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कांग्रेस का रायपुर अधिवेशन, अध्यक्ष नामित करेंगे CWC मेंबर 50 साल तक के कार्यकर्ता को टिकट, सोनिया खड़गे का संबोधन हुआ

Congress 85 Session Raipur

रायपुर/ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 85 वा अधिवेशन शुक्रवार से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुरू हो गया है अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित इस अधिवेशन में कांग्रेस के 110 से अधिक डेलीगेट शामिल हुए है इस अधिवेशन के पहले दिन यह निर्णय लिया गया कि पूर्व की तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को नामित करेंगे। साथ ही एससी एसटी पिछड़े वर्ग सहित महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव रखा गया। शुक्रवार को 3 बजे करीब कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी रायपुर पहुंच गए है।

रायपुर में शुक्रवार से ढाई दशक बाद गैर गांधी अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस का अधिवेशन शुरू हुआ पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय हुआ की कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव नही होंगे और सदस्यों का चयन राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे इसके अलावा अधिवेशन में आने वाले प्रस्तावों और नए बदलावों पर चर्चा हुई । जिसके तहत कार्यसमिति में सदस्य बड़ाने के साथ कई प्रस्तावों के लिए पार्टी संविधान में बदलाव होगा। साथ ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री सीडब्ल्यूसी के सदस्य रहेंगे।

इसके अलावा एससी एसटी ओबीसी युवाओं और महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव भी रखा गया बताया जाता लोकसभा और विधानसभा की 50 प्रतिशत सीटों पर 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव भी आया है साथ ही सामाजिक न्याय से जुड़े प्रस्ताव में बूथ से राष्ट्रीय स्तर तक सोशल ऑडिट का प्रस्ताव भी सामने आया जिसके जरिए सभी समुदायों और जातियों का नेतृत्व सुनिश्चित करेंगे साथ ही आरक्षित सीटों पर एक नया प्रभावी नेता भी खोजेंगे।

दूसरे दिन शनिवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगीत के साथ अधिवेशन की शुरूआत हुई जिसमें पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी प्रियंका गांधी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य नेता शामिल हुए। आज कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संबोधित किया कांग्रेस नेता राहुल गांधी कल रविवार को अधिवेशन में अपना संबोधित देंगे।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा को टर्निग पॉइंट बताते हुए कहा कि इससे देश के करोड़ों लोग कांग्रेस के साथ संवाद के जरिए जुड़े और पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ उन्होंने यह भी कहा भारत जोड़ों यात्रा के बाद अब मेरी राजनेतिक पारी अंतिम पड़ाव पर हैं। उन्होंने 1998 में पार्टी अध्यक्ष बनने के साथ उनके कार्यकाल में आए उतार चढ़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाने से मैं पूर्ण संतुष्ट हूं लेकिन आज भारत के सामने एक बार फिर कठिन समय हैं और आगे का रास्ता आसान नहीं है जिससे हमें लड़ना होगा।

जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा आज देश कठिन चुनौतियों से गुजर रहा है भारत की सत्ता पर काबिज बीजेपी की सरकार आम लोगों के अधिकार,भारत के मूल्यों और संविधान को समाप्त करना चाहती है कांग्रेस को एकजुटता के साथ इन मूल्यों की रक्षा करना होगा उन्होंने कहा सेवा संघर्ष और बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान अध्यक्ष ने कहा कि देश पर थोपी गई नोटबंदी बड़ी बेवकूफी थी और जीएसटी से एमएसएमई के तहत छोटे उधोग व्यापार खत्म हो गए अचानक लॉक डाउन का निर्णय घातक रहा युवाओं का बेरोजगारी से भविष्य खतरे में है किसान को फसल की कीमत नही मिल रही एक मजदूर को आज 27 रूपये मजदूरी जबकि मोदी के चहेते अडानी की एक दिन में 1 हजार करोड़ की कमाई। अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हमें मिलकर लड़ना होगा रोने से काम नहीं चलेगा।

कांग्रेस अधिवेशन के प्रमुख बिंदु …

1. एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए एआईसीसी डेलीगेट्स और सभी पदों में 50 प्रतिशत पद आरक्षित

