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जम्मू कश्मीर में 48 सीट के साथ एनसी कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला, बीजेपी को 29 सीट, उमर अब्दुल्ला होंगे सीएम

Omar Abdullah

श्रीनगर / जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनावों में नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस को बहुमत हासिल हुआ है कांग्रेस को 42 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई है इस तरह यहां इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुख अब्दुल्ला ने उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर दिया है।

जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुआ था आज आए नतीजों में नेशनल कांफ्रेस में 42 सीटें जीती और उनके साथ गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीती इस तरह इस गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया। जबकि बीजेपी को 29 सीट पर पीडीपी को 3 सीट पर और और अन्य को 10 सीट पर जीत मिली है।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने में पहले सभी का शुक्रिया देना चाहता हूं इससे यह भी साबित हो गया कि आजादी के बाद हमें जो संविधान मिला उसके लिए यहां जनादेश मिला है। खास बात है फारुख अब्दुल्ला ने उमर अब्दुल्ला को जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान भी आज कर दिया।

जबकि गांदरवन से अपना चुनाव जीतने वाले एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह जीत जम्मू काश्मीर के अवाम की जीत है खास बात है कश्मीर और पहाड़ी इलाको में वोट का बंटवारा नहीं हुआ यहां के वोटर्स ने काफी समझदारी का परिचय दिया है।

इधर बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र रैना नौशेरा से अपना चुनाव हार गए जबकि उनकी पार्टी भी बहुमत हासिल नहीं कर सकी। उसकी जिम्मेदारी लेते हुए रविंद्र रैना ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया हैं।

Image source: HT

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जम्मू-कश्मीरदेश

जम्मू काश्मीर के कठुआ में 1 और कुलगाम में 2 दहशतगर्द ढेर, आतंकियों से मुठभेड़ जारी, 1 पुलिसकर्मी शहीद, दो अफसर सहित 6 पुलिस कर्मी घायल

Encounter in Jammu Kashmir

श्रीनगर / जम्मू कश्मीर के सुरक्षा बलों स्थानीय पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में कठुआ में 1 और कुलगाम में 2 आतंकी मारे गए है । उनके पास से 2 एके 47 सहित भारी मात्रा में असलाह और गोला बारूद भी बरामद हुआ है इन आतंकियों का संबंध जैश और लश्कर आतंकी संगठनों से है। लेकिन इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी भी शहीद हुआ है जबकि दो पुलिस के अफसर सहित 4 जवान घायल हुए है।

कठुआ के लैरीगाव लसानी के घने जंगली इलाके में 4 से 5 आतंकियों के छुपे होने की खबर के बाद स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों ने इस इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। साथ ही ड्रोन की मदद से सर्चिंग शुरू की। घिरने के बाद आतंकी सतर्क हो गए और उन्होंने सुरक्षा बल पर फायरिंग शुरू की तो सुरक्षा बलों ने भी उनपर गोलियां बरसाई। इस मुठभेड़ में 1 पाकिस्तानी आतंकी का शव पुलिस को मिला, जो जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन का दहशतगर्द हैं। लेकिन इस मुठभेड़ में पुलिस का एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गया और एक डीएसपी और एएसआई घायल हो गए हैं जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एडीजीपी जम्मू आनंद जैन के मुताबिक खबर मिली थी कि इस जंगल के इलाके में 2 से 3 आतंकी छुपे हुए है जब पुलिस और सुरक्षा बलों ने उस क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया तो मुठभेड़ शुरू हो गई हमारी तरफ से भी फायरिंग की गई जिसमें जैश ए मोहम्मद का एक आतंकवादी मारा गया, लेकिन इस मुठभेड़ में हमारा एक पुलिस कर्मी भी शहीद हो गया साथ ही एक डीएसपी और एएसआई घायल हो गए है। उन्होंने बताया फिलहाल मुठभेड़ जारी हैं।

इधर कुलगाम के आदीगाम बैजर इलाके में पुलिस सीआरपीएफ और सेना के सयुक्त ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़ में लश्कर ए तयेबा के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है। सुबह 7 बजे शुरू हुआ यह ऑपरेशन 12 घंटे तक चला उसके बाद सर्चिंग में दो आतंकवादियों के शव मिले जला होने से उन्हें डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है सुरक्षा बलों को शवों के पास से 2 ए के 47 गन और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ हैं। इस मुठभेड़ में एक एएसपी कुलागाम सहित 4 जवान घायल हुए है जिन्हें श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

