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महाकुंभ में दिल दहलाने वाला हादसा, संगम तट पर अफवाह के चलते भगदड़, 35 से 40 की मौत 100 से अधिक घायल,

Maha Kumbh stampede
  • महाकुंभ में दिल दहलाने वाला हादसा, संगम तट पर अफवाह के चलते भगदड़,
  • 35 से 40 की मौत 100 से अधिक घायल, 20 शव परिजनों को सौंपे,
  • मोदी ने योगी से की बात, कुंभ NSG की निगरानी में

प्रयागराज / उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के संगम तट पर देर रात अफवाह के चलते मची भगदड़ में कुचलने से अभी तक 35 से 40 लोगों की मौत की खबर है जबकि 100 से अधिक श्रद्धालुओं के घायल होने की जानकारी सामने आई है बताया जाता है 20 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे कुंभ में हेलीकॉप्टर से सर्चिंग की जा रही है और पूरा क्षेत्र NSG के अंडर में सौंप दिया गया है जो बारीकी से जांच कर रही है। बताया जाता है मोनी अमावस्या के कारण अभी भी कुंभ क्षेत्र में 9 करोड़ श्रद्धालु मौजूद है। जबकि पिछले दिन मंगलवार को करीब साढ़े 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने कुंभ स्नान किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से 3 बार बात कर इस घटना की जानकारी ली जबकि योगी बराबर नजर बनाए हुए है व्यवस्था को बनाने के लिए सीएम ने एक हाई लेबल मीटिंग भी की। इधर सरकार का कहना है इस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई है और उनमें से 25 लोगों की पहचान हो चुकी है।

जानकारी के मुताबिक मोनी अमावस्या के अवसर पर कुंभ क्षेत्र में पूरे देश से भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे थे। रात डेढ़ बजे एकाएक अफवाह उड़ी की नागा साधु अमृत स्नान के लिए संगम घाट पर आ रहे है जिसको सुनकर संगम घाट पर जाने के लिए अफरा तफरी फेल गई और एकाएक संगम घाट के नजदीक धक्कामुक्की होने लगी और 2 बजे करीब संगम नोज का 157 पिलर टूटने के साथ बैरियर टूट गया और फिर भी लोगों में आगे बढ़ने की होड़ सी लग गई और इस बीच धक्कामुक्की और भगदड़ के बीच कई महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग पुरुष जमीन पर गिर गए और भीड़ उनको कुचलती हुई दूसरी तरफ भागी आगे नदी होने से वह आगे नहीं जा सके, इस भगदड़ में कई लोग खासकर महिलाएं बच्चे अपनो से बिछड़ गए और काफी संख्या में लोग लापता है उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है जिससे कुंभ के खोया पाया सेंटर पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है जो अपने बिछड़ों और खोए हुए लोगों को ढूंढने की गुहार वहां के स्टॉफ से लगा रहे है घटना स्थल पर कई लोगों का सामान भी छूट गया है।

इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची उन्होंने व्यवस्था को ठीक करने का तमाम कोशिश भी की लेकिन संगम नोज पर जो दृश्य था वह काफी हृदय विदारक और अफरा तफरी भरा था कुछ मरणासन्न थे तो कुछ लोग जमीन पर पड़े तड़फ रहे थे और पुलिस कर्मी उन्हें CPR देते भी दिखाई दिए इस बीच खबर मिलने पर करीब 70 एंबुलेंस मौके पर आ गई और उन्होंने शवों और घायलों को स्ट्रक्चर पर उठाकर सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचाया जहां गंभीर घायलों को आईसीयू में रखा गया बेड फुल हो जाने से कुछ लोगों को प्राथमिक इलाज देकर स्वरूपरानी अस्पताल रेफर किया गया।

अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस हादसे में करीब 35 से 40 लोगों की मौत हुई है और 100 के आसपास लोग घायल हुए है जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है मामूली तौर पर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

इस घटना की जानकारी मिलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ सक्रिय हुए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए हालत पर नियंत्रण करने की बात कही जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने लगभग तीन बार सीएम योगी से फोन पर चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली। सीएम योगी का कहना है मोनी अमावस्या के कारण प्रयागराज में श्रद्धालु भारी तादाद में आ रहे है कोई अफवाहों पर ध्यान नहीं दे और इस दुखद घटना पर उन्होंने संवेदना प्रकट की है योगी ने बताया अब स्थिति पूर्ण नियंत्रण में हैं।

