चंडीगढ़, जालंधर / खालिस्तान समर्थक और इसके नाम से लोगों को बरगलाकर देश के खिलाफ एकजुट करने वाला अमृतपाल सिंह 4 दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जबकि पूरी पंजाब पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया हैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते हे पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध के साथ उसके चाचा, फायनेंसर और ड्राईवर सहित 116 खालिस्तानी समर्थक और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है साथ ही उसके संगठन “वारिश पंजाब द” के नशा मुक्ति केंद्रों से हथियारों का जखीरा भी बरामद किया हैं। पुलिस के मुताबिक उसकी घेराबंदी के लिए बॉर्डर्स पर पुलिस के साथ बीएसएफ को तैनात किया गया है।
पुलिस का दावा है कि अमृतपाल प्राईवेट आर्मी, आनंदपुर खालसा फोर्स (एकेएफ) भी बना रहा था अमृतपाल सिंह की संस्था “बारिश पंजाब दे” के नशा मुक्ति केंद्रों पर रेड में 12 बोर की राइफले अन्य हथियारों सहित कारतूस बरामद किए है जब्त किए हथियारों पर एकेएफ का निशान बना था हाल में उसने दिल्ली से 33 बुलेट प्रूफ जोकेट भी खरीदी थी पुलिस का कहना है उसके इरादे नेक नहीं थे,चंडीगढ़ के डीसी विनयप्रताप सिंह के मुताबिक पंजाब में हाई अलर्ट के साथ शहर में धारा 144 लगा दी गई है साथ ही इंटरनेट और एमएसएस बंद है और धरना प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है उन्होंने बताया चंडीगढ़ मोहाली सहित 9 सीमाओं पर पुलिस के साथ बीएसएफ की टुकड़ी भी तैनात की गई है उनके के मुताबिक पुलिस ने अमृतलाल के कथित सलाहकार और फायनेंसर दलजीत सिंह कलसी उर्फ सरबजीत सिंह को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया साथ ही अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर की भी गिरफ्तारी हो चुकी है इस तरह अभी तक पुलिस ने 116 खालिस्तानी समर्थक और अमृतपाल के सहयोगियों को गिरफ्तार लिया है। पुलिस ने अमृतापाल सिंह पर अभी तक एनएसए सहित 4 एफआईआर दर्ज की है। साथ ही उसके 4 खास साथियों को पुलिस ने असम की डिब्रूगढ़ की जेल भेजा है।
बताया जाता है अमृतपाल सिंह अब पुलिस बचकर से भागता फिर रहा है जालंधर से वह पहले मर्सडीज कार से भागकर शाहकोट पहुंचता है और वहां से गाड़ी बदलकर ब्रेजा कार में सबार होकर एक अंदरूनी गांव के अंदर के रास्ते पर पहुंचता है इस दौरान कार में यह पीछे बैठता है और उसके साथ उसके चाचा सहित 3 अन्य लोग भी थे ब्रेजा कार में कपड़े बदलता है धार्मिक चोला उतार कर डार्क पेंट शर्ट पहनता है नीली पगड़ी उतार कर गुलाबी रंग की पगड़ी पहनता है और अपनी लंबी दाढ़ी को भी चेहरे पर चिपका कर छोटी कर लेता है साथ ही शरीर एक डार्क शॉल से ढक लेता है जिससे पुलिस उसे इस बदली हुई हुलिया में पहचान नहीं पाएं जिस ब्रेजा कार से यह गांव पहुंचा वहां उसके चार सहयोगी बुलेट और लोकूना मोटरसाइकिल लिए मिले और वह कार से उतारकर एक मोटरसाइकिल पर बिठाकर गांव की लिंक रोड से भगा ले गए एक मोटर साइकिल पर तीन दूसरी पर एक साथी के साथ अमृतपाल चश्मा लगाकर बैठकर फरार होते देखा गया। नेशनल चैनल एनडीटीवी को यह सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे है जो तस्वीर सामने आई है वह शनिवार 18 मार्च की बताई जाती है जिसमें अमृतापाल सिंह एक के बाद एक गाड़ियां बदलता हुआ मोटर साइकिल से फरार हो गया।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में अमृतापाल केस की सुनवाई के दौरान अदालत ने पंजाब पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है अदालत ने कहा कि 80 हजार पुलिस कर्मी होने के बावजूद अमृतापाल सिंह वह कैसे फरार हो गया और उसे पुलिस की कहानी पर भरोसा नहीं है क्योंकि इतनी ज्यादा पुलिस बल होते हुए वह कैसे भाग गया।
पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 5 खास और भरोसेमंद लोगों पर एनएसए लगाया है इनमें उसका फायनेंसर दलजीत सिंह, चाचा हरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, भगवंत सिंह और पीएम बजोक शामिल हैं।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल केस में अब NIA की एंट्री हो गई हैं उसके पास इसके खास और खालिस्तानी समर्थकों की पूरी लिस्ट है जिनकी जांच एनआईए की 8 टीमें कर रही है जो इसका ISI लिंक और उनसे रिश्ते का भी पता चला रही है एनआईए ने 458 करीबियों की अभी तक पहचान की है और उन्हे A,B,C तीन केटेगिरी में बांटा है A केटेगिरी में 142 लोग है B केटेगिरी में 231 लोग है जबकि बाकी 85 लोग C केटेगिरी में शामिल है।
NIA टीम की लगातार छापेमारी चल रही है जो फिलहाल पंजाब के अमृतसर तरन तारन, जालंधर और गुरूदासपुर में रेड मार रही है साथ ही एनआईए विदेशी फंडिंग की भी जांच कर रही है और यूनाइटेड स्टेट इंग्लैंड जर्मनी आस्ट्रेलिया इटली सहित अन्य देशों से आनंदपुर खालसा फोर्स (AKF) के संबंध और उसको दी फंडिंग का पता लगा रही है। इसके अलावा उन फायनेंस कंपनियों की पहचान एनआईए कर रही है जिससे इसको करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ है साथ ही 2 हवाला कारोबारियों का भी पता चला है साथ ही इसके संगठन से जुड़े समर्थकों की 9 राज्यों में खोजबीन की जा रही है इसके लिए एनआईए की 28 टीमें कार्यरत हैं।