डीआईजी दक्षिण कश्मीर जावेद अहमद भट्ट ने बताया कि हमें स्पेसीफिक इनपुट मिला था कि कुछ दहशत गर्द आदिगाम इलाके में छुपे हुए है जिसमें लश्कर का आतंकी आकिब अहमद होजरी और उमेशबानी अहमद शामिल है तो आर्मी सीआरपीएफ और पुलिस ने सुबह तड़के सयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। इस बीच दहशत गर्दो की तरफ से गोली चलाई गई तो जबाबी कार्यवाही में हमारे जवानों ने भी फायरिंग की। बाद में तलाशी ने हमें दो दहशतगर्दों के शव मिले उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कि लिए सैंपल भेजा है।

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जम्मूकश्मीर चुनाव दूसरा चरण, 57 फीसदी वोटिंग, उमर और रैना की किस्मत दांव पर

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श्रीनगर / जम्मू कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज में 25 सितंबर को 26 सीटों पर 57 फीसदी मतदान हुआ, जो पहले चरण से कुछ कम रहा,फायनल तौर पर वह बड़ भी सकता है इस चरण में कुल 26 सीटों पर वोटिंग हुई है जिसमें जम्मू की 11 और कश्मीर घाटी की 15 सीटें शामिल है। दूसरे चरण में 25 सितंबर को हुए चुनाव में नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना की किस्मत भी ईवीएम में बंद हो गई हैं।

दूसरे चरण में 6 जिलों की 26 सीटों पर मतदान हुआ,जिसमें कश्मीर के तीन जिलों मांदरबल, श्रीनगर, बड़गाम की 15 सीटें और जम्मू के रौजोरी, रियासी, और पुछ जिले की 11 विधानसभा सीटें शामिल थी। जिसमें 25 लाख 78 हजार मतदाता है जबकि 239 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। दोपहर 3 बजे तक 46.12 फीसदी वोटिंग हो चुकी थी जो 56.94 फीसदी पर पहुंच गई। जिससे पहले फेज की अपेक्षा दूसरे फेज में चुनाव के प्रति लोगों में उत्साह कम रहा।

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जम्मू कश्मीर के बड़गाम में बीएसएफ के जवानों की बस खाई में गिरी, 3 जवानों की मौत 32 घायल

BSF Bus Fallen

बड़गाम/ जम्मू कश्मीर के बड़गाम जिले में बीएसएफ जवानों को ले जा रही एक बस खाई में गिर गई इस हादसे में 3 जवानों की मौत हो गई जबकि 32 घायल हो गए है जिसमें से 3 जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है इस बस में बीएसएफ के 35 जवान सबार थे।

यह बस हादसा बड़गाम के ब्रेल वाटर हेल एरिया में हुआ। दुर्घटनाग्रस्त बस 7 बसों के काफिले में शामिल थी और यह जवान जम्मू कश्मीर में हो रहे चुनावों की ड्यूटी में जा रहे थे।

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जम्मू कश्मीर में पहले चरण में 24 विधानसभा सीटों पर हुआ चुनाव, 61.13 फीसदी वोटिंग

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श्रीनगर / जम्मूकश्मीर में बुद्धवार को पहले फेज की 24 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव में 61.13 फीसदी वोटिंग हुई सबसे अधिक 80.14 % मतदान किश्तवार में जबकि सबसे कम 46.65 % मतदान पुलावामा में हुआ। छुटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ।

जम्मू कश्मीर की कुल 90 सीटों में से पहले चरण में 24 सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें से 16 सीट कश्मीर घाटी की और 8 सीट जम्मू की है इसमें 23 लाख से अधिक मतदाता थे और 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होने वाला है जिसमें 90 उम्मीदवार निर्दलीय शामिल है निर्वाचन आयोग के मुताबिक इन सीटों पर करीब 61.13 फीसदी मतदान हुआ सबसे अधिक मतदान 80.14 फीसदी किश्तवार में हुआ इसके अलावा डोंडा में 71.34 फीसदी रामबन में 70.55 फीसदी कुलगाम में 62.60 फीसदी, शोपिया में 56 फीसदी और पुलवामा में 46.65 फीसदी वोट पड़े।

