close

रायपुर

छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बने विष्णुदेव साय, विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सरकार बनाने का किया दावा

Vishnudev Sai

रायपुर / बीजेपी के आदिवासी नेता विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री होंगे आज विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया। उसके बाद विष्णुदेव साय राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया राज्यपाल ने उन्हें केबीनेट गठन के लिए आमंत्रित किया है।

बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जायेगा जबकि बीजेपी नेतृत्व छत्तीसगढ़ में दो डिप्टी सीएम बनाएगा जिसके लिए अरुण साव और विजय शर्मा का नाम सामने आया है यह दोनों ही नेता पहली बार विधायक चुने गए है। जबकि अरुण साव सांसद भी रह चुके है। विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्वेक्षक अर्जुन मुंडा सर्वानंद दोनेवाल और दुष्यंत कुमार गोतम मोजूद रहे।

इस मौके पर विष्णुदेव साय ने कहा उनकी पहली प्राथमिकता आवास योजना के तहत 18 लाख आवास बनाना और 25 दिसंबर तक किसानों का बकाया 2 साल का बोनस देना होगा।

जैसा कि छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कुनकुनी से विधायक चुने गए है और बड़े आदिवासी नेता हैं जो दो बार छत्तीसगढ़ के बीजेपी अध्यक्ष रहे है साथ ही अटल बिहारी बाजपेई के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। चुनाव के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक सभा में कहा था आप इन्हें जिताए मैं इनको बड़ा आदमी बनाऊंगा।

विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम माथुर ने कहा एक अनुभवी कार्यकर्ता जो अटल जी के कार्यकाल में मंत्री रहे उन्हें मुख्यमंत्री बनाया इससे अच्छा और क्या हो सकता है। जबकि पूर्व मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने कहा विष्णुदेव साय जी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई, नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाये ऐसी मेरी कामना हैं।

विष्णुदेव साय की माताजी जसमनी देवी ने कहा कि मेरे बेटे को छत्तीसगढ़ की सेवा करने का मौका मिला है इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा कि बेटा मुख्यमंत्री बन गया है

read more
छत्तीसगढ़देशरायपुर

छत्तीसगढ़ में 5 बजे तक 68.15 फीसदी मतदान, गरियाबंद में नक्सली हमला, आईईडी विस्फोट में एक ITBP जवान शहीद

Election On

रायपुर/ छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में आज बाकी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ, और 5 बजे तक मतदान के को आंकड़े आते है उसके मुताबिक यहां 68.15 फीसदी मतदान हुआ है। जिसके बड़ने के आसार है। जैसा कि 3 दिसंबर को मतगणना होगी और नतीजे घोषित होंगे। लेकिन गरियाबंद के मेनपुर केंद्र के बाहर नक्सली विस्फोट में आइटीबीपी के एक जवान के शहीद होने की खबर है।

छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें है पहले चरण में 7 नवंबर को यहां की 20 सीटों पर मतदान हुआ था दूसरे चरण में 70 सीटों पर आज 17 नवंबर को मतदान हुआ जो सुबह 7 बजे से शुरु होकर शाम 5 बजे तक चला। जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक छत्तीसगढ़ में 68.15 प्रतिशत मतदान हुआ फायनल टोटल में उसके बढ़ने के आसार हैं।

छत्तीसगढ़ में 5 बजे तक जो आंकड़े सामने आए है उसके मुताबिक कोरिया विधानसभा सीट पर 71.62 फीसदी, महासमुद्र में 70.07 फीसदी मनेद्रगड़ में 68.79 फीसदी, मुंगेली में 57.78 फीसदी, बालोदा में 77.67 फीसदी बालोदाबाजार में 77.67 फीसदी बिलासपुर में 61.43 फीसदी धमतरी में 79.89 फीसदी, दुर्ग में 75.07 फीसदी, गरियाबंद में 71.13 फीसदी, पेंड्रा में 71.20 फीसदी, जांजगीर में 65.67 फीसदी, जशपुर 71.41 फीसदी, कोरवा में 71.62 फीसदी, रायगढ़ 71.84 फीसदी, रायपुर में 58.83 फीसदी, सक्ति 73.82 फीसदी, सारंगगढ़ में 65.66 फीसदी, बलरामपुर में 77.67 फीसदी और बेमेतरा में 77.67 फीसदी मतदान हुआ।

