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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

प्रयागराज में युवक ने धारदार हथियार से अपनी मां बहन का मर्डर किया, पिता भाई को किया घायल, एसिड के हमले में 24 अन्य भी हुए घायल

Crime scene do not cross

प्रयागराज/ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक युवक ने चापड़ से अपने घरवालों पर हमला कर दिया जिसमें उसकी मां और बहन की मौत हो गई जबकि उसका पिता और भाई बुरी तरह से घायल हो गए इस हत्याकांड के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी ने छत से पथराव के साथ एसिड से भरी बोतले फैंकी जिससे नीचे खड़े दो दर्जन लोग घायल हो गये। इस बीच उसने गैस सिलेंडर से घर में आग भी लगा दी बमुश्किल पुलिस ढाई घंटे बाद आग पर काबू पाने के बाद घर में दाखिल हो सकी और उसने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।

प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के गोस नगर में मोहम्मद कादिर अपने परिवार के साथ रहते है उनके बड़े बेटे और आरोपी के बड़े भाई मोहामद आजम के मुताबिक छोटा भाई मोहम्मद आरिफ लंबे समय से खुराफात कर रहा था और पैसे और संपत्ति को लेकर विवाद करता रहता था वह कहता था कि यह घर छोड़कर दूसरे घर में जाओ, पिछले एक हफ्ते से वह हमले की फिराक में था और चाकू चापड़ तलवार और एसिड की बोतले इकट्ठी कर रहा था बुद्धवार को दोपहर जब सब घर में आराम कर रहे थे तभी उसने घर के दरवाजे पर कुंडी लगाकर अपने दो साथियों के साथ घर में कत्लेआम मचा दिया और चापड से हमला बोल दिया, मोहम्मद आजम ने बताया वह अपनी पत्नी अपने बच्चों को लेकर उससे बचकर किसी तरह भागा।

खबर मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड का दस्ता घटना स्थल पर पहुंचा तो वहां भारी भीड़ भी इकट्ठा हो गई आरोपी ने छत पर चढ़कर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया साथ ही एसिड की बोतले भी खिड़की से फैंकने लगा इस आकस्मिक हमले से वहां खड़े 24 से अधिक लोग घायल हो गए करीब ढाई घंटे बाद जब आग पर काबू पा लिया गया तब काफी मशक्कत के बाद पुलिस अंदर दाखिल हुई अंदर का नजारा काफी भयावह था मां अनीसा बेगम की खून से लथपथ लाश पड़ी थी पास ही बहन अफरीन और पिता मोहम्मद कादिर घायल पड़े थे चारों ओर खून ही खून फैला था इस बीच पुलिस ने आरोपी को किसी तरह गिरफ्तार किया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन इलाज के दौरान अफरीन ने दम तोड दिया। पुलिस ने तलाशी ने घर से 60 एसिड की बोतले बरामद की है।

बड़े भाई ने बताया कि आरिफ काफी कट्टर सोच का था और इसने हमला करने के दौरान अल्ला हो अकबर भी बोला था। और हमले के बाद वह छत के बाहरी हिस्से में काला झंडा फहराया देखा गया। बताया जाता है आरोपी आरिफ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था उसने एक तलाकशुदा महिला से शादी की थी जो नोकरी करती है वह अपनी बेटी को घरवालों से नही मिलने देता था और पत्नी के नोकरी पर जाने पर अपनी बेटी को ससुराल भेज देता था जबकि इस कांड से एक हफ्ते पहले उसने अपनी पत्नी को मायके भेज दिया था। पुलिस ने अपनी मां और बहन की हत्या और अन्य लोगों को घायल करने के आरोपी मोहम्मद आरिफ अपराधिक मामला दर्ज करने के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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सहारनपुर

मेरे खिलाफ हत्या का षडयंत्र किया गया, मैं अन्याय के खिलाफ लड़ता रहूंगा कहा भीमआर्मी चीफ आजाद ने

Chandrashekhar Azad Ravan

सहारनपुर / भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने जानलेवा हमले के बाद एक इंटरव्यू में कहा कि मेरी हत्या का षडयंत्र किया गया है मेरे पर हमला सरकारी गुंडों ने किया है क्योंकि सरकार के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं था लेकिन अन्याय और शोषण के खिलाफ मेरा संघर्ष जारी रहेगा।