जैसा कि लद्दाख के जम्मू कश्मीर से अलग होने के बाद दो केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां पहले विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। जबकि इन 24 में से 8 सीट पर परसीमन के बाद बदलाव हुआ हैं।

केंद्र ने यहां गड़बड़ी रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए स्थानीय पुलिस के साथ केंद्रीय बल भी भारी संख्या में यहां लगाया गया था और चप्पे चप्पे पर जवान तैनात थे। बिजबेहरा, किश्तवार और डीएच पुरा में छुटपुट घटनाओं को छोड़कर बाकी जगह शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हुए। खास बात है आतंकवाद के लिए जाना जाने वाले डोंडा किश्तवार में भी शांति के साथ मतदान हुआ लोग सुबह से ही मतदान केंद्रों पर आ गए और लंबी लंबी लाइनें लगी देखी गई साफ था पुरुषों के साथ महिला और युवा मतदाताओं मतदान के प्रति खासा उत्साह था।

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अनंतनाग के बाद किश्तवार और ऊधमपुर में आतंकियों से मुठभेड़, अनंतनाग में 2 जवान शहीद एक नागरिक की मौत, 3 जवान घायल

Terrorist Attack In JK

अनंतनाग / जम्मूकश्मीर के अनंतनाग के कोकरनाग में शनिवार को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गए थे जबकि 3 जवान और 3 नागरिक घायल हो गए थे घायलों में शामिल एक नागरिक की मौत हो गई। लेकिन रविवार को किश्तवार और ऊधमपुर में सुरक्षा बलो की आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई दोनों तरफ से फायरिंग हुई सुरक्षा बल अब उन्हें घेरने की कोशिश में है। जबकि डोंडा और कठुआ के जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में 24 आतंकियों के छुपे होने की ख़बर मिली है जिनके सफाए के लिए सेना मिलिट्री फोर्स और पुलिस के जवानों को प्रमुख संसाधनों के साथ तैनात किया गया है।

बताया जाता है आतंकी डोंडा से अनंतनाग के इलाके में घुसे थे जो कोकरनाग टाउन में 10 हजार फीट की ऊंचाई के जंगल में जा छुपे थे यह इलाका सुलभ और काफी ऊंचाई पर है जहां बड़ी बड़ी शिलाएं और घनी झाड़ियां है पुलिस अधिकारियों को इन्हे यहां छुपे होने की जानकारी मिली तो पुलिस फ़ोर्स और सुरक्षा बलो की सयुक्त टीम इनपुट वाले इलाके में जब सर्चिंग कर रही थी तभी एकाएक आतंकियों ने ऊपरी हिस्से से हमला कर दिया जिसमें दो जवान हवलदार दीपक कुमार यादव लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए इस हमले में 3 जवान और दो स्थानीय नागरिक भी घायल हो गए घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आज रविवार को एक घायल नागरिक की मौत हो गई। बताया जाता है इस इलाके में करीब 3 आतंकवादी छुपे हुए है सुरक्षा बलों की सर्चिंग जारी है।

खास बात है पिछले एक साल में कोकरनाग में यह दूसरी बड़ी मुठभेड़ है इससे पहले सितंबर 2023 में कोकरनाग के जंगली इलाके में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हुए थे।

शुक्रवार 9 अगस्त को पुलिस ने 4 आतंकवादियों के स्कैच जारी किए है जिन्हें अंतिम बार कठुआ जिले के मल्हार , बानी और सोजधर के ढोक में देखा गया था पुलिस ने इन आतंकवादियों की जानकारी देने वालों के नाम गुप्त रखने और उन्हें 5 लाख का इनाम देने की घोषणा की है ये आतंकी कठुआ में हुए आतंकी हमले में शामिल थे। इसके अलावा डोंडा में 15 जुलाई को आतंकी मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिस कर्मी सहित 5 जवान शहीद हुए थे।

