राजौरी/ जम्मूकश्मीर में एक बार फिर से आतंकी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है गुरुवार को 4 जवानों की शहादत के साथ हाल में 19 सेना के अफसर और जवान शहीद हो चुके है जबकि सुरक्षा बलों ने 28 आतंकियों को भी ढेर किया है लेकिन राजौरी का 12 किलोमीटर का यह घना जंगल आतंकियों की आश्रय स्थली बना हुआ है तो भारतीय सुरक्षा बलों के लिए इसे भेदना आज भी कई मुश्किलात खड़ी करता हैं। इधर इस घटना की जांच एनआईए को दी गई है आज उसके अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए है।
जम्मू कश्मीर के राजौरी में गुरुवार को दोपहर 3.45 बजे दहशतगर्दों ने सुरनकोट रोड के डेरा की गली इलाके में घात लगाकर सेना के दो वाहनों को निशाना बनाया था जिसमें इस टुकड़ी के 4 जवान शहीद हो गए थे और 3 जवान घायल हो गए थे बताया जाता है यह टुकड़ी आतंकवादियों की सर्चिंग के लिए ही निकली थी जो सुरनकोट से नफलियाज जा रही थी। अचानक एक मोड़ पर हमले के बावजूद सुरक्षा बलों ने भी आतंकियों को बंदूक से जवाब दिया लेकिन आतंकी घने जंगल में समा गए।
बताया जाता है सुरनकोट और बाफलियाज के बीच का डेरा की गली का यह 12 किलोमीटर का इलाका बेहद घने जंगल से आच्छादित है यह जंगली क्षेत्र पहाड़ी और गुफाओं से भरा है जहां वाहन अंदर दाखिल होना काफी मुश्किल है यही वजह है कि भारतीय सेना और सीआरपीएफ के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर लगातार इस इलाके में सर्चिंग कर रहे है और जो ड्रोन और खोजी डॉग्स से जंगल के अंदर तक नजर बनाए हुए है साथ ही जंगली एरिये के ऊपर हेलीकॉप्टर से आतंकियों का तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा हैं।
सुरक्षा बल की टुकड़ी पर हमला करने वाले आतंकी पीएएफएफ के है जिन्हें पिछले 4 साल पहले लश्कर ए तयेबा आतंकी संगठन ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को तेज करने के लिए तैनात किया है जबकि भारत के गृह मंत्रालय ने हाल में पीएएफएफ की बड़ती गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए इसको बेन कर दिया है ।
जैसा कि अभी तक जम्मूकश्मीर के राजौरी क्षेत्र में कुल 28 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है हाल में 14 आतंकी मारे गए जिसमें से 13 एलओसी पार करते हुए या उसके पास मारे गए थे।जिसमें एक टॉप आतंकी भी शामिल है। जबकि राजौरी और पुंछ जिले की सीमा पर स्थित डेरा की गली और बुफलियाज के बीच का जंगली इलाका है जो चमरेर और भाटा धुरियन के जंगल तक जाता है इसी इलाके में 20 अप्रैल को भारतीय सेना के 5 सैनिक शहीद हुए थे मई में भी यहां 5 जवान शहीद हुए थे इस साल राजौरी और पुंछ में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में 19 जवान शहीद हो चुके है।