छत्तीसगढ़ के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में टकराव और विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हुई लेकिन नक्सली प्रभावित गरियाबंद विधानसभा के बोदरी क्षेत्र की दहड़ा पोलिंग बूथ के बाहर मतदान दल पर नक्सली हमला हुआ है जिसमें नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट किया है जिसमें सुरक्षा बल के एक जवान के शहीद होने की जानकारी सामने आई हैं। जबकि बिलासपुर में मतदान दल को बंधक बनाने की घटना सामने आई है जबकि करवधा विधानसभा में भी दो पक्षों में विवाद की खबरें सामने आई हैं।

read more
छत्तीसगढ़रायपुर

टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम बने, बघेल ने दी बधाई, क्या कांग्रेस ने डेमेज कंट्रोल किया?

TS Singhdev

नई दिल्ली, रायपुर/ कांग्रेस आलाकमान ने टीएस सिंहदेव (बाबा साहेब) को छत्तीसगढ़ का उप मुख्यमंत्री बनाया है जैसा कि लंबे समय से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच कुछ असामान्य स्थिति देखी जा रही थी क्या चुनाव से पहले कांग्रेस ने सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाकर ड्रेमेज कंट्रोल का काम किया है। इधर सिंहदेव के डिप्टी सीएम बनने से छत्तीसगढ़ कांग्रेस में उत्साह देखा जा रहा है और जश्न का माहौल है

2018 के चुनाव में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात कही थी और भूपेश बघेल को पहले मुख्यमंत्री बनाया था और सिंहदेव को केबिनेट मंत्री बना दिया था लेकिन ढाई साल पूरा होने के बाद सिंहदेव के समर्थकों ने यह मुद्दा उठाया लेकिन बघेल की उपलब्धियों को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें नही हटाया जिससे अंदरूनी तौर पर दोनो के बीच मनमुटाव की खबरें आने लगी थी बीच में यह भी कहा जाने लगा कि सिंहदेव का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है और वह बीजेपी में जा रहे है।

लेकिन छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक 5 महिने पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा के साथ विचार विमर्श कर टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने का आदेश जारी कर दिया। इस तरह कांग्रेस ने काफी हद तक छत्तीसगढ़ में दो बड़े नेताओं के बीच टकराव और बड़ती खाई को पाटने का काम तो किया ही बल्कि यह भी कहा जा सकता है कि सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाकर कांग्रेस ने डेमेज कंट्रोल भी कर लिया और आगामी चुनाव में इसका फायदा उसे मिलेगा। जबकि डिप्टी सीएम बनने पर सिंहदेव को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने बधाई दी है।

लेकिन बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस पर हमलावर है पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि जब चुनाव नजदीक आ गए तो टीएस सिंहदेव को कांग्रेस ने झुनझुना पकड़ा दिया जिसका कोई संवेधानिक ओचित्य ही नही है।

read more
छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ में बीजेपी को करारा झटका, कद्दावर आदिवासी नेता नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल, कहा बीजेपी पहले जैसी पार्टी नही रही

Nandkumar Sai

रायपुर/ बीजेपी के कद्दावर आदिवासी नेता प्रेमकुमार कुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई, इस मौके पर उन्होंने कहा बीजेपी अब पहले जैसी पार्टी नही रही मेरे अंदर अभी बहुत ताप है कांग्रेस में वह छत्तीसगढ़ और आदिवासी समाज की सेवा और अधिक ताकत से करेंगे।

पिछले कई दिनों से बीजेपी के प्रदेश संगठन और हाईकमान से नाराज बीजेपी के कद्दावर आदिवासी नेता नंदकुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए प्रदेश मुख्यालय पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अन्य कांग्रेस नेता मोजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनका स्वागत करते हुए कहा कि नंदकुमार साय जनसेवा का एक बड़ा नाम है आपने सदेव सादगी पूर्ण जीवन जिया और छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ साथ आदिवासी समाज की उन्नति और खुशहाली के लिए सदेव प्रयासरत रहे आपके कांग्रेस में आने से पार्टी और आदिवासी समाज को काफी मदद मिलेगी।