इस घटना के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने मोनी अमावस्या का आज का सुबह तड़के का अमृत स्नान रद्द कर दिया। इसके बाद सभी अखाड़ों के प्रमुखों की बैठक हुई और तय किया गया कि 10 नहीं बाद वह अमृत स्नान करेंगे लेकिन वह बिना तामझाम और शोर शराबे के साथ सम्पन्न होगा।

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वालीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी मिली महाकुंभ 2025 में हुआ ऐतिहासिक आयोजन

Mamta Kulkarni Sadhvi

प्रयागराज / प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने महाकुंभ 2025 के दौरान किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी प्राप्त की है। संगम तट पर विधिपूर्वक उनके पिंडदान के बाद उन्हें यह पदवी मिली और उन्हें ‘यामाई ममता नंद गिरि’ के नाम से संबोधित किया गया। इस अवसर पर उनका पट्टाभिषेक किया गया, जिसमें शास्त्रीय धार्मिक प्रक्रियाओं के तहत शिखा त्याग और दीक्षा का पालन किया गया।

ममता कुलकर्णी की यह पदवी प्राप्ति किन्नर समाज के लिए एक ऐतिहासिक घटना है, जो धार्मिक और सामाजिक संदर्भ में न केवल समाज को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती है, बल्कि इसे एक महत्वपूर्ण मोड़ पर भी रखती है।

महामंडलेश्वर के रूप में ममता अब समाज में नए बदलाव की दिशा में एक प्रेरणा बनकर उभरी हैं। किन्नर अखाड़े में इस पदवी का ऐलान समाज में सकारात्मक चर्चाएं और उत्साह का कारण बना है, जिससे यह कदम समाज के धार्मिक और सांस्कृतिक सरोकारों से जुड़ा हुआ है।

जैसा कि सिने अभिनेत्री ममता कुलकर्णी अविवाहित है उन्हें पहले भी भगवा चोले में देखा गया है उनका सनातन के प्रति आध्यात्मिक झुकाव रहा है ममता हाल ही में करीब 25 साल बाद विदेश से लौटी है वतन वापिसी पर इमोशनल होते हुए उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया था।

जैसा कि ममता कुलकर्णी शुक्रवार की सुबह प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में पहुंची थी कहां उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया दोनों के बीच काफी समय तक चर्चा भी हुई जिसके बाद ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में शामिल किए जाने पर सहमति दी गई।

बताया जाता है इसके बाद महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ,ममता कुलकर्णी को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा के अध्यक्ष रविंद्र पुरी के पास गई, जहां ममता कुलकर्णी और रविन्द्र पुरी के बीच काफी समय तक बातचीत हुई। इस दौरान किन्नर अखाड़े के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। तदोपरांत अध्यक्ष से सहमति मिलने के बाद ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में संन्यास दीक्षा देने और उन्हें साध्वी बनाने के साथ महामंडलेश्वर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। हालांकि किन्नर अखाड़े ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने में पूरी गोपनीयता बरती लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।

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महाकुंभ आस्था और तप का महासंगम, राजसी स्नान के साथ श्रीगणेश, कल संक्रांति पर अमृत स्नान, पौष पूर्णिमा पर 44 घाटों पर 1 करोड़ 65 लाख ने लगाई डुबकी

Mahakumbh 2025

प्रयागराज / 12 साल बाद आने वाले धर्म और संस्कृति के महापर्व महाकुंभ 2025 का शुभारंभ आज पौष पूर्णिमा पर पहले राजसीस्नान के साथ हो चुका है। इस स्नान के साथ श्रद्धालु कल्पवास शुरू करेंगे। प्रयागराज के गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर आज 1 करोड़ 65 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी के संगम पर डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया हैं। कल मकर संक्रांति पर विशेष अमृत स्नान धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संपन्न होगा ,जिसका पिछले 12 सालों से सभी इंतजार कर रहे है जबकि कल्पावास 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ समाप्त होगा। जबकि कुम्भ का अंतिम स्नान 26 फरवरी को सम्पन्न होगा। महाकुंभ की धार्मिक मान्यता है कि इन पावन दिनों में संगम में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

पहले दिन पौष पूर्णिमा पर 44 घाटों पर 1.65 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी —

12 वर्ष पर होने वाले महाकुंभ 2025 का प्रमुख राजसी स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से सोमवार को प्रारंभ से हो गया है सरकारी आंकड़ों के अनुसार पौष पूर्णिमा पर संगम के 44 घाटों पर सुबह तड़के 4 बजे से शाम 6 बजे तक 1 करोड़ 65 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और स्नान किया। सभी पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। खास बात है इस महाकुंभ में 144 साल में विशेष दुर्लभ खगोलीय संयोग में हो रहा है यह वही संयोग है जो समुद्र मंथन के दौरान बना था।

संगम की अविरल पवित्र धारा में अमृत स्नान —

14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन कुंभ का पहला अमृत स्नान होगा। इसमें सभी अखाड़े भव्यता के साथ संगम में डुबकी लगाएंगे। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 26 फरवरी को अंतिम राजसी स्नान के साथ महाकुंभ का समापन होगा इस दौरान प्रयागराज में गंगा के पावन संगम पर भक्त आस्था की डुबकी लगाते है और देवाधिदेव महादेव को याद करते है।

इस महाकुंभ के दौरान कुल छह प्रमुख राजसी स्नान आयोजित किए जाएंगे। इनकी तिथियां इस प्रकार है पहला राजसी स्नान 13 जनवरी 2025, पौष पूर्णिमा को आयोजित हुआ इसी के साथ कुंभ का भव्य प्रारंभ हुआ। इसके उपरांत दूसरा राजसी अमृत स्नान 14 जनवरी 2025, मकर संक्रांति के पावन अवसर पर सम्पन्न होगा जो मंगलवार को प्रातः 5.15 बजे से शुरू होगा जिसमें सभी 13 अखाड़ों को 40 – 40 मिनट का समय निर्धारित किया गया है महानिर्वाणी अखाड़े के महंत राजेंद्र दास के अनुसार उनके अखाड़े के साधु संत सुबह तड़के 3 बजे छावनी से निकलेंगे और सुबह 5.15 बजे सबसे पहले स्नान करेंगे। प्रशासन मुताबिक इसके बाद सुबह 6.05 बजे निरंजनी अखाड़ा, 7 बजे पंच दशनाम जूना अखाड़ा का समय हैं जूना अखाड़ा सबसे बड़ा है इसलिए उसे ज्यादा समय दिया गया है।

इसके बाद क्रम से अन्य बाकी अखाड़े स्नान करेंगे, और सबसे अंत में 2.20 बजे पंचायती निर्मल अखाड़े का स्नान होगा। बताया जाता है संगम के मुख्य घाट पर हर घंटे 2 लाख से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा रहे है। मकर संक्रांति को अमृत स्नान का एक खास महत्व है जबकि तीसरा राजसी स्नान 29 जनवरी 2025, को मौनी अमावस्या पर होगा, चौथा राजसी स्नान 3 फरवरी 2025, वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर होगा। पांचवां राजसी स्नान 12 फरवरी 2025, को माघ पूर्णिमा दिवस पर सम्पन्न होगा के और अंतिम राजसी स्नान महाशिवरात्रि के महापर्व पर 26 फरवरी 2025 को सम्पन्न होगा इसी के साथ इस महाकुंभ का समापन होगा।

संत – महात्मा, नागा साधुओं के छावनी प्रवेश के विहंगम दृश्य, बढ़ाई शोभा —

महाकुंभ के इस पावन अवसर पर सबसे पहले अखाड़ों के साधु-संतों ने राजसी स्नान किया। छावनी प्रवेश के दौरान संतों की पारंपरिक वेशभूषा, ध्वज और वैभवशाली जुलूस ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। यह दृश्य भारतीय संस्कृति की गरिमा और अखाड़ों की प्राचीन परंपरा को जीवंत करता है। साथ ही भारतीय सनातन संस्कृति और वैभवशाली आध्यात्म शक्ति के विलक्षण दर्शन कराता प्रतीत होता है इसमें नागा साधुओं के विहंगम भेष और दृश्य साक्षात अवधूत देवाधि देव महादेव के भस्म दर्शन प्रतीत हो रहे है।

खास प्रशासनिक तैयारी और श्रद्धालुओं की सुविधा —

यूपी सरकार और प्रयागराज प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। स्नान घाटों की स्वच्छता, चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, आपातकालीन सेवाएं, यातायात प्रबंधन सुनिश्चित किए गए हैं। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजामात किए है जिससे लिए यूपी पुलिस के अलावा विशेष बल महाकुंभ स्थल और आसपास के चप्पे चप्पे पर तैनात किया गया है साथ ही इस सुरक्षा की बागडोर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है। जो पैनी नजर रखें हुए है।

