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भारत की बंगला देश पर 7 विकेट से ऐतिहासिक जीत, होम ग्राउंड पर 18 वी सीरीज जीती, यशस्वी प्लेयर ऑफ द मैच

IndVsBan Test Match

कानपुर / भारत ने बंगला देश को दूसरे मैच में 7 विकेट से ऐतिहासिक जीत हासिल की भारत ने दोनों पारियों में केवल 52 ओवर खेलकर यह उपलब्धि हासिल की। बंगला देश के खिलाफ क्लीन स्वीप कर उसने घरेलू पिच पर 18 वी श्रृंखला अपने नाम की। इस मैच में दो हॉफ सेंचुरी के साथ 123 रन बनाने वाले यशस्वी जायसवाल प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज में 11 विकेट और सेंचुरी जड़ने वाले रविचंद्रन अश्विन प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे।

ग्रीन पार्क कानपुर में खेला गया यह टेस्ट मैच भारत के दृष्टिकोण से काफी खास रहा। स्पिन पिच पर भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतने के बाद बंगला देश को पहले बेटिंग दी पहले दिन बारिश ने खलल डाला और बंगला देश 3 विकेट पर 107 रन बना चुकी थी दूसरे दिन का खेल लगातार बारिश की वजह से रद्द हो गया तीसरे दिन कवर्ड होने के बावजूद ग्राउंड काफी गीला था अंपायरों के दो तीन बाद निरीक्षण के बाद आज भी मैच नहीं हुआ। जब खेल शुरू हुआ तो बंगला देश 107 से आगे खेलना शुरू किया और पूरी टीम ने 233 रन बनाए, जिसमें उसके बल्लेबाज मोमिनुल ने नाबाद सेंचुरी जड़ते हुए 107 रन की पारी खेली इनके अलावा कप्तान नजमूल हुसैन शांतो ने 31 और शादमान ने 24 रनों का योगदान दिया। भारत के गैंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 18 ओवर में 50 रन देकर 3, आकाशदीप ने 15 ओवर में 43 रन देकर 2 और रवि अश्विन ने 15 ओवर में 45 रन देकर बंगला देश के 2 खिलाड़ियों को आउट किया।

खेल के चौथे दिन भारत ने अपनी पहली पारी शुरू की उसके ओपनर रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल कुछ अलग ही अंदाज में दिखे दोनों ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए चोक्को और छक्कों की झड़ी लगा दी, यशस्वी ने आज के पहले ओवर में हसन महमूद की बॉल पर लगातार 3 चौके जड़ दिए और अगले ओवर में रोहित ने लगातार दो सिक्स मारे। दोनों ने सिर्फ तीन ओवर में 50 रन की सांझेदारी कर डाली लेकिन चौथे ओवर में रोहित 23 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन भारत की रनगति पर कोई असर नहीं पड़ा। शुभमन गिल ने 39 रन (36 बॉल) उसके बाद आए विराट कोहली 47 रन 35 (बॉल) पर बनाए, यशस्वी ने आउट होने से पहले 51 बॉल खेलकर शानदार 72 रन की पारी खेली और केएल राहुल ने तेज 68 रन (43 बॉल) बनाए भारत ने 9 विकेट पर 285 रन पर अपनी पारी डिक्लेयर कर दी। इस तरह भारत ने आज के खेल के बचे करीब 22 ओवर पहले अपनी पारी घोषित कर दी। साथ ही भारत ने पहली पारी में 52 रन की बढ़त भी ले ली।

बंगला देश दूसरी पारी में लड़खड़ा गया। रवि चंद्रन अश्विन ने उसे शुरूआती दो झटके दिए पहले उन्होंने जाकिर हसन को 10 रन पर आउट किया और उसके बाद आए नाइट वाचमेन हसन महमूद (4 रन) भी उनकी घूमती गेंद पर चलते बने। चौथे दिन का खेल खत्म होने पर बंगला देश 2 विकेट खोकर 26 रन पर था। बंगला देश अभी भी भारत की बढ़त से 26 रन दूर था और उसके 8 विकेट बकाया थे।

पांचवें दिन बांगला देश ने 2 विकेट पर 26 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन पिच काफी स्पिन हो रही थी रवि अश्विन और रविंद्र जड़ेजा ने किसी बल्लेबाज को जमने नहीं दिया जड़ेजा ने अपने तीन ओवर में एक एक कर तीन विकेट चटकाए और बंगला देश की टेल को जसप्रीत बुमराह ने समाप्त कर दिया। इस तरह अश्विन जडेजा बुमराह ने 3 -3 विकेट और 1 विकेट आकाश दीप ने लिया । आकाश ने शादरान इस्लाम को आउट किया जिन्होंने दूसरी पारी में सबसे ज्यादा 50 रन बनाए उसके अलावा मुश्फिकुर रहीम ने अंतिम विकेट के रूप में 37 रन पर बुमराह की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए जबकि 19 कप्तान शांतो ने 19 रन बनाए बंगला देश का अन्य कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंद बाजों के सामने नहीं टिक सका और दूसरी पारी में पूरी टीम 146 रन पर सिमट गई आज खेल के अंतिम दिन बांग्लादेश ने 8 विकेट गंवाए और केवल 120 रन ही बनाएं।