जबकि कांग्रेस में शामिल नंदकुमार साय ने इस अवसर पर कहा कि दल महत्वपूर्ण नहीं बल्कि लोगों का काम महत्वपूर्ण है पिछले दिनों से मुझे एहसास हो रहा था कि बीजेपी में अब पहले जैसी बात नही रही अटल आडवाणी वाली पहचान वह खो चुकी ही उसमें रहकर अब वह अपने समाज और लोगों की सेवा नही कर पा रहे थे, उल्टा मुझपर आरोप लगाए जा रहे थे। मेरी गरिमा को लगातार चोट पहुंचाई जा रही थी इसलिए अपने समर्थकों के साथ उन्होंने यह निर्णय लिया उन्होंने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस प्रदेश में अच्छा काम कर रही है, नरवा गरवा घुरया बाड़ी जैसी जनता के हित की कारागार योजनाएं है जबकि राम पथगमन बनाना उनकी एक अच्छी पहल है मैं चाहता हूं छत्तीसगढ़ की देश में एक अलग पहचान बने एक कविता के माध्यम से उन्होंने कहा मेरे मैं अभी बहुत ताप है ऊर्जा है हम सब मिलकर नए जोश और उत्साह से प्रदेश को और अधिक विकासशील और खुशहाल बनाएंगे।

आदिवासी नेता नंदकुमार साय अभिभाजित मध्यप्रदेश के समय से छत्तीसगढ़ की राजनीति में बीजेपी का एक प्रमुख चेहरा रहे है आप तीन बार विधायक और तीन बार लोकसभा के सांसद रहे साथ ही दो बार राज्यसभा के सदस्य भी रहे है। साथ ही आप छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहने के साथ अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे है आपका पूरा राजनैतिक जीवन सादगीपूर्ण, निर्विवादित और सदाचार वाला रहा रविवार को ही उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दिया था। उनका कांग्रेस में शामिल होना बीजेपी को छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़ी क्षति कहा जा सकता है।

इधर मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक ट्वीट कर आदिवासी नेता नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने का स्वागत करते हुए कहा छत्तीसगढ़ में ट्रेलर है एमपी में पिक्चर बाकी है जिससे बीजेपी में हलचल मच गई है क्योंकि चर्चा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल हो सकते है जबकि बीजेपी इससे इंकार कर रही है लेकिन चुनावी साल में दलबदल की पुरानी परंपरा रही है इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता।

read more
छत्तीसगढ़रायपुर

कांग्रेस का रायपुर अधिवेशन, अध्यक्ष नामित करेंगे CWC मेंबर 50 साल तक के कार्यकर्ता को टिकट, सोनिया खड़गे का संबोधन हुआ

Congress 85 Session Raipur

रायपुर/ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 85 वा अधिवेशन शुक्रवार से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुरू हो गया है अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित इस अधिवेशन में कांग्रेस के 110 से अधिक डेलीगेट शामिल हुए है इस अधिवेशन के पहले दिन यह निर्णय लिया गया कि पूर्व की तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को नामित करेंगे। साथ ही एससी एसटी पिछड़े वर्ग सहित महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव रखा गया। शुक्रवार को 3 बजे करीब कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी रायपुर पहुंच गए है।

रायपुर में शुक्रवार से ढाई दशक बाद गैर गांधी अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस का अधिवेशन शुरू हुआ पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय हुआ की कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव नही होंगे और सदस्यों का चयन राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे इसके अलावा अधिवेशन में आने वाले प्रस्तावों और नए बदलावों पर चर्चा हुई । जिसके तहत कार्यसमिति में सदस्य बड़ाने के साथ कई प्रस्तावों के लिए पार्टी संविधान में बदलाव होगा। साथ ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री सीडब्ल्यूसी के सदस्य रहेंगे।