भीम आर्मी चीफ आजाद ने कहा कि मेरे ऊपर 5 गोलियां दागी गई जिसमें से 4 गोलियां एक मेरे कान के पास एक पेट पर और एक छाती पर मारी गईं जो मेरे झुक जाने से सीट पर लगी और एक गोली गाड़ी के शीशे पर लगी बाद में वह बदमाश दुबारा मेरी गाड़ी के सामने आ गए और एक फायर उन्होंने फिर किया मेने अपने साथी से गाड़ी घुमाने को बोला और इस तरह हम वहां से निकल सके, और यह सब मेरे चाहने वालों की दुआ से हुआ मेरी जान बच गई,आजाद को अब अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

भीम आर्मी चीफ ने एक सवाल पर कहा कि मेरे खिलाफ हत्या का षडयंत्र किया गया है जो सरकार के संरक्षण के बिना संभव नहीं है यूपी की कानून व्यवस्था रामभरोसे है यदि मेरे जैसे व्यक्ति पर हमला हो सकता है तो आम लोग सुरक्षित कैसे रह सकते हैं उनमें से एक व्यक्ति का चेहरा मेने देखा है उन्होंने कहा पहले पुलिस खोजे की इस हमले के पीछे कोन लोग है यदि सच सामने नही आया तो वह न्यायिक जांच की मांग करने के बारे में सोचेंगे।

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि इतने करीब से गोलियां बरसाई गई फिर भी मैं बच गया यह बड़ी बात है मेरे पीछे मेरे करोड़ों भाई बहन और माताओं का आशीर्वाद और दुआएं ही है जिसने मेरी रक्षा की लेकिन मैं इस हमले से तनिक भी विचलित या डरा नही हूं मैं आम गरीब शोषित और सर्वहारा वर्ग के प्रति अन्याय के खिलाफ लड़ता रहूंगा मौत एक बार आना है लेकिन मैं झुकूंगा नही मैं अपना काम नहीं छोड़ सकता।

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उत्तर प्रदेश

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला, कार सबार बदमाशों ने की फायरिंग, पेट से रगड़ खाती निकली गोली,बाल बाल बचे

attack on chandrashekhar bhim army founder

सहारनपुर / उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद इलाके में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है आजाद पर कार सवार बदमाशों ने चार राउंड फायरिंग की एक गोली उनके पेट को छूती हुई निकल गई घायल भीम आर्मी चीफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है पुलिस नाकेबंदी कर हमलावरों को पकड़ने की कोशिश कर रही है इधर आजाद के समर्थको ने चेतावनी देते हुए हमलावरों की गिरफ्तारी और यूपी सरकार से उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर यह हमला सहारनपुर जिले के देवबंद में हुआ, आजाद देवबंद में अपने संगठन के एक साथी एडवोकेट अजय के घर मिलने गए थे उनकी मां का दो दिन पहले निधन हो गया था जब वह उनके घर से निकल कर अपनी कार की ओर बड़े तभी अचानक एक कार वहां आई और उसमें सबार बदमाशों ने उनपर फायरिंग कर दी बताया जाता है उबापर चार राउंड फायरिंग हुई और एक गोली उनके पेट से रगड़ खाती हुई निकल गई गोलीबारी में उनकी कार के शीशे भी टूट गए। घटना स्थल के आसपास से सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मिले है उससे साफ हुआ कि हमलावरों ने जिस कार का उपयोग किया वह हरियाणा की थी जिसका नंबर HR 70 D 0278 दिखाई दे रहा था।

बताया जाता है चंद्रशेखर आजाद नई दिल्ली से सहारनपुर होते हुए छुटमुल पर कस्बे में स्थिति अपने घर जा रहे थे, इस बीच वह कुछ समय के लिए देवबंद गए थे। इस बड़ी घटना के बाद पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुआ और आजाद को देवबंद के अस्पताल लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सहारनपुर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक चंद्रशेखर आजाद के पेट से रगड़ खाते हुए गोली गुजर गई आजाद जान को कोई खतरा नहीं है वह पूरी तरह सुरक्षित है पुलिस के मुताबिक कार सबार बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार संदिग्ध इलाकों में दबिश दे रही हैं

