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अमेठी में शिक्षक उसकी पत्नी और दो मासूम बच्चों की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

Crime scene do not cross

अमेठी/ उत्तर प्रदेश के अमेठी में शिक्षक ,उसकी पत्नी और उसके मासूम बच्चों की गोली मारकर हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है इस हत्याकांड में शामिल 3 अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। बताया जाता हैं पुरानी रंजिश के चलते आरोपियों ने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था।

यूपी के अमेठी में गुरूवार की शाम को एक काफी दिल दहलाने वाली घटना हुई थी यहां किराए के मकान में रह रहे शिक्षक 35 वर्षीय सुनील कुमार उनकी पत्नी सहित उनके 2 और 3 साल की उम्र के दो मासूम बच्चों की उनके घर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद आसपास के लोग जुड़ गए और मौके पर पुलिस भी आ गई घटना के बाद सभी को तुरत फुरत सिंहपुर हॉस्पिटल लाया गया लेकिन डॉक्टर ने चारों को मृत घोषित कर दिया।

एक साथ 4 लोगों की हत्या की बड़ी वारदात के बाद एसपी अनूप कुमार सिंह और पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर आ पहुंचे और फॉरेसिंक टीम ने घटना स्थल का बारीकी से मुआयना किया साथ ही डॉग स्क्वार्ड भी जांच के लिए पहुंचा। घटना की सूचना मिलने पर डीजीपी प्रशांत कुमार भी घटना स्थल पहुंचे और उन्होंने भी घटना स्थल की जांच की और पुलिस अधिकारियों को आरोपियों को शीघ्र पकड़ने आदेश दिए।

Criminal arrested in amethi Teacher case
Criminal arrested in amethi Teacher case

बताया जाता है सुनील सहायक अध्यापक थे और हाल में ही उनका तबादला रायबरेली से अमेठी हुआ था।

इस हत्याकांड के बाद पुलिस सक्रिय हुई और उसने जब जांच की तो इसके पीछे पुरानी रंजिश सामने आई बताया जाता है पूर्व में मृतक शिक्षक की पत्नी ने एक मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी उसमें आरोपी चंदन वर्मा पकड़ा गया था। पुलिस ने जब इस बिंदु पर अपनी जांच आगे बढ़ाई और चंदन वर्मा को पकड़ा तो खुलासा हुआ कि उसने इसी रंजिश के कारण अपने दो से तीन साथियों के साथ इस हत्या की घटना को अंजाम दिया और गुरुवार की शाम शिक्षक सुनील कुमार के घर में घुसकर उनके परिवार पर गोलियां दागी। पुलिस ने फिलहाल चंदन वर्मा को शॉर्ट एनकाउंटर में जेवर से गिरफ्तार कर लिया जब वह घेराबंदी के दौरान पुलिस से बचने के लिए भाग रहा था तो पुलिस की चलाई गोली उसके पैर में लगी और वह घायल होकर गिर गया और पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया, पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है पुलिस का कहना है वह इस हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों को भी वह जल्द गिरफ्तार कर लेगी।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

भारत की बंगला देश पर 7 विकेट से ऐतिहासिक जीत, होम ग्राउंड पर 18 वी सीरीज जीती, यशस्वी प्लेयर ऑफ द मैच

IndVsBan Test Match

कानपुर / भारत ने बंगला देश को दूसरे मैच में 7 विकेट से ऐतिहासिक जीत हासिल की भारत ने दोनों पारियों में केवल 52 ओवर खेलकर यह उपलब्धि हासिल की। बंगला देश के खिलाफ क्लीन स्वीप कर उसने घरेलू पिच पर 18 वी श्रृंखला अपने नाम की। इस मैच में दो हॉफ सेंचुरी के साथ 123 रन बनाने वाले यशस्वी जायसवाल प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज में 11 विकेट और सेंचुरी जड़ने वाले रविचंद्रन अश्विन प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे।

ग्रीन पार्क कानपुर में खेला गया यह टेस्ट मैच भारत के दृष्टिकोण से काफी खास रहा। स्पिन पिच पर भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतने के बाद बंगला देश को पहले बेटिंग दी पहले दिन बारिश ने खलल डाला और बंगला देश 3 विकेट पर 107 रन बना चुकी थी दूसरे दिन का खेल लगातार बारिश की वजह से रद्द हो गया तीसरे दिन कवर्ड होने के बावजूद ग्राउंड काफी गीला था अंपायरों के दो तीन बाद निरीक्षण के बाद आज भी मैच नहीं हुआ। जब खेल शुरू हुआ तो बंगला देश 107 से आगे खेलना शुरू किया और पूरी टीम ने 233 रन बनाए, जिसमें उसके बल्लेबाज मोमिनुल ने नाबाद सेंचुरी जड़ते हुए 107 रन की पारी खेली इनके अलावा कप्तान नजमूल हुसैन शांतो ने 31 और शादमान ने 24 रनों का योगदान दिया। भारत के गैंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 18 ओवर में 50 रन देकर 3, आकाशदीप ने 15 ओवर में 43 रन देकर 2 और रवि अश्विन ने 15 ओवर में 45 रन देकर बंगला देश के 2 खिलाड़ियों को आउट किया।