इसके अलावा एससी एसटी ओबीसी युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव भी रखा गया बताया जाता लोकसभा और विधानसभा की 50 प्रतिशत सीटों पर 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव भी आया है साथ ही सामाजिक न्याय से जुड़े प्रस्ताव में बूथ से राष्ट्रीय स्तर तक सोशल ऑडिट का प्रस्ताव भी सामने आया जिसके जरिए सभी समुदायों और जातियों का नेतृत्व सुनिश्चित करेंगे साथ ही आरक्षित सीटों पर एक नया प्रभावी नेता भी खोजेंगे।

दूसरे दिन शनिवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगीत के साथ अधिवेशन की शुरूआत हुई जिसमें पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी प्रियंका गांधी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य नेता शामिल हुए। आज कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संबोधित किया कांग्रेस नेता राहुल गांधी कल रविवार को अधिवेशन में अपना संबोधित देंगे।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा को टर्निग पॉइंट बताते हुए कहा कि इससे देश के करोड़ों लोग कांग्रेस के साथ संवाद के जरिए जुड़े और पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ उन्होंने यह भी कहा भारत जोड़ों यात्रा के बाद अब मेरी राजनेतिक पारी अंतिम पड़ाव पर हैं। उन्होंने 1998 में पार्टी अध्यक्ष बनने के साथ उनके कार्यकाल में आए उतार चढ़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाने से मैं पूर्ण संतुष्ट हूं लेकिन आज भारत के सामने एक बार फिर कठिन समय हैं और आगे का रास्ता आसान नहीं है जिससे हमें लड़ना होगा।

जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा आज देश कठिन चुनौतियों से गुजर रहा है भारत की सत्ता पर काबिज बीजेपी की सरकार आम लोगों के अधिकार,भारत के मूल्यों और संविधान को समाप्त करना चाहती है कांग्रेस को एकजुटता के साथ इन मूल्यों की रक्षा करना होगा उन्होंने कहा सेवा संघर्ष और बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान अध्यक्ष ने कहा कि देश पर थोपी गई नोटबंदी बड़ी बेवकूफी थी और जीएसटी से एमएसएमई के तहत छोटे उधोग व्यापार खत्म हो गए अचानक लॉक डाउन का निर्णय घातक रहा युवाओं का बेरोजगारी से भविष्य खतरे में है किसान को फसल की कीमत नही मिल रही एक मजदूर को आज 27 रूपये मजदूरी जबकि मोदी के चहेते अडानी की एक दिन में 1 हजार करोड़ की कमाई। अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हमें मिलकर लड़ना होगा रोने से काम नहीं चलेगा।

कांग्रेस अधिवेशन के प्रमुख बिंदु …

1. एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए एआईसीसी डेलीगेट्स और सभी पदों में 50 प्रतिशत पद आरक्षित

2. 50 फीसदी पदों में 50 साल से कम उम्र के लोगों की भागीदारी

3. एक जनवरी 2025 से कांग्रेस में पेपर मेंबरशिप नही होगी सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप होगी

4. कांग्रेस के फॉर्म में थर्ड जेंडर की चर्चा होगी साथ ही फॉर्म में मां और पत्नी का नाम भी लिखना होगा

5. ब्लॉक,जिला और प्रदेश स्तर पर जहां भी कांग्रेस के चुने हुए सदस्य है वह सभी डेलीगेट्स होंगे

6. सदस्यता से सशक्तिकरण की ओर अब 6 पीसीसी डेलीगेट्स मेंबर पर एक एआईसीसी मेंबर चुना जायेगा

7. एआईसीसी मेंबर की संख्या 1240 से बढ़ाकर अब 1653 हो जायेगी

8. अधिवेशन में विपक्षी एकता पर कहा गया बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट हो और थर्ड फ्रंट ना बनाया जाएं

read more
छत्तीसगढ़देशरायपुर

भारत ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हराया, सीरीज पर जमाया कब्जा