अनंतनाग के बाद रविवार को किश्तवार में आतंकियो से मुठभेड़ हुई हैं किश्तवार में 11 अगस्त की सुबह जंगल में आतंकियों के होने की खबर मिली थी उसके बाद सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया इस दौरान आतंकियों ने छुपे होने की जगह से फायरिंग की, जवाब में सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग की उसके बाद सेना पैरामिलेट्री फोर्सेज और पुलिस नोनटटा, नागेरी पेयास और आसपास के इलाके में ऑपरेशन चला रही है इस इलाके में सुरक्षा बल के और जवान भेजे गए है और आतंकियों की तलाश जारी है।

11 अगस्त की शाम ऊधमपुर में सेना ने 3 से 4 आतंकियों की मूवमेंट पकड़ी हैं उसके बाद सेना के जवानों ने उन्हें पकड़ने के लिए बसंतगढ़ के जंगलों की चारों तरफ से घेराबंदी कर ली है सेना के मुताबिक 6 अगस्त को जो आतंकी भागने में कामयाब रहे थे लेकिन इस बार उन्हें ट्रैप बनाकर घेर लिया गया है।

डोंडा और कठुआ में 24 आतंकियों के छुपे होने के सुराग मिले …

जम्मू रीजन में मई से जुलाई के बीच 10 आतंकी हमले में 12 जवानो की शहादत के बाद सेना ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। सैन्य सूत्रों के मुताबिक इस ऑपरेशन में सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के 7 हजार जवान ड्रोन हेलीकॉप्टर करीब 40 खोजी डॉग्स को लगाया है। जवानों में ज्यादातर राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस के स्पेशल कमांडोज हैं इन्हें डोंडा और कठुआ जिलों की पीर पंजाल श्रेणी के जंगलों में उतारा गया है इन क्षेत्रों में 5 लोकेशन की पहचान की गई है सुरक्षा बलों को यहां 24 आतंकवादियों की मौजूदगी के पुख्ता सुराग मिले है इनमें 16 जुलाई को डांडा में हुई मुठभेड़ में शामिल आतंकी भी हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जम्मू के डोंडा और कठुआ पिछले 5 महीने से आतंकवाद के एपिसेंटर बने हुए हैं कठुआ के बदनोटा से डोंडा के धारीगोटे और बग्गी तक के करीब 250 किलोमीटर के दायरे में आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली है यहां 20 वर्ग किलो मीटर का एक बड़ा क्षेत्र है जहां पहाड़ पर चढ़कर आतंकी आसानी से घात लगाकर हमला कर रहे हैं इसलिए इन्ही पहाड़ों पर खाने पीने का सामान और गोला बारूद के साथ जवानों को तैनात किया गया है।

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जम्मू कश्मीर के कठुआ में सेना के ट्रक पर आतंकी हमला, जेसीओ सहित 5 जवान शहीद, 5 घायल, कश्मीर टाइगर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी

Terrorist Killed in Encounter

कठुआ/ जम्मू कश्मीर के कठुआ में सोमवार को सेना की गाड़ी पर हुए आतंकी हमले में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर समेत 5 जवान शहीद हो गए जबकि 5 अन्य जवान घायल हो गए है जिन्हें देर रात पठानकोट के मिलिट्री हॉस्पिटल में रैफर किया गया हैं। इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टारगर्स नामक आतंकी संगठन ने ली हैं।

सेना के सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा बल के जवान पेट्रोलिंग के लिए कठुआ से 123 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार ब्लॉक के अंतर्गत माछेड़ी इलाके में पहुंचे थे जब वह यहां के बडनोटा के पहाड़ी क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे थे इसके कच्चे रास्ते के एक तरफ खाई और दूसरी तरफ ऊंची पहाड़ी थी और गाड़ी की स्पीड भी कम थी।

पहाड़ी पर पहले से छुपे आतंकियों ने करीब दोपहर साढ़े तीन बजे घात लगाकर पहाड़ के ऊपर से पहले सेना के वाहन पर हैंड ग्रेनेड से हमला किया उसके बाद स्नाईपर गन से फायरिंग की, सेना के जवानों ने जवाबी हमला किया उसके बाद आतंकी जंगल में भाग गए। आतंकियों के इस हमले में जेसीओ सहित 5 जवान शहीद हो गए जबकि 5 जवान घायल हो गए है जिन्हें देर रात कठुआ के बिलावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पठानकोट के मिलिट्री हॉस्पिटल रैफर किया गया है।

