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भारत ने कनाडा की वीजा सेवा सस्पेंड की, पंजाब में छापेमारी, भारतीय छात्रों लिए एडवाइजरी जारी, निज्जर की हत्या के बाद संबंध बिगड़े

Canada PM Trudeau and Modi

दिल्ली, चंडीगढ़/ भारत और कनाडा के बीच रिश्ते लगातार लगता है बिगड़ने जा रहे है इसका बड़ा कारण है खालिस्तानी आतंकी हरपाल सिंह निज्जर की हत्या और कनाडा के पीएम टूडो का हाल का बयान, जिसमें उन्होंने इसकी हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ बताया था। जबकि धमकी के बाद भारत ने कनाडा में रह रहे छात्रों की सुरक्षा के लिए एक एडवाइजरी जारी करने के साथ कनाडा की वीजा सेवा पर आज रोक लगाते हुए फिलहाल इसे सस्पेंड कर दिया है। इधर पंजाब सरकार ने अनेक जिलों में खालिस्तानी समर्थको और कनाडा से भारत में अपना गैंग चलाने वालों के खिलाफ बड़ी मुहिम चलाते हुए आज व्यापक पैमाने पर छापामारी की।

भारत और कनाडा के बीच रिश्ते बिगड़ने का बड़ा कारण है कनाडा के पीएम ट्रूडो का भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले खालिस्तानियों का यह कहकर बचाव करना कि यह उनकी स्वतंत्रता में दखल होगा लेकिन जी 20 की बैठक के दौरान कनाडा के पीएम ट्रुडो ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस बारे में चर्चा की थी लेकिन अब भारत ने कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी और उनके समर्थक गैंगो पर नकेल कसने के साथ भारतीय उच्चायोग ने एक बड़ी कार्यवाही भी की है अब कनाडा आने जाने वालों के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए अगले आदेश तक अपनी वीजा सेवा को ही सस्पेंड कर दिया है। इस तरह कनाडा से आने वालों की अब भारत में नो एंट्री हो गई है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरंदिम बागची ने प्रेस कान्फ्रेस में एक एक मुद्दे पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि कनाडा के आरोप राजनीति से प्रेरित है हमें पता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का मददगार है जबकि कनाडा आतंकियों को संरक्षण देने के साथ उन्हें नापाक मंसूबे पूरे करने के लिए अपने यहां जगह देता है यदि भारत निज्जर की हत्या मामले में दोषी है तो वह इसके सबूत दे जबकि हमने बताया लेकिन कनाडाई सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया, हमने कहा डिप्लोमेट्स की तादाद दोनों देशों में बराबर होना चाहिए यह वियना कनवेक्शन के तहत जरूरी है। उन्होंने कहा जी 20 की बैठक के दौरान पीएम ट्रुडो ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला रखा था लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री ने उसे सिरे से खारिज कर दिया था। भारत ने कनाडा को बता दिया है कि भारत के भगोड़े अपराधियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत भारत लाया जायेगा और इंटरनेशनल लॉ के तहत यह मेंडेटरी है। उन्होंने बताया कि करीब 20 लोग ऐसे है जिनके बारे में हमने कनाडा सरकार को सबूत दिए है और उन्हे भारत को सौंपने को कहा है यह संख्या 25 भी हो सकती है। हमने ई-वीजा की प्रोसेस पूरी तरह से बंद कर दी है जबकि वीजा धारकों की सुरक्षा की बात है तो भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की जिम्नदारी कनाडा सरकार की है। वही भारत सरकार ने सुरक्षा और सतर्कता के मद्देनजर एक एडवाइजरी भी जारी की है।

भारत की चिंता का कारण है कि बुद्धवार को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी थी कि कनाडा में जो भारतीय नागरिक इस समय रह रहे है वे तुरंत देश छोड़ दे इसको लेकर भारतीय लोगों ने पीएम ट्रुडो को चिट्ठी लिखकर इसे हेट क्राइम का मानक मानते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग उनसे की है।

पिछले दिनों खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी जिसको लेकर भारतीय एजेंसियों पर आरोप लग रहै थे लेकिन बुद्धवार को कनाडा में सुखदिल सिंह नामक एक ए केटेगिरी के गैंग के सदस्य की हत्या हो जाती है यह बदमाश पंजाब के मोगा का रहने वाला था जो कमरिया गैंग से जुड़ा था जबकि गोल्डी बरार और कमरिया गैंग में ठनी हुई है।

एक तरफ एनआईए खालिस्तानी और उनके समर्थकों के खिलाफ पंजाब सहित राजस्थान यूपी और हरियाणा में अभियान चला रहा है साथ ही उनकी बेनामी संपत्ति का पता लगा रहा है वहीं आज से पंजाब सरकार ने भी सभी जिलों में करीब 5 हजार पुलिस कर्मी लगाकर छापेमारी शुरु कर दी है जिसके तहत वह गोल्डी बरार उसके गैंग के सदस्यों के साथ अन्य टेरर गैंगों पर शिकंजा कसने की फिराक में है और आज अनेक जिलों में करीब एक हजार स्थानों पर छापेमारी की गई जैसा कि गोल्डी बरार सिद्धू मूसवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और कनाडा में रहकर भारत में अपने गैंग को कंट्रोल कर अपना नेटवर्क चलाता है।

