भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती को अलविदा कहा.. ट्वीटर पर लिखा [Update]
पेरिस/ नई दिल्ली/ भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलम्पिक से अयोग्य किए जाने के बाद खेल से “अलविदा” यानि कुश्ती गेम छोड़ने की घोषणा की हैं। अपने ट्विटर एकाउंट पर एक पोस्ट में विनेश फोगाट ने लिखा है कि…
"मां, कुश्ती मुझसे जीत गई मैं हार गई आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके है इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001 - 2024 आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी"
साफ है इस फैसले से पेरिस ओलम्पिक में रेसलिंग में गोल्ड के नजदीक पहुंची विनेश फोगाट के दिल पर क्या गुजरी होगी वह कितनी निराश हुई होंगी, जब उन्हें डिस्क्वालीफाई किया गया और उनको यह खबर मिली। उनकी 24 साल की तपस्या और मेहनत एक झटके में खत्म कर दी गई। फिर भी एक सबाल तो सभी भारतीय लोगों के जेहन में आ रहा है कि जब विनेश ने एक दिन में लगातार प्री क्वाटर फायनल, क्वाटर फायनल और अंत में सेमीफायनल में जीत हासिल की फिर उसे सिल्वर मेडल क्यों नही दिया जा सकता? जबकि यह तीनों उसने 49.900 केजी वेट रहते जीती थी। भारत सरकार और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहल करें तो संभवतः विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल दिया जा सकता है क्योंकि ओलम्पिक गेम्स में पूर्व में ऐसा हो चुका है।
भारतीय रेसलर दिनेश फोगाट पेरिस ओलम्पिक से डिस्क्वालीफाई होकर बाहर हो गई है मंगलवार को लगातार तीन कुश्ती जीतकर वह फायनल में पहुंची थी। लेकिन आज सुबह उनका वेट 50 केजी से सिर्फ100 ग्राम ज्यादा निकला जिससे उन्हे डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। लेकिन भारत के जो 140 करोड़ लोग गोल्ड मेडल की आस लगाएं बैठे थे उनकी आशाओं पर पानी फिर गया। जबकि इस खबर से देश में उफान आ गया और लोग इसको पचा नहीं पा रहे है।
जैसा कि विनेश फोगाट ने 50 केजी वर्ग में मंगलवार को हुए मुकाबले में लगातार प्री क्वाटर फायनल, क्वाटर फायनल और उसे बाद सेमीफायनल में जीत हासिल की थी और बुद्धवार को उन्हें फाइनल खेलना था। लेकिन बुद्धवार 12 बजे खबर आई कि उनका बजन 50 केजी केटेगरी में 100 ग्राम ज्यादा होने से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया हैं इस खबर ने देश के खेल प्रेमियों को हिला कर रख दिया। इस बीच विनेश फोगाट डीहाईड्रेशन का शिकार होकर बीमार हो गई उन्हें पेरिस के एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कोच विजय दहिया विनेश से मिलने अस्पताल पहुंचे तो विनेश ने कहा किस्मत खराब थी कि हम मेडल लेने से चूक गए। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलम्पिक संघ को इसका विरोध करने को कहा।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को खेल से पहले नियम के मुताबिक जब विनेश का वेट लिया गया था तो वह 49.900 kg था जो 50 kg केटेगरी के खेल के लिए उपयुक्त था। सेमीफायनल तक तीन मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया,तो उनका बजन 52.700 kg निकला,यह देखकर मेडीकल टीम ने उन्हें एक्सरसाइज कराई विनेश ने साइकिलिंग,स्कीपिंग की खाना नही दिया,पानी भी नही दिया लेकिन फिर भी जब बजन कम नहीं हुआ तो बाल और नाखून काटे छोटे कपड़े पहनाए। रातभर यह प्रक्रिया चकती रही, इतनी कोशिशों के बावजूद उनका वजन 50.100 केजी पर तो आ गया लेकिन यही पर रुक गया। जो निर्धारित 50 kg वेट से 100 ग्राम ज्यादा था।
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पेरिस ओलंपिक में विनेश ने रचा इतिहास, क्यूबा की गुजमान को हरा फायनल में पहुंची, पहले गोल्ड मेडलिस्ट को पटका
पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट क्यूबा की गुजमान लोपेज को 5.0 से करारी शिकस्त देकर फायनल में पहुंच गई है फायनल में बुद्धवार को रात 10 बजे उनका मुकाबला अमेरिका की सारा एन हिल्डर ब्रांट से होगा। प्री क्वाटर फायनल में फोगाट ने टोक्यो ओलम्पिक की गोल्ड मेडलिस्ट को शिकस्त दी थी। यह पहला मौका है जब ओलंपिक फ्री स्टाईल कुश्ती में किसी भारतीय महिला पहलवान ने फायनल में जगह बनाई है।
मंगलवार को 50 किलो वर्ग के विमेंस फ्री स्टाइल कुश्ती के सेमी फायनल में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट का मुकाबला क्यूबा की खिलाड़ी गुजमान लोपेज से हुआ था विनेश ने शुरू से ही दवाब बनाए रखा और क्यूबा की पहलवान को कोई मौका ही नहीं दिया और लगातार 5 प्वाइंट हासिल किए, इस तरह उन्होंने 5 – 0 से जीत हासिल की। और फायनल में जगह पक्की कर ली।
खास बात है प्री क्वाटर फायनल में विनेश ने चार बार की विश्व विजेता और टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट युई सुसाकी को 3- 2 से पराजित किया था। उल्लेखनीय हैं कि जापान की खिलाड़ी सुसाकी ने अपने सभी 82 इंटर नेशनल मुकाबले जीते है लेकिन विनेश ने सुसाकी को उनके ही पैंतरे से सिर्फ 2.44 मिनट में मात दी, सुसाकी टेक डाउन पैंतरे की स्पेसलिस्ट है और सोसाकी ने जब विनेश पर इस पैंतरे का इस्तेमाल किया तो विनेश ने भी उसी पैतरे को आजमाया और लीड ले ली। इसके बाद क्वाटर फायनल में विनेश ने यूक्रेन की रेसलर ओक्साना लिवाय को 3.40 मिनट में पटकनी देकर सेमी फायनल में प्रवेश किया था।
इस तरह विनेश ने लगातार जीत हासिल कर इतिहास बना दिया। उल्लेखनीय है कि विनेश फोगाट भारत की पहली महिला पहलवान हैं जो ओलम्पिक में वूमन फ्री स्टाइल कुश्ती के फायनल में पहुंची हैं।
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024