2. 50 फीसदी पदों में 50 साल से कम उम्र के लोगों की भागीदारी

3. एक जनवरी 2025 से कांग्रेस में पेपर मेंबरशिप नही होगी सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप होगी

4. कांग्रेस के फॉर्म में थर्ड जेंडर की चर्चा होगी साथ ही फॉर्म में मां और पत्नी का नाम भी लिखना होगा

5. ब्लॉक,जिला और प्रदेश स्तर पर जहां भी कांग्रेस के चुने हुए सदस्य है वह सभी डेलीगेट्स होंगे

6. सदस्यता से सशक्तिकरण की ओर अब 6 पीसीसी डेलीगेट्स मेंबर पर एक एआईसीसी मेंबर चुना जायेगा

7. एआईसीसी मेंबर की संख्या 1240 से बढ़ाकर अब 1653 हो जायेगी

8. अधिवेशन में विपक्षी एकता पर कहा गया बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट हो और थर्ड फ्रंट ना बनाया जाएं

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भारत ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हराया, सीरीज पर जमाया कब्जा

Rohit Sharma

रायपुर /भारत ने दूसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड को 8 विकेट से पराजित कर दिया इस तरह तीन मैचों की श्रृंखला में लगातार दो मैच जीतकर भारत ने सीरीज अपने नाम कर ली खास बात है भारत पिछले चार साल से एकदिवसीय क्रिकेट की कोई भी घरेलू सीरीज नही हारा हैं।

टॉस जीतकर भारत ने न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज आज लय में नही दिखे और पूरी टीम 34.3 ओवर में 108 रन पर आउट हो गई सबसे अधिक 36 रन ग्लेन फिलिप्स ने बनाएं उसके साथ मिचेल सेंटनर ने 27 और पिछले मैंच में शतक बनाने वाले माईकल ब्रेसेवल ने 22 रन की पारी खेली न्यूजीलैंड के 8 बल्लेबाज दहाई के स्कोर में भी नही पहुंचे भारत के तेज गेंदबाजो की काफी अच्छी बोलिंग इसका बड़ा कारण रही शुरुआत में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज हार्दिक पांड्या ने लगातार झटके देकर न्यूजीलैंड को बेक फुट पर ला दिया मोहम्मद शमी ने खेल और अपने पहले ओवर में न्यूजीलैंड के ओपनर फिल एलेन का विकेट लिया और 18 रन देकर सबसे अधिक 3 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि जबकि हार्दिक पांड्या और वाशिंगटन सुंदर ने दो दो और कुलदीप यादव शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज ने एक एक विकेट लिया। आज बोलिंग के साथ भारत के गैंदबाजो ने अपनी बॉल पर फॉलो थ्रो में कैच लिए पहले शमी ने 7 वे ओवर की अपनी पहली बॉल पर शानदार डाई लगाकर डेरिल मिचेल को कॉट एंड बॉल किया उसके बाद 10 ओवर में हार्दिक ने अपनी चौथी बॉल पर कोमले को कॉट एंड बॉल आउट किया।

कम रन की चुनौती को देखते हुए भारत ने सावधानी से तेज शुरुआत की रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बीच पहले विकेट के लिए 72 रन की सांझेदारी हुई रोहित ने 51 रन बनाएं और शिप्ले की गेंद पर आउट हो गए यह उनका 48 वा अर्धशतक था इसके बाद आए विराट कोहली को सेंटनर की बॉल पर विकेट कीपर लाथम ने स्टम्प आउट किया लेकिन गिल ने ईशान किशन के साथ भारत को 2 विकेट पर 111 रन बनाकर जीत दिला दी। गिल 40 रन पर नाबाद लौटे। खास बात रही पिछली 5 पारियों में रोहित और गिल के बीच 50 + रन की यह चौथी पारी रही।

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 7 वी वन डे सीरीज अपने नाम की भारत पिछले चार साल में आजतक कोई भी घरेलू वन डे सीरीज नही हारा है।