Rohit Sharma

रायपुर /भारत ने दूसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड को 8 विकेट से पराजित कर दिया इस तरह तीन मैचों की श्रृंखला में लगातार दो मैच जीतकर भारत ने सीरीज अपने नाम कर ली खास बात है भारत पिछले चार साल से एकदिवसीय क्रिकेट की कोई भी घरेलू सीरीज नही हारा हैं।

टॉस जीतकर भारत ने न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज आज लय में नही दिखे और पूरी टीम 34.3 ओवर में 108 रन पर आउट हो गई सबसे अधिक 36 रन ग्लेन फिलिप्स ने बनाएं उसके साथ मिचेल सेंटनर ने 27 और पिछले मैंच में शतक बनाने वाले माईकल ब्रेसेवल ने 22 रन की पारी खेली न्यूजीलैंड के 8 बल्लेबाज दहाई के स्कोर में भी नही पहुंचे भारत के तेज गेंदबाजो की काफी अच्छी बोलिंग इसका बड़ा कारण रही शुरुआत में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज हार्दिक पांड्या ने लगातार झटके देकर न्यूजीलैंड को बेक फुट पर ला दिया मोहम्मद शमी ने खेल और अपने पहले ओवर में न्यूजीलैंड के ओपनर फिल एलेन का विकेट लिया और 18 रन देकर सबसे अधिक 3 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि जबकि हार्दिक पांड्या और वाशिंगटन सुंदर ने दो दो और कुलदीप यादव शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज ने एक एक विकेट लिया। आज बोलिंग के साथ भारत के गैंदबाजो ने अपनी बॉल पर फॉलो थ्रो में कैच लिए पहले शमी ने 7 वे ओवर की अपनी पहली बॉल पर शानदार डाई लगाकर डेरिल मिचेल को कॉट एंड बॉल किया उसके बाद 10 ओवर में हार्दिक ने अपनी चौथी बॉल पर कोमले को कॉट एंड बॉल आउट किया।

कम रन की चुनौती को देखते हुए भारत ने सावधानी से तेज शुरुआत की रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बीच पहले विकेट के लिए 72 रन की सांझेदारी हुई रोहित ने 51 रन बनाएं और शिप्ले की गेंद पर आउट हो गए यह उनका 48 वा अर्धशतक था इसके बाद आए विराट कोहली को सेंटनर की बॉल पर विकेट कीपर लाथम ने स्टम्प आउट किया लेकिन गिल ने ईशान किशन के साथ भारत को 2 विकेट पर 111 रन बनाकर जीत दिला दी। गिल 40 रन पर नाबाद लौटे। खास बात रही पिछली 5 पारियों में रोहित और गिल के बीच 50 + रन की यह चौथी पारी रही।

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 7 वी वन डे सीरीज अपने नाम की भारत पिछले चार साल में आजतक कोई भी घरेलू वन डे सीरीज नही हारा है।

लेकिन आज के मैच में एक बड़े अचंभे वाली बात देखी गई हुआ यूं कि टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को अपना फैसला सुनाना था कि उन्हें बेटिंग चुननी है या बोलिंग लेकिन वह भूल गए कि इस पिच पर क्या करना है करीब 20 सेकेंड वह सिर पर हाथ रखकर सोचते रहे इस बीच रवि शास्त्री और जवागल श्रीनाथ उनके फैसले का इंतजार करते देखे गए और न्यूजीलैंड के कप्तान भी मुस्कराते उनकी शक्ल देखते रहे।

read more
छत्तीसगढ़दिल्लीदेशमध्य प्रदेशरायपुर

सीनियर IAS एम.गीता नही रही, इलाज के दौरान दिल्ली में निधन, दतिया शिवपुरी की कलेक्टर, डबरा की SDM रही

M Gita

दिल्ली/ रायपुर/ छत्तीसगढ़ की सीनियर IAS एम गीता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. अब वे हमारे बीच नहीं रहीं। लंबे समय से वे किडनी की बीमारी से जूझ रहीं थीं. दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था. शनिवार की शाम IAS एम गीता का निधन हो गया। खास बात है IAS बनने के बाद शुरूआत में वे मध्यप्रदेश में भी कलेक्टर रही थी। उनके निधन से आईएएस लॉबी में काफी मायूसी देखी जा रही हैं।