इस हमले के बाद सेना और सुरक्षा बलों ने पहाड़ी और आसपास के जंगली इलाके में हेलीकॉप्टर स्निफर डॉग्स, यूएवी और मेटल डिटेक्टर की मदद से सर्चिंग ऑपरेशन शुरू कर उनकी तलाश शुरू कर दी हैं।

जबकि इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी सगठन कश्मीर टाइगर्स ( KT 213) ने ली है एक पोस्ट में उसने लिखा है, कठुआ के बडनोटा में भारतीय सेना पर हैंड ग्रेनेड और स्नाइपर गन से हमला किया गया है यह डोंडा में मारे गए मुजाहिदीन की मौत का बदला है। जल्द ही ज्यादा हमले किए जाएंगे। यह लड़ाई कश्मीर की आजादी की चल रही हैं।

एक नेशनल न्यूज एजेंसी के मुताबिक हमले में 3 से 4 आतंकियों के शामिल होने की संभावना है जो आधुनिक हथियारों से लैस थे ये आतंकी हाल में सीमा पार से घुसपेठ करके आए है आतंकियों के इस हमले में एक लोकल गाइड ने भी मदद की है।

यह भी पढ़े…जम्मू कश्मीर के कुलगाम के दो इलाकों में 6 आतंकी ढेर, 2 भारतीय जवान शहीद

जम्मू कश्मीर के कुलगाम और मुदरघम में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच अलग अलग हुई मुठभेड़ में 6 एवं 7 जुलाई को 24 घंटों में 6 आतंकी मारे गए है फिलहाल सर्चिंग ऑपरेशन के साथ दोनों जगह मुठभेड़ चल रही है मरने वालों में एक कुख्यात कमांडर भी शामिल है जबकि इस एनकाउंटर में 2 भारतीय जवानों के शहीद होने की भी खबर है। बताया जाता है अभी भी दोनो इलाकों में कमोवेश तीन आतंकवादियों के छुपे होने की जानकारी मिल रही है।

सेना,सुरक्षा बलों और पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुलगाम के चिन्निगाम फ्रिसल इलाके के जंगल में आतंकवादी किसी आतंकी गतिविधियों के लिए इकट्ठा हुए है उसके बाद सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली जब उसने सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया तो आतंकियों से उनकी मुठभेड़ हो गई दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो है और सुरक्षा बलों की तरफ से करीब 60 राउंड फायरिंग की गई। उसके बाद रुक रुक कर दोनों के बीच लगातार गोलीबारी होती रही है। इस मुठभेड़ में शनिवार को 4 आतंकी ढेर हो गए जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं लेकिन सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया हैं।

जबकि कुलागाम जिले के मुदराघम इलाके के वन क्षेत्र में दो आतंकियों के छुपे होने की सूचना पुलिस और सुरक्षा बलों को मिली थी शनिवार को हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया जबकि आज रविवार को भी एक आतंकी मारा गया है जबकि एक भारतीय जवान के शहीद होने की भी खबर है।

जम्मू कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन के अनुसार दो स्थनों पर आतंकियो से हुई मुठभेड़ में पिछले 24 घंटे में 6 आतंकी मारे गए उसमें एक कुख्यात आतंकी भी शामिल है सुरक्षा बलों की यह बड़ी कामयाबी है लेकिन आतंकियों से इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए है। उन्होंने बताया फिलहाल दोनों जगह मुठभेड़ जारी है और हमें स्थानीय आतंकवादियों के शामिल होने की भी आशंका है।

दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के राजोरी जिले के मंजाकोट क्षेत्र में रविवार सुबह आतंकियों ने एक आर्मी कैंप पर हमला कर दिया जिसमें एक जवान घायल हो गया सुरक्षा बलों की जबाबी कार्यवाही के बाद आतंकी घने जंगल में भाग गए। उसके बाद सेना और पुलिस ने वहां सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

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जम्मू-कश्मीरदेशश्रीनगर

जम्मू कश्मीर में दो इलाकों में सुरक्षा बल और आतंकियों में मुठभेड़, 24 घंटे में 6 आतंकी ढेर, 2 भारतीय जवान शहीद