इधर खबर मिलने सहारनपुर के अस्पताल के बाहर भीम आर्मी और आजाद की पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थको की भारी भीड़ देखी जा रही हैं। इधर भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण गौतम ने कहा आजाद यूथ आइकॉन है यह हमला इनपर नहीं बल्कि यूथ पर हुआ है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा जैसा प्रदेश में माहोल बना हुआ है चाहे मुस्लिम नेता हो या दलित नेता सभी को टारगेट किया जा रहा है उनापर खुलेआम गोलियां चलाई जा रही है उन्होंने यूपी सरकार से चंद्रशेखर आजाद को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की हैं साथ ही हमलावरो को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने की मांग की है साथ ही कहा यदि आरोपी पकड़े नहीं जाते तो प्रदेश में जो माहौल बनेगा उसे सम्हालना मुश्किल होगा। जबकि आजाद समाज पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि यह बहुजन मिशन को रोकने का कायराना कृत्य है पार्टी ने हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी सख्त कार्यवाही और आजाद को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।

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उत्तर प्रदेशगाजीपुर

बाहुबली मुख्तार अंसारी को 10 साल और भाई सांसद अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा, गैंगस्टर एक्ट में MP MLA कोर्ट का फैसला

Mukhtar and Afzal Ansari

गाजीपुर / गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के मामले में दोषी मानते हुए उत्तरप्रदेश के बाहुबली मुख़्तार अंसारी को 10 साल की सजा के साथ 5 लाख का अर्थदंड लगाया जबकि उनके भाई बीएसपी के सांसद अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना लगाया हैं यह फैसला करीब 16 साल बाद आया हैं। इस फैसले के बाद साफ है कि अफजाल अंसारी की संसद की सदस्यता जाती रहेगी।

अंसारी भाइयों पर गैंगस्टर एक्ट का यह मामला 22 नवंबर 2007 में लगा था जो बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के दो साल बाद दर्ज हुआ था जब राय की हत्या के बाद दंगा और आगजनी हुई थी जिसमें एक कारोबारी नंद किशोर रूंगटा की अपहरण के बाद हत्या हो गई थी इस केस के बाद इनपर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।

गिरफ्तारी के बाद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बांदा की जेल में बंद था इसकी कोर्ट पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जेल से ही हुई जबकि इसका भाई बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी सुनवाई के दोरान खुद एमपी एमएलए कोर्ट में मोजूद रहा था।

जब कोर्ट ने सजा सुनाई तो पुलिस ने तुरंत अफजाल अंसारी को अपनी गिरफ्त में ले लिया और कोर्ट से पुलिस उसे लेकर सीधे गाजीपुर जेल ले जाया गया विधि विशेषज्ञों के मुताबिक यह 30 दिन के अंदर एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते है। लेकिन 4 साल की सजा मिलने से अफजाल अंसारी की संसद की सदस्यता समाप्त हो जायेगी।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में गोली मार कर हत्या, मीडिया कर्मी बनकर आए थे आरोपी, तीनों पुलिस हिरासत में

Ashraf and Ateeq

प्रयागराज / गैंगेस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है, हमलावर मीडियाकर्मी बनकर बाइट लेने के बहाने इनके पास पहुंचे थे ,बताया जाता है पुलिस रात के वक्त दोनों को अपनी कस्टडी में मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर आई थे। जबकि पुलिस ने तीनों हमलावरों को पकड़ लिया हैं।

बताया जाता है अतीक और उसका भाई अशरफ दोनों 5 दिन की पुलिस रिमांड पर थे आज रात दोनों को प्रयागराज के धूमंतर पुलिस थाने से पुलिस मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर आई थी इस दौरान जब यह मीडिया से बात करने की तैयारी में थे तभी पत्रकार बनकर आए आरोपी बाइट के बहाने इनके पास आए जिनकी संख्या तीन थी और उन्होंने तुरंत अपने बैग से पिस्टल निकाल कर दोनों की कनपटी को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिससे दोनो गिर गए और दोनों की मौत हो गई। बताया जाता है इस वारदात को अंजाम देने के दौरान हमलावरों ने धार्मिक नारे भी लगाएं। लेकिन जब उनपर हमला हुआ तो वहां मौजूद पुलिस कर्मी इधर उधर होकर खुद को बचाते देखे गए।

लेकिन इस हत्याकांड के बाद हमलावर जब भागने लगे तो वहां मौजूद पुलिस कर्मी सक्रिय हुए और उन्होंने हमलावरों को भागने से पहले घेर कर पकड़ लिया, आरोपियों के नाम अरुण सनी और लवलेश बताएं जाते हैं।उनसे पुलिस ने हथियार भी बरामद कर लिए है जबकि इस घटना के दौरान एक एजेंसी के पत्रकार और एक पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया है और एक उच्च स्तरीय बैठक ली जिसमें स्पेशल डीजी सहित अन्य अफसर भी मौजूद थे सीएम ने इस घटना की जांच के लिए जुडीशियल कमीशन नियुक्त करने की घोषणा की है संभवत जिसमें तीन पूर्व जजों को नियुक्त किया जायेगा।

इस हत्याकांड के बाद प्रयागराज के चकिया इलाके में पथराव और आगजनी की खबरें आ रही है जबकि पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है और प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बताया जाता है इस घटना के बाद इन दोनों की सुरक्षा में लगे 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया हैं।

प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि तीन लोग मीडिया कर्मी बनकर आए और वे बाइट लेने के बहाने इनके पास पहुंचे और उन्होंने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है वे हमारी हिरासत में है उनसे हथियार भी बरामद हुए है इस घटना के दौरान एक मीडिया कर्मी और एक कांस्टेबल भी घायल हुआ है।

लेकिन पुलिस कस्टडी में और मीडिया के सामने दो लोगों की इस तरह सरेआम हत्या करने की यह देश की संभवत: पहली घटना होगी।

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उत्तर प्रदेशप्रयागराज

विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह की हत्या का आरोपी बाहुवली अतीक अहमद साबरमती जेल से प्रयागराज रवाना, सुरक्षा के बीच यूपी पुलिस ला रही हैं, 28 मार्च को फैसला

Atiq Ahmed

प्रयागराज / बीएसपी विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल की हत्या का मुख्य आरोपी बाहुवली और माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस गुजरात की साबरमती जेल से भारी सुरक्षा के बीच प्रयागराज ला रही है। जैसा कि इन मर्डर केस में अदालत 28 मार्च को फैसला सुनाएगी इसलिए मुख्य अभियुक्त अतीक अहमद को यूपी पुलिस कोर्ट ने पेश करेगी अतीक अहमद के साथ दूसरे आरोपी उसके भाई अशरफ अहमद को भी पेश किया जायेगा जो यूपी की बरेली जेल में बंद हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस का विशेष टास्क फोर्स का दस्ता आज गुजरात के पोरबंदर स्थित जेल पहुंचा है जहां उन्होंने कोर्ट का प्रोटेक्शन बारंट जेल प्रशासन को दिखाया कुछ तकनीकी परीक्षण के बाद जेल प्रशासन ने अतीक अहमद को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है इस पुलिस दस्ते मैं 6 वाहन 20 पुलिस के बड़े छोटे अधिकारी सहित कुल 45 पुलिस कर्मी शामिल है जो हथियारों से लैस है। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर सिर्फ 8 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मोबाइल रखने की अनुमति है बाकी पुलिस कर्मियों के मोबाइल जमा करा लिए गए है। पुलिस ने अपने वज्र वाहन में अतीक अहमद को बैठाया है और उसे आगे पीछे बंदूकों के साये में लेकर यह काफिला आगे बड़ा हैं।

एमपी एमएलए कोर्ट प्रयागराज 28 मार्च को इस डबल मर्डर केस में अपना फैसला सुनाएगा और फैसला सुनाते समय बाहुवली अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद मोजूद रहेंगे। इसीलिए यूपी पुलिस पोरबंदर जेल से अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज ला रही हैं।

गुजरात के पोरबंदर से यूपी के प्रयागराज के बीच का यह सफर 1200 किलोमीटर का है जिसमें राजस्थान या मध्यप्रदेश से होते हुए दिल्ली भी बीच में पड़ेगा कुल 18 स्थानों पर जरूरत पड़ने पर रुकने की व्यवस्था की गई है यूपी पुलिस ने पूरा ऑपरेशन गोपनीय रखते हुए राज्य पुलिस को सूचना देते हुए एहतियातन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है। अपने ऑपरेशन के बारे में यूपी पुलिस के प्रभारी आईपीएस ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की।

जैसा कि अतीक अहमद और उसके वकील ने पहले दलील दी थी कि जैसी साबरमती जेल में रहते उसकी कोर्ट ने पूरे केस की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की थी उसी तरह कोर्ट उसकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसका फैसला भी सुना दे। इसमें उसके वकील ने आशंका जताई थी कि यूपी जाने के दौरान अतीक अहमद के साथ कुछ भी हो सकता है इसका एनकाउंटर पुलिस कर सकती है उसके दुश्मन उसका मर्डर कर सकते है जिस वाहन से उसे लेजाया जायेगा उसे पलटाया जा सकता है लेकिन प्रयागराज के एमपी एमएलए कोर्ट ने उनकी इन सभी दलीलों को खारिज कर दिया और उन्हें सजा सुनाने के दौरान प्रयागराज कोर्ट में उपस्थित करने का आदेश सुना दिया।

उत्तर प्रदेश में 2006 में बीएसपी विधायक राजू पाल का मर्डर हुआ था इस केस में बाहुबली और विधायक रहे अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को आरोपी बनाया गया था और दोनों को गिरफ्तार किया गया था और जेल में बंद थे लेकिन इस बीच राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल का एक गैंग बेदर्दी से ताबड़तोड़ फायरिंग कर मर्डर कर देता है खास बात है वह जब कोर्ट में बयान देकर लौट रहे थे तो घर के बाहर उनपर हमला हुआ था। इस मर्डर में भी पुलिस ने अतीक अहमद और उसके लोगों को आरोपी बनाया था।

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उत्तर प्रदेश

बाघ ने मंदिर के पुजारी पर किया हमला मारकर खाया, लोगों में भारी गुस्सा, किया चक्काजाम

Tiger Attack

लखीमपुर/ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के थरेटिया गांव स्थित रामजानजी मंदिर के पुजारी को एक बाघ जिंदा उठा ले गया और मारकर खा गया, बताया जाता है जब पुजारी खाना खाने के बाद मंदिर परिसर में लगे हैंडपंप से पानी पीने आए तभी बाघ ने हमला किया था। इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने वन विभाग के निष्क्रिय रवेएं के खिलाफ मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया बताया जाता है इस क्षेत्र में इस आदमखोर बाघ का लंबे समय से आतंक है और यह ग्रामीणों पर 18 बार हमले कर चुका है।

मंदिर के पास में रहने वाले वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने नौकर से बीती रात पुजारी मोहनदास के लिए खाना भेजा था बाद में साढ़े आठ बजे जब उनका नौकर वापस मंदिर पहुंचा तो पुजारी जी नही मिले उसने मुझे फोन पर जानकारी दी तो मैं वहां गया तो पंडित जी की चप्पलें इधर उधर पड़ी थी संदेह होने पर जब हमने टॉर्च फैक्कर आसपास देखा तो पास के खेत में बाघ पुजारी को दबोचे बैठा था और उनके शरीर को नोच नोच कर खाता दिखा यह देखकर पहले हम अवाक रह गए हमारी सूचना पर अनेक ग्रामीण इकट्ठा हो गए हमारे शोर मचाने पर बाघ भाग गया जब ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो पुजारी का आधा शरीर बाघ खा चुका था और उनकी मौत हो चुकी थी।

इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने थरेटिया टिप्पणियां मार्ग पर चक्काजाम कर दिया बाद में वन विभाग और पुलिस थाना तिकोनिया कोतवाली के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा वन महकमे के अधिकारियों ने आंदोलन कर रहे लोगों को काफी समझाइश दी लेकिन ग्रामीणों का कहना था पहले इस आदमखोर बाघ के खोफ और इस समस्या से निजात दिलाई जाए। बताया जाता है इस ग्रामीण इलाके से दुधवा टाइगर रिजर्व अभ्यारण लगा हुआ है स्थानीय वीरेंद्र सिंह के मुताबिक वहां के जंगल से निकलकर यह बाघ आएं दिन गांव में आकर लोगों पर हमले कर रहा है और इस आदमखोर हो चुके बाघ ने अभी तक 18 लोगों पर जानलेवा हमला किया है और वन विभाग से शिकायत के बावजूद इस बाघ को पकड़ने या ग्रामीणों को सुरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम फॉरेस्ट विभाग ने आज तक नही उठाया जिससे स्थानीय ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ काफी गुस्सा हैं।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

यूपी में मां बेटी के जलने का मामला, कार्यवाही का आश्वासन हुआ अंतिम संस्कार, हाईकोर्ट में याचिका दाखिल सीबीआई से जांच की मांग, योगी के बुलडोजर पर उठे सबाल

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर / यूपी के कानपुर देहात के मड़ोली गांव में मां बेटी के जिंदा जलाने की घटना से देश सन्न रह गया है अहम बात है इस घटना के दौरान पुलिस और प्रशासन के अफसर भी वहां मोजूद थे इस दर्दनाक घटना को लेकर अब हाईकोर्ट इलाहाबाद में याचिका दाखिल कर इस प्रकरण में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो इसको लेकर सीबीआई से जांच की मांग की गई हैं। जबकि डिप्टी सीएम के कड़ी कार्यवाही के आश्वासन के बाद भारी सुरक्षा के बीच मृत महिलाओं का अंतिम संस्कार किया गया। कांग्रेस ने आज धरना प्रदर्शन किया तो बीएसपी प्रमुख मायावती ने योगी के बुल्डोजर को खूनी बताया है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में आता है मड़ोली गांव, मंगलवार की सुबह इस गांव में एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस का अमला पहुंचा था बताया जाता है इनके साथ कुछ दबंग भी साथ थे,टीम ने आते ही गांव में रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित का बुलडोजर से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया इस दौरान झोपड़ी में मोजूद परिवार के मुखिया की पत्नी प्रमिला दीक्षित (उम्र 45 साल) और उनकी बेटी स्नेहा (उम्र 21 साल) के बाहर नही आने के बाद एकाएक टीम में मोजूद एक व्यक्ति ने झोपड़ी में आग लगा दी जबकि बेटे शिवम दीक्षित का कहना है आग लगाने के बाद जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया गया जिससे दोनों बाहर नही निकल पाई और झोपड़ी में जलकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना को लेकर परिजन और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखा गया।

इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की बेटे शिवम दीक्षित के साथ वीडियो कॉल पर समझाइश और बातचीत में न्याय का भरोसा दिलाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ आज भारी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के बाद दोनों महिलाओं के शवों का बिठूर घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान आईजी प्रशांत कुमार और एसपी सहित सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रहा।

इस घटना को लेकर प्रशासन ने कार्यवाही भी की है जेसीबी चालक दीपक और लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया तो एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम को हिरासत में ले लिया है इसके अलावा सरकार ने परिवार को सुरक्षा के साथ घायल बेटों को इलाज के लिए राशि मुहैया कराने के साथ 10 लाख की आर्थिक मदद दी है लेकिन इस घटना को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें इस घटना की सीबीआई से जांच की मांग के साथ दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई हैं।

इधर बुद्धवार को कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में लखनऊ में राजभवन तक प्रदर्शन मार्च निकालने का ऐलान किया था आज जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में अपने कार्यालय से प्रदर्शन करते निकले तो पहले से मोजूद पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बड़ने दिया और बेरीगेट लगाकर रोक दिया जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नोबत आ गई उनकी पुलिस के साथ काफी नोकाझोक भी हुई बाद में कांग्रेस कार्यकर्ता वही धरने पर बैठ गए।

इधर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि आज जहां देश और खासकर उत्तर प्रदेश में लोग गरीबी महंगाई बेरोजगारी पिछड़ेपन से त्रस्त है अब उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में भाजपा सरकार की बुलडोजर राजनीति निर्दोष और गरीब लोगों की जान भी लेने लगी हैं।

मंगलवार को उत्तर प्रदेश के देहात कानपुर के मड़ोली गांव में एसडीएम और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की मोजूदगी में एक मां और उसकी बेटी की जलकर हुई दर्दनाक मौत से पूरा देश प्रदेश थर्रा गया हैं तो यूपी में एक गरीब का अतिक्रमण हटाने के दौरान इतनी बड़ी दुर्घटना घटने से बुल्डोजर पर सबालिया निशान लग गया हैं तो योगी सरकार बैकफुट पर आ गई हैं।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

मां बेटी जलती रही पुलिस और प्रशासन देखता रहा, यूपी के कानपुर देहात में बुल्डोजर का कहर

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर/ उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है अतिक्रमण हटाने में बुल्डोजर एक्शन के दौरान झोपड़ी में आग लगने से मां बेटी की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई हैं। इस मामले में पुलिस और प्रशासन सहित 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है साथ ही एसडीएम और लेखपाल को निलंबित कर दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार के बेटे का आरोप है कि प्रशासन ने आग लगाकर जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया और उनकी मां और बहिन की हत्या कर दी बेटे ने अंतिम संस्कार से पहले सभी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्यवाही की मांग की हैं।

यह दिल दहलाने वाली घटना कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के मड़ोली गांव की है यहां रहने वाले दुबे परिवार के मंदिर और आसपास का अतिक्रमण हटाने एसडीएम लेखापाल और रूरा थाना पुलिस और प्रशासन का भारी अमला बुल्डोजर के साथ पहुंचा था, जब बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया जा रहा था तो पास की झोपड़ी में दुबे की पत्नी और उनकी बेटी मोजूद थी उसी दौरान झोपड़ी में आग लगा दी गई जिसमें बुरी तरह झुलसकर मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि उन्हे बचाने के दौरान दुबे और उनके परिजन भी घायल हो गए। इस घटना के बाद गांव में हंगामा खड़ा हो गया। यह देखकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी घटना स्थल से भाग खड़े हुए।

इधर इस बड़ी वारदात के बाद वरिष्ठ प्रशासन चेता और उसने संबंधित एसडीएम लेखपाल और थाना प्रभारी सहित 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है साथ ही एसडीएम और लेखापाल को निलंबित भी कर दिया है। लेकिन फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं।

आरोप है कि भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों की मोजूदगी में झोपड़ी जलती रही और उसमें मोजूद मां और बेटी आग में घिर गई और उनका दम घुटता रहा और पुलिस और प्रशासन बाहर खड़ा तमाशा देखता रहा और आग में घिरकर बुरी तरह जलने से मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई । पीड़ित पक्ष के मुखिया दुबे के बेटे शिवम दुबे का आरोप है कि उनके यहां एसडीएम पुलिस और कुछ अन्य ग्रामीण एकाएक बिना सूचना के आ पंहुंचे और बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन के अमले ने जानबूझकर उनकी झोपड़ी में आग लगादी इस समय उनकी मां और बहिन झोपड़ी में से सामान निकाल रही थी मालूम होने के बावजूद प्रशासन के आदेश पर जलती झोपड़ी को जेसीबी से दबा दिया गया इस घटना में बचाने के दौरान उनके पिता भी गंभीर रूप से जख्मी हुए जो अस्पताल में भर्ती है जबकि उनकी मां और बहिन की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। शिवम ने कहा कि जबतक एसडीएम लोकपाल और पुलिस अधिकारियों सहित सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ उनापर कड़ी कार्यवाही नहीं होती वह अपनी मां और बहन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार और उनके रिश्तेदार धरने पर बैठ गए हैं।

जबकि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होगी किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा चाहे उसमें प्रशासन या पुलिस अधिकारी हो सभी गिरफ्तार होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मामला गंभीर है और इसमें विपक्ष का राजनीति करना गलत होगा।

इधर समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कानपुर विधायक मनोज पांडे के नेतृत्व में 6 सदस्यीय विधायक दल को घटना स्थल पर जांच और पीड़ित पक्ष से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा है। यह खबर बाहर आने के साथ ही उत्तर प्रदेश प्रशासन सक्रिय हुआ और उसने इन विधायको को रोकने के लिए कमर कस ली है बताया जाता है इस डेलीगेशन में शामिल विधायक अमिताभ वाजपेई को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया और उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात हैं।

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उत्तर प्रदेश

सबसे मंहगी जल यात्रा शुरू, “गंगा विलास क्रूज” का पीएम ने किया शुभारंभ, पर्यटन व्यापार की संभावनाओं का होगा विस्तार, सियासत भी शुरू

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बनारस/ उत्तर प्रदेश के बनारस से पश्चिम बंगाल के डिब्रूगढ़ तक गंगा नदी में चलने वाले गंगा विलास क्रूज का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। खास बात है यह दुनिया की सबसे लंबी और सबसे मंहगी जल यात्रा होगी और इस यात्रा में विदेशी पर्यटक भी जा रहे है और 2 साल तक के लिए स्विस पर्यटकों ने इसे बुक भी कर लिया हैं।

5 स्टार सुविधाओं से सुसज्जित क्रूज भारत के 5 राज्यों से होता हुआ बंगलादेश भी जायेगा –

जैसा कि गंगा विलासक्रूज 5 राज्यों से होकर गुजरेगा बनारस (काशी) से शुरू होकर यह पटना, साहिबगंज कोलकाता ढांका (बंगलादेश) गुवाहाटी डिब्रूगढ़ तक जायेगा और इसी रूट पर वापस बनारस आयेगा। इस क्रूज को अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज कंपनी ने तैयार किया है इस क्रूज की चौड़ाई 12.8,मीटर और लंबाई 62 मीटर की है और इस क्रूज में 18 सुईट्स हैं जबकि सेकेंड फ्लोर पर 40 सीटर रेस्टारेंट होगा जहा वाइन शेम्पियन के साथ 5 स्टार का खाना परोसा जाएगा। इतना ही नहीं यह स्पा रूम, 3 सनडेक और बृहद म्यूजिक अरेंजमेंट से विशेष रूप से सुसज्जित होगा।

51 दिन की जलयात्रा में लगेंगे 13 लाख –

खास बात है क्रूज की यह जल यात्रा सबसे मंहगी यात्रा में शुमार है। बनारस (काशी) से अंतिम स्टेशन डिब्रूगढ़ तक का 51 दिन का सफर का किराया 13 लाख होगा जबकि बनारस से कोलकाता तक 4 दिन का किराया 1.12 लाख कोलकाता से मुर्शीदावाद तक 8 दिन का किराया 2.92 लाख और बनारस से कोलकाता तक 12 दिन का किराया 4.37 लाख ₹ होगा।

क्या कहा प्रधानमंत्री ने –

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने स्विस पर्यटकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह क्रूज गंगा नदी के किनारे बसे जिस राज्य और शहर से गुजरेगा वहां पर्यटन व्यापार की नई संभावनाओं का विस्तार होगा साथ ही वहां विकास की लकीरें पैदा होंगी । प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा गंगा नदी केवल एक जल स्त्रोत नहीं है बल्कि लोगों की जीवनदायनी भी है पूर्व में गंगा के किनारे की पट्टियों के विकास और वहां रहने वाले लोगों का ध्यान नहीं रखा गया जिससे लोग पलायन को मजबूर थे लेकिन गंगा विलास क्रूज के गंगा में चलने से पर्यटन के साथ व्यवसाय और विकास की संभावनाएं उत्पन्न होंगी। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से विदेशी पर्यटन के साथ बाहरी लोगों को भारत को जानने समझने के प्रति उत्सुकता भी बड़ेगी और यह विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।

गंगा जल यात्रा को लेकर सियासत तेज –

देश की प्रमुख राजनेतिक पार्टियों ने इस गंगा विलास क्रूज को लेकर सबाल उठाएं है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि लोग काशी का आध्यात्मिक अनुभव करने आते है इस धार्मिक क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र बनाकर उससे पैसे कमाना गलत है जबकि मोदी सरकार ने गंगा साफ करने का बीड़ा उठाया था क्या गंगा साफ हुई। उन्होंने कहा इससे गंगा और इसके आसपास नाविकों पर अत्याचार होगा और उनके रोजगार पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा।

जबकि बिहार के जेडीयू अध्यक्ष ललन प्रसाद ने कहा कि धर्म के खिलाफ पैसे का अपव्यय है यह योजना सफल नहीं होगी क्योंकि कागज पर बनना अलग होता है और जमीन पर उतारना कठिन होता हैं उन्होंने कहा की अपने व्यवसायिक मित्रों को फायदा देने के लिए इसकी शुरूआत की गई है जेडीयू नेता ने कहा इस क्रूज को पटना में दाखिल नहीं होने दिया जायेगा। वही जेडीयू प्रवक्ता अनुप्रिया ने कहा कि हम इस योजना के खिलाफ नहीं है लेकिन पहले केंद्रीय सरकार यह बताएं उसने 20 हजार करोड़ खर्च किए लेकिन गंगा आज तक साफ नहीं हो पाई वर्षाकाल में नेपाल के रास्ते गंगा नदी में पानी उफान मारता है और बाढ़ से पलायन की स्थिति बन जाती है यह बाढ़ गंगा में जमी गाद से आती है पहले गंगा को साफ करें उन्होंने कहा इसी वजह से गर्मी के मौसम में बीच बीच में गंगा सूख भी जाती है उस समय यह क्रूज कैसे निकलेगा।

Image source BJP Twitter

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