IAS एम गीता पिछले कई दिनों से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थी और वेंटिलेटर पर थीं। एम गीता को 27 मई को गंभीर हालत में दिल्ली के बीएम कपूर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब से वह कोमा में थीं.l शनिवार की शाम उनका निधन हो गया।

डॉक्टर्स के मुताबिक सीनियर आईएएस एम गीता किडनी की समस्या से ग्रस्त थी. डॉक्टरों का कहना था कि गीता को एक के बाद एक 13 स्ट्रोक आए थे। जिससे उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और शनिवार को शाम उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह गई।

बता दें कि IAS एम गीता 97 बैच की आईएएस अधिकारी थी और उनकी गिनती एक तेज तर्रार अधिकारी के रूप में थी। IAS बनने के बाद सबसे पहले उनकी नियुक्ति प्रशक्षु आईएएस के रूप में ग्वालियर जिले की डबरा तहसील में एसडीएम पद पर हुई थी उसके बाद वह दतिया और शिवपुरी की कलेक्टर भी रही थी।जबकि छत्तीसगढ़ शासन में वह कृषि विभाग की सचिव थीं, बाद में उन्हें प्रमुख आवासीय आयुक्त पद पर दिल्ली भेजा गया था,जिसका प्रमुख उद्देश्य उनका उचित इलाज कराना था, बाद में उन्हें केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति मिली और उन्हें कृषि मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेट्री पद पर पोस्टिंग मिली थी।

read more
छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ कैंप में अपने ही साथियों पर जवान ने की फायरिंग, 4 जवान मारे गये 3 घायल

A Soldier

रायपुर – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्थित सीआरपीएफ के लिगमपल्ली कैंप में एक जवान ने एके 47 से अपने ही साथी जवानों पर अचानक फायरिंग कर दी जिससे 4 जवानों की मौत हो गई जबकि तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गये है घटना सोमवार सुबह तड़के की है आरोपी जवान को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे।

यह घटना कोंटा विकासखंड के ग्राम लिगमपल्ली स्थित सीआरपीएफ के कैंप में सोमवार सुबह 4 बजे की बताई जाती है जिसमें 217 वी बटालियन के जवान मौजूद थे इस कैंप के एक जवान रितेश रंजन ने अपनी एके 47 से अचानक वहां मौजूद जवानों पर हमला कर दिया इस फायरिंग में 2 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 5 जवान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गये जिन्हें उनमें से दो जवानों की बाद में मौत हो गई। बाद में आरोपी जवान रितेश रंजन को गिरफ्तार कर लिया गया हैं बताया जाता हैं इस जवान का किसी बात को लेकर अन्य जवानों से पिछले दिनों झगड़ा हुआ था वहीं आरोपी जवान मानसिक रूप से परेशान बताया जाता हैं।

मारे गये सीआरपीएफ के दो जवानों में बिहार के धाँजी और राजमणि कुमार यादव जबकि पश्चिम बंगाल के मूल निवासी राजीव मंडल और धर्मेंद्र कुमार शामिल है जबकि धर्मेंद्र सिंह धर्मात्मा कुमार मालया रंजन महाराणा नामक जवान घायल है जिनकी स्थिति भी नाजुक बताई जाती हैं। जिन्हें चॉपर से रायपुर रेफर किया गया हैं।

इधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृत जवानों के प्रति अपनी शोक स्वेदनाएँ व्यक्त की हैं। साथ ही उन्होने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए ऐसी घटनाओं पर विराम लगाने के लिये जरूरी कदम उठाने की बात कही हैं।

छत्तीसगढ़ में यह पहली घटना नही है करीब 9 माह पहले भी जगदलपुर के कैंप में एक जवान ने किसी बात को लेकर अन्य जवानों पर फायरिंग कर दी थी जिसमें एक जवान की मौत हुई जबकि एक अन्य जवान घायल हुए था जबकि दंतेवाड़ा में दिसंबर 2012 में भी ऐसी ही घटना में एक सीआरपीएफ का जवान मारा गया था।

read more
छत्तीसगढ़भोपालमध्य प्रदेशरायपुर

कोरोना कर्फ़्यू के दौरान पुलिस और प्रशासन की अमानवीयता, वीडियो सामने आने से हुई छीछालेदर, सूरजपुर कलेक्टर हटाये, सागर में कार्यवाही

