दंतेवाड़ा / छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के अरनपुर मार्ग पर हुए नक्सली हमले की जिम्मेदारी PLGA ने ली है दरभा डिवीजन के सचिव ने एक प्रेस नोट जारी कर इसकी पुष्टि की है। जबकि आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दंतेवाड़ा पहुंचे और उन्होंने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें कंधा देकर अंतिम विदाई दी इस मौके पर उन्होंने कहा कि डीजीआर के जवानों की शहादत बेकार नहीं जायेगी नक्सलियों को नेस्तनाबूद करने की कार्यवाही जारी रहेगी और उन्हें इसका कड़ा जवाब जरूर दिया जायेगा।
बुद्धवार को अरनपुर क्षेत्र के जब डीजीआर के यह 10 जवान एक सर्चिंग मिशन पूरा करके जब कैंप में लौट रहे थे तो वे जिस पिकअप वाहन में बैठकर यह आ रहे थे उसे नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया यह करीब 40 किलो आईईडी का यह विस्फोट काफी ताकतवर था जिसमें सड़क पर 7 फूट गहरा गड्ढा होने के साथ 10 मीटर वर्ग में सड़क उखड़ गई थी और गाड़ी के परखच्चे उड़ गए थे इस घातक विस्फोट में DRG (डिस्ट्रिक रिजर्व गार्डस) के सुरक्षा बल के 10 जवान और वाहन का ड्राइवर मारा गया था छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह नक्सलियों व्दारा अभी तक की दूसरी सबसे बड़ी घटना बताई जाती हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर्नाटक का चुनावी दौरा रद्द कर आज दंतेवाड़ा पहुंचे और उन्होंने पुलिस लाइन में सभी शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी साथ ही शहीद जवानों को कंधा देकर अंतिम विदाई दी। इस अवसर पर मोजूद छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा और एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिंहा ने भी शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस मौके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे जवानों ने नक्सलियों से लड़ते हुए अपनी शहादत दी जो भुलाई नही जायेगी,चूकि हमारे सुरक्षा बलों की कार्यवाही से नक्सली हताश हो गए है और लगातार पीछे हटते जा रहे है और उनका सरगना हिडमा पूरी तरह से घिर गया है इसलिए नक्सली अब इस तरह की कायराना हरकत कर रहे है लेकिन हमारे जवानो के हौसले बुलंद है जो उन्हें इसका कड़ा जवाब देंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की सहायता से नक्सली प्रभावित इलाकों में और कैंप खोले जायेंगे और जल्द नक्सलियों के खात्मे के लिए बड़ी मुहिम चलाई जायेगी।
इधर एक प्रेस नोट के जरिए इस बारूदी हमले की जिम्मेदारी नक्सली ग्रुप PLGA ने ली है उनके दरभा डिवीजन के सचिव ने प्रेस नोट जारी किया है जिसमें कहा गया कि यह हमला सरकार की हमारे खिलाफ कार्यवाही का जबाव है। इससे साफ है पिछले दिनों से बस्तर संभाग में नक्सली विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बल काफी सक्रिय है हाल में मप्र में चौदह चौदह लाख की दो महिला नकस्लियों को भी मुठभेड़ में मार गिराया था जो छत्तीसगढ़ में भी सक्रिय थी जिससे लगता है नक्सली बौखला गए है और उन्होंने बदला लेने के लिए इस हमले को अंजाम दिया।