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दिल्ली

महिला आरक्षण बिल पेश, कानून बनने पर लोकसभा में 181 महिलाओं को प्रतिनिधित्व करने का मिलेगा मौका, 2024 चुनाव में नही मिलेगा लाभ

Central Vista

नई दिल्ली/ महिला आरक्षण बिल अर्थात नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल केंद्रीय सरकार ने सदन में पेश किया जिसमें सीधे चुन कर आने वाली महिलाओं को 33 फीसदी सीटों पर आरक्षण दिया जाएगा इस तरह देश की कुल 543 सीटों में से 181 सीटों पर महिलाएं चुनकर आयेंगी। इस बिल पर चर्चा के लिए 7 घंटे का समय दिया गया है।

लेकिन इस बिल में एक नया प्रावधान जोड़ा गया है कि देश में परसीमान के बाद ही महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा साफ है इस विधेयक के बाद होने वाली जनगणना और उसके परसीमन के बाद ही 33 फीसदी महिलाओं को लोकसभा चुनाव में आरक्षण मिल सकेगा । इस बिल पर चर्चा के लिए 20 सितंबर को सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे का समय निर्धारित किया गया है।

जनगणना और परसीमन का पैच फंसने से 2024 में इस विधेयक का लाभ महिलाओं को नहीं होने वाला क्योंकि अगले चुनाव में समय काफी कम रह गया है और इतने कम समय में देश की जनगणना होना असम्भव है।

खास बात यह भी है की इस बिल में केवल लोकसभा और विधानसभा जिसमें सीधे चुनाव होते है उसमें ही महिलाओं को आरक्षण का प्रावधान रखा गया है लेकिन राज्यसभा और राज्यों की विधान परिषद के लिए यह लागू नहीं होगा। जैसा कि अभी कुल 543 लोकसभा सीटें है उसमें से 33 फीसदी अर्थात 181 सीटों पर महिलाओं को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि 3 दशक से पेंडिंग इस बिल को 2010 में मनमोहन सिंह सरकार ने राज्यसभा से बहुमत के साथ पास करा लिया था लेकिन गठबंधन में शामिल कुछ राजनेतिक दलों के विरोध और समर्थन वापस लेने की धमकी के बाद यह बिल लोकसभा में पेश नही किया जा सका था।

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दिल्ली

विशेष सत्र के साथ पुरानी संसद की विदाई, पीएम मोदी ने कहा सृजनात्मक रहे 75 साल, लोकतंत्र के लिए विपक्ष की मजबूती जरूरी कहा खड़गे ने, कांग्रेस की महिला आरक्षण बिल लाने की मांग

Parliament house

नई दिल्ली/ विशेष सत्र की शुरूआत के साथ आज वर्तमान संसद भवन को अलविदा कह दिया गया अब कल से लोकसभा और राज्यसभा नए संसद भवन में लगेगी। विशेष सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुराने संसद भवन की महान लोकतांत्रिक परंपरा और इतिहास को याद करते हुए पंडित नेहरू से लेकर अटलबिहारी बाजपेई तक के कार्यकाल और उनकी उपलब्धियों का जिक्र किया। जबकि इस मौके पर विपक्ष ने खुलकर मोदी सरकार को घेरने से परहेज नहीं किया साथ ही इस विशेष सत्र में कांग्रेस ने महिला आरक्षण बिल लाने की मांग भी की। लेकिन इस दौरान सरकार ने 5 दिन तक चलने वाले इस विशेष सत्र के एजेंडा का खुलासा नहीं किया बताया जाता है सरकार ने केबिनेट की मीटिंग बुलाई है संभावना है उसके बाद एजेंडा और इसमें लाए जाने वाले बिल का पता चल सकता है।

लोकसभा में आयोजित विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि संसद के पिछले 75 साल प्रेरक पल है इस संसद भवन ने अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं और सदन में कई सपने भी साकार हुए अब हम नई संसद में जाने वाले है यह संसद हमारी सांझा विरासत है जिसमें आत्मा की आवाज गूंजती है लेकिन अब ऐतिहासिक निर्णयों का वक्त है नए उत्साह नई ऊर्जा नए विश्वास के साथ नई संसद में प्रवेश करेंगे और 2047 तक देश को डेवलप कंट्री बनाएंगे उन्होंने कहा रोने धोने के लिए बहुत समय होता है लेकिन यह सत्र छोटा है और यह ऐतिहासिक निर्णयों का सत्र है सभी से अनुरोध है कि इस सत्र को ज्यादा समय दे।

