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विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह की हत्या का आरोपी बाहुवली अतीक अहमद साबरमती जेल से प्रयागराज रवाना, सुरक्षा के बीच यूपी पुलिस ला रही हैं, 28 मार्च को फैसला

Atiq Ahmed

प्रयागराज / बीएसपी विधायक राजू पाल और मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल की हत्या का मुख्य आरोपी बाहुवली और माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस गुजरात की साबरमती जेल से भारी सुरक्षा के बीच प्रयागराज ला रही है। जैसा कि इन मर्डर केस में अदालत 28 मार्च को फैसला सुनाएगी इसलिए मुख्य अभियुक्त अतीक अहमद को यूपी पुलिस कोर्ट ने पेश करेगी अतीक अहमद के साथ दूसरे आरोपी उसके भाई अशरफ अहमद को भी पेश किया जायेगा जो यूपी की बरेली जेल में बंद हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस का विशेष टास्क फोर्स का दस्ता आज गुजरात के पोरबंदर स्थित जेल पहुंचा है जहां उन्होंने कोर्ट का प्रोटेक्शन बारंट जेल प्रशासन को दिखाया कुछ तकनीकी परीक्षण के बाद जेल प्रशासन ने अतीक अहमद को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है इस पुलिस दस्ते मैं 6 वाहन 20 पुलिस के बड़े छोटे अधिकारी सहित कुल 45 पुलिस कर्मी शामिल है जो हथियारों से लैस है। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर सिर्फ 8 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मोबाइल रखने की अनुमति है बाकी पुलिस कर्मियों के मोबाइल जमा करा लिए गए है। पुलिस ने अपने वज्र वाहन में अतीक अहमद को बैठाया है और उसे आगे पीछे बंदूकों के साये में लेकर यह काफिला आगे बड़ा हैं।

एमपी एमएलए कोर्ट प्रयागराज 28 मार्च को इस डबल मर्डर केस में अपना फैसला सुनाएगा और फैसला सुनाते समय बाहुवली अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद मोजूद रहेंगे। इसीलिए यूपी पुलिस पोरबंदर जेल से अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज ला रही हैं।

गुजरात के पोरबंदर से यूपी के प्रयागराज के बीच का यह सफर 1200 किलोमीटर का है जिसमें राजस्थान या मध्यप्रदेश से होते हुए दिल्ली भी बीच में पड़ेगा कुल 18 स्थानों पर जरूरत पड़ने पर रुकने की व्यवस्था की गई है यूपी पुलिस ने पूरा ऑपरेशन गोपनीय रखते हुए राज्य पुलिस को सूचना देते हुए एहतियातन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है। अपने ऑपरेशन के बारे में यूपी पुलिस के प्रभारी आईपीएस ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की।

जैसा कि अतीक अहमद और उसके वकील ने पहले दलील दी थी कि जैसी साबरमती जेल में रहते उसकी कोर्ट ने पूरे केस की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की थी उसी तरह कोर्ट उसकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसका फैसला भी सुना दे। इसमें उसके वकील ने आशंका जताई थी कि यूपी जाने के दौरान अतीक अहमद के साथ कुछ भी हो सकता है इसका एनकाउंटर पुलिस कर सकती है उसके दुश्मन उसका मर्डर कर सकते है जिस वाहन से उसे लेजाया जायेगा उसे पलटाया जा सकता है लेकिन प्रयागराज के एमपी एमएलए कोर्ट ने उनकी इन सभी दलीलों को खारिज कर दिया और उन्हें सजा सुनाने के दौरान प्रयागराज कोर्ट में उपस्थित करने का आदेश सुना दिया।

उत्तर प्रदेश में 2006 में बीएसपी विधायक राजू पाल का मर्डर हुआ था इस केस में बाहुबली और विधायक रहे अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को आरोपी बनाया गया था और दोनों को गिरफ्तार किया गया था और जेल में बंद थे लेकिन इस बीच राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और उनके भाई उमेश पाल का एक गैंग बेदर्दी से ताबड़तोड़ फायरिंग कर मर्डर कर देता है खास बात है वह जब कोर्ट में बयान देकर लौट रहे थे तो घर के बाहर उनपर हमला हुआ था। इस मर्डर में भी पुलिस ने अतीक अहमद और उसके लोगों को आरोपी बनाया था।

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उत्तर प्रदेश

बाघ ने मंदिर के पुजारी पर किया हमला मारकर खाया, लोगों में भारी गुस्सा, किया चक्काजाम

Tiger Attack

लखीमपुर/ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के थरेटिया गांव स्थित रामजानजी मंदिर के पुजारी को एक बाघ जिंदा उठा ले गया और मारकर खा गया, बताया जाता है जब पुजारी खाना खाने के बाद मंदिर परिसर में लगे हैंडपंप से पानी पीने आए तभी बाघ ने हमला किया था। इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने वन विभाग के निष्क्रिय रवेएं के खिलाफ मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया बताया जाता है इस क्षेत्र में इस आदमखोर बाघ का लंबे समय से आतंक है और यह ग्रामीणों पर 18 बार हमले कर चुका है।