लेकिन आज के मैच में एक बड़े अचंभे वाली बात देखी गई हुआ यूं कि टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को अपना फैसला सुनाना था कि उन्हें बेटिंग चुननी है या बोलिंग लेकिन वह भूल गए कि इस पिच पर क्या करना है करीब 20 सेकेंड वह सिर पर हाथ रखकर सोचते रहे इस बीच रवि शास्त्री और जवागल श्रीनाथ उनके फैसले का इंतजार करते देखे गए और न्यूजीलैंड के कप्तान भी मुस्कराते उनकी शक्ल देखते रहे।

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दुर्ग में बच्चा चोरी की शक में तीन साधुओं की निर्ममता से पिटाई, पुलिस वाले ने बचाई जान

durg sadhus beaten

दुर्ग / छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के दुर्ग इलाके में आज तीन साधुओं की जान पर बन आई बच्चा चोरी की शंका के चलते उन्हें भीड़ ने घेर लिया और उनकी बुरी तरह से बर्बरता से पिटाई लगाना शुरू कर दिया और लहूलुहान कर दिया। इस बीच वहां पहुंचे एक पुलिस कर्मी ने बमुश्किल इन साधुओं को गुसायें लोगों की गिरफ्त से बाहर निकाला और खैचकर एक ऑटो में बिठाला और थाने पहुंचाया इस दौरान खींचतान में पुलिस वाले के कपड़े भी फट गए यदि यह पुलिस कर्मी साहस नहीं दिखाता तो तीनों साधुओं की जान बचाना मुश्किल थी।

दुर्ग में इन दिनों बच्चा चोरी की अफवाह जोरो पर है आज तीन साधु शहर के बाजार में एक बच्चे से रास्ता पूछ रहे थे इस बीच वहां से आसपास भीड़ जुट आई और बच्चा चोरी के शक में बिना कुछ सोचे समझे भीड़ ने साधुओं को पकड़ लिया और उनकी बर्बरता से तीनों की पिटाई लगाना शुरू कर दिया और यह मारपीट खोफनाक रूप में कब बदल गई यह समझ नही आया क्योंकि लाठी डंडों से पिटाई के बाद तीनों साधू लहूलुहान हो गए। इस बीच पास स्थित पुलिस थाने का एक पुलिस कर्मी वहां आ पहुंचा और वह भीड़ के बीच घुसा और पिटते साधुओं को बचाने के लिए उन्हें खेंचकर बाहर निकालने लगा लेकिन भीड़ में मोजूद लोगों ने पुलिस कर्मी को रोकने के साथ साधुओं को पकड़ने की कोशिश जारी रखी लेकिन पुलिस वाले ने उनसे भिड़ते हुए साधुओं को किसी तरह बचाते हुए बाहर निकाला और एक वाहन में बिठालकर थाने रवाना किया जबकि कुछ लोग साधुओं को वाहन से बाहर खींचने की कोशिश करते रहे। बताया जाता है यह तीनों साधू राजस्थान के अलवर के रहने वाले थे और इनके नाम राजवीर सिंह, श्याम सिंह और अमनसिंह हैं।

पुलिस की भूमिका भी काफी लापरवाह पूर्ण रही दुर्ग पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव कहते नजर आए कि पहले मामले की जांच पुलिस करेगी उसके बाद कार्यवाही होगी लेकिन जब साधुओं की सरेआम पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ इसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया एसपी का यह भी कहना है कि इन साधुओं की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई है जबकि इनके पास कोई आईडी प्रूफ भी नही है हमने राजस्थान पुलिस से भी जानकारी मांगी है।लेकिन आश्चर्यजनक पहलू है वायरल वीडियो में साफ तौर पर आरोपी साधुओं के साथ काफी लोग मारपीट करते दिख रहे है लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जो उसकी कार्यविधि पर सवाल उठाता है। इधर इस घटना को लेकर बघेल सरकार बीजेपी के निशाने पर है इस मामले में प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रव्रत साहू ने कहा है कि पुलिस की जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आयेंगे सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी और किसी को बख्शा नहीं जायेगा।

इस तरह दुर्ग पुलिस ने साधुओं की रिपोर्ट पर भी मामला दर्ज कर लिया है और उन साधुओं का इलाज कराने के बाद उन्हें महाराष्ट्र भी रवाना कर दिया।

