नई दिल्ली/ केंद्रीय सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को आज देश में लागू कर दिया है इसको लेकर गृह मंत्रालय ने आज अध्यादेश जारी कर दिया है। इस कानून के माध्यम से जो शरणार्थी 31 दिसंबर 2014 से पहले अवैध रूप से भारत में आए गैरमुस्लिम लोगों को भारतीय नागरिकता मिल सकेगी।
भारतीय संसद ने काफी पहले CAA के बिल को पास कर दिया था और राष्ट्रपति ने भी इस कानून पर अपनी मुहर लगा दी थी बीच में कोविड आने और उसके बाद कुछ समय बीतने के पश्चात इस कानून को आज सोमवार को देश में लागू किया गया इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बाकायदा नोटिफिकेशन जारी किया हैं।
बताया जाता है कि इस CAA कानून के लागू होने से किसी भारतीय नागरिक की नागरिकता पर कोई असर नही पड़ेगा। जबकि तीन देशों अफगानिस्तान बंगला देश और पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए गैर मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलना सुलभ हो जाएगा, इसके साथ ही हिंदू जैन बौद्ध सिख और ईसाई धर्म के सभी लोगों को भारतीय नागरिकता मिल सकेगी। लेकिन उसके लिए शर्त है कि वह 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आए हो।
बीजेपी ने CAA लागू होने के बाद एक ट्वीट जारी करते हुए कहा, जो कहा वह किया, मोदी सरकार की एक और गारंटी पूरी, CAA लागू करने की गारंटी पूरी की। लेकिन CAA को लागू करने के टाइमिंग को लेकर कांग्रेस ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम नरेश ने कहा है कि जब देश में जल्द आम चुनाव होने वाले है तब इस कानून को लागू करना एक तरह से बीजेपी और मोदी सरकार की सोची समझी ध्रुवीकरण करने की रणनीति हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर कहा कि, जनता बीजेपी के भटकाऊ पन को पूरी तरह से समझ चुकी है देश के लोग रोजगार के लिए भारत से बाहर जाने को मजबूर हैं फिर दूसरे देश के लोगों के लिए इस कानून को लाने का क्या मतलब हैं।