरेक्टर लीना के विरुद्ध देश के लोगो की धार्मिक भावना भड़काने की शिकायत दर्ज कराई है जिसमे पुलिस ने धारा 153 A, 295 A, 504 के तहत मामला दर्ज किया हैं।

इसको लेकर फिल्म की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने कहा वह इस फिल्म में ऐसा कुछ नही दिखाया जो किसी की भावनाओं को चोट पंहुचाएं ।जबकि इस फिल्म को लेकर विवादित बयान देने वाली पश्चिम बंगाल की टीएमसी सांसद महुआ मोहित्रा के खिलाफ बंगाल सहित कई जगह प्रदर्शन हुए हैं। जबकि उनका कहना है कि मेने काली के पोस्टर को लेकर कोई बयान नहीं दिया जबकि मैं खुद मां काली की भक्त हूं और किसी से नहीं डरती मुझे लगता है आज देश में जो हो रहा है वह ठीक नही है मैं कभी भी माफी नहीं मांगूगी और कानूनी लड़ाई लडूंगी उन्होंने यह भी कहा मुझे बीजेपी के इस हिंदुत्व वाले भारत में नही रहना।

इधर टीरमसी ने सांसद मोहित्रा के विवादित बयान से पल्ला झाड़ लिया है। जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि हमें सोच समझ कर अपनी बात करना चाहिए लेकिन जो काम करता है उससे गलती हो सकती हैं जिसे ठीक किया जा सकता है लेकिन आज देश में हर दिन नई नई रचनाएं हो रही है लेकिन मीडिया को उसपर बोलने की फुर्सत नही हैं।

इधर बीजेपी ने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से सांसद महुआ मोहित्रा पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए उनसे देश से माफी मांगने की मांग की हैं।

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कोलकाताबंगाल

विख्यात फिल्मी सिंगर केके का निधन हार्ट अटैक से मौत की संभावना कोलकाता में कंसर्ट के बाद तबियत बिगड़ी पीएम सहित फिल्मी हस्तियों ने शोक जताया

KK Died at 53

कोलकाता – देश के जाने माने पार्श्व गायक केके उर्फ कृष्णकुमार कुन्नथ का आज 53 साल की उम्र में कोलकाता में निधन हो गया बताया जाता है कोलकाता में आयोजित एक कंसर्ट के बाद अचानक उनकी तबियत खराब हुई और वे नीचे गिर गये उसके बाद उन्हें पहले होटल ले जाया गया और उसके बाद तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नही जा सका। संभवतः हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। इस तरह केके अपने गाये गाने “बेखुदी दो पल की ,जिंदगी दो पल की… इंतजार कब तक हम करेंगे भला, तुम्हें प्यार हम कब तक करेंगे भला”… के साथ वे अलविदा कह गये।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक फिल्मी हस्तियों और गायक कलाकारों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया हैं पीएम ने कहा केके के असामायिक निधन से मैं काफी दुखी हूं हम उन्हें उंनके गाये गानों के जरिये हमेशा याद रखेंगे और उनके चाहने वालों के प्रति में शोक संवेदना प्रकट करता हूँ।

तू ही मेरी शब है जुबा है तू ही मेरी दुनिया…,छोड़ आये हम यह दुनिया …ऐसा क्या गुनाह किया …कि लूट गये हम तेरी मोहब्बत में… यारों दोस्ती बड़ी ही हसीन हैं … उनके इन हिट हिंदी फिल्मों के अलावा देश की कई भाषाओं कन्नड़ मलयालम तमिल तेलगू की फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज दी। उनके निधन पर फिल्मी दुनिया और उनके गीतों और उनकी आवाज को पसंद करने वालों में बेहद मायूसी छा गई हैं। केके का जन्म केरल के त्रिश्शूल में हुआ था। फिलहाल अस्पताल जहाँ उन्हें भर्ती किया गया था उंसके बाहर उनके चाहने वालों की काफी भीड़ देखी जा रही हैं।

उनके फ़िल्मी दोस्तों के मुताबिक केके बेहद सरल और सादगी पसंद इंसान थे और वे जुनून के साथ अपनी सिंगिंग में खो जाते थे साथ ही वे चमक दमक से दूर रहते थे उनके निधन पर फिल्मी संगीतकार और गायक अभिजीत भट्टाचार्य अनु मलिक दलेर मेहदी सलीम मर्चेंट इस्माइल दरबार गायक राहुल बैध ने गहरा शोक जताया हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि केके बड़े प्रतिभा शाली और बहुमुखी गायक थे उनके निधन से फिल्मी संगीत की एक बड़ी क्षति हुई हैं।

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