भारत को जीत के लिए 95 रन बनाने का लक्ष्य मिला उसके पास टी टाईम के साथ दो सत्र का समय खेल के लिए बचा सका था ,रन के हिसाब से समय काफी था। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल क्रीज पर ओपनिंग करने उतरे बंगला देश ने शुरूआत से ही स्पिनर लगाए जब भारत के स्कोर 18 रन था तो रोहित (8 रन) ने मेहंदी हसन मिराज की बॉल पर स्वीप शॉट खेला जो सीधा हसन महमूद के हाथों में आया उन्होंने कैच ले लिया, उसके बाद आए शुभमन गिल भी ज्यादा नहीं टिके 6 रन पर मैहदी ने उन्हें भी लेग बिफोर आउट कर चलता कर दिया। लेकिन विराट कोहली ने यशस्वी का अच्छा साथ दिया लेकिन जब जीत के लिए 3 रन की जरूरत थी तो तेज शॉट मारने के दौरान यशस्वी (51 रन) तैजुल हसन की बॉल पर बाउंड्री पर आउट हो गए उनको शाकिब अल हसन ने कैच किया। बाद में ऋषभ पंत ने चौका लगाकर मैच जीता दिया, भारत ने 4 विकेट पर 98 रन बनाए। विराट कोहली 29 रन पर और पंत 4 रन पर नाबाद रहे।

भारत ने इस टेस्ट में कई रिकार्ड बनाए साथ ही कोच और कप्तान में नई एप्रोच सामने दिखी तो टीम में इफर्ड दिखा। उसने इस सीरीज में कोई भी कैच नही छोड़े जिसमें मोहम्मद सिराज ने हवा में एक काफी कठिन और बेहतरीन कैच लिया, सिराज को इसके लिए बेस्ट कैच का अवार्ड भी मिला। साथ ही रोहित शर्मा ने भी जंप लेकर शानदार कैच लिया। उसके अलावा सिर्फ कुल 52 ओवर्स (पहली पारी 34.4 ओवर दूसरी पारी 17.2 ओवर) में दो पारियों में 383 रन बनाए,पहली पारी में उसका रन रेट रिकार्ड 8.20 रन प्रति ओवर से ज्यादा रहा। इस सीरीज की जीत के साथ भारत ने होम पिच पर 18 वी टेस्ट सीरीज जीती है। वर्षा प्रभावित मैच में केवल दो दिन में भारत ने जीत हासिल की जिसमें एक पारी बंगला देश की भी रही। भारत ने दो बार बंगला देश की टीम को ऑल आउट किया। रविन्द्र जडेजा ने इस सीरीज में 300 विकेट लेने का रिकार्ड अपने नाम किया।

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कालन्दी एक्सप्रेस में विस्फोट की साजिश, ट्रैक पर रखे गैस सिलेंडर से टकराई ट्रेन,पेट्रोल और बारूद बरामद

Conspiracy to explode Kalandi Express

कानपुर / प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस जब बिराजपुर से आगे गुजर रही थी तो रेल्वे ट्रेक पर एक एलपीजी सिलेंडर रखा था जिससे ट्रेन सीधी टकरा गई ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया संदेह है कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे विस्फोट की साजिश थी क्योंकि घटनास्थल से कई ऐसी संदिग्ध चीजे मिली है। एटीएस और फोरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है। जानकारी सामने आई है इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है।

पुलिस और रेल्वे प्रशासन के मुताबिक 8 सितंबर को रात 8.30 बजे कालिंदी एक्सप्रेस अनवरगंज -कासगंज रेल्वे लाइन पर थी जब वह बिराजपुर और बिल्हौर के बीच से गुजर रही थी तो वह रेल पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई, लोको पायलट ने बताया उसने दूर से देखने पर ट्रैक पर कुछ चीज रखे होने का आभास हुआ चुकि ट्रेन लगभग 100 की स्पीड पर थी जिसके बाद उसने ब्रेक मारा, लेकिन जब धीमी गति होती वह चीज ट्रेन के इंजन से टकरा गई जिससे काफी तेज आवाज हुईं, आगे ड्राइवर ने रेलगाड़ी को रोक दिया और रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी।

इस घटना के बाद अनवर गंज के रेल अधीक्षक आरपीएफ और रेल्वे अधिकारी मौके पर पहुंच गए,पुलिस ने जब घटना स्थल की जांच पड़ताल की तो झाड़ियों के बीच उसे एक गैस सिलेंडर साथ ही पेट्रोल से भरी बोतल माचिस सहित एक थैला मिला साथ ही बारूद जैसा एक पदार्थ भी पुलिस मिला है मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए पुलिस और आतंकवादी निरोधक दस्ता (ATS ) फोरेंसिक टीम सहित अन्य एजेंसियों ने और अधिक गहराई से घटना स्थल की जांच की और सभी सबूत जुटाए। साथ ही फोरेंसिक टीम ने संदिग्ध वस्तुओं को जांच पड़ताल के लिए भेज दिया है।

एडीशनल कमिश्नर हरीश चंद्र ने बताया कि मामला काफी गंभीर है और एटीएस सहित हमारी एजेंसियों घटना स्थल से जो चीजें और साक्ष्य इकट्ठा किए है वह किसी साजिश को इंगित करते है फिलहाल सभी बिंदुओं पर जांच होगी और हमारी फोरेंसिक टीम भी डिटेल में समीक्षा कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने 4 से 5 संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