Police takes out air from vehicle tyre

भोपाल/ रायपुर- कोरोना महामारी में लगे लॉक डाउन के दौरान पुलिस और प्रशासन की अजीब अजीब हरकतें सामने आ रही हैं यह तो समझ आता है कि कोरोना कर्फ़्यू के दौरान घर से बेवजह ना निकला जाए लेकिन यह भी देखा जा रहा है कि कार्यवाही के नाम पर ऐसे लोगों की मारपीट और बेइज्जती भी की जा रही है जो घर से दवाई लेने या किसी जरूरी काम से निकले थे या फिर कोविड काल में जनसेवा कर रहे है यह तो साफ तौर पर पुलिस और प्रशासन की गैर जिम्मेदाराना हरकत और अमानवीयता को दर्शाता है हाल में मध्यप्रदेश के सागर और दतिया छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और रायपुर से कुछ ऐसी ही घटनाएं सामने आई जो प्रशासन का ही तमाशा बन गई हैं।

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कलेक्टर रणवीर शर्मा का एक युवक और एक नाबालिग बालक का मारपीट करते हुए वीडियो वायरल हुआ वही रायपुर में एक कोविड अस्पताल के कर्मचारी की जो अस्पताल जा रहा था उसकी पिटाई प्रशासन के नुमाइंदों ने कर दी। सूरजपुर में कलेक्टर रणवीर शर्मा ने एक ऐसे युवक को पुलिस से डंडे पड़वाये जो बीमार परिजनों के लिये दवाई लेने निकला था इतना ही नही उस युवक ने जब अपने माता पिता की दवाई का पर्चा दिखाया तो कलेक्टर ने उसे झापड़ ही रसीद नही किया बल्कि उसका मोबाइल जमीन पर पटक कर तोड़ दिया।

लेकिन जब घटना का वीडियो वायरल हुआ तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तुरंत ट्वीट किया और कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार का मामला मेरे संज्ञान में आया है जो बेहद दुखद और निंदनीय है और किसी भी अधिकारी का शासकीय जीवन मे इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं है और छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा इसलिये मैने कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नही मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना से क्षुब्ध हूँ और मैं नवयुवक व उनके परिजनों से खेद व्यक्त करता हूँ।

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद रणवीर शर्मा को मंत्रालय अटैच कर दिया गया और गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का नया कलेक्टर बनाया गया हैं।

इधर मध्यप्रदेश में भी कोरोना कर्फ़्यू के दौरान प्रशासन और पुलिस की नासमझी और बर्बरता की कई तस्वीरें सामने आ रही है ताजा मामला सागर का हैं जहाँ एक महिला अपनी बेटी के साथ जब बाजार में जा रही थी तभी गांधी चौक पर खड़े पुलिस कर्मियों ने उन्हें मास्क नही लगाने पर पकड़ लिया जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो गई हो सकता हैं महिला को जबरदस्ती वाहन में बिठालने के दौरान उसने भी पुलिस कर्मियों से कुछ अभद्रता की होगी लेकिन उसके बाद जो हुआ वह पुलिस को शर्मसार करने से कम नही था पुलिस वालों के साथ मौजूद महिला पुलिस कर्मी ने उस महिला की बीच सड़क पर बुरी तरह पिटाई ही नही लगाई बल्कि उसके बाल पकड़ कर घसीटा भी उसकी लड़की जब बचाने आई और मां को छोड़ने के लिये पुलिस के सामने गिड़गिड़ाई तो पुलिस कर्मियों ने उसे धक्का देकर हटा दिया और वे मारपीट के दौरान महिला पुलिस कर्मी को समझाने की बजाय उंसका सहयोग करते नजर आये। इतना ही नही पुलिस ने उस महिला के खिलाफ शासकीय कार्य मे बांधा का प्रकरण भी दर्ज कर लिया।