मंदिर के पास में रहने वाले वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने नौकर से बीती रात पुजारी मोहनदास के लिए खाना भेजा था बाद में साढ़े आठ बजे जब उनका नौकर वापस मंदिर पहुंचा तो पुजारी जी नही मिले उसने मुझे फोन पर जानकारी दी तो मैं वहां गया तो पंडित जी की चप्पलें इधर उधर पड़ी थी संदेह होने पर जब हमने टॉर्च फैक्कर आसपास देखा तो पास के खेत में बाघ पुजारी को दबोचे बैठा था और उनके शरीर को नोच नोच कर खाता दिखा यह देखकर पहले हम अवाक रह गए हमारी सूचना पर अनेक ग्रामीण इकट्ठा हो गए हमारे शोर मचाने पर बाघ भाग गया जब ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो पुजारी का आधा शरीर बाघ खा चुका था और उनकी मौत हो चुकी थी।

इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने थरेटिया टिप्पणियां मार्ग पर चक्काजाम कर दिया बाद में वन विभाग और पुलिस थाना तिकोनिया कोतवाली के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा वन महकमे के अधिकारियों ने आंदोलन कर रहे लोगों को काफी समझाइश दी लेकिन ग्रामीणों का कहना था पहले इस आदमखोर बाघ के खोफ और इस समस्या से निजात दिलाई जाए। बताया जाता है इस ग्रामीण इलाके से दुधवा टाइगर रिजर्व अभ्यारण लगा हुआ है स्थानीय वीरेंद्र सिंह के मुताबिक वहां के जंगल से निकलकर यह बाघ आएं दिन गांव में आकर लोगों पर हमले कर रहा है और इस आदमखोर हो चुके बाघ ने अभी तक 18 लोगों पर जानलेवा हमला किया है और वन विभाग से शिकायत के बावजूद इस बाघ को पकड़ने या ग्रामीणों को सुरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम फॉरेस्ट विभाग ने आज तक नही उठाया जिससे स्थानीय ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ काफी गुस्सा हैं।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

यूपी में मां बेटी के जलने का मामला, कार्यवाही का आश्वासन हुआ अंतिम संस्कार, हाईकोर्ट में याचिका दाखिल सीबीआई से जांच की मांग, योगी के बुलडोजर पर उठे सबाल

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर / यूपी के कानपुर देहात के मड़ोली गांव में मां बेटी के जिंदा जलाने की घटना से देश सन्न रह गया है अहम बात है इस घटना के दौरान पुलिस और प्रशासन के अफसर भी वहां मोजूद थे इस दर्दनाक घटना को लेकर अब हाईकोर्ट इलाहाबाद में याचिका दाखिल कर इस प्रकरण में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो इसको लेकर सीबीआई से जांच की मांग की गई हैं। जबकि डिप्टी सीएम के कड़ी कार्यवाही के आश्वासन के बाद भारी सुरक्षा के बीच मृत महिलाओं का अंतिम संस्कार किया गया। कांग्रेस ने आज धरना प्रदर्शन किया तो बीएसपी प्रमुख मायावती ने योगी के बुल्डोजर को खूनी बताया है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में आता है मड़ोली गांव, मंगलवार की सुबह इस गांव में एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस का अमला पहुंचा था बताया जाता है इनके साथ कुछ दबंग भी साथ थे,टीम ने आते ही गांव में रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित का बुलडोजर से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया इस दौरान झोपड़ी में मोजूद परिवार के मुखिया की पत्नी प्रमिला दीक्षित (उम्र 45 साल) और उनकी बेटी स्नेहा (उम्र 21 साल) के बाहर नही आने के बाद एकाएक टीम में मोजूद एक व्यक्ति ने झोपड़ी में आग लगा दी जबकि बेटे शिवम दीक्षित का कहना है आग लगाने के बाद जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया गया जिससे दोनों बाहर नही निकल पाई और झोपड़ी में जलकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना को लेकर परिजन और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखा गया।

इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की बेटे शिवम दीक्षित के साथ वीडियो कॉल पर समझाइश और बातचीत में न्याय का भरोसा दिलाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ आज भारी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के बाद दोनों महिलाओं के शवों का बिठूर घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान आईजी प्रशांत कुमार और एसपी सहित सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रहा।

इस घटना को लेकर प्रशासन ने कार्यवाही भी की है जेसीबी चालक दीपक और लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया तो एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम को हिरासत में ले लिया है इसके अलावा सरकार ने परिवार को सुरक्षा के साथ घायल बेटों को इलाज के लिए राशि मुहैया कराने के साथ 10 लाख की आर्थिक मदद दी है लेकिन इस घटना को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें इस घटना की सीबीआई से जांच की मांग के साथ दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई हैं।

इधर बुद्धवार को कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में लखनऊ में राजभवन तक प्रदर्शन मार्च निकालने का ऐलान किया था आज जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में अपने कार्यालय से प्रदर्शन करते निकले तो पहले से मोजूद पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बड़ने दिया और बेरीगेट लगाकर रोक दिया जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नोबत आ गई उनकी पुलिस के साथ काफी नोकाझोक भी हुई बाद में कांग्रेस कार्यकर्ता वही धरने पर बैठ गए।

इधर बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि आज जहां देश और खासकर उत्तर प्रदेश में लोग गरीबी महंगाई बेरोजगारी पिछड़ेपन से त्रस्त है अब उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में भाजपा सरकार की बुलडोजर राजनीति निर्दोष और गरीब लोगों की जान भी लेने लगी हैं।