खेल के चौथे दिन भारत ने अपनी पहली पारी शुरू की उसके ओपनर रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल कुछ अलग ही अंदाज में दिखे दोनों ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए चोक्को और छक्कों की झड़ी लगा दी, यशस्वी ने आज के पहले ओवर में हसन महमूद की बॉल पर लगातार 3 चौके जड़ दिए और अगले ओवर में रोहित ने लगातार दो सिक्स मारे। दोनों ने सिर्फ तीन ओवर में 50 रन की सांझेदारी कर डाली लेकिन चौथे ओवर में रोहित 23 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन भारत की रनगति पर कोई असर नहीं पड़ा। शुभमन गिल ने 39 रन (36 बॉल) उसके बाद आए विराट कोहली 47 रन 35 (बॉल) पर बनाए, यशस्वी ने आउट होने से पहले 51 बॉल खेलकर शानदार 72 रन की पारी खेली और केएल राहुल ने तेज 68 रन (43 बॉल) बनाए भारत ने 9 विकेट पर 285 रन पर अपनी पारी डिक्लेयर कर दी। इस तरह भारत ने आज के खेल के बचे करीब 22 ओवर पहले अपनी पारी घोषित कर दी। साथ ही भारत ने पहली पारी में 52 रन की बढ़त भी ले ली।

बंगला देश दूसरी पारी में लड़खड़ा गया। रवि चंद्रन अश्विन ने उसे शुरूआती दो झटके दिए पहले उन्होंने जाकिर हसन को 10 रन पर आउट किया और उसके बाद आए नाइट वाचमेन हसन महमूद (4 रन) भी उनकी घूमती गेंद पर चलते बने। चौथे दिन का खेल खत्म होने पर बंगला देश 2 विकेट खोकर 26 रन पर था। बंगला देश अभी भी भारत की बढ़त से 26 रन दूर था और उसके 8 विकेट बकाया थे।

पांचवें दिन बांगला देश ने 2 विकेट पर 26 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन पिच काफी स्पिन हो रही थी रवि अश्विन और रविंद्र जड़ेजा ने किसी बल्लेबाज को जमने नहीं दिया जड़ेजा ने अपने तीन ओवर में एक एक कर तीन विकेट चटकाए और बंगला देश की टेल को जसप्रीत बुमराह ने समाप्त कर दिया। इस तरह अश्विन जडेजा बुमराह ने 3 -3 विकेट और 1 विकेट आकाश दीप ने लिया । आकाश ने शादरान इस्लाम को आउट किया जिन्होंने दूसरी पारी में सबसे ज्यादा 50 रन बनाए उसके अलावा मुश्फिकुर रहीम ने अंतिम विकेट के रूप में 37 रन पर बुमराह की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए जबकि 19 कप्तान शांतो ने 19 रन बनाए बंगला देश का अन्य कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंद बाजों के सामने नहीं टिक सका और दूसरी पारी में पूरी टीम 146 रन पर सिमट गई आज खेल के अंतिम दिन बांग्लादेश ने 8 विकेट गंवाए और केवल 120 रन ही बनाएं।

भारत को जीत के लिए 95 रन बनाने का लक्ष्य मिला उसके पास टी टाईम के साथ दो सत्र का समय खेल के लिए बचा सका था ,रन के हिसाब से समय काफी था। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल क्रीज पर ओपनिंग करने उतरे बंगला देश ने शुरूआत से ही स्पिनर लगाए जब भारत के स्कोर 18 रन था तो रोहित (8 रन) ने मेहंदी हसन मिराज की बॉल पर स्वीप शॉट खेला जो सीधा हसन महमूद के हाथों में आया उन्होंने कैच ले लिया, उसके बाद आए शुभमन गिल भी ज्यादा नहीं टिके 6 रन पर मैहदी ने उन्हें भी लेग बिफोर आउट कर चलता कर दिया। लेकिन विराट कोहली ने यशस्वी का अच्छा साथ दिया लेकिन जब जीत के लिए 3 रन की जरूरत थी तो तेज शॉट मारने के दौरान यशस्वी (51 रन) तैजुल हसन की बॉल पर बाउंड्री पर आउट हो गए उनको शाकिब अल हसन ने कैच किया। बाद में ऋषभ पंत ने चौका लगाकर मैच जीता दिया, भारत ने 4 विकेट पर 98 रन बनाए। विराट कोहली 29 रन पर और पंत 4 रन पर नाबाद रहे।