साधुओं की निर्ममता से पिटाई का यह पहला मामला नहीं है देश के कई हिस्सों में साधुओं की पीट पीट कर हत्या के मामले भी सामने आए है महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल 2020 को रात के वक्त रास्ता भूल गए तीन साधुओं ने जब रास्ता पूछा तो उन्हे बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने बुरी तरह लाठी डंडों से मारा वहीं पुलिस ने भी मौके पंहुचने और साधुओं को पकड़ने के बाद साधुओं को उग्र भीड़ को फिर सौप दिया और पिटते पिटते साधुओं की सांसे उखड़ गई और तीनों की मौत हो गई थी। इसी तरह महाराष्ट्र ही के सांगली में 13 सितंबर 2022 को दो साधुओं को बच्चा चोर समझकर लोगों ने बुरी तरह पीटा, जबकि धमतरी के गातापार में 5 साधुओं को बच्चा चोर समझ कर बर्बरता से मारा गया था यूपी के कोशांभी में 10 सितंबर 2022 को साधुओं की मारपीट इसी बच्चे चुराने की आशंका के दौरान भीड़ ने की उत्तर प्रदेश के औरैया में 13 सितंबर 2022 को बच्चा चोरी के शक में तीन साधुओं को लोगों की भीड़ ने बिना कुछ सोचे समझे बुरी तरह पीटा, बिहार पटना के धारकुआ में सितंबर माह में एक साधु की भीड़ ने इसी आशंका के मद्देनजर मारपीट की जबकि मध्यप्रदेश के धार में पिछले साल 2021 में 2 साधुओं को बच्चा चोर की आशंका के कारण जनता ने बुरी तरह पीटा था।

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मोदी का मिशन हिमाचल, पीएम ने दी 3650 करोड़ की सौगात, एम्स का किया लोकार्पण, कहा हिमाचल को मिली डबल गिफ्ट

PM Modi in Lal Kila

बिलासपुर / आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर रहे इस दौरान उन्होंने 3650 करोड़ की विकास योजनाओं का पिटारा खोला साथ ही एम्स की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज हिमाचल को स्वास्थ्य और शिक्षा की डबल गिफ्ट मिली है और यह उपहार वोटों की ताकत से ही इस प्रदेश को मिला हैं।

बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स का लोकार्पण करने के साथ ही नेशनल हाईवे सहित शिक्षा स्वास्थ्य से संबंधित 3650 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी उन्होंने अपने भाषण में कहा कि राष्ट्र रक्षा में हिमाचल प्रदेश का काफी योगदान रहा है लेकिन पहले की सरकारों ने कोई काम नहीं किया विकास के काम अटके रहे यहां के नागरिकों की वोट की ताकत ने आज शिक्षा और स्वास्थ्य के सौगात प्रदेश मिली है।

पीएम ने कहा कि हमेशा माता बहने अपने बच्चों और परिवार के लिए जीती है और खुद का स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद वह पैसा बचाने के लिए पति या घर वालों को अपनी बीमारी के बारे में बताती ही नही है यदि वह कष्ट सहती रही तो फिर यह बेटा किस काम का इसलिए सरकार ने आयु आयुष्मान योजना दी मुझे खुशी है आज 50 फीसदी से अधिक महिला बेटी बहने इस योजना का लाभ ले रही है यह एक महात्वाकांक्षी योजना साबित हुई है। उन्होंने महिलाओं को पैंशन महिलाओं को गैस सिलेंडर सहित अन्य योजनाएं का हवाला भी दिया।

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छत्तीसगढ़ में ट्रांसजेंडर लेंगे नक्सलियों से टक्कर, नक्सल फाइटर फोर्स में ट्रांसजेंडर की भर्ती, पहला राज्य बना छत्तीसगढ़

naxal encounter

रायपुर / छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना जहां पुलिस के नक्सल फाइटर फोर्स में ट्रांसजेंडर (परलैंगिक) की भर्ती की गई है इस तरह छत्तीसगढ़ सरकार की यह एक अभिनव पहल तो है ही बल्कि उन्हे स्वरोजगार देने के साथ इस खास वर्ग को विशेष सम्मान भी दिया हैं।