पीएम मोदी ने कहा कि इस संसद ने पंडित नेहरू लालबहादुर शास्त्री इंदिरा गांधी अटल बिहारी बाजपेई सहित अन्य प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल भी देखा जिन्होंने देश को समृद्ध किया साथ ही इस दौरान स्पीकर पत्रकार और अन्य सभी का अहम योगदान रहा। इस दौरान देश ने तीन पीएम को भी खोया। यह संसद उनकी गौरवगाथा का प्रतीक है। पीएम ने कहा इसी के साथ संसद ने आपात काल देखा तो संसद पर आतंकी हमला भी देखा जो हमारी आत्मा पर हमला था। उन्होंने कहा आज तक इस संसद ने साढ़े सात हजार पुरुष सांसदों ने और केवल 600 महिला सांसदों ने हिस्सेदारी की है जो अहम है। पीएम मोदी ने कहा आज हर तरफ भारत की उपलब्धि की चर्चा है वह चाहे धारा 370 हटाना हो, चंद्रयान 3 की लैंडिंग हो या जी 20 में भारत की सफल अध्यक्षता भारत आज विश्व में एक खास जगह रखता है।

राज्यसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा प्रधानमंत्री रहते अटल बिहारी वाजपेई ने 21 बार और मनमोहन सिंह ने 38 बार संसद को संबोधित किया लेकिन पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल 2 बार संबोधित किया उन्होंने कहा पीएम मोदी जब भी आते है इवेंट बनाने आते है यह हमारे देश का लोकतंत्र है उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू कहते थे कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए विपक्ष जा मजबूत होना भी जरूरी है जो हरेक सांसद की बात ध्यान से सुनते है। लेकिन यदि विपक्ष किसी मुद्दे पर सरकार की आलोचना करता है तो विपक्षी नेताओं के पीछे ईडी सीबीआई लगा दी जाती है मजबूत व्यवस्था का ना होने का मतलब व्यवस्था में खामियां है उन्होंने कहा जो नेता बीजेपी में शामिल हो जाते है वह उनकी वाशिंग मशीन से निकल कर पाक साफ हो जाते हैं उनके साथ बैठे दिखाई देते हैं।

जबकि संसद में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा विशेष सत्र एक बड़े मुद्दे को लेकर आहूत किया जाता है लेकिन सरकार ने इसके शेषन को खिचड़ी बना दिया है चौधरी ने कहा हमारी संसद की विरासत ऐतिहासिक है पिछले सालों में कांग्रेस सरकार जनहित के कई बिल लाई और नरेगा, सूचना का अधिकार, पंचायती राज और फूड बिल ऐतिहासिक रहे। उन्होंने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी के प्रयासों से संसद में जो महिला आरक्षण बिल लाया गया था इस बिल को विशेष सत्र में पास कराने के लिए सदन में लाया जाएं कांग्रेस यह मांग करती हैं।

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दिल्ली

I.N.D I.A. की कोर्डीनेशन कमेटी की हुए मीटिंग, एजेंडा तय गरीबी महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार होंगे मुद्दे, देश भर में होगी रेलियां अगले माह भोपाल में होगी पहली रैली

I.N.D.I.A coordination meeting

नई दिल्ली/ विपक्षी इंडिया गठबंधन की कोर्डीनेशन कमेटी की बुद्धवार को एनसीपी नेता शरद पवार के निवास पर बैठक हुई जिसमें कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और उसके एजेंडे सहित अन्य मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया लेकिन सीट शेयरिंग पर कोई चर्चा नहीं हुई। खास बात है बैठक में गरीबी महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर देश भर में रेलियां करने पर सहमति बनी और अगले माह पहली रैली भोपाल में करने का निर्णय भी लिया गया।

कोर्डी नेशन कमेटी की इस बैठक में एनसीपी नेता शरद पवार के साथ सीपीआई नेता डी राजा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला शिवसेना नेता संजय राउत आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जेडीयू नेता एवं मंत्री संजय झा सपा नेता जावेद अली खान आप नेता राघव चड्ढा सहित 12 दलों के नेता एवं कमेटी के सदस्य बैठक में शामिल हुए।

बैठक के बाद प्रेस ब्रीफिंग में कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई और इंडिया गठबंधन जनता के मुद्दों गरीबी मंहगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर देशव्यापी रेलियां करेगा और उसकी पहली रैली अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में होगी। जबकि सपा नेता जावेद अली खान ने बताया कि विपक्ष चाहता है कि सामाजिक न्याय के लिए देश में जातिगत जनगणना कराई जाएं इस मांग को लेकर हम आगे बडेंगे जबकि जेडीयू नेता संजय झा ने बताया कि सीट शेयरिंग कोई बड़ा मुद्दा नहीं है हम सब मिलकर इसे हल कर लेंगे और प्रदेश लेवल पर पार्टियां आपसी समझ बूझ से सीट शेयरिंग का कार्य बखूबी कर लेंगी। आप नेता राघव चड्ढा ने कहा देश के लोकतंत्र को बचाने हम सब एकजुट हुए है इसलिए अपनी महत्वाकांक्षा मनभेद और मतभेद दूर रखकर आगे बड़ना है।