सनातन संस्कृति और पारंपरिक शब्दावली का प्रयोग ने दिए नए आयाम —

इस महाकुंभ में पहली बार शाही स्नान को “राजसी स्नान” और पेशवाई को “छावनी प्रवेश” के रूप में संबोधित किया जा रहा है। यह पहल भारतीय संस्कृति और परंपरा को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा इसमें धार्मिक वैभव का समावेश भी साफ नजर आता है।

महाकुंभ की भव्यता आस्था, एकता और संस्कृति का संगम —

महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय एकता और संस्कृति का उत्सव भी है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे स्वच्छता और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें, जिससे यह महापर्व सफल और चिर स्मरणीय बन सके।

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रुद्रप्रयाग हाईवे पर रैतोली के पास टैक्सी ट्रेवलर गाड़ी अलकनंदा नदी में गिरी, 10 की मौत, 13 घायल, घायलों को एयरलिफ्ट किया

Rudraprayag Accident

प्रयागराज / उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रताप क्षेत्र के बद्रीधाम हाईवे पर आज सुबह एक टेम्पो ट्रेवलर टैक्सी अनियंत्रित होकर पुल से अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 13 घायल हो गए है जिसमें से 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद एसडीआरएफ और अन्य टीमो ने नदी में सर्चिंग ऑपरेशन चला कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को एयर लिफ्ट कर ऋषिकेश के एम्स में भर्ती कराया गया है।

शनिवार को सुबह यह हादसा रुद्र प्रयाग के रैतोली के पास हाईवे पर हुआ एक टेम्पो ट्रेवलर वाहन पर्यटकों को लेकर इस हाईवे पर तेज गति से जा रहा था तभी एकाएक अनियंत्रित होकर वह पुल से 200 फुट नीचे खाई में गिरकर लुढ़कता हुआ अलकनंदा नदी में जा गिरा, वाहन में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई इस बीच आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और खबर होने पर प्रशासन के साथ जल पुलिस एसडीआरएफ और फायर टीम घटना स्थल पर आ गई इस बीच पास में चल रहे एक रेल्वे प्रोजेंट के मजदूर भी आ गए सभी ने नदी में सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया और लोगो को बाहर निकाला।

लेकिन इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए है जिसमें से 7 की हालत ज्यादा गंभीर है सभी घायलों को प्रशासन ने एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश के एम्स हॉस्पिटल में इलाज के भेज दिया है।

प्रयागराज की एसपी डॉ विशाखा भदाणे ने बताया कि इस टेम्पो ट्रेवलर गाड़ी में 23 पर्यटक सवार थे जो हाईवे के पुल से नीचे घाटी में गिरी और पलटती हुई अलकनंदा नदी में चली गई लेकिन वाहन नदी के किनारे पर होने से वह नदी में बहा नही बल्कि किनारे पर ही था घटना के बाद स्थानीय लोगो के साथ फायर सर्विस ,आपदा प्रबंधन, जल पुलिस एसडीआरएफ की टीम ने सयुक्त रूप से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और घायल और मृतकों को बाहर निकाला।

पुलिस ने बताया कि टेम्पो ट्रेवलर में 23 लोग सवार थे इस वाहन पर जो नंबर है वह हरियाणा का है सभी पर्यटक एनसीआर और दिल्ली के रहने वाले थे जो शुक्रवार की शाम दिल्ली से चले थे लेकिन इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है फिलहाल प्रशासन का पूरा ध्यान सर्चिंग और घायलों को जल्द उचित इलाज पर हैं। इधर आशंका व्यक्त की जा रही है कि ट्रेवलर के चालक को नींद का झोंका आने से यह दुर्घटना हुई है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है साथ ही कहा है कि घायलों को उचित इलाज के सरकार पूरे प्रबंध करेगी,साथ सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश भी दे दिए हैं।

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प्रयागराज में युवक ने धारदार हथियार से अपनी मां बहन का मर्डर किया, पिता भाई को किया घायल, एसिड के हमले में 24 अन्य भी हुए घायल

Crime scene do not cross

प्रयागराज/ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक युवक ने चापड़ से अपने घरवालों पर हमला कर दिया जिसमें उसकी मां और बहन की मौत हो गई जबकि उसका पिता और भाई बुरी तरह से घायल हो गए इस हत्याकांड के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी ने छत से पथराव के साथ एसिड से भरी बोतले फैंकी जिससे नीचे खड़े दो दर्जन लोग घायल हो गये। इस बीच उसने गैस सिलेंडर से घर में आग भी लगा दी बमुश्किल पुलिस ढाई घंटे बाद आग पर काबू पाने के बाद घर में दाखिल हो सकी और उसने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।