छत्तीसगढ़ गृह विभाग ने नक्सली ऑपरेशन के लिए जो पुलिस की विशेष नक्सल फाइटर फोर्स बनाई है उसमें इस बार राज्य के ट्रांसजेंडर को भी मौका दिया गया है कड़े इम्तहान के बाद 9 ट्रांसजेंडर इसकी भर्ती परीक्षा में पास हुए जिन्हें आवश्यक प्रशिक्षण के बाद नक्सल फाइटर फोर्स में भर्ती किया गया हैं।

इस मौके पर नक्सल ऑपरेशन के पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने कहा कि काफी अहम है कि जिन लोगों को समाज में उपेक्षित समझा जाता है आज वे नक्सलियों के खिलाफ अपने साहस और शौर्य का प्रदर्शन कर सकेंगे और अपनी खास पहचान बना सकेंगे यह उनके साथ हमारे लिए भी गर्व की बात है कि वरिष्ठ पुलिस प्रशासन ने उन्हें इस लायक समझा और इस वर्ग विशेष की भर्ती करने में कोई संकोच नहीं किया और उन्हे सम्मान के साथ बराबरी का दर्जा दिया गया।

जबकि नक्सली फोर्स में भर्ती इन ट्रांसजेंडरो के हौसले भी बुलंद है उनका कहना था हमारा समाज ही नही उनके परिजनों ने भी उपेक्षा की और उन्हे प्रताड़ना भी सहना पड़ी जिसके चलते उन्हें अपना घर भी छोड़ना पड़ा ।एक का कहना था हम भी अन्य लोगो की तरह हर कार्य बखूबी करने का माद्दा रखते है और करके भी दिखाएंगे। जबकि एक अन्य का कहना था कि हमें जो नक्सली ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई है उसे हम बखूबी निभाएंगे और बिना भय के नक्सलियों का मुकाबला करेंगे उन्होंने अपनी नियुक्ति पर भूपेश बघेल सरकार को धन्यवाद देते हुए आभार भी माना।

जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस प्रक्रिया को समाज के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि हमारी सरकार ने ट्रांसजेंडरों की पीड़ा को समझा जबकि उन्हें उनका अधिकार मिलना ही चाहिए था हमारी सरकार और गृह मंत्रालय ने इस काम को अंजाम देने का फैसला लिया और आज यह सपना पूरा भी हुआ उन्होंने सभी को इसकी बधाई देते हुए अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी के प्रति समर्पित रहने का आव्हान किया हैं।

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सीनियर IAS एम.गीता नही रही, इलाज के दौरान दिल्ली में निधन, दतिया शिवपुरी की कलेक्टर, डबरा की SDM रही

M Gita

दिल्ली/ रायपुर/ छत्तीसगढ़ की सीनियर IAS एम गीता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. अब वे हमारे बीच नहीं रहीं। लंबे समय से वे किडनी की बीमारी से जूझ रहीं थीं. दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था. शनिवार की शाम IAS एम गीता का निधन हो गया। खास बात है IAS बनने के बाद शुरूआत में वे मध्यप्रदेश में भी कलेक्टर रही थी। उनके निधन से आईएएस लॉबी में काफी मायूसी देखी जा रही हैं।

IAS एम गीता पिछले कई दिनों से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थी और वेंटिलेटर पर थीं। एम गीता को 27 मई को गंभीर हालत में दिल्ली के बीएम कपूर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब से वह कोमा में थीं.l शनिवार की शाम उनका निधन हो गया।

डॉक्टर्स के मुताबिक सीनियर आईएएस एम गीता किडनी की समस्या से ग्रस्त थी. डॉक्टरों का कहना था कि गीता को एक के बाद एक 13 स्ट्रोक आए थे। जिससे उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और शनिवार को शाम उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह गई।