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दिल्लीमध्य प्रदेश

कांग्रेस में प्रत्याशी चयन, स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक, फिलहाल लिस्ट नहीं हुई फायनल, हारी 66 सीटों पर फोकस, 35 मौजूदा विधायकों के टिकट कटने की संभावना

Congress

नई दिल्ली, भोपाल / मध्यप्रदेश में प्रत्याशी चयन को लेकर साढ़े चार घंटे तक हुई कांग्रेस स्क्रीनिग कमेटी की बैठक में नामों को लेकर फिलहाल अंतिम मुहर नहीं लगी है आज फिर से यह बैठक होगी।कांग्रेस प्रत्याशी चयन में लगता है फूंक फूंक कर कदम उठा रही है बीजेपी ने जहां 39 प्रत्याशी घोषित कर दिए वहीं कांग्रेस जो लगता था बीजेपी से पहले प्रत्याशी घोषित कर देगी वह अभी तक अंतिम फैसला नहीं ले सकी हैं।

दिल्ली में कांग्रेस ऑफिस में मंगलवार को हुई मीटिंग में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह के साथ महासचिव केस वेणुगोपाल प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह बैठक में शामिल हुए और शाम 6 बजे शुरू हुई यह बैठक रात साढ़े दस बजे तक चली।

इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने 150 सीटों पर नाम तय करने को लेकर गहन माथापच्ची की लेकिन अभी उन्हें अंतिम रूप नही दिया जा सका है। बताया जाता है कांग्रेस दो अहम बिंदुओं पर विचार विमर्श कर रही है वह पहले उन 66 सीटों पर फोकस कर रही है जो वह लंबे समय से हार रही है दूसरा कांग्रेस पहले उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करना चाहती है जहां उसके अभी सिटिंग एमएलए है कांग्रेस के सर्वे में उनके खिलाफ एंटी इंकमनेंसी भी नही मिली हो,यदि वर्तमान स्थिति पर नजर डाली जाएं तो कांग्रेस के कुल 96 विधायकों में से 35 विधायक ऐसे है जिनके पार्टी टिकट काट सकती है इस तरह कांग्रेस बचे हुए 61 एमएलए के टिकट फायनल कर सकती है।

इस मामले में प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि कांग्रेस जल्द बेहतरीन से बेहतरीन प्रत्याशी घोषित करेगी जो जीत के साथ कांग्रेस की विचाराधारा को आगे बड़ाने के साथ सबसे अधिक जनमत रखता हो जो प्रदेश के आदिवासी दलित पिछड़े और गरीब युवा और महिलाओं की आवाज जाति से ऊपर उठकर बुलंदी से उठा सकता हो। उन्होंने कहा कांग्रेस में प्रजातंत्र है और पार्टी अपने मापदंडों के मुताबिक फायनल निर्णय करेगी। सुरजेवाला ने बताया इससे पहले पार्टी 5 दिन तक मंथन कर चुकी है जिसमे ब्लॉक जिला अध्यक्षों अग्रिम संगठनों और पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा हुई जिन्होंने टिकट के लिए आवेदन किया है उन्हें थोड़ी तखलीफ तो जरूर होगी क्योंकि टिकट मांगने वालों की संख्या ज्यादा है। लेकिन यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है उन्होंने कहा इससे यह जाहिर होता है कि 18 साल तक जनता को लूटने वाले शिवराज सिंह का समय अब खत्म हो गया उन्होंने पिछले 25 दिन में तीन हजार और अभी तक एक लाख घोषणाएं की उन्हें सुबह की घोषणा शाम को याद नही रहती भूल जाते है हार देखकर अब उन्होंने लफ्फाजेबाजी और महंगे इस्तहार का सहारा ले लिया है इस तरह एक तरफ 18 साल से लूटने वाले है तो दूसरी तरफ वादे के पक्के कमलनाथ है और जनता कांग्रेस के पक्ष में फैसला करने को आतुर दिखाई दे रही है।

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दिल्लीदेश

वैश्विक आम राय के साथ G 20 समिट का समापन,मजबूत संतुलित समावर्ती विकास का संकल्प,दिल्ली घोषणा पत्र पर लगी मुहर

G20 Members at Rajghat

नई दिल्ली / भारत की अध्यक्षता में होने वाली दो दिवसीय G 20 समिट के दो दिवसीय कार्यक्रम समापन हो गया कई मायनों में उपलब्धियों से भरे इस वैश्विक सम्मेलन का मूल मंत्र एक धरती एक परिवार और एक भविष्य के साथ साथ मजबूत टिकाऊ संतुलित और समावर्ती विकास का रहा। अगले G 20 सम्मेलन की अध्यक्षता का दायित्व ब्राजील के राष्ट्रपति को पीएम नरेंद्र मोदी ने इस समिट का हैमर देकर सौंपा।