मंगलवार को उत्तर प्रदेश के देहात कानपुर के मड़ोली गांव में एसडीएम और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की मोजूदगी में एक मां और उसकी बेटी की जलकर हुई दर्दनाक मौत से पूरा देश प्रदेश थर्रा गया हैं तो यूपी में एक गरीब का अतिक्रमण हटाने के दौरान इतनी बड़ी दुर्घटना घटने से बुल्डोजर पर सबालिया निशान लग गया हैं तो योगी सरकार बैकफुट पर आ गई हैं।

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उत्तर प्रदेशकानपुर

मां बेटी जलती रही पुलिस और प्रशासन देखता रहा, यूपी के कानपुर देहात में बुल्डोजर का कहर

Kanpur Dehat Hadsa

कानपुर/ उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है अतिक्रमण हटाने में बुल्डोजर एक्शन के दौरान झोपड़ी में आग लगने से मां बेटी की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई हैं। इस मामले में पुलिस और प्रशासन सहित 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है साथ ही एसडीएम और लेखपाल को निलंबित कर दिया गया, लेकिन पीड़ित परिवार के बेटे का आरोप है कि प्रशासन ने आग लगाकर जेसीबी से जलती झोपड़ी को दबा दिया और उनकी मां और बहिन की हत्या कर दी बेटे ने अंतिम संस्कार से पहले सभी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्यवाही की मांग की हैं।

यह दिल दहलाने वाली घटना कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के मड़ोली गांव की है यहां रहने वाले दुबे परिवार के मंदिर और आसपास का अतिक्रमण हटाने एसडीएम लेखापाल और रूरा थाना पुलिस और प्रशासन का भारी अमला बुल्डोजर के साथ पहुंचा था, जब बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया जा रहा था तो पास की झोपड़ी में दुबे की पत्नी और उनकी बेटी मोजूद थी उसी दौरान झोपड़ी में आग लगा दी गई जिसमें बुरी तरह झुलसकर मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि उन्हे बचाने के दौरान दुबे और उनके परिजन भी घायल हो गए। इस घटना के बाद गांव में हंगामा खड़ा हो गया। यह देखकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी घटना स्थल से भाग खड़े हुए।

इधर इस बड़ी वारदात के बाद वरिष्ठ प्रशासन चेता और उसने संबंधित एसडीएम लेखपाल और थाना प्रभारी सहित 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है साथ ही एसडीएम और लेखापाल को निलंबित भी कर दिया है। लेकिन फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं।

आरोप है कि भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों की मोजूदगी में झोपड़ी जलती रही और उसमें मोजूद मां और बेटी आग में घिर गई और उनका दम घुटता रहा और पुलिस और प्रशासन बाहर खड़ा तमाशा देखता रहा और आग में घिरकर बुरी तरह जलने से मां बेटी दोनों की दर्दनाक मौत हो गई । पीड़ित पक्ष के मुखिया दुबे के बेटे शिवम दुबे का आरोप है कि उनके यहां एसडीएम पुलिस और कुछ अन्य ग्रामीण एकाएक बिना सूचना के आ पंहुंचे और बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन के अमले ने जानबूझकर उनकी झोपड़ी में आग लगादी इस समय उनकी मां और बहिन झोपड़ी में से सामान निकाल रही थी मालूम होने के बावजूद प्रशासन के आदेश पर जलती झोपड़ी को जेसीबी से दबा दिया गया इस घटना में बचाने के दौरान उनके पिता भी गंभीर रूप से जख्मी हुए जो अस्पताल में भर्ती है जबकि उनकी मां और बहिन की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। शिवम ने कहा कि जबतक एसडीएम लोकपाल और पुलिस अधिकारियों सहित सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ उनापर कड़ी कार्यवाही नहीं होती वह अपनी मां और बहन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार और उनके रिश्तेदार धरने पर बैठ गए हैं।

जबकि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होगी किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा चाहे उसमें प्रशासन या पुलिस अधिकारी हो सभी गिरफ्तार होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मामला गंभीर है और इसमें विपक्ष का राजनीति करना गलत होगा।

इधर समाजवादी पार्टी ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कानपुर विधायक मनोज पांडे के नेतृत्व में 6 सदस्यीय विधायक दल को घटना स्थल पर जांच और पीड़ित पक्ष से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा है। यह खबर बाहर आने के साथ ही उत्तर प्रदेश प्रशासन सक्रिय हुआ और उसने इन विधायको को रोकने के लिए कमर कस ली है बताया जाता है इस डेलीगेशन में शामिल विधायक अमिताभ वाजपेई को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया और उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात हैं।

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उत्तर प्रदेश

सबसे मंहगी जल यात्रा शुरू, “गंगा विलास क्रूज” का पीएम ने किया शुभारंभ, पर्यटन व्यापार की संभावनाओं का होगा विस्तार, सियासत भी शुरू

mv ganga vilas

बनारस/ उत्तर प्रदेश के बनारस से पश्चिम बंगाल के डिब्रूगढ़ तक गंगा नदी में चलने वाले गंगा विलास क्रूज का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। खास बात है यह दुनिया की सबसे लंबी और सबसे मंहगी जल यात्रा होगी और इस यात्रा में विदेशी पर्यटक भी जा रहे है और 2 साल तक के लिए स्विस पर्यटकों ने इसे बुक भी कर लिया हैं।