भारत ने इस टेस्ट में कई रिकार्ड बनाए साथ ही कोच और कप्तान में नई एप्रोच सामने दिखी तो टीम में इफर्ड दिखा। उसने इस सीरीज में कोई भी कैच नही छोड़े जिसमें मोहम्मद सिराज ने हवा में एक काफी कठिन और बेहतरीन कैच लिया, सिराज को इसके लिए बेस्ट कैच का अवार्ड भी मिला। साथ ही रोहित शर्मा ने भी जंप लेकर शानदार कैच लिया। उसके अलावा सिर्फ कुल 52 ओवर्स (पहली पारी 34.4 ओवर दूसरी पारी 17.2 ओवर) में दो पारियों में 383 रन बनाए,पहली पारी में उसका रन रेट रिकार्ड 8.20 रन प्रति ओवर से ज्यादा रहा। इस सीरीज की जीत के साथ भारत ने होम पिच पर 18 वी टेस्ट सीरीज जीती है। वर्षा प्रभावित मैच में केवल दो दिन में भारत ने जीत हासिल की जिसमें एक पारी बंगला देश की भी रही। भारत ने दो बार बंगला देश की टीम को ऑल आउट किया। रविन्द्र जडेजा ने इस सीरीज में 300 विकेट लेने का रिकार्ड अपने नाम किया।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

कालन्दी एक्सप्रेस में विस्फोट की साजिश, ट्रैक पर रखे गैस सिलेंडर से टकराई ट्रेन,पेट्रोल और बारूद बरामद

Conspiracy to explode Kalandi Express

कानपुर / प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस जब बिराजपुर से आगे गुजर रही थी तो रेल्वे ट्रेक पर एक एलपीजी सिलेंडर रखा था जिससे ट्रेन सीधी टकरा गई ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया संदेह है कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे विस्फोट की साजिश थी क्योंकि घटनास्थल से कई ऐसी संदिग्ध चीजे मिली है। एटीएस और फोरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है। जानकारी सामने आई है इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है।

पुलिस और रेल्वे प्रशासन के मुताबिक 8 सितंबर को रात 8.30 बजे कालिंदी एक्सप्रेस अनवरगंज -कासगंज रेल्वे लाइन पर थी जब वह बिराजपुर और बिल्हौर के बीच से गुजर रही थी तो वह रेल पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई, लोको पायलट ने बताया उसने दूर से देखने पर ट्रैक पर कुछ चीज रखे होने का आभास हुआ चुकि ट्रेन लगभग 100 की स्पीड पर थी जिसके बाद उसने ब्रेक मारा, लेकिन जब धीमी गति होती वह चीज ट्रेन के इंजन से टकरा गई जिससे काफी तेज आवाज हुईं, आगे ड्राइवर ने रेलगाड़ी को रोक दिया और रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी।

इस घटना के बाद अनवर गंज के रेल अधीक्षक आरपीएफ और रेल्वे अधिकारी मौके पर पहुंच गए,पुलिस ने जब घटना स्थल की जांच पड़ताल की तो झाड़ियों के बीच उसे एक गैस सिलेंडर साथ ही पेट्रोल से भरी बोतल माचिस सहित एक थैला मिला साथ ही बारूद जैसा एक पदार्थ भी पुलिस मिला है मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए पुलिस और आतंकवादी निरोधक दस्ता (ATS ) फोरेंसिक टीम सहित अन्य एजेंसियों ने और अधिक गहराई से घटना स्थल की जांच की और सभी सबूत जुटाए। साथ ही फोरेंसिक टीम ने संदिग्ध वस्तुओं को जांच पड़ताल के लिए भेज दिया है।

एडीशनल कमिश्नर हरीश चंद्र ने बताया कि मामला काफी गंभीर है और एटीएस सहित हमारी एजेंसियों घटना स्थल से जो चीजें और साक्ष्य इकट्ठा किए है वह किसी साजिश को इंगित करते है फिलहाल सभी बिंदुओं पर जांच होगी और हमारी फोरेंसिक टीम भी डिटेल में समीक्षा कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने 4 से 5 संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

यूपी में यह पहली घटना नहीं है हाल में 16 – 17 अगस्त की रात ढाई बजे कानपुर – झांसी रूट पर 19168 साबरमती एक्सप्रेस की 22 बोगियां इंजन सहित पटरी से उतर गए थे, यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। रेलगड़ी के ड्राईवर के मुताबिक यह हादसा ट्रैक पर रखे बोल्डर के टकराने से हुआ, जैसे ही बोल्डर (बड़ा पत्थर) ट्रैन के इंजन से टकराया वैसे ही तीन ट्रेन का कैटल गार्ड बुरी तरह से मुड़ गया। बताया जाता है इस घटना की जांच यूपी पुलिस कर रही है साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घटना की जांच की जिम्मेदारी अब यूपी पुलिस के साथ आईबी को भी सौपी हैं।