Terror Encounter

श्रीनगर / जम्मू कश्मीर के कुलगाम और मुदरघम में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच अलग अलग हुई मुठभेड़ में पिछले 24 घंटों में 6 आतंकी मारे गए है फिलहाल सर्चिंग ऑपरेशन के साथ दोनों जगह मुठभेड़ चल रही है मरने वालों में एक कुख्यात कमांडर भी शामिल है जबकि इस एनकाउंटर में 2 भारतीय जवानों के शहीद होने की भी खबर है। बताया जाता है अभी भी दोनो इलाकों में कमोवेश तीन आतंकवादियों के छुपे होने की जानकारी मिल रही है।

सेना, सुरक्षा बलों और पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुलगाम के चिन्निगाम फ्रिसल इलाके के जंगल में आतंकवादी किसी आतंकी गतिविधियों के लिए इकट्ठा हुए है उसके बाद सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली जब उसने सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया तो आतंकियों से उनकी मुठभेड़ हो गई दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो है और सुरक्षा बलों की तरफ से करीब 60 राउंड फायरिंग की गई। उसके बाद रुक रुक कर दोनों के बीच लगातार गोलीबारी होती रही है। इस मुठभेड़ में शनिवार को 4 आतंकी ढेर हो गए जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं लेकिन सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया हैं।

जबकि कुलागाम जिले के मुदराघम इलाके के वन क्षेत्र में दो आतंकियों के छुपे होने की सूचना पुलिस और सुरक्षा बलों को मिली थी शनिवार को हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया जबकि आज रविवार को भी एक आतंकी मारा गया है जबकि एक भारतीय जवान के शहीद होने की भी खबर है।

जम्मू कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन के अनुसार दो स्थनों पर आतंकियो से हुई मुठभेड़ में पिछले 24 घंटे में 6 आतंकी मारे गए उसमें एक कुख्यात आतंकी भी शामिल है सुरक्षा बलों की यह बड़ी कामयाबी है लेकिन आतंकियों से इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए है। उन्होंने बताया फिलहाल दोनों जगह मुठभेड़ जारी है और हमें स्थानीय आतंकवादियों के शामिल होने की भी आशंका है।

दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के राजोरी जिले के मंजाकोट क्षेत्र में रविवार सुबह आतंकियों ने एक आर्मी कैंप पर हमला कर दिया जिसमें एक जवान घायल हो गया सुरक्षा बलों की जबाबी कार्यवाही के बाद आतंकी घने जंगल में भाग गए। उसके बाद सेना और पुलिस ने वहां सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

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जम्मू-कश्मीर

जम्मूकश्मीर में रिटायर्ड SSP की गोलीमार कर हत्या, अजान देते समय की घटना

Murdered

बारामूला / जम्मूकश्मीर में आतंकी गतिविधियां एक बार फिर से तेज हो गई है रविवार को बारामूला में एक रिटायर्ड एसएसपी मोहम्मद शफी मीर की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए आतंकवादियों ने इस खूनी वारदात को तब अंजाम दिया जब यह पूर्व पुलिस अफसर मस्जिद में अजान दे रहे थे उनके मुंह से अंतिम शब्द रहम निकला।

एसएसपी मोहम्मद सैफी ( 72 साल) 11 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे बारामूला की शेरी मस्जिद में सुबह 6 बजे यह खूनी वारदात को दो आतंकियों ने अंजाम दिया मस्जिद के मोलवी अपने गांव गए हुए थे और यह बारामूला की इस मस्जिद का काम एसएसपी देख रहे थे और रिटायर होने के बाद वे मुअज्जिन बतौर अजान देते थे वह रविवार को सुबह की अजान देने मस्जिद में आए थे जब वह अजान दे रहे थे तभी दो आतंकी मस्जिद में घुसे और उनपर गोलियों की बरसा कर दी बताया जाता है उन्हें 12 बोर की बंदूक से काफी नजदीक से 4 गोली मारी गई गोलियों की आवाज सुनकर उनके भाई और अन्य लोग मस्जिद की ओर भागे और उन्होंने देखा मोहम्मद शफी जमीन पर पड़े थे उन्हें उठाकर अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया उनके मुंह से आखिरी शब्द रहम निकला। पूर्व एसएसपी की मौत के बाद रविवार को ही उन्हें दफनाया गया जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए।