बता दें कि IAS एम गीता 97 बैच की आईएएस अधिकारी थी और उनकी गिनती एक तेज तर्रार अधिकारी के रूप में थी। IAS बनने के बाद सबसे पहले उनकी नियुक्ति प्रशक्षु आईएएस के रूप में ग्वालियर जिले की डबरा तहसील में एसडीएम पद पर हुई थी उसके बाद वह दतिया और शिवपुरी की कलेक्टर भी रही थी।जबकि छत्तीसगढ़ शासन में वह कृषि विभाग की सचिव थीं, बाद में उन्हें प्रमुख आवासीय आयुक्त पद पर दिल्ली भेजा गया था,जिसका प्रमुख उद्देश्य उनका उचित इलाज कराना था, बाद में उन्हें केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति मिली और उन्हें कृषि मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेट्री पद पर पोस्टिंग मिली थी।

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छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ कैंप में अपने ही साथियों पर जवान ने की फायरिंग, 4 जवान मारे गये 3 घायल

A Soldier

रायपुर – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्थित सीआरपीएफ के लिगमपल्ली कैंप में एक जवान ने एके 47 से अपने ही साथी जवानों पर अचानक फायरिंग कर दी जिससे 4 जवानों की मौत हो गई जबकि तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गये है घटना सोमवार सुबह तड़के की है आरोपी जवान को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे।

यह घटना कोंटा विकासखंड के ग्राम लिगमपल्ली स्थित सीआरपीएफ के कैंप में सोमवार सुबह 4 बजे की बताई जाती है जिसमें 217 वी बटालियन के जवान मौजूद थे इस कैंप के एक जवान रितेश रंजन ने अपनी एके 47 से अचानक वहां मौजूद जवानों पर हमला कर दिया इस फायरिंग में 2 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 5 जवान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गये जिन्हें उनमें से दो जवानों की बाद में मौत हो गई। बाद में आरोपी जवान रितेश रंजन को गिरफ्तार कर लिया गया हैं बताया जाता हैं इस जवान का किसी बात को लेकर अन्य जवानों से पिछले दिनों झगड़ा हुआ था वहीं आरोपी जवान मानसिक रूप से परेशान बताया जाता हैं।

मारे गये सीआरपीएफ के दो जवानों में बिहार के धाँजी और राजमणि कुमार यादव जबकि पश्चिम बंगाल के मूल निवासी राजीव मंडल और धर्मेंद्र कुमार शामिल है जबकि धर्मेंद्र सिंह धर्मात्मा कुमार मालया रंजन महाराणा नामक जवान घायल है जिनकी स्थिति भी नाजुक बताई जाती हैं। जिन्हें चॉपर से रायपुर रेफर किया गया हैं।

इधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृत जवानों के प्रति अपनी शोक स्वेदनाएँ व्यक्त की हैं। साथ ही उन्होने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए ऐसी घटनाओं पर विराम लगाने के लिये जरूरी कदम उठाने की बात कही हैं।

छत्तीसगढ़ में यह पहली घटना नही है करीब 9 माह पहले भी जगदलपुर के कैंप में एक जवान ने किसी बात को लेकर अन्य जवानों पर फायरिंग कर दी थी जिसमें एक जवान की मौत हुई जबकि एक अन्य जवान घायल हुए था जबकि दंतेवाड़ा में दिसंबर 2012 में भी ऐसी ही घटना में एक सीआरपीएफ का जवान मारा गया था।

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कोरोना कर्फ़्यू के दौरान पुलिस और प्रशासन की अमानवीयता, वीडियो सामने आने से हुई छीछालेदर, सूरजपुर कलेक्टर हटाये, सागर में कार्यवाही

Police takes out air from vehicle tyre

भोपाल/ रायपुर- कोरोना महामारी में लगे लॉक डाउन के दौरान पुलिस और प्रशासन की अजीब अजीब हरकतें सामने आ रही हैं यह तो समझ आता है कि कोरोना कर्फ़्यू के दौरान घर से बेवजह ना निकला जाए लेकिन यह भी देखा जा रहा है कि कार्यवाही के नाम पर ऐसे लोगों की मारपीट और बेइज्जती भी की जा रही है जो घर से दवाई लेने या किसी जरूरी काम से निकले थे या फिर कोविड काल में जनसेवा कर रहे है यह तो साफ तौर पर पुलिस और प्रशासन की गैर जिम्मेदाराना हरकत और अमानवीयता को दर्शाता है हाल में मध्यप्रदेश के सागर और दतिया छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और रायपुर से कुछ ऐसी ही घटनाएं सामने आई जो प्रशासन का ही तमाशा बन गई हैं।

