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भेड़िए वन प्रशासन के लिए बने चुनौती, 2 और बच्चों को किया घायल, देखते ही गोली मारने के आदेश, न पकड़े न मारे गए

Wolf Attack

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच में नरभक्षी भेड़ियों को गोली मारने के आदेश दिए गए है लेकिन फॉरेस्ट और भेड़ियों के बीच तीन दिन से आंख मिचौनी का खेल हो रहा है और बाकी बचे 2 आदमखोर भेड़िए पकड़ में नहीं आ रहे और रात के अंधेरे में यह खूंखार भेड़िए लगातार लोगो पर हमला कर रहे है हाल में इन भेड़ियों ने दो और बच्चों पर जानलेवा हमला किया जबकि वन विभाग ने जल्द इन खूंखार भेड़िया को पकड़ने या गोली से मारने का दावा किया था।

गत 10 मार्च 2024 से बहराइच जिले में इन खूंखार भेड़ियों की आमद हुई थी जब इन्होंने रात के अंधेरे में घर में घुसकर एक बच्चें का शिकार कर उसे मार डाला था और उसके बाद आजतक उनके हमले रुके नहीं है जिसके कारण जिले के 35 गांव और उसके आसपास आदमखोर भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है इन भेड़ियों का झुंड रात के अंधेरे में गांव में आकर सोते समय मां के आंचल से कई मासूम बच्चों को उठाकर ले गए और उन्हें खाकर मार डाला अभी तक 9 बच्चें और एक महिला इनका शिकार बन चुके हैं जिससे इन गांवों में दहशत व्याप्त है और रात तो रात दिन में भी बाहर निकलने या खेत पर जाने से लोग कतरा रहे है कि कब भेड़िए हमला कर दे। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है।

लगातार हमले और मौत के बाद प्रशासन और वन विभाग जागा और इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए फॉरेस्ट के एसडीआ लेबल के अफसर और 200 की तादाद में वन कर्मियों को गांव के आसपास खेत और गांव से लगे जंगल ने तैनात किया गया साथ ही गांवों में भेडिए के आने के संभावित क्षेत्रों में बकरी के साथ पिंजरे भी लगाए गए, सर्चिंग और कांबिंग के दौरान फॉरेस्ट की टीम ने 4 से 5 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ लिया है जबकि नरभक्षी हो चुके 2 भेड़िए अभी भी मसही सहित गांवों के आसपास और घाघरा नदी और उसे जंगल में अभी भी मौजूद है जो मौका देखते खासकर बच्चों और बड़ों को अपना शिकार बना रहे है।

फॉरेस्ट की टीम ने अभी तक 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है जिन्हें गोरखपुर के जू में भेजा गया है लेकिन तमाम इंतजाम के बावजूद 2 आदमखोर भेड़िए जिसमें एक लगड़ा भेड़िया भी शामिल हैं पकड़ ने नही आ पाए है और उनकी गतिविधियां लगातार जारी है। गंभीर बात है कि अभी तक 3 साल की अंजली सहित 9 बच्चे और एक महिला इन आदमखोर भेड़ियों के हमलों में अपनी जान गंवा चुके है वही 3 सितम्बर को 5 साल की अफसाना और 4 सितंबर की रात 8 साल के बच्चें पर इन भेड़ियों ने अलग अलग जगह हमला किया उससे पहले एक 5 साल के मासूम बच्चे और एक अधेड़ पर हमला किया था।

वन विभाग के अधिकारियो का कहना है कि हमारा पूरा अमला इन बाकी बचे 2 भेड़ियों की खोजबीन कर रहा है हमने 4 सेक्टरों में क्षेत्र को बांटा है हर सेक्टर में 4 – 4 टीमें लगाई गई है जो दिन रात सर्चिंग करेंगी और कांबिंग के जरिए पहले इन भेड़ियों को पिंजरों में पकड़ने की कोशिश करेंगी यदि यह नहीं कैद होते तो उन्हें ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ेगी यदि दोनों मोर्चों में असफलता मिलती है तो हमें इन आदमखोर हो चुके भेड़ियों को शूट कर कर देंगे उन्होंने बताया हमें इन्हे मारने की परमीशन मिल चुकी है और हमारी टीमों के साथ जो गनर है वह इन भेड़ियों को देखते ही गोली मार देंगे। लेकिन तीन दिन से यह फॉरेस्ट टीमें लगी है लेकिन न तो यह दो बचे हुए भेडिए पकड़े गए न ही मारे गए इस बीच यह दो बच्चों पर हमला कर उन्हें भी यह घायल कर चुके है जिन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

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