close

रांची

झारखंडरांची

झारखंड की सोरेन सरकार पर लटकी तलवार, ऑपरेशन लोटस के डर से सभी विधायक को रायपुर शिफ्ट किया

रांची / झारखंड में एक बार फिर सियासी भूचाल आ गया है और ऑपरेशन लोटस की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। एक तरफ चुनाव आयोग ने मुख्यमत्री हेमंत सोरेन की विधायक की सदस्यता मामले में अपना फैसला राज्यपाल को भेज दिया है जिसका फिलहाल खुलासा तो नहीं हुआ लेकिन सोरेन की सदस्यता जाने और गठबंधन सरकार पर संकट आने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सभी विधायको को इंडिगो की फ्लाइट से रायपुर रवाना कर दिया हैं।

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर तलवार लटकी हुई है ऑफिस एंड प्रॉफिट केस में आरोप के चलते सोरेन की विधायक की सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है फिलहाल चुनाव आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक तो नहीं हुई लेकिन बेवसाइट अखबार सोशल मीडिया और अन्य सूत्रों में संभावना जताई जा रही है की हेमंत सोरेन की सदस्यता जा रही है इस बीच बीजेपी इसका फ़ायदा उठाकर कही यूपीए गठबंधन के विधायकों को बरगलाकर प्रलोभन या लालच देकर उन्हें तोड़ ना ले ऐसी आशंका हेमंत सोरेन को हैं इसलिए मंगलवार को शाम साढ़े चार बजे उन्होंने अपने दो बीमार विधायको को छोड़कर सभी विधायकों को इंडिगो की फ्लाइट से कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ के रायपुर भेज दिया हैं।

जैसा कि झारखंड में कुल 81 विधानसभी सीटें है जिसमें जेएमएम के 30, कांग्रेस के 18 और एक विधायक आरजेडी का शामिल है जो हेमंत सोरेन की यूपीए के सरकार में शामिल है जबकि बीजेपी पर 26 विधायक है इस तरह सरकार बनाने के लिए बहुमत के लिए 41 विधायको की ज़रूरत है और सोरेन सरकार पर 49 विधायक हैं और एक स्पीकर को मिला ले तो कुल 50 विधायक यूपीए सरकार का हिस्सा हैं। एक हफ्ते से झारखंड में यही माहोल व्याप्त है 5 दिन पहले भी इन विधायकों के रायपुर जाने की बात कही जा रही थी विधायक बसों में भरकर मुख्यमंत्री के साथ निकले जरूर लेकिन खूंटी में पिकनिक मनाकर सांची लोट आएं थे।

read more
झारखंडरांची

झारखंड में कुर्सी का खेल जारी, सुरेन विधायकों को साथ ले गए खूंटी पिकनिक मनाकर लोटे

रांची/ आफिस ऑफ प्रॉफिट केस में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सिर पर उनकी विधायकी की सदस्यता निलंबन की तलवार लटकी है अपनी सरकार को बचाने की जद्दोजहद में वह यूपीए के सभी विधायको को खूंटी ले गए है इस ऑपरेशन को काफी गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया।साफ है उन्हें डर है कि कही उनकी विपक्षी पार्टी बीजेपी बहका कर उनके विधायको को तोड़ नही ले। आज सोरेन अपने 41 विधायको के साथ तीन बसों से खूंटी रवाना हुए और उन्होंने विधायको के साथ एक सेल्फी फोटो भी सार्वजनिक किया हैं। लेकिन 4 घंटे बाद सभी विधायक मुख्यमंत्री के साथ वापस आ गए। जबकि सोरेन की सदस्यता जाना तय माना जा रहा हैं।

जैसा कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी विधायको की यूपीए गठबंधन की सरकार है इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ऑफिस आफ़ प्रॉफिट केस में फंस गए और यह मामला चुनाव आयोग में जा पंहुचा है

लेकिन मुख्यमंत्री सोरेन को खबर मिली कि झारखंड में आपरेशन लोटस की कोशिश हो रही है और सोरेन ने अपने विधायको को एकजुट रखने और अपनी सरकार सुरक्षित करने की मुहिम गोपनीय तरीके से शुरू कर दी इस बीच 10 अगस्त को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रांची दौरे के साथ सरकार बचाने की भूमिका बनी। इसके बाद हेमंत सोरेन ने भी सभी विधायकों की बैठक ली थी और सभी को एकजुट रहने को कहा।

बैठक के बाद पिछले दिन से ही यह खबर थी कि यूपीए के सभी विधायक कही बाहर ले जाए जा सकते है और शुक्रवार को उन्हे छत्तीसगढ़ ले जाने की भी चर्चा थी लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम इससे इंकार करते रहे। लेकिन बीती रात से देर रात तक गोपनीय तरीके से एक ऑपरेशन शुरू हुआ और क्राइसिस मैनेजमेंट जिसने दो दिन पहले तैयार रणनीति के तहत के विधायकों को बाहर ले जाने की मुहिम शुरू कर दी और सभी विधायको को एक स्थान पर लाया गया और आज शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ 41 विधायक खूंटी रवाना हुए बताया जाता है इन्हें किसी रिसोर्ट में ठहराया जाना था बताया जाता है यह मिशन पूरी तरह से सीक्रेट रखा गया है यहां तक की बस चालक और अन्य कर्मचारियों के फ़ोन भी उनसे ले लिए गए है। लेकिन सभी विधायक 4 घंटे बाद रांची लौट आए बताया जाता है खूंटी में सभी विधायको के साथ एक डेम पर पिकनिक जैसा माहौल देखा गया साथ ही एक बैठक भी हुई रांची लौटने से यही संदेश दिया गया कि सभी विधायक एकजुट हैं।

जबकि सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली है कि चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता मामले में अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को भेज दी है लेकिन फिलहाल इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। अब राज्यपाल के मन में क्या बात है यह कहा नहीं जा सकता। जबकि कहा यह भी जा रहा है यदि सोरेन की विधायक की सदस्यता चली भी जाती है तो वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे।

read more
झारखंडरांची

इंडिया के चीफ जस्टिस की खरी खरी, झूठ का एजेंडा चलाकर मीडिया लोकतंत्र को पीछे धकेल रहा हैं

N V Ramanna

रांची / भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एन वी रमन्ना ने कहा कि न्यायिक मामलों और सामाजिक मुद्दों पर टीवी डीवेड और सोशल मीडिया पर चलाए जाने वाले एजेंडा वाले अधकचरे कंगारू कोर्ट लोकतंत्र के लिए नुकसान देह है उन्होंने कहा प्रिंट मीडिया फिर भी अपनी जवाबदेही समझता है परंतु इलेक्ट्रोनिक मीडिया पूरा झूठ का एजेंडा चला रहा हैं।

रांची में जस्टिस एसबी सिंहा मेमोरियल लेक्चर में अपने संबोधन में भारत के सीजेआई श्री रामन्ना ने कहा कि आज के बदले हुए युग में मीडिया के पास किसी भी विषय को बड़ाने की अपार क्षमता है लेकिन वह अच्छे बुरे सही गलत और कोन सी चीज सामने रखना है कोन सी नही इसमें अंतर की क्षमता खो चुका हैं मीडिया को अपनी जवाबदेही समझता होगी उन्होंने कहा इलेक्ट्रोनिक मीडिया प्रेरित डिबेड कराता है और मीडिया की तरफ से फैलाए जा रहे पूर्वाग्रह से लोग प्रभावित होते है जिससे जिससे कई बार अनुभवी जजों को भी फैसला लेने में मुश्किलात का सामना करना पड़ता हैं और यह लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है और व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा हैं और यही कारण है कि सोशल मीडिया पर जवाबदेही की मांग बड़ी हैं।

सीजेआई श्री रामन्ना ने कहा कि मीडिया अपनी जिम्मेदारी समझे और मीडिया सरकार या अदालतों को हस्तक्षेप का अवसर देने की बजाय खुद को संतुलित और विनियमित करें । प्रमुख न्यायाधीश ने विशेष रूप से जजों के खिलाफ मीडिया में चलाए जारहे अभियान का हवाला देते हुए कहा कि जज तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दे सकते लेकिन इसे उनकी कमजोरी या लाचारी कतई ना समझी जाएं। बीजेपी की पूर्व नेत्री नुपुर शर्मा के खिलाफ फैसले और टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर दो जजों के खिलाफ अभियान चलाया गया था, सीजेआई ने कहा एक जज जिसने अपराधियों को सजा दी हो उसके रिटायर होने के बाद उसकी सुरक्षा वापस ले ली जाती है उसके बाद उस जज को उसी समाज में ही रहना पड़ता है जिसमें वे कई लोगों को दोषी ठहरा चुके होते हैं।

read more
झारखंडरांची

रांची में महिला एसआई और आणन्द में सिपाही को वाहन से कुचला, दोनों की दर्दनाक मौत

Women SI Killed

रांची, आणन्द / हरियाणा में डीएसपी को डम्फर से कुचलकर हत्या करने की घटना को पूरे 24 घंटे भी नही गुजरे थे कि रांची में एक महिला सब इंस्पेक्टर और आणन्द में एक एक पुलिस कांस्टेबल को माफिया ने वाहनों से कुचलकर मार डाला। जिससे साफ होता है कि माफिया के सामने पुलिस और कानून का खौफ जैसे खत्म सा हो गया हैं।

झारखंड के रांची के तुपुदाना में पदस्थ महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक संध्या टोपनो को मुखबिर से खबर मिली थी कि उनके इलाके से गौ तस्कर वाहन में मवेशियों को लेकर निकलने वाले है मंगलवार की सुबह 3 बजे वह अपने साथ दो पुलिस कर्मीयो के साथ तुपुदाना इलाके में वाहनों की चेकिंग करने लगी जब वह एक कार की साइड में खड़े होकर चेकिंग कर रही थी इसी बीच एक पिकअप वाहन तेजी से उसी तरफ से निकला और उसे कुचलता हुआ भागने लगा यह देख उसके साथ के पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया तेज गति होने से वह आगे पलट गया पुलिस कर्मियों ने ड्राइवर सहित दो लोगो को पकड़ लिया, लेकिन महिला एसआई संध्या टोपनो की वाहन के नीचे आने से मौत हो गई।

संध्या टोपनो 2018 बैंच की सब इंस्पेक्टर थी जो शुरू से यही पदस्थ थी पिता की मौत के बाद उन्होंने इसकी परीक्षा पास की थी तीन भाई बहनों वह बीच की थी उनकी शादी नहीं हुई थी उनकी आकस्मिक मौत से उनके परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा है उनकी मां स्नेहलता टोपनो का कहना है कि वह शुरू से ही लड़को कर तरह रहती थी और पुलिस अफसर बनना चाहती थी पिता के रहते वह पुलिस में नही जा सकी बाद में उसने चुपचाप फॉर्म भरा और सफल भी हो गई वह मेरी बेटी नहीं बेटा थी जबकि उसके छोटे भाई अजीत का कहना है हमें न्याय चाहिए।

इधर गुजरात के आणन्द में पुलिस चेकिंग के दौरान एक ट्रक चालक ने एक पुलिस कांस्टेबल को रौद दिया जिससे उसकी मौत हो गई डीएसपी अजीत राय के मुताबिक बोरसद शहर में रात की ड्यूटी के दौरान चेकिंग में किरण राज नाम का एक पुलिस कर्मी ने जब एक ट्रक को रोकने की कोशिश की तो ड्राइवर ने एकाएक ट्रक तेज गति से आगे बढ़ा दिया पुलिस कर्मी ने उसका पीछा किया और रुकने पर जब वह ट्रक की ओर बढ़ रहा था तभी एकाएक ट्रक चालक ने किरण राज पर ट्रक चढ़ा दिया और कुचल दिया राहगीरों ने उसे करमसद अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उसकी मौत हो गई इस बीच ड्राइवर ट्रक छोड़कर भाग गया। पुलिस ने ट्रक को जब्त पर आरोपी ड्राइवर की खोजबीन शुरू कर दी हैं।

read more
error: Content is protected !!