5 स्टार सुविधाओं से सुसज्जित क्रूज भारत के 5 राज्यों से होता हुआ बंगलादेश भी जायेगा –

जैसा कि गंगा विलासक्रूज 5 राज्यों से होकर गुजरेगा बनारस (काशी) से शुरू होकर यह पटना, साहिबगंज कोलकाता ढांका (बंगलादेश) गुवाहाटी डिब्रूगढ़ तक जायेगा और इसी रूट पर वापस बनारस आयेगा। इस क्रूज को अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज कंपनी ने तैयार किया है इस क्रूज की चौड़ाई 12.8,मीटर और लंबाई 62 मीटर की है और इस क्रूज में 18 सुईट्स हैं जबकि सेकेंड फ्लोर पर 40 सीटर रेस्टारेंट होगा जहा वाइन शेम्पियन के साथ 5 स्टार का खाना परोसा जाएगा। इतना ही नहीं यह स्पा रूम, 3 सनडेक और बृहद म्यूजिक अरेंजमेंट से विशेष रूप से सुसज्जित होगा।

51 दिन की जलयात्रा में लगेंगे 13 लाख –

खास बात है क्रूज की यह जल यात्रा सबसे मंहगी यात्रा में शुमार है। बनारस (काशी) से अंतिम स्टेशन डिब्रूगढ़ तक का 51 दिन का सफर का किराया 13 लाख होगा जबकि बनारस से कोलकाता तक 4 दिन का किराया 1.12 लाख कोलकाता से मुर्शीदावाद तक 8 दिन का किराया 2.92 लाख और बनारस से कोलकाता तक 12 दिन का किराया 4.37 लाख ₹ होगा।

क्या कहा प्रधानमंत्री ने –

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने स्विस पर्यटकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह क्रूज गंगा नदी के किनारे बसे जिस राज्य और शहर से गुजरेगा वहां पर्यटन व्यापार की नई संभावनाओं का विस्तार होगा साथ ही वहां विकास की लकीरें पैदा होंगी । प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा गंगा नदी केवल एक जल स्त्रोत नहीं है बल्कि लोगों की जीवनदायनी भी है पूर्व में गंगा के किनारे की पट्टियों के विकास और वहां रहने वाले लोगों का ध्यान नहीं रखा गया जिससे लोग पलायन को मजबूर थे लेकिन गंगा विलास क्रूज के गंगा में चलने से पर्यटन के साथ व्यवसाय और विकास की संभावनाएं उत्पन्न होंगी। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से विदेशी पर्यटन के साथ बाहरी लोगों को भारत को जानने समझने के प्रति उत्सुकता भी बड़ेगी और यह विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।

गंगा जल यात्रा को लेकर सियासत तेज –

देश की प्रमुख राजनेतिक पार्टियों ने इस गंगा विलास क्रूज को लेकर सबाल उठाएं है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि लोग काशी का आध्यात्मिक अनुभव करने आते है इस धार्मिक क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र बनाकर उससे पैसे कमाना गलत है जबकि मोदी सरकार ने गंगा साफ करने का बीड़ा उठाया था क्या गंगा साफ हुई। उन्होंने कहा इससे गंगा और इसके आसपास नाविकों पर अत्याचार होगा और उनके रोजगार पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा।

जबकि बिहार के जेडीयू अध्यक्ष ललन प्रसाद ने कहा कि धर्म के खिलाफ पैसे का अपव्यय है यह योजना सफल नहीं होगी क्योंकि कागज पर बनना अलग होता है और जमीन पर उतारना कठिन होता हैं उन्होंने कहा की अपने व्यवसायिक मित्रों को फायदा देने के लिए इसकी शुरूआत की गई है जेडीयू नेता ने कहा इस क्रूज को पटना में दाखिल नहीं होने दिया जायेगा। वही जेडीयू प्रवक्ता अनुप्रिया ने कहा कि हम इस योजना के खिलाफ नहीं है लेकिन पहले केंद्रीय सरकार यह बताएं उसने 20 हजार करोड़ खर्च किए लेकिन गंगा आज तक साफ नहीं हो पाई वर्षाकाल में नेपाल के रास्ते गंगा नदी में पानी उफान मारता है और बाढ़ से पलायन की स्थिति बन जाती है यह बाढ़ गंगा में जमी गाद से आती है पहले गंगा को साफ करें उन्होंने कहा इसी वजह से गर्मी के मौसम में बीच बीच में गंगा सूख भी जाती है उस समय यह क्रूज कैसे निकलेगा।

Image source BJP Twitter

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उत्तर प्रदेश

“भारत जोड़ो यात्रा” यूपी में भारी जन सैलाब उमड़ा, 6 जनवरी को हरियाणा में दाखिल होगी यात्रा, भाई राहुल का बहन प्रियंका के लिए उमड़ा प्यार

Bharat Jodo Yatra

श्यामली / भारत जोड़ों यात्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से दाखिल होंने के बाद अंतिम पड़ाव श्यामली पहुंच गई है अब कल 6 जनवरी को यात्रा बागपत से हरियाणा राज्य में प्रवेश करेगी। इस यात्रा में आज भारी जन सैलाब उमड़ आया जिसमें उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख शहरों से इस यात्रा से लोग जुड़े इस दौरान यात्रा में आमजन सहित कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओ में भारी उत्साह देखा गया। यात्रा के दौरान राहुल गांधी के अपनी बहन प्रियंका के प्रति उमड़े प्यार की तस्वीरे काफी वायरल हुई।