भारत की राजधानी दिल्ली में होने वाले इस G 20 के शिखर सम्मेलन में 19 देशों के राष्ट्राध्यक्ष सहित विश्व के करीब 10 मेहमान देशों और यूरोपियन यूनियन के सदस्य इसमें शामिल हुए इस दौरान अफ्रीकन यूनियन को G 20 का सदस्य भी बनाया गया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाले इस G 20 सम्मेलन का भारत शानदार मेजबान रहा। साथ ही अमेरिका ब्रिटेन सहित अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भारत के निष्पक्ष नेतृत्व की सराहना की साथ ही इस समिट में सभी देशों की बाजिव चिंताओं को भी प्रमुख रूप से जगह मिली और इस तरह वैश्विक आमराय के साथ G 20 समिट बिना किसी व्यवधान के सफलता के साथ संपन्न हो गई।

जहां तक उपलब्धियों की बात करें तो पहले दिन भारत के दृष्टिकोण से सबसे बड़ी उपलब्धि और कामयाबी दिल्ली घोषणा पत्र पर सभी देशों की सहमति बनी इस ज्वाइन स्टेटमेंट पर बनी स्वीकृति का ऐलान दूसरे सत्र में खुद पीएम श्री मोदी ने किया। इसके अलावा रूस यूक्रेन के युद्ध का मुद्दा हावी नहीं रहा।

इस समिट में ईधन पर्यावरण व्यवसाय प्रमुख मुद्दा रहा जिसके तहत एक और फ्यूल ब्लेंडिंग डवलप करने पर काम करने पर सहमति बनी इथोनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 प्रतिशत पर ले जाने पर पहल करने की बात हुई, बायो फ्यूल को तवज्जो देने का भी निर्णय लिया गया जिसके तहत पेड़ पौधों अनाज शैवाल भूसी फूड बेस्ट से बायो फ्यूल बनाने पर आम राय बनी। साथ ही भारत, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच आर्थिक कॉरीडोर के निर्माण को अंतिम रूप दिया गया।

भारत के मुंबई से पश्चिम एशिया होते हुए यूरोप तक का यह करिश्माई कॉरीडोर भारत और यूरोप को पास लायेगा जो रेल यातायात से प्रारंभ होकर यूरोप में समुद्री मार्ग से जुड़ेगा और शिप के माध्यम से आगे बड़कर अंतिम पड़ाव तक पहुंचेगा। रेल और शिप के गठजोड़ के इस कॉरीडोर के बनने से व्यापार सस्ता होगा और खर्च में कमी आयेगी चूकि इसमें सभी G 20 के देश अपना अपना दायित्व निभाएंगे जिससे चीन से कर्ज लेकर जाल में फंसने से मित्र देश बच जायेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा इस वैश्विक सम्मेलन में कल्याण की कामना के साथ आशा और शांति का संचार हुआ है जिसने एकजुटता को बल प्रदान करने के साथ सबका साथ सबका विश्वास की भावना को बढ़ाया है। उन्होंने कहा अभी नवंबर तक हमारे पास वक्त है मेरा सुझाव है कि हमने जो निर्णय लिए जो सुझाव इस समिट में लिए है उनपर हम एक वर्चुअल सेशन रखे और उन सभी विषयों की समीक्षा करे। इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति सहित अन्य प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्षो से व्दिपक्षीय वार्ता भी की जिसमें एक दूसरे देश को आपसी सहयोग और अपनी जरूरतों को पूरा करने पर सहमति बनाई।

रविवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सहित सभी देशों के राष्ट्रपति राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षरा सुनक अक्षर धाम मंदिर भी पहुंचे और उन्होंने दर्शन के साथ पूजा अर्चना की।

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दिल्ली

G 20 समिट 9 एवं 10 सितंबर को भारत में, तैयारियां पूरी, वीवीआईपी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, आज रात तक भारत आ जायेंगे विश्व के राष्ट्राध्यक्ष

G20 Summit New Delhi

नई दिल्ली/ देश की राजधानी दिल्ली में 9 एवं 10 सितंबर को होने वाली G 20 की समिट की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है इसमें 18 देशों के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री यूरोपियन यूनियन के डेलीगेट्स और 9 मेहमान देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली आ रहे है यह पहला मौका है जब इतनी तादाद में दुनिया के लीडर भारत आ रहे हैं। जहां तक सिक्योरिटी का सबाल है इस दौरान दिल्ली को हाई एलर्ट पर रखने के साथ 1 लाख 30 हजार जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहेंगे साथ ही मिसाइल फाईटर जेट भी रहेंगे इसके अलावा किसी इमरजेंसी में सभी लीडर्स सैफ हाउस में शिफ्ट हो सकेंगे।

G 20 समिट के वक्त दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था चाक चोबंद रखी जा रही है दिल्ली पुलिस के 50 हजार जवानों के अलावा NSG CRPF CAPF और आर्मी के 80 हजार जवान ड्यूटी पर तैनात रहेंगे साथ ही बुलेट प्रूफ गाड़ियां एंटी ड्रोन सिस्टम, एयर डिफेंस सिस्टम, फाइटर जेट राफेल विमान एयरफोर्स और सेना के हेलीकॉप्टर, हवा में 80 किलो मीटर तक मार करने वाली मिसाइले, चेहरा पहचानने वाले कैमरे लगाने के साथ दिल्ली और उसके आसपास के 4 एयरपोर्ट अलर्ट मोड पर रहेंगे यह सब इस जी 20 समिट और उसमें शामिल होने वाले वीवीआईपी लीडर्स की सुरक्षा के लिए है। दिल्ली पुलिस के अफसरों के मुताबिक इससे पहले दिल्ली में इतनी अधिक सुरक्षा व्यवस्था नहीं देखी गई।