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कलेक्टर रणवीर शर्मा का एक युवक और एक नाबालिग बालक का मारपीट करते हुए वीडियो वायरल हुआ वही रायपुर में एक कोविड अस्पताल के कर्मचारी की जो अस्पताल जा रहा था उसकी पिटाई प्रशासन के नुमाइंदों ने कर दी। सूरजपुर में कलेक्टर रणवीर शर्मा ने एक ऐसे युवक को पुलिस से डंडे पड़वाये जो बीमार परिजनों के लिये दवाई लेने निकला था इतना ही नही उस युवक ने जब अपने माता पिता की दवाई का पर्चा दिखाया तो कलेक्टर ने उसे झापड़ ही रसीद नही किया बल्कि उसका मोबाइल जमीन पर पटक कर तोड़ दिया।

लेकिन जब घटना का वीडियो वायरल हुआ तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तुरंत ट्वीट किया और कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार का मामला मेरे संज्ञान में आया है जो बेहद दुखद और निंदनीय है और किसी भी अधिकारी का शासकीय जीवन मे इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं है और छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा इसलिये मैने कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नही मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना से क्षुब्ध हूँ और मैं नवयुवक व उनके परिजनों से खेद व्यक्त करता हूँ।

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद रणवीर शर्मा को मंत्रालय अटैच कर दिया गया और गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का नया कलेक्टर बनाया गया हैं।

इधर मध्यप्रदेश में भी कोरोना कर्फ़्यू के दौरान प्रशासन और पुलिस की नासमझी और बर्बरता की कई तस्वीरें सामने आ रही है ताजा मामला सागर का हैं जहाँ एक महिला अपनी बेटी के साथ जब बाजार में जा रही थी तभी गांधी चौक पर खड़े पुलिस कर्मियों ने उन्हें मास्क नही लगाने पर पकड़ लिया जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो गई हो सकता हैं महिला को जबरदस्ती वाहन में बिठालने के दौरान उसने भी पुलिस कर्मियों से कुछ अभद्रता की होगी लेकिन उसके बाद जो हुआ वह पुलिस को शर्मसार करने से कम नही था पुलिस वालों के साथ मौजूद महिला पुलिस कर्मी ने उस महिला की बीच सड़क पर बुरी तरह पिटाई ही नही लगाई बल्कि उसके बाल पकड़ कर घसीटा भी उसकी लड़की जब बचाने आई और मां को छोड़ने के लिये पुलिस के सामने गिड़गिड़ाई तो पुलिस कर्मियों ने उसे धक्का देकर हटा दिया और वे मारपीट के दौरान महिला पुलिस कर्मी को समझाने की बजाय उंसका सहयोग करते नजर आये। इतना ही नही पुलिस ने उस महिला के खिलाफ शासकीय कार्य मे बांधा का प्रकरण भी दर्ज कर लिया।

इस घटना का जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस की खूब थू थू हुई और मानव अधिकार आयोग ने भी इसकी शिकायत की गई तब सागर के एसपी ने मारपीट करने वाली महिला पुलिस कर्मी अर्चना डिमहा और सहयोग करने वाले एएसआई एलएन तिवारी को सस्पेंड कर दिया। लेकिन इस घटना ने पुलिस की संवेदनहीनता पर कई सबाल जरूर उठा दिये।