पिछले 7 सितंबर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई यात्रा 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली होती हुई 9 दिन विश्राम के बाद दिल्ली से उत्तर प्रदेश में पहुंच गई थी दिल्ली से गाजियाबाद जिले के लोनी होती हुई यात्रा 4 जनवरी को बागपत के मावीकला पहुंची और सिसाना सरूर पुखड़ोल होती हुई आज 5 जनवरी को बड़ौत होते हुए उत्तर प्रदेश के श्यामली पहुंची। जैसा कि भारत जोड़ों यात्रा पानीपत से 11 वे राज्य हरियाणा में प्रवेश करेंगी।

यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारुख अब्दुल्ला भी शामिल हुए गाजियाबाद में एक सभा का आयोजन भी हुआ इस दौरान मंचासीन राहुल गांधी का अपनी बहन के प्रति प्यार उमड़ते देखा गया राहुल गांधी ने एकाएक बगल में बैठी प्रियंका को गले लगाया अपने करीब लेकर उन्हें प्यार किया और उनकी पीठ थपथपाते हुए उनके सिर को चूम लिया यह देखकर प्रियंका भी चोक गई। बाद में दोनों हंसते हुए बातचीत करते रहे।

सभा में प्रियंका गांधी ने अपने भाई के प्यार और उसके सीधेपन का भी जोरदार तरीके से बखान किया,प्रियंका ने कहा कि अंबानी अडानी ने सभी बड़े नेताओं और मीडिया को खरीद लिया लेकिन मेरे भाई को नहीं खरीद पाएं मुझे उनपर गर्व है प्रियंका ने कहा लोग मुझसे पूछते कि आपके भाई को क्या ठंड नही लगती तो मेरा कहना है मेरे भाई के शरीर पर सत्य और आमजन का सुरक्षा कवच है यह कवच पहन कर वे चल रहे है जब तक आप लोग उनके साथ रहेंगे यह सुरक्षा कवच उनकी रक्षा करेगा। आप एकजुट हो जिससे हम युवाओं को रोजगार दिला सकेंगे महंगाई पर अंकुश लगा सके और गरीब किसान मजदूरों को उनका हक दिला सकेंगे।

उत्तर प्रदेश में तीसरे और अंतिम दिन भारत जोड़ों यात्रा श्यामली पहुंची थी जहां भी यात्रा के साथ भारी तादाद में लोग जुटे। 6 जनवरी को यात्रा पानीपत से हरियाणा राज्य में प्रवेश करेगी।

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उत्तर प्रदेश

यूपी निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण नहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला, योगी का जी का जंजाल बना ओबीसी आरक्षण

Prayagraj Highcourt

लखनऊ / इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच ने उत्तर प्रदेश में ओबीसी आरक्षण की याचिका को रद्द कर दिया है कोर्ट ने कहा यूपी सरकार ने हमारे निर्देश देने के बावजूद ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की जिससे पिछड़े वर्ग को आरक्षण नहीं दिया जा सकता। कोर्ट के फैसले के बाद योगी सरकार घिर गई है उसका कहना है कि बिना वह आरक्षण के वह नगरीय चुनाव नही कराएगी लेकिन नियमानुसार उसे समय रहते चुनाव कराना अनिवार्य होगा। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की सरकार बिना ओबीसी आरक्षण के निकाय चुनाव नही करायेगी इसको लेकर वह सुप्रीम कोर्ट भी जायेगी।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच में उत्तर प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर याचिका लगाई गई थी कोर्ट ने यूपी सरकार से पहले ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया अपनाने के निर्देश जारी किए थे जिसके तहत आरक्षण से पहले एक आयोग गठन करना था दूसरा आरक्षण पाने वाले जातिवर्ग के आंकड़े और संख्या जुटाना और तीसरा आरक्षण का आधार ऐसा हो कि 50 फीसदी से ज्यादा नहीं हो । कोर्ट ने पहले टेस्ट प्रक्रिया अपना कर सरकार से उसकी रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा था लेकिन सरकार ने यह काम नहीं किया कोर्ट ने ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पूरी नहीं करने का हवाला देते हुए मंगलवार को सुनवाई के दौरान ओबीसी आरक्षण को रद्द कर दिया और अपने फैसले में सरकार ने बिना आरक्षण के निकाय चुनाव कराने के आदेश दिए हैं। अदालत ने अपनी दलील में कहा है कि चुनाव का समय निकट है सरकार ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया अब पूरी नहीं कर सकती।

कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि आरक्षण विरोधी बीजेपी निकाय चुनाव में ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलने पर घड़ियाली आंसू बहा रही हैं भाजपा ने आज पिछड़ों का हक छीना है कल भाजपा बाबा साहेब के दलितों को दिया आरक्षण भी छीन लेगी उन्होंने ओबीसी आरक्षण मुद्दे पर लगाई में समाजवादी पार्टी का साथ देने की अपील ओबीसी वर्ग से की है।