इसके अलावा विदेशी मेहमान जिन होटलों में रुकेंगे वहां डीसीपी रैंक के अधिकारी कैप कमांडर के रूप में तैनात रहेंगे एयरपोर्ट होटल समिट का वेन्यू भारत मंडपम में विश्व के लीडर्स के आने जाने के दौरान जो सिक्योरिटी होगी इसके मुताबिक जी 20 समिट में आ रहे लीडर्स की सबसे अहम सुरक्षा की कड़ी एयरपोर्ट हैं जिसके तहत राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के विमान पालम एयरबेस पर लेंड होंगे जहां सेंट्रल फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे जबकि डेलीगेट्स दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर लैंड करेंगे इन डेलीगेट्स के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर डेडीकेटिड कोरिडोर बनाया गया है। इंटरनल सिक्योरिटी एसआईएसएफ के पास है सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट पर अतरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है साथ ही स्पेशल कमांड सेंटर के जरिए पूरे एयरपोर्ट की मॉनिटरिंग हो रही है।

G 20 समिट की वैन्यू वाली जगहों (भारत मंडपम प्रगति मैदान ) पर स्पेशल सीपी लेबल अफसर वेन्यू कमांडर बनाए गए है उनकी मदद के लिए जोनल इंचार्ज के तौर पर ज्वाइंट सीपी लेबल के अधिकारी होंगे,इसके अलावा वर्ड लीडर्स के लिए बैलेस्टिक शील्ड वाले सैफ हाउस बनाएं गए है किसी इमरजेंसी या अटैक होने पर उन्हें सुरक्षित सैफ हाऊस में तुरंत शिफ्ट किया जा सके। इमरजेंसी के लिए एनएसजी ऑपरेशन के लिए भारत मंडपम के पास हेलीकॉप्टर तैनात रहेंगे इसके लिए 200 से ज्यादा कमांडो को ऑपरेशन के लिए ट्रेनिग दी गई हैं। समिट में शामिल होने आए विश्व के यह लीडर्स महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट भी जायेंगे।

दिल्ली में ट्रैफिक मैनेज करने के लिए दिल्ली पुलिस के 10 हजार जवान तैनात रहेंगे G 20 समिट में आने वाले ज्यादातर वीवीआईपी 8 सितंबर तक आयेंगे ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए डिटेल रूट प्लानिंग की गई है इमरजेंसी के लिए ऑप्शन रूट भी रखा गया है दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के अनुसार विश्व के लीडर्स जिन होटलों में रुकेंगे उनके आसपास सभी यातायात बंद रहेगा। रेल्वे स्टेशन मैट्रो स्टेशन पर दिल्ली पुलिस का खास दस्ता तैनात रहेगा जिसमें दिल्ली मैट्रो के फ्लेसिंग स्कवाड,पुलिस और सीआईएसएफ ने पहले से सुरक्षा की तैयारी की है जो संदिग्ध को देखकर उसकी जांच और उससे पूछताछ करेंगे।

वीवीआईपी मूमेंट के दौरान एनएसजी, एसपीजी के जवान और अफसर तैनात रहेंगे। वही आसमान में जवान और जवान काफिले के निकलने से 45 मिनट पहले से ही पोजीशन ले लेंगे। जबकि सुरक्षा एजेंसियों की क्लीयरेंस के बाद ही काफिला बाहर निकलेगा। वीवीआईपी मूवमेंट के वक्त ट्रैफिक पुलिस के अलावा अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA, ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI6 के अलावा नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और एसपीजी के जवान भी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही एयरफोर्स के प्लेन हेलीकॉप्टर भी उड़ान भरेंगे साथ ही काफिलों की सुरक्षा में सीआरपीएफ के 950 जवान भी तैनात रहेंगे।

इसके अलावा मूवमेंट से जुड़ा कम्यूनिकेशन कोड के जरिए होगा साथ ही मॉनिटरिंग के लिए स्पेशल कमांड सेंटर बनाया गया हैं जबकि साइबर क्राइम के लिए एक अतरिक्त टीम रखी गई है साथ ही कम्यूनिकेशन लीक न हो इसके लिए संदेश एप का सहारा लिया जा रहा है।

G 20 समिट में शामिल होने के लिए आज रात करीब 11 बजे तक 21 राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंच जायेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शाम 6.55 बजे और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक दोपहर तक भारत आ जायेंगे जबकि नाईजीरिया के राष्ट्रपति सबसे पहले 5 सितंबर को और ईयू और मोरीशश के राष्ट्राध्यक्ष 7 सितंबर को ही भारत आ चुके है फ्रांस और जर्मनी के राष्ट्राध्यक्ष 9 सितंबर को दोपहर 12.35 बजे तक भारत पहुंचेंगे।