प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के गोस नगर में मोहम्मद कादिर अपने परिवार के साथ रहते है उनके बड़े बेटे और आरोपी के बड़े भाई मोहामद आजम के मुताबिक छोटा भाई मोहम्मद आरिफ लंबे समय से खुराफात कर रहा था और पैसे और संपत्ति को लेकर विवाद करता रहता था वह कहता था कि यह घर छोड़कर दूसरे घर में जाओ, पिछले एक हफ्ते से वह हमले की फिराक में था और चाकू चापड़ तलवार और एसिड की बोतले इकट्ठी कर रहा था बुद्धवार को दोपहर जब सब घर में आराम कर रहे थे तभी उसने घर के दरवाजे पर कुंडी लगाकर अपने दो साथियों के साथ घर में कत्लेआम मचा दिया और चापड से हमला बोल दिया, मोहम्मद आजम ने बताया वह अपनी पत्नी अपने बच्चों को लेकर उससे बचकर किसी तरह भागा।

खबर मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड का दस्ता घटना स्थल पर पहुंचा तो वहां भारी भीड़ भी इकट्ठा हो गई आरोपी ने छत पर चढ़कर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया साथ ही एसिड की बोतले भी खिड़की से फैंकने लगा इस आकस्मिक हमले से वहां खड़े 24 से अधिक लोग घायल हो गए करीब ढाई घंटे बाद जब आग पर काबू पा लिया गया तब काफी मशक्कत के बाद पुलिस अंदर दाखिल हुई अंदर का नजारा काफी भयावह था मां अनीसा बेगम की खून से लथपथ लाश पड़ी थी पास ही बहन अफरीन और पिता मोहम्मद कादिर घायल पड़े थे चारों ओर खून ही खून फैला था इस बीच पुलिस ने आरोपी को किसी तरह गिरफ्तार किया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन इलाज के दौरान अफरीन ने दम तोड दिया। पुलिस ने तलाशी ने घर से 60 एसिड की बोतले बरामद की है।

बड़े भाई ने बताया कि आरिफ काफी कट्टर सोच का था और इसने हमला करने के दौरान अल्ला हो अकबर भी बोला था। और हमले के बाद वह छत के बाहरी हिस्से में काला झंडा फहराया देखा गया। बताया जाता है आरोपी आरिफ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था उसने एक तलाकशुदा महिला से शादी की थी जो नोकरी करती है वह अपनी बेटी को घरवालों से नही मिलने देता था और पत्नी के नोकरी पर जाने पर अपनी बेटी को ससुराल भेज देता था जबकि इस कांड से एक हफ्ते पहले उसने अपनी पत्नी को मायके भेज दिया था। पुलिस ने अपनी मां और बहन की हत्या और अन्य लोगों को घायल करने के आरोपी मोहम्मद आरिफ अपराधिक मामला दर्ज करने के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में गोली मार कर हत्या, मीडिया कर्मी बनकर आए थे आरोपी, तीनों पुलिस हिरासत में

Ashraf and Ateeq

प्रयागराज / गैंगेस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है, हमलावर मीडियाकर्मी बनकर बाइट लेने के बहाने इनके पास पहुंचे थे ,बताया जाता है पुलिस रात के वक्त दोनों को अपनी कस्टडी में मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर आई थे। जबकि पुलिस ने तीनों हमलावरों को पकड़ लिया हैं।

बताया जाता है अतीक और उसका भाई अशरफ दोनों 5 दिन की पुलिस रिमांड पर थे आज रात दोनों को प्रयागराज के धूमंतर पुलिस थाने से पुलिस मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर आई थी इस दौरान जब यह मीडिया से बात करने की तैयारी में थे तभी पत्रकार बनकर आए आरोपी बाइट के बहाने इनके पास आए जिनकी संख्या तीन थी और उन्होंने तुरंत अपने बैग से पिस्टल निकाल कर दोनों की कनपटी को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे दोनो गिर गए और दोनों की मौत हो गई। बताया जाता है इस वारदात को अंजाम देने के दौरान हमलावरों ने धार्मिक नारे भी लगाएं। लेकिन जब उनपर हमला हुआ तो वहां मौजूद पुलिस कर्मी इधर उधर होकर खुद को बचाते देखे गए।