जबकि बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि योगी सरकार की कारगुजारी से पिछड़ों को संवेधानिक अधिकारों का हक नहीं मिला, आज आया हाईकोर्ट का फैसला सही मायनों में बीजेपी और उसकी सरकार की आरक्षण विरोधी सोच को जाहिर करता है उन्होंने कहा यदि योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक निष्ठा और ईमानदारी से ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पूरी कराती तो ऐसा नहीं होता इस गलती की सजा ओबीसी समाज बीजेपी को जरूर देगा।

वही स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि इस मामले में यूपी सरकार कतई गंभीर नहीं रही वह पहले से ही जानती थी उसने तीन में से एक भी प्वाइंट जानबूझकर फुलफिल नही किया जिससे आरक्षण की याचिका रद्द हो गई दुखद पक्ष है कि अब 5 साल तक के लिए ओबीसी को अपने अधिकार से वंचित कर दिया गया।

इधर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार इस मामले में विधि विशेषज्ञों से चर्चा कर रास्ता निकाल रहे हैं और जब भी निकाय के चुनाव होंगे वह बिना ओबीसी आरक्षण के नहीं होंगे पिछड़े वर्ग के हक को लेकर सरकार किसी तरह का समझोता नही करेगी और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में जाकर अपना पक्ष रखेगी। जबकि बीजेपी नेता एके शर्मा ने कहा बीजेपी सरकार सर्वे के साथ टेस्ट प्रक्रिया जल्द पूरी करेगी और बिना पिछड़ों के आरक्षण के चुनाव नही करायेगी।

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उत्तर प्रदेश

पकड़ने गई यूपी पुलिस और खनन माफिया के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग, गोलीबारी में बीजेपी नेता की पत्नी की मौत, बदमाश ने पुलिस जवानों को मारपीट कर बंधक बनाया, 6 जवान गंभीर

मुरादाबाद ,ऊधमपुर/ 50 हजार के इनामी खनन माफिया को पकड़ने उत्तराखंड में दाखिल हुए यूपी पुलिस की गोली से बीजेपी नेता की पत्नी जो ड्यूटी से लौट रही थी उसकी मौत हो गई इस बीच बदमाश ने करीब एक दर्जन जवानों को बंधक बना लिया और बदमाश की फायरिंग और ग्रामीणों की मारपीट में 6 पुलिस के जवान गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि कुछ लापता बताए जाते हैं इधर ग्रामीणों के बीच पुलिस की झड़प के दौरान बदमाश फरार हो गया। उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया तो यूपी पुलिस ने भी कुछ लोगो के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस को बुद्धवार को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि एसडीएम को बंधक बनाने वाला कुख्यात खनन माफिया जफर मुरादाबाद के ठाकुर द्वारा इलाके में छुपा हुआ है शाम साढ़े पांच बजे पुलिस ने बदमाश की मिली लोकेशन पर घेराबंदी की और दबिश देते हुए जब उसे ललकारा तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, पुलिस ने भी पोजीशन लेते हुए उसपर गोलीबारी की खुद को घिरा देखकर पुलिस को चकमा देकर खनन माफिया जफर उत्तर प्रदेश की सीमा पार कर उत्तराखंड इलाके में दाखिल हो गया और 8 किलोमीटर दूर ऊधमपुर जिले के थाना कुंडा के अंतर्गत आने वाले गांव भरतपुर के एक फार्म हाऊस में आकर छुप गया।

इधर पीछा करते करते उत्तरप्रदेश पुलिस भी यहां पहुंच गई बताया जाता है और पिस्टल से कवर करते हुए वह फॉर्म हाउस में दाखिल हुई यह फॉर्म हाऊस बीजेपी नेता गुरुदास सिंह भुल्लर का था पुलिस को सादा कपड़ों में अंदर दाखिल होते देख गुरुताज सिंह और उसका परिवार ने उन्हे पहले बदमाश समझा लेकिन पास आकर पुलिस ने जब उनसे बात कर उन्हे बताया और बदमाश को उनके हवाले करने को कहा तो भुल्लर ने यूपी पुलिस से स्थानीय पुलिस को बुलाने को कहा, इस दौरान आसपास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए। जब गर्मागर्म बहस चल रही थी तभी यूपी पुलिस को जफर नजर आ गया जो वहां से भागने की कोशिश में था तो उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने उसपर फायरिंग कर दी। इस बीच गुरूताज की पत्नी गुरुप्रीत कौर भुल्लर (28 साल) नोकरी से ड्यूटी कर घर वापस आ रही थी अचानक हुई पुलिस की फायरिंग में उसे गोली लग गई जिससे महिला की मौत हो गई जिससे अफरा तफरी फेल गई इस दौरान ग्रामीण और पुलिस में झड़प हो गई और हथियार के बल पर बदमाश ने कुछ जवानों को पकड़ लिया और उनके साथ ग्रामीणों ने भी पुलिस कर्मियों की बुरी तरह मारपीट शुरू कर दी और उनपर गोली भी चलाई गई और हथियार भी छीन लिए ऐसा यूपी पुलिस का आरोप है। इस दौरान इस पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का फायदा उठाकर खनन माफिया जफर वहां से फरार होने में कामयाब हो गया। बाद में ग्रामीणों महिला की मौत को लेकर यूपी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और मुख्य मार्ग के चौराहे पर चक्काजाम कर अपना रोष जताया।

इस हमले में पुलिस के 2 जवान गोली लगने से और 4 जवान मारपीट से बुरी तरह से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि पुलिस के 4 से 5 जवानों के लापता होने की जानकारी भी सामने आई हैं।

