दंतेवाड़ा/ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ अभी तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन आज अंजाम दिया गया। पुलिस के सयुक्त अभियान में सर्चिंग के दौरान अबूझमाड़ के थलथुली के घने जंगल में हुईं मुठभेड़ में 36 नक्सलियों के मारे जाने की बड़ी खबर है जो बड़ भी सकती है। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के 30 शव बरामद कर लिए है। सुरक्षा बलों ने एके 47, एसएलआर सहित अन्य हथियार और गोला बारूद भी भारी मात्रा में बरामद किया है। महत्वपूर्ण है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों का कोई नुकसान नहीं हुआ।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर के बॉर्डर अबूझमाड़ के थुलथुली के घने जंगल में आज सुबह से सर्चिंग चल रही थी। इस ज्वाइंट ऑपरेशन में दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की पुलिस के साथ कोबरा डीआरजी सहित जिले का बिस्टा फाईटर फोर्स शामिल था। जब यह टीम अबूझमाड़ के घने वन क्षेत्र में सर्चिंग करते हुए पहुंची तो उसका सामना नक्सलियों के एक बड़े समूह से हुआ दोनों ओर से फायरिंग हुई लेकिन पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी जब फायरिंग के दौरान यह सुरक्षा बलों की टीम जंगल के अंदर बीहड़ इलाके में पैदल पहुंची तो उसे नक्सलियों के काफी शव बरामद हुए और अभी तक 30 शव बरामद हो चुके है और जो आंकड़े सामने आएं है उसके मुताबिक करीब 36 नक्सली इस मुठभेड़ में मारे जा चुके है जबकि और अधिक संख्या बड़ने का अनुमान जताया जाता है। जानकारी के मुताबिक यह नक्सलियों की 6 नंबर बटालियन थी जिससे यह मुठभेड़ हुई इसमें 50 सदस्य शामिल थे।
इस ऑपरेशन का दंतेवाड़ा के एसपी गौरवराय और नारायणपुर के एसपी कुमार प्रभात के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। पुलिस ने नक्सलियों के शवों के साथ जंगल से अत्याधुनिक हथियार एके 47, एसएलआर सहित अन्य हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया है। खास बात है यह ऑपरेशन आज तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन तो है ही बल्कि इस मुठभेड़ में कोई भी जवान के शहीद होने या हताहत होने की खबर नहीं है इससे साफ होता है कि इस ऑपरेशन को काफी पुख्ता तैयारी सूझबूझ और गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया।
इस मुठभेड़ के बाद आज शाम मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर एक हाई लेबल मीटिंग भी बुलाई जिसमें गृह विभाग सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल हुए जिसमें आगे की रणनीति पर विचार विमर्श हुआ। जैसा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के कई दौरे किए और उन्होंने विकास के लिए नक्सलवाद को कड़ाई से खत्म करने के निर्देश भी दिए थे इसके बाद पुलिस और अन्य फोर्स लगातार नक्सलियों के मुख्य इलाकों में नजर बनाए हुए थे उसी का परिणाम है कि आज उन्हें आजतक की सबसे बड़ी सफलता मिली।
इधर मुख्यमंत्री विष्णुदेव जो दौरे पर थे उस समय उन्होंने अधिकारियों और टीम में शामिल सभी जवानों को बधाई देते हुए कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ हमारा यह ऑपरेशन जारी रहेगा और छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा मूल उद्देश्य है।