लेकिन इस हत्याकांड के बाद हमलावर जब भागने लगे तो वहां मौजूद पुलिस कर्मी सक्रिय हुए और उन्होंने हमलावरों को भागने से पहले घेर कर पकड़ लिया, आरोपियों के नाम अरुण सनी और लवलेश बताएं जाते हैं।उनसे पुलिस ने हथियार भी बरामद कर लिए है जबकि इस घटना के दौरान एक एजेंसी के पत्रकार और एक पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया है और एक उच्च स्तरीय बैठक ली जिसमें स्पेशल डीजी सहित अन्य अफसर भी मौजूद थे सीएम ने इस घटना की जांच के लिए जुडीशियल कमीशन नियुक्त करने की घोषणा की है संभवत जिसमें तीन पूर्व जजों को नियुक्त किया जायेगा।

इस हत्याकांड के बाद प्रयागराज के चकिया इलाके में पथराव और आगजनी की खबरें आ रही है जबकि पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है और प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बताया जाता है इस घटना के बाद इन दोनों की सुरक्षा में लगे 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया हैं।

प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि तीन लोग मीडिया कर्मी बनकर आए और वे बाइट लेने के बहाने इनके पास पहुंचे और उन्होंने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है वे हमारी हिरासत में है उनसे हथियार भी बरामद हुए है इस घटना के दौरान एक मीडिया कर्मी और एक कांस्टेबल भी घायल हुआ है।

लेकिन पुलिस कस्टडी में और मीडिया के सामने दो लोगों की इस तरह सरेआम हत्या करने की यह देश की संभवत: पहली घटना होगी।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह की हत्या का आरोपी बाहुवली अतीक अहमद साबरमती जेल से प्रयागराज रवाना, सुरक्षा के बीच यूपी पुलिस ला रही हैं, 28 मार्च को फैसला

Atiq Ahmed

प्रयागराज / बीएसपी विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल की हत्या का मुख्य आरोपी बाहुवली और माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस गुजरात की साबरमती जेल से भारी सुरक्षा के बीच प्रयागराज ला रही है। जैसा कि इन मर्डर केस में अदालत 28 मार्च को फैसला सुनाएगी इसलिए मुख्य अभियुक्त अतीक अहमद को यूपी पुलिस कोर्ट ने पेश करेगी अतीक अहमद के साथ दूसरे आरोपी उसके भाई अशरफ अहमद को भी पेश किया जायेगा जो यूपी की बरेली जेल में बंद हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस का विशेष टास्क फोर्स का दस्ता आज गुजरात के पोरबंदर स्थित जेल पहुंचा है जहां उन्होंने कोर्ट का प्रोटेक्शन बारंट जेल प्रशासन को दिखाया कुछ तकनीकी परीक्षण के बाद जेल प्रशासन ने अतीक अहमद को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है इस पुलिस दस्ते मैं 6 वाहन 20 पुलिस के बड़े छोटे अधिकारी सहित कुल 45 पुलिस कर्मी शामिल है जो हथियारों से लैस है। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर सिर्फ 8 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मोबाइल रखने की अनुमति है बाकी पुलिस कर्मियों के मोबाइल जमा करा लिए गए है। पुलिस ने अपने वज्र वाहन में अतीक अहमद को बैठाया है और उसे आगे पीछे बंदूकों के साये में लेकर यह काफिला आगे बड़ा हैं।

एमपी एमएलए कोर्ट प्रयागराज 28 मार्च को इस डबल मर्डर केस में अपना फैसला सुनाएगा और फैसला सुनाते समय बाहुवली अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद मोजूद रहेंगे। इसीलिए यूपी पुलिस पोरबंदर जेल से अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज ला रही हैं।

गुजरात के पोरबंदर से यूपी के प्रयागराज के बीच का यह सफर 1200 किलोमीटर का है जिसमें राजस्थान या मध्यप्रदेश से होते हुए दिल्ली भी बीच में पड़ेगा कुल 18 स्थानों पर जरूरत पड़ने पर रुकने की व्यवस्था की गई है यूपी पुलिस ने पूरा ऑपरेशन गोपनीय रखते हुए राज्य पुलिस को सूचना देते हुए एहतियातन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है। अपने ऑपरेशन के बारे में यूपी पुलिस के प्रभारी आईपीएस ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की।

जैसा कि अतीक अहमद और उसके वकील ने पहले दलील दी थी कि जैसी साबरमती जेल में रहते उसकी कोर्ट ने पूरे केस की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की थी उसी तरह कोर्ट उसकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसका फैसला भी सुना दे। इसमें उसके वकील ने आशंका जताई थी कि यूपी जाने के दौरान अतीक अहमद के साथ कुछ भी हो सकता है इसका एनकाउंटर पुलिस कर सकती है उसके दुश्मन उसका मर्डर कर सकते है जिस वाहन से उसे लेजाया जायेगा उसे पलटाया जा सकता है लेकिन प्रयागराज के एमपी एमएलए कोर्ट ने उनकी इन सभी दलीलों को खारिज कर दिया और उन्हें सजा सुनाने के दौरान प्रयागराज कोर्ट में उपस्थित करने का आदेश सुना दिया।

उत्तर प्रदेश में 2006 में बीएसपी विधायक राजू पाल का मर्डर हुआ था इस केस में बाहुबली और विधायक रहे अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को आरोपी बनाया गया था और दोनों को गिरफ्तार किया गया था और जेल में बंद थे लेकिन इस बीच राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल का एक गैंग बेदर्दी से ताबड़तोड़ फायरिंग कर मर्डर कर देता है खास बात है वह जब कोर्ट में बयान देकर लौट रहे थे तो घर के बाहर उनपर हमला हुआ था। इस मर्डर में भी पुलिस ने अतीक अहमद और उसके लोगों को आरोपी बनाया था।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

ज्ञानवापी मामला, गौरी श्रृंगार दर्शन याचिका की सुनवाई की स्वीकृति, इलाहाबाद कोर्ट 22 सितंबर को करेगा सुनवाई

Prayagraj Highcourt

प्रयागराज / इलाहाबाद जिला न्यायालय ने ज्ञानवापी मामले में दायर गौरी श्रृंगार दर्शन के लिए हिंदू पक्ष की दायर याचिका की सुनवाई को अपनी स्वीकृति दे दी है कोर्ट 22 सितंबर को इस केस की अगली सुनवाई करेगा।

इलाहाबाद कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को झटका दिया है और कोर्ट ने हिंदू पक्ष की दलील को मान लिया है और कोर्ट ने मस्जिद कमेटी के कोर्ट में दिए दावों को खारिज कर दिया हैं।

जैसा कि 5 महिलाओं ने इलाहाबाद जिला कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद में गौरी श्रृंगार दर्शन के लिए एक याचिका दायर की थी कोर्ट ने उस याचिका की सुनवाई की अनुमति प्रदान की है।

मस्जिद कमेटी ने अपने पक्ष में प्रमुख रूप से तीन दलीलें कोर्ट में पेश की जिसमें 1991 पूजा स्थल अधिनियम का हवाला दिया है जिस एक्ट के तहत कोई बदलाव नहीं किया जा सकता, दूसरा उसे उसने वक्फ की संपत्ति बताया उसके अलावा रिपोट खारिज भू राजस्व रिकार्ड का हवाला दिया है लेकिन इलाहाबाद कोर्ट ने यह सभी तीन दलीलों को खारिज कर दिया हैं। इसके बाद याचिका कर्ता महिलाओं में भारी खुशी है और हिंदू पक्ष जश्न मना रहा है ।

इधर मुस्लिम पक्ष के वकील मेराजुद्दीन सिद्धीकी ने कहा है कि इलाहाबाद जिला कोर्ट के इस याचिका सुनवाई के फैसले को लेकर वह हाईकोर्ट जाएंगे और बाद में ज़रूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट में भी जा सकते है। इससे लगता है कि ज्ञानवापी मस्जिद से संबंधित यह मामला कही बाबरी मस्जिद मामले की राह ना पकड़ले।

खास बात है कोर्ट ने भी अभी इस याचिका को स्वीकृति दी है जिसमें वह पूजा श्रृंगार केस की मामले की सुनवाई को अपनी स्वीकृति दी है फिलहाल उसने कोई फैसला नहीं दिया है। वही महिलाओं ने पूजा दर्शन के लिए यह याचिका दायर की है वही उन्होंने उसे मंदिर बनाने या ज्ञानवापी मस्जिद को उन्हे सोपाने की बात नही की है।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

लखीमपुर खीरी कांड: SIT ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की,मंत्री टेनी का बेटा आशीष हत्या का मुख्य आरोपी, कुल 13 आरोपी बनाये

Prayagraj Highcourt

प्रयागराज – लखीमपुर खीरी कांड की जॉच कर रही एसआईटी ने आज हाईकोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है जिसमें 13 आरोपी बनाये गये है सूत्रों के अनुसार यह चार्जशीट 5 हजार पेज की है। जिसमें केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मोनू को हत्या का मुख्य आरोपी बनाया है इसके अलावा 12 अन्य आरोपियों के नाम में आरोप पत्र में शामिल हैं।

गत 14 दिसंबर 2021 को एसआईटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस की सुनवाई के दौरान एक अर्जी देकर कहा था कि लखीमपुर खीरी में घटी घटना लापरवाही से नही बल्कि जानबूझकर समझी सोची साजिश के तहत सुनियोजित थी जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा मोनू शामिल था जिसके नेतृत्व में ही इस हादसे को अंजाम दिया गया एसआईटी ने आशीष मिश्रा को हत्या का मुख्य आरोपी बनाया है उसके अलावा अंकित दास, वीरेंद्र शुक्ला सहित 12 अन्य आरोपियों के नाम एसआईटी ने हाईकोर्ट में पेश चार्जशीट में उल्लेखित किये हैं। खास बात है 14 दिसम्बर को कोर्ट में पेश अपनी अर्जी में एसआईटी ने यह भी कहा था कि इनपर धारा 302, 307, 326, 34 और धारा 120 बी के तहत कार्यवाही की जाये। फिलहाल आशीष मिश्रा सहित यह सभी 13 आरोपी जेल में हैं।

एसआईटी ने तीन वाहनों के बरामद होने की तस्दीक भी की है जिसमें थार महेंद्रा का रजिस्ट्रेशन खुद आशीष मिश्रा के नाम हैं जबकि फॉर्च्यूनर कार आशीष के दोस्त अंकित राय के नाम रजिस्टर्ड है इसके अलावा तीसरी गाड़ी स्कार्पियो जो इस वारदात में शामिल थी वीरेंद्र शुक्ल के घर से एसआईटी ने बरामद की वीरेंद्र शुक्ल मंत्री मिश्रा के रिश्तेदार बताये जाते हैं। उनपर साक्ष्य छुपाने का आरोप लगा हैं।

जैसा कि 3 अक्टूबर 2021 को किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने के दौरान जब किसान लौट रहे थे तभी पीछे से थार सहित तीन वाहनों ने भीड़ के रूप में आगे जा रहे किसानों को रौंद दिया था जिसमें चार किसानों के साथ एक पत्रकार की मौत हुई थी उंसके प्रतिकार के रूप में तीन बीजेपी कार्यकर्ता भी मारे गये थे। एसआईटी ने चार्ज शीट में इन्हीं 8 लोगों की मौत की जानकारी कोर्ट में पेश की हैं। इस तरह सोमवार को पूरे 90 दिन बाद एसआईटी ने हाईकोर्ट में चार्जशीट पेश की है सूत्रों के मुताबिक यह चार्जशीट 5 हजार पेज की बताई जाती हैं।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत, सीबीआई का 20 सदस्यीय जांच दल दिल्ली से प्रयागराज रवाना

CBI

प्रयागराज – अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं बाधेश्वरी पीठ के महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले की गुत्थी अब सीबीआई सुलझायेगी, सीबीआई का 20 सदस्यीय जांच दल इसकीं तहकीकात करने के लिये आज दिल्ली से प्रयागराज रवाना हो गया है।

महंत नरेंद्र गिरि की मौत का यह मामला फिलहाल हत्या और आत्महत्या के बीच झूल रहा हैं अनेक साधु संतों और धार्मिक संस्थाओं की मांग पर अब इस मामले की जांच केंद्र सरकार ने सीबीआई को सौंपी है आज सीबीआई के 20 अधिकारी और कर्मचारियों का जांच दल दिल्ली से प्रयागराज आ रहा है जो सीबीआई के जॉइंट कमिश्नर विप्लव चोधरी के नेतृत्व में इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच शुरू करेगा।

जैसा कि अभी तक यूपी पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया था और सुसाइड नोट के आधार पर महंत के शिष्य आनंद गिरि और बाघेश्वरी पीठ के लेटे हनुमान मंदिर के प्रमुख पुजारी आद्दा तिवारी और उनके पुत्र संजीव तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया जिनसे पुलिस ने गहन पूछताछ की थी जो फिलहाल जेल में है इसके अलावा महंत के नजदीकी पुलिस गार्ड अजय सिंह सहित अन्य चार सुरक्षा कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया हैं।

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