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उत्तर प्रदेश

बिहार में फिर ट्रेन हादसा, मगध एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी, घटना डुमरांव-रघुनाथपुर स्टेशन के बीच

Train accident in bihar

बक्सर/ बिहार में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है बक्सर – डीडीयू पटना रेलखंड पर चलते चलते अचानक 20802 डाउन मगध एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंट गई। जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया, हालांकि गनीमत रही किसी तरह का जान माल का नुकसान नहीं हुआ। मौके पर रेल प्रशासन और स्थानीय अधिकारी पहुंच गए है और मामले की जांच कर रहे है।

यह ट्रेन हादसा डुमरांव और रघुनाथपुर रेलवे स्टेशनों के बीच हुई जब डाउन मगध एक्सप्रेस डुमरांव रेल स्टेशन से गुजरकर आगे बड़ी तो डोरीगंज के आगे रेल्वे फाटक के नजदीक अचानक दो हिस्सों में बंट गई आगे का हिस्सा जो इंजन से जुड़ा था तेजी से दौड़ता हुआ आगे बढ़ता चला और रेलगाड़ी के स्लीपर कोच और एसी कोच दोनों अलग अलग हो गए। लेकिन इस दौरान लोको पायलट ने काफी समझदारी का परिचय दिया और आगे बड़ती ट्रेन को तुरंत रोक दिया,लेकिन इस घटना से घबरा कर यात्री काफी संख्या में बोगियों से उतरकर नीचे आ गए उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हुआ।

इस हादसे की खबर मिलने पर रेल प्रशासन में भी अफरा तफरी फेल गई,और रेल्वे प्रशासन के टेकनीकल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर आ गए इस दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है।

प्राथमिक तौर पर लगता है की दो बोगियों को जोड़ने वाला कपलर और उसकी कड़ी ठीक प्रकार से ज्वाइंट नही होंगी जिससे स्लीपर और एसी कोच एक दूसरे से अलग अलग हो गए, गनीमत रही कि पीछे कोई अन्य ट्रेन नही आ रही थी और न ही पीछे की बोगियां इंजन से अलग होने के बाद अनियंत्रित हुई नही तो बड़ा हादसा हो सकता था।

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उत्तर प्रदेश

लखनऊ में तीन मंजिला बिल्डिंग गिरी, 5 की मौत, 25 घायल, 3 की हालत नाजुक

Building collapse in Lucknow

लखनऊ / उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में एक तीन मंजिला इमारत गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 लोग घायल हो गए जिनमें से 3 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मोजूद है और रेस्क्यू ऑपरेशन कर मलबे से दबे हुए लोगों को निकालने का कार्य जारी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी और उपचार की दुरुस्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।

लखनऊ के सरोजनीनगर में है ट्रांसपोर्ट नगर, यहां करीब शाम 4.55 बजे एकाएक एक तीन मंजिला बिल्डिंग भरभरा कर नीचे गिर गई इस बिल्डिंग में कई गौदाम ऑफिस और अन्य प्रतिष्ठान थे घटना की खबर मिलते ही नगर निगम का दमकल दस्ता एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच गई और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर लोगो को मलबे से बाहर निकालना शुरू किया, इस दौरान टीम ने करीब 27 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला, इस हादसे में 3 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि 2 की अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई, पुलिस और प्रशासन ने घायलों को लोकबंधु हॉस्पिटल में भर्ती कराया है जिसमें 3 लोगों की स्थिति गंभीर बताई जाती है जबकि आशंका व्यक्त की जा रही है कि अभी काफी लोग मलबे में दबे है।

जब यह इमारत गिरी उस समय एक ट्रक बिल्डिंग के सामने खड़ा था जिससे 15 से 20 लोग माल उतार कर अंदर ले जा रहे थे, ट्रक के ड्राइवर का कहना है इसमें से भी कई मजदूर गायब हैं।

घटना की खबर मिलने पर लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार खुद वहां पहुंच गए थे, और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे बात कर पूरी घटना की जानकारी ली। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के साथ घायलों को उचित व्यवस्था के निर्देश प्रशासन को दिए है।

बताया जाता है लखनऊ में पिछले दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है और जो इमारत गिरी उसकी हालत काफी कमजोर थी जिससे स्थानीय नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी साफ तौर पर इस हादसे के लिए जिम्मेदार है।