यूपी में यह पहली घटना नहीं है हाल में 16 – 17 अगस्त की रात ढाई बजे कानपुर – झांसी रूट पर 19168 साबरमती एक्सप्रेस की 22 बोगियां इंजन सहित पटरी से उतर गए थे, यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। रेलगड़ी के ड्राईवर के मुताबिक यह हादसा ट्रैक पर रखे बोल्डर के टकराने से हुआ, जैसे ही बोल्डर (बड़ा पत्थर) ट्रैन के इंजन से टकराया वैसे ही तीन ट्रेन का कैटल गार्ड बुरी तरह से मुड़ गया। बताया जाता है इस घटना की जांच यूपी पुलिस कर रही है साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घटना की जांच की जिम्मेदारी अब यूपी पुलिस के साथ आईबी को भी सौपी हैं।

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यूपी में मां बेटी के जलने का मामला, कार्यवाही का आश्वासन हुआ अंतिम संस्कार, हाईकोर्ट में याचिका दाखिल सीबीआई से जांच की मांग, योगी के बुलडोजर पर उठे सबाल

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर / यूपी के कानपुर देहात के मड़ोली गांव में मां बेटी के जिंदा जलाने की घटना से देश सन्न रह गया है अहम बात है इस घटना के दौरान पुलिस और प्रशासन के अफसर भी वहां मोजूद थे इस दर्दनाक घटना को लेकर अब हाईकोर्ट इलाहाबाद में याचिका दाखिल कर इस प्रकरण में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो इसको लेकर सीबीआई से जांच की मांग की गई हैं। जबकि डिप्टी सीएम के कड़ी कार्यवाही के आश्वासन के बाद भारी सुरक्षा के बीच मृत महिलाओं का अंतिम संस्कार किया गया। कांग्रेस ने आज धरना प्रदर्शन किया तो बीएसपी प्रमुख मायावती ने योगी के बुल्डोजर को खूनी बताया है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में आता है मड़ोली गांव, मंगलवार की सुबह इस गांव में एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस का अमला पहुंचा था बताया जाता है इनके साथ कुछ दबंग भी साथ थे,टीम ने आते ही गांव में रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित का बुलडोजर से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया इस दौरान झोपड़ी में मोजूद परिवार के मुखिया की पत्नी प्रमिला दीक्षित (उम्र 45 साल) और उनकी बेटी स्नेहा (उम्र 21 साल) के बाहर नही आने के बाद एकाएक टीम में मोजूद एक व्यक्ति ने झोपड़ी में आग लगा दी जबकि बेटे शिवम दीक्षित का कहना है आग लगाने के बाद जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया गया जिससे दोनों बाहर नही निकल पाई और झोपड़ी में जलकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना को लेकर परिजन और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखा गया।

इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की बेटे शिवम दीक्षित के साथ वीडियो कॉल पर समझाइश और बातचीत में न्याय का भरोसा दिलाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ आज भारी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के बाद दोनों महिलाओं के शवों का बिठूर घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान आईजी प्रशांत कुमार और एसपी सहित सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रहा।

इस घटना को लेकर प्रशासन ने कार्यवाही भी की है जेसीबी चालक दीपक और लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया तो एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम को हिरासत में ले लिया है इसके अलावा सरकार ने परिवार को सुरक्षा के साथ घायल बेटों को इलाज के लिए राशि मुहैया कराने के साथ 10 लाख की आर्थिक मदद दी है लेकिन इस घटना को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें इस घटना की सीबीआई से जांच की मांग के साथ दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई हैं।

इधर बुद्धवार को कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में लखनऊ में राजभवन तक प्रदर्शन मार्च निकालने का ऐलान किया था आज जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में अपने कार्यालय से प्रदर्शन करते निकले तो पहले से मोजूद पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बड़ने दिया और बेरीगेट लगाकर रोक दिया जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नोबत आ गई उनकी पुलिस के साथ काफी नोकाझोक भी हुई बाद में कांग्रेस कार्यकर्ता वही धरने पर बैठ गए।

इधर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि आज जहां देश और खासकर उत्तर प्रदेश में लोग गरीबी महंगाई बेरोजगारी पिछड़ेपन से त्रस्त है अब उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में भाजपा सरकार की बुलडोजर राजनीति निर्दोष और गरीब लोगों की जान भी लेने लगी हैं।

मंगलवार को उत्तर प्रदेश के देहात कानपुर के मड़ोली गांव में एसडीएम और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की मोजूदगी में एक मां और उसकी बेटी की जलकर हुई दर्दनाक मौत से पूरा देश प्रदेश थर्रा गया हैं तो यूपी में एक गरीब का अतिक्रमण हटाने के दौरान इतनी बड़ी दुर्घटना घटने से बुल्डोजर पर सबालिया निशान लग गया हैं तो योगी सरकार बैकफुट पर आ गई हैं।

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मां बेटी जलती रही पुलिस और प्रशासन देखता रहा, यूपी के कानपुर देहात में बुल्डोजर का कहर

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर/ उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है अतिक्रमण हटाने में बुल्डोजर एक्शन के दौरान झोपड़ी में आग लगने से मां बेटी की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई हैं। इस मामले में पुलिस और प्रशासन सहित 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है साथ ही एसडीएम और लेखपाल को निलंबित कर दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार के बेटे का आरोप है कि प्रशासन ने आग लगाकर जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया और उनकी मां और बहिन की हत्या कर दी बेटे ने अंतिम संस्कार से पहले सभी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्यवाही की मांग की हैं।

यह दिल दहलाने वाली घटना कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के मड़ोली गांव की है यहां रहने वाले दुबे परिवार के मंदिर और आसपास का अतिक्रमण हटाने एसडीएम लेखापाल और रूरा थाना पुलिस और प्रशासन का भारी अमला बुल्डोजर के साथ पहुंचा था, जब बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया जा रहा था तो पास की झोपड़ी में दुबे की पत्नी और उनकी बेटी मोजूद थी उसी दौरान झोपड़ी में आग लगा दी गई जिसमें बुरी तरह झुलसकर मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि उन्हे बचाने के दौरान दुबे और उनके परिजन भी घायल हो गए। इस घटना के बाद गांव में हंगामा खड़ा हो गया। यह देखकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी घटना स्थल से भाग खड़े हुए।

इधर इस बड़ी वारदात के बाद वरिष्ठ प्रशासन चेता और उसने संबंधित एसडीएम लेखपाल और थाना प्रभारी सहित 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है साथ ही एसडीएम और लेखापाल को निलंबित भी कर दिया है। लेकिन फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं।

आरोप है कि भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों की मोजूदगी में झोपड़ी जलती रही और उसमें मोजूद मां और बेटी आग में घिर गई और उनका दम घुटता रहा और पुलिस और प्रशासन बाहर खड़ा तमाशा देखता रहा और आग में घिरकर बुरी तरह जलने से मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई । पीड़ित पक्ष के मुखिया दुबे के बेटे शिवम दुबे का आरोप है कि उनके यहां एसडीएम पुलिस और कुछ अन्य ग्रामीण एकाएक बिना सूचना के आ पंहुंचे और बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन के अमले ने जानबूझकर उनकी झोपड़ी में आग लगादी इस समय उनकी मां और बहिन झोपड़ी में से सामान निकाल रही थी मालूम होने के बावजूद प्रशासन के आदेश पर जलती झोपड़ी को जेसीबी से दबा दिया गया इस घटना में बचाने के दौरान उनके पिता भी गंभीर रूप से जख्मी हुए जो अस्पताल में भर्ती है जबकि उनकी मां और बहिन की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। शिवम ने कहा कि जबतक एसडीएम लोकपाल और पुलिस अधिकारियों सहित सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ उनापर कड़ी कार्यवाही नहीं होती वह अपनी मां और बहन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार और उनके रिश्तेदार धरने पर बैठ गए हैं।

जबकि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होगी किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा चाहे उसमें प्रशासन या पुलिस अधिकारी हो सभी गिरफ्तार होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मामला गंभीर है और इसमें विपक्ष का राजनीति करना गलत होगा।

इधर समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कानपुर विधायक मनोज पांडे के नेतृत्व में 6 सदस्यीय विधायक दल को घटना स्थल पर जांच और पीड़ित पक्ष से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा है। यह खबर बाहर आने के साथ ही उत्तर प्रदेश प्रशासन सक्रिय हुआ और उसने इन विधायको को रोकने के लिए कमर कस ली है बताया जाता है इस डेलीगेशन में शामिल विधायक अमिताभ वाजपेई को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया और उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात हैं।

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कानपुर में बड़ा सड़क हादसा ट्रेक्टर ट्रॉली तालाब में गिरी, 22 की मौत एक दर्जन से अधिक घायल कई गंभीर

Road Accident

कानपुर / कानपुर के साढ कस्बे के गौशाला के पास श्रृद्धालुओ से भरी एक ट्रेक्टर ट्रॉली पलटने से उसपर सबार 22 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 15 लोगों के घायल होने की खबर है घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जाती हैं मौके पर वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मोजूद रहे। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर तालाब से शवों और घायल लोगों को बाहर निकाला और उन्हे अस्पताल रवाना किया। मरने वालो की तादाद बड़ने की संभावना जताई जा रही हैं।

घटना कानपुर आउटर क्षेत्र की है बताया जाता है घाटमपुर के कोरथा गांव के रहने वाले राजू का परिवार अपने रिश्तेदार और नजदीकी ग्रामीण परिवारों के साथ उन्नाव के फतेहपुर इलाके में चंद्रिका माता मंदिर पर अपने बेटे का मुंडन कार्यक्रम करने आया था यह लोग मुंडन कार्यक्रम और दर्शन के बाद शनिवार की रात ट्रेक्टर ट्राली से अपने गांव कोरथा लौट रहे थे इस ट्रेक्टर ट्रॉली में करीब 40 से अधिक लोग सबार थे जब यह वाहन सांढ कस्बे के गौशाला इलाके में पहुंचा तभी अचानक ट्रेक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे बने तालाब में जाकर पलट गई जिससे चीख पुकार मच गई और कई लोग ट्रॉली के नीचे पानी में दब गए। इस दौरान 4 …5 लोग ट्रेक्टर ट्रॉली से कूद गए जो बच गए।

जानकारी मिलने पर आसपास के ग्रामीण वहां पहुंचे इस बीच पहुंचे पुलिस बल ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और तालाब में लोगों को निकालना शुरू किया इस घटना में 22 लोगो की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हुए है घायलों को तुरत फुरत भीतरगांव के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जबकि गंभीर रूप से घायलो को हेल्टन हॉस्पिटल कानपुर रिफर किया गया है। मरने बालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है जबकि राजू सहित उसकी पत्नी और जिस बच्चे का मुंडन हुआ था तीनों की ही इस हादसे में मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त की है। यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो दो लाख के मुआवजे और घायलों को 50 …50 हजार रुपए की मदद की घोषणा की है।

फॉलोअप …
27 की मौत करीब 10 से अधिक लोग घायल कई गंभीर …

बताया जाता है ट्रैक्टर ट्रॉली ओवर लोड थी और उसमें करीब 50 लोग सबार थे जो तालाब में जाकर उलट गई तालाब में दलदल थी सभी लोग ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे दलदल में फंस गए और निकल नही पाए बताया जाता कई की दम घुटने से मौत हो गई। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या ज्यादा बताई जाती है। फिलहाल सभी को रेस्क्यू कर तालाब से बाहर निकाल लिया गया है जबकि एक बच्ची के लापता होने की संभावना भी जताई जा रही है।

इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों में मिथलेश (उम्र 50 साल), केशकली (40 साल) किरण (15 साल), अंजली (13 साल) जानकी (5 साल), शिवानी (12 साल ) रानीबाई (50 साल) पलक (4 साल), शिवम् (4 साल), मनीषा (17 साल) ऊषा (45 साल) पार्वती 65 साल,विनीता 36 साल,तारादेवी (50 साल) अनीता (35 साल), छोटू (12 साल) रामजानकी (60 साल) रवि (10 साल),सुनीता (15 साल ) ,कलावती (50 साल ) अभी (7 साल) सोनिका (18 साल), प्रीति (18 साल) मायावती (50 साल) बिंदिया (3 साल) और खुशी शामिल हैं।

इस घटना पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने दुख व्यक्त करते हुए शोक संवेदनाएं प्रकट की है साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है।

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कानपुरदिल्ली

कामेडियन राजू श्रीवास्तव की हालत स्थिर, प्रधानमंत्री, यूपी के सीएम ने परिजनों से बात की, देश में दुआओं का दौर जारी

Raju Srivastava Comedian

नई दिल्ली/ कानपुर/ सुप्रसिद्ध कामेडियन राजू श्रीवास्तव की हालत फिलहाल स्थिर है जैसा कि कार्डियक अरेस्ट और ब्रेन हेमरेज होने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था फिलहाल वे वेंटीलेटर पर है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ उनकी पत्नी से फोन पर बातचीत कर हालचाल जाने और उनके अच्छे इलाज का भरोसा दिलाया हैं। जबकि सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव के चाहने वालों में काफी बैचेनी देखी जा रही है और उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में उनके जल्द ठीक होने की दुआएं की जा रही हैं।

तीन दिन पहले जिम में एक्सर साइज करने के बाद राजू श्रीवास्तव को दिल्ली में हार्ट अटैक पड़ा था और उन्हे तत्काल एम्स में दाखिल कराया गया फिलहाल उनकी स्थिति जैसी थी उसी तरह है वे बेहोश है और वेंटीलेटर पर हैं उनके भतीजे रजत श्रीवास्तव के मुताबिक उनकी हालत ना तो और अधिक खराब हुई ना ही उसमें कोई सुधार ही आया हैं।

राजू श्रीवास्तव अपने भाई काजू श्रीवास्तव के गले के पास पड़ी गठान के ऑपरेशन के लिए दिल्ली में ही थे उनके भाई भी एम्स में ही भर्ती है उसी दौरान राजू श्रीवास्तव को कार्डियक अटेस्ट पड़ा और ब्रेन हेमरेज के बाद उनका भी एम्स में ही इलाज हो रहा है। उनके अस्वस्थ होने की खबर उनके भाई काजू श्रीवास्तव जिनका हाल में ऑपरेशन हुआ है उन्हें नहीं बताई गई हैं।

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कानपुर में 24 घंटे में 4 मर्डर से सनसनी, कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच सीबीआई को

कानपुर/ गोरखपुर – उत्तर प्रदेश में खूनी वारदातें रुकने का नाम नही ले रही कानपुर में पिछले 24 घंटे में चार लोगों की बेरहमी से हत्या हो गई मरने वालों में एक समाजवादी पार्टी का नेता भी शामिल है। इधर कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या की जांच अब सीबीआई करेगी,यूपी सरकार ने इसकीं सिफारिश कर दी हैं। जबकि गोरखपुर पुलिस पर आरोप है कि मनीष की मौत के मामले में 6 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नही किया हैं।

कानपुर के फजलगंज में रहने वाले प्रोविजन स्टोर के मालिक प्रेमकिशोर उनकी पत्नी और बेटे की सोते समय बड़ी निर्ममता से हत्या कर दी गई घटना बीती देर रात की बताई जाती हैं। आज सुबह पड़ोसी उसकी किराने की दुकान पर कुछ सामान लेने गये दुकान बंद होने और संदेह होने पर पड़ोसी ने प्रेम के भाई राजकिशोर को खबर की जब उनके आने पर दरवाजा तोड़कर जब अंदर दाखिल हुए तो सभी मरे पाये गये कमरे में चारों तरफ़ खून फैला था सभी की गलाकाटकर बड़ी निर्ममता से हत्या करदी गई थी।

खास बात है कि मृतक कारोबारी प्रेम किशोर उसकी पत्नी गीता (40 साल) और उसके 12 साल के बेटे नैतिक के आरोपियों ने हाथ पैर भी बांध दिये थे। घटना की जानकारी मिलने पर फजलगंज थांना पुलिस और फोरेंसिक टीम घटना स्थल पहुंची और उसने बारीकी से तफ्तीश शुरू की संभावना जताई जा रही है कि यह ट्रिपल मर्डर लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान किया गया हो सकता है पुलिस ने अपनी तहकीकात के बाद तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये रवाना कर दिया हैं और जांच में जुट गई हैं।

इधर समाजवादी पार्टी के नेता हर्ष यादव की कानपुर में बीच चौराहे पर खुलेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई बताया जाता है कि कानपुर के व्यस्ततम बर्रा दो मंडी चौराहे पर बदमाशों ने 1 अक्टूबर की रात 10 बजे हर्ष को घेर लिया उंसने भागने की कोशिश भी की लेकिन उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हमलावर फरार हो गये बाद में उंसके दोस्त हर्ष को स्कूटी पर बैठालकर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन उसे बचाया नहीं जा सके उसकी मौत हो गई बताया जाता है हर्ष को तीन गोलियां लगी थी एक गोली सिर के पास कनपटी में लगी वह जानलेबा साबित हुई जानकारी के अनुसार हर्ष कानपुर देहात की युवजन सभा का उपाध्यक्ष था।

कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के मुताबिक पुलिस ने एक आरोपी शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है जल्द अन्य आरोपी भी पकड़े जायेंगे पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हर्ष को मारने वाला आरोपी शिवेंद्र सिंह भी समाजवादी पार्टी का ही कार्यकर्ता है पुलिस घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही हैं।

इधर उत्तर प्रदेश सरकार ने कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर दी है अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी।

जैसा कि गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता अपने दोस्त के साथ रुके थे तभी देर रात पुलिस आई डी चेंकिंग के नाम पर मनीष को पकड़कर ले गई और उसकी बेरहमी से पिटाई लगाई बाद में इलाज के दौरान मनीष की मौत हो गई पोस्टमार्टम में मनीष के दर्जन भर अंदरूनी और ऊपरी गंभीर चोटों का खुलासा हुआ साफ था पुलिस की मारपीट से उसकी मौत हुई लेकिन उस समय पुलिस अधिकारियों ने अपनी सफाई में उसकी मौत का कारण उसका गिरना बताया बाबेला मचा पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप लगे उत्तर प्रदेश पुलिस की किरकिरी हुई बाद में पुलिस ने 6 पुलिस अधिकारी कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया था।

लेकिन मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता का कहना था कि उसे गोरखपुर पुलिस पर विश्वास नही है और उसके पति की हत्या की गई है और उसके पति की मौत की जांच सीबीआई से कराई जाये उससे मिलने आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी यह मांग रखी गई। सही भी था जो पुलिस कर्मी इस मामले में आरोपी है अधिकारी अपने लोगों का बचाव कर रहे है वही गोरखपुर पुलिस मामले को हेंडिल करती तो न्याय कैसे मिलता पत्नी का आरोप यह भी है कि जिन 6 पुलिस कर्मियों की पिटाई से उसके पति की मौत हुई उन्हें अभी तक गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार नही किया। पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की मांग और विपक्षी दलों के दबाब के चलते आखिर सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया और इसकीं सिफारिश भी करदी।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

उत्तर प्रदेश में अपराधी बेखोफ कानपुर में अगवा युवक की हत्या के बाद 30 लाख फिरौती भी ली

  • उत्तर प्रदेश में अपराधी बेखोफ कानपुर में अगवा युवक की हत्या के बाद 30 लाख फिरौती भी ली

  • दोस्त ने रची थी साजिश एक महिला सहित 5 हिरासत में…पुलिस पर उठे सबाल

  • सियासत हुई तेज सीएम योगी ने एएसपी सहित 4 को किया सस्पेंड…

कानपुर– उत्तर प्रदेश में अपराधी और अपराध रुकने का नाम नही ले रहे हैं कानपुर में एक युवक का अपहरण करने के बाद बदमाशों ने 30 लाख की फिरौती ले ली लेकिन उससे पहले उन्होंने अपहृत की हत्या करदी।

खास बात है पुलिस की मोजूदगी में बदमाश फिरौती की रकम उड़ा ले गये और कानपुर पुलिस टापती रह गई इसको लेकर परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये है जिससे उत्तर प्रदेश पुलिस की भद्द पिट गई हैं।

जबकि इस वारदात की साजिश रचने वाला एक दोस्त ही था पुलिस ने मुख्य आरोपी और एक महिला सहित 5 लोगों को हिरासत में ले ले लिया हैं इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लिया और एक एएसपी एक डीएसपी सहित चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

कानपुर में रहने वाले युवक संजीत यादव को 22 जून को अगवा किया गया था किडनैपर्स ने अपहरण के बाद संजीत को एक घर में कैद कर दिया था जहां चार दिन तक उसे बेहोशी के इंजेक्शन देते रहे लेकिन जब मौका पाकर संजीत ने इनके चंगुल से छूट कर भागने की कोशिश की तो अपहरणकर्ताओं ने उंसका गला घोंट कर उसकी 27 जून को ही हत्या करदी थी।

लेकिन इस के बाद 29 जून को संजीत के परिजनों के पास फिरौती के लिए फोन आया और 30 लाख की मांग अपहरणकर्ताओं ने मांग रखी इसके बाद लगातार परिजनों को फोन करके अपहृत को छोड़ने के नाम पर फिरौती की मांग बदमाश करते रहे।

संजीत के परिजनों ने इसकीं रिपोर्ट कानपुर शहर के थाने में की और 26 जून को अपहरण का मामला दर्ज किया गया था संजीत के परिजनों का कहना हैं पुलिस के कहने पर उन्होंने 30 लाख की रकम एक बैग में रखी और 15 जुलाई को बदमाशों के बताये स्थान जो एक पुल था वहां पहुंचे और किडनैपर के कहने पर रुपयों से भरा बैग पुल से नीचे फेक दिया था लेकिन पुलिस देखती रही और बदमाश फिरौती की रकम लेकर नो दो ग्यारह हो गये।

इस मामले में कानपुर एएसपी अपर्णा गुप्ता का कहना हैं पुलिस उस जगह से काफी ऊँचाई पर थी डेढ़ किलोमीटर का चक्कर लगाकर पुलिस जब नीचे पहुंची तो बदमाश फरार हो चुके थे।

जबकि कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल को मालूम ही नही है कि फिरौती दी गई उनसे मीडिया ने इस बारे में सबाल किया तो उन्होंने पहले बताया विवेचना के मुताबिक कोई पैसा नही दिया गया बाद में कहा कि जांच होगी।

जिससे साफ है कि पुलिस के अधिकारी इस बड़ी घटना को लेकर कितने गंभीर है और उनमें आपसी तालमेल की कितनी कमी हैं।

काफी हो हल्ला मचने के बाद कानपुर पुलिस ने बुद्धवार को संजीत के दोस्त ज्ञानेंद्र यादव जो इस वारदात का मास्टर माइंड था उसे और एक अन्य को गिरफ्तार किया और कड़ी पूछताछ में इस अपहरण और हत्या की साजिश से पर्दा उठा।

इनसे पूछताछ में इस घटना में 5 लोग सामने आये जिसमें ज्ञानेंद्र यादव कुलदीप गोस्वामी रामजी महिला प्रीति और एक अन्य शामिल पाये गये 26 जून की संजीत की हत्या के बाद कुलदीप उंसके शव को कार में ले गया और नदी में बहा आया था।

बताया जाता है इस अपहरण का मास्टरमाइंड ज्ञानेंद्र संजीत का खास दोस्त था उंसके मा बाप ज्ञानेंद्र को अपने बेटे जैसा मानते थे और उसी ने अपने दोस्त के अपहरण और हत्या की साजिश अपने अन्य साथियों के साथ रची।

अब जब पूरी घटना उजागर हुई और संजीत के माता पिता बहन और रिश्तेदारों को मालूम हुआ कि वे साजिश के शिकार हुए 30 लाख की बड़ी रकम भी गई और उनके बेटे की हत्या हो गई तो हड़कंप मच गया और पुलिस की कार्यविधि कटघरे में ही नही आई बल्कि संदिग्ध भी हो गई।

परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है उन्होंने कानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये हैं। बहन ने पुलिस से पूछा है उंसने उंसके भाई को खोजने के लिये क्या किया मेरे को उनको अंतिम बार देखने का मौका भी नही दिया।

इस अपहरण औऱ हत्या मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है पुलिस ने फिरौती के जो कॉल आये उनको सर्विलेंस पर लगाकर जांच करने की जरूरत ही नही समझी ना ही संजीत के मोबाइल की लास्ट लोकेशन और उसकी घटना से पहले किस किस से बातचीत हुई।

यह जानने की जहमत भी नही उठाई इससे साफ है जैसे कानपुर पुलिस फिरौती के लिये फोन का इंतजार करती रही और बताते है पुलिस संजीत को खोजने की बजाय उंसके परिजनों पर फिरौती देने का दबाब बनाती रही इस तरह उंसने अपराधियों को पकड़ने की बजाय 30 लाख की रकम भी उन्हें तोहफे में दे दी।
जिससे कानपुर पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई हैं।

पहले विकास दुबे के हाथों 8 पुलिस वालों की हत्या में अपराधी और कानपुर पुलिस का गठजोड़ उंसके बाद गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की उसकी बेटी और भांजी के सामने गोली मारकर निर्मम हत्या जबकि पत्रकार ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की पहले मांग भी की थी।

अब कानपुर में अपहरण और हत्या का मामला यह उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बेख़ौफ़ होने का उदाहरण हैं। इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में एएसपी अपर्णा गुप्ता और एक डीएसपी ,एक इंस्पेक्टर सहित चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया हैं।

इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हैं समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम आज कानपुर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और सांत्वना देते हुए उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से आर्थिक मदद के रूप में 5 लाख का चेक सौपा और यूपी सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की।

जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जब पीड़ित परिवार से मिलने लखनऊ से कानपुर जाने की तैयारी में थे तो पुलिस ने उन्हें कांग्रेस कार्यालय पर ही रोक दिया उन्हें कानपुर नही जाने दिया।

जबकि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी के कानून और व्यवस्था पर सबाल उठाये हैं और बीएसपी प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश में जंगल राज का आरोप लगाते हुए योगी सरकार को घेरा हैं।

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उत्तर प्रदेशकानपुरग्वालियरमध्य प्रदेश

कानपुर पुलिस गेंगेस्टर विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने वाले दो आरोपियों को ग्वालियर से गिरफ्तार कर ले गई

Vikas Dubey Arrested Pic
  • कानपुर पुलिस गेंगेस्टर विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने वाले दो आरोपियों को ग्वालियर से गिरफ्तार कर ले गई…

  • उज्जैन के साथ ग्वालियर कनेक्शन भी आया सामने…

ग्वालियर/ कानपुर – उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू गांव में 2 और 3 जुलाई की दर्मियानी रात सीओ सहित 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर फरार दो बदमाशों को ग्वालियर में शरण देने वाले दो लोगों को कानपुर पुलिस गिरफ्तार कर ले गई लेकिन इस मामले की भनक ग्वालियर पुलिस को नही लगी। इस तरह इस घटना और गेंगेस्टर विकास दुबे का उज्जैन के बाद ग्वालियर कनेक्शन भी सामने आया हैं।

कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने की वारदात में कानपुर पुलिस ने 60 संदिन्ध लोगों पर केस दर्ज किया था और 21 बदमाश नामजद किये थे।

पुलिस की हत्या में शामिल गेंगेस्टर विकास दुबे के दो गुर्गे शिवम दुबे और शशिकांत पांडे उस घटना के बाद ग्वालियर भाग आये थे जिन्हें ग्वालियर के भगतसिंह नगर गोले का मंदिर पर रहने वाले ओमप्रकाश पांडे औऱ ग्वालियर के सागरताल रोड पर रहने वाले अनिल पांडे ने पुलिस कर्मियों की हत्याकांड में शामिल इन दोनों आरोपियों को अपने घरों में शरण दी थी।

मालूम पड़ने पर गोपनीय तरीक़े से इन दोनों शरण दाताओं ओमप्रकाश पांडे और अनिल पांडे को कानपुर पुलिस ग्वालियर से गिरफ्तार कर ले गई।

खास बात हैं कानपुर पुलिस के ग्वालियर आने और दो लोगों को गिरफ्तार कर ले जाने की भनक ग्वालियर पुलिस को नही लगी जो उसकी एक बड़ी चूक कही जा सकती हैं।

इस मामले में आईजी राजाबाबू सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि बहोड़ापुर और ग्गोले का मंदिर थाना क्षेत्र से दो लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी सामने आई है लेकिन विकास दुबे ग्वालियर रेंज में दाखिल नही हुआ वही शरणदाताओं के बारे में कानपुर पुलिस ने हमें कोई जानकारी नही दी।

जैसा कि कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी गेंगेस्टर विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने के बाद उज्जैन पुलिस की गिरफ्त में आ जाता हैं और उसे यूपी पुलिस को सौप दिया जाता हैं और 10 जुलाई को उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस आरोपी विकास दुबे को फरार होने के दौरान एनकाउंटर कर मौत के घाट उतार दिया था।

इससे पहले कानपुर पुलिस ने 2 और 3 जुलाई की रात बिकरू गांव में बदमाशो से घिरने और अपने ऊपर ताबड़तोड़ गोली बारी के बावजूद बड़े साहस का परिचय दिया था और मोस्ट वांटेड विकास दुबे के गैंग के दो बदमाशों को धराशाई कर दिया था।

जिसमें इस गेंगेस्टर का भतीजा अतुल दुबे और मामा प्रेमप्रकाश पांडे शामिल था इसके अलावा बाद में इस वारदात में शामिल प्रभात मिश्रा और रणवीर शुक्ला मारे गये और 8 जुलाई को हमीरपुर में इस कुख्यात अपराधी विकास दुबे के खास गुर्गे और दाहिना हाथ अमर दुबे का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। इस तरह विकास दुबे से पहले उसके 5 गुर्गे उत्तर प्रदेश पुलिस ने ढेर कर दिये थे।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

गेंगेस्टर विकास दुबे भागने की कोशिश में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया

vikas dubey

गेंगेस्टर विकास दुबे भागने की कोशिश में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया

कानपुर – उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ के हथियार छीनकर फरार होने की कोशिश में गेंगेस्टर विकास दुबे मारा गया। मध्यप्रदेश के उज्जैन से बीती रात उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ टीम शातिर अपराधी विकास दुबे को लेकर वाहनों से उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास हाइवे आज सुबह से गुजर रही थी।

तभी वह वाहन डिवाइडर से टकराकर पलट गया, जिसमे यह कुख्य्यात बदमाश पुलिस कस्टडी में बैठा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार के मुताबिक वाहन पलटने के बाद गेंगेस्टर विकास दुबे ने बगल में गिरे एक एसटीएफ कर्मी से पिस्टल छीनी और वह भागने लगा।

उंसने पुलिस पर फायरिंग की तभी पिछले वाहनों में मौजूद पुलिस कर्मी सम्हले और उन्होंने उसपर जबाबी कार्यवाही की जिससे विकास को गोलियां लगी और वह गिर गया, पुलिस उसे पकड़कर अस्पताल लाई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस एसएसपी ने बताया वाहन पलटने की घटना में 4 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। बताया जाता है इस एनकाउंटर में इस कुख्य्यात अपराधी विकास दुबे को दो गोलियां लगी एक पेट और एक कमर में गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जाता है जहां यह वाहन दुर्घटना हुई वह कानपुर शहर से करीब 15 किलोमीटर बाहर का एरिया हैं।

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