इस घटना का जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस की खूब थू थू हुई और मानव अधिकार आयोग ने भी इसकी शिकायत की गई तब सागर के एसपी ने मारपीट करने वाली महिला पुलिस कर्मी अर्चना डिमहा और सहयोग करने वाले एएसआई एलएन तिवारी को सस्पेंड कर दिया। लेकिन इस घटना ने पुलिस की संवेदनहीनता पर कई सबाल जरूर उठा दिये।

आजकल दतिया के कलेक्टर संजय कुमार के भी खूब चर्चे है वे कोरोना कर्फ़्यू के दौरान जहां आने जाने वाले पकड़े गये वाहनों की बीच रास्ते मे हवा निकलवा रहे हैं तो बीच चौराहे पर युवाओं का डांस हो रहा हैं और पुलिस और प्रशासन के लोग इन्हें घेरे है डांस से तो युवा ज्यादा परेशान नही दिखते लेकिन जिन वाहनों के पहियों की हवा निकाल दी जाती है उनके टायर ट्यूब खराब तो हो ही जाते है बल्कि गाड़ी को खींचकर ले जाने में लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ रही है और यदि पत्नी बच्चें भी साथ हो तो फिर परेशानी और भी बढ़ जाती हैं। दतियावासी कलेक्टर की इस हवा निकालने की कार्यवाही से खासे परेशान है वही कोरोना काल में एक समाजसेवी की तो बीच चौराहे पर कलेक्टर साहब ने खुलकर बेइज्जती ही नही की बल्कि एडीएम व्दारा जारी उसका पास भी फाड़कर फेक दिया इतना ही नही उसे कोविड फैलाने का जिम्मेदार भी बता दिया। लेकिन दतिया में इतना सब कुछ होने के बाद भी सत्तापक्ष के नेता और जनप्रतिनिधि खामोश है तो विपक्षी फर्जी मुकदमा दर्ज होने के डर से कुछ कहने सुनने की बजाय घर में बैठे हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो तुरंत कार्यवाही की लेकिन क्या मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता के खिलाफ चल रही इस संवेदनहीनता और बर्बरता के खिलाफ संज्ञान लेंगे?

read more
छत्तीसगढ़रायपुर

अटल जी की भतीजी कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद करुणा शुक्ला का कोरोना से निधन

Karuna Shukla

रायपुर- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी कांग्रेस की नेता एवं पूर्व सांसद करुणा शुक्ला का कोरोना से निधन हो गया , रायपुर के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

साफ स्वच्छ छवि और तेज तर्रार कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला को कोरोना संक्रमित होने के बाद करीब एक सप्ताह पहले रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था इलाज के दोरान बीती रात उनका देहावसान हो गया।

करुणा शुक्ला सबसे पहले 1993 में बीजेपी से विधायक रही बाद में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनी और सांसद भी रही 2014 में अपनी अनदेखी के चलते उन्होंने बीजेपी छोड़ी और कांग्रेस में शामिल हुई और बिलासपुर से चुनाव लड़ा लेकिन हार गई । 2018 में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ बलौदा बाजार से चुनाव भी लड़ा था। वर्तमान में करुणा शुक्ला छत्तीसगढ़ समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थी।

ग्वालियर में 1 अगस्त 1950 में वाजपेयी परिवार में जन्मी करुणा शुक्ला ने भोपाल यूनिवर्सटी से अपनी पढ़ाई पूरी की और उसके बाद वे राजनीति में आई।

छत्तीसगढ़ के मुख़्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उंनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संवेदनाएं व्यक्त की है मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने ट्वीट में कहा है कि मेरी चाची यानि श्रीमती करुणा शुक्ला नही रही निष्ठुर कोरोना ने उन्हें लील लिया, राजनीति से इतर उनसे मेरे पारिवारिक और आत्मीय रिश्ते थे उनका सतत आशीर्वाद मुझे हमेशा मिलता रहा ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे और उनका बिछोह सहने की शक्ति प्रदान करें।

इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी करुणा शुक्ला के निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में आज उनका अंतिम संस्कार होगा ।

read more
error: Content is protected !!