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उत्तर प्रदेशदेशबहराइच

भेड़िए वन प्रशासन के लिए बने चुनौती, 2 और बच्चों को किया घायल, देखते ही गोली मारने के आदेश, न पकड़े न मारे गए

Wolf Attack

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच में नरभक्षी भेड़ियों को गोली मारने के आदेश दिए गए है लेकिन फॉरेस्ट और भेड़ियों के बीच तीन दिन से आंख मिचौनी का खेल हो रहा है और बाकी बचे 2 आदमखोर भेड़िए पकड़ में नहीं आ रहे और रात के अंधेरे में यह खूंखार भेड़िए लगातार लोगो पर हमला कर रहे है हाल में इन भेड़ियों ने दो और बच्चों पर जानलेवा हमला किया जबकि वन विभाग ने जल्द इन खूंखार भेड़िया को पकड़ने या गोली से मारने का दावा किया था।

गत 10 मार्च 2024 से बहराइच जिले में इन खूंखार भेड़ियों की आमद हुई थी जब इन्होंने रात के अंधेरे में घर में घुसकर एक बच्चें का शिकार कर उसे मार डाला था और उसके बाद आजतक उनके हमले रुके नहीं है जिसके कारण जिले के 35 गांव और उसके आसपास आदमखोर भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है इन भेड़ियों का झुंड रात के अंधेरे में गांव में आकर सोते समय मां के आंचल से कई मासूम बच्चों को उठाकर ले गए और उन्हें खाकर मार डाला अभी तक 9 बच्चें और एक महिला इनका शिकार बन चुके हैं जिससे इन गांवों में दहशत व्याप्त है और रात तो रात दिन में भी बाहर निकलने या खेत पर जाने से लोग कतरा रहे है कि कब भेड़िए हमला कर दे। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है।

लगातार हमले और मौत के बाद प्रशासन और वन विभाग जागा और इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए फॉरेस्ट के एसडीआ लेबल के अफसर और 200 की तादाद में वन कर्मियों को गांव के आसपास खेत और गांव से लगे जंगल ने तैनात किया गया साथ ही गांवों में भेडिए के आने के संभावित क्षेत्रों में बकरी के साथ पिंजरे भी लगाए गए, सर्चिंग और कांबिंग के दौरान फॉरेस्ट की टीम ने 4 से 5 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ लिया है जबकि नरभक्षी हो चुके 2 भेड़िए अभी भी मसही सहित गांवों के आसपास और घाघरा नदी और उसे जंगल में अभी भी मौजूद है जो मौका देखते खासकर बच्चों और बड़ों को अपना शिकार बना रहे है।

फॉरेस्ट की टीम ने अभी तक 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है जिन्हें गोरखपुर के जू में भेजा गया है लेकिन तमाम इंतजाम के बावजूद 2 आदमखोर भेड़िए जिसमें एक लगड़ा भेड़िया भी शामिल हैं पकड़ ने नही आ पाए है और उनकी गतिविधियां लगातार जारी है। गंभीर बात है कि अभी तक 3 साल की अंजली सहित 9 बच्चे और एक महिला इन आदमखोर भेड़ियों के हमलों में अपनी जान गंवा चुके है वही 3 सितम्बर को 5 साल की अफसाना और 4 सितंबर की रात 8 साल के बच्चें पर इन भेड़ियों ने अलग अलग जगह हमला किया उससे पहले एक 5 साल के मासूम बच्चे और एक अधेड़ पर हमला किया था।

वन विभाग के अधिकारियो का कहना है कि हमारा पूरा अमला इन बाकी बचे 2 भेड़ियों की खोजबीन कर रहा है हमने 4 सेक्टरों में क्षेत्र को बांटा है हर सेक्टर में 4 – 4 टीमें लगाई गई है जो दिन रात सर्चिंग करेंगी और कांबिंग के जरिए पहले इन भेड़ियों को पिंजरों में पकड़ने की कोशिश करेंगी यदि यह नहीं कैद होते तो उन्हें ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ेगी यदि दोनों मोर्चों में असफलता मिलती है तो हमें इन आदमखोर हो चुके भेड़ियों को शूट कर कर देंगे उन्होंने बताया हमें इन्हे मारने की परमीशन मिल चुकी है और हमारी टीमों के साथ जो गनर है वह इन भेड़ियों को देखते ही गोली मार देंगे। लेकिन तीन दिन से यह फॉरेस्ट टीमें लगी है लेकिन न तो यह दो बचे हुए भेडिए पकड़े गए न ही मारे गए इस बीच यह दो बच्चों पर हमला कर उन्हें भी यह घायल कर चुके है जिन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में भेड़िए के बाद बाघ का आतंक, 4 लोगों की जान ली, फॉरेस्ट टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी

Wolf and Tiger Attack

लखीमपुर खीरी / उत्तर प्रदेश का ग्रामीण इलाका इन दिनों खूंखार जंगली जीवों का चारागाह बन गया है पहले बहराइच में आदमखोर भेड़ियों ने आतंक फैलाया अब लखीमपुरखीरी से जुड़े गांवों में हिंसक बाघों के विचरण और मानव शिकार करने से दहशत फैल गई है। अभी तक इन बाघों ने 4 लोगों पर हमला कर उन्हें मार डाला है। साथ ही दर्जनों पालतू मवेशियों का शिकार यह बाघ कर चुके हैं।

लखीमपुर खीरी में बाघों के हमले से मौतो का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हाल में जिले के इमलिया में एक किसान पर बाघ ने जानलेवा हमला किया जिससे इसकी मौत हो गई जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है किसान खेत में जाने से डर रहे है।

मंगलवार को ग्राम इमलिया में खेतों में काम कर रहे किसान अंबरीश कुमार पर बाघ ने हमला किया और उसे घसीट कर ले गया उससे पहले अंबरीश ने 4 बजे अपने बेटे को घास लेकर घर भेजा उससे कहा तू चल मैं आता हूं देर शाम तक वह घर नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई लेकिन उसका शव क्षतविक्षत हालत में गन्ने के खेत में मिला।

4 अगस्त को गोला वन रैंज की पश्चिमी बीट में बाघ एक 12 साल की बालिका को उठाकर ले गया जिसका आधा खाया शव गन्ने के खेत में ग्रामीणों को मिला, 2 अगस्त को मैनहा गांव में बाघ ने एक 9 वर्षीय लड़के को मार डाला उसका शव भी गन्ने के खेत में मिला जबकि 1 अगस्त की शाम घात लगाकर बैठ बाघ 10 साल के एक बच्चे का शिकार कर उसे खींच ले गया।

लखीमपुर खीरी के 400 वर्ग किलोमीटर के इलाके में बताया जाता है 8 खूंखार टाइगर्स सक्रिय है जो हिंसक हो गए है और मानव और मवेशियों पर उनके हमले जारी है जिससे करीब 100 गांव के करीब एक लाख ग्रामीण दहशत में है।

जबकि सीतापुर के महोली क्षेत्र में इन दिनों एक बाघिन यानि मादा टाइगर परिवार के साथ घूम रही है जिसके साथ एक बाघ और दो शावक देखे जा रहे है यह बाघिन 15 से 20 किलोमीटर में ज्यादा एक्टिव है इसने कई मवेशियों का शिकार किया है। जिससे सीतापुर के 8 गांवों में भय बना हुआ है।

उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी जिला दुधवा नेशनल पार्क और पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है इन अभ्यारण में 140 बाघ है वन विशेषज्ञों के मुताबिक पार्क में शिकार की कमी और आपसी फाइट के चलते इन बाघों ने नेशनल पार्क से बाहर अपनी टेरेटरी बनाने और यहां शिकार करने की गरज से इन क्षेत्रों में डेरा डाला हुआ लगता है।

मनुष्य और मवेशियों पर लगातार बाघों के हमले और 4 इंसानी मौत के बाद वन विभाग सक्रिय हुआ है और फॉरेस्ट रेंजर के नेतृत्व में 24 – 24 कर्मचारियों की कई टीमें प्रभावित इलाकों और जंगल के आसपास तैनात की गई है जो ड्रोन कैमरों से लैस है और उनसे निगरानी कर रही है इसके अलावा जगह जगह सीसीटीवी कैमरे फिट किए गए है साथ ही संभावित क्षेत्रों में नाइट वॉच कैमरे और पिंजरे भी लगाए गए हैं। बन विभाग की टीमें एसडीओ लेबल के अधिकारियों के साथ क्षेत्र में कांबिंग के साथ सर्च ऑपरेशन भी चला रही है साथ ही वनकर्मी आम लोगों को सावधान रहने की हिदायत भी दे रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश

यूपी के बहराइच में फिर आदमखोर भेड़ियों का हमला, एक बच्चा और बुजुर्ग गंभीर घायल, कल तक पकड़े जाएंगे भेड़िए वन विभाग का दावा

Wolf Attack

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा, देर रात भेड़ियों ने एक बुजुर्ग और एक 7 साल के बच्चे पर हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए गनीमत रही कि परिजनों के जाग जाने और हल्ला मचाने पर हमलावर भेड़िए भाग गए। अभी तक इन खूंखार भेड़ियों ने रात के अंधेरे में हमला कर 8 मासूम बच्चों सहित 9 लोगों की जान ले ली है।

बहराइच के 35 गांव और जिले के आसपास पिछले महीनों से आदमखोर भेड़ियों का आतंक छाया हुआ है इन भेड़ियों का झुंड रात के अंधेरे में गांव में आकर सोते समय मां के आंचल से कई मासूम बच्चों को उठाकर ले गए और उन्हें खाकर मार डाला अभी तक 8 बच्चें और एक महिला सहित कुल 9 लोग इनका शिकार बन चुके हैं जिससे इन गांवों में दहशत व्याप्त है और रात तो रात दिन में भी बाहर निकलने या खेत पर जाने से लोग कतरा रहे है कि कब भेड़िए हमला कर दे। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है।

लगातार हमले और मौत के बाद प्रशासन और वन विभाग जागा और इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए एसडीएम लेबल के अफसर और 200 की तादाद में वन कर्मियों को गांव के आसपास खेत और गांव से लगे जंगल ने तैनात किया गया साथ ही गांवों में भेडिए के आने के संभावित क्षेत्रों में बकरी के साथ पिंजरे भी लगाए गए, सर्चिंग और कांबिंग के दौरान फॉरेस्ट की टीम ने 4 से 5 भेड़ियों को पकड़ लिया है जबकि दो से तीन आदमखोर हो चुके यह भेड़िए इन गांवों के आसपास अभी भी मौजूद है जो मौका देखते खासकर बच्चों और बड़ों को अपना शिकार बना रहे है।

गंभीर बात है कि पिछली रात इन भेड़ियों ने अलग अलग जगह एक 9 साल के मासूम बच्चे और एक अधेड़ पर हमला किया। बच्चे की मां के मुताबिक शनिवार रविवार की दरमियानी रात डेढ़ बजे जब हम सब सो रहे थे तभी एक भेड़िए ने मेरे बच्चे की गर्दन पर हमला किया जो हमारे बीच में सो रहा था और बच्चे को गर्दन से पकड़ कर घसीटा वह चीखा हमारी नीद खुल गई हमें देखकर इस बीच भेड़िया भाग खड़ा हुआ लेकिन हमारे बच्चे की गर्दन और सिर बुरी तरह से जख्मी हो गए। जबकि अधेड़ ने बताया वह अपनी खटिया पर बैठा था तभी पीछे से अचानक उनकी गर्दन पर भेड़िए ने हमला किया परिजनों के आने और मेरे मुकाबला करने पर वह भाग गया।

पुलिस और फारेस्ट की टीम ने दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि वन विभाग के CO अभिषेक सिंह का कहना है हमारा पूरा अमला इन बाकी बचे भेड़ियों की खोजबीन कर रहा है और गांव के पास की पहाड़ी पर ड्रोन से हमें इनकी लोकेशन मिली है और कल तक यह भेड़िए भी पकड़ लिए जायेंगे।

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उत्तर प्रदेश

यूपी के बहराइच जिले के 35 गांव आदमखोर भेड़ियों से दहशत में, 8 बच्चों सहित 9 को बनाया शिकार, 45 जख्मी, फॉरेस्ट की 12 टीमें खोजबीन में तैनात

Wolf attack

बहराइच / उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में इन दिनों खूंखार भेड़ियों का आतंक है आदमखोर हो चुके इन भेड़ियों ने अभी तक 45 लोगों पर हमला किया जिसमें से 8 बच्चों सहित 9 लोगों की जान ले ली। प्रशासन ने आसपास के गांवों में मुनादी कराकर रात के वक्त बाहर नहीं निकलने और सावधान रहने को कहा है। जबकि करीब एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण रात जागकर गुजार रहे है। इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए बाराबंकी और लखनऊ से वन विभाग की स्पेशल टीम बुलाई हैं। फिलहाल 12 फॉरेस्ट टीमें इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में लगाई गई है।

बहराइच जिले के 35 गांव इन आदमखोर भेड़ियों के गैंग से दहशत में है जिन्हें इन खूंखार जंगली जानवरों ने अपनी चारागाह बना रखा है खासकर मसीह तहसील और उसके आसपास के गांवों में पिछले 6 महिने से आदमखोर भेड़ियों के इस झुंड ने तहलका मचा रखा है यहां के ग्रामीणों का दिन का चैन और रात की नींद हराम है लोग रात को जाग जागकर जिंदगी गुजार रहे है जरा सी हलचल होने से ही उनपर भेड़ियों के आने का डर पैदा हो जाता है। क्योंकि पलक झपकते ही यह भेड़िए घरों में घुसकर उनके बच्चों को उठा ले जाते है साथ ही महिला पुरुषों पर भी हमला कर रहे है। ज्यादातर हमले रात के अंधेरे में किए गए है।