इस घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी जवानों की पिटाई और गोली मारने के एवज में जफर सहित स्थानीय लोगों के खिलाफ धारा 307 सहित शासकीय कार्य में बांधा और अन्य मामलों में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया हैं।

बताया जाता है 13 सितंबर को मुरादाबाद में खनन माफिया जफर ने स्थानीय एसडीएम को बंधक बना लिया था और उनकी कस्टडी से अवेध खनन में लगे जप्त शुदा डंफर को जबरन छुड़ा ले गया था इसी मामले में पुलिस ने उसे आरोपी बनाया था और इस शातिर बदमाश को पकड़ने गई थी। एसडीएम मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों पर गुस्सा जाहिर करते हुए उन्हें काफी लताड़ लगाई थी और खनन माफिया जफर को किसी भी हालत में गिरफ्तार करने की उन्हे कड़ी हिदायत दी थी।

जबकि उत्तराखण्ड पुलिस के एसएसपी मंजूनाथ टीसी का कहना है उत्तर प्रदेश पुलिस ने नियमों की अवहेलना की है सही भी है दूसरे प्रदेश में दविश देने के पहले उसे उत्तराखंड पुलिस को इत्तला देना चाहिए थी और उसे लेकर जाना चाहिए था और उसके पास संबंधित अपराधी का वारंट भी होना जरूरी था लेकिन यूपी पुलिस ने ऐसा कुछ नही किया और सीधा धावा बोल दिया जो गलत प्रक्रिया थी।

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उत्तर प्रदेशसैफई

“नेताजी” मुलायम सिंह यादव पंचतत्व में विलीन,बेटे अखिलेश ने दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई देने उमड़ा जन सैलाब,जानीमानी हस्तियां और राजनेता रहे मौजूद

Mulyamsingh antim vidai

सैफई / समाजवादी आंदोलन के प्रमुख नेता और समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज अपने पैतृक गांव सैफई में पंचतत्व में विलीन हो गएं उनके सुपुत्र अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी इस दौरान अंतिम विदाई देने के लिए भारी जन सैलाब सैफई में उमड़ पड़ा। इस अवसर पर कई केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री प्रदेश के मंत्री और कई राजनेतिक पार्टियों के नेता और देश की कई वीवीआईपी और जानी मानी हस्तियां मोजूद थी जिन्होंने दिवंगत नेताजी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

जैसा कि नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव का 82 साल की उम्र में मंगलवार को निधन हो गया था वे बीते कई दिनों से बीमार थे उनकी पार्थिव देह कल ही गुरुग्राम से उत्तर प्रदेश के सैफई लाई गई थी जो उनकी जन्म स्थली है मंगलवार से आज दोपहर तक उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके गृह निवास पर भारी भीड़ रही और नेताओं का तांता लगा रहा इस दौरान पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं की आंखे नम भी हो गई।

Mulayam singh yadav
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आज सैफई में दिवंगत समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव को अंतिम विदाई देने हजारों लोग उमड़ पड़े है साथ ही अनेक गणमान्य नागरिक और देश के कई प्रमुख नेता भी मौजूद रहे सैफई में राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार हुआ उनके बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी इस मौके पर उनके भाई शिवपाल यादव रामगोपाल यादव अभय यादव धर्मेंद्र यादव सहित उनके सभी परिजन और रिश्तेदार मोजूद रहे। उनके पार्थिव देह के साथ उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए भारी हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान मोजूद लोग नेता जी अमर रहे के नारे बुलंद करते रहे।

समाजवाद के धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होकर उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में लोकसभा के सभापति ओम बिरला रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एनसीपी नेता शरद पवार प्रफुल्ल पटेल सांसद सुप्रिया सुले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव , पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जेडीयू नेता केसी त्यागी बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव किसान नेता राकेश टिकेट डीएमके नेता डीआर बालू, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ब्रजलाल खावरी कांग्रेस नेता एवं फिल्म अभिनेता राज बब्बर, बाबा रामदेव, फिल्म राज्यसभा सांसद जया बच्चन अभिनेता अभिषेक बच्चन प्रमुख रूप से मोजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि जिस सैफई में जन्म लेने के बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी राजनेतिक यात्रा शुरू की और वह परवान चढ़ी और वे देश में समाजवाद और सामाजिक न्याय के प्रणेता बने उसी सैफई में उनकी अंतिम यात्रा भी खत्म हुई और वे उसी सैफई की पवित्र भूमि की मिट्टी में विलीन हो गये।

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उत्तर प्रदेशलखनऊ

समाजवादी आंदोलन के प्रखर नेता और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह नहीं रहे, इलाज के दौरान 82 साल की उम्र में निधन, यूपी में राजकीय शोक, पीएम सहित कई नेताओं ने शोक जताया

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लखनऊ, गुरुग्राम / समाजवादी आंदोलन के प्रखर प्रहरी और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव नहीं रहे आज सुबह गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके जाने से आज एक तरह से एक जमीनी नेता और समाजवादी युग का अंत हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके गृह ग्राम सैफई में होगा। उनके निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। उनके निधन की खबर उनके पुत्र अखिलेश यादव ने सपा के ट्वीटर हेंडिल पर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक पार्टियों के नेताओं ने उन्हें याद करते हुए शोक संवेदनाएं प्रकट की है