आजकल दतिया के कलेक्टर संजय कुमार के भी खूब चर्चे है वे कोरोना कर्फ़्यू के दौरान जहां आने जाने वाले पकड़े गये वाहनों की बीच रास्ते मे हवा निकलवा रहे हैं तो बीच चौराहे पर युवाओं का डांस हो रहा हैं और पुलिस और प्रशासन के लोग इन्हें घेरे है डांस से तो युवा ज्यादा परेशान नही दिखते लेकिन जिन वाहनों के पहियों की हवा निकाल दी जाती है उनके टायर ट्यूब खराब तो हो ही जाते है बल्कि गाड़ी को खींचकर ले जाने में लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ रही है और यदि पत्नी बच्चें भी साथ हो तो फिर परेशानी और भी बढ़ जाती हैं। दतियावासी कलेक्टर की इस हवा निकालने की कार्यवाही से खासे परेशान है वही कोरोना काल में एक समाजसेवी की तो बीच चौराहे पर कलेक्टर साहब ने खुलकर बेइज्जती ही नही की बल्कि एडीएम व्दारा जारी उसका पास भी फाड़कर फेक दिया इतना ही नही उसे कोविड फैलाने का जिम्मेदार भी बता दिया। लेकिन दतिया में इतना सब कुछ होने के बाद भी सत्तापक्ष के नेता और जनप्रतिनिधि खामोश है तो विपक्षी फर्जी मुकदमा दर्ज होने के डर से कुछ कहने सुनने की बजाय घर में बैठे हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो तुरंत कार्यवाही की लेकिन क्या मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता के खिलाफ चल रही इस संवेदनहीनता और बर्बरता के खिलाफ संज्ञान लेंगे?

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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के गढ़चिरोली के जंगल में हुई मुठभेड़ में 13 नक्सली ढेर, 16 लाख का इनामी कुख्यात कमांडो सतीश भी मारा गया

naxal encounter

गढ़चिरौली – छत्तीसगढ़ के महाराष्ट्र बॉर्डर से लगे गढ़चिरौली के जंगल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 16 लाख के कुख्यात कंमांडो सतीश सहित 13 नक्सलियों को ढेर कर दिया। सर्चिंग के दौरान सुरक्षा बलों को नक्सलियों के शवों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।

छत्तीसगढ़ के गढ़चिरोली के नक्सली प्रभावित वन क्षेत्र में आज जब सुरक्षा बल की C -60 कमांडो टीम सर्चिंग पर निकली तो उनका नक्सलियों से सामना हो गया नक्सलियों की फायरिंग के जबाब में कंमांडो टीम ने भी मोर्चा सम्हाल लिया और नक्सलियों की घेराबंदी कर उनपर हमला बोल दिया जब नक्सलियों की तरफ से गोलीबारी बंद हो गई तो कुछ समय बाद टीम ने जंगल मे सर्चिंग शुरू की तो उन्हें 13 नक्सलियों के शव मिले इनमें 7 महिला नक्सली भी शामिल थी नक्सलियों की शिनाख्त में मालूम हुआ कि मरने वालों में 16 लाख का इनामी कुख्यात नक्सली कंपनी 4 का कमांडर सतीश कुमार भी शामिल था। कंमांडो टीम के अफसरों के मुताबिक एनकाउंटर में मारे गये 13 नक्सलियों पर कुल 54 लाख का इनाम घोषित था और इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुआ हैं।

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जहरीली शराब पीने से एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत, 4 गंभीर

Liquor

बिलासपुर – छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कोरमी गांव में जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि चार ग्रामीण गंभीर हालत में है जिनको इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। सभी मृतक एक ही परिवार के बताये जाते हैं।

बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में आता है यह गांव कोरमी बुद्धवार को यहां रहने वाले एक ही परिवार के करीब एक दर्जन ग्रामीणों ने मिलावटी शराब पी थी जिससे यह हादसा हुआ बताया जाता है ग्रामीणों ने महुए की शराब में कफ सीरप मिला कर पिया था दूसरी तरफ यह भी जानकारी सामने आई है कि इस गांव के लोगो ने जिस शराब का सेवन किया वह कोई होम्योपैथिक दवाई का लिक्यूड फॉर्म था जिसमें एल्कोहल की मात्रा भी थी।

लेकिन जो शराब इन्होंने पी वह जहरीली हो गई पीने वालों की अचानक तबियत खराब होने लगी और आनन फानन 4 लोगों की बुद्धवार को मौत हो गई हालत बिगड़ने पर बाक़ी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इलाज के दौरान चार और लोगो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया जबकि अस्पताल में भर्ती 4 अन्य लोगों की स्थिति भी गंभीर बताई जाती हैं।

खबर मिलने पर स्थानीय प्रशासन औऱ पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने जांच शुरू कर दी हैं पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है पुलिस का कहना है पीएम रिपोर्ट के बाद ही मरने की असली बजह मालूम होगी उसके आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।

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