पिछले दिनों में इन भेड़ियों ने करीब 50 से 55 लोगो पर हमला किया, जिसमें से 8 बच्चों को यह भेड़िए घसीटकर ले गए उसके बाद उनको खा लिया उनके क्षत विक्षत शरीर बाद में सुनसान एरिये में मिले जबकि एक महिला की भी इनके हमले में मौत हो गई और करीब 45 घायलो को प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती कराया है।

इन आदमखोर हो चुके भेड़ियों की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन पुलिस और वन विभाग सक्रिय हुआ और बाराबंकी और लखनऊ से वन विशेषज्ञों की टीमें इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए बुलाई गई है कुल मिलाकर करीब 200 की तादाद में वन विभाग के एसडीओ लेबल के अफसर और कर्मचारी इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए लगाए गए है। कुल 12 टीमें प्रभावित इलाके और जंगल में लगातार इन भेड़ियों की कांबिंग ऑपरेशन और तलाशी अभियान में लगी है।

इन खूनी भेड़ियों की संख्या करीब 9 बताई जाती है उनमें से दो भेड़ियों को वन विभाग की कांबिंग टीम ने पिछले दिनों पकड़ लिया लेकिन 6 से 7 भेड़िए अभी भी इन गांवों में शिकार की तलाश में लगातार आते जाते देखे जा रहे है जिनकी तस्वीरे ड्रोन केमरे में कैद भी हुई है। फॉरेस्ट टीम रात में कांबिंग और सर्चिंग ऑपरेशन लगातार चला रही है इसके साथ जंगली इलाके में अलग अलग 4 स्थानों पर पिंजरे लगाएं गए है इसके अलावा संभावित क्षेत्र और जंगल से जुड़े गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ड्रोन केमरे से उनपर निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन और वन विभाग ने इन सभी प्रभावित गांवों और इनके करीब 40 किलोमीटर के क्षेत्र में लाऊडिस्पीकर से मुनादी कराई और लोगों को सावधान रहने और रात के वक्त बच्चों को बाहर न निकलने की हिदायत दी जा रही हैं।

इधर स्थानीय विधायक सुरेश्वर सिंह की चिंताएं भी बढ़ गई है बीते दिन से वाह खुद अपनी लायसेंसी बंदूक लेकर प्रभावित गांवों में घूम रहे है उनके साथ भारी तादाद में लाठी डंडों से लैस ग्रामीण भी देखे जा रहे है। विधायक ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इन आदमखोर भेड़ियों को मारने की अनुमति भी मांगी है।

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उत्तर प्रदेश

चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस बेपटरी हुई, यूपी के गोसाई डिहवा पर हुआ हादसा, 2 की मौत 25 घायल, 2 के पैर कटे, कई गंभीर

Chandigarh Dibrugarh Express derailed

गोंडा/ उत्तर प्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़ .. डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना ग्रस्त हो गई और इसकी 21 बोगिया पटरी से उतर गई इस रेल दुर्घटना में 2 युवा यात्रियों की मौत हो गई जबकि 25 यात्री घायल हुए है जिसमें दो के पैर कट गए और कई की हालत गंभीर बताई जाती है। 5 एसी कोच सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए जिनके यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है एसडीआरएएफ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।

ट्रेन 15904 चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही थी जब यह ट्रेन यूपी के झीलानी रेल्वे स्टेशन की तरफ बड़ी तो गोसाई डिहवा के पास जोर के धमाके के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसकी 25 बोगियां पटरी से उतर गई। इसके बाद चीख पुकार मच गई खबर मिलने पर रेल्वे प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया एसडीआरएफ की टीम ने बमुश्किल गैस कटर से बोगियों को काटकर अलग किया। लेकिन फिलहाल सभी बोगियों को रेल्वे ट्रैक से हटाया नहीं जा सका है। और इस रूट पर रेल सेवा पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। इस हादसे में मरने वाले दो यात्रियों की शिनाख्त हो गई है जिसमें बरेली की धनेटी तहसील निवासी राहुल (38 साल) और सरोज कुमार सिंह (31 साल) शामिल है।

पूर्वोत्तर रेल्वे के सीपीआरओ पंकज कुमार ने कहा है कि लोको पायलट ने हादसे के दौरान जोर का धमाका सुना था, जिससे घटना के होने में कई संदेह पैदा हो रहे है । जबकि रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिवार को 10 लाख का मुआवजा देने के साथ गंभीर रूप से घायल यात्री को ढाई लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

लेकिन इस रेल दुर्घटना के बाद रेल यातायात पर काफी प्रांगव पड़ा है और लखनऊ के चार बाग स्टेशन पर भारी अफरा तफरी का आलम व्याप्त है करीब 10 हजार यात्री फंस गए है और 3 ट्रेन स्टेशन पर खड़ी है और करीब 10 ट्रेन के रूट बदले गए हैं।

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