गुरूग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस …

तबियत खराब होने पर नेताजी मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को गुरूग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था उन्हे यूरिन इन्फेक्शन और बीपी की शिकायत थी 2 अक्टूबर को ऑक्सीजन लेबल कम होने पर उन्हे आईसीयू में रखा गया गंभीर स्थिति के कारण पिछले कुछ दिनों से वे वेंटीलेटर पर थे डॉक्टरों की एक टीम उनपर लगातार नजर रखे हुए थी लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया और आज सुबह 8.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली इस दौरान उनके पुत्र अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल यादव एवं परिवारजन मोजूद है। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हेंडल पर मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी देते हुए लिखा कि मेरे आदरणीय पिताजी और हम सभी के नेताजी अब नहीं रहे।

उत्तर प्रदेश के सैफई में जन्में , शिक्षक रहे मुलायम को पहलवानी का शोक …

मुलायम सिंह का जन्म उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले के सैफई गांव में 22 नवंबर 1939 को हुआ था उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा के बाद आगरा फेतहाबाद और इटावा में शिक्षा ली शुरूआत में वे इंटर कॉलेज के एक प्राध्यापक भी रहे उन्हे पहलवानी और दंगल का काफी शौक था और उनकी गिनती इस अंचल के प्रमुख पहलवानों में होती थी आज 82 साल की उम्र में उनका निधन हो गया उनके जाने से समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं में बेहद मायूसी देखी जा रही है।

मुलायम सिंह और समाजवाद …

मुलायम सिंह यादव डॉ राममनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण के विचारों के प्रबल पक्षधर थे और उन्होंने समाजवादी विचारधारा और आंदोलन को देश में आगे बड़ाने में अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया वे जॉर्ज फर्नांडीज मधुलिमये के प्रमुख साथी रहे। वही उत्तर प्रदेश में उन्होंने समाजवाद की नींव रखी और उसकी जड़ों को मजबूत बनाकर गरीब मजदूर और पिछड़ों की आवाज और हक के लिए लड़ाई लड़ी। मुलायम सिंह यादव राजनीति के एक धुरंधर नेता थे और राजनेतिक दांव पैच में उनका कोई सानी नहीं था साथ ही नरम दिल के मुलायम का कार्यकर्ताओं के साथ दिली अपनत्व भी काफी था यही वजह थी कि एक बार जो उनसे मिलता जुड़ जाता था।

सियासी सफर …

नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार उत्तर प्रदेश के सैफई से विधायक बने और 9 बार विधायक का चुनाव जीते और पहली बार 1977 में प्रदेश के मंत्री बने जबकि 1989 से 1991 तक उत्तर प्रदेश के पहली बार और कुल तीन बार वह यूपी के मुख्यमंत्री रहे। बाद में सन 1996 में वह मेनपुरी से सांसद बने और 7 बार संसद का चुनाव जीते और देवगौड़ा और गुजराल की केंद्रीय सरकार में वे देश के रक्षामंत्री पद पर रहे। इस दौरान मुलायम सिंह यादव 1980 में यूपी के जनता दल के अध्यक्ष बने जबकि 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन होने के बाद वह उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और पार्टी को खासकर उत्तर प्रदेश सहित देश में स्थापित करने का काम किया।

उत्तर प्रदेश में तीन दिन का शोक सैफई में होगा अंतिम संस्कार …

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक की घोषणा की गई है । बताया जाता है उनकी पार्थिव देह गुरुग्राम से उत्तर प्रदेश के सैफई लाई जायेगी और यहां कल मंगलवार को दोपहर 3 बजे उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा।

पीएम सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साथ मुलायम सिंह यादव की 8 तस्वीरे ट्वीट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके परिजनो और समर्थकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है पीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री के समय से ही मेरी उनकी मुलाकात होती रही उनका जाना देश की राजनीति की एक बड़ी क्षति है वे डॉ लोहिया और जेपी के विचारों के लिए समर्पित थे और जमीनी नेता होने के साथ वे आम लोगों की समस्याओं को समझने होने के साथ कहा कि वे इमरजेंसी के दौरान उनकी भूमिका लोकतंत्र के सच्चे सिपाही के रूप में सभी के सामने आई पीएम ने उनके देश के रक्षा मंत्री रहते अहम योगदान दिया। रक्षामंत्री अमित शाह मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे और दिवंगत नेता को श्रद्धासुमन अर्पित कर अपनी शोक जताया।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी शोक संवेदनाएं प्रकट की

मुलायम सिंह यादव के निधन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी शोक संवेदनाएं प्रकट की है जबकि आरजेडी नेता लालूप्रसाद यादव ने भावुक होते हुए कहा उनका जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति है वे मेरे राजनेतिक साथी होने के साथ समधी भी थे उन्होंने समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाता उनके निधन से देश की राजनीति को अतुलनीय क्षति हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा आज समाजवादी विचारधारा की आवाज उनके जाने से मौन हो गई हमें उनका सदेव सहयोग मिला मेरी ईश्वर से प्रार्थना है उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करने के साथ परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा आज हमने एक जमीन से जुड़े सच्चे योद्धा को खो दिया।इसके अलावा नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला इनसीपी नेता शरद पवार, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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