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बहराइच हत्या और दंगा, पुलिस एनकाउंटर में दो आरोपी गिरफ्तार, गोली लगने से घायल हुए आरोपी, नेपाल भागने की फिराक में थे

Criminal Arrested

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच में 13 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए दंगे और एक व्यक्ति की हत्या के दो आरोपियों मोहम्मद सरफराज और तालिब को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान हुई फायरिंग में दोनों के पैर में गोली लगी है जिस से वह जख्मी हो गए है जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। बताया जाता है यह दोनों नेपाल भागने की फिराक में थे।

13 अक्टूबर को बहराइच में मूर्ति विसर्जन के जुलूस में शामिल रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उसके बाद शहर में भारी बबाल हो गया था और आगजनी तोड़फोड़ और प्रदर्शन का दौर चला और स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गई और नियंत्रण से बाहर हो गई थी। बताया जाता है एक मस्जिद के सामने जब यह मूर्ति विसर्जन का जुलूस बाजे गाजे के साथ निकल रहा था तो पहले विवाद और कहासुनी हुई लेकिन उसके बाद एक शख्स ने बिल्डिंग के ऊपर चढ़कर हरा झंडा उतारा और भगवा झंडा फहरा दिया उसके बाद यहां दंगा और भड़क गया था बताया जाता है इस दौरान मोहम्मद सरफराज और उसने साथियों ने गोली बारी कर दी, लायसेंसी बंदूक की तीन गोली लगने के बाद रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी।

इस वारदात और हत्या को लेकर बहराइच में लगातार प्रदर्शन और चक्काजाम कर आरोपियों की गिरफ्तारी और पुलिस की लापरवाही का दबाव बना पुलिस प्रशासन ने सम्बंधित थाना प्रभारी चौकी इंचार्ज सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था इस बीच मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिन मुलाकात की और परिजनों ने आरोपियों को एनकाउंटर कर कड़ी सजा देने की मांग की थी योगी ने उन्हें जल्द न्याय देने का आश्वासन दिया था।

इधर पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटी थी। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी खोजबीन के साथ जिले में स्थिति में सुधार और शांति के प्रयास शुरू किए पुलिस को सुराग मिला तो पुलिस ने बहराइच जिले के नानपारा में उनकी घेराबंदी की हांडा पसेरी पुल के पास उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की बचाव में पुलिस ने भी गोली चलाई पुलिस की गोली मुख्य आरोपी मोहम्मद सरफराज और तालिब के पैरों में लगी जिससे दोनों जख्मी हो गए और गिर गए, पुलिस ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड में प्रत्युत हथियार भी पुलिस ने नानपारा में बरामद कर लिया है।

बताया जाता दोनों घायलों को पुलिस पहले नानपारा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई जहां से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इधर बहराइच में फिलहाल दो दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है जबकि महसी के विधायक सुरेश्वर सिंह का कहना है पहले से स्थिति के सुधार है लोग सड़कों पर आ जा रहे है बाजार भी खुल रहे है आशा है बहराइच में जल्द पूरी तरह से शांति हो जाएंगी।

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भेड़िए वन प्रशासन के लिए बने चुनौती, 2 और बच्चों को किया घायल, देखते ही गोली मारने के आदेश, न पकड़े न मारे गए

Wolf Attack

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच में नरभक्षी भेड़ियों को गोली मारने के आदेश दिए गए है लेकिन फॉरेस्ट और भेड़ियों के बीच तीन दिन से आंख मिचौनी का खेल हो रहा है और बाकी बचे 2 आदमखोर भेड़िए पकड़ में नहीं आ रहे और रात के अंधेरे में यह खूंखार भेड़िए लगातार लोगो पर हमला कर रहे है हाल में इन भेड़ियों ने दो और बच्चों पर जानलेवा हमला किया जबकि वन विभाग ने जल्द इन खूंखार भेड़िया को पकड़ने या गोली से मारने का दावा किया था।

गत 10 मार्च 2024 से बहराइच जिले में इन खूंखार भेड़ियों की आमद हुई थी जब इन्होंने रात के अंधेरे में घर में घुसकर एक बच्चें का शिकार कर उसे मार डाला था और उसके बाद आजतक उनके हमले रुके नहीं है जिसके कारण जिले के 35 गांव और उसके आसपास आदमखोर भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है इन भेड़ियों का झुंड रात के अंधेरे में गांव में आकर सोते समय मां के आंचल से कई मासूम बच्चों को उठाकर ले गए और उन्हें खाकर मार डाला अभी तक 9 बच्चें और एक महिला इनका शिकार बन चुके हैं जिससे इन गांवों में दहशत व्याप्त है और रात तो रात दिन में भी बाहर निकलने या खेत पर जाने से लोग कतरा रहे है कि कब भेड़िए हमला कर दे। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है।

लगातार हमले और मौत के बाद प्रशासन और वन विभाग जागा और इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए फॉरेस्ट के एसडीआ लेबल के अफसर और 200 की तादाद में वन कर्मियों को गांव के आसपास खेत और गांव से लगे जंगल ने तैनात किया गया साथ ही गांवों में भेडिए के आने के संभावित क्षेत्रों में बकरी के साथ पिंजरे भी लगाए गए, सर्चिंग और कांबिंग के दौरान फॉरेस्ट की टीम ने 4 से 5 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ लिया है जबकि नरभक्षी हो चुके 2 भेड़िए अभी भी मसही सहित गांवों के आसपास और घाघरा नदी और उसे जंगल में अभी भी मौजूद है जो मौका देखते खासकर बच्चों और बड़ों को अपना शिकार बना रहे है।

फॉरेस्ट की टीम ने अभी तक 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है जिन्हें गोरखपुर के जू में भेजा गया है लेकिन तमाम इंतजाम के बावजूद 2 आदमखोर भेड़िए जिसमें एक लगड़ा भेड़िया भी शामिल हैं पकड़ ने नही आ पाए है और उनकी गतिविधियां लगातार जारी है। गंभीर बात है कि अभी तक 3 साल की अंजली सहित 9 बच्चे और एक महिला इन आदमखोर भेड़ियों के हमलों में अपनी जान गंवा चुके है वही 3 सितम्बर को 5 साल की अफसाना और 4 सितंबर की रात 8 साल के बच्चें पर इन भेड़ियों ने अलग अलग जगह हमला किया उससे पहले एक 5 साल के मासूम बच्चे और एक अधेड़ पर हमला किया था।

वन विभाग के अधिकारियो का कहना है कि हमारा पूरा अमला इन बाकी बचे 2 भेड़ियों की खोजबीन कर रहा है हमने 4 सेक्टरों में क्षेत्र को बांटा है हर सेक्टर में 4 – 4 टीमें लगाई गई है जो दिन रात सर्चिंग करेंगी और कांबिंग के जरिए पहले इन भेड़ियों को पिंजरों में पकड़ने की कोशिश करेंगी यदि यह नहीं कैद होते तो उन्हें ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ेगी यदि दोनों मोर्चों में असफलता मिलती है तो हमें इन आदमखोर हो चुके भेड़ियों को शूट कर कर देंगे उन्होंने बताया हमें इन्हे मारने की परमीशन मिल चुकी है और हमारी टीमों के साथ जो गनर है वह इन भेड़ियों को देखते ही गोली मार देंगे। लेकिन तीन दिन से यह फॉरेस्ट टीमें लगी है लेकिन न तो यह दो बचे हुए भेडिए पकड़े गए न ही मारे गए इस बीच यह दो बच्चों पर हमला कर उन्हें भी यह घायल कर चुके है जिन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

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