चंडीगढ़ / केंद्रीय सरकार और आंदोलनकारी किसान नेताओं के बीच गुरुवार को 5 वीं बार की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका। अब छठे दौर की मीटिंग 22 फरवरी को फिर से चंडीगढ़ में होगी। जैसा कि किसान संगठनो की न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP) को कानूनी गारंटी देने के साथ अन्य मांगे शामिल है। अगली बैठक में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे।
चंडीगढ़ में यह 5 वे दौर की बैठक हुई जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और संयुक्त किसान मोर्चा (गैरराजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के सरवन सिंह पंडेर सहित 28 किसान नेता मौजूद रहे यह मीटिंग कई घंटों तक चली लेकिन फिलहाल किसानों की मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इस तरह यह मीटिंग बेनतीजा रही।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में हरियाणा और पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसान 13 फरवरी 2024 से धरना प्रदर्शन कर रहे है इस आंदोलन को पूरे 81 दिन हो चुके है अनशन की बजह से डल्लेवाल की हालत ठीक नहीं है इसलिए उन्हें इस मीटिंग में शामिल कराने के लिए एंबुलेंस से चंडीगढ़ लाया गया और मीटिंग हॉल में उन्हें स्ट्रेचर पर लाया गया।
फिलहाल इस मीटिंग में चर्चा हुई और किसान नेताओं ने अपना पक्ष रखा उसपर सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने भी अपनी बात रखी। बैठक के बाद श्री डल्लेवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मीटिंग पॉजिटिव रही अब 22 फरवरी को फिर से हम सरकार के प्रतिनिधियों के साथ बैठेंगे आशा है किसानों की मांगों को माना जायेगा।
जबकि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि बैठक अच्छे और सकारात्मक माहौल में संपन्न हुई है हम फिर से बैठेंगे आशा है समस्या के हल का कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा।
सरकार के प्रतिनिधि और किसान संगठनों के नेताओं के बीच इससे पहले 4 बार चंडीगढ़ में बैठके हो चुकी है पहली बैठक 8 फरवरी 2024 को दूसरी 12 फरवरी 2024 को तीसरी बैठक 15 फरवरी 2024 को चौथी बैठक 18 फरवरी 2024 को और अब यह पांचवीं बैठक आज 14 फरवरी 2025 को चंडीगढ़ में संपन्न हुई है। जिसमें किसानों की मांगों पर विचार विमर्श जरूर हुआ लेकिन उसका कोई सकारात्मक हल आज तक नहीं हो पाया है इसके बाद अब छठवें दौर की मीटिंग 22 फरवरी को चंडीगढ़ में ही होगी जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे।