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कश्मीर के बारामूला में घुसपैठ करते तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने किया ढेर, अनंतनाग में 90 घंटे से एनकाउंटर जारी

Terror Encounter

श्रीनगर / जम्मू कश्मीर के बारामूला में आज सुरक्षा बलों ने एलओसी से भारतीय क्षेत्र में घुसपेठ करने की कोशिश करने के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों के शव भी बरामद कर लिए है जबकि पाकिस्तानी पोस्ट से फायरिंग होने के कारण तीसरा शव अभी नही उठाया जा सका है। इधर अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में सेना और पुलिस का सयुक्त ऑपरेशन जारी है और आतंकियों के खात्मे के लिए अब हेलीकॉप्टर के उपयोग के साथ मिसाइल का इस्तेमाल किया जार रहा है।

कश्मीर में तैनात सेना को आज सुबह बारामूला में लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक उरी सेक्टर के हथलंगा क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी सेना के जवानों की टुकड़ी ने उन्हें एलओसी के पास घेर लिया इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग हुई और इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए सेना के जवानों ने दो आतंकियों के शवों को अपने कब्जे में लिया लेकिन जब वह एलओसी के नजदीक तीसरे आतंकी के शव को लेने बड़े तो एलओसी के आगे पाकिस्तानी पोस्ट से गोलीबारी शुरू हो गई सेना फिलहाल इन मरने वाले आतंकियों की शिनाख्त नहीं कर पाई है। पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सेना पर गोलीबारी से साफ होता है उसने 2021 के सीज फायर का उल्लंघन किया है।

सेना के अफसरों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना आतंकियों को घुसपेठ करने में मदद कर रही थी उसने हमारी सेना पर फायरिंग की एके 47 , चीनी पिस्टल और एक आतंकी के शव से 5 kg RDX और पाकिस्तानी करेंसी बरामद हुईं है। यह वही इलाका है जहां दिसंबर 2022 में सेना ने एक बड़े आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया था।

इधर अनंतनाग के कोकरनाग के जंगलों में सेना और पुलिस का सयुक्त ऑपरेशन आज पांचवे दिन भी जारी है जैसा कि यह इलाका और यहां मोजूद पीर पंगाल पहाड़ी का यह क्षेत्र घना जंगली इलाका है जो 4300 किलोमीटर में फैला है यह वन क्षेत्र आतंकियों के छुपने का मुफीद इलाका है और इसी पहाड़ी की घाटियों में आतंकी छुपे हुए है लेकिन अब फोर्स ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है सेना ने राकेट लांचर और ड्रोन से हमला करने के साथ अब हेलीकॉप्टर और स्नोफर डॉग की मदद भी ली है बताया जाता है इस पहाड़ी क्षेत्र में लश्कर के 3 से 4 आतंकी शरण लिए हुए है। जबकि बारिश की वजह से ऑपरेशन में परेशानी भी सामने आ रही है।

जैसा कि 13 सितंबर बुद्धवार को आतंकियों ने कोकरनाग के इसी जंगल में घरेबंदी पर सर्चिंग कर रही सुरक्षा बलों की टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिसमें 19 वी राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह मेजर आशीष घौचक और जम्मू कश्मीर के डीएसपी हुमायू भट सहित चार अफसरों की शहादत हो गई थी।

जबकि राजौरी में 12 सितंबर को सुरक्षा बल और आतंकवादियों के बीच हुए एनकाउंटर में 2 आतंकी ढेर हुए थे जबकि सेना का एक जवान भी शहीद हुआ था।

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जम्मू-कश्मीरश्रीनगर

अनंतनाग में एनकाउंटर जारी कोकरनाग में आतंकियों की घेराबंदी, हमले की जिम्मेदारी रिजीडेंट्स फ्रंट ने ली, शहीद अफसरों के घरों और गांव में मातम

Kashmir Encounter

श्रीनगर / कश्मीर के अनंतनाग के घने जंगलों में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच अभी भी लगातार (गुरुवार) मुठभेड़ जारी है तेज गोलीबारी के साथ रह रह कर धमाकों की आवाज आ रही है बताया जाता है सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों की घेराबंदी कर ली है सुरक्षा बलों को अब ड्रोन और क्वाडकॉप्टर से मदद भी दी जा रही हैं। इस हमले की जिम्मेदारी रेजीडेंटस फ्रंट ने ली है बताया जाता है यह आतंकी संगठन जैस और लश्कर का नया मॉड्यूल है। जबकि शहीद सैन्य अफसरों और पुलिस अधिकारी के घर और गांवों में मातम पसरा हुआ है और खासकर महिलाओं का रो रोकर बुरा हाल है।

अनंतनाग जिले के गोडोल कोकरनाग इलाके के जंगली इलाके में छुपे हुए आतंकियों से 11 सितंबर से शुरू हुई मुठभेड़ आज गुरूवार को भी जारी है बताया जाता है यह इलाका पहाड़ और घने जंगल से घिरा है जिससे आतंकी यहां आसानी से छुप जाते हैं लेकिन सैन्य अफसरों के शहीद होने के बाद सुरक्षा बल आतंकियों के सफाए के लिए पूरे प्राणपण से जुटे हुए है। और उनपर लगातार हमले पर हमले कर रहे है। आज सुरक्षा बलों का मनोबल बड़ाने के लिए चिनार कोर कमांडर के लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और राष्ट्रीय राइफल्स विक्टर फोर्स के कमांडर मेजर जनरल बलवीर सिंह ने एनकाउंटर स्थल का दौरा भी किया।

पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है इससे पहले 30 मार्च 2020 को आतंकियो से हुई 18 घंटे की मुठभेड़ में एक कर्नल मेजर सब इंस्पेक्टर सहित 5 अफसर शहीद हुए थे जबकि हाल में 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर में 3 जवान शहीद हो गए थे।

इस हमले की जिम्मेदारी रेजीडेंट्स फ्रंट ने ली है जबकि पीटीआई (इंटेलिजेंस सूत्र) के मुताबिक रेजिडेंट्स फ्रंट लश्कर ए तयेबा से जुड़ा आतंकी संगठन है जो जैस और लश्कर का नया मॉड्यूल है जिसे पाकिस्तान की शह मिली हुई है और पिछले 6 माह से यह जम्मू कश्मीर में सक्रिय है पीटीआई के मुताबिक इसी आतंकी संगठन ने अप्रैल में जम्मू के पुंछ में हमला किया था और 4 अगस्त को कुलगाम से लगे जंगली इलाके में भी इसी फ्रंट ने हमला किया था। जबकि नॉर्दन आर्मी कमांड के अफसरों का कहना है जिन्होंने इस हरकत को अंजाम दिया उन्हे बख्शा नहीं जायेगा।

जैसा कि सोमवार 11 सितंबर को 4 से 5 आतंकियों की गोडोल कोकरनाग के जंगली पहाड़ी क्षेत्र में होने की खबर सुरक्षा बलों को मिली थी मंगलवार को स्थानीय पुलिस और सेना ने एक सयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था और रात होने पर अपना ऑपरेशन बंद कर दिया था बुद्धवार 13 सितंबर को यह ज्वाइंट ऑपरेशन फिर शुरू किया गया और जब तलाशी अभियान चल रहा था तो घने जंगल में आतंकियों ने घेराबंदी की और पहाड़ के ऊपरी हिस्से की तरफ से घात लगाकर सुरक्षा बलों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी इस गोलाबारी में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह मेजर आशीष घोचक और जम्मूकश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए।

इस दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को भी मार गिराया था जिसमे सुरक्षा बल के एक राइफल मेन रविकुमार भी शहीद हो गए थे जब सुरक्षा बलों ने जंगल में सर्चिंग की तो उसे मुठभेड़ स्थल से दो एके 47, 7 मैगजीन 2 बुलेट प्रूफ जोकेट और तीन दर्जन से ज्यादा कारतूस बरामद हुए थे।

शहीद डीएसपी हुमायू भट कश्मीर के जिला बड़गाम के त्राल के रहने वाले थे ओपचारिक खानापूरी के बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके परिजनों को सौंप दिया गया बुद्धवार की रात पूरे सम्मान के साथ उसे सुपुर्दे खाक किया गया उपराज्यपाल मनोज सिंहा और डीजीपी जेके दिलबाग सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बताया जाता है डीएसपी हुमायू भट की एक साल पहले ही शादी हुई थी वह अपने पीछे पत्नी 2 माह का बेटा और परिजनों को छोड़ गए हैं।

शहादत देने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह पंजाब के मोहाली जिले के भजोड़िया गांव के रहने वाले थे इनके पिता स्व लखवीर सिंह भी आर्मी में सैनिक थे कर्नल मनप्रीत शादीशुदा थे इनके दो भाई और एक बहन है जबकि इनकी पत्नी सहित 7 साल का एक बेटा कबीर और ढाई साल की बेटी बानी है। हाल में इन्हे सेना पुरुष्कार से सम्मानित किया गया था।

मेजर आशीष धौचक हरियाणा राज्य के पानीपत के गांव बिझोल के रहने वाले थे जो तीन बहनों के इकलौते भाई थे फिलहाल इनका परिवार किराए के मकान में रह रहा था उसके पास ही इन्होंने अपना नया घर बनाया था यह अक्टूबर में आने वाले थे तभी यह और इनका परिवार नए घर में प्रवेश करने वाला था। इनकी पार्थिव देह कल शुक्रवार को इनके गांव पहुंचेगी।

इन सभी शहीदों के घर और गांवों में मातम पसरा है भारी तादाद में आसपास के ग्रामवासी अन्य लोग और रिश्तेदार घर पहुंचे हुए है परिजनों खासकर इनके यहां की महिलाओं का रो रोकर बुरा हाल है।

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जम्मू-कश्मीरश्रीनगर

जम्मूकश्मीर के अनंतनाग और राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़, कर्नल, मेजर सहित डीएसपी शहीद 2 आतंकी भी मारे गए, कैंट ने भी दी शहादत

Anantnag Encounter

श्रीनगर / जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और राजौरी में सुरक्षा बलों और पुलिस की आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है लेकिन इस हमले में सेना के कर्नल और मेजर सहित पुलिस के एक डीएसपी शहीद हो गए है जबकि दो आतंकी भी मारे गए है जबकि अपने हैंडलर को बचाने के दौरान केंट ने भी अपनी शहादत दे दी हैं।

कश्मीर के अनंतनाग में बुद्धवार को जब सुरक्षा बलों के साथ स्थानीय पुलिस आतंकियो को पकड़ने के लिए सर्चिंग कर रही थी उसी दौरान अचानक छुपे हुए आतंकियों ने उनपर हमला कर दिया जिसमें कर्नल मनप्रीत सिंह मेजर आशीष और पुलिस के डीएसपी हिमायू भट्ट बुरी तरह से जख्मी होने के बाद शहीद हो गए जबकि एक अन्य जवान के घायल होने की खबर है।

इधर राजौरी के जंगल में 6 आतंकियों के छुपे होने की खबर मिली थी जिन्हे घेरने के लिए सेना के जवान और पुलिस ने मंगलवार की रात सयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था इस ऑपरेशन में आतंकियों की खोजबीन के लिए 21 आर्मी यूनिट की मादा स्वान केंट भी अपने हैंडलर के साथ शामिल थी केंट इस ऑपरेशन को लीड कर रही थी तभी वह एक आतंकी को खोजकर उसे घेर लेती है तभी अचानक आतंकवादी सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर देते है लेकिन केंट पीछे नहीं हटती वह अपने शिकार को घेरकर सुरक्षा बलों को आगाह करती रहती है तभी आतंकवादी इसके हैंडलर को निशाना बनाने के लिए फायरिंग करते है लेकिन केंट अपने हैंडलर को बचाने बीच में आ जाती है और गोली लगने से उसकी शहादत हो जाती है। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल रात को एक आतंकी को मार गिराते है दूसरा आतंकी सुबह हुई मुठभेड़ में मारा जाता है।

इधर नॉर्दन कमांड के चीफ ले.ज. उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में सुधरते हालात और शांति बहाली से पाकिस्तान बौखला गया है इस बार यहां करीब 2 करोड़ 25 लाख पर्यटको के आने की सम्भावना है जो हाल के सालों में सबसे अधिक है जिससे यहां के लोगों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा लेकिन पाकिस्तान नहीं चाहता कि यहां पर्यटक आने के साथ खुशहाली आए इसलिए उसकी कोशिश यहां भीतरी आतंक को इफेक्ट करने की हैं।

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जम्मू-कश्मीर

जम्मूकश्मीर के कुलगाम से सेना के जवान को आतंकियों ने अगवा किया, ईद मनाने छुट्टी पर घर आया था

A Soldier

कुलगाम / जम्मूकश्मीर के कुलगाम से सेना का एक जवान लापता हो गया है इसकी कार में मिले खून से कई तरह की आशंकाएं उत्पन्न हो रही है जबकि अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है जिससे संभावना है कि इसको आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया हैं । लेह मैं तैनात यह जवान ईद मनाने अपने गांव आया था। पुलिस और सुरक्षा बल उसकी खोजबीन में लगी हैं।

बताया जाता है मूल रूप से कुलगाम के अस्थाल गांव में रहने वाला सेना का जवान 25 वर्षीय जावेद अहमद बनी लद्दाख के लेह में तैनात है जो पिछले दिनों ईद मनाने छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था शनिवार की रात 8 बजे अपनी कार से चावलगांव किसी काम से निकला था लेकिन घर वापस नहीं आया परिजनों और गांव लोगों ने खोजबीन की नहीं मिलने पर पुलिस में शिकायत की।

तलाश करने पर बनी की कार कुलगाम के पास प्रानहल के पास अनलॉक मिली जांच करने पर पुलिस ने पाया कि कार की सीट में खून के कतरे फैले है और उसकी चप्पल भी कार में मिली। जवान की बहन का कहना हैं कि इसकी अपने भाई से फोन पर बात हुई थी उसने जल्द घर आने का बोला था लेकिन वह नहीं आया तो हमारी चिंता बढ़ गई।

उसकी मां का रो रोकर बुरा हाल है जबकि युवक के पिता ने अपहरणकर्ताओं से उसे छोड़ने की गुहार की है । मां का कहना है उसका बेटा सीधा सादा है हमारी कोई दुश्मनी भी नही है उन्होंने कहा उसको छोड़ दे वह कहेंगे तो इसकी सेना की नोकरी भी छुड़ा देंगे। जबकि बनी के अन्य रिश्तेदारों ने कहा कि उनका लड़का अपने काम से काम रखने वाला था लोगों की मदद भी करता था उन्होंने भी उग्रवादियों से बनी को छोड़ने का अनुरोध किया है।

यदि सही में बनी को आतंकियों ने अगवा किया है तो यह जम्मू कश्मीर की पहली घटना नहीं है इससे पहले भी सहित कई सुरक्षा बल और सेना के जवान और अन्य युवकों का आतंकवादी अपहरण के बाद हत्या भी कर चुके है। जिससे सुरक्षा बलों और बनी के घरवालों रिश्तेदार और परिचितों की चिंता बाजिव है।

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जम्मू-कश्मीरश्रीनगर

G20 सम्मेलन के लिए श्रीनगर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, 22 से 24 मई को होगी बैठक

G20 INDIA

श्रीनगर / भारत के श्रीनगर में G 20 देशों का सम्मेलन होने वाला है यह सम्मेलन 22 से 24 मई के बीच जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में होगा इसके लिए केंद्रीय सरकार ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए है और डल झील सहित पूरे क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन के साथ कमांडो तैनात किए जा रहे है।

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में G 20 देशों का तीन दिवसीय सम्मेलन 22 मई से शुरू होगा उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ सीआरपीएफ, सीआईएसएफ मार्कोस और एनएसजी कमांडों को तैनात किया गया है और चप्पे चप्पे पर उनकी नजर रहेगी साथ ही बाजार और वहां की दुकानों होटल और डल झील पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया गया है खासकर डल झील पर चौकस नजर रखी जा रही है और पूरी झील पर मॉरिंग कमांडो तैनात किए गए है और झील के दूसरी तरफ एनएसजी कमांडो की तैनाती की गई हैं। साथ ही बैठक के दौरान दुनिया के देशों के आने वाले प्रतिनिधियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन का प्रयोग भी किया जाएगा।

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जम्मू-कश्मीरपुंछ

पुंछ में आतंकी हमले की जांच एनआईए को, 7 आतंकियो ने किया तीन तरफ से हमला, शहीदों के घर मातम पसरा

NIA

जम्मू/ जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक गुरूवार को हुए ग्रेनेड हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे इस हमले में 4 पाकिस्तानी सहित 7 आतंकी शामिल थे पुलिस और सेना की सुरक्षा एजेंसियां अतंकियो की खोजबीन के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है और घटनास्थल भट्टा दोरियां इलाके के 10 किलोमीटर इलाके में ड्रोन और एमआई हेलीकॉप्टर से उनकी खोजबीन कर रहे है साथ ही जांच एजेंसियों ने 12 संदिग्ध हिरासत में लिए है जबकि इन शहीदों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है उनके घरवालों का बुरा हाल है।पंजाब सरकार ने इन शहीद जवानों के परिजनों को एक एक करोड़ की आर्थिक मदद का ऐलान किया हैं।

पुंछ के भट्टा दोरियां क्षेत्र में गुरुवार को यह आतंकी हमला हुआ था सुरक्षा एजेंसी सेना और पुलिस की जांच में पता चला है कि सेना के ट्रक पर तीन तरफ से आतंकी हमला किया गया था पहले एक तरफ से फायरिंग की इसके बाद दूसरी ओर से और पीछे की तरफ से एकसाथ गोलीबारी के साथ ग्रेनेड से हमला किया गया,साथ ही स्टकी बम का इस्तेमाल भी हुआ है जम्मू कश्मीर में इस तरह का हमला पहली बार हुआ है इसमें करीब 7 आतंकियों के शामिल होने का अनुमान है जिसमें 4 पाकिस्तानी और 3 स्थानीय आतंकी शामिल है चूंकि आसपास घना जंगल है और 20 किलोमीटर दूर एलओसी है जिससे पाक की सीमा में आना जाना आसान है। पुंछ और राजौरी इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है साथ ही सुरक्षा एजेंसियों ने 12 संदिग्ध को हिरासत में लिया है जिनसे सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही है शंका है कि हमले में शार्प शूटर्स भी शामिल थे। इनपुट के आधार पर आतंकी हमले की जांच का काम राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) को दिया गया है जांच में सेना भी शामिल है।

इस आतंकी हमले में 5 भारतीय जवान शहीद हो गए थे जबकि एक जवान झुलसने से घायल हो गया है शहीद होने वाले 4 जवान पंजाब के जबकि एक उड़ीसा का है जिनके नाम लांसनायक कुलवंत सिंह निवासी मोगा मनदीप सिंह, लुधियाना सिपाही सेवक सिंह और हरकिशन सिंह गुरूदासपुर के रहने वाले है जबकि लांसनायक देवाशीष उड़ीसा राज्य के पुरी के रहने वाले थे। इनके जाने से इनके परिवार गम और आंसुओं में डूब गए है और परिजनों का हाल बेहाल हैं। जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद जवानों के परिवार को एक एक करोड़ की आर्थिक मदद के साथ हरसंभव सहायता की घोषणा की है।

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जम्मू-कश्मीरपुंछ

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के वाहन पर आतंकियों का ग्रेनेड हमला, आग में झुलसकर 5 जवान शहीद एक जख्मी

Poonch Terror attack

पुंछ/ जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में सेना के एक ट्रक में आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया जिससे वाहन में भीषण आग लग गई जिसमें झुलसकर 5 जवान शहीद हो गए जबकि एक जवान को गंभीर हालत में सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।सेना ने आतंकियों की घेराबंदी के लिए इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन शुरु कर दिया है।

यह आतंकी हमला जम्मू कश्मीर के पाकिस्तानी सीमा से लगे लाइन ऑफ कंट्रोल के पास पुंछ इलाके में गुरुवार को दोपहर 3 बजे हुआ है चूकि आजकल जम्मू कश्मीर में बारिश और बर्फबारी हो रही है और कम दृश्यता से पहले लगा कि आसमानी बिजली गिरने से यह हादसा हुआ है लेकिन जब जांच की गई तो पता चला कि यह टेरर अटैक है और आतंकवादियों ने गोलाबारूद और ग्रेनेड से सेना के वाहन को निशाना बनाया है इस हमले से ट्रक में तेजी से आग फेल गई और जवानों को वाहन से बाहर निकलने का मौका ही नही मिला जिससे आग के बीच बुरी तरह से वह झुलस गए और 5 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक जख्मी जवान को बाद में पहुंचे सेना के बचाव दल ने किसी तरह आग से बाहर निकाला और उसे सेना के अस्पताल में भर्ती करा दिया हैं।

पुंछ का यह इलाका पाक सीमा से सटा हुआ है जो नेशनल हाईवे है और यहां से लाइन ऑफ़ कंट्रोल कुछ किलोमीटर की दूरी पर है इसलिए इस इलाके में सेना आतंकी ऑपरेशन के तहत पेट्रोलिंग करती रहती है इस हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकियों की घेराबंदी के लिए आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है लेकिन खास बात है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री के भारत आने की चर्चा है उससे पहले आतंकवादियों की यह कायराना हरकत खास मायने रखती हैं।

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जम्मू-कश्मीरश्रीनगर

बर्फबारी के बीच राहुल गांधी की भावुक स्पीच, कहा कश्मीरियों और फोजियों के साथ मैंने भी अपने परिजनों को खोने का दर्द सहा है जो मोदी शाह ने नहीं सहा

Rahul Gandhi Speech at JK

श्रीनगर / भारत जोड़ों यात्रा के समापन अवसर पर राहुल गांधी ने तेज बर्फवारी के बीच लंबी स्पीच दी और भावुक होते हुए कहा कश्मीरियों और फिजियो की तरह मैने भी अपने परिवार के लोगों को खोने का दर्द सहा है मोदीजी और शाहजी ने यह दर्द नही सहा हैं।

भारत जोड़ों यात्रा के दौरान राहुल गांधी और अन्य पदयात्री 145 दिन तक चले और उन्होंने 3570 किलोमीटर की पदयात्रा की सोमवार को इस यात्रा के समापन पर श्रीनगर में एक सभा आयोजित हुई खास बात है सुबह से ही श्रीनगर में भारी बर्फबारी शुरू हो गई थी लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आमजनों में इसके बावजूद उत्साह और जोशखरोश की कमी नही थी सुबह से ही वे शेर ए कश्मीर स्टेडियम में लोग भारी संख्या में इकट्ठा हो गए, राहुल गांधी ने अपनी 35 मिनट की स्पीच में नरेंद्र मोदी अमित शाह का जिक्र करते हुए बीजेपी पर खुलकर हमला बोला।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा मैं जम्मू कश्मीर के लोगो को कुछ कहना चाहता हूं कि मैं हिंसा को समझता हूं और मैने हिंसा देखी है लेकिन जिन्होंने हिंसा नही देखी वह यह बात नही समझ पाएंगे जैसे नरेंद्र मोदीजी और अमित शाह जी और संघ के लोग जिन्होंने हिंसा नही देखी वे डरते है मैं गारंटी देता हू कि हम 4 दिन चले भाजपा का कोई भी नेता ऐसे नही चल सकता ऐसा नहीं है कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हे चलने नही देंगे लेकिन वह डरते है कश्मीरियों और फोजियों की तरह मैने भी अपनो को खोने का दर्द सहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मेरी स्कायोरीटी ने कहा था कि आखिरी चार दिन आपको गाड़ी में चलना चाहिए मुझसे कहा गया पैदल चलने पर आप पर ग्रेनेड फेका जा सकता है मैने सोचा जो नफरत करते है मैं उन्हे क्यों न मौका दू मैंने कहा मैं चार दिन भी पैदल चलूंगा बदल दो इस टी शर्ट का रंग लाल करदो देखा जायेगा लेकिन जम्मू कश्मीर के लोगों ने ग्रेनेड नहीं दिल खोलकर प्यार दिया गले लगाया।

उन्होंने कहा यात्रा शुरू होने के समय मुझे थोड़ा अहंकार था वह उतर गया मैं सोचता था कि मैं वर्जिश करता हूं यह 3570 किलोमीटर की यात्रा आराम से कर लूंगा लेकिन एक हफ्ते बाद मुझे भी तखलीफ हुई लेकिन यात्रा के दौरान मिले लोगों के प्यार और उनकी उम्मीद ने मुझे आगे बड़ने का साहस दिया और आज यात्रा पूरी हुई हम लोगों में नफरत की बजाय प्यार का संदेश देने में कामयाब रहे।

भारी बर्फवारी के दौरान भी लोगों का जमावड़ा कम नहीं हुआ सुबह से ही लोगों की भीड़ देखी गई जबकि राहुल गांधी ने अपनी बहिन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ इस बर्फवारी का पूरा लुत्फ लिया और एक दूसरे पर बर्फ डाली।

Image source: Twitter

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जम्मू-कश्मीरश्रीनगर

“भारत जोड़ों यात्रा” राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराया, भारी भीड़ उमड़ी, कहा हालत सुधरे तो अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक यात्रा करें

Bharat Jodo Yatra at JK

श्रीनगर/ कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ों यात्रा अपने लक्ष्य श्रीनगर पहुंचकर आज एक दिन पहले समाप्त हो गई कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक स्थल लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराया। इस मौके पर उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर में सिक्योर्टी सिचुएशन ठीक नही है यदि बीजेपी समझती है 370 हटने से यहां हालत सुधर गए है तो अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक पदयात्रा करें विपक्षी एकता पर उन्होंने कहा यह विचाराधारा की लड़ाई है इसके खिलाफ विपक्ष एक साथ खड़ा है और वह लड़ेगा।

7 सितंबर को कन्याकुमारी से जम्मू कश्मीर तक भारत जोड़ों यात्रा का आव्हान किया गया था करीब 3570 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने वाली यह यात्रा आज समय से पहले 135 दिन में पूरी हो गई और श्रीनगर पहुंची और यहां के लालचोक स्थित घंटाघर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया इस मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस के कई नेता भी मोजूद थे।इससे पूर्व यहां हजारों की संख्या में कश्मीर के वाशिंदों का हुजूम उमड़ आया। जो हिंदुस्तान जिंदाबाद और राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।

इस मौके पर प्रेस कान्फ्रेस में राहुल गांधी ने कहा आज काफी अहम दिन है चलना खत्म हुआ और इस दौरान मुझे काफी कुछ सीखने को मिला सोमवार को मेन फंगशन है हमें विश्वास नही था ऐसा प्यार भरा रिस्पॉन्स मिलेगा मंहगाई बेरोजगारी किसान छोटे दुकानदार के मुद्दे उठाए और सभी की आवाज सुनने को मिली यह मेरी जिंदगी का सबसे गहरा रिश्ता बना और यह सुंदर एक्सपीरियंस रहा मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जो हमसे जुड़े साथ ही पुलिस और सीआरपीएफ का भी धन्यवाद।

उन्होंने कहा यह यात्रा कांग्रेस की नही यह भारत की यात्रा थी आम जनता की थी इसमें नफरत और अहंकार के खिलाफ एक विजन था भाई चारे का, गले मिलने का, एक दूसरे का सम्मान करने का हिंदुस्तान के सामने जीने के दो रास्ते है एक लोगों को दबाने का दूसरा उन्हें दूसरा उन्हें जोड़ने का उन्होंने साफ किया कि यह यात्रा अभी समाप्त नहीं हुई है लोग गलतफहमी में ना रहे यह छोटी सी शुरूआत है मेरे दिमाक में और भी आइडियाज है जिन्हे फिलहाल बताने का समय नहीं हैं।

धारा 370 के सवाल पर उन्होंने कहा हमारी पार्टी वर्किंग कमेटी की मीटिंग में साफ कर चुकी है कि अभी धारा 370 हटाने का उचित समय नहीं था हम इस मामले में केंद्र के फैसले के खिलाफ हैं। उन्होंने एक सबाल पर कहा कि इस यात्रा का प्रभाव पूरे देश में पड़ा है लेकिन पश्चिम से पूर्व के जो हिस्से रह गए है हम इसपर भी सोचेंगे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा बीजेपी सहित देश की जो पोल्टीकल क्लास है उसमें और आमजन में दूरियां बड़ती जा रही है जो मीडिया और प्रेसवार्ता तक सिमट कर रह गए है मैं चाहता हूं यह दूरी कम हो,साथ ही पहले अन वॉयस कोम्यूनीकेशन होता था अब एक तरफा भी हो गया है।जिससे जो चीज सामने आना चाहिए वह नहीं आती।

मीडिया के सबाल पर राहुल गांधी ने कहा धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर की सिक्योरिटी सिचुएशन से मैं खुश नहीं हूं आए दिन टारगेट किलिंग हो रही है रोजाना बम ब्लास्टिंग की घटनाएं हो रही है यदि बीजेपी यह मानती है कि सिक्योरिटी सिचुएशन ठीक है तो गृहमंत्री अमित शाह खुद जम्मू से कश्मीर तक पैदल यात्रा करके दिखाएं तो मै इसे ठीक मानूंगा।

विपक्षी एकता में बिखराव के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा आप यह किस आधार पर कह रहे है अपोजीशन यूनिटी आपस में चर्चा और एक विजन के बाद आती है डिफेरेंसिस की बात होती है लेकिन यह विचाराधारा की लड़ाई है और बीजेपी और आरएसएस की विचाराधारा के खिलाफ विपक्ष एकजुट होगा और एक साथ खड़ा होगा और लड़ेगा।

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जम्मू-कश्मीरदेश

राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक, भारत जोड़ों यात्रा कश्मीर के काजीगुंड पर रुकी

Bharat Jodo Yatra

जम्मू / भारत जोड़ों यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव कश्मीर में है आज सुबह यात्रा प्रारंभ हुई लेकिन यात्रा में अपार भीड़ के साथ कई लोग राहुल गांधी के बिल्कुल समीप आ गए जिसको देखकर राहुल की सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने काजीगुंड इलाके में यात्रा को रुकवा दिया बाद में सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय पुलिस राहुल गांधी को अपने वाहन में बिठाकर पुलिस अनंतनाग ले आई।

आज काश्मीर के अवंतिपुरा से भारत जोड़ों यात्रा प्रारंभ हुई इस दौरान काफी सर्द मौसम होने के बावजूद सुबह से ही यात्रा के साथ भारी संख्या में स्थानीय कांग्रेस नेता और अन्य लोग जुड़े राहुल गांधी के साथ टीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और एनसीपी नेता पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी यात्रा में शरीक हुई लेकिन यात्रा के दौरान भीड़ के रूप में लोग राहुल गांधी के करीब आने की कोशिश करने लगे जबकि स्थानीय पुलिस का सुरक्षा अमला गायब था जबकि पूर्व में रस्सी से डी के रूप में राहुल गांधी के चारों ओर सुरक्षा व्यवस्था देखी जाती थी सुरक्षा में कोताही देखकर राहुल गांधी की सुरक्षा में लगे अफसरों ने 4 किलोमीटर बाद काजीकुंड में यात्रा को रोक दिया और राहुल गांधी को आगे जाने की मनाही की। चूकि यह इलाका अत्याधिक सेंसेटिव है इसलिए राहुल गांधी भी रुक गए बाद ने स्थानीय पुलिस उन्हे समीप के पुलिस थाने ले आई लेकिन यात्रा में शामिल यात्रियों ने आज की पैंथा चौक तक की 16 किलोमीटर की यात्रा पूरी की।

इसके उपरांत प्रेस कान्फ्रेस में राहुल गांधी ने कहा कि आज अनंतनाग तक 16 किलोमीटर की यात्रा करना थी लेकिन सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह ध्वस्त थे सुरक्षा के मद्देनजर मुझे मेरे सुरक्षा टीम के कहने पर 4 किलोमीटर बाद अपनी यात्रा को रोकना पड़ा। उन्होंने कहा टनल के बाद जो पुलिस अरिजमेंट था वह पूरी तरह कोलेब्स कर गया जो पुलिस कर्मी रस्सी के साथ सुरक्षा को मेंटेन करते थे वह नहीं थे या दिखे मेरा प्रशासन से कहना है वह क्लाउड कंट्रोल करे कल और परसों यह नहीं होना चाहिए। जबकि कांग्रेस महासचिव कैसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह क्षेत्र संवेदनशील है अतः राहुल गांधी बिना पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के आगे नहीं चल सकते पहले रस्सी थामे सुरक्षा कर्मी डी में किसी को नहीं दाखिल होने देते थे लेकिन आज उनकी सुरक्षा में भारी चूक देखी गई और पुलिस नदारद थी उन्होंने कहा जब तक सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जाता तब तक यात्रा आगे नहीं बड़ेगी।

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