उनका किसी से कोई विवाद भी नही था इससे सवाल उठते है कि दहशतगर्दों ने उन्हें निशाना क्यों बनाया साफ है कि यह टारगेट किलिंग का मामला हैं। खास बात है पिछले 4 दिनों में जम्मू कश्मीर में मिलिटेंस ने तीसरी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है इससे पहले 21 दिसंबर को राजौरी में सेना के काफिले पर हमले में 4 जवानों की शहादत उसके बाद अखनूर में आतंकियों की घुसपेठ की कोशिश और गोलीबारी की घटनाएं प्रमुख है। जबकि पुंछ जिले के टोपापीर में 3 ग्रामीणों की मौत के मामले में आंतरिक जांच के आदेश दिए गए है।

इधर नेशनल कांफ्रेस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पर लगाम लगने की बात करती है लेकिन आतंकवादी गतिविधियों में कोई कमी नहीं आई है धारा 370 हटने के बावजूद वही हालात बरकरार है।

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जम्मू-कश्मीरदेशराजौरी

जम्मूकश्मीर के राजौरी में 4 जवानों की शहादत, घने जंगल में सेना और हेलिकॉप्टर से जंगल में सर्चिंग जारी, NIA को मिली जांच

NIA

राजौरी/ जम्मूकश्मीर में एक बार फिर से आतंकी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है गुरुवार को 4 जवानों की शहादत के साथ हाल में 19 सेना के अफसर और जवान शहीद हो चुके है जबकि सुरक्षा बलों ने 28 आतंकियों को भी ढेर किया है लेकिन राजौरी का 12 किलोमीटर का यह घना जंगल आतंकियों की आश्रय स्थली बना हुआ है तो भारतीय सुरक्षा बलों के लिए इसे भेदना आज भी कई मुश्किलात खड़ी करता हैं। इधर इस घटना की जांच एनआईए को दी गई है आज उसके अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए है।

जम्मू कश्मीर के राजौरी में गुरुवार को दोपहर 3.45 बजे दहशतगर्दों ने सुरनकोट रोड के डेरा की गली इलाके में घात लगाकर सेना के दो वाहनों को निशाना बनाया था जिसमें इस टुकड़ी के 4 जवान शहीद हो गए थे और 3 जवान घायल हो गए थे बताया जाता है यह टुकड़ी आतंकवादियों की सर्चिंग के लिए ही निकली थी जो सुरनकोट से नफलियाज जा रही थी। अचानक एक मोड़ पर हमले के बावजूद सुरक्षा बलों ने भी आतंकियों को बंदूक से जवाब दिया लेकिन आतंकी घने जंगल में समा गए।

बताया जाता है सुरनकोट और बाफलियाज के बीच का डेरा की गली का यह 12 किलोमीटर का इलाका बेहद घने जंगल से आच्छादित है यह जंगली क्षेत्र पहाड़ी और गुफाओं से भरा है जहां वाहन अंदर दाखिल होना काफी मुश्किल है यही वजह है कि भारतीय सेना और सीआरपीएफ के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर लगातार इस इलाके में सर्चिंग कर रहे है और जो ड्रोन और खोजी डॉग्स से जंगल के अंदर तक नजर बनाए हुए है साथ ही जंगली एरिये के ऊपर हेलीकॉप्टर से आतंकियों का तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा हैं।

सुरक्षा बल की टुकड़ी पर हमला करने वाले आतंकी पीएएफएफ के है जिन्हें पिछले 4 साल पहले लश्कर ए तयेबा आतंकी संगठन ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को तेज करने के लिए तैनात किया है जबकि भारत के गृह मंत्रालय ने हाल में पीएएफएफ की बड़ती गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए इसको बेन कर दिया है ।

जैसा कि अभी तक जम्मूकश्मीर के राजौरी क्षेत्र में कुल 28 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है हाल में 14 आतंकी मारे गए जिसमें से 13 एलओसी पार करते हुए या उसके पास मारे गए थे।जिसमें एक टॉप आतंकी भी शामिल है। जबकि राजौरी और पुंछ जिले की सीमा पर स्थित डेरा की गली और बुफलियाज के बीच का जंगली इलाका है जो चमरेर और भाटा धुरियन के जंगल तक जाता है इसी इलाके में 20 अप्रैल को भारतीय सेना के 5 सैनिक शहीद हुए थे मई में भी यहां 5 जवान शहीद हुए थे इस साल राजौरी और पुंछ में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में 19 जवान शहीद हो चुके है।

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