नई दिल्ली/ राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ ने बताया कि सदन की सीट नंबर 222 से 500 नोट की 50 हजार ₹ की गड्डी मिली है यह सीट कांग्रेस के सदस्य मनोज मनु सिंघवी की है। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। इस पर सांसद एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बिना जांच किए किसी का नाम ओपन कर सही नहीं है, आप पहले जांच करले। वही बीजेपी ने इसे गंभीर मामला बताते हुए जांच की बात कही है।
धनकड़ ने बताया कल गुरुवार को सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि उन्हें सीट नंबर 222 से 500 ₹ की एक गड्डी (50 हजार) मिली है यह सीट तामिलनाडु से सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को एलाट की गई है। इसकी नियमानुसार जांच होना चाहिए और हम इसकी जांच कर रहे है।
लेकिन सभापति श्री धनकड़ के बताने के बाद सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि मेरा अनुरोध है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती जब तक इस घटना की प्रमाणिकता स्थापित नहीं हो जाती तब तक किसी सदस्य का नाम नहीं लिया जाना चाहिए, बिना जांच के किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।
जबकि बीजेपी अध्यक्ष एवं सदन के सदस्य जेपी नड्डा ने कहा कि यह सदन की गरिमा पर चोट है जब मुझे भरोसा है इस मामले की विस्तृत जांच होगी और दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। यह असाधारण गंभीर घटना है। उन्होंने कहा प्रजातंत्र में कभी कुछ बातें अपने पक्ष में कुछ विपक्ष में होती है किसी पर तीव्रता दिखाना किसी पर मिट्टी डालना ठीक नहीं है।
जबकि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजजू ने कहा रूटीन प्रोटोकॉल के मुताबिक एंटी सेबोटाज टीम ने संसद की कार्यवाही खत्म होने और सदन को बंद करने से पहले सीटों की जांच की गई थी। इसी दौरान नोटों का बंडल मिला। इस पर आपत्ति क्यों होना चाहिए कि अध्यक्ष सदस्य का नाम न ले, अध्यक्ष ने सही तरीके से इस सीट का नंबर और बैठे सदस्य का नाम बताया इसमें क्या गलत है? जांच होना चाहिए।
इधर राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी सफाई में कहा मैं राज्यसभा जाता हूं तो 500 ₹ का सिर्फ एक नोट लेकर जाता हूं मैंने ऐसा पहली बार सुना, मैं गुरूवार को 12.57 बजे पहुंचा और सदन में सिर्फ 3 मिनट रुका, उसके बाद बाहर आ गया और कुछ समय कैंटीन में रुक और 1.30 बजे सुप्रीम कोर्ट आ गया। उन्होंने कहा यह हमारी गरिमा पर गहरी चोट है इसकी गहन जांच होना चाहिए।
खास बात है कि आज के समय में 50 हजार रुपए की कोई खास अहमियत नहीं है। जबकि संसद में 50 हजार हो या उससे अधिक कोई पैसा लेकर आता भी है तो उसे इसकी छूट है जबकि संसद भवन परिसर में बैंक भी है।