भारत सरकार शिखर सम्मेलन में आने वाले सभी विदेशी मेहमानों के वॉलेट में एक हजार रुपए डालेगी जिससे उन्हें भारत की डिजीटल पॉवर की अनुभूति हो सके इसके अलावा आयोजन स्थल भारत मंडपम के पास मौसम विभाग ने मौसम की सही जानकारी के लिए ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किया है जबकि विदेशी मेहमानों के चांदनी चौक में घूमने के दौरान दुकानदारों से बातचीत में भाषा व्यविधान ना बने इसके लिए 100 महिला उद्यमी भाषा अनुवादक बनेगी। साथ ही भारत मंडपम में 3 घंटे का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा जिसमें सुर और वाद्य का सुंदर समावेश होगा और पहली बार 78 वाद्ययंत्र पर कलाकार अपने फन का एक साथ इजहार करेंगे।

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दिल्ली

कांग्रेस वर्किंग कमेटी युवा शक्ति और अनुभव का तालमेल, कांग्रेस बदलाव की ओर ?

Mallikarjun Kharge Congress

नई दिल्ली / कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी नई टीम कांग्रेस वर्किंग कमेटी का ऐलान कर दिया है जिसमें युवा और अनुभव का बराबरी का समावेश किया गया है साथ ही पहले सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य थे जिन्हें बढ़ाकर अब 39 कर दिया गया है जिससे लगता है कांग्रेस ने पार्टी की सबसे पॉवर फुल कमेटी में और अधिक जान फूंकने के लिए सीधे सीधे बदलाव के संकेत दिये है।

कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी सबसे सुप्रीम बॉडी है जो पार्टी और उसके संविधान से जुड़े सभी फैसले लेती है ऊपरी स्तर पर उसे हर फैसला लेने का अधिकार होता है पार्टी अध्यक्ष बनाना हो मुख्यमंत्री के नाम को तय करना हो हटाना हो अंतिम अधिकार सीडब्ल्यूसी पर ही है इस तरह यह कांग्रेस के 100 साल पुराने कल्चर के साथ आज भी अपना काम कर रही हैं। खास बात है कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में जो निर्णय लिया गया था कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उसके मुताबिक़ कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 50 फीसदी युवाओं का समावेश किया है जो सभी 50 साल की उम्र से कम हैं।

इससे स्पष्ट होता है कि पुराने समय से कांग्रेस में ज्यादातर उम्रदराज एवं वरिष्ठ नेताओं को शामिल करने की जो परंपरा चली आ रही थी अध्यक्ष खड़गे ने उसे तोड़ने की पूरी पूरी कोशिश की है और युवा सोच और अनुभव दोनों को सीडब्ल्यूसी में मौका दिया है अब यह कमेटी और इसमें शामिल लोग 2024 के चुनाव का क्या कुछ कमाल कर पाते है और भाजपा के मुकाबले कितने सफल हो पाते है यह आने वाला समय बताएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया गांधी डॉ मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, राहुल गांधी साथ ही जी 23 के सदस्य रहे आनंद शर्मा, शशि थरूर भी कमेटी के सदस्य बनाए गए है इसके अलावा दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चोधरी, जयराम नरेश, प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीप सुरजेवाला, गौरव गोगोई, सचिन पायलट, अजय माकन, वामसी रेड्डी, सुप्रिया श्रीनेत कमलेश्वर पटेल, अलका लांबा, मीनाक्षी नटराजन, ताम्रध्वज साहू, कन्हैया कुमार, दीपेंद्र हुड्डा, सचिन राव, परणीति शिंदे को सदस्य के रूप में शामिल किया गया हैं। मध्यप्रदेश से तीन नेता शामिल है जिसमें से दिग्विजय सिंह को मुख्य कार्यसमिति में जगह मिली है और दूसरा नाम कमलेश्वर पटेल का है जो टिकट बंटबारे की स्क्रीनिंग कमेटी में भी है इस तरह वे केंद्रीय और राज्य दोनों जगह महत्वपूर्ण भूमिका में है और तीसरा नाम मीनाक्षी नटराजन का है जिन्हे स्थाई आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

कमेटी में 6 महिलाओं को।शामिल किया गया है जबकि 6 मेंबर ओबीसी और 9 सदस्य अनुसूचित जाति वर्ग से है जिन 4 राज्यों में चुनाव है उन प्रांतो के नेताओं को भी इस कमेटी में खास तौर पर जगह दी गई है।

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दिल्ली

एशिया कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान, रोहित कप्तान, बुमराह राहुल अय्यर भी शामिल

Asia Cup 2023

नई दिल्ली/ एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई ने आज भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है 17 सदस्यीय टीम का नेतृत्व रोहित शर्मा करेंगे जबकि एंजर्ड होने से लंबे समय से बाहर विकेट कीपर बल्लेबाज केएल राहुल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और बल्लेबाज श्रेयश अय्यर की टीम में बापिसी हुई हैं।

बीसीसीआई ने आज ओडीआई एशिया कप (ओडीआई) के लिए टीम इंडिया की घोषणा कर दी है इस बार एशिया कप 30 अगस्त से शुरु हो रहा है जो पाकिस्तान और श्रीलंका की सयुक्त मेजवानी में होगा जिसमें 9 मैच श्रीलंका में और 4 मैच पाकिस्तान में होंगे,दो पूलो में होने वाले एशिया कप के ए पूल में भारत, पाकिस्तान और नेपाल को रखा गया है जबकि बी पूल में श्रीलंका, बंगलादेश और अफगानिस्तान शामिल हैं भारत का पहला मैच 2 सितंबर को पाकिस्तान से होगा। भारत 7 बार एशिया चैंपियन रहा है यदि भारत इस बार एशिया कप जीतता है तो वह आठवीं बार क्रिकेट एशिया का सरताज बन जायेगा।

17 सदस्यीय भारतीय टीम का कप्तान रोहित शर्मा को बनाया गया है उनके साथ विराट कोहली शुभमन गिल सूर्यकुमार यादव तिलक वर्मा केएल राहुल श्रेयश अय्यर हार्दिक पांड्या (उपकप्तान), ईशान किशन रविंद्र जडेजा मोहम्मद शमी मोहम्मद सिराज शार्दुल ठाकुर कुलदीप यादव अक्षर पटेल प्रसिद्ध कृष्णा शामिल हैं जबकि संजू सैमसन को बतौर बेकअप विकेट कीपर के रूप में रखा गया है। लेकिन स्पिनर युजवेंद्र चहल को टीम में जगह नहीं मिल पाई हैं।

खास बात है सीनियर खिलाड़ी केएल राहुल जसप्रीत बुमराह और श्रेयश अय्यर एंजरी के कारण अभी तक टीम से बाहर थे बुमराह ने 11 महिने बाद बापिसी की है जबकि राहुल ने अंतिम वनडे 22 मार्च को खेला था उसके बाद आईपीएल में खेले लेकिन मई में फील्डिंग के दौरान वे चोटग्रस्त हो गए थे इसके बाद उन्होंने सर्जरी कराई अब इंटरनेशनल गेम के लिए तैयार है। इसी तरह अय्यर भी खेल के दौरान ऐंजर्ड हुए थे वह भी बापसी कर रहे हैं।

टॉप ऑर्डर में रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल को मौका मिला है वही चौथे नंबर पर सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा का चयन हुआ है ऑल राउंडर के रूप में बीसीसीआई ने रवींद्र जडेजा शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल को शामिल किया हैं।

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दिल्ली

मोदी के अगले साल फिर झंडा फहराने के ऐलान पर विपक्ष हुआ हमलावर, कहा अगले साल अपने घर पर ध्वजारोहण करेंगे मोदी

Opposition Parties Meet

नई दिल्ली/ देश के 77 वे स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अगले साल वह फिर से झंडा फहराएंगे और 2024 में लाल किले से मैं फिर से गौरव गान करूंगा। इस पर विपक्ष हमलावर हैं और I.N.D.I.A.में शामिल नेताओं ने कहा कि नरेंद्र मोदी का यह आखिरी भाषण था और 2024 में वे अपने घर पर झंडा फहराएंगे।

यदि देखा जाएं तो 2014 में बीजेपी ने नारा दिया अबकी बार मोदी सरकार और नए नए वायदो के साथ वह सत्ता में आगई और 2019 में उसने कहा कि देश के विकास और रुके हुए कामों के लिए उसे देश की जनता फिर से मौका दे, और देश ने उन्हें दूसरी बार फिर से सत्ता सौंपी। अब तीसरे टर्न के लिए उन्होंने एक तरह से खुद को पीएम प्रोजेक्ट कर दिया और लाल किले की प्राचीर से साफ साफ कहा अगले साल 2024 में वह फिर यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नेताओं का कहना है भारत एक प्रजातांत्रिक देश है और यहां का संविधान देश के नागरिकों को मतदान का हक देता है और जनादेश के माध्यम से ही सरकार चुनी जाती हैं। फिर नरेंद्र मोदी कैसे कह रहे है कि वह अगले साल 2024 में भी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से झंडा फहराएंगे। इससे साफ है कि पीएम को अब विश्वास ही नहीं रहा जबकि यह तो देश की जनता का अपमान हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार चुनने का अधिकार जनता को है वह कैसे कह रहे है हां वह झंडा जरूर फहराएंगे लेकिन अगले साल वह अपने घर पर झंडा फहराएंगे। जबकि जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के लोग सब निश्चित रहे 2024 के बाद देश को आजादी मिल जायेंगी। जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लालकिले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आखिरी भाषण था वही जेडीयू नेता लालूप्रसाद यादव ने कहा कि अगले साल वे झंडा नही फहरा पाएंगे अगली बार हमारी बारी है। जबकि आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर जो स्वीच दी वह फेयर वेल की तरह थी मोदी जी आयेंगे जरूर लेकिन आगे की